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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज जिला एवं सत्र न्यायालय बैकुण्ठपुर, जिला कोरिया में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बैकुण्ठपुर श्री मो. रिजवान खान के निर्देश और मार्गदर्शन में किया गया।
इस स्वास्थ्य शिविर में न्यायालय में आने वाले पक्षकारों, न्यायालयीन कर्मचारियों, अधिवक्ताओं, न्यायाधीशों और पैरालीगल वॉलंटियर्स का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार किया गया। इसके अतिरिक्त मनेन्द्रगढ़ और जनकपुर व्यवहार न्यायालयों में भी निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में अधिवक्ता संघ के सदस्य, न्यायालय कर्मचारी और पक्षकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और सभी ने अपने स्वास्थ्य परीक्षण करवाए। शिविर के दौरान उपस्थित जनसमूह में उत्साह का माहौल था और सभी ने इस निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठाया।
इस अवसर पर माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मो. रिजवान खान, विशेष जिला न्यायाधीश श्री आशीष पाठक, जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्री समीर कुजूर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती साक्षी दीक्षित, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती अमृता दिनेश मिश्रा, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री बी०पी० मोहंती, सचिव श्री मृत्युंजय तिवारी, अन्य न्यायाधीशगण और लोक अभियोजक भी उपस्थित थे।
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विभागीय टोल फ्री नंबर जारी
कोरिया : आगामी ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने क्षेत्रीय स्तर पर हैण्डपम्पों के त्वरित निराकरण के लिए विशेष कदम उठाए हैं। विभाग ने मैदानी क्षेत्रों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के दूरभाष नंबर प्रेषित कर दिए हैं, ताकि नागरिकों को हैण्डपम्पों की खराबी की सूचना देने पर त्वरित समाधान उपलब्ध हो सके।
विभाग के अनुसार, खण्ड और उपखण्ड स्तर पर हैण्डपम्पों के निराकरण के लिए पंजीकरण संधारित किए गए हैं। इसके अलावा, बिगड़े हुए हैण्डपम्पों के सुधार के लिए नागरिक विभागीय टोल फ्री नंबर 18002330008 पर भी आवेदन कर सकते हैं। यह कदम ग्रीष्म ऋतु में जल संकट से बचने और प्रभावी जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
विभाग ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में खराब हैण्डपम्पों की सूचना शीघ्र देने के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क करें, ताकि समय रहते जल संकट की स्थिति से निपटा जा सके। -
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के आदेशानुसार, कोरिया जिले में आगामी ग्रीष्म ऋतु के दौरान पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले के सभी क्षेत्रों को जलाभाव ग्रस्त क्षेत्र घोषित किया गया है। यह आदेश 01 अप्रैल 2025 से 31 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा।
इस आदेश के तहत, जिले में किसी भी नए नलकूप को पेयजल के अलावा अन्य प्रयोजन के लिए खनन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। केवल शासकीय एजेंसियां जैसे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और नगर पालिका परिषद् तथा नगर पंचायतों को पेयजल खनन के लिए नलकूप खनन की अनुमति होगी, जो उन्हें सिर्फ अपने क्षेत्र में खनन कार्य कराने की अनुमति प्रदान करती है।
विकासखंड बैकुणठपुर और सोनहत के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को नलकूप खनन के लिए प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन अधिकारियों को पेयजल के लिए नलकूप खनन की अनुमति देने का अधिकार प्राप्त होगा। यदि किसी व्यक्ति या एजेंसी द्वारा बिना अनुमति नलकूप खनन किया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों से कहा है कि वे इस आदेश का पालन सुनिश्चित करें और जल संकट से बचने के लिए समन्वयपूर्ण प्रयास करें। -
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कोरिया : कार्यालय आबकारी आयुक्त रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य की मदिरा दुकानों और अहाता परिसर के संचालन के लिए निविदा जारी की गई है। यह निविदा विभाग की वेबसाइट exise.cg.nic.in और राज्य सरकार की वेबसाइट cg.state.gov.in पर उपलब्ध है। कोरिया जिले के विदेशी मदिरा दुकान (बैकुंठपुर, चरचा, पटना, पंडोपारा) और देशी मदिरा दुकान (बैकुंठपुर) के लिए अहाता संचालन हेतु इच्छुक व्यक्ति या फर्म निविदा कर सकते हैं।
आवेदन 11 अप्रैल, 2025 तक शाम 5 बजे तक किए जा सकते हैं। निविदा जमा करते समय प्रति अहाता 5,000 रुपये की प्रोसेस फीस और निविदा राशि के 5 प्रतिशत के बराबर ई.एम.डी. (अर्नेस्ट मनी) ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के जरिए जमा करनी होगी।
निविदा प्रक्रिया और अन्य विवरण के लिए विभाग द्वारा ऑनलाइन नंबर 0771- 2512609 जारी किया गया है। अहाता आबंटन हेतु उम्मीदवारों का चयन 15 अप्रैल, 2025 को प्रातः 11 बजे ऑनलाइन मोड पर किया जाएगा। -
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कोरिया : जिले में पहली बार कंगारू मदर केयर (केएमसी) तकनीक पर स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से आयोजित किया गया।
कंगारू मदर केयर तकनीक नवजात शिशुओं के लिए एक महत्वपूर्ण जीवन रक्षक तकनीक है, जिसमें शिशु को माँ की छाती से त्वचा से त्वचा संपर्क में रखा जाता है। यह तकनीक विशेष रूप से समय से पहले पैदा हुए या कम वजन वाले बच्चों के लिए अत्यंत फायदेमंद साबित होती है। यह शिशु को सुरक्षा, गर्मी और स्तनपान में सहायता प्रदान करता है, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार होता है।
कोरिया जिले के कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, कंगारू मदर केयर तकनीक नवजात शिशुओं के जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) और मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) को कम करने में सहायक होगी। इस तकनीक को सही तरीके से लागू करने के लिए जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे नवजातों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में जिले के पटना -बैकुण्ठपुर और सोनहत के स्वास्थ्य कर्मियों, बीपीएम, बीटीईओ, सुपरवाइजर, सीएचओ और आरएचओ मेल-फीमेल को प्रशिक्षण में शामिल किया गया। रायपुर से आए विशेषज्ञ डॉ. अक्षय शक्ति तिवारी ने कंगारू मदर केयर पर विस्तृत जानकारी दी और इसके फायदे बताए।
इस पहल से कम वजन वाले शिशुओं (एलबीडब्ल्यू) के स्वास्थ्य में सुधार होगा और माँ-बच्चे के स्वास्थ्य स्तर में भी वृद्धि होगी। यह तकनीक हर वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाएगी, विशेष रूप से ऐसे परिवारों को जिनके पास स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच है। कंगारू मदर केयर ना सिर्फ शिशु के स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि माँ और शिशु के बीच रिश्ते को भी मजबूत करता है। -
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कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देश पर आज स्वास्थ्य विभाग और खाद्य एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने कोरिया जिले के सोनहत ब्लॉक में स्वामी आत्मानंद स्कूल के 100 गज दायरे में संचालित पान ठेला, गुमटियां, और किराना स्टोर्स की जांच की। इस कार्यवाही का प्रमुख कारण यही था कि क्षेत्र में नशे के दुरुपयोग और तंबाकू उत्पादों की बिक्री को नियंत्रित करना था।
इसके अलावा, एकलव्य आदर्श आवासीय छात्रावास सोनहत का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान छात्रावास अधीक्षक को परिसर को धूम्रपान मुक्त बनाने के लिए बोर्ड लगाने और स्टाफ एवं छात्रों को नशे के दुरुपयोग के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए। इस कार्रवाई में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के औषधि निरीक्षक आलोक मिंज और विकास लकड़ा भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों और युवाओं में नशे के उपयोग को रोकने के लिए इस तरह के अभियान महत्वपूर्ण है, बल्कि समग्र रूप से समाज को स्वस्थ रखने की दिशा में एक अहम प्रयास भी है। -
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कलेक्टर ने कहा, वाह.. वेलडन बेटाकोरिया : प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती, यह कहावत ग्राम तर्रा के प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा चौथी की छात्रा कुमारी माधुरी ने चरितार्थ कर दिखाई। सोनहत विकासखंड के ग्राम तर्रा के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चौथी की छात्रा कुमारी माधुरी ने अपनी बेमिसाल अंग्रेजी की क्षमता से सभी को चौंका दिया। बुधवार को जिला कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने अचानक ग्राम तर्रा का दौरा किया, जहां उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का भी जायजा लिया।
इस दौरान जब कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने बच्चों से पहाड़ा और अंग्रेजी में विभिन्न शब्दों की स्पेलिंग पूछी, तो कक्षा चौथी की छात्रा माधुरी ने बिना किसी झिझक के अंग्रेजी में कलेक्टर से संवाद किया। कलेक्टर और माधुरी ने अंग्रेजी में सवाल-जवाब किया और उनकी इस बेमिसाल क्षमता को देख उन्हें शाबाशी दी।
कलेक्टर ने कहा, वाह.. वेलडन बेटा! और माधुरी को राज्यस्तरीय स्पेलिंग टेस्ट में पुरस्कार मिलने की भी जानकारी प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने माधुरी को अपनी मेहनत जारी रखने और भविष्य में और सफलता प्राप्त करने की शुभकामनाएं दी। कलेक्टर ने बच्चों को भी यह सलाह दी कि वे अपने हाथों को खाने से पहले साबुन से धोएं और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी सक्रिय रहें। कलेक्टर की इस पहल ने ग्रामीण बच्चों को प्रेरित किया और यह सिद्ध कर दिया कि बच्चों में छुपी प्रतिभा को पहचानने का मौका मिलना चाहिए। -
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कलेक्टर का निर्देश-बीमार आवेदक का करें तत्काल उपचार और मौके पर भुवनेश्वर को दिया गया बैसाखीकोरिया : आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांवों से 47 आवेदकों ने अपनी समस्याएं और जरूरतें कलेक्टर के समक्ष रखीं।
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने सभी आवेदकों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उनके मामलों का त्वरित समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
ग्राम बुढ़ार निवासी श्री भुवनेश्वर अपनी जमीन बेचने के संबंध में आवेदन लेकर आए थे, साथ ही वे बीमार भी थे। उन्हें चलने और बैठने में परेशानी हो रही थी वे अपने परिचित के साथ आए हुए थे। कलेक्टर ने तुरंत सिविल सर्जन को आदेश दिया कि वे श्री भुवनेश्वर को जिला अस्पताल में समुचित उपचार प्रदान करें। साथ ही समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही उन्हें बैसाखी देने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, एक आवेदक ने राशन कार्ड नहीं बनने की बात बताई। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को तत्काल राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया। कुछ ग्रामीणों ने पेयजल समस्या का समाधान करने की अपील की, जबकि एक बुजुर्ग ने अपनी जमीन पर आंगनबाड़ी खोलने के लिए आवेदन किया।इस तरह, जनदर्शन कार्यक्रम ने जिलेवासियों के लिए समस्या- समाधान और प्रशासन से सहयोग प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण मंच साबित किया है। कलेक्टर के इस प्रयास से यह कार्यक्रम जिले में आम नागरिकों के लिए एक प्रभावी और सकारात्मक परिवर्तन का स्रोत बन चुका है। -
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कोरिया : ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए और पेयजल समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड बैकुण्ठपुर ने जिला स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन किया है। यह प्रकोष्ठ 30 जून 2025 तक प्रभावी रहेगा और इसका उद्देश्य ग्रीष्मकाल में पेयजल आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाए रखना है।
प्रकोष्ठ सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कार्य करेगा और इसमें प्राप्त शिकायतों का रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। इस रजिस्टर में प्रतिदिन की शिकायतों का विवरण रखा जाएगा, साथ ही संबंधित सहायक अभियंताओं और उप अभियंताओं को शिकायत के समाधान के लिए निर्देशित किया जाएगा। रजिस्टर में शिकायत की तिथिवार स्थिति भी दर्ज की जाएगी, ताकि हर शिकायत का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।
इस प्रकोष्ठ के प्रभारी अधिकारियों के रूप में श्री प्रखर बेले (सहायक अभियंता, बैकुण्ठपुर), श्री भूपेंद्र सिंह कोर्चे (उप अभियंता, सोनहत), और कुमारी ज्योत्सना लकड़ा (उप अभियंता, विकासखंड) को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक मुख्यालय पर संबंधित हैंडपंप तकनीशियनों की ड्यूटी लगाई गई है, जो सुनिश्चित करेंगे कि गांवों में पेयजल की समस्या का समाधान किया जाए।
मुख्यालय पटना, कुडेली, बैकुण्ठपुर, कटगोड़ी, सोनहत, और रामगढ़ के अंतर्गत विभिन्न ग्रामों के लिए तकनीशियन नियुक्त किए गए हैं। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं, जिससे नागरिक सीधे संपर्क कर अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा, खंड कार्यालय बैकुण्ठपुर और विकासखंड मुख्यालयों में भी शिकायत पंजी संधारित किया जाएगा, जहां लोग अपनी शिकायतें या सुझाव दर्ज करवा सकेंगे। -
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कोरिया : ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए और पेयजल समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड बैकुण्ठपुर ने जिला स्तर पर पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन किया है। यह प्रकोष्ठ 30 जून 2025 तक प्रभावी रहेगा और इसका उद्देश्य ग्रीष्मकाल में पेयजल आपूर्ति को सुचारू रूप से बनाए रखना है।
प्रकोष्ठ सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कार्य करेगा और इसमें प्राप्त शिकायतों का रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। इस रजिस्टर में प्रतिदिन की शिकायतों का विवरण रखा जाएगा, साथ ही संबंधित सहायक अभियंताओं और उप अभियंताओं को शिकायत के समाधान के लिए निर्देशित किया जाएगा। रजिस्टर में शिकायत की तिथिवार स्थिति भी दर्ज की जाएगी, ताकि हर शिकायत का त्वरित निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।
इस प्रकोष्ठ के प्रभारी अधिकारियों के रूप में श्री प्रखर बेले (सहायक अभियंता, बैकुण्ठपुर), श्री भूपेंद्र सिंह कोर्चे (उप अभियंता, सोनहत), और कुमारी ज्योत्सना लकड़ा (उप अभियंता, विकासखंड) को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक मुख्यालय पर संबंधित हैंडपंप तकनीशियनों की ड्यूटी लगाई गई है, जो सुनिश्चित करेंगे कि गांवों में पेयजल की समस्या का समाधान किया जाए।
मुख्यालय पटना, कुडेली, बैकुण्ठपुर, कटगोड़ी, सोनहत, और रामगढ़ के अंतर्गत विभिन्न ग्रामों के लिए तकनीशियन नियुक्त किए गए हैं। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए गए हैं, जिससे नागरिक सीधे संपर्क कर अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा, खंड कार्यालय बैकुण्ठपुर और विकासखंड मुख्यालयों में भी शिकायत पंजी संधारित किया जाएगा, जहां लोग अपनी शिकायतें या सुझाव दर्ज करवा सकेंगे। -
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कोरिया : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय लगातार सुदूर अंचलों में अधोसंरचना विकास हेतु कार्यों की स्वीकृति और बजट आवंटन जारी है। इसी कड़ी में प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक श्री श्याम बिहारी जायसवाल तथा बैकुंठपुर विधानसभा के विधायक श्री भईया लाल राजवाड़े के प्रयासों से कोरिया जिले को एक और महत्वपूर्ण सड़क निर्माण के लिए बजट स्वीकृति प्राप्त हुई है।
छत्तीसगढ़ शासन के लोक निर्माण विभाग ने कोरिया जिले के अमरपुर-चिरमिरी मुख्य जिला मार्ग से लावापारा झलरापारा होते हुए बाबा पहरी मुख्य मार्ग तक 4.60 किमी. सड़क निर्माण कार्य के लिए 7 करोड़ 26 लाख 90 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। यह कार्य 2024-25 के बजट में शामिल किया गया है और इस मार्ग के निर्माण से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़क नेटवर्क को सुधारने में मदद मिलेगी।
लोक निर्माण विभाग ने इस कार्य की स्वीकृति के साथ कुछ महत्वपूर्ण शर्तें भी तय की हैं।कार्य की तकनीकी स्वीकृति प्राप्त करने के बाद ही निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुल और पुलिया के डिज़ाइन और ड्राइंग की स्वीकृति सक्षम अधिकारी से प्राप्त करने के बाद ही कार्य प्रारंभ होगा। यह कार्य शासकीय भूमि पर ही किया जाएगा, क्योंकि भू-अर्जन का कोई प्रस्ताव नहीं है। कार्य की निविदा प्रक्रिया प्रमुख अभियंता कार्यालय के निविदा प्रकोष्ठ से की जाएगी।
कोरिया कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने कहा है कि यह कार्य जिले के यातायात व्यवस्था को सुधारने और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क संपर्क को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा साथ ही जिला के विकास को गति मिलेगी और स्थानीय निवासियों को बेहतर यातायात सुविधा प्राप्त होगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जिला प्रशासन ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों को बरसाती पानी को रोकने, बचाने और भूजल स्तर को बढ़ाने के सम्बंध में दी जानकारीग्रामीणों ने अभियान को सराहाकोरिया : बरसात के पानी को सहेजने और जल संकट से निपटने के लिए कोरिया जिला प्रशासन ने जनभागीदारी आधारित पहल 'आवा पानी झोंकी' शुरू की। ग्राम पंचायत पोटेडांड में आयोजित इस कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो, ग्राम पंचायत पोटेडांड और ग्राम पंचायत डोहड़ा के सरपंच व बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
घेरा बनाकर ग्रामीणों ने पेड़ में दी जल
इस अभियान के तहत ग्रामीणों ने अपने घरों से पानी लाकर जामुन के पेड़ के नीचे मिट्टी का घेरा बनाकर जल संचयन का अभ्यास किया, जिससे यह संदेश दिया गया कि अगर समय रहते बरसात के पानी को रोका जाए, तो भूजल स्तर को बनाए रखा जा सकता है।
नारी और पानी का अदभुत संयोग
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि 'जल ही जीवन है' और इसे बचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। वर्षा जल को बहने देने की बजाय, अगर हम इसे संरक्षित करें, तो जल संकट की समस्या से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांवों में छोटे-छोटे तालाब, कुएं और परंपरागत जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना जरूरी है, ताकि बारिश का पानी बर्बाद न हो। उन्होंने 'नारी और पानी' के संबंध पर जोर देते हुए कहा कि 'महिलाएं घर और खेतों में पानी का अधिकतम उपयोग करती हैं, इसलिए जल संरक्षण में उनकी भूमिका अहम है।' उन्होंने सभी से प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने की अपील की।
बरसात का पानी ही भूजल का सबसे बड़ा स्रोत
जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि बरसात का पानी ही भूजल का सबसे बड़ा स्रोत है। अगर हम इसे रोकने और संरक्षित करने की दिशा में प्रयास करें, तो सूखे और जल संकट से बच सकते हैं।
चौपाल लगाकर ग्रामीणों को मिली जल संरक्षण व जल संवर्धन के बारे में जानकारी
कलेक्टर, सीईओ सहित विभिन्न अधिकारियों ने चौपाल लगाकर ग्रामीण को जल संरक्षण व जल संवर्धन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। प्रशासन की इस पहल को जल संचयन और पर्यावरण संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों को सुरक्षित रखने में मददगार साबित होगा। ग्रामीणों ने इस अभियान की सराहना की और जल संरक्षण का संकल्प लिया। -
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‘आवा पानी झोंकी’ अभियान से मिलेगा जल संरक्षण को बढ़ावाकल दो ग्राम पंचायतों में जल बचाने के लिए होगा जन चौपाल का आयोजनकोरिया : जल संरक्षण को लेकर देशभर में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। गिरते भूजल स्तर की चुनौती से निपटने के लिए आम जनता से लेकर शासन-प्रशासन तक अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इसी दिशा में कोरिया जिला प्रशासन ने एक नवाचार करते हुए ‘आवा पानी झोंकी’ अभियान शुरू किया है, जिसका अर्थ है आओ सब मिलकर पानी को रोके। इस अभियान के तहत जल संरक्षण में ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है।
नारी शक्ति से जल शक्ति की ओर पहलकलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के नेतृत्व में ठंड के मौसम में जिला प्रशासन ने सोनहत विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र में ग्रामीण महिलाओं के सहयोग से नाले में बोरी बांधने का कार्य किया था। यह जल संरक्षण की दिशा में एक सफल प्रयोग साबित हुआ। इसी क्रम में अब 28 मार्च को बैकुंठपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पोटेडांड और डोहडा में जन चौपाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जनभागीदारी से जल संरक्षण योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा होगी।
भारत सरकार द्वारा ‘नारी शक्ति से जल शक्ति’ अभियान के तहत यह पहल की जा रही है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को जल संरक्षण की मुख्यधारा में लाना है। भारतीय समाज में नारी और पानी का गहरा संबंध है, क्योंकि घरेलू उपयोग से लेकर कृषि कार्यों तक महिलाएं ही सबसे अधिक जल संसाधनों का उपयोग करती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, जिला प्रशासन ने महिलाओं को जल संरक्षण का नेतृत्व देने जैसे निर्णय ले रहे हैं।
जल संरक्षण के लिए समग्र योजनाइस अभियान के तहत कई महत्वपूर्ण गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा, जिसमें ग्राम स्तर पर जन चौपाल का आयोजन, स्वयंसेवकों और युवाओं का चयन, जन प्रतिनिधियों की सहभागिता सुनिश्चित करना, जल बहिनी दल के माध्यम से वाटर लेवल सर्वे, ट्रांजिट वॉक कर जल स्रोतों की मैपिंग जैसे कार्य। इसके अलावा, जिला प्रशासन ने हाल ही में इस विषय पर एक कार्यशाला एवं मैदानी भ्रमण का आयोजन भी किया था। अब आगामी ग्राम वार बैठक में जल संरक्षण के लिए ठोस रणनीति पर अमल किया जाएगा।
कलेक्टर का संकल्प-हर हाल में बचाना है पानीकलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि, हमारा उद्देश्य है कि गिरते भूजल स्तर को हर हाल में रोका जाए। पानी बचाने के लिए जनभागीदारी आवश्यक है और इसके लिए महिलाओं की भूमिका सबसे अहम होगी। प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि जल संरक्षण कार्यों को ठोस रूप से क्रियान्वित किया जाए।
जल संरक्षण को मिलेगी नई दिशा‘आवा पानी झोंकी’ अभियान केवल एक पहल नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप लेने जा रहा है, जिसमें महिलाओं को जल संरक्षण का नेतृत्व सौंपा जाएगा। यह अभियान केवल पानी बचाने का नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को भी बढ़ावा देने का एक प्रयास है। जिला प्रशासन की इस नवाचार से निश्चित रूप से जल संरक्षण को एक नई दिशा मिलेगी। - राज्यपाल श्री रमेन डेका ने किया शुभारंभ
कोरिया : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज कोरिया जिले के किसानों द्वारा तैयार किए गए ‘सोनहत मूंगफली तेल’ और ‘सोनहनी जैविक शहद’ का शुभारंभ किया। यह पहल किसानों की आय बढ़ाने और जैविक उत्पादों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मूंगफली की खेती से किसानों को मिलेगा अतिरिक्त मुनाफाकृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से 120 किसानों ने 60 हेक्टेयर भूमि पर मूंगफली की खेती की थी। इस पहल के तहत किसानों को धान के अलावा दलहन, तिलहन और मोटे अनाज की खेती की ओर प्रेरित किया गया।100 रुपए प्रति किलो की दर से मूंगफली की बिक्री और प्रति हेक्टेयर 10-12 क्विंटल की पैदावार की जा रही है। अगले चरण में 120 हेक्टेयर तक उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। राज्यपाल ने कहा कि सोनहत मूंगफली तेल की शुद्धता इसे खास बनाएगी और इससे स्थानीय किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
‘सोनहनी’ शहद कोरिया के किसानों की नई पहचानराज्यपाल ने ‘सोनहनी’ जैविक शहद का भी शुभारंभ किया, जो बैकुंठपुर और सोनहत के किसानों द्वारा झारखंड से लाए गए इटालियन मधुमक्खियों की मदद से तैयार किया जा रहा है।किसानों को जैविक शहद उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया।राज्यपाल ने कहा मधुमक्खी पालन में नवाचार के लिए असम से विशेषज्ञों की टीम लाई जाएगी इससे जैविक शहद उत्पादन से किसानों को अतिरिक्त आमदनी होगी।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, यह पहल किसानों की समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘सोनहनी’ शहद और ‘सोनहत मूंगफली तेल’ जल्द ही कोरिया जिले की पहचान बनेंगे।
राज्यपाल ने कृषि विज्ञान केंद्र और किसानों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि आने वाले समय में जिले को जैविक उत्पादों के हब के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पहल स्थानीय रोजगार बढ़ाने, पर्यावरण संरक्षण और किसानों की आर्थिक उन्नति में एक नई पहचान मिलेगी। -
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कोरिया : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका अपने एक दिवसीय प्रवास पर आज सुबह बैकुंठपुर पहुंचे। रेलवे स्टेशन पर कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार कुर्रे, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। यह राज्यपाल का कोरिया जिले का पहला आधिकारिक दौरा था।
लाल चंदन का पौधारोपण और ब्रोशर का विमोचनराज्यपाल श्री डेका ने कलेक्ट्रेट परिसर में लाल चंदन का पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके बाद उन्होंने पर्यटन पर आधारित डायरी और ब्रोशर का विमोचन कियाए जिसमें कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी द्वारा जिले के विभिन्न स्थानों पर खींची गई चिड़ियों की तस्वीरें शामिल हैं।
स्व सहायता समूह की पहल को सराहाराज्यपाल ने स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए तैयार किए जा रहे कोरिया मोदक लड्डू के स्टॉल का निरीक्षण किया और इस पहल की सराहना की। साथ ही उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा तैयार किए गए ’’सोनहत शहद’’ का भी शुभारंभ किया।
संस्कृति और प्रशासनिक चर्चाराज्यपाल श्री डेका का स्वागत छत्तीसगढ़ की परंपरा के अनुसार लोक नृत्य के माध्यम से किया गया। उन्होंने जिले के विभिन्न विभागों से जुड़ी एजेंडेवार जानकारी प्राप्त कीए जिसे कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिले के सभी महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।राज्यपाल का यह दौरा पर्यटन, महिला सशक्तिकरण और स्थानीय उत्पादों के प्रोत्साहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके इस प्रवास से जिले के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है। -
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कोरिया : ‘धरती का श्रृंगार हरियाली से है, इसलिए हर व्यक्ति को पौधरोपण का संकल्प लेना चाहिए‘ यह संदेश राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज कोरिया जिले के अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों को दिया। अपने एक दिवसीय कोरिया प्रवास के दौरान उन्होंने जिला अधिकारियों की बैठक में वन संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए पौधे लगाने की अपील की।
राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ योजना के तहत सभी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, छात्रावास, कलेक्ट्रेट और अन्य सरकारी-अशासकीय कार्यालयों में पौधरोपण किया जाना चाहिए। उन्होंने वन विभाग को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि पौधे केवल लगाए ही न जाएं, बल्कि उनकी देखभाल भी सुनिश्चित की जाए।
वन संरक्षण पर विशेष जोरराज्यपाल ने वन विभाग और जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वनों की कटाई को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और लोगों को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने सुझाव दिया कि जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों और शहरी नागरिकों को हरियाली बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाए। राज्यपाल ने कहा पौधे न सिर्फ हमें ऑक्सीजन देते हैं बल्कि पर्यावरण को स्वच्छ रखते हैं। हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली बचानी होगी।इस पहल से कोरिया जिले में हरित क्रांति को नई दिशा मिलने की उम्मीद है और प्रशासन की सहभागिता से जिले को अधिक हराभरा बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। -
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कलेक्टर ने नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने दिए निर्देशनशे को त्याग करने वालों को किया जाएगा सम्मानितकोरिया : नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए।
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी नशामुक्ति केंद्रों की व्यवस्थाएं सुदृढ़ की जाएं और वहां भर्ती मरीजों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं। साथ ही, स्कूल, कॉलेज और हॉस्टल के आसपास स्थित दुकानों एवं मेडिकल स्टोर्स की सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए गए। यदि किसी दुकान में नशीले पदार्थ बेचे जाते पाए जाते हैं, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने पुलिस विभाग को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि जिले में बाहरी वाहनों की सघन जांच की जाए ताकि नशीले पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जा सके।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें। इसके अलावा, जो लोग नशा छोड़ चुके हैं, उन्हें सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाए, ताकि समाज में सकारात्मक संदेश जाए और अन्य लोग भी प्रेरित हों। इस बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर श्री अरुण मरकाम, सहित अन्य समिति के सदस्य और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। -
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कोरिया : जल संरक्षण को लेकर कोरिया जिले में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला पंचायत के मंथन सभा कक्ष में नारी शक्ति से जल शक्ति अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की भागीदारी से जल संरक्षण और संवर्धन को प्रभावी रूप से लागू करना है। यह अभियान बैकुंठपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत डोहडा और पोटेडांड में प्रारंभ किया जाएगा। कार्यशाला में जल संरक्षण दल का गठन कर विभिन्न कार्यों की जिम्मेदारी तय की गई। इसमें कृषि एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा सरपंचों एवं रोजगार सहायकों को जल संरक्षण के महत्व की जानकारी दी गई।
जल संरक्षण दल 20 और 21 मार्च को गांवों में भ्रमण एवं सर्वेक्षण करेगा। इसके बाद, 28 मार्च को ग्राम पंचायतों में चौपाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित कर जल संरक्षण पर चर्चा होगी। इस अभियान की सफलता के लिए विभिन्न विभागों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा दोनों पंचायतों में जल संसाधनों का सर्वेक्षण करेगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बोरवेल के जल स्तर की जांच करेगा।बिहान की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं जल स्तर सर्वेक्षण में प्रमुख भूमिका निभाएंगी। कार्यशाला में जल संरक्षण के विभिन्न उपायों पर प्रकाश डाला गया, जिनमें डाबरी, तालाब, बांध, शोकता गड्ढा, खेतों में मेढ़ और वाटर हार्वेस्टिंग जैसी तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया गया।
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि जल संरक्षण को महाअभियान बनाना आवश्यक है। हमें अपनी मेहनत से जल को संजोना होगा और श्कैच द रेनश् कार्यक्रम के तहत प्रत्येक पारा-टोला में स्वयंसेवकों की नियुक्ति करनी होगी, जो इस अभियान को गति देंगे। जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने भी जल संरक्षण को बरसात से पहले ही सुनिश्चित करने की बात कही और पंचायत प्रतिनिधियों को इसे जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए। इस कार्यशाला में जिला पंचायत सदस्य सौभाग्यवती सिंह, विभिन्न विभागों के अधिकारी, बिहान से जुड़ी महिलाएं और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। -
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लंबित कार्यों की हुई समीक्षाकोरिया : कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में जिला खनिज संस्थान न्यास अंतर्गत प्रबंधकारिणी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला खनिज संस्थान न्यास, श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने की। इस दौरान पूर्व में स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की गई तथा वर्ष 2025-26 की वार्षिक कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा हुई।
कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने निर्देश दिए कि डीएमएफ से स्वीकृत सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट, उपयोगिता प्रमाण पत्र और पूर्णता प्रमाण पत्र विभागों द्वारा शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि लंबे समय से लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराया जाए, अन्यथा उन्हें निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, वृद्ध एवं दिव्यांग सहायता, पेयजल, पर्यावरण, सिंचाई, अधोसंरचना विकास जैसे उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में किए जाने वाले कार्यों पर विशेष चर्चा की गई। कलेक्टर ने संबंधित विभागों को जल्द से जल्द जनहितैषी योजनाओं के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए, ताकि उनकी विस्तृत समीक्षा की जा सके।
गौरतलब है कि खनिज न्यास के कार्यों का प्रबंधन प्रबंधकारिणी समिति द्वारा दैनंदिनी आधार पर किया जाता है। इस बैठक में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए अहम निर्णय लिए गए। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को कार्य योजनाओं को पारदर्शी तरीके से क्रियान्वित करने और जनता को अधिकतम लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एवं पदेन सचिव, डीएमएफ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, जिला वन मंडलाधिकारी श्रीमती प्रभाकर खलको, अपर कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी डीएमएफ श्री डी.डी. मंडावी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। -
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कोरिया : राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम के तहत विश्व ग्लूकोमा सप्ताह के अवसर पर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्लूकोमा (कांच बिंद/काला मोतियाबिंद) को लेकर जागरूकता और निःशुल्क नेत्र जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला अस्पताल एवं विकासखंड स्तर पर विशेषज्ञों की टीम मरीजों की स्क्रीनिंग और जांच कर रही है। 9 मार्च से 17 मार्च तक जिले में ग्लूकोमा सप्ताह के तहत 960 मरीजों की आखों की जांच किया गया, जिसमें 4 ग्लूकोमा के मरीज पाए गए वहीं 8 मरीजों को ग्लोकोमा होने की संभावना है। इसके अलावा मोतियाबिंद 52, ड्राई आई 11, रेडनेस 15, वाटरिंग आई 12 व अन्य 114 मरीज आंखों की अलग-अलग परेशानी से पीड़ित हैं।
40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की प्राथमिकता से जांचविशेषज्ञों के अनुसार, ग्लूकोमा 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में अधिक पाया जाता है, खासकर उन व्यक्तियों में जिनके परिवार में पहले से यह बीमारी रही हो। इस रोग के शुरुआती चरण में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, जिससे मरीज को देर से पता चलता है और उपचार में देरी के कारण रोशनी जाने का खतरा बढ़ जाता है।
ग्लूकोमा के प्रमुख लक्षण-आंखों में तेज दर्द और बल्ब के चारों ओर रंगीन गोले दिखना। दृष्टि धीरे-धीरे कम होना या धुंधलापन महसूस होना। चश्मे का नंबर बार-बार बदलना। सिरदर्द, आंखों में भारीपन, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों में अधिक जोखिम होते हैं।
जिले के सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में निःशुल्क नेत्र जांच, स्क्रीनिंग और उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपनी आंखों की जांच कराएं और समय रहते ग्लूकोमा का इलाज कराएं। स्वास्थ्य विभाग की विशेषज्ञ टीमें लगातार गांवों और शहरों में नेत्र जांच शिविर आयोजित कर रही हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग इस बीमारी की पहचान कर समय पर उपचार प्राप्त कर सकें। जागरूकता ही बचाव है और समय पर जांच कराने से आंखों की रोशनी बचाई जा सकती है। -
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आधार व राशनकार्ड से बनेगा आयुष्मान वय वंदना कार्डकोरिया : जिला प्रशासन द्वारा 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत कार्ड बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में जिला एवं ब्लॉक स्तर की टीमें स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर सर्वे एवं पंजीयन कर रही हैं।
आधार कार्ड एवं राशन कार्ड के आधार पर मिलेगा लाभइस योजना के तहत 70 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के सभी नागरिक अपने आधार कार्ड और राशन कार्ड के आधार पर आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनवा सकते हैं। इस कार्ड के माध्यम से अस्पताल में भर्ती होने पर 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के हर पात्र व्यक्ति को इस योजना से जोड़ना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर अपना आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनवाएं और इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ उठाएं। जिला प्रशासन द्वारा इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक एवं चिकित्सा सुरक्षा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। -
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पेयजल समस्या के त्वरित समाधान पर जोर
कोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय समय-सीमा बैठक आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न विभागों की लंबित योजनाओं और प्रकरणों की समीक्षा की गई। बैठक में कलेक्टर ने आगामी गर्मी को देखते हुए जिले में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों, आश्रम-शालाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में समुचित पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। बिगड़े हुए हैंडपंपों को तत्काल सुधारने और पेयजल आपूर्ति में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश भी दिए गए।ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिया कि वे पिछले वर्ष की समस्याओं का आकलन करें और इस बार पहले से ही समाधान सुनिश्चित करें। खराब पंपों और स्टार्टर्स को समय पर ठीक करने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने आयुष्मान कार्ड और राशन कार्ड की सूची के आनुपातिक अध्ययन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं में राशन कार्ड की सूची पढ़वाई जाए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कौन गांव में रहता है और कौन नहीं। इसके बाद फिजिकल वेरिफिकेशन कर आयुष्मान कार्ड की स्थिति को सुधारा जाए।
अंत्यावसायी योजना के तहत दिए गए ऋण की वसूली पर जोर देते हुए कलेक्टर ने तहसीलदारों को निर्देश दिया कि जो हितग्राही बकाया राशि जमा करने में टालमटोल कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पंचायत के माध्यम से लिए गए ऋण की समय पर वसूली सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
वन अधिकार पट्टा मामलों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने वन विभाग को निर्देश दिया कि वे समुचित निरीक्षण कर पंजीयन करें और वन अधिकार पट्टा की प्रक्रिया को और प्रभावी बनाएं। इसी प्रकार, राजस्व न्यायालय में लंबित मामलों को शीघ्र निपटाने और न्याय प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए।
जिला पंचायत को मनरेगा के तहत छाया और पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वन विभाग को आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त अग्निशमन यंत्रों की उपलब्धता बनाए रखने का निर्देश दिया गया। किसी भी आग लगने की घटना की सूचना तत्काल 07836299112 पर देने की अपील की गई। इसके अलावा, कलेक्टर ने आश्रम शालाओं, स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था पाए जाने पर तत्काल सुधार किया जाए।
आज जनदर्शन में विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर 23 आवेदकों ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन दी। सभी आवेदनों को तत्काल सम्बंधित अधिकारियों परीक्षण कर समय-सीमा के भीतर निराकरण करने के लिए प्रेषित किए।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर श्री अरुण मरकाम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी गण उपस्थित रहे। -
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2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक 11,581 करोड़ रुपये का खनिज राजस्व अर्जित
44 खनिज ब्लॉकों की सफलतापूर्वक ई-नीलामीः देश में पहली बार खनिज लिथियम ब्लॉक की सफलतापूर्वक नीलामी
बैलाडीला क्षेत्र में तीन नए लौह अयस्क ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया जारी
जिला खनिज संस्थान न्यास के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,673 करोड़ रुपये की निधि प्राप्तः 9,362 विकास कार्यों को दी गई मंजूरी
राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना की योजना
कोरिया : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पारदर्शी खनन नीति, ई-नीलामी, डिजिटल निगरानी और पर्यावरण-संवेदनशील खनन रणनीतियों को अपनाकर प्रदेश के आर्थिक और औद्योगिक विकास को नए आयाम दिए हैं। खनिज संसाधनों के सुव्यवस्थित उत्खनन के चलते बीते वर्षों में छत्तीसगढ़ के खनिज राजस्व में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है। राज्य के गठन के समय की तुलना में खनिज राजस्व में 30 गुना वृद्धि हुई है, जो 2023-24 में 13,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया और 2024-25 में अप्रैल से फरवरी तक ही 11,581 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया जा चुका है। यह पारदर्शी खनन नीति और प्रभावी प्रशासन का परिणाम है। अब तक 44 खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी सफलतापूर्वक की जा चुकी है, जिसमें अब तक चूना पत्थर के 14, लौह अयस्क के 9, बॉक्साइट के 11, स्वर्ण के 3, निकल, क्रोमियम के 2, ग्रेफाइट के 2, ग्लूकोनाइट के 2 और लिथियम के 1 खनिज ब्लाक की निलामी की गई है।
प्रदेश में अब तक 10 क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स ब्लॉक्स की सफलतापूर्वक नीलामी
भारत सरकार द्वारा देश के आर्थिक एवं सामरिक विकास को ध्यान में रखते हुए क्रिटिकल एवं सामरिक महत्व के खनिजों के लिए राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन की घोषणा जनवरी, 2025 में की गई है। इस के अनुरूप प्रदेश में विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 से ही क्रिटिकल एवं सामरिक महत्व के खनिजों के अन्वेषण/खोज पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके तहत 56 अन्वेषण परियोजनाओं में से 31 परियोजनाओं अंतर्गत क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स पर कार्य किये जा रहे है। प्रदेश में अब तक 10 क्रिटिकल एवं डीप सीटेड मिनरल्स ब्लॉक्स जिसमें लिथियम का 1, स्वर्ण का 3, निकल, क्रोमियम का 2, ग्रेफाइट का 2 ग्लूकोनाइट के 2 मिनरल ब्लॉक की नीलामी की गई है।
देश में पहली बार खनिज लिथियम ब्लॉक की सफलतापूर्वक नीलामी की कार्यवाही भारत सरकार द्वारा की गई है जिसके तहत् जिला कोरबा के कटघोरा लिथियम ब्लॉक को मेसर्स साउथ मायकी मायनिंग कंपनी को 76 प्रतिशत प्रीमियम राशि पर आबंटित किया गया है। राज्य के सुकमा एवं कोरबा जिले में भी लिथियम अन्वेषण कार्य किया जा रहा है जिसमें लिथियम के भण्डार पाये जाने की पूर्ण संभावना है।
बैलाडीला लौह अयस्कः भारत के खनन क्षेत्र का मजबूत स्तंभ
बैलाडीला क्षेत्र भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क भंडारों में से एक है। यहां तीन नए लौह अयस्क ब्लॉकों की ई-नीलामी प्रक्रिया जारी है, जिसे मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा। इसके अलावा कांकेर जिले के हाहालद्दी लौह अयस्क खनिज ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।पर्यावरण संतुलन और पारदर्शी निगरानी प्रणाली
पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखते हुए खनन क्षेत्र को अधिक पारदर्शी और वैज्ञानिक रूप से संचालित करने के लिए सरकार ने कई नई पहल की हैं। सेटेलाइट इमेजरी और माइनिंग सर्विलियेंस सिस्टम के माध्यम से अवैध खनन की निगरानी की जा रही है। गौण खनिज खानों में सुव्यवस्थित और वैज्ञानिक पद्धति से खनन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी गई है। राज्य सरकार बेहतर कार्य करने वाले पट्टेधारियों को ‘स्टार रेटिंग’ प्रणाली के तहत प्रोत्साहित कर रही है।
खनिज राजस्व से सामाजिक विकास और बुनियादी सुविधाओं में निवेश
खनिज राजस्व का एक बड़ा हिस्सा प्रदेश के सामाजिक विकास में निवेश किया जा रहा है। जिला खनिज संस्थान न्यास के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 1,673 करोड़ रुपये की निधि प्राप्त हुई है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल और कौशल विकास सहित 9,362 विकास कार्यों को मंजूरी दी गई। इससे खनन प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हो रहा है।
खनिज अन्वेषण कार्यों का विस्तार और नई परियोजनाएँ
राज्य सरकार ने चूना पत्थर, बॉक्साइट, लौह अयस्क और ग्रेफाइट सहित कुल 13 खनिज परियोजनाओं में अन्वेषण कार्य शुरू किया है। प्रारंभिक सर्वेक्षणों में चूना पत्थर के 283 मिलियन टन, लौह अयस्क के 67 मिलियन टन और बॉक्साइट के 3 लाख टन भंडार का अनुमान लगाया गया है। स्वर्ण, ग्रेफाइट और ग्लूकोनाइट जैसे खनिजों की खोज भी की जा रही है, जिससे राज्य के खनन क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, सूरजपुर जिले के जाजावल क्षेत्र में यूरेनियम ब्लॉक के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। कोल बेड मीथेन पूर्ववर्ती कोरिया जिले में वेदांता लिमि. एवं ऑईलमैक्स को पेट्रोलियम अन्वेषण लायसेंस स्वीकृत किया गया है। मैंगनीज ओर इंडिया लि. (मोईल) द्वारा सीएमडीसी के साथ प्रदेश में प्रथम बार बलरामपुर क्षेत्र में खनिज मैगनीज का भंडार चिन्हित किया गया है।
मुख्य खनिजों के लिए अन्वेषण हेतु केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना की गई है। इसी तर्ज पर खनिज विभाग द्वारा राज्य के गौण खनिजों के व्यवस्थित विकास एवं अन्वेषण के लिए राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की स्थापना की योजना पर कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से छत्तीसगढ़ देश के समृद्ध राज्यों में से एक है। कोयला, लौह अयस्क, चूना पत्थर, बॉक्साइट, स्वर्ण, निकल, क्रोमियम और प्लेटिनम समूह के तत्व सहित कुल 28 प्रकार के खनिजों की प्रचुरता ने इस राज्य को देश के खनन क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका में ला खड़ा किया है।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार की पारदर्शी नीतियों, सतत विकास की रणनीतियों और कुशल प्रशासनिक प्रयासों के चलते छत्तीसगढ़ भारत के अग्रणी औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में उभर रहा है। खनिज संपदा के माध्यम से प्रदेश न केवल आर्थिक मजबूती प्राप्त कर रहा है, बल्कि हरित और सतत विकास की दिशा में भी अग्रसर हो रहा है। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ अपनी समृद्ध खनिज संपदा और रणनीतिक पहल के साथ भारत के माइनिंग हब के रूप में अपनी पहचान और अधिक सशक्त करेगा। -
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कोरिया : जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो समाज में लंबे समय से व्याप्त है। बाल विवाह से जहां बालिकाओं एवं बालकों का सर्वागीण विकास प्रभावित होता, वहीं बाल अधिकारों का हनन भी होता है। विगत वर्षों में राज्य में बाल विवाह की रोकथाम के लिए प्रभावी प्रयास किये गए है, जिसके परिणामस्वरूप बाल विवाह के प्रकरणों में उल्लेखनीय कमी आई हैं।इस अभियान को पूर्णतः सफल बनाने तथा तय किये गए लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए राज्य की क्रियान्वयन रणनीति तैयार की गई है। रणनीति के संबंध में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन 19 मार्च 2025 को समय 11 बजे कलेक्टर सभाकक्ष में आयोजित किया गया है। उक्त आयोजित कार्यशाला में निर्धारित तिथि एवं समय पर उपस्थित होने का आग्रह किया है। -
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सुरक्षा व्यवस्था होगी सख्त-एसपीकोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने होली पर्व को शांति और सौहार्द पूर्वक मनाने जिलेवासियों से अपील की है। विगत दिनों कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी।
सुरक्षा व्यवस्था होगी सख्तबैठक में पुलिस अधीक्षक श्री रवि कुमार कुर्रे ने बताया कि शहर में 15 पेट्रोलिंग पार्टियां सक्रिय रहेंगी तथा 10 चिन्हांकित स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। शराब पीकर वाहन चलाने और मास्क पहनकर हुड़दंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं मुखौटे की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर अभिभावकों को नोटिस जारी किया जाएगा।
बैठक में मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश करते हुए बताया कि वे होली के दिन शुक्रवार (जुम्मा) की नमाज का समय बदलकर दोपहर 2 बजे करेंगे, ताकि सभी समुदाय आपसी सौहार्द के साथ त्योहार मना सकें।
बिना साइलेंसर बाइक और केमिकल युक्त रंगों पर रोकपूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री शैलेश शिवहरे ने बताया कि कुछ युवक बिना साइलेंसर या मॉडिफाइड साइलेंसर वाली बाइक से तेज रफ्तार में घुमते हैं, जिससे आमजन को परेशानी होती है। प्रशासन ने इस पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। केमिकल युक्त रंगों और आपत्तिजनक सामग्री (गोबर, जला मोबिल, पेंट) के इस्तेमाल पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
बाजार और सार्वजनिक स्थलों पर कड़ी निगरानीकलेक्टर ने निर्देशित किया कि मुखौटे और हानिकारक रंगों की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। यातायात प्रभावित न हो इस पर नगर पालिक अधिकारी को विशेष ध्यान के निर्देश दिए हैं। झुमका बांध और गेज बांध पर सुरक्षा के लिए गोताखोर तैनात रहेंगे।
अस्पतालों में विशेष इंतजामहोलिका दहन व होली पर्व पर जिला अस्पताल में अतिरिक्त डॉक्टरों और स्टाफ की तैनाती रहेगी, साथ ही संभावित विवादों के मद्देनजर पुलिस बल भी मौजूद रहेगा। कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।