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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ से माओवादी समस्या के समूल उन्मूलन पर दिया गया जोर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सर्किट हाउस रायपुर में आयोजित यूनिफाईड कमाण्ड की बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में माओवादी गतिविधियों में निरन्तर कमी आ रही है। राज्य में केन्द्रीय सुरक्षा बलों और छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा बेहतर तालमेल के साथ माओवादियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक चलाये जा रहे संयुक्त अभियान के कारण यह संभव हो सका है। माओवादियों के विरूद्ध चलाये जा रहे सघन अभियान के साथ-साथ शासन की नवीन ‘‘नियद नेल्लानार योजना‘‘ के तहत विकास कार्यों में भी तेजी लायी जा रही है, जिससे आम जनता का शासन व प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए सुचारू आवागमन हेतु सड़क, पुल-पुलियों एवं अन्य शासकीय निर्माण कार्यों को उच्च गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में संचालित निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा किये जाने हेतु आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के भी निर्देश मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा दिये गये।
बैठक में माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाये जाने तथा स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर माओवाद के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिये गये। साथ ही माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षा बलों के जवानों की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई तथा सुरक्षा बलों के कैम्पों में जवानों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों विशेषतः महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा के साथ बेहतर समन्वय, सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त कार्यवाही, सम्पर्क मार्गों पर सुरक्षा बलों द्वारा सतत निगरानी के निर्देश दिये गये और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिये गये कि माओवादियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव (गृह) श्री मनोज पिंगुआ, केन्द्रीय गृह मंत्रालय तथा राज्य शासन, केन्द्रीय सुरक्षा बलों एवं राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न विकास एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने श्री रामलला दर्शन अभियान समितियों को किया सम्मानित
छत्तीसगढ़ की सेवा समितियों द्वारा 60 दिनों में देश भर के 4 लाख रामभक्तों को श्रद्धापूर्वक कराया गया भोजन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अयोध्या में श्रद्धालुओं की सेवा कर लौटे छत्तीसगढ़ के सभी रामसेवकों का आज शाम अपने निवास परिसर में स्वागत एवं अभिनंदन किया। श्री साय ने सभी रामभक्त 6 समितियों को शाल श्रीफल और श्री रामलला की धातु की मूर्ति भेंटकर उनको सम्मानित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने अयोध्या में श्रद्धालुओं की सेवा कर लौटे प्रभु श्री रामलला दर्शन अभियान समिति के अंतर्गत सभी 6 समितियों के साथ भोजन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी समितियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के विराजित होने के साथ ही रामभक्तों की 500 सालों की मनोकामना पूर्ण हुई है। यह हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है कि प्रभु श्रीराम का ननिहाल हमारा छत्तीसगढ़ है और हम भांचा के रूप में श्री राम को पूजते हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ के इन 6 समितियों के जज्बे की सराहना करते हुए कहा कि ये समितियां स्वमेव प्रेरित होकर अयोध्या पहुंची और पूरी सेवाभाव के साथ वहां दर्शन करने आ रहे लगभग 4 लाख श्रद्धालुओं को पूरे 60 दिनों तक भोजन कराया। यह छत्तीसगढ़ के लिए भी गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ से अयोध्या में रामभक्तों के लिए चावल, सब्जी और डॉक्टर की टीम भेजी गई थी मैं उन टीमों को भी सराहना करता हूं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्री रामलला दर्शन योजना के तहत आस्था स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। इस ट्रेन के माध्यम से श्रद्धालुगण अयोध्या में प्रभु श्री रामलला के दर्शन के बाद वाराणसी और प्रयागराज का दर्शन कर पुण्य लाभ ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ से अब तक 8 आस्था स्पेशल ट्रेनें रवाना हो चुकी है और 11 हजार रामभक्तों ने प्रभु श्री रामलला का दर्शन लाभ लिया है।
इस अवसर पर विधायक और अयोध्या दर्शन समिति के संयोजक श्री धरम लाल कौशिक ने सभी समितियों की सेवाभाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान की बात है कि सभी 6 समितियों ने पूरी निष्ठा और लगन के साथ रामभक्तों की सेवा की है। इस दौरान अयोध्या दर्शन समिति के सदस्यगण विधायक श्री संपत लाल अग्रवाल और श्री विरेंद्र श्रीवास्तव के साथ ही श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, श्री रामलखन पैंकरा एवं श्री ललित माखीजा मौजूद थे। -
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सुशासन, पारदर्शिता और कामकाज की गति तेज करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की एक और पहल
श्री साय ने हफ्ते का एक दिन कर दिया नागरिकों के नाम
जनदर्शन कार्यक्रम फिर शुरू, कोई भी कर सकेगा मुख्यमंत्री से सीधी मुलाकात
मुख्यमंत्री स्वयं लेते हैं आवेदन, कार्यक्रम स्थल पर ही अधिकारियों को देते हैं कार्यवाही के निर्देश
आवेदनों के रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ पोर्टल के माध्यम से प्रगति की मॉनिटरिंग भी
रायपुर : वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री-निवास के दरवाजे आज आम-नागरिकों के लिए पूरी तरह खुल गए। आज की ही तरह अब हर सप्ताह, गुरुवार के रोज, ये दरवाजे इसी तरह खुला करेंगे। इन खास दिनों में आम-औ-खास, कोई भी नागरिक, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर सकेगा। दरअसल, मुख्यमंत्री की ही इच्छा के अनुरूप छत्तीसगढ़ शासन ने आज से एक खास कार्यक्रम- जनदर्शन - का दोबारा आगाज कर दिया है। आम नागरिकों से सीधी मुलाकात और सीधे संवाद के इस कार्यक्रम का फार्मेट ऐसा है कि मुख्यमंत्री निवास में सहज वातावरण में लोग अपनी बातों को मुख्यमंत्री के सामने रख सकते हैं।

वे अपनी शिकायतें, समस्याएं, अपेक्षाएं और सुझाव आसानी से मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकते हैं। एक साधारण सी टेबल के एक ओर मुख्यमंत्री की कुर्सी होती है और दूसरी ओर फरियादी। आस-पास ही मुख्यमंत्री के सचिवालय के अधिकारियों सहित राज्य के वरिष्ठतम अधिकारी मुख्यमंत्री के निर्देशों के परिपालन के लिए मुस्तैद खड़े होते हैं। शिकायतों और सुझावों को बकायदा रजिस्टर्ड किया जाता है, नागरिकों को टोकन दिया जाता है, ताकि शासन द्वारा की जा रही कार्यवाही की मॉनिटरिंग की जा सके और आवेदक भी समय-समय पर प्रगति की जानकारी प्राप्त कर सके। इसके लिए बकायदा एक पोर्टल तैयार किया गया है, जिसमें टोकन नंबर दर्ज करते ही प्रगति की जानकारी आवेदक के सामने होती है।
आज जनदर्शन के पहले दिन मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। इनमें महिलाओं भी खासी संख्या में शामिल थीं। कार्यक्रम को लेकर जितना उत्साह नागरिकों में था, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय भी उतनी ही उत्सुकता और आत्मीयता के साथ उनसे मुलाकात करते नजर आए। आवेदकों से आवेदन लेने के साथ-साथ वे उनसे पारिवारिक ढंग से बातें भी करते नजर आए। महिलाओं ने जब महतारी वंदन योजना शुरू करने के लिए उन्हें धन्यवाद कहा तो श्री साय ने भी मुस्कुराते हुए विनम्रता से तुरंत आभार व्यक्त किया। आवेदकों के साथ आए बच्चों के साथ उन्होंने अभिभावक की तरह घुल-मिल कर बातें की। कार्यक्रम में सहायता की आस लेकर कई दिव्यांग भी पहुंचे थे, इन सभी दिव्यांगों की उम्मीदें पूरी हुईं, मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए उन्हें तत्काल ट्रायसायकल और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। एक महिला ने अपने कैंसर पीड़ित पति के इलाज के लिए सहायता मांगी, तो मुख्यमंत्री श्री साय ने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें हर जरूरी सहायता दी जाएगी।
वर्ष 2018 से पहले तत्कालीन सरकार के कार्यकाल में यह कार्यक्रम इसी नाम से संचालित था। मुख्यमंत्री की इच्छा थी इसे दोबारा शुरू किया जाए, ताकि उनसे मिलने के इच्छुक ज्यादा से ज्यादा लोगों से मुलाकात की जा सके। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम को राज्य में सुशासन स्थापित करने और कामकाज में पारदर्शिता तथा तेजी लाने के लिए भी महत्वपूर्ण माना है। आज कार्यक्रम के पहले दिन लोगों से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा- हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि आम नागरिकों की समस्याओं और शिकायतों का समाधान समय-सीमा में हो सके। -
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उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने श्रद्धालुओं के साथ बस में बैठ कर दुर्ग स्टेशन भी पहुंचे, सभी का हाल-चाल जाना
रायपुर : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले से अयोध्या में विराजित प्रभु श्री रामलला के दर्शन के लिए रवाना हुए जिले के 71 श्रद्धालुओं का दुर्ग रेलवे स्टेशन में तिलक लगाकर एवं माला पहनकर सम्मानपूर्वक, अभूतपूर्व स्वागत और अभिनंदन किया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इससे पहले दुर्ग जिले के जेवरा-सिरसा पर अपनी काफिला रूकवाकर राम लाल के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की बस रूकवाकर उनके साथ बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन तक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रामलाल योजना के 71 लाभार्थियों से आत्मीय बातचीत की और सभी का हाल-चाल जाना। इस दौरान उन्होने अपने बुजुर्गों को अभिनंदन करते हुए गले भी लगाया।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए इस योजना के तहस सभी लाभार्थियों अभिनंदन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में मोदी की गांरटी को पूरा करते हुए प्रभु श्री रामलाल दर्शन योजना का संचालन किया जा रहा है। इससे पहले 5 मार्च को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय श्रीरामलला दर्शन योजना के लिए छत्तीसगढ़ से अयोध्या तक चलाई जा रही विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। आज इस योजना के तहत दूसरी बार प्रदेश के अलग-अलग जिलों से अयोध्या में प्रभु राम जी की दर्शन के लिए लाभार्थियों को रवाना किया जा रहा है। यह हम सबके लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा संचालित श्री रामलला दर्शन योजना के तहत कबीरधाम जिले के 71 श्रद्धालुओं को इस योजना के लाभ लेने के लिए चयन किया गया है। इन सभी लाभार्थियों को कवर्धा भारत माता चौक से बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, जिला पंचायत सदस्य एवं अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री रामकुमार भट्ट, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, श्री रामलला दर्शन अयोध्याधाम योजना के जिला स्तरीय समिति के सदस्य श्री प्रदीप क्वर्थ, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनिल सिंह ठाकुर, श्री कैलाश चंद्रवंशी श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, श्री नितेश अग्रवाल सहित उपस्थित थे। सभी ने बस को झंडी दिखाकर दुर्ग के लिए रवाना किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू ने कहा कि शासन की योजना का लाभ जिले के निवासियों को निःशुल्क मिल रहा है। जिला पंचायत के सभापति एवं सदस्य श्री रामकुमार भट्ट ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नागरिक गणों को मिल रही यह सुविधा प्रशंसनीय है तथा अयोध्या धाम का दर्शन सपना पूरा होने जैसा है। श्री रामलला दर्शन अयोध्या धाम योजना अंतर्गत कबीरधाम जिले के 71 श्रद्धालुओं को आज विशेष बस के माध्यम से दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए जिला स्तरीय कार्यक्रम के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनकर सम्मानपूर्वक रवाना किया गया। दुर्ग रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन के माध्यम से जिले के श्रद्धालु श्री अयोध्या धाम पहुंचकर रामलला के दर्शन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जिले के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कबीरधाम जिले से पहली बार श्रद्धालुओं का दल अयोध्या धाम के लिए रवाना
छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना अंतर्गत कबीरधाम जिले से पहली बार श्रद्धालुओं का दल अयोध्या धाम के लिए रवाना हुआ है। जिले के श्रद्धालुओं से मिलने छत्तीसगढ़ शासन के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा जेवरा सिरसा पहुंचे जहां पर सभी श्रद्धालुओं से मुलाकात करते हुए उनके बस में बैठकर दुर्ग रेलवे स्टेशन तक साथ में यात्रा की। इस दौरान उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं से बात करते हुए उन्हें यात्रा की शुभकामनाएं दी तथा दुर्ग रेलवे स्टेशन में कबीरधाम के यात्रियों को उनके निर्धारित कोच में बैठाकर ट्रेन को दुर्ग रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई।
जिले के 71 श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए हुए रवाना
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि सभी जनपद पंचायत एवं नगरी निकाय क्षेत्र के कुल 71 श्रद्धालु यात्रा में शामिल है, जिसमें महिलाएं भी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के स्थानीय निवासी जिनकी आयु 18 वर्ष से 75 वर्ष के बीच है उनके जीवन काल में एक बार उत्तर प्रदेश राज्य के अयोध्या में स्थित श्री रामलला जी के दर्शन हेतु शासकीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ किया गया है, जिसका लाभ अब आम जनता को मिलने लगा है।
श्रद्धालु श्री रामलला के दर्शन करने के लिए हैं आतुर
जिला पंचायत सीईओं श्री संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि योजना का लाभ सभी वर्ग को मिल रहा है। यहा पहला अवसर है जब इस योजना से कबीरधाम जिले के निवासी सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। इसी क्रम में आज दो प्राइवेट वातानुकूलित बसों में 71 श्रद्धालुओं के साथ डेलिगेशन के दो सदस्यों को दुर्ग रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया है। जहा पर विशेष ट्रेन के माध्यम से सभी श्रद्धालु श्री अयोध्या धाम जाएंगे। ट्रेन में आने जाने से लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं शासन की ओर से उपलब्ध रहेगा। इस दौरान रेलवे की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए जारी किए गए आइडेंटी कार्ड का वितरण सभी यात्रियों को किया गया। दल को रवाना करने के अवसर पर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह एवं उमंग का माहौल देखा गया। श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहां की श्री रामलला के दर्शन करने हम सभी आतुर है तथा यहा मनोकामना पूरी होने वाली बात है जिसमे शासन का पूरा सहयोग मिल रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का साप्ताहिक जनदर्शन आज से प्रारंभ हो गया है। आज पहले ही दिन प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों से आए आम नागरिकों एवं विभिन्न प्रतिनिधिमण्डलों ने सौजन्य मुलाकात कर मुख्यमंत्री को अपनी विभिन्न मांगों एवं समस्याओं से अवगत करा रहे हैं। जनदर्शन में मुख्यमंत्री सहज रूप से सभी से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के संबंध में आवेदन ले रहे हैं।माताओं एवं बहनों के समूह ने महतारी वंदन योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रूपए मिलने से उनकी हर छोटी-बड़ी समस्या दूर हो रही है। इस राशि से बहने अपने बच्चों की आवश्यक जरूरतों को भी पूरी कर रही है। महतारी वंदन योजना से माताओं एवं बहनों को आर्थिक रूप से संबल मिला है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में चल रहे जनदर्शन कार्यक्रम में जीएनएम प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले नर्सिंग प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री श्री साय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। इसी प्रकार बीएड प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों और बस्तर संभाग से आए शिक्षकों ने भी भेंट की। बेकिंग मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को जनदर्शन कार्यक्रम में महाविद्यालय अतिथि व्याख्याताओं के प्रतिनिधि मण्डल ने मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इसी प्रकार छत्तीसगडी छात्र संगठन, अनियमित कर्मचारी महासंघ ने भी ज्ञापन सौंपा।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को जनदर्शन कार्यक्रम में रायपुर शहर के शांति नगर निवासियों की समितियों ने राखड से होने वाले दिक्कतों के बारे अवगत कराते हुए इस समस्या से मुक्ति दिलाने और स्वच्छता निरीक्षक के प्रतिनिधि मण्डल ने स्वच्छता निरीक्षकों की भर्ती की मांग की। धोबी महासंघ ने भी मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को जनदर्शन कार्यक्रम में किसानों ने फसल नष्ट होने के संबंध में ज्ञापन दिया। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि उन्हें नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसी प्रकार लोगों ने अनुचित कब्जा हटाने, मनरेगा, बीमारी के इलाज के संबंध में मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में आज शाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से गोवा विधानसभा के अध्यक्ष श्री रमेश बी तावड़कर ने सौजन्य मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया और राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री तावड़कर का स्वागत करते हुए छत्तीसगढ़ के विकास कार्यों और योजनाओं की जानकारी दी।श्री तावड़कर ने भी गोवा के विकास और विधानसभा की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दूरस्थ अंचलों में फैल रही विकास की रोशनी
रायपुर : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित नई सरकार आम जनता के जीवन को आसान बनाने और उन्हें एक बेहतर सामाजिक जीवन देने के लिए लगातार काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को दूरस्थ अंचलों तक पहुंचाने के लिए भी विशेष कदम उठा रही है, यही कारण है कि नियद नेल्लानार जैसी योजनाएं आज बड़ा परिवर्तन ला रही है।
आम नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रशासनिक कसावट लाकर तेजी से काम किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में किसानों की बड़ी आबादी है, कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले इस राज्य में खेती-किसानी के लिए किसानों को अनुकूल माहौल और आर्थिक मजबूती मिल सके इसका भी सरकार ध्यान रख रही है। कृषक उन्नति योजना में किसानों की समृद्धि का उद्देश्य लेकर साय सरकार 3100 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीदी कर रही है। किसानों को दो वर्ष का 3716 करोड़ रूपए का बकाया बोनस भुगतान भी कर दिया है।
गरीबों को आवास देना साय सरकार की प्राथमिकता में शामिल है, जिसे पूरा करते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख से अधिक परिवारों को आवास प्रदान करने का निर्णय लिया है। वर्ष 2023-24 के अनुपूरक बजट में 3799 करोड़ रूपए तथा वर्ष 2024-25 के बजट में 8369 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। हितग्राहियों को योजनांतर्गत आवास निर्माण के लिए निःशुल्क रेत की सुविधा दी जा रही है। गरीबों के हित में कदम उठाते हुए एक करोड़ से अधिक परिवारों को 5 वर्ष तक निशुल्क राशन की भी व्यवस्था की है।
परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए अपने सपनों को ख़ुशी-ख़ुशी न्यौछावर करने वाली गृहणियों का साय सरकार ने विशेष ध्यान रखा है। महतारी वंदन योजना आज पूरे देश में एक मिसाल के तौर पर उभरी है, जिसमें 70 लाख से अधिक महिला हितग्राहियों को हर माह 1000 रूपए के मान से साल में 12000 रूपए की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है। युवाओं के साथ न्याय हो और सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता आ सके इस दिशा में भी साय सरकार विशेष प्रयास कर रही है। युवाओं को शासकीय भर्ती में बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट देने का निर्णय लिया गया है।
माओवाद प्रभावित इलाकों में छत्तीसगढ़ सरकार के त्वरित और सख्त निर्णय से विगत 6 माह में 136 माओवादी ढेर, 526 गिरफ्तार और 442 का आत्मसमर्पण जैसी उपलब्धियां माओवाद समस्या के पूर्ण निदान की ओर बड़ी सफलता है। -
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छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट व माओवादी विरोधी अभियानों की दी जानकारी
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी।
रायपुर : मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री को अमृतकाल : छत्तीसगढ़ विजन @2047 ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसका निर्माण राज्य नीति आयोग द्वारा किया जा रहा है जिसे एक नवंबर को राज्य की जनता को समर्पित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विगत छह माह में माओवादी विरोधी अभियानों में की गयी कार्रवाई की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी। उन्होंने बताया कि माओवादी समस्या के समूल उन्मूलन हेतु ज्वाइंट एक्शन प्लान तैयार कर कार्रवाई की जा रही है।
नियद नेल्लानार योजना (आपका अच्छा गाँव) के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत नक्सलियों के आधार को कमजोर करने व शासन-प्रशासन व ग्रामीणों के बीच परस्पर विश्वास बहाली का कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत वर्तमान में 23 कैंप खोले गए हैं, जिनमें 90 ग्राम शामिल हैं तथा भविष्य में 29 कैंपों को प्रारंभ करने की योजना है।
श्री साय ने मोदी की गारंटी पूरी करने की दिशा में उठाए गए कदम की जानकारी देते हुए बताया कि नवीन सरकार के गठन के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 18 लाख 12 हजार 743 परिवारों को आवास देने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में 1 लाख 6 हजार 777 आवास निर्माणाधीन है, जिनकी स्वीकृति पूर्व में ही की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि धान उत्पादन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत किसानों को वर्ष 2014-15 एवं वर्ष 2015-16 के लिए 3 हजार 667 करोड़ की राशि दी गयी है। वहीं, कृषक उन्नति योजना के तहत वर्ष 2023 के लिए कुल 24 लाख 73 हजार किसानों को 13 हजार 287 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महतारी वंदन योजना शुरू की गयी है। इस योजना के तहत अब तक लगभग 70 लाख महिलाओं को चार माह की वित्तीय सहायता 2618 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है।
प्रधानमंत्री को श्रीरामलला दर्शन योजना के बारे में बताते हुये श्री साय ने कहा कि इसके लिए आईआरसीटीसी के साथ एमओयू किया गया है। इस योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को यात्रा कराने का लक्ष्य है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री ने वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के अवसर पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और वन मंत्री श्री केदार कश्यप भी रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि रानी दुर्गावती नारी शक्ति की प्रतीक थी और उन्होंने मुगलों का डट कर मुकाबला किया। हम सभी के लिए गौरव का विषय है कि वो जनजातीय समाज से थी। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का बलिदान हम सभी देशवासियों को प्रेरित करता है।
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निर्दोष लोगों को किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा
मुख्यमंत्री से सतनामी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार हर समाज में शांति एवं सद्भावना बनाये रखने के साथ विकास के लिए कृत-संकल्पित है। सरकार के इस कार्य को अंजाम देने में शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले सतनामी समाज का भी पूर्ण सहयोग है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज शाम यहां राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में राजागुरु धर्मगुरु गुरुबालदास साहेब जी के नेतृत्व में आये सतनामी समाज के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब सहित प्रदेश भर से आये सतनामी समाज के राजमहन्त भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त करते हुए कहा कि हाल ही में बलौदाबाजार जिले की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। सतनामी समाज इस घटना को लेकर बहुत दुखी है। इसमें दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही होगी। उन्होंने इस दौरान समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि निर्दोष लोगों को किसी भी तरह से प्रताड़ित नहीं किया जाएगा, लेकिन जो दोषी पाए जाएंगे उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया कि शासन- प्रशासन द्वारा की जाने वाली कार्यवाही पूर्णतः न्यायसंगत होगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के दौरान कहा कि इस घटना में कोई निर्दोष ना फंसे इसके लिए भी शासन-प्रशासन पूरी तरह से सजग है। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि सरकार की ओर से राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा की अध्यक्षता में समिति गठित है। इस समिति के समक्ष निर्दोष लोगों के बारे में समाज द्वारा जानकारी दी जा सकती है ताकि ऐसे व्यक्ति जो घटना में संलिप्त नहीं हैं, उनपर कोई कार्यवाही ना हो।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने एक स्वर से कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शांति एवं सद्भावना बनाये रखने के लिए किए जा रहे कार्यों में समाज की पूर्णतः सहभागिता है और आगे भी रहेगी। उनके द्वारा बताया गया कि सतनामी समाज बाबा गुरु घासीदास का अनुयायी है और यह सदैव से एक शांतिप्रिय समाज रहा है। सतनामी समाज इस घटना की कड़ी निंदा करता है । घटना को असमाजिक तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है इसमें समाज की कोई संलिप्तता नहीं है। समाज मे इस घटना को लेकर गहरा दुख है। हम चाहते हैं कि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो। ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना होने पाए।
इस अवसर पर सतनामी समाज से राजमाता गुरुमाता प्रवीण माताजी, गुरु सोमेश बाबा, गुरु सौरभ साहेब सहित राजमहन्त श्री जैत कुमार सतनामी, राजमहन्त श्री अनूप सतनामी, राजमहन्त श्री कामता प्रसाद, राजमहन्त श्री कुंजन सहित अनेक लोग उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सोमवार 24 जून को अम्बिकापुर के दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री सुबह 11.15 बजे राजधानी रायपुर के पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड से अम्बिकापुर के लिए रवाना होंगे। यहां पर वे 12.30 बजे राजमोहिनी देवी सभा भवन में आयोजित वीरांगना महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस परिचर्चा विचार गोष्ठी में हिस्सा लेंगे। अपरान्ह 4 बजे मुख्यमंत्री पीजी कॉलेज ग्राउण्ड अम्बिकापुर से रवाना होकर 5.10 बजे रायपुर लौट आएंगे। -
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सामाजिक समरसता का अभियान श्री सुदर्शन जी का जीवन मंत्र था : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
आरएसएस के पंचम सरसंघचालक स्वर्गीय श्री सुदर्शन जी की स्मृति में दशम राष्ट्रीय व्याख्यान आयोजित
‘‘भारतीय परिवार व्यवस्था की शक्ति’’ विषय पर आयोजित किया गया व्याख्यान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में आरएसएस के पंचम सरसंघचालक स्वर्गीय श्री सुदर्शन जी की स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। ‘‘भारतीय परिवार व्यवस्था की शक्ति’’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता आरएसएस के सह सरकार्यवाह श्री रामदत्त चक्रधर थे। उन्होंने व्याख्यान में कहा कि मूल्य आधारित परिवार व्यवस्था भारत की शक्ति है, परिवार भारत देश की धुरी है। परिवार एक होगा, तो देश एक होगा। दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में श्री सुदर्शन प्रेरणा मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यक्षेत्र के संघचालक डॉ. पूर्णेंदु सक्सेना ने की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और श्री सुदर्शन प्रेरणा मंच के मार्गदर्शक डॉ. राजेंद्र दुबे मंच पर उपस्थित थे।
30 साल पहले सुदर्शन जी पानी बचाने, पेड़ लगाने, पर्यावरण बचाने, जैविक खेती की बातें कहते थे : मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व सरसंघचालक श्री सुदर्शन जी के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता का अभियान श्री सुदर्शन जी का जीवन मंत्र था। वे समरसतापूर्ण समाज के स्वप्न दृष्टा थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा श्री सुदर्शन जी के अनेक संस्मरण मुझे आज याद आ रहे हैं। उनसे मिलने से सदैव कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती थी। किसी जनप्रतिनिधि से मिलते थे तो शासन द्वारा जनता के हित काम करने की सलाह देते। वे बड़े सहज और सरल व्यक्ति थे, उनसे मिलने में किसी को हिचक नहीं होती थी। एक बार कोई उनसे मिल ले तो उनसे बड़ा प्रभावित हो जाता था। उन्होंने इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की थी इसलिए नई तकनीक, विज्ञान के विषयों पर भी उनका अध्ययन था। कोई ऐसा विषय नहीं था जिस पर उनका गहरा अध्ययन नहीं था। आज दुनिया जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण को लेकर चिंतित हुई है, 30 साल पहले सुदर्शन जी पानी बचाने, पेड़ लगाने, पर्यावरण बचाने, जैविक खेती की बातें कहते थे। उनका छत्तीसगढ़ की मयारू भूमि से निकट का संबंध रहा है।
व्याख्यान के मुख्यवक्ता श्री रामदत्त ने ‘‘भारतीय परिवार व्यवस्था की शक्ति’’ विषय पर विचार प्रकट करते हुए कहा कि भारत में उत्कृष्ट जीवन मूल्य विकसित हुए, जो परिवार में देखने को मिलता है। पश्चिमी देशों में हथियार लेकर बच्चे स्कूल जाते हैं, गोलीबारी में प्रतिवर्ष 40 हजार बच्चे मारे जाते हैं। अमेरिका में पिताहीन बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जबकि भारत में परिवारों में बच्चों को चरित्रवान बनाया जाता है। ग्रीक के यात्री मेगास्थानिज ने लिखा था कि भारत के लोग चरित्रवान हैं, अंग्रेज अधिकारी मैकाले भी यही कहता था। अंग्रेज इसी शक्ति को तोड़कर यहां अपना शासन स्थापित करना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि भारत देश में स्त्री को माता मानते हैं। रामायण में लक्ष्मण जी का प्रसंग आता है जिसमें वे अपनी भाभी का सिर्फ पैर देखने की बात कहते हैं। स्वामी विवेकानंद, छत्रपति शिवाजी के जीवन में भी इसी भाव के अनेक उदाहरण मिलते हैं। केवल पौराणिक या ऐतिहासिक नहीं आज के सामान्य लोगों के जीवन में उच्च जीवनमूल्य के दर्शन होते हैं। बच्चों को संस्कार परिवार में माता सिखाती है। भारतीय दर्शन में सभी की चिंता है, पशु-पक्षी, वनस्पति, माता पिता की सेवा, सम्मान का भाव, गुरु के प्रति सम्मान का भाव, अतिथियों का सम्मान, अतिथि देवो भव, सबको साथ लेकर चलना, इस प्रकार की सीख प्रत्येक परिवार अपने बच्चों को देता है। यही संस्कार है। वर्तमान समय में हम देख रहे हैं कि परिवार, समाज में इन मूल्यों का क्षरण हो रहा है।
श्री रामदत्त ने कहा कि बच्चों में राष्ट्र प्रथम का भाव भी परिवार में विकसित होता है। इस भाव को जगाने की आवश्यकता है, इसमें माता की भूमिका महत्वपूर्ण है। भारत में माता का परिचय बच्चों से होता है, वे ही बच्चों को संस्कार देती हैं। माता बच्चों के विचारों को दिशा देती है। जैसे स्वामी विवेकानन्द ने अपने बचपन में कहा कि वह तांगा चलाने वाला बनना चाहते हैं, तब उनकी माता ने उनको उलाहना देने के बजाय कुरूक्षेत्र की फोटो दिखाकर कहा अगर तांगा चलाने वाला बनना है तो अर्जुन का रथ चलाने वाले कृष्ण की तरह तांगा चलाने वाला बनना होगा। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के विचारों को दिशा दी।
उन्होंने कहा, भावी पीढ़ी को संस्कार देने के लिए हमें अपने घर से पहल करनी होगी, इसके लिए सभी को अपने लिए संकल्प लेना होगा। परिवार मजबूत होगा, एक एक परिवार किला बनाएगा तब भारत राष्ट्र भी शक्तिशाली होगा। भारत की शक्ति सामूहिकता में है।
इसलिए हम सभी को पांच संकल्प लेना होगा
- कुटुंब प्रबोधन सप्ताह में एक दिन कुटुंब के सभी लोग मिलकर भजन, सामूहिक भोजन, अच्छी बातों की चर्चा करें। परिवार संस्कारित हो, मेल-जोल के साथ रहे।
- सामाजिक समरसता बढ़ाने सभी वर्गों के लोगों को साल में एक बार सम्मानपूर्वक भोजन पर बुलाएं। घर के कर्मियों को भोजन पर बुलाएं। इससे समरसता बढ़ेगी।
- पर्यावरण की रक्षा, बिना अन्न और पानी के कुछ समय तक जीवित रह सकते हैं लेकिन बिना ऑक्सीजन के एक पल रहना संभव नही है इसलिए परिवार को प्रति वर्ष 10 पेड़ लगाने और पेड़ों को बड़ा करने का संकल्प लेना चाहिए। हरियाली बढ़ाने का आंदोलन चलना चाहिए।
- स्व की जागृति, देशी खानपान, वेशभूषा, मातृभाषा को सम्मान देना हमें सीखना होगा।
- नागरिक बोध, देश के नियम कानून का पालन करना होगा। राष्ट्र के प्रतीकों का सम्मान करना होगा।
कार्यक्रम की प्रस्तावना श्री सुदर्शन प्रेरणा मंच के अध्यक्ष श्री मोहन पवार ने रखी। आभार प्रदर्शन श्री शिवनारायण मूंदड़ा ने किया कार्यक्रम का संचालन श्री शशांक शर्मा ने किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह क्षेत्र प्रचारक श्री प्रेम सिदार, छत्तीसगढ़ प्रांत प्रचारक श्री अभयराम, प्रांत संघचालक डॉ. टॉपलाल वर्मा, सांसद श्री संतोष पांडे, विधायक, श्री राजेश मूणत, श्री खुशवंत साहेब, श्री संपत अग्रवाल, श्री अनुज शर्मा सहित विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं श्री पवन साय, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाउप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने स्टेडियम परिसर में मौलश्री और बादाम का़ पौधरोपण कियाडोर टू डोर निःशुल्क पौधरोपण वाहन को दिखायी हरी झंडीरायपुर : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आज रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में आयोजित दशम योगाभ्यास कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा शामिल हुए। मुख्य अतिथि श्री शर्मा के साथ विधायक श्री गजेन्द्र यादव भी योगाभ्यास में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने नगरवासियों को योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 21 जून वह दिवस है, इस दिन भारतीय संस्कृति की पहल को पूरे दुनिया ने अंगीकार किया। उन्होंने कहा कि यह परंपरा प्रतिवर्ष आगे बढ़ते रहे।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक श्री यादव ने कहा कि जीवन में योग का बहुत महत्व है। योग ऐसा सशक्त माध्यम है जिससे शारीरिक, बौद्धिक विकास संभव है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री शर्मा ने वृक्षारोपण कर ग्रीन दुर्ग अभियान अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने स्टेडियम परिसर में मौलश्री और बादाम का पौधरोपण किया। इसी कड़ी में उन्होंने डोर-टू-डोर निःशुल्क पौधरोपण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में होगा राज्य स्तरीय आयोजन
आयोजन को सफल बनाने बड़े पैमाने पर तैयारियों के लिए विभिन्न विभागों को दिए गए निर्देश
योग को अमृत विरासत के रूप में बढ़ावा देने संगोष्ठियों, नाटकों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की विशेष पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। इस साल भी देश-दुनिया के हर कोने के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी उत्साह से योग दिवस का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आयोजन की भव्य तैयारियों के संबंध में निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय के मुख्य आतिथ्य में योग दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन किया जाएगा। इसके अनुपालन में तैयारियों के लिए निर्देश विभिन्न विभागों को जारी किया गया है। इन निर्देशों के अनुपालन में तैयारियां आरंभ की जा चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का कार्यक्रम राजधानी के साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में विशेष रूप से होंगे। इनमें शासकीय के साथ ही अशासकीय संस्थाएं भी सहयोग करेगी। योग के प्रति व्यापक जागरूकता विकसित करने तथा कार्यक्रम में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।राज्य स्तरीय आयोजन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में होगा। राज्य स्तरीय आयोजन में समाज के विभिन्न वर्गों की हिस्सेदारी होगी। इसमें वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, विद्यार्थीगण, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधिगण आदि विभिन्न वर्ग सम्मिलित किए जाएंगे। इसके साथ ही सार्वजनिक उपक्रम एवं निजी उद्योगों से भी अधिकतम लोगों की उपस्थिति होगी। इसके लिए समाज कल्याण विभाग एवं कलेक्टर रायपुर को निर्देशित किया गया है। जिला स्तर पर भी समाज के विविध वर्गों की हिस्सेदारी होगी।
छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर निर्धारित योगाभ्यास पर आधारित योग प्रोटोकॉल पुस्तिका का वितरण किया जाएगा। राज्य स्तर पर एवं जिला स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल में मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से किया जाएगा। कार्यक्रम में गैर सरकारी संगठनों का सहयोग भी लिया जाएगा। इसके लिए इन एनजीओ की मदद से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को भी जोड़ा जाएगा। ताकि यहां भी योग विशेषज्ञों की मदद से योग दिवस पर कार्यक्रम कराया जा सके।
नमस्ते योग एप का किया जाएगा प्रचार-प्रसार
नमस्ते योग एप, वाई-ब्रेक एप, योग कैलेण्डर, योग डिक्शनरी आदि का व्यापक रूप में प्रसार किया जाएगा। सार्वजनिक एवं महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान कर यहां योग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही इस दिन योग वेब/संगोष्ठियों के आयोजन के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम, नाटकों आदि का आयोजन किया जाएगा। इस तरह से योग को एक अमृत विरासत के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अखिल भारतीय स्तर के सिकल सेल रिसर्च सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है प्रस्तावःमुख्यमंत्री
मोदी की गारंटी में विकसित भारत के साथ 2047 तक पूरी तरह से खत्म होगी सिकल सेल एनीमिया की बीमारीः श्री साय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में देश 2047 तक विकसित भारत का रूप ले लेगा और इसी दौरान भारत से सिकल सेल एनीमिया की बीमारी भी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज अटल बिहारी वाजपेयी आडिटोरियम, मेडिकल कालेज, रायपुर में विश्व सिकल सेल एनीमिया दिवस के अवसर पर अपना संबोधन दे रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने विश्व सिकल सेल दिवस पर सिकल सेल की स्क्रीनिंग और जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होकर सिकल सेल जागरूकता रथ को रवाना किया और सिकल सेल से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिकल सेल पीड़ितों को जेनेटिक कार्ड का वितरण किया और बस्तर के दूरस्थ क्षेत्रों में भी जागरूकता फैलाने के लिए सिकल सेल की जानकारी देने वाली हल्बी और गोंडी भाषा की पुस्तिका का विमोचन किया।इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री राम विचार नेताम ,शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, वन मंत्री श्री केदार कश्यप भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सिकल सेल की जाँच और परीक्षण आवश्यक रूप से कराना चाहिए और इसकी रोकथाम के लिए सभी को जागरूक होना आवश्यक है l विवाह के पूर्व सभी महिला और पुरुष को सिकलसेल की जाँच करानी चाहिए और दोनों के पीड़ित होने पर शादी नहीं करनी चाहिए ताकि आनुवंशिक रूप से यह बीमारी अगली पीढ़ी मे स्थानांतरित न होने पाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी समुदाय के लोग सिकलसेल एनीमिया से ज्यादातर पीड़ित हैं। इन पीड़ित मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग और आदिम जाति विकास विभाग के सहयोग से जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सिकलसेल के लिए राष्ट्रीय स्तर का रिसर्च सेंटर प्रारंभ करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है ताकि प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया बीमारी से और बेहतर तरीके से बचाव किया जा सके।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य के 33 जिलों के लक्षित 1 करोड़ 77 लाख 69 हजार 535 सिकल सेल स्क्रीनिंग के विरूद्ध कुल 1 करोड़ 11 लाख 06 हजार 561 स्क्रीनिंग कर लिया गया है l इस परीक्षण में 1 करोड़ 06 लाख 24 हजार 245 स्क्रीनिंग निगेटिव पाए गए है। स्क्रीनिंग में 2 लाख 90 हजार 663 वाहक पाये गये हैं तथा 22 हजार 672 को बीमारी प्राप्त हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि राज्य सरकार सिकल सेल एनीमिया को छत्तीसगढ़ से पूरी तरह खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग मिलकर इस बीमारी को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह संकल्प है कि प्रदेश को स्वस्थ और विकसित प्रदेश बनाना है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम में प्रदेश में कार्यरत मितानिन बहनों की अहम भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जागरुकता के माध्यम से ही इस बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है और जेनेटिक कार्ड के इस्तेमाल से इस पर प्रभावी रोकथाम लगायी जा सकती है।
कार्यक्रम के दौरान विधायक श्री खुशवंत साहेब, विधायक श्री अनुज शर्मा, विधायक श्री मोती लाल साहू, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा समेत उच्चाधिकारी, मितानिन बहनें, मेडिकल कालेज के छात्र और स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज एक प्रेरणादायक कदम उठाते हुए अपने गृह ग्राम बगिया में किसान की भूमिका निभाई। उन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हुए मानसून की शुरुआत के साथ ही अपने पुश्तैनी खेतों में धान की बोनी का शुभारंभ किया। यह दृश्य न केवल ग्रामीणों के लिए उत्साहजनक था, बल्कि पूरे राज्य के किसानों के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बना। मुख्यमंत्री श्री साय ने खुद धान की बीज को अपने हाथों से खेतों में बिखेरा। इस मौके पर पारंपरिक वस्त्र और पगड़ी पहने हुए मुख्यमंत्री ने किसानों के साथ जुड़ाव और उनकी समस्याओं के प्रति अपने संवेदनशीलता का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने खेतों में बीज छिड़काव से पहले पारंपरिक पूजा-अर्चना भी की, जो जशपुर और सरगुजा अंचल के किसानों की पुरानी परंपरा है। इस परंपरा के अनुसार, परिवार का मुखिया पहले बीज छिड़कता है और उसके बाद परिवार के अन्य सदस्य उसका अनुसरण करते हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा, खेती-किसानी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। मैं भी एक किसान परिवार से हूं और खेती-किसानी की परंपराओं को जीवित रखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि हमारे किसान आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए अपनी उपज को बढ़ाएं, लेकिन साथ ही अपनी पारंपरिक विरासत को भी बनाए रखें। यह पहल न केवल पारंपरिक कृषि पद्धतियों को पुनर्जीवित करने का प्रयास है, बल्कि इससे यह भी संदेश मिलता है कि मुख्यमंत्री किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी समस्याओं को समझते हैं। हाल ही में, मुख्यमंत्री श्री साय ने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में बेहतर खरीफ फसल के लिए जरूरी तैयारियों की समीक्षा की थी। उन्होंने अधिकारियों को किसानों के लिए खाद-बीज की पर्याप्त व्यवस्था करने और कृषि में तकनीक के अधिक प्रयोग पर जोर दिया था।
मुख्यमंत्री की इस पहल ने राज्य के किसानों में एक नई उम्मीद जगा दी है। बगिया गांव के किसानों ने कहा, मुख्यमंत्री जी का हमारे साथ खेतों में काम करना हमारे लिए गर्व की बात है। इससे हमें प्रेरणा मिलती है और यह दिखाता है कि वे वास्तव में हमारी समस्याओं को समझते हैं और उनका समाधान करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वयं खेती-किसानी कर नया उदाहरण प्रस्तुत किया है कि कैसे एक नेता अपने पारिवारिक और प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए जमीनी स्तर पर जनता के साथ जुड़ सकता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने किसानों से अपील की कि वे आधुनिक तकनीक और पारंपरिक ज्ञान का मिश्रण कर अपनी कृषि उत्पादकता को बढ़ाएं। उन्होंने कहा, हमारी सरकार किसानों की हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम कृषि क्षेत्र में नवाचार और तकनीकी विकास को बढ़ावा देंगे, ताकि हमारे किसान अधिक उत्पादन कर सकें और अपने जीवन स्तर को सुधार सकें। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कृषि आधारित रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को आधुनिक उपकरण के लिए सब्सिडी और तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाएगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवापीएम आवासों को कार्ययोजना बनाकर तेजी से पूर्ण किया जाए : उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक
एक लाख 39 हजार आवास पूर्ण
ग्राम पंचायतों में बनेंगे महतारी सदन
ग्रामीण सचिवालय का होगा आयोजन
बड़े गांवों का होगा योजनाबद्ध विकास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में गठित नई सरकार विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य की जनता को दी गई गारंटी को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी विभागों के काम-काज में कसावट लाने का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के काम-काज की गहन समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास निर्माण के काम में तेजी लाई जाए। कार्ययोजना बनाकर इसे समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बड़े गांवों के व्यवस्थित विकास के लिए भी कार्ययोजना तैयार करें। ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रत्येक सप्ताह ग्रामीण सचिवालय का आयोजन किया जाए। इसी प्रकार पीएम जनमन योजना के तहत आदिवासी बहुल बसाहटों में मूलभूत सुविधाओं सहित सभी प्रमुख योजनाओं से जनजाति परिवारों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि की कमी नहीं होगी। सभी ग्राम पंचायतो में प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किये जा रहे हैं। इन्हें तेजी से पूर्ण करने के लिए कार्ययोजना बनाएं। समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, संयुक्त सचिव श्री तारन प्रकाश सिन्हा, संचालक प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण श्री रजत बंसल, संचालक पंचायत सुश्री प्रियंका ऋषि महोबिया, मिशन संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सुश्री नम्रता जैन, मिशन संचालक, राज्य स्वच्छ भारत मिशन सुश्री संजय चंदन त्रिपाठी समेत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
श्री शर्मा ने कहा कि कई पात्र हितग्राही जो आवास बनाने में सक्षम नही हैं उन्हें वालेंटियर्स के माध्यम से सपोर्ट दिया जाएगा। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि कार्य करने वाले मेंशन की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता हो। जहां मेंशन नही है वहां स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मेंशन की ट्रेंनिंग की व्यवस्था की जाए। निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने वाले विक्रेताओं की सूची भी आवश्यकता पड़ने पर हितग्राहियों को उपलब्ध कराएं।
उहोंने कहा कि एक लॉट में स्वीकृत सभी आवासों का कार्य एक साथ शुरू हो और गृह प्रवेश भी एक साथ हो। आवास निर्माण के लिए हितग्राहियों को बैंकिग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कहा कि जिन ग्रामो की दूरी बैंकिंग क्षेत्र से दूर है वँहा के हितग्राहियों को बैंक सखी, सीएससी और बैंक के मोबाइल बैंकिंग वैन के माध्यम से राशि आहरण करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
एक लाख 39 हजार आवास पूर्ण
अधिकारियों ने बताया कि 1 दिसम्बर 2023 से अब तक 1 लाख 39 हजार आवास का निर्माण कार्य पूर्ण हुए, 62 हजार 577 का कार्य जारी है। उन्होंने कहा की प्रतिमाह औषत 23 हजार से अधिक घर बनाये जा रहे हैं। बैठक में उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत 47 हजार 90 आवास का लक्ष्य रखा गया है जिनमे से 33 हजार 115 आवास का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। इसी प्रकार नियद नेलानार योजना अंतर्गत 689 आवास स्वीकृत किये गए है जिनमे से 384 आवास का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना अंतर्गत 20 हजार 279 आवास स्वीकृत किये गये हैं जिनमे से से 145 आवास को पूर्ण कराया जा चुका है।
ग्राम पंचायतों में बनेंगे महतारी सदन
प्रदेश के ग्राम पंचायतों में महिलाओं के लिए एक सुव्यस्थित महतारी सदन बनाया जाएगा। यह सदन सर्व सुविधायुक्त होगा। इस सदन में महिलाओं की विभिन्न गतिविधियां आयोजित होंगी। उप मुख्यमंत्री ने महतारी सदन की ड्राइंग डिजाइन का अनुमोदन करते हुए इसे तेजी से पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। महतारी सदन का निर्माण लगभग 25 सौ वर्गफुट होगा, यहां बरामदा, एक बड़ाहाल, किचन और स्टोररूम शौचालय जैसी सुविधाएं रहेगी। पानी के लिए ट्यूबवेल के साथ वाटर हार्वेस्टिंग भी किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए इसमे बॉउंड्रीवाल भी बनाये जाएंगे।
ग्रामीण सचिवालय का होगा आयोजन
ग्राम पंचायतो में आने वाली समस्याओं, शिकायतो और प्रकरणों के निराकरण हेतु ग्राम पंचायत में प्रति सप्ताह और विकासखण्ड स्तर में 15 दिवस में 1 दिन ग्रामीण सचिवालय लगाने के निर्देश बैठक में दिए गए। अधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग के लिए पोर्टल बनाने के भी निर्देश दिए।
बड़े गांवों का होगा योजनाबद्ध विकास
बड़े गांवों का योजनाबद्ध ढंग से विकास होगा। इसके लिए प्रथम चरण में 3 हजार से अधिक जनसंख्या वाले गांवों का चयन किया जा रहा है। चयनित गांवों के विकास के लिए भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों के शैक्षणिक भ्रमण हमर छत्तीसगढ़ योजना को पुनः प्रारम्भ करने के निर्देश दिये।
अमृत सरोवरों में गांव की सुविधा अनुसार पौधारोपण करने, पचरी बनाने और शौचालय बनाने के साथ ही मनरेगा अंतर्गत मानव दिवस सृजन हेतु रणनीति बनाने के भी निर्देश दिए। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत राज्य में कार्यरत बीसी सखियों, लखपति दीदी, लखपति दीदियों के प्रशिक्षण, स्व सहायता समूह की महिलाओं को न्यूनतम दर पर ऋण आदि कार्याे की समीक्षा की गई।























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