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सूरजपुर 18 मार्च : कलेक्टर एवं जिलानिर्वाचन अधिकारी (पंचायत) श्री दीपक सोनी के द्वारा त्रिस्तरीय पंचायतों क उप निर्वाचन 2020 हेतुअर्हता तिथि 01 जनवरी 2020 के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने के लिए रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सूरजपुर को अनुविभाग सूरजपुर व सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तहसीलदार सूरजपुर, नायब तहसीलदार रामानुजनगर, प्रेमनगर को खण्ड अंतर्गत आने वाले समस्तग्रामपंचायते, रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) भैयाथान को अनुविभाग भैयाथान व सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तहसीलदार भैयाथान, को खण्ड अंतर्गत आने वाले समस्तग्रामपंचायते, रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) प्रतापपुर को अनुविभाग प्रतापपुर व सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नायब तहसीलदार प्रतापपुर को खण्ड प्रतापपुर अंतर्गत आने वाले समस्तग्राम पंचायत को एवं अपील प्राधिकारी अधिकारी अपर कलेक्टर श्री एस.एन.मोटवानी को नियुक्त किया गया है। रजिस्ट्रीकरण एवं सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी उप जिलानिर्वाचन अधिकारी (पंचायत) के पर्यवेक्षण तथा मार्गदर्शन में कार्य करेंगे तथा उनके अधिकारिता का क्षेत्र उनके समक्ष अंकित अधिकार क्षेत्र तक सीमित रहेगा।
- सूरजपुर 18 मार्च : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर.एस.सिह से प्राप्त जानकारी अनुसार कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सूरजपुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन के अंतर्गत 14 रिक्त पदों के लिए 21 अक्टुबर 2019 को जारी विज्ञापन के अंतर्गत विभिन्न पदों का कौषल एवं लिखित परीक्षा 23 मार्च से 25 मार्च 2020 तक आयोजित किया गया है।
23 मार्च 2020 को आइडियोलाॅजिस्ट समय सुबह 11 बजे से, टेक असिस्टेन्ट आइडियोमेट्रिक समय 11ः45 से, नर्सिंग आॅफिसर समय दोपहर 12ः30 से, ए0एन0एम. समय दोपहर 1ः15 बजे से, प्रोग्राम एसोसिएट-पीएचएन समय दोपहर 02 बजे से, सोषलवर्कर समय दोपहर 2ः45 बजे से, 24 मार्च 2020 को ओ0टी0 टेक्नीषियन समय सुबह 11 बजे से, टेक असिस्टेन्ट हेयरिंग इम्पेरड चिलडरन समय 11ः45 बजे से, सेनियर नर्सिंग आॅफिसर समय दोपहर 12ः30 बजे से, ब्लाॅक मैनेजर अकाउंटेन्ट समय दोपहर 01ः15 बजे से, ब्लाॅक मैनेजर डाटा समय दोपहर 02 बजे से, डिस्ट्रिक्ट मैनेजर डाटा (आई0डी0एस0पी0) समय दोपहर 2ः45 बजे से, 25 मार्च 2020 सेके्रटिएल असिस्टेन्ट समय सुबह 10 बजे से, जूनियर सेक्रेटिएल असिस्टेन्ट समय सुबह 11ः45 बजे से पद के लिए कौषल एवं लिखित परीक्षा कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला सूरजपुर में आयोजित किया गया है। उक्त संबंध में समस्त अभ्यर्थी अपने साथ एक पहचान पत्र (मूल प्रति) एवं वर्तमान के दो रंगीन पासपोर्ट फोटो साथ में लेकर परीक्षा केन्द्र में निर्धारित तिथि को समय सारिणी के 30 मिनट पूर्व उपस्थित होवें। -
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल हिंसा में शहीद जवानों के परिजनों को दी जाने वाली एक्सग्रेशिया राशि को बढ़ाकर 20 लाख रूपए कर दिया है। पहले शहीद जवानों के परिजनों को 3 लाख रूपए एक्सग्रेशिया राशि (अनुग्रह अनुदान) दिया जाता था।
राज्य सरकार के गृह विभाग द्वारा आज इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। राज्य शासन द्वारा पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव पर भारत सरकार की नवीन एसआरई गाईड लाइन के अनुसार नक्सली हिंसा में शहीद जवानों के परिजनों को दी जाने वाली एक्सग्रेशिया राशि में यह वृद्धि की गई है। -
राजनांदगांव : राज्य सरकार ने कोरोना वायरस की महामारी के चलते डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी देवी कि दर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है तथा अब डोंगरगढ़ स्टेशन पर ट्रेनें भी नहीं रूकेंगी बताया जा रहा है कि सरकार ने राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में हर साल लगने वाला मेला को भी स्थगित कर दिया गया है, इस फैसले से श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह निर्णय जरूरी है.
- दुर्ग 17 मार्च : माननीय छत्तीसगढ़ न्यायालय बिलासपुर द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में दिशा निर्देश जारी किये जाने पर माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशन में न्यायालय परिसर में एन्ट्री पाईन्ट सुनिश्चित किया गया है। कोरोना वायरस के प्रभाव को देखते हुए न्यायालय में अनिवार्य प्रकरणों की सुनवाई किया जा रहा है, उसके संबंध में इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि न्यायालय परिसर में अनावश्यक भीड़ न बढे कोई भी व्यक्ति बिना न्यायालयीन आवश्यक कार्य के न्यायालय परिसर में प्रवेश न करें, जिससे न्यायालय में अनावश्यक भीड की स्थिति निर्मित हो।
इसके अलावा माननीय श्री गोविन्द कुमार मिश्रा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश /अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, दुर्ग के द्वारा अन्य आवश्यक कदम भी उठाये गये हैं। कर्मचारियों को मास्क का वितरण किया गया है तथा कोर्ट परिसर में आने वाले व्यक्तियों को गेट पर ही हाथ को स्वच्छ कराये जाने की सामग्री से साफ कराया जाकर प्रवेश दिया जावेगा तथा कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव के लिए जनमानस के द्वारा अपनाये जाने वाली सुरक्षा के नियमों से अवगत कराये जाने हेतु परिसर में पंडाल लगाया जाकर पैरालीगल वालिन्टियर्स द्वारा जानकारी दी जावेगी तथा फ्लेस के माध्यम से लोगों को इस संबंध में जागरूक किया जावेगा। -
- कहा सभी अधिकारी-कर्मचारियों का बनाएं वर्कप्लान, इसके मुताबिक देखें किस तरह से हो रही प्रगति
दुर्ग। संभागायुक्त श्री जीआर चुरेंद्र ने आज हिंदी भवन में संभागीय अधिकारियों की बैठक ली। वहां उन्होंने सभी विभागीय गतिविधियों की समीक्षा की। सबसे पहले संभागायुक्त ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि लोगों में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएं ताकि वे इनसे निपटने के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा बताए सुरक्षा नियमों का पालन करें। उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम के लिए जिस तरह से भी सकारात्मक कोशिश होती है वो करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूल-कालेज के संबंध में शासन ने जो आदेश जारी किए हैं उनका सख्ती से पालन हो ताकि इसके संक्रमण की आशंका को पूरी तरह से रोका जा सके।
संभागायुक्त ने कहा कि जलसंरक्षण सबसे अहम आवश्यकता है। इसके लिए तालाबों के संरक्षण और ऐसे ही प्रयासों को लेकर कुछ निर्देश कलेक्टरों को दिये गए हैं। सभी अधिकारी प्रकृति को सहेजने की दिशा में काम करें। उन्होंने कहा कि अभी व्यापक पौधरोपण अभियान होना है। इसमें आप शासकीय कार्यालयों में भी पौधे लगाएं। इसके लिए माँगपत्र डीएफओ को दे दें ताकि वे आवश्यक पौधों की व्यवस्था कर सकें। संभागायुक्त ने कहा कि इसके साथ ही आश्रम छात्रावासों और स्कूलों में भी व्यापक रूप से पौधरोपण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी एक पैच तैयार कराएं जहां फलों के पौधे रोपे जा सकें, ये सुंदर जगह प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शासकीय भूमि जो खाली पड़ी है और जहां पर बाड़ी की संभावनाएं हो सकती हैं वहां स्वसहायता समूह का चयन कर बाड़ी निर्माण कार्य कराएं। इस मौके पर नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी, डिप्टी कमिश्नर श्री बीएल गजपाल, श्री आरके खुंटे, सुश्री मोनिका कौड़ो, रिसाली कमिश्नर श्री प्रकाश सर्वे, दुर्ग कमिश्नर श्री इंद्रजीत बर्मन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यालयों में वर्क प्लान- संभागायुक्त ने कहा कि कार्यालयों में अनुशासन सबसे अहम है। संभाग स्तरीय अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों का नियमित दौरा करें और सुनिश्चित करें कि स्टाफ समय पर आता रहे। साथ ही अधिकारी-कर्मचारियों का वर्कप्लान भी जरूरी है। अगले दिन का शासकीय कार्य का आठ घंटे का प्लान होना चाहिए। साथ ही मासिक और त्रैमासिक प्लान भी होना चाहिए ताकि इसके अनुसार मानिटरिंग की जा सके। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था कार्य की मानिटरिंग के लिए बहुत अच्छी साबित होती है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी टूर डायरी बनाएं और इसे संभागायुक्त कार्यालय द्वारा तय तिथि तक प्रेषित कर दें। -
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रबंधन के करे उपाय
दुर्ग 17 मार्च : संभागायुक्त श्री जी.आर चुरेन्द्र ने संभाग के सभी कलेक्टरों को जल संकट से बचाव और भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए कारगर उपाय करने के लिए निर्देश जारी किए है। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी के साथ जल, जंगल, जमीन के दोहन में भी इजाफा हुआ है। इसलिए समय रहते इनको बचाने के बेहतर प्रबंधन की जरूरत है। इसके लिए अभियान चलाकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को लेकर भारत सरकार द्वारा जल शक्ति अभियान की शुरूआत भी की गई है। ताकि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बारह महीने जल उपलब्ध रहे। जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल-वार्मिंग जैसी समस्याओं के कारण अनियमित वर्षा, न्यून वर्षा व असमान वर्षा की स्थिति निर्मित हो रही है। इसलिए जल संकट के समाधान हेतु क्रमबद्ध तरीके से प्रयास करना होगा। जिसमें स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन के अमलों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
भूमिगत जल बचाने ग्रामवासियों को आना होगा आगे रबी सीजन में कम पानी की जरूरत वाली फसलें लेने की अपील
. श्री चुरेन्द्र ने ग्राम वासियों से अपील करते हुए कहा कि गांव में विभिन्न जल स्त्रोतों में सालभर पानी उपलब्ध रहे, इसके लिए ग्राम वासियों को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि धान की फसल में बहुत अधिक पानी की जरूरत होती है। इस दृष्टि से ग्राम सभा की बैठक में निर्णय लिया जाए कि खरीफ मौसम के बाद रबी मौसम एवं गर्मी के मौसम में अब नदी-नालों, तालाबों, जलाशयों, बांध, ट्यूबवेल आदि से धान की फसल के स्थान पर दलहन-तिलहन, मक्का, गन्ना, साग-सब्जी आदि की फसल लें। ताकि भूमिगत पानी बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहाॅ बांध, जलाशयों, तालाब के नीचे धरातल में जल का रिसाव ज्यादा हो, दलदल की स्थिति हो, वही पर धान की फसल लें। इसका क्षेत्रफल ग्रामसभा के द्वारा तय किया जाना चाहिए।
सोलर पम्पों से ले जरूरत के मुताबिक पानी
श्री चुरेन्द्र ने कहा कि सौर सुजला योजना के तहत स्थापित सौलर पंप से किसान आवश्यकता के अनुरूप ही पानी सिंचाई करें। किसी भी स्थिति में पानी अनावश्यक न बहे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण/नगरीय क्षेत्रों में स्थित तालाब/डबरी, टारबांध, डायवर्सन स्कीम, चेकडेम, स्टाॅपडेम आदि में पानी भरने के लिए आवश्यकता अनुसार उसके कैचमेंट एरिया में नहर नाली का निर्माण आउटलेट व इनलेट के साथ अनिवार्य रूप से नरेगा या अन्य योजना में या अभिशरण से कराया जावे। स्टाॅपडेम में जब नदी-नालों में पानी का बहाव रहता है तब ही अच्छी तरह बांधा जाए। साथ ही नदी-नालों में अस्थाई नाला बंधान एवं बोरी बंधान उपयुक्त समय पर गांव के सभी पारा, मोहल्ला में एक-एक बंधान श्रमदान की व्यवस्था में किया जाए।
जल संरक्षण के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग जरूरी, कुओं का करें संरक्षण
श्री चुरेन्द्र ने निर्देश दिए कि कुओं के माध्यम से भूमिगत जलस्त्रोत का संरक्षण संभव है इसलिए ग्रामों/शहरों में जो भी पुराने कुॅंआ हैं, उसकी साफ-सफाई, संरक्षण व मरम्मत करवाएं। भी कुंओं को पाटें नहीं। शासकीय परिसर यथा-कार्यालय परिसर, छात्रावास, आश्रम, विद्यालय परिसर या अर्द्धशासकीय निकायों के परिसरों में पर्याप्त स्थान की उपलब्धता के आधार पर वैकल्पिक जल स्त्रोत की व्यवस्था बनाये रखने के लिए परिसरों में डबरी निर्माण, कुॅुआ निर्माण व सोंखता गढ्ढा का निर्माण, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आदि अनिवार्यतः कराया जाए। साथ ही निजी व्यक्तियों के मकान परिसर, कोठार, बाड़ी-बखरी आदि में सोंखता गढ्ढा शत-प्रतिशत स्थान में परिवार के सदस्यों के श्रम व सहयोग से बनाया जाकर अधिक से अधिक जल धरती के नीचे लेे जाया जावे।
बारिश का पानी बचाने डबरी, तालाब और जलाशय का गहरीकरण
ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में उपलब्ध जल ढांचों यथा डबरी, तालाब, टारबांध, जलाशयों आदि की जल भराव क्षमता बढ़ाने कैचमेंट का पानी इन ढांचों में शत-प्रतिशत भरने की व्यवस्था के साथ इन ढाचों का गहरीकरण, विस्तारीकण (नाली निर्माण) और इनके मेढ़पारों का सुदृढ़ीकरण हेतु विशेष पहल किया जावे। यदि इन जल ढाचों के कैचमेंट एरिया व कमांड क्षेत्रों में व जल भराव क्षेत्रों में कोई अतिक्रमण हो तो उसे अभियान में हटाने विशेष पहल कराने ग्राम सभा में निर्णय लिया जावे। गांवों में कन्टूर आधारित जो पहाड़ी पठारी क्षेत्र या ऊंचा क्षेत्र विद्यमान होता है, वहाॅ प्राकृतिक रूप से विकसित छोटे-छोटे नरवा, नाला को आपस में जोड़कर नहरनाली का निर्माण कर उस नहर नाली को आगे बढ़ाते हुए ऐसे फील्ड में ले जाये, जहाॅ गांव में बड़ा शासकीय भूमि हो, जहाॅ बड़ा तालाब बन सके, वहाॅ इस तरह बड़ा तालाब का निर्माण शत प्रतिशत महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत जिले में हर विकासखंड के यथा संभव हर गांव में कराया जावे। ऐसे कार्य कराने के लिए निश्चित तौर पर अतिक्रमण विरोधी दस्ता हर सेक्टर स्तर पर एसडीएम व तहसीलदार द्वारा गठित कराया जावे।
जल प्रबंधन समिति का गठन कर समुदाय को करें अभियान में शामिल जैविक खेती और हरियाली बढ़ाने करें प्रयास
श्री चुरेन्द्र ने कहा कि जल संरक्षण के लिए समुदाय की सहभागिता जरूरी है इसलिए हर गांव व नगरीय क्षेत्रों, में जल प्रबंधन समिति का गठन अनिवार्य रूप से करें। जिसमें अधिकारी और आम नागरिक शामिल हों। इस समिति के माध्यम से जल संरक्षण के कार्य संपादित करवाएं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए अधिक से अधिक पौध रोपण जरूरी है। इसलिए खाली शासकीय भूमि, नदी-नालों के किनारें अधिक से अधिक पौधें लगवाएं ताकि मिट्टी का कटाव रूके और पेड़ पौधों के जड़ों के माध्यम से पानी का स्तर बढ़े। खेती किसानी में परम्परागत गोबर खाद, जैविक एवं केचुआ खाद के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करें। कीट नाशक के रूप में जैविक उत्पादों के इस्तेमाल से अच्छे परिणाम मिल रहे है। इन उपायों से हम जमीन को रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रभाव से बचा सकते है। साथ ही गुणवत्ता युक्त ऑर्गनिक खाद्य सामग्री से अच्छा स्वास्थ्य भी प्राप्त कर सकते है। -
दुर्ग 17 मार्च : जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत अब तक 10728 बच्चों में से 4085 इस प्रकार लगभग 39 प्रतिशत बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर सामान्य श्रेणी में लाया जा चुका है। इस सफलता में महिला एवं बाल विकास विभाग के पूरे अमले के साथ-साथ समुदाय और पालकों की सहभागिता और सक्रियता का महत्वपूर्ण योगदान है। एक तरफ जहाँ परियोजना अधिकारी,सेक्टर पर्यवेक्षक व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लगातार गृह भेंट कर बच्चों के वजन के नियमित अवलोकन एंव काॅउन्सलिंग की जा रही है। वही दूसरी ओर पालक भी जागरूक होकर अपने बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए विभाग का सहयोग कर रहे है।
केस स्टडी-1
-गंभीर रूप से कुपोषित मोहन ने कुपोषण के दानव को हराकर पाई अच्छी सेहत-लगातार निगरानी और देखभाल से सिर्फ चार महीनें में मिली कुपोषण से मुक्ति
परियोजना भिलाई -01 के सेक्टर-खुर्सीपार जोन 03के आगंनबाड़ी केन्द्र -राधा कृष्ण मंदिर 01 के अंतर्गत बालक मोहन यादव को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत शामिल किया गया। मोहन का जन्म 02.फरवरी 2018 को हुआ। बचपन से ही मोहन यादव गले से कुछ खा नहीं पाता था। उसकी मां कुछ खिलाने से डरती थी, क्योेंकि गले में अटकता था। अपनी इस बीमारी के कारण मोहन लगातार कमजोर होने लगा। जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनिता डहारे गृह भेंट पर गई तब इस बच्चें की हालत के बारे में पता चला कि मोहन गंभीर रूप से कुपोषित था। उसने बिना देर किए मोहन को मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सेक्टर खुर्सीपार जोन03 में आयोजित बाल संदर्भ शिविर में ले जाकर स्वास्थ्य जाँच करवाई। जहाँ डाॅक्टर द्वारा बालक मोहन को जरूरी दवाईया,विटामिन सिरप और प्रोटीन पाउडर आदि उपलब्ध कराया गया। बच्चे की माता को समझाईश दी गई कि किस तरह घर में मोहन की देखभाल होनी चाहिए। इसके साथ-साथ मोहन को आंगनबाड़ी में भी प्रतिदिन मूंगफली,गुड,सोया से निर्मित चिक्की, मौसमी फल,दलिया, अण्डा, राजगीर का लड्डू, अंकुरित अनाज इत्यादि पौष्टिक आहार के रूप में दिया जाने लगा जिसके फलस्वरूप बच्चे का वजन लगातार बढ़ने लगा। आज 4 महीने बाद मोहन पूरी तरह से सेहत मंद हो चुका है।
केस स्टडी -2
-मरोदा सेक्टर के अनन्या को मिला मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का लाभ
कुछ ऐसी ही कहानी परियोजना भिलाई-01 के सेक्टर-मरोदा आंगनबाड़ी केन्द्र -बजरंगपारा की बालिका अनन्या नायक की है। मध्यम रूप से कुपोषित अनन्या को कार्यकर्ता सुनीता धीवर द्वारा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत पंजीकृत किया गया। बालिका अनन्या को आंगनबाड़ी में प्रतिदिन मूंगफली,गुड,सोया से निर्मित चिक्की, मौसमी फल,दलिया, अण्डा, राजगीर का लड्डू, अंकुरित अनाज इत्यादि पौष्टिक आहार के रूप में दिया जाने लगा जिसके फलस्वरूप बच्चे का वजन लगातार बढ़ने लगा।इसके अलावा सेक्टर पर्यवेक्षक श्रीमती शिल्पा श्रीवास्तव एंव आंगनबाड़ी कार्याकर्ता द्वारा नियमित गृह भेंट कर अनन्या के माता पिता को उसके पोषण स्तर में सुधार लाने एंव स्वास्थ्य,स्वच्छ जीवन शैली अपनाने प्रोत्साहित किया। साथ ही उसके वजन पर भी लगातार निगरानी रखी गई।जिसका नतीजा यह निकला कि आज बालिका अनन्या अब सामान्य की श्रेणी में आ चुकी है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने बताया कि कलेक्टर श्री अंकित आनंद द्वारा समय-समय पर जारी निर्देश एंव मार्गदर्शन और जिला खनिज न्यास निधि से प्राप्त राशि का उपयोग कर जिले के कुपोषित बच्चों एंव एनीमिक महिलाओं को अतिरिक्त पौष्टिक आहार प्रदाय एंव स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है,जिससे जिले को कुपोषण एंव एनीमिया मुक्त किया जा सके। -
दुर्ग 17 मार्च : विधान सभा क्षेत्र विकास योजनांतर्गत जिले के प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर की अनुशंसा पर ग्राम पंचायत पेंड्री कुटहा में सामुदायिक भवन को पूर्ण करने के लिए 2 लाख 50 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। इसी प्रकार वार्ड 17 वृंदा नगर भिलाई में ओपन मंच निर्माण कार्य के लिए 2 लाख 99 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई है। - दुर्ग 17 मार्च : जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्टर श्री अंकित आनंद की अध्यक्षता में 23 मार्च को संध्या 4 बजे कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आयोजित किया गया है। बैठक में समिति के सभी सदस्यों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने कहा गया है।
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दुर्ग 17 मार्च : शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा विगत दिनों शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन किया गया । इस भ्रमण के आयोजन का उद्देश्य बताते हुए विभागाध्यक्ष डाॅ. शिखा अग्रवाल ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण को छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम की आवश्यकता और ग्रामीण पृष्ठभूमि के विद्यार्थियों को आधुनिक, आर्थिक क्रियाओं से रूबरू कराना था।
नया रायपुर स्थित उर्जा पार्क में छात्रों ने नजदीक से देखा और जाना कि सौर उर्जा किस तरह उत्पन्न की जाती है । देवभोग स्थित देवभोग दुग्ध उद्योग का भ्रमण कर विद्यार्थी स्वरोजगार हेतु प्रेरित हुए। दुग्ध उद्योग में पैकेट बंद दुग्ध, घी, मख्खन, पनीर पेड़ा एवं प्रिजरवेशन की प्रक्रिया से विद्यार्थी अवगत हुए। विभाग की सहायक प्राध्यापक डाॅ. के. पद्मावती के विशेष मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं ने नया रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन भ्रमण कर प्रदेश की आदिवासी संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिला। पहली बार आदिवासी धरोहर को देख छात्र-छात्राएं रोमांचित हुए। सहायक प्राध्यापक डाॅ. अशुमाला के विशेष प्रयासों से आयोजित इस शैक्षणिक भ्रमण में विद्यार्थियों को साइंस सिटी व योजनागत तरीके से बसा नया रायपुर की जानकारी दी। लगभग 35 छात्र-छात्राओं के इस दल को प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह एवं डाॅ. एम.एस. सिद्दकी ने शुभाकामनाओं के साथ रवाना किया और अपेक्षा की यह भ्रमण अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों के लिये बहुउपयोगी होगा। भ्रमण उपरांत विद्यार्थियों द्वारा इसे रोचक और उपयोगी बनाया। विद्यार्थियों को विभिन्न प्रश्नोत्तरी के माध्यम से प्राध्यापकों द्वारा भ्रमण से संबंधित स्थलों के रोचक प्रश्न पूछ कर उन्हें पुरास्कृत भी किया। प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने विभाग को इस शैक्षणिक भ्रमण हेतु बधाई दी और विभाग से अपेक्षा भी कि भविष्य मे विद्यार्थियों हेतु ऐसे भ्रमण का आयोजन किया जाता रहेगा। -
जिले के 16 सक्रिय महिला हों ने किया 175 टन नाडेप कम्पोस्ट और 11 टन केंचुआ खाद का निर्माणधमधा ब्लॉक है केंचुआ खाद बनाने में अग्रणीजिले के 218 गौठानों में अब तक 1010 टंकियां निर्मितिअन्य योजनाओं के तहत 653 वर्मी कम्पोस्ट टंकियां स्थापित
दुर्ग 17 मार्च : ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के उद्देश्य राज्य शासन द्वारा शुरू की गई नरवा गरवा घुरूवा बाड़ी योजना के परिणाम सामने आने लगे हैं। इस योजना से स्व सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार तो मिल ही रहा है साथ ही जैविक खेती का प्रचलन भी बढ़ रहा है। गांव की महिलाएं समूह बनाकर गौठानों में स्थापित वर्मी कम्पोस्ट और नाडेप टंकियों में ऑर्गेनिक खाद का निर्माण कर रही हैं। इस खाद की बाजार में आजकल काफी मांग है। इसके अलावा गांव में स्थित बाड़ियों में भी इसी जैविक खाद की मदद से पौष्टिक सब्जियां उगाई जा रही हैं। जिले के 218 गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट की 357 और नाडेप की 653 टंकियां स्थापित की गई हैं।इन गौठानों में टंकी भरने से लेकर खाद की बिक्री का काम महिलाएं संभाल रही हैं। कृषि विभाग द्वारा आत्मा योजना के तहत पहले महिलाओं को खाद बनाने का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद जिले के 16 महिला स्व सहायता समूहों ने खाद बनाने का काम कर रहे है। दुर्ग ब्लॉक् में 2 महिला समूहों ने
8 क्विंटल कम्पोस्ट खाद(नाडेप) पाटन ब्लॉक के 11 समूहों ने 160 क्विंटल कम्पोस्ट खाद तथा धमधा ब्लॉक के 3 समूहों ने 7 क्विंटल नाडेप कम्पोस्ट खाद और 11 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया है।इस प्रकार कुल 175 क्विंटल नाडेप कम्पोस्ट और 11 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का निर्माण किया जा चुका है।
- पाटन और धमधा के महिला समूह खाद बेचकर कमा रहे अच्छा मुनाफा
पाटन और धमधा ब्लॉक की महिलाओं ने खाद बेचने का काम शुरू भी कर दिया है।यह खाद हाथों हाथ बिक रही है ।गांव के अलावा आस पास के बाजार में भी अच्छा दाम मिलने लगा है। पाटन ब्लॉक के पाहन्दा में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा अब तक 80 क्विंटल नाडेप कम्पोस्ट खाद बेचा जा चुका है। वहीं धमधा के समूहों ने 7 क्विंटल नाडेप कम्पोस्ट और 8 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय किया है। नाडेप टंकी में निर्मित कम्पोस्ट खाद के लिए प्रति किलोग्राम 3 से 5 रुपए और वर्मी कम्पोस्ट (केंचुआ खाद) के लिए प्रति किलोग्राम 7से 10 रुपए का दाम मिल रहा है।
दूसरे चरण का उत्पादन लेने भरी जा रही हैं टंकियां -
सभी वर्मी कम्पोस्ट और नाडेप टंकियों से खाद निकालने के बाद दूसरे चरण का उत्पादन लेने की तैयारी शुरू हो गई है। टंकियों को गोबर एवं दूसरे कृषि अवशेषों से भरने की प्रक्रिया शुरू ही गई है। लगभग 653 टंकियों में से अब तक 100 नाडेप और 357 में से 30 केंचुआ खाद की टंकियां भरी जा चुकी हैं। शेष टंकियां भरने बक काम लगातार जारी है। टंकी भरने के बाद 45 से 60 दिनों के अंदर खाद बनकर तैयार हो जाती है। इस बार धमधा के अलावा अन्य विकासखंड भी केंचुआ खाद बनाने की तैयारी में हैं।
गौठान के अलावा जिले में विभिन्न योजनाओं के तहत 653 वर्मी कम्पोस्ट टंकियां स्थापित
कुछ महिला समूहों द्वारा औसतन 2 से 3 टन वर्मी कम्पोस्ट का किया जा रहा निर्माण
जिले में गौठान के अलावा भी करीब 653 वर्मी कम्पोस्ट की टंकियां विभिन्न योजनाओं के तहत स्थापित की गई हैं।राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 123,परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत 500,जैविक खेती विकास योजना के तहत 30 वर्मी कम्पोस्ट टंकियां स्थापित की गई है। अपनी मेहनत से कई समूह भारी मात्रा में उत्पादन भी ले रहे हैं। दुर्ग विकासखंड के पुरई में जनजागृति आत्मा समूह,कोटमी में गायत्री जैविक खेती आत्मा समूह और नगपुरा के जय सतनाम समूह द्वारा औसत रूप से 2 से 3 टन का वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है।
- किसान अपने खेतों के लिए बना रहे वर्मी कम्पोस्ट
जैविक खेती के प्रति किसानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। किसान खुद भी वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाकर अपने खेतों में इस्तेमाल कर रहे हैं।पाटन विकासखंड ग्राम सोनपुर के किसान जुगनू ठाकुर,अरसनारा के नंदकुमार साहू,गुरुदेव साहू,धमधा के विश्राम पटेल ,टेमरी के योगेश साहू वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन कर अपने खेतों में उपयोग कर रहे हैं। - दुर्ग 17 मार्च : कोरोना वायरस की महामारी के मद्देनजर, जिले में मास्क व सेनेटाईजर की उपलब्धता कीमत नियंत्रण तथा कालाबाजारी पर अकुंश के उद्देश्य से जिलाधीश महोदय, र्दु के निर्देश पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के निरीक्षक बृजराज सिंह, आस्था वर्मा, गायत्री पटेल व पीताम्बर साहू, ईश्वरी नारायण सिंह ने संयुक्त रूप से हाउसिंग बोर्ड काॅम्प्लेक्स, दुर्ग तथा सेक्टर-09 व 06 में स्थित औषधी प्रतिष्ठानों (कुल 36) का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मास्क व सेनेटाईजर की उपलब्धता के संबंध में पूछताछ की गई तथा मास्क व सेनेटाईजर की कीमत सूची काउटंर के पास प्रदर्शित करने के लिए निर्देशित किया गया। उक्त मदों के क्रय-विक्रय अभिलेख भी औषधी प्रतिष्ठानों से मांगे जाए।
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- वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने किया शुभारंभ
दुर्ग 17 मार्च : जिला अस्पताल दुर्ग में नई डायलिसिस यूनिट का शुभारंभ वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने किया। नई डायलिसिस यूनिट के आ जाने से मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। इस यूनिट में कुल 5 मशीने लगाई गई है। जिसमें 4 निगेटिव व 1 पाॅजिटिव मशीन है। पाजिटिव मशीन के माध्यम से एचआईवी और हेपिटाइटिस के मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा उक्त मशीन इसकेग संजीवनी कलकत्ता के माध्यम से लगाई गई है। डायलिसस यूनिट प्रारंभ होने के उपरांत कुल 16 मरीजों का डायलिसिस होना है। वर्तमान में 06 मरीजो का डायलिसिस हो रहा है। जिसमें 04 मरीज निगेटिव है तथा 02 मरीज पाॅजिटिव पाए गए है। माह नवम्बर में जिला अस्पताल में 02 निगेटिव मशीन थी। वर्तमान में 05 मशीने लगाई गई है। जिसमें डायलिसिस हो रहा है।
वीडियो काॅन्फ्रेसिंग के दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जिला अस्पताल में डायलिसिस सुविधा का विस्तार हो रहा है। 5 अतिरिक्त मशीनोें के आ जाने से तकनीकी रूप से प्रशिक्षित स्टाफ से डायलिसिस कराने वाले मरीजों को काफी सुविधा मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि जीवनधारा कार्यक्रम (राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम ) के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन द्वारा राज्य स्तर से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से एस्कैग संजीवनी प्राइवेट लिमिटेड से अनुबंध किया गया है। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने कहा कि डायलिसिस यूनिट के विस्तार होने से और प्रशिक्षित स्टाफ के बढ़ जाने से, अनुबंधित संस्थान द्वारा नेफ्रोलाॅजिस्ट उपलब्ध कराने से सुविधाओं का विस्तार हुआ है। जिला अस्पताल में सुविधाओं के बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किये जाएंगे। मरोदा के मनोज मुरूगवार ने बताया कि पहले पहले वे शंकराचार्य अस्पताल में डायलिसिस करवाते थे उसमें 2000 रूपये प्रति डायलिसिस के खर्च होते थे। अब जिला अस्पताल में निःशुल्क डायलिसिस के सुविधा विस्तार होने से उन्हें आर्थिक रूप से राहत मिलेगी।
ऐसे ही भिलाई निवासी उमेश कुमार नेे बताया कि पहले उन्हें एमएमआई रायपुर में डायलिसिस कराने जाना पड़ता था। जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा के विस्तार होने पर अब रायपुर नही जाना पड़ेगा।इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गंभीर सिंह ठाकुर, सिविल सर्जन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - दुर्ग 17 मार्च : शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग के भू-गर्भशास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के नये डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर होंगे। इस आशय का आदेश आज छत्तीसगढ़ शासन, उच्च शिक्षा विभाग ने जारी किया। उल्लेखनीय है कि डाॅ. नीरजारानी पाठक के इस पद से शास. महाविद्यालय, मचांदुर स्थानान्तरण होने के बाद लगभग 8 माह से यह पद रिक्त था। डाॅ. श्रीवास्तव की पदस्थापना के पश्चात् विद्यार्थियों की समस्याओं के निराकरण में मदद मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि 1989 में एम.एस.सी भ-ूगर्भशास्त्र की परीक्षा में मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त गोल्ड मेडलिस्ट डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ अंचल में नैक मूल्यांकन एवं प्रत्यायन के जाने-माने विशेषज्ञ के रूप में जाने जाते है। डाॅ. श्रीवास्तव को 2008 में काॅमन वेल्थ अकादमिक स्टाॅफ फेलोशिप, 2008 में यूजीसी का पोस्ट डाॅक्टरेट रिसर्च अवार्ड तथा 2009 में यू एस इंडिया फुलबाईट विजिटिंग लेक्चरर फेलोशिप प्राप्त हो चुकी है। इसके अंतर्गत डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने 12 अमरीकी विश्वविद्यालयो ंजैसे पर डयू, सेन फ्रांसिस्को, केलीफोर्निया, टेक्सास, न्यूयार्क, पोर्टलैंड, इंडियाना, मिशिगन आदि में आमंत्रित व्याख्यान दे चुके है। डाॅ. श्रीवास्तव ने पर्यावरण पर केंद्रित 2 पुस्तकें भी लिखी है। वे अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं के निर्णायक मंडल के सदस्य हैं। 1995 में युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्त डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव के अनेक शोधपत्र प्रकाशित हैं। भारत में नैक मूल्यांकन एवं अन्य विषयों पर लगभग 200 उच्च शिक्षा संस्थानो मे डाॅ. श्रीवास्तव आमंत्रित व्याख्यान दे चुके हैं। हाॅल ही मे बैगलौर स्थित ईस्टीट्यूट ऑफ स्काॅलर द्वारा डाॅ. श्रीवास्तव को बेस्ट टीचर ऑवार्ड 2020 प्रदान किया गया है। डाॅ. श्रीवास्तव की नियुक्ति पर साइंस काॅलेज दुर्ग के प्राचार्य डाॅ. आर.एन.सिह एवं महाविद्यालय परिवार ने बधाई दी है। -
जिले में किडनी के मरीजों को अब बाहर जाकर इलाज कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी डायलीसिस यूनिट के उद्घाटन के साथ ही अब जिला चिकित्सालय में डायलीसिस की सुविधा मिलने लगेगी
महासमुन्द 17 मार्च : एस्काग संजीवनी और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच हुए करार के मुताबिक जिला चिकित्सालय में निःशुल्क डायलीसिस यूनिट शुरू कर दिया गया है। आज राष्ट्रीय निःशुल्क डायलीसिस कार्यक्रम के तहत प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के चार जिलों में नवनिर्मित डायलीसिस यूनिट का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस में सबसे पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला ने शुरूआत की। बढ़ते क्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल व अन्य पदाधिकारियों से तैयारियों का जायजा लिया। इसके पश्चात् स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए रूबरू हो कर डायलीसिस यूनिटों से संवाद किया और महासमुंद सहित प्रदेश के चार जिलों में ऑनलाइन पद्धति से निःशुल्क डायलीसिस यूनिट का उद्घाटन किया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने राष्ट्रीय स्तर पर संचालित हो रहे इस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए स्वास्थ्य अमलों को बेहतर प्रबंधन कर व्यवस्थागत सुचारू सेवाएं प्रदान करने की ओर लक्षित किया। साथ ही उन्होंने अधिकाधिक मरीजों तक डॉ खूबचंद बघेल योजना का लाभ पहुंचाने की बात कही। उन्होंने पूरी दुनिया सहित छत्तीसगढ़ प्रांत में मंडरा रहे कोरोना वायरस के खतरे से आगाह करते हुए आमजन से अपील की, कि वे समाज में व्याप्त भ्रांतियों से दिग्भ्रमित न हों और साफ-सफाई में मुख्य रूप हाथ धोने की आदत डालें। उन्होंने, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचने और संक्रमण की आशंका होने पर शासन की ओर से उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ लेने की जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि विगत कुछ महीनों से जिले में निःशुल्क डायलीसिस यूनिट शुरू किए जाने के प्रयास किए जा रहे थे। जिसके तहत आज जिला अस्पताल में प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में मरीज उपस्थित रहे। इस दौरान उद्घाटन दिवस पर ही किडनी रोग से ग्रसित 52 वर्षीय बेलसोंडा निवासी श्री पोषण कुमार गहरवाल का निःशुल्क डायलीसिस भी सफलतापूर्वक कर लिया गया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल ने प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ परदल व जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार के साथ डायलीसिस यूनिट का निरीक्षण कर लगाए गए सभी उपकरणों एवं प्रदाय की जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। यहां, डायलीसिस यूनिट में सेवाएं प्रदाय कर रहीं एमडी मेडिसिन चिकित्सक डॉ हेमेश्वरी वर्मा ने बताया कि अब मरीजों को इलाज के लिए जिले से बाहर जाकर कोई अतिरिक्त व्यय नहीं करना पड़ेगा क्योंकि इस यूनिट में हीमोडायलीसिस के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से लैस तीन मशीनें लगाई गईं हैं। जिससे किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को जिले में ही निःशुल्क डायलीसिस व लैब जांच इत्यादि की सुविधाएं मिलने लगी है। अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी ने बताया कि एस्काग संजीवनी के साथ विभाग का अनुबंध है, जिसके तहत नेफ्रोलॉजिस्ट यानी किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ प्रवेश जैन भी समय-समय पर अपनी सेवाएं देते रहेंगे। इन व्यवस्थाओं के साथ शुरू हुए डायलीसिस यूनिट में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ दो अनुभवी तकीनीशियन और एक चतुर्थ वर्ग स्वास्थ्यकर्मी को भी काम पर लगाया गया है। ऐसे में प्रतिदिन यहां तकरीबन 06 से 08 मरीजों को हीमोडायलीसिस की सुविधा आसानी से उपलब्ध कराए जाने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। - महासमुन्द 17 मार्च : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुन्द के सचिव श्री मोहम्मद जहांगीर तिगाला ने बताया कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर द्वारा हाईकोर्ट एवं जिला कोर्ट के लिए कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में एडवाईजरी जारी की गई हैं। जिसके अनुसार न्यायालय परिसरों में पक्षकारों एवं सामान्यजनों के प्रवेश को नियंत्रित कर भीड़ ईकट्ठा न होने देने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए है। इस संबंध में जिला न्यायाधीश श्रीमती सुषमा सावंत द्वारा न्यायाधीशों एवं अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों की पृथक-पृथक बैठक लेकर सुरक्षा उपायों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होनें अधिवक्ता संघ से भी अनुरोध किया है कि जब तक अत्यावश्यक ना हो वे पक्षकारों को कोर्ट में आने से मना करें। जिला न्यायालयों में सिविल और क्रिमिनल केसेस में पक्षकारों की उपस्थिति आवश्यक नहीं होने की सूचना देते हुए, बताया गया कि पक्षकारों की अनुपस्थिति के कारण न्यायालयों द्वारा कोई विपरीत आदेश पारित नहीं किया जाएगा।
एडवाईजरी अनुसार कोर्ट के समस्त कर्मचारियों को मास्क अथवा पेपर नेपकिन लगा रूमाल बांधकर ही कोर्ट में बैठने के सुझाव दिए गए है। कोर्ट में प्रवेश के समस्त द्वार बंद कर केवल एक ही द्वार से प्रवेश करना सुनिश्चित किया गया है। उक्त द्वार पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाकर न्यायालयीन कर्मचारियों, अधिवक्ताओं एवं पक्षकारगण के न्यायालय में प्रवेश करने के पूर्व हैण्डवाॅश से हाथ धुलवाकर ही प्रवेश की अनुमति प्रदान की जा रही है और माॅस्क लगाने के सुझाव दिए जा रहे हैं। जिला कलेक्टर से न्यायालय परिसर के लिए थर्मल स्केनर की व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया है। न्यायालयीन कक्षों में उपलब्धता अनुसार हैण्डवाॅश एवं सैनेटाईजर की व्यवस्था करने संबंधी दिशा-निर्देश जारी किए गए हंै।
जेल अधीक्षक, महासमुंद को निर्देशित किया गया है कि न्यायालयों के स्पष्ट आदेश के बिना वे आगामी आदेश तक अभिरक्षाधीन बंदियों को न्यायालयों में प्रस्तुत नहीं करें। समस्त न्यायालयों को वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अभिरक्षाधीन बंदियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिला न्यायाधीश श्रीमती सुषमा सावंत द्वारा समस्त नागरिकों से अपील की गई है कि सुरक्षा ही बचाव है अतः वर्तमान परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए अपने तथा अपने परिवार की सुरक्षा के लिए केन्द्र एवं राज्य शासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा बचाव के संबंध में दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। - महासमुन्द 17 मार्च : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश एवं जिला पँचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जिले में 16 मार्च से 31 मार्च 2020 तक कोरोना वायरस और स्वच्छता से संबंधित जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के लिए कलेक्टर श्री जैन द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग को नोडल विभाग एवं जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री सुधाकर बोदले को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग इसमे सहायक विभाग हैं। जागरूकता अभियान अंतर्गत ग्राम-वार्ड स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु जागरूक किया जा रहा है।
विभाग के पर्यवेक्षक एवं परियोजना अधिकारियों द्वारा अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सरपंच सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, महतारी समिति के सदस्यों, ग्रामीण स्वयं सेवकों की लघु समूह (8 से 10 लोगों के समूह) की बैठक लेकर इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अभियान के दूसरे दिन 17 मार्च को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी श्री बोदले द्वारा महासमुन्द ब्लॉक के 3 पंचायतों झालखम्हरिया, कोसरंगी और खट्टी में भ्रमण किया गया। खट्टी के सरपंच श्री दूजराम साहू और झालखम्हरिया के सरपंच श्री यशवंत साहू इस अभियान में शामिल हुए। उन्होंने अगले 14 दिन अपने पंचायत में डोर टू डोर अभियान चलाने हेतु सभी पंचों और ग्रामीण जनों को इस अभियान में जोड़ने की बात कही। उनके द्वारा जिला स्तरीय नोडल अधिकारी उपस्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं , जन प्रतिनिधियों, आंगनबाड़ी की महतारी समिति के सदस्यों के लघु समूह की बैठक भी ली गई। ग्राम कोसरंगी के लघु समूह बैठक में स्वास्थ्य विभाग की ए.एन.एम. श्रीमती आर के ध्रुव भी उपस्थित थी। उनके द्वारा हाथ धुलाई की विधि का प्रदर्शन भी किया गया।
हाथ धुलाई के इस अभियान में महासमुन्द के निदान एन.जी.ओ. संचालक श्री सुरेश शुक्ला भी जुड़े हैं। उनके द्वारा जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में इस अभियान हेतु एक-एक बॉटल हैंडवाश निःशुल्क देने हेतु सहमति दी गई है। जन जागरूकता हेतु जिला प्रशासन के इस पहल में जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं, स्वयं सेवकों के स्वतः स्फूर्त होकर जुड़ने से यह अभियान जिले में तीव्र गति से प्रसारित हो रहा है। - महासमुन्द 17 मार्च : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देश पर कलेक्टर जन चैपाल में अपर कलेक्टर श्री शरीफ मोहम्मद खान ने जिले के दूर-दराज से आए नागरिकों एवं प्रतिनिधि मंडल से आवेदन प्राप्त कर उनके समस्याओं को सुना तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर जन चैपाल में बसना विकासखंड के ग्राम सोनामुंदी के श्री पुनालाल साहू ने अपने खेत में तालाब निर्माण कर मछली पालन करने के लिए ऋण दिलाए जाने के लिए अनुरोध किया। इसी प्रकार महासमुन्द विकासख्ंाड के ग्राम बेमचा के श्री सालिकराम ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत राशि दिलाए जाने की मांग की, शीतला पारा महासमुन्द के दिव्यांग श्री नंदकुमार ने व्यवसाय के लिए ऋण दिलाने, ग्राम साराडीह के श्री बरातू ने अपने आधार कार्ड में जन्मतिथि सुधरवाने, श्रीमती मालती बाई ने निराश्रित पेंशन राशि दिलाने, भोरिंग के श्री हरखराम साहू ने आर्थिक सहायता राशि एवं इलेक्ट्राॅनिक व्हील चेयर दिलाने, नयापारा महासमुन्द के श्रीमती तनुजा दुबे ने उनके पति की मृत्यु कुएँ में डुबने से होने पर आर्थिक सहायता राशि दिलाने, ग्राम कोमाखान के श्री गजानंद ने उनकी पत्नि की मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता राशि दिलाने, ग्राम झालखम्हरिया के श्रीमती गोदावरी निषाद ने अपने पति के मृत्यु साॅप काटने से होने पर अंतिम समीक्षा रिपोर्ट दिलाने, बसना के श्रीमती दुरपति यादव ने उनके पति की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता राशि दिलाने तथा ग्राम पासिद एवं मुड़ियाडीह के पंचायत प्रतिनिधियों ने पासिद एवं मुड़ियाडीह में रेत खदान प्रारंभ करने की अनुमति दिलाने का अनुरोध किया। इस प्रकार आज जिले क 65 नागरिक एवं प्रतिनिधि मंडलों ने कलेक्टर जन चैपाल में आवेदन पत्र सौंपा। इस अवसर पर अधीक्षक श्री मुन्ना लाल ताण्डी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
महासमुन्द 17 मार्च : पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना शासन की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिले में वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल दो लाख 06 हजार 60 जाॅबकार्डधारी परिवारों में से कुल एक लाख 24 हजार 795 परिवारों को रोजगार प्रदाय करते हुए 66 लाख 62 हजार 603 मानव दिवस सृजित किया गया है, जिसमें 31 लाख 82 हजार 957 महिला मानव दिवस है। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल दो लाख चार हजार 502 जाॅबकार्डधारी परिवारों में सें एक लाख 4 हजार 737 परिवारों को रोजगार प्रदाय करते हुए 53 लाख 12 हजार 653 मानव दिवस सृजित किया गया है, जिसमें 25 लाख 82 हजार 122 महिला मानव दिवस है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन में विशेष कर ग्रामीण महिलाओं कि विशेष भूमिका रही है। इसी उद्देशय से राज्य शासन के निर्देशानुसार आजीविका मिशन में स्व-सहायता समूह में शामिल महिलाओं को अब महात्मा गांधी नरेगा में मेट की चयन में प्राथमिकता दी जाएगी इससे महिलाएॅ भी है। महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो में अपनी सतत् भागीदारी दे सकेगी।
आजीविका मिशन एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की संयुक्त भागीदारी से जनपद एवं ग्राम पंचायत स्तर में मेटों के पद पर चयन हुए महिलाओं को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे महात्मा गांधी नरेगा के कार्यो में वे महिलाएॅ अपनी शत्-प्रतिशत योगदान दे सके। प्रोजेक्ट उन्नति अंतर्गत बिहान से सक्रिय विकासखण्ड महासमुन्द, बागबाहरा एवं पिथैारा के महिलाओं एवं रोजगार सहायकों को प्रशिक्षण दिया गया। उक्त प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक डीडीयूजीकेवाई अंतर्गत पीआईए देना आर सेटी के अधिकारी उपस्थित होकर रोजगार एवं स्व रोजगार की जानकारी दिए एवं उन्नति प्रोजेक्ट में सर्वे करने के विषय में जानकारी दिए गए। इसी कड़ी में 18 मार्च 2020 को विकासखंड बसना एवं 19 मार्च 2020 को विकासखंड सरायपाली में प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण के प्रशिक्षणार्थी अपने लिए स्थाई कार्य कर सके एवं जीवन स्तर में वृद्धि लाए। - महासमुन्द 17 मार्च : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय मेें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत विभिन्न रिक्त संविदा पदों पर विज्ञापन जारी किया गया था। इसके उपरांत आवेदन प्राप्ति की अंतिम तिथि तक प्राप्त आवेदनों के आधार पर दावा-आपत्ति (पात्र एवं अपात्र अभ्यर्थियों की सूची) सूची तैयार की गई है। इस दावा-आपत्ति सूची को कार्यालय के सूचना पटल एवं जिले के वेबसाइट ूूूण्डंींेंउनदकण्हवअण्पद में अवलोकन किया जा सकता है। कार्यालय द्वारा जारी दावा-आपत्ति सूची के आधार पर आवश्यकतानुसार अभ्यर्थी 26 मार्च 2020 तक कार्यालय द्वारा जारी निर्धारित प्रारूप में, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी महासमुन्द में स्वयं उपस्थित होकर दावा आपत्ति आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
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स्वास्थ्य सूचकांक में आई गिरावट को दुरुस्त करने स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के अनुविभागीय अधिकारी ले रहे हैं बैठक
महासमुन्द 17 मार्च : विगत पखवाड़ा भर पूर्व ही कलेक्टोरेट के सभा कक्ष में स्वास्थ्य सूचकांक को दुरूस्त करने के लिए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए। श्री जैन ने जिले के गिरते स्तर को देख खासी नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ा रुख अख्तियार कर सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा। इस तारतम्य में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कलेक्टर श्री जैन की समझाइश पर अमल करते हुए विकासखंड स्तर पर निरीक्षण और प्रशिक्षण सहित आवश्यक बैठकों का दौर तेज कर दिया गया है।
इसी कड़ी में विकासखंड सराईपाली में अनुविभागीय अधिकारी (प्रशासन) श्री कुणाल दुदावत की अध्यक्षता में बहुआयामी चर्चा हुई। उनके साथ पहुंचे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने एसडीएम को वर्तमान वस्तुस्थिति से अवगत कराया। एसडीएम श्री दुदावत ने अब तक अमल में लाई जा रही डाटा अंकन प्रणाली के तरीकों का जायजा लिया और त्रुटि सुधार करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इसी तरह विगत दो दिन पूर्व ही विकासखंड बसना में भी स्वास्थ सूचकांक को लेकर श्री दुदावत ने स्वास्थ्यकर्मियों को कड़ी नाराजगी जाहिर की थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लक्ष्यपूर्ति को अनिवार्य कर्तव्य बताते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की समस्या होने पर सीधा उनसे संपर्क किया जा सकता है। डीपीएम श्री ताम्रकार ने बताया कि प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरके परदल ने जिले के समस्त विकासखंडों में बैठकें आयोजित कर समस्या समाधान करते हुए स्वास्थ सूचकांक में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं। जिसमें बागबाहरा, बसना, महासमुंद, सरायपाली और पिथौरा विकासखंड में खंड चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, बीईटीओ, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक, विकासखंड डाटा प्रबंधक, सेक्टर सुपरवाइजर, पीएडीए एवं स्वास्थ्यकार्यकर्ता उपस्थित थे। -
महासमुन्द 17 मार्च :जिले के कोषालयों एवं उप कोषालयों में वित्तीय वर्ष 2019-20 से संबंधित सभी देयक 25 मार्च 2020 तक स्वीकार किये जाएंगे। इस संबंध में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिले के समस्त आहरण-संवितरण अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वित्त विभाग के जारी निर्देशों का पालन करते हुए समस्त देयक निर्धारित तिथि तक कोषालय एवं उपकोषालयों में जमा कराएं। वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्री डी.पी. वर्मा ने बताया कि जिले के सभी विभागों के अधिकारी वित्तीय वर्ष के दौरान समस्त देयक कोषालय एवं उप कोषालयों में 25 मार्च 2020 तक हर हालत में जमा कराएं। - महासमुन्द 17 मार्च : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने आज यहाॅ जिला कार्यालय के सभा कक्ष में समय-सीमा की बैठक लेकर समय-सीमा के पत्रों की समीक्षा की और इनके निराकरण के निर्देश दिए। बैठक में उन्होनेें लोकसेवा गारंटी, सी.एम. जन चैपाल, पी.जी.एन., कलेक्टर जन चैपाल, पी.एम. पोर्टल सहित अन्य के प्रकरणों के निराकरण के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को कहा गया है।
समय-सीमा की बैठक में कलेेक्टर श्री जैन ने राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होनेें आधार एण्ट्री, डिजिटल हस्ताक्षर, सामुदायिक वनपट्टा, भू-भाटक सहित अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए इनमें प्रगति लाने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए। समय-सीमा की बैठक में श्रम योगी मान-धन योजना के संबंध में कलेक्टर ने कहा कि वन महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य सहित पंचायत के नरेगा श्रमिकों से आवेदन प्राप्त किये जाए। ये आवेदन जिले में कार्यरत् सी.एस.सी. के माध्यम से लिए जाएंगे। इसके लिए श्रम विभाग, ई. डिस्ट्रिक्ट मैनेजर सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों को इस कार्य में समन्वय के साथ कार्य करनें के लिए कहा गया है। बैठक मेे कलेक्टर ने आसन्न गर्मी को देखते हुए नगरीय क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था बनाए रखनें के लिए कहा है, वही उन्होनें मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को नगरीय क्षेत्रों को टैंकर मुक्त करने तथा इसके लिए की गयी वैकल्पिक व्यवस्थाओं एवं योजनाओं की जानकारी ली। इसके अलावा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, किसान मान-धन योजना की समीक्षा की और इसमें प्रगति लाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, एस.डी.एम. सरायपाली श्री कुणाल दुदावत, अपर कलेक्टर श्री शरीफ मोहम्मद खान, अनुविभागीय अधिकारीगण सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थें। - बेमेतरा 17 मार्च : ग्रामीण भारत डिजिटलीकरण योजना के नाम पर बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड मे ग्रामीण शिक्षा परियोजना निरीक्षक पद के लिए युवाओं को झुठे प्रलोभन दिखाकर आवेदन आमंत्रित करने के नाम पर अज्ञात लोगों द्वारा 450रु. का बैक ड्राफ्ट मंगाया जा रहा है। इस संबंध मे जिला पंचायत के सी.ई.ओ.श्रीमती रीता यादव ने बताया कि शासन द्वारा इस तरह का कोई विज्ञापन जारी नही किया गया है। युवा इस प्रकार के छद्म विज्ञापन के झांसे मे न आयें और न ही किसी प्रकार का कोई बैंक ड्राफ्ट सबमिट न करें। जिला पंचायत सी.ई.ओ. ने कहा है कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा युवाओं से संपर्क किया जा रहा है तो इसकी सूचना अपने निकटतम पुलिस थाने/पुलिस चैकी मे दें।