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गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे सोनहत व बैकुंठपुर के स्कूल छात्र उपस्थिति में भी आया सुधार
कोरिया : राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की पहल अब धरातल पर असर दिखा रही है। कोरिया जिले के सोनहत व बैकुंठपुर विकासखंडों के प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूलों में विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति के बाद न केवल शैक्षणिक माहौल में सुधार हुआ है, बल्कि विद्यार्थियों की उपस्थिति में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
अब प्रत्येक विषय के लिए प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार, अब प्रत्येक विषय के लिए समुचित रूप से प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध हैं, जिससे बच्चों को पढ़ाई में बेहतर मार्गदर्शन मिल रहा है। छात्र- छात्राएं अब सभी विषयों की पढ़ाई नियमित रूप से कक्षा में ही प्राप्त कर पा रहे हैं और बाहरी ट्यूशन पर निर्भरता कम हो गई है।
ग्रामीण शिक्षा में नई उम्मीदें
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह पहल खासकर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। शिक्षक संख्या में संतुलन आने से शिक्षकों पर काम का बोझ भी कम हुआ है और वे छात्रों पर अधिक ध्यान दे पा रहे हैं।
शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों के भविष्य में सुधार
ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जहां शिक्षक कम हैं, वहाँ उनकी तैनाती की जाए। इस निर्णय से न केवल स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो रही है, बल्कि विद्यार्थियों को उनका शैक्षणिक भविष्य संवारने का एक बेहतर अवसर भी मिल रहा है।
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जिले में अधिसूचित फसलों पर किसानों को मिलेगा बीमा सुरक्षा का लाभ
कोरिया : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ वर्ष 2025 के लिए बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को राज्य शासन द्वारा कोरिया जिले में अधिकृत बीमा प्रदाता नियुक्त किया गया है। इस योजना के अंतर्गत फसल बीमा कराने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है। कृषि विभाग द्वारा जिले के सभी कृषकों से अपील की गई है कि वे प्राकृतिक आपदाओं, कीट व रोग आक्रमण एवं फसल कटाई उपरांत होने वाले संभावित नुकसान से अपनी फसलों को सुरक्षित करने हेतु बीमा अवश्य कराएं।
कोरिया जिले के लिए अधिसूचित फसलों में धान (सिंचित व असिंचित), उड़द, मूंग, मूंगफली, कोदो, कुटकी, मक्का, तुअर (अरहर), रागी एवं सोयाबीन शामिल हैं। इन फसलों के लिए किसानों को बीमांकित राशि का केवल दो प्रतिशत कृषक अंश प्रीमियम के रूप में जमा करना होगा, शेष प्रीमियम राज्य व केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
जिले में प्रति हेक्टेयर धान सिंचित की बीमांकित राशि 50 हजार है, बीमा कंपनी द्वारा प्रीमियम दर 12 प्रतिशत, किसानों द्वारा 2 प्रतिशत प्रीमियम दर, राज्यांश व केंद्रांश प्रीमियम दर 5-5 प्रतिशत है। इसी तरह धान असिंचित प्रति हेक्टेयर की बीमांकित राशि 40 हजार है, बीमा कंपनी द्वारा प्रीमियम दर 7 प्रतिशत, किसानों द्वारा 2 प्रतिशत प्रीमियम दर, राज्यांश व केंद्रांश प्रीमियम दर 2.50-2.50 प्रतिशत है। वहीं उड़द की प्रति हेक्टेयर बीमांकित राशि 22 हजार है, बीमा कंपनी द्वारा प्रीमियम दर 10 प्रतिशत, किसानों द्वारा 2 प्रतिशत प्रीमियम दर, राज्यांश व केंद्रांश प्रीमियम दर 4-4 प्रतिशत है। मूंग की प्रति हेक्टेयर बीमांकित राशि 22 हजार है, बीमा कंपनी द्वारा प्रीमियम दर 5 प्रतिशत, किसानों द्वारा 2 प्रतिशत प्रीमियम दर, राज्यांश व केंद्रांश प्रीमियम दर 1.50-1.50 प्रतिशत है। मूंगफली की प्रति हेक्टेयर बीमांकित राशि 42 हजार है, बीमा कंपनी और किसानों द्वारा प्रीमियम दर 2-2 प्रतिशत है, इसमें राज्यांश व केंद्रांश नहीं है जबकि अरहर की प्रति हेक्टेयर बीमांकित राशि 30 हजार है, बीमा कंपनी द्वारा प्रीमियम दर 9 प्रतिशत, किसानों द्वारा 2 प्रतिशत प्रीमियम दर, राज्यांश व केंद्रांश प्रीमियम दर 3.50-3.50 प्रतिशत है।
फसल बीमा कैसे कराएं?
ऋणी कृषक संबंधित सहकारी समिति या बैंक शाखा में सहमति पत्र भरकर बीमा करा सकते हैं। वहीं अऋणी कृषक नजदीकी सीएससी (ग्राहक सेवा केंद्र) में पहुँच कर बीमा करा सकते हैं। इसके अलावा फसल बीमा पोर्टलwww.pmfby.gov.in या Crop Insurance मोबाइल ऐप के माध्यम से स्वयं बीमा कर सकते हैं।
कृषि विभाग द्वारा किसानों से अपील की गई है कि वे समय सीमा के भीतर फसल बीमा कराकर प्राकृतिक जोखिमों से अपनी मेहनत की फसल को सुरक्षित करें। विस्तृत जानकारी हेतु किसान टोल फ्री नंबर 14447, नजदीकी ग्राहक सेवा केंद्र, बैंक शाखा अथवा अपने क्षेत्रीय कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवानिर्माण कार्य अधूरा छोड़ने पर डॉ. आशुतोष ने की सख्त कार्रवाई
कोरिया : जिले में शासन द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्यों की राशि गबन कर कार्य अधूरा छोड़ने वाले दो ग्राम पंचायत सचिवों को जिला प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश व जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में की गई है। डॉ. चतुर्वेदी ने स्पष्ट किया कि शासकीय धन का गबन गंभीर अपराध है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।
ग्राम पंचायत कचोहर व कछाड़ी का मामला
निलंबन आदेश के अनुसार ग्राम पंचायत कचोहर के सचिव श्री लालमन सोनवंशी, पूर्व में ग्राम पंचायत अकलासरई में पदस्थ थे। वहां राजीव गांधी सेवा केंद्र निर्माण के लिए एक लाख दस हजार रुपये आहरित किए गए थे, लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं किया गया। संतोषजनक जवाब न देने पर इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जनपद पंचायत सोनहत कार्यालय में संलग्न किया गया है। अब ग्राम पंचायत कचोहर का प्रभार श्री धन सिंह को सौंपा गया है। वहीँ दूसरा मामला है, ग्राम पंचायत कछाड़ी का है। इस मामले में ग्राम सचिव श्री रामचरण, पूर्व में ग्राम पंचायत कछाड़ी में पदस्थ थे। इन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के तहत भवन निर्माण हेतु 21 हजार रुपये आहरित किए, लेकिन कार्य अधूरा रहा। बार-बार नोटिस देने के बावजूद जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर इन्हें भी निलंबित किया गया है।
नियमों का उल्लंघन कर पाए दोषी
दोनों सचिवों को छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा आचरण नियम 1998, ग्राम पंचायत सचिव कृत्य नियम 1999 तथा अनुशासन व अपील नियम 1999 के तहत दोषी पाया गया और नियम 4(क) व 4(ख) के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।
सख्त चेतावनी
डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि शासन की योजनाओं में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कार्य में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक सतर्कता और अधिक बढ़ाई जा रही है।
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पूर्व शिक्षक और प्राचार्य की पहल पर छात्राओं को परोसा गया पोषक आहार
कोरिया : प्रधानमंत्री पोषण निर्माण योजना अंतर्गत शासकीय आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बैकुंठपुर में मंगलवार को सामुदायिक सहभागिता के साथ 'न्योता भोज' का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के सेवा निवृत्त शिक्षक श्री नंदलाल सोनी एवं वर्तमान प्राचार्य श्री ए. एल. गुप्ता का सराहनीय सहयोग रहा। यह कार्यक्रम कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशुतोष चतुर्वेदी के मार्गदर्शन तथा जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में आयोजित किया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ के शासकीय विद्यालयों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन को अधिक पोषक एवं समावेशी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह एक स्वैच्छिक पहल है, जिसमें कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी विशेष अवसर पर विद्यार्थियों के लिए भोज का आयोजन कर सकता है या खाद्य सामग्री का योगदान दे सकता है।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री शैलेश शिवहरे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई यह योजना बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा नए शिक्षा सत्र की शुभकामनाएं दी गईं तथा छात्राओं को पढ़ाई और पोषण के प्रति सजग रहने की प्रेरणा दी गई। विद्यालय के समस्त शिक्षक -शिक्षिकाएं और छात्राएं इस आयोजन में शामिल रहीं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
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‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के तहत फलदार पौधों का भव्य रोपण
कलेक्टर बोलीं - पौधों की परवरिश करें बच्चों की तरह, तभी वृक्षारोपण सार्थक
कोरिया : सावन माह की हरियाली की शुरुआत कोरिया जिले में विशेष रूप से यादगार बन गई, जब श्एक पेड़ माँ के नामश् अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन और पंचायत विभाग के नेतृत्व में ग्राम चेरवापारा में बड़े पैमाने पर फलदार पौधों का रोपण किया गया। जिला पंचायत कार्यालय के पीछे स्थित लगभग डेढ़ एकड़ रिक्त शासकीय भूमि पर आम, आंवला, कटहल, लीची, जामुन और अमरूद के करीब 100 पौधे लगाए गए।
बच्चों की तरह परवरिश हो
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने स्वयं फावड़ा उठाकर उन्नत किस्म के आम का पौधा लगाया और पानी डालकर यह संदेश दिया कि वृक्षारोपण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, श्पौधा लगाना सरल है, लेकिन उसकी परवरिश बच्चों की तरह करना ही असली काम है। पौधों को मवेशियों से बचाना, खरपतवार हटाना और समय-समय पर देखरेख करना जरूरी है।श् उन्होंने यह भी कहा कि वृक्षारोपण का उद्देश्य केवल फल या छांव प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका लाभ सम्पूर्ण जीव-जगत और पर्यावरण को मिले, यह सोचकर पौधे लगाए जाने चाहिए।
बंजर भूमि को हरित बनाना भी हम सबकी दायित्व
जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने औषधीय गुणों से भरपूर आंवले का पौधा लगाया और कहा कि जैसे कुपोषित बच्चों को पोषण देकर सशक्त बनाना हमारी जिम्मेदारी है, वैसे ही बंजर भूमि को हरित बनाना भी हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि पेड़ हमारे जीवन के लिए प्राणवायु, भूजल स्तर में वृद्धि और पर्यावरणीय संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
पौधरोपण स्थल पर सेल्फी पाइंट भी बनाया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों द्वारा सेल्फी फ़ोटो ली गई। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मोहित पैकरा, उपाध्यक्ष श्रीमती वंदना राजवाड़े, जिला पंचायत सदस्य श्री राजेश साहू, श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो, श्री सुरेश सिंह, श्रीमती शिव कुमारी सिंह, श्रीमती सुषमा सिंह कोराम, श्रीमती स्नेहलता उदय, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर श्री प्यारे लाल साहू तथा जिला प्रशासन और पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इस अभियान में पूरे उत्साह से शामिल हुए और पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी भी ली।
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कलेक्टर की अपील का असर दिखने लगा, जनप्रतिनिधि बन रहे निक्षय मित्र
अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभापति ने अपने मानदेय से गोद लिए 16 टीबी मरीज, 6 माह तक देंगे पोषण आहार
कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी द्वारा टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी मरीजों को प्रोटीन युक्त पोषण आहार उपलब्ध कराने हेतु की गई निक्षय मित्र बनने की अपील का असर दिखे लगा है। अब जनप्रतिनिधि भी इस पुनीत कार्य में सक्रिय रूप से भागीदारी निभा रहे हैं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी की अध्यक्षता में गुरुवार को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मोहित पैकरा, उपाध्यक्ष श्रीमती वंदना राजवाड़े एवं सभापति श्रीमती सुषमा कोराम द्वारा जिले के 16 टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें 6 माह तक पोषण आहार देने का संकल्प लिया गया। ये सभी सहायता अपने-अपने जिला पंचायत मानदेय से प्रदान की जाएगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मोहित पैकरा ने 6 मरीजों को गोद लिया। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती वंदना राजवाड़े ने 5 मरीजों की जिम्मेदारी ली। जिला पंचायत सभापति श्रीमती सुषमा कोराम ने भी 5 मरीजों को गोद लेकर सहायता की शुरुआत की। श्री मोहित पैकरा ने कहा कि ‘टीबी मरीजों की सेवा मानवता की सेवा है। कोई भी व्यक्ति या जनप्रतिनिधि निक्षय मित्र बनकर इस कार्य में जुड़ सकता है।‘ वहीं श्रीमती वंदना राजवाड़े ने कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी, सीईओ डॉ. चतुर्वेदी और सीएमएचओ डॉ. प्रशांत सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि 'आपके प्रयासों से हम अपने क्षेत्र के लोगों की मदद कर पा रहे हैं।‘ सभापति श्रीमती सुषमा कोराम ने कहा, ‘कोरिया जिले के हर अभियान का हिस्सा बनकर हम जनसेवा के लिए तत्पर हैं।‘
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिले में 113 टीबी मरीज नियमित दवा ले रहे हैं। सामान्य टीबी की दवा का कोर्स 6 माह तक चलता है, और इस अवधि में मरीजों को पर्याप्त पोषण आहार की आवश्यकता होती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि टीबी की जांच एवं उपचार पूर्णतः निःशुल्क है। कार्यक्रम में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री जे.आर. प्रधान, जिला क्षय अधिकारी डॉ. ए.के. सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री असरफ अंसारी, बीएमओ डॉ. श्रेष्ठ मिश्रा सहित स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित रहे।
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उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था के 25 लक्षणों पर चर्चा
कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशानुसार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी की अध्यक्षता में मातृ मृत्यु दर कम करने हेतु गुरुवार को महत्वपूर्ण समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, जिला परियोजना अधिकारी जे.आर. प्रधान सहित दोनों विभागों के अधिकारी- कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक में विशेष रूप से उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था के 25 प्रकार के लक्षणों पर विस्तार से चर्चा की गई। यह तय किया गया कि यदि गर्भवती महिला में इन 25 में से कोई भी लक्षण पाया जाता है, तो उसे विशेष निगरानी में रखा जाएगा। उसके लिए समय-समय पर उपचार, पौष्टिक आहार, और सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. चतुर्वेदी ने निर्देशित किया कि महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मिलकर समन्वय के साथ कार्य करें। सभी गर्भवती माताओं की नियमित हीमोग्लोबिन जांच कर आवश्यकतानुसार आयरन- फोलिक एसिड तथा कोरिया मोदक लड्डू और प्रोटीन युक्त आहार उपलब्ध कराया जाए। इसके अतिरिक्त, कम वजन वाले शिशुओं के जन्म को रोकने हेतु स्वास्थ्य व महिला बाल विकास विभाग के कार्यकर्ताओं को सामूहिक काउंसलिंग करने के निर्देश दिए गए। विकासखंड स्तर पर खंड चिकित्सा अधिकारी एवं सीडीपीओ तथा सेक्टर स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक और पर्यवेक्षकों की नियमित अंतरविभागीय बैठकें आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. प्रशांत सिंह, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री जे.आर. प्रधान, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री असरफ अंसारी, बीएमओ डॉ. श्रेष्ठ मिश्रा, सीडीपीओ श्रीमती अनुपमा सिंह, समस्त बीएमओ, बीपीएम, बीईटीओ, महिला पर्यवेक्षक तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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एकलव्य विद्यालय घूघरा में शिक्षण गतिविधियों पर हुई विस्तार से चर्चा
कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में एकलव्य आदर्श आवासी विद्यालय, घूघरा (सोनहत) में शिक्षकों की गतिविधियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पिछली परीक्षाओं में छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों का आंकलन करते हुए कलेक्टर ने शिक्षकों से वर्तमान शैक्षणिक सत्र की कार्ययोजना की जानकारी ली।कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि छात्रों की सीखने की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए शिक्षण में नवीन तकनीकों जैसे ऑडियो, वीडियो और मैपिंग का उपयोग किया जाए। विषयवार चर्चा के दौरान उन्होंने सभी शिक्षकों को अपने पढ़ाने के स्तर में नवाचार लाने और बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, श्बच्चे कच्ची मिट्टी जैसे होते हैं, उन्हें जिस माहौल में ढाला जाएगा, वे वैसा ही बनेंगे।श् इसलिए उन्हें सकारात्मक और सृजनात्मक वातावरण देना आवश्यक है। साथ ही उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों से अंग्रेज़ी में संवाद करें और उन्हें अंग्रेज़ी बोलने का अभ्यास कराएं।
बैठक में कलेक्टर ने जिले के कुछ प्रेरणादायक शिक्षकों का उदाहरण देते हुए बताया कि थोड़ी सी अतिरिक्त मेहनत और समझदारी से कैसे छात्रों के मनोबल को बढ़ाया जा सकता है, जिससे अच्छे परिणाम भी देखने को मिलते हैं। उन्होंने शिक्षकों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय का भ्रमण कर शिक्षण वातावरण एवं प्रबंधन की शैली से प्रेरणा लेने की सलाह दी।कलेक्टर ने कहा कि शिक्षक अपनी समस्याएं जिला प्रशासन के समक्ष रखें, उनका समाधान किया जाएगा, लेकिन अच्छे परिणाम देने की ज़िम्मेदारी शिक्षकों की है। उन्होंने जानकारी दी कि विद्यालय में शीघ्र ही स्मार्ट बोर्ड लगाए जाएंगे, छात्रावासों में सोलर पंप और एग्जॉस्ट फैन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि छात्रों को पढ़ाई में कोई असुविधा न हो।बैठक के उपरांत कलेक्टर ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों से संवाद कर उनकी पढ़ाई और भविष्य की तैयारी को लेकर चर्चा की। उन्होंने छात्रों को 100 प्रतिशत लक्ष्य लेकर समूह अध्ययन करने की सलाह दी।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने बालक एवं बालिका छात्रावासों का निरीक्षण कर स्वास्थ्य जांच, भोजन व्यवस्था और वातावरण को बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती ऊषा लकरा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेन्द्र गुप्ता, एसडीएम सोनहत श्री राकेश साहू, जनपद सीईओ सोनहत, विद्यालय प्राचार्य श्री वी.के. सिंह एवं विद्यालय के शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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9 हजार मी.टन से अधिक खाद भंडारण, किसानों को 31 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण वितरण
कोरिया : जिले में खेती किसानी जोर पकड़ चुका है। जिला प्रशासन लगातार किसानों को खाद, बीज वितरण व्यवस्था पर लगी हुई है।
67 करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य
खरीफ फसलों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज का भंडारण किया गया है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित, बैकुंठपुर से मिली जानकारी के अनुसार इस खरीफ सीजन के लिए 67 करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है। अब- तक 12 हजार 843 किसानों को 31 करोड़ 2 लाख रुपये का कृषि ऋण वितरण किया जा चुका है।
पर्याप्त मात्रा में खाद की उपलब्धता, सुचारू रूप हो रहा है वितरण
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यूरिया, डीएपी, एनपीके 12ः32ः16, एनपीके 20ः20ः013, एनपीके, 19ः19ः19, एसएसपी व एमओपी खाद भंडारण का लक्ष्य 9 हजार 860 मी.टन है, जबकि 92 प्रतिशत खाद यानी 9 हजार 145 मी. टन खाद भंडारण हो चुका है और करीब 13 हजार किसानों को 84 प्रतिशत अर्थात 7 हजार 750 मी.टन खाद वितरण अब तक वितरण हो चुका है। फिलहाल जिले के विभिन्न सहकारी सेवा समितियों में लगभग 1400 मे. टन खाद उपलब्ध है, मांग के अनुरूप यूरिया, सुपर फास्फेट व पोटाश उपलब्ध है।
78 प्रतिशत किसानो को बीज वितरण
इसी तरह बीज वितरण का लक्ष्य 389 मी.टन है। इनमें से 377 मी. टन भंडारण किया गया है जो कि 96 प्रतिशत है और 78 प्रतिशत यानी 294 मी.टन बीज का वितरण किया जा चुका है।
गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं, किसानों का हित पहले
जिले के ग्राम चिरमी और बेमा के किसानों ने एनपीके 20-20-0- 13 काले खाद की गुणवत्ता के सम्बंध में कलेक्टर से जनदर्शन में शिकायत की। कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कृषि उपसंचालक श्री राजेश भारती को तत्काल जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, किसानों के हितों से किसी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उधर कृषि विभाग ने तत्काल खाद के नमूने जांच के लिए रायपुर प्रयोगशाला भेज दिए हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समन्वय से करें काम
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने कृषि, मार्कफेड तथा सहकारिता विभाग के अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करने तथा किसानों को सुलभता के साथ खाद वितरण करने के निर्देश दिए हैं।
कालाबाजारी करने वालो के खिलाफ होगी कार्यवाही
कलेक्टर ने किसानों से कहा है कि साख समितियों में सुचारू पूर्वक खाद वितरण किया जा रहा है। उन्होंने सभी किसानों से कहा है जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज है, उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों सख्त निर्देश दिए हैं किसी भी तरह की खाद की कालाबाजारी करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें।
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कोरिया : मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनदर्शन में एक और आमजन को राहत मिली। ग्राम चिल्का, तहसील बैकुंठपुर निवासी श्री भुनेश्वर सिंह पिता स्व. रामऔतार, जाति गोंड ने जनदर्शन में आवेदन देकर राजस्व अभिलेखों में सुधार की मांग की थी, जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला प्रशासन द्वारा उचित निराकरण किया गया।
आवेदक ने जानकारी दी कि ग्राम चिल्का स्थित खसरा नंबर 40, 46, 50, 53, 60, 64, 105, 119, 226 कुल रकबा 3.1000 हेक्टेयर भूमि उनके एवं उनकी माता स्व. कौशिल्या के नाम पर संयुक्त रूप से दर्ज थी। उनकी माता कौशिल्या का 27 अप्रैल 2025 को निधन हो गया, जिसकी सूचना व मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर उन्होंने राजस्व अभिलेखों से उनकी माता का नाम विलोपित करने हेतु तहसीलदार बैकुंठपुर के समक्ष आवेदन दिया था। हालांकि, हल्का पटवारी द्वारा 3 जून 2025 को जांच प्रतिवेदन व पंचनामा प्रस्तुत कर दिया गया था, फिर भी अभिलेखों में संशोधन न होने के कारण श्री सिंह को आदिम जाति सेवा सहकारी समिति से खाद-बीज तथा केसीसी का लाभ नहीं मिल पा रहा था। समिति द्वारा सहखातेदार की सहमति पत्र की मांग की जा रही थी, जो स्वाभाविक रूप से प्रस्तुत किया जाना संभव नहीं था।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर बैकुंठपुर तहसीलदार श्रीमती अमृता सिंह को तत्काल निराकरण के निर्देश दिए गए। तत्पश्चात राजस्व अभिलेखों को दुरुस्त किया गया, तहसीलदार उनके घर पहुंचकर दुरुस्त राजस्व अभिलेख को उपलब्ध कराया, जिससे अब श्री सिंह को भूमि संबंधी लाभ व कृषिगत योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सकेगा।
कलेक्टर ने कहा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मंशानुरूप हर जरूरतमंद लोगों की मदद करना ही जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है और यही वास्तविक सुशासन भी है। उन्होंने कहा हमने सभी तहसीलदारों, पटवारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसानों, ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए समय पर उनका समाधान करें। प्रभावी एवं संवेदनशील कार्यवाही पर श्री भुनेश्वर सिंह ने जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
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कोरिया : सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों को हटाने के लिए जनपद पंचायत का अमला सक्रिय हो गया है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के सख्त निर्देशों के बाद यह अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। विगत दिनों समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने जनपद पंचायत, नगरीय निकायों और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा था कि सड़कों पर बैठे मवेशियों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है, विशेषकर रात्रि के समय यह समस्या और भी गंभीर हो जाती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए मवेशियों को सड़क से हटाया जाए और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर के इन निर्देशों का असर दिखने लगा है। जनपद पंचायत बैकुंठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिद्धार्थ खैरवार ने जानकारी दी कि रात्रिकालीन गश्ती अभियान चलाकर जिला सत्र न्यायालय से खरवत चौक और ओढ़गी से जिला सत्र न्यायालय तक के मार्गों से आवारा मवेशियों को हटाया गया है। उन्होंने बताया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि सड़क पर यातायात सुचारू रूप से संचालित हो और किसी को कोई असुविधा न हो। कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने स्पष्ट किया है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए इस अभियान को नियमित रूप से और प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने पशुपालकों से अपील करते हुए कहा है कि मवेशियों को सड़क पर बिल्कुल न छोड़ें। ऐसे करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही भी की जाएगी
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मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत 16 से 31 जुलाई तक जनपद बैकुण्ठपुर में होंगे प्रशिक्षण शिविर
कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में जिले के युवाओं को स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इसके तहत मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर में विभिन्न स्थानों पर सेक्टरवार कौशल प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवक- युवतियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वरोजगार के योग्य बनाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से किया जाएगा।
प्रशिक्षण कोर्स और पात्रता
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत, सोलर पैनल इंस्टॉलेशन टेक्नीशियन, जल वितरण संचालक, असिस्टेंट इलेक्ट्रिशियन इसके लिए 10वीं पास जरूरी है। लाइट मोटर व्हीकल ड्राइवर (लेवल-3), योगा इंस्ट्रक्टर के लिए 8वीं पास, मेसन जनरल (राज मिस्त्री) के लिए 5वीं पास या साक्षर प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत, असिस्टेंट इलेक्ट्रिशियन के लिए10वीं पास, सोलर पंप टेक्नीशियन, फोर व्हीलर सर्विस असिस्टेंट के लिए 8वीं पास कारपेंटर के लिए 5वीं पास या साक्षर, एलईडी लाइट रिपेयर टेक्नीशियन के लिए आईटीआई पास होना आवश्यक है।
प्रशिक्षण की अवधि 45 से 70 दिन निर्धारित की गई है।
शिविर 16 जुलाई को नगर पंचायत पटना, 18 जुलाई को लाइवलीहुड कॉलेज, सलका, 23 जुलाई को ग्राम पंचायत बड़गांव, 25 जुलाई को ग्राम पंचायत बुडार, 28 जुलाई को ग्राम पंचायत बिशुनपुर, 31 जुलाई को बैकुण्ठपुर में शिविर प्रातः 11बजे से 4 बजे तक निर्धारित है। इस योजना के क्रियान्वयन हेतु जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सहायक विकास विस्तार अधिकारी श्री रामनिवास उपाध्याय को शिविर प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही सचिव, रोजगार सहायक, मेट और आवास मित्रों को शिविर सहायक की भूमिका सौंपी गई है।
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जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में योजनाओं की प्रगति, स्वास्थ्य सेवाएं और कृषि कार्यों की विस्तृत समीक्षा
कोरिया : कोरिया कलेक्टरेट सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक में कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने विभिन्न विभागों की योजनावार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों तक समय पर और प्रभावी रूप से पहुंचे, इसके लिए निरंतर निगरानी और जमीनी क्रियान्वयन आवश्यक है। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय निकाय, स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति व जनजाति विकास, श्रम, पशुपालन एवं कृषि विभाग सहित विभिन्न योजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा की गई।
जनजातीय ग्रामों पर विशेष जोर
कलेक्टर ने ‘धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान’ की प्रगति की समीक्षा करते हुए बताया कि जिले के 154 जनजातीय ग्रामों का चयन किया गया है, जहां रह रहे परिवारों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु 15 जुलाई तक सभी गैप्स को भरने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकताकलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को आयरन टेबलेट व आंगनबाड़ी केंद्रों में आयरन सिरप पिलाने की व्यवस्था की जाए और सिकलसेल, टीबी जांच तथा आयुष्मान कार्ड निर्माण प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किया जाए। कलेक्टर ने बुजुर्गों एवं मानसिक रोगियों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर, मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु दवाओं की उपलब्धता और सांप काटने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में एंटीवेनम वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण और जवाबदेही के निर्देश
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने सभी अपर कलेक्टर, एसडीएम और जिलाधिकारियों को रोस्टर अनुसार आश्रम शालाओं, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनवाड़ी केन्द्रों, राशन दुकानों की आकस्मिक निरीक्षण करने और संबंधित संस्थानों की स्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। संस्थानों में कमी मिलने पर तात्कालिक सुधार और लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश भी दिए गए। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा स्वास्थ्य अधिकारी से कहा है कि किसी भी हालत में जीर्ण भवनों में कक्षा व केंद्र का संचालन न करें, बल्कि मरम्मत करने की कार्यवाही तक अन्य कक्ष व भवनों में संचालित करने की व्यवस्था करें।
नालियों का कराएं नियमित सफाई
कलेक्टर ने तीनों नगरीय निकायों के अधिकारियों से कहा है कि नियमित रूप से नालियों का सफाई कराएं व व्यवस्था का निरीक्षण भी करें, मोहल्ले व कॉलोनियों में कीटनाशक व मच्छर मारने की दवा का छिड़काव भी करें।
किसानों को प्रोत्साहन और कृषि सामग्री की उपलब्धता
कृषि, मार्कफेड और बीज निगम के अधिकारियों को किसानों को समय पर खाद और बीज उपलब्ध कराने तथा उन्हें धान की जगह दलहन-तिलहन फसलें लगाने के लिए प्रेरित करने को कहा गया। साथ ही, दलहन- तिलहन फसलों के लाभ की जानकारी भी किसानों को देने के निर्देश दिए गए।
समय-सीमा में शिकायतों का समाधान अनिवार्य
जनदर्शन, पीएम पोर्टल और सीएम पोर्टल में प्राप्त शिकायतों और आवेदनों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।
आज जनदर्शन में 40 आवेदकों ने कलेक्टर के समक्ष विभिन्न समस्याओं से सम्बंधित आवेदन दिए। कलेक्टर ने इन सभी आवेदनों को समय पर निराकरण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम श्रीमती दीपिका नेताम, श्री राकेश साहू सहित सभी विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।
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मंथन कक्ष में जिला स्तरीय बैंकर्स प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
कोरिया : जिला पंचायत कोरिया के मंथन कक्ष में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तत्वावधान में एक दिवसीय बैंकर्स प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य महिला स्वसहायता समूहों को वित्तीय रूप से सशक्त बनाने के लिए बैंकर्स की भूमिका को स्पष्ट करना और बैंक लिंकेज की प्रक्रिया को सरल बनाना था।
कार्यशाला में जिले के सभी प्रमुख बैंकों के शाखा प्रबंधकों के साथ-साथ बिहान से जुड़े कैडर और महिला स्वसहायता समूहों की सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर नेशनल रिसोर्स पर्सन श्री गगन भुइया ने बैंकर्स को बिहान मिशन की विस्तृत कार्यप्रणाली, समूह बैंक लिंकेज, लखपति दीदी योजना के अंतर्गत ऋण प्रक्रिया और वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण जैसे विषयों पर विशेष जानकारी दी। कार्यक्रम में राज्य कार्यालय से श्री राजेश गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला पंचायत कोरिया के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि श्महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें बैंकर्स की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।श् उन्होंने बताया कि कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के मार्गदर्शन में जिले में लगातार महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।डॉ. चतुर्वेदी ने बैंकर्स से आग्रह किया कि वे महिला समूहों द्वारा प्रस्तुत ऋण प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें और स्वीकृत राशि का त्वरित भुगतान सुनिश्चित करें ताकि महिलाएं समय पर अपने उद्यम शुरू कर सकें। उन्होंने बिहान टीम और बैंकर्स के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों को प्रकरण निर्माण, स्वीकृति प्रक्रिया और ऋण वितरण के विभिन्न चरणों की व्यावहारिक जानकारी दी गई।
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के द्वारा दिए गए निर्देश के अंतर्गत जिला परियोजना लाइवलीहुड कॉलेज कौशल विकास योजना के तहत 32 राजमिस्त्री के हितग्राहियों एवं 17 असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के हितग्राहियों में कुल 49 हितग्राहियों के प्रशिक्षण हेतु अभ्यार्थीयों के आवेदन पत्र प्राप्त हुए है। जिसका प्रशिक्षण हेतु पूर्व में काउसिंलिग किया जाना है। काउसिंलिग 9 जुलाई 2025 को जनपद पंचायत सोनहत के सभा कक्ष में समय प्रातः 11.00 बजे सचिव/रोजगार सहायकों के माध्यम से आवेदकों को काउसिंलिग में उपस्थित कराने का आग्रह किया है।
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प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन, स्काउट्स- गाइड्स एवं वन विभाग का संयुक्त आयोजन, 200 से अधिक पौधे लगाए गए
कोरिया : भारत स्काउट्स एवं गाइड्स जिला संघ कोरिया तथा वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में श्एक पेड़ मां के नामश् थीम पर आधारित वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप तथा भारत स्काउट्स एवं गाइड्स छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री बृजमोहन अग्रवाल एवं राज्य मुख्य आयुक्त डॉ. सोमनाथ यादव के आह्वान पर किया गया। इस गरिमामयी आयोजन में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं, जबकि पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार कुर्रे, वनमंडलाधिकारी श्री चंद्रशेखर शंकर सिंह परदेसी एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी विशिष्ट अतिथि रहे।
मुख्य अतिथि कलेक्टर त्रिपाठी ने स्काउट-गाइड्स एवं जनता को पौधरोपण के साथ-साथ उनके संरक्षण एवं देखभाल की जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने बाल विवाह, प्रेम-प्रसंग के नाम पर मानव तस्करी और महिलाओं के लैंगिक शोषण जैसे गंभीर विषयों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए स्काउट्स-गाइड्स से सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की।पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार कुर्रे ने उपस्थित जनसमुदाय को नशा मुक्ति, सड़क सुरक्षा तथा पास्को एक्ट जैसे सामाजिक विषयों पर जागरूक किया।
कार्यक्रम का आयोजन शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय घुघरा के प्रांगण में हुआ, जिसकी अगुवाई जिला मुख्य आयुक्त श्री देवेन्द्र तिवारी तथा पदेन जिला आयुक्त एवं जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र कुमार गुप्ता ने की। कार्यक्रम के आरंभ में श्री तिवारी ने स्वागत भाषण देते हुए वृक्षारोपण के महत्व को रेखांकित किया। वृक्षारोपण में जुटे स्काउट्स, गाइड्स और अधिकारी इस अवसर पर लगभग 200 पौधों, जिनमें फलदार, औषधीय एवं छायादार वृक्ष शामिल थे, का रोपण किया गया। वृक्षारोपण में स्काउट्स एवं गाइड्स के साथ-साथ वन विभाग के कर्मचारियों, स्कूल स्टाफ, एवं अधिकारीगणों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में जिला शिक्षा अधिकारी पदेन जिला आयुक्त स्काउट श्री जितेंद्र कुमार गुप्ता ने सभी अतिथियों, स्काउट्स- गाइड्स, शिक्षकगण एवं छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन में विशेष रूप से सुरेंद्र राजवाड़े, जिला सचिव, स्काउट गाइड कोरिया, रवि पाण्डेय, जिला संघ कोषाध्यक्ष, नागेश्वर साहू, जिला संगठन आयुक्त स्काउट, सुनील बड़ा, निशा खान, शिव प्रताप सिंह, रवि बैगा, अजय ठाकुर, अनिल कुमार, अजीम अंसारी, केशव साहू, सुशील कुमार, जानकी ध्रुव, डिंपल मिंज, धनमत पड़ौती, आशा एक्का, प्रीति कुमारी, जगमाइत लकड़ा, भानुप्रिया भास्कर, मेझरेन बखला सहित लगभग 150 स्काउट-गाइड्स एवं छात्र-छात्राएं शामिल रहे।
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कोरिया : जिला परिवहन विभाग के अधिकारी श्री अनिल भगत ने जानकारी दी है कि 01 अप्रैल 2019 के पहले पंजीकृत सभी प्रकार के वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एच.एस.आर.पी.) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके तहत आमजन की सुविधा के लिए जिले में विशेष एच.एस. आर.पी. बुकिंग एवं फिटमेंट शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
शिविरों की तिथियां और स्थान इस प्रकार हैं-
8 जुलाई को चरचा बस स्टैंड, 9 एवं 10 जुलाई को कलेक्ट्रेट परिसर, बैकुंठपुर, 11 एवं 12 जुलाई को अग्रहरि परिवहन सुविधा केंद्र, पटना, 14 एवं 15 जुलाई को नगर पालिका परिषद, बैकुंठपुर, 16 एवं 17 जुलाई को जनपद पंचायत, बैकुंठपुर एवं 18 एवं 19 जुलाई को तहसील कार्यालय, बैकुंठपुर में शिविर लगाई जाएगी।श्री भगत ने बताया कि वाहन मालिकों को एच.एस.आर.पी. नंबर प्लेट के लिए आवेदन करते समय आरसी कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर देना होगा। शुल्क का भुगतान कर प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है। जिनका मोबाइल नंबर अद्यतन नहीं है, वे शिविर में ही नंबर अपडेट करा सकते हैं। उन्होंने एच.एस.आर.पी. शुल्क के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोपहिया वाहन के लिए 365.80 रुपये, तिपहिया वाहन के लिए 427.16 रुपए, हल्के मोटर वाहन के लिए 656.80 रुपए और भारी वाहन के 705.64 रुपये शुल्क निर्धारित की गई है।
इसके अतिरिक्त, एच.एस.आर.पी. की ऑनलाइन बुकिंग भी जिले में स्थापित परिवहन सुविधा केंद्र, चॉइस सेंटर अथवा परिवहन विभाग की वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। जिला परिवहन अधिकारी श्री भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि एच.एस.आर.पी. नंबर प्लेट नहीं लगवाने वाले वाहन मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है। उन्होंने वाहन मालिकों से आग्रह किया है कि समय रहते इस शिविर का लाभ उठाएं और अपने वाहनों में एच.एस.आर.पी. लगवाकर नियमों का पालन करें।
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कोरिया : लगातार हो रही बारिश के कारण कोरिया जिले के विभिन्न शहरी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी स्वयं जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही हैं और अधिकारियों को त्वरित उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दे रही हैं। शिवपुर-चरचा नगर पालिक परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि वार्ड क्रमांक 3, 5 एवं 9 में नालियों की सफाई कराई गई है। विशेष रूप से वार्ड 3 में नाली जाम होने के कारण पानी की निकासी बाधित हो रही थी, जिसे सफाई कर्मियों द्वारा हटाए जाने के बाद जल निकासी प्रारंभ हो गई है। बैकुंठपुर क्षेत्र में प्रतीक्षा बस स्टैंड कॉम्प्लेक्स में छत, गैलरी और सीढ़ियों पर रखे गए कबाड़ के कारण कई दुकानों में पानी टपकने और विद्युत उपकरणों के खराब होने की शिकायतें मिल रही थीं। नगर पालिका द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सारा कबाड़ हटा दिया गया है। नगर पंचायत पटना क्षेत्र में कन्या छात्रावास में जलभराव की स्थिति बनी थी, जिसे तत्काल प्रभाव से साफ कराकर पानी निकासी की व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने सभी नगरीय निकायों एवं जनपद सीईओ को निर्देशित किया है कि जलभराव की सूचना मिलते ही तत्काल पूरे अमले के साथ मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान किया जाए। साथ ही उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि नालियों में कचरा न फेंकें, जिससे जल निकासी में बाधा उत्पन्न न हो।
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दलहन-तिलहन के क्षेत्र में भी लक्ष्य से बढ़कर काम, किसानों को मिल रही प्रोत्साहन, योजनाओं की जानकारी
कोरिया : खरीफ 2025 सीजन के लिए जिले में किसानों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण बीज एवं उर्वरक की आपूर्ति सुनिश्चित करने जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। उप संचालक कृषि श्री राजेश भारती ने जानकारी दी कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिले में बीज एवं उर्वरक के भंडारण एवं वितरण की प्रक्रिया को तेज़ी से अंजाम दिया गया है। प्राप्त विभागीय आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक 5451.98 क्विंटल बीज का भंडारण किया जा चुका है, जिसमें से 4135.90 क्विंटल बीज किसानों को वितरित किया गया है। यह कुल भंडारण का लगभग 76 प्रतिशत है। वितरण कार्य को पारदर्शी बनाने हेतु सहकारी समितियों और विभागीय अमले के माध्यम से बीज उठाव की व्यवस्था की गई है।
इसी प्रकार, रासायनिक उर्वरकों में 9665 मीट्रिक टन का भंडारण किया गया है, जिसमें से 7730 मीट्रिक टन (लगभग 80 प्रतिशत) किसानों तक पहुँच चुका है। उर्वरकों में यूरिया, डीएपी, एनपीके (12रू32रू16), एसएसपी जैसे विकल्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं। डीएपी की कमी को देखते हुए एनपीके के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा इसके लाभों की जानकारी दी जा रही है।
गुणवत्ता पर विशेष ध्यान, दुकानों में छापेमारी
बीज एवं उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने और गुणवत्तापूर्ण सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन व कृषि विभाग द्वारा सख्त निगरानी की जा रही है। हाल ही में सहकारी एवं निजी दुकानों में छापेमारी कर 45 बीज और 16 उर्वरक नमूनों को जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है।
दलहन-तिलहन का क्षेत्र होगा और विस्तृत
कृषि विभाग द्वारा वर्ष 2025 के लिए दलहन 9850 हेक्टेयर और तिलहन 2350 हेक्टेयर क्षेत्र में खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले क्रमशः 656 हेक्टेयर एवं 476 हेक्टेयर अधिक है। जिले में नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल एंड ऑयलसीड्स एवं अन्य योजनाओं के तहत किसानों को जागरूक किया जा रहा है। अब तक 445.28 क्विंटल दलहन-तिलहन बीज (जैसे उड़द, मूंग, अरहर, मूंगफली) का भंडारण किया गया है, जिनमें से 369 क्विंटल बीजों का वितरण हो चुका है।
धान के स्थान पर लें वैकल्पिक फसलें, कृषि विभाग की अपील
किसानों से अपील करते हुए उप संचालक श्री भारती ने कहा कि वे धान की परंपरागत खेती के स्थान पर दलहन व तिलहन फसलों की ओर रुख करें तथा मेड़ों पर अरहर जैसी फसलें लगाकर भूमि का अधिकतम उपयोग करें। इससे न केवल मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी, बल्कि आय में भी इज़ाफा होगा।
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कोरिया : छत्तीसगढ़ शासन के युक्तियुक्तकरण के निर्णय से जिले को भी इसका लाभ मिला है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता ने जानकारी दी है कि सोनहत विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक शाला मधौरा एकल शिक्षक हुआ करते थे लेकिन अब युक्तियुक्तकरण से विद्यालय को एक शिक्षिका मिल गई है और इस तरह स्कूल में शिक्षिका श्रीमती रेहाना परवीन सहित दो शिक्षक हो गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का कहना है कि युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। इसको ध्यान में रखकर शालाओं और शिक्षकों का तर्कसंगत समायोजन किया गया है। जहां जरूरत ज्यादा है, वहां शिक्षकों का बेहतर ढंग से उपयोग सुनिश्चित हो। उन स्कूलों को, जो कम छात्रों के कारण समुचित शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें नजदीक के अच्छे स्कूलों के साथ समायोजित किया गया है, ताकि बच्चों को बेहतर माहौल, संसाधन और पढ़ाई का समान अवसर मिल सके।
युक्तियुक्तकरण से शिक्षा का स्तर सुधरेगा और हर बच्चे को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। यह पहल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा सशक्त बनाने के लिए किया गया है।
छत्तीसगढ़ में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और प्रत्येक विद्यार्थी को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की एक व्यापक और प्रभावशाली प्रक्रिया शुरू की है। इस पहल से दूरस्थ, आदिवासी व ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता और शिक्षा की गुणवत्ता का नया संतुलन कायम होगा।
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एनपीके और एसएसपी उर्वरकों के वितरण लक्ष्य में 4.62 लाख मीट्रिक टन की बढ़ोत्तरी
मुख्यमंत्री ने कहा किसानों को नहीं होगी किसी तरह की परेशानी
कोरिया : खरीफ 2025 के सीजन में डीएपी खाद की आपूर्ति में आई कमी को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने समय रहते प्रभावी और वैकल्पिक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट किया है कि किसानों को खाद की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। डीएपी के स्थान पर एनपीके और एसएसपी जैसे विकल्पों को बढ़ावा देते हुए इनके वितरण लक्ष्य में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है।
डीएपी की कमी का समाधान
देश में डीएपी खाद के आयात में कमी के कारण राज्य में इसकी आपूर्ति प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने एनपीके (20रू20रू0रू13 और 12रू32रू16) तथा एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) उर्वरकों के वितरण लक्ष्य को बढ़ाकर वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की है। अब एनपीके का लक्ष्य 1.80 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 4.90 लाख मीट्रिक टन, तथा एसएसपी का लक्ष्य 2 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 3.53 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है। इसके साथ ही डीएपी का संशोधित लक्ष्य 1.03 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है।कुल वितरण लक्ष्य 17.18 लाख मीट्रिक टन हुआ
पहले खरीफ सीजन में उर्वरकों का कुल वितरण लक्ष्य 14.62 लाख मीट्रिक टन निर्धारित था, जिसे अब बढ़ाकर 17.18 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया है। इनमें यूरिया 7.12 लाख मी.टन, एनपीके 4.90 लाख मी.टन, एसएसपी 3.53 लाख मी.टन और एमओपी 60 हजार मी.टन शामिल हैं।मुख्यमंत्री का किसानों को भरोसा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा, राज्य सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। डीएपी की कमी के बावजूद किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हर स्तर पर तैयारी की गई है। कृषि वैज्ञानिकों के परामर्श से किसान विकल्प के रूप में अन्य उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं।श्कृषि वैज्ञानिकों की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि डीएपी की जगह यदि 3 बोरी एसएसपी और 1 बोरी यूरिया का उपयोग किया जाए, तो पौधों को पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, कैल्शियम और सल्फर मिल सकता है। एसएसपी न सिर्फ जड़ों के विकास में सहायक है, बल्कि इससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में भी वृद्धि होती है।भंडारण एवं वितरण की स्थिति
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक 12.13 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का भंडारण किया जा चुका है। इसमें से 7.29 लाख मीट्रिक टन खाद का वितरण पहले ही किसानों को किया जा चुका है। वर्तमान में राज्य में 4.84 लाख मीट्रिक टन खाद सहकारी एवं निजी वितरण केंद्रों पर उपलब्ध है।सरकार की प्राथमिकता किसानों की चिंता दूर करना
राज्य सरकार ने जिलों की सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं कि किसानों की मांग के अनुसार समय पर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करें। साथ ही भंडारण, परिवहन और वितरण की सतत निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की कालाबाजारी या कृत्रिम संकट की स्थिति न बने। -
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कोरिया ; जिला कृषि कार्यालय, कोरिया में विगत दिनों कृषि स्थायी समिति की महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति की अध्यक्षा श्रीमती स्नेहलता उदय ने की। इस दौरान समिति के सदस्यगण एवं कृषि, पशुपालन, मत्स्य, बीज निगम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में खरीफ 2025 की तैयारियों की गहन समीक्षा की गई। इसमें खरीफ फसलों की बुआई की प्रगति, सिंचाई सुविधाओं की स्थिति, कृषि यंत्रों की उपलब्धता, बीज एवं उर्वरकों के भण्डारण एवं वितरण जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
समिति की अध्यक्षा श्रीमती उदय ने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए नवाचारों को बढ़ावा देना होगा। जैविक खेती को प्राथमिकता दी जाए एवं धान की जगह दलहन-तिलहन फसलों को अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासकीय योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति तक के किसानों तक पहुँचना सुनिश्चित करें और समयबद्ध सहायता दी जाए।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं की प्रगति की जानकारी साझा की। वहीं, समिति के सदस्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी जारी किए गए। इस अवसर पर समिति सदस्य श्रीमती गीता राजवाड़े, श्री सुरेश कुमार सिंह, उप संचालक कृषि श्री राजेश कुमार भारती, उप संचालक पशुपालन डॉ. विभा सिंह बघेल, सहायक संचालक मत्स्य श्री एस.एम. द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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कोरिया : शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बैकुंठपुर के प्राचार्य ने जानकारी दी है कि कक्षा 6वीं, 9वीं एवं 11वीं में रिक्त सीट में प्रवेश हेतु कक्षावार फॉर्म कार्यालय में उपलब्ध है।फॉर्म जमा करने करने की अंतिम तिथि 9 जुलाई सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे निर्धारित है। कक्षाओं में रिक्त सीट इस प्रकार है। कक्षा 6वीं में 14 पद अनुसूचित जाति 04, अनुसूचित जनजाति 10 एवं पिछड़ा वर्ग 0, कक्षा 9वीं में 10 पद अनुसूचित जाति 05, अनुसूचित जनजाति 05 एवं पिछड़ा वर्ग 0, कक्षा 11वीं में 18 पद अनुसूचित जाति 04, अनुसूचित जनजाति 13 एवं पिछड़ा वर्ग 01 इस प्रकार कुल 42 सीट उपलब्ध है।
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कोरिया : आज जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गीता राजवाड़े द्वारा बैकुंठपुर विकासखंड के 5 टीबी मरीजों को गोद लेकर, छह माह तक पोषण आहार देने की जिम्मेदारी ली गई। श्रीमती राजवाड़े ने बताया कि वे स्वयं पूर्व में टीबी की मरीज रही हैं, इसलिए मरीजों की पीड़ा को समझती हैं और सदैव सहयोग के लिए तत्पर रहेंगी। इसके साथ ही भारतीय स्टेट बैंक बैकुंठपुर द्वारा भी 5 टीबी मरीजों का पोषण आहार सुनिश्चित करते हुए ‘निक्षय मित्र‘ की भूमिका निभाई गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने बताया कि जिले में वर्तमान में 107 टीबी मरीज उपचाररत हैं, जिन्हें नियमित दवा के साथ पोषण आहार की आवश्यकता है। टीबी का उपचार और जांच पूर्णतः निःशुल्क है। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. आयुष जायसवाल, जिला क्षय अधिकारी डॉ. ए.के. सिंह सहित जनप्रतिनिधि एवं अस्पताल के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान अंतर्गत खाने की वस्तुएं बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) संचालित है। इस वर्ष 2025-26 के लिए जिले में 77 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
योजना अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में कार्यरत व कार्य करने की इच्छुक व्यक्ति योजना का लाभ ले सकते है, जिसमें परियोजना लागत का 35 प्रतिशत.अधिकतम 10 लाख रुपए अनुदान प्रदान की जाएगी। योजना अंतर्गत आवेदन ऑनलाइन पीएमएफएमई के पोर्टल में करना होगा। जिसमें फोटो, आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पासबुक व अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना होगा।
व्यक्तिगत तथा स्वयं सहायता समूह दोनों को योजना में अनुदान मिलेगा तथा गुड उद्योग, राईस मिल, कोदो मिल, मसाला उद्योग, आटा चक्की, पोहा मिल, बेसन निर्माण, नमकीन मिक्चर निमार्ण, पापड निमार्ण, बेकरी, टमाटर सॉस, चिप्स, पापड़ी, रेवड़ी, ब्रेड, मिठाई, गुपचुप, लड्डू, रेडी टू ईट निर्माण जैसे सभी तरह के खाने की वस्तुएं बनाने वाले उद्यमी इस योजना का लाभ ले सकते है। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कलेक्टर परिसर प्रथम तल, कक्ष क्रमांक 61 में सम्पर्क कर 15 जुलाई 2025 तक आवेदन कर सकते है।