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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कोरिया : जिला प्रशासन ने सोनहत में 06 दिसम्बर 2024 को जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने जिला अधिकारियों से कहा है कि उक्त शिविर में पहुंचकर महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में आम लोगों को अवगत करांए। श्रीमती त्रिपाठी ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा है कि इस शिविर में बड़ी संख्या में आए और अपनी समस्याओं को दर्ज कराएं।
बता दें जनसमस्या निवारण शिविर का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करना और जनहित के मुद्दों पर तत्परता से कार्यवाही करना है। इन शिविरों में जिला प्रशासन व विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। शिविर के दौरान नागरिक अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकेंगे और तुरंत आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकेंगे। प्रशासन ने आम जनता से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपनी समस्याएं प्रस्तुत करने का आग्रह किया है, ताकि समय पर उनका निवारण हो सकें। -
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जनदर्शन रू समस्याओं को सुनने और हल करने के साथ लोगों की उम्मीद की किरण भी हैकोरिया : ग्राम भैंसवार की कच्ची गलियों में रहने वाली सोनामती का जीवन संघर्षों का पर्याय बन चुका था। एक समय था जब वह अपने परिवार के साथ खेतों में काम किया करती थी। लेकिन कुछ साल पहले एक अजीब-सी तकलीफ ने उसे घेर लिया। उसके बांए हाथ ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया। अनगिनत इलाज और तीन ऑपरेशनों के बावजूद हाथ ठीक नहीं हुआ। दर्द और बेबसी के बीच, वह अब दूसरों पर निर्भर हो गई थी।
सोनामती के पति अनिल कुमार का कमाई का साधन भी सीमित था। वे अपनी पत्नी की तकलीफ तो समझते थे, लेकिन इलाज और घर चलाने के बीच उलझे हुए थे। सोनामती के लिए अब हर दिन एक नई चुनौती बन गया था। वह ना घर के कामकाज में हाथ बंटा पाती, ना ही अपने बच्चों की देखभाल में। इसी बीच, एक पड़ोसी ने बताया कि जिले की कलेक्टर, श्रीमती चन्दन त्रिपाठी, हर हफ्ते जनदर्शन कार्यक्रम आयोजित करती हैं। ष्कलेक्टर के पास जाओ, शायद कोई हल मिले, पड़ोसी ने सलाह दी।
सोनामती ने सारी हिम्मत जुटाकर अपने पति के साथ जनदर्शन का रुख किया। वहां उन्होंने अपनी तकलीफ बताई उसका हाथ ठीक नहीं हो पाया है और विकलांगता के कारण रोजमर्रा की जिंदगी और भी मुश्किल हो गई है। उन्होंने विकलांग प्रमाण-पत्र बनवाने की गुहार लगाई ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके।
कलेक्टर ने उसकी बात ध्यान से सुनी और तत्काल समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया। सोनामती के लिए यह एक उम्मीद की किरण थी। कुछ ही दिनों में विकलांग प्रमाण-पत्र बनकर उनके हाथों में था। यह प्रमाण-पत्र सिर्फ एक दस्तावेज नहीं था। यह सोनामती के लिए एक नया जीवन था। इसके जरिए उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हुआ। अब उन्हें आर्थिक मदद और विशेष सुविधाएं मिलने लगीं।
सोनामती की आंखों में आंसू थे, लेकिन ये आंसू अब खुशी के थे। ‘मैं हार मान चुकी थी। लेकिन कलेक्टर मैडम ने मुझे मेरी ताकत लौटा दी,‘ वह कहती हैं। जनदर्शन जैसे कार्यक्रम, जहां प्रशासन आम जनता की समस्याओं को सुनता और हल करता है, उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपनी आवाज को दबा हुआ महसूस करते हैं। -
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उम्मीद की एक किरण लेकर आई मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजनाकोरिया : सोनहत विकासखंड के छोटे से गांव सलगवां में रहने वाले 75 वर्षीय प्रेमजीत की जिंदगी उस वक्त अंधकारमय हो गई, जब डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें स्किन कैंसर है। उनके बेटे बिहारी और पोते शिवम के लिए यह खबर किसी वज्रपात से कम नहीं थी। आर्थिक तंगी से जूझ रहा यह परिवार सोचने लगा कि इलाज की महंगी प्रक्रिया को कैसे पूरा किया जाएगा।
आयुष्मान कार्ड ने शुरुआती राहत दी, लेकिन जब डॉक्टरों ने बताया कि इलाज लंबा और खर्चीला होगा, तो उनकी चिंता बढ़ गई। यही वह वक्त था जब उम्मीद की एक किरण लेकर आई मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना। अस्पताल प्रबंधन ने योजना के तहत आवेदन कराया और जल्द ही इलाज के लिए 3 लाख 36 हजार रुपये स्वीकृत हो गए।
शिवम ने निभाया अपना फर्जशिवम ने अपने दादा के इलाज की पूरी जिम्मेदारी संभाल ली। वह अस्पताल में घूम-घूमकर अपने दादा को टेस्ट कराते, दवाइयों का प्रबंध करता और हर वक्त अपने दादा के पास मौजूद रहता।
संस्कार असली संपत्तिप्रेमजीत की आंखों में अपने पोते के लिए गर्व और आभार था। उन्होंने कहा, ‘जिंदगी के इस मोड़ पर जब मैं टूट चुका था, शिवम ने मुझे संभाला।‘ उन्होंने एक दोहा सुनाते हुए कहा, ‘पूत कपूत तो क्यों धन संचय, पूत सपूत तो क्यों धन संचय। ‘‘धन नहीं, संस्कार असली संपत्ति है। मैंने संस्कारवान पोता कमाया है।
संजीवनी बनी सरकारी योजनाशिवम का कहना है, ‘अगर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना न होती, तो हम अपने दादा का इलाज नहीं करवा पाते। यह योजना वास्तव में गरीबों के लिए वरदान है। मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ।‘
नई उम्मीद की शुरुआतआज प्रेमजीत की तबीयत पहले से बेहतर है। उनके चेहरे पर संतोष और विश्वास झलकता है। शिवम के त्याग और मुख्यमंत्री की योजना ने न केवल प्रेमजीत को नया जीवन दिया, बल्कि यह दिखाया कि जब परिवार और सरकार दोनों साथ हों, तो बड़ी से बड़ी मुश्किल को पार किया जा सकता है। यह कहानी सिर्फ कैंसर से लड़ाई की नहीं, बल्कि परिवार, संस्कार और आशा की जीत की भी है। -
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कोरिया : कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग द्वारा खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। आज किए गए निरीक्षण के दौरान सात वाहनों को अवैध खनिज परिवहन करते हुए पकड़ा गया। खनिज अधिकारी भूषण कुमार पटेल और उनकी टीम ने ट्रेक्टर सीजी 16 सीएम 6930 वाहन चालक मनोज कुमार, वाहन मालिक श्री वीर साय, सोल्ड महेन्द्रा ट्रेक्टर वाहन चालक हीरा सिंह, वाहन मालिक श्री सुशील साहू, सोल्ड महेन्द्रा ट्रेक्टर वाहन चालक रमेश कुमार, वाहन मालिक श्री रामधनी, टेªक्टर सीजी 16 ए 2321वाहन चालक बब्लू, वाहन मालिक कमलेश साहू, टीपर सीजी 15 डीआर 2591 वाहन चालक श्री सुरेश, वाहन मालिक राजू खटीक, टीपर सीजी 16 ए 2454 वाहन चालक श्री प्रताप सिंह, वाहन मालिक रवि गुप्ता एवं मिनी ट्रक सीजी 16 ए 20 98 वाहन चालक अखिलेश कुमार, वाहन मालिक सुदर्शन है। इन सभी वाहनों को अवैध ईंट, रेत और गिट्टी परिवहन करते हुए पकड़ा गया। सातों वाहनों को समीपस्थ बैकुंठपुर, चरचा एवं पटना थानों में अभिरक्षा में रखा गया है।
खनिज विभाग ने छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 के नियम 71 और खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम 1957 के नियम 21 से 23 (ख) के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपियों से अर्थदंड की राशि खनिज मद में जमा कराई जाएगी। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसी गतिविधियों की जानकारी संबंधित विभाग को दें। यह कदम प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और कानून के सख्त पालन के लिए उठाया गया है। -
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कोरिया के 13 गांवों में पहुंचा साफ पानी, हजारों परिवारों को मिली राहतकोरिया : पानी, जो जीवन का आधार है, उसकी कमी से जूझते ग्रामीण अब राहत की सांस ले रहे हैं। राज्य सरकार की जल जीवन मिशन योजना ने कोरिया जिले के सैकड़ों घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाकर न केवल जीवन को सरल बनाया है, बल्कि ग्रामीणों की दिनचर्या में बड़ा बदलाव भी लाया है। सपना हुआ साकार: सुंदरी की मुस्कान में छलकी खुशी सोनहत विकासखंड के पोड़ी ग्राम पंचायत के श्रीमती सुंदरी के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं।पहले उन्हें दूरदराज के कुओं और तालाबों से पानी लाना पड़ता था, जिससे न केवल समय, बल्कि मेहनत भी बहुत लगती थी। लेकिन अब घर में लगे नल से साफ पानी मिलने से उनकी जिंदगी आसान हो गई है। वे कहती हैं, ’’अब मुझे बच्चे को छोड़कर पानी लाने की चिंता नहीं करनी पड़ती। यह सरकार का बड़ा उपहार है।’’
किचकिच से मुक्ति: मानसिंह का बदला जीवनग्राम कछवाखोह के मानसिंह बताते हैं कि उनके लिए घर में नल लगने का सपना कभी हकीकत नहीं लग रहा था। पानी की किल्लत और आपसी झगड़ों ने उनके जीवन को कठिन बना रखा था। लेकिन जल जीवन मिशन के तहत उनके घर तक नल कनेक्शन पहुंचा, और अब पानी की किचकिच से छुटकारा मिल गया है। मानसिंह भावुक होकर कहते हैं, ’’यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।’’
आंकड़ों में उपलब्धि:13 गांवों में 1477 घरों तक नल कनेक्शन पहुंच चुका है और हजारों ग्रामीणों को स्वच्छ और सुरक्षित पानी की सुविधा मिल रही है।
सराहनीय प्रयास:कलेक्टर द्वारा लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है जहाँ खामियां है, उसे दूर किया जा रहा है और जिले के अन्य गांवों व घरों में भी शीघ्र नल कनेक्शन व पानी मिले इस पर कार्य किया जा रहा है। जल जीवन मिशन के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में न केवल पानी की समस्या का समाधान किया है, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाया है। इस पहल के लिए कोरिया जिले के ग्रामीण प्रशासन और अधिकारियों को जनता की ओर से धन्यवाद मिल रहा है।
जल जीवन मिशन का असरःयह योजना न केवल जल संकट से राहत दिला रही है, बल्कि स्वास्थ्य, स्वच्छता और समय की बचत जैसे कई आयामों में ग्रामीणों की जिंदगी को बेहतर बना रही है। इन गांवों के लोग अब गर्व से कह सकते हैं, ’’हर घर नल, हर घर जल।’’ -
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कृषक उन्नति योजना से मजबूत हुए किसान, खेतों में दिखा समृद्धि का असरकोरिया : छत्तीसगढ़ की विष्णु सरकार ने किसानों की खुशहाली और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता देते हुए धान खरीदी में एक बार फिर इतिहास रच दिया है। इस वर्ष प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये तय किया गया है, जो देश में सबसे अधिक है। इसके साथ ही, सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने की सुविधा देकर किसानों को बड़ी राहत दी है। ग्राम सरडी के किसान रमेश दुबे ने बताया कि उन्होंने इस वर्ष 200 क्विंटल धान बेचा है।रमेश ने कहा, “पिछले साल ‘कृषक उन्नति योजना’ के तहत मिले 1.80 लाख रुपये से हमने एक ट्रैक्टर खरीदा और खेत में दो बोरवेल भी लगवाए। इस बार भी योजना से मिलने वाली राशि से एक और बोरवेल लगवाने और एक ट्रैक्टर खरीदने की योजना है। विष्णु सरकार की नीति ने हमारी खेती और जीवन को बदल दिया है। अब हम केवल आत्मनिर्भर ही नहीं, बल्कि बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।”
इसी तरह, बैकुंठपुर विकासखंड के ग्राम खरवत के किसान चन्द्रप्रकाश राजवाड़े ने भी इस कदम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “धान की खरीदी के लिए केंद्रों पर सभी व्यवस्थाएं पारदर्शी और सुव्यवस्थित हैं। बारदाना की उपलब्धता, तौल में पारदर्शिता और समय पर भुगतान से हमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही।कृषक उन्नति योजना से मिलने वाली राशि ने हमारे परिवार के लिए आर्थिक सुरक्षा और सम्मान की राह खोल दी है।” पारदर्शी प्रक्रिया से बढ़ा किसानों का विश्वास धान खरीदी प्रक्रिया में जिला प्रशासन की सक्रियता और योजना के सफल क्रियान्वयन ने किसानों का विश्वास मजबूत किया है। खरीदी केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सरकार ने बारदाना, तौल और भुगतान को पूरी तरह पारदर्शी बनाया है।
कृषि में नवाचार और समृद्धि का दौरविष्णु सरकार की किसान-केंद्रित नीतियां छत्तीसगढ़ को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बना रही हैं। राज्य के किसान न केवल धान बेचकर लाभ कमा रहे हैं, बल्कि अपने खेतों में गेंहू, सरसों जैसी फसलें भी उगा रहे हैं। बेहतर समर्थन मूल्य और कृषक उन्नति योजना से मिलने वाले लाभ से किसान आधुनिक उपकरण, बोरवेल और अन्य संसाधन जुटाकर खेती को उन्नत बना रहे हैं।
न्याय और समृद्धि की दिशा में कदमकिसानों का कहना है कि विष्णु सरकार ने उन्हें न केवल मेहनत का उचित मूल्य दिया है, बल्कि उनके जीवन में समृद्धि और स्थायित्व का आधार भी तैयार किया है। इस ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ के किसान देश के लिए एक मिसाल बन गए हैं।
किसानों के लिए सरकार का वादामुख्यमंत्री विष्णु सरकार ने कहा है, “हमारी प्राथमिकता किसानों को सम्मान और समृद्धि देना है। कृषि छत्तीसगढ़ की आत्मा है, और हमारी सरकार इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।” छत्तीसगढ़ में यह योजना केवल एक आर्थिक पहल नहीं, बल्कि किसान सम्मान का पर्व बन चुकी है, जो राज्य को नई दिशा और पहचान दे रही है। -
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कोरिया : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने एक और किसान परिवार का जीवन बदल दिया है। बैकुंठपुर विकासखण्ड ग्राम खाड़ा निवासी स्वर्गीय कुंती बाई के पुत्र 56 वर्षीय सरजू अब एक पक्के घर में अपने परिवार के साथ आरामदायक जीवन बिता रहे हैं। सरजू ने बताया कि पहले उनका घर मिट्टी और खपरैल का था, जो बारिश के मौसम में पानी टपकने और कीड़े-मकोड़ों की समस्या से भर जाता था। सीमित स्थान और आर्थिक तंगी के कारण परिवार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।
सरजू ने भावुक होकर कहा, “हम किसान हैं और आर्थिक स्थिति भी कमजोर होने के कारण पक्का घर बनवाना हमारे लिए सपना जैसा था। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मेरी मां के नाम पर यह घर स्वीकृत हुआ। अब, उनकी यादें इस घर के साथ हमेशा हमारे साथ हैं। यह घर हमारी जिंदगी की बड़ी मुश्किलों का समाधान बन गया है।”
नई उम्मीद और बेहतर जीवनसरजू के परिवार के लिए यह योजना वरदान साबित हुई है। अब पक्के घर में न तो बारिश की चिंता होती है और न ही कीड़े-मकोड़ों की समस्या। पर्याप्त जगह होने के कारण परिवार के सभी सदस्य सहजता से रह पा रहे हैं। उन्होंने कहा, “पुराने घर की सभी परेशानियां अब अतीत की बात हो चुकी हैं। यह घर मेरे परिवार के लिए सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक बन गया है।”
सरजू और उनके परिवार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह योजना न केवल उनके जीवन को बेहतर बना रही है, बल्कि हर जरूरतमंद परिवार के लिए एक नई उम्मीद जगा रही है।
सपनों को साकार करने की योजनाःप्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हजारों परिवारों को पक्के मकान की सुविधा मिल रही है। यह योजना न केवल आवास प्रदान करती है, बल्कि बेहतर जीवन के सपने को साकार करती है। सरजू का परिवार आज इसी योजना की सफलता का एक उदाहरण है, जो यह दर्शाता है कि सही नीतियां आम जनता के जीवन में कितना बड़ा बदलाव ला सकती हैं। -
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तत्परता से कार्य सुनिश्चित करने के निर्देशकोरिया : षष्ठम विधानसभा का चतुर्थ सत्र 16 दिसंबर से 20 दिसंबर 2024 तक आयोजित होगा। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने सत्र की तैयारी और विधानसभा प्रश्नों के त्वरित निराकरण के लिए कलेक्ट्रेट कार्यालय, कोरिया में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर श्री उमेश कुमार पटेल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
नोडल अधिकारी श्री उमेश कुमार पटेल सत्र के दौरान विधानसभा प्रश्नों, ध्यानाकर्षण सूचनाओं और प्रस्ताव सूचनाओं की जानकारी संकलित करेंगे। संबंधित विभागों और कर्मचारियों के साथ समन्वय स्थापित कर यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी विधानसभा प्रश्नों के उत्तर समय सीमा के भीतर तैयार कर राज्य शासन को भेजे जाएं।
कलेक्टर के निर्देशकलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने निर्देश दिए हैं कि सत्र के दौरान विधानसभा प्रश्नों और सूचनाओं का त्वरित, सटीक और समर्पित समाधान किया जाए। संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तत्परता के साथ कार्य करें ताकि विधानसभा सत्र में किसी प्रकार की देरी या समस्या न हो। जिला प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की है कि वे इस प्रक्रिया को गंभीरता से लें और विधानसभा प्रश्नों के उत्तर समय पर प्रस्तुत करें। -
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जिला प्रशासन की अपीलः लाभार्थी बड़ी संख्या में पहुंच कर लाभ उठाएं
कोरिया : जिले में ’वन नेशन, वन राशनकार्ड’ योजना के तहत ई-केवाईसी प्रक्रिया को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के उद्देश्य से आधार अपडेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर छिन्दडांड़, पटना, सरभोका, कटगोड़ी, सोनहत, बंजारीडांड और जिल्दा के धान उपार्जन केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है।
शिविर में क्या होगा?इस शिविर का उद्देश्य उन राशनकार्ड धारकों के आधार अपडेशन को पूरा करना है, जिनकी प्रक्रिया अभी लंबित है। जिला खाद्य विभाग ने सभी लाभार्थियों से अपील की है कि वे अपने और परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड के साथ शिविर में पहुंचें। बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के लिए भी यहां विशेष सहायता उपलब्ध होगी।
शिविर का महत्वशिविर में आधार अपडेशन प्रक्रिया पूरी करने के बाद लाभार्थी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (च्क्ै) के तहत राशन की निर्बाध सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। यह कदम राशन वितरण में पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में अहम है।
जिला प्रशासन की अपीलजिला प्रशासन ने सभी लाभार्थियों से आग्रह किया है कि वे इस विशेष शिविर का लाभ उठाएं और समय पर अपनी जानकारी अपडेट कराएं। इससे उन्हें भविष्य में राशन प्राप्त करने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
वन नेशन, वन राशनकार्ड योजनायह योजना लाभार्थियों को देशभर में किसी भी राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली से राशन प्राप्त करने की सुविधा देती है। ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करना इस योजना का एक अनिवार्य हिस्सा है।
शिविर का असरजिला प्रशासन का यह प्रयास राशनकार्ड धारकों के लिए राहत लेकर आया है। इस पहल से राशन वितरण में पारदर्शिता बढ़ेगी और जरूरतमंदों को समय पर राशन मिल सकेगा। -
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ऋण वसूली के लिए गांवों में लगेगी शिविरजाति-निवास प्रमाण पत्र बनाने में करें त्वरित कार्यवाही - कलेक्टरकोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक लेकर विभिन्न विभागों की समीक्षा की। जिला शिक्षा अधिकारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से जाति-निवास प्रमाण पत्र के संबंध में कलेक्टर ने जानकारी ली। उन्होंने इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। आंगनबाड़ी केन्द्रो में आने वाले बच्चों कोे प्रमाण पत्र समय पर देने एवं दस्तावेज की कमी होने पर उनके पालको से सम्पर्क कर प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिये।
ऋण वसूली हेतु लगेंगे शिविरअंत्याव्यवसायी से हितग्राहियों द्वारा लिये गये ऋण वसूली के संबंध में जानकारी लेते हुए सभी तहसीलदारो को सख्त निर्देश दिये हैं। कि ऐसे हितग्राहियों को चिन्हांकित करते हुए गावों में शिविर लगाकर उनसे वसूली की जाये।
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत शिविर में ज्यादा से ज्यादा प्रकरणों को रखें ताकि समय पर निराकरण हो सके, इस हेतु विभिन्न विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिये। नीति आयोग के सम्पूर्णता अभियान के तहत आकांक्षी विकासखण्ड के अंतर्गत लक्ष्य की प्राप्ति की समीक्षा भी की गई।
जल-जीवन के कार्य में तेजी लाएंजल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को लक्ष्य के अनुरूप समय पर कार्य करने हेतु कड़े निर्देश दिये है। कलेक्टर ने जिला एवं विकासखण्ड मुख्यालय में नही रहने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिदायत देते हुए कहा कि वे मुख्यालय में नियमित रूप से रहें साथ ही समय पर कार्यालय पहुंचे ताकि आम लोगो को किसी भी प्रकार की परेशानियांें का सामना करना न पड़ें। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मण्डल के अधिकारी श्री डी.के.शर्मा को जिले में पीएम सूर्य घर योजना का ज्यादा से ज्यादा लोगो को इसके लाभ दिलाने के लिए प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये।
जिला पशु चिकित्सा अधिकारी को घुमन्तू व आवारा मवेशियों को शिफ्ट करने में हीलाहवाली करने पर कड़ी फटकार लगाते हुए कहा है कि शासन द्वारा लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है, सड़कों व चौक-चौराहे पर मवेशियों के जमावड़ा से सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। उन्होंने पशु कल्याण समिति के गठन सम्बंध में भी जानकारी ली और इस पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
प्राप्त आवेदनों का करें समय पर निराकरणकलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने राजस्व अधिकारियों से बटवारा, नामांतरण, फौती सहित अन्य राजस्व प्रकरणों के निराकरण की जानकारी ली। उन्होंने जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों में प्राप्त आवेदनों का निराकरण करने के लिए एसडीएम, तहसीलदार को स्पष्ट निर्देश दिए। श्रीमती त्रिपाठी ने बैठक में जनदर्शन, पीजी पोर्टल एवं जन शिकायत पोर्टल एवं जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविरों में प्राप्त आवेदनों का समय पर निराकरण कर सम्बंधित आवेदकों को जानकारी देने को कहा।आज जनदर्शन में विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर 47 आवेदकों ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन दी। सभी आवेदनों को तत्काल सम्बंधित अधिकारियों परीक्षण कर समय-सीमा के भीतर निराकरण करने के लिए प्रेषित किए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर श्रीमती अंकिता सोम सहित सम्बंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। -
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खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में इच्छुक व्यक्ति ले सकते है योजना का लाभकोरिया : महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र से प्राप्त जानकारी अनुसार केन्द्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाने की वस्तुएं बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) संचालित है। योजनान्तर्गत वर्ष 2024-25 के लिए जिले में 100 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का भौतिक लक्ष्य प्राप्त हुआ हैं।योजना अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में कार्यरत व कार्य करने की इच्छुक व्यक्ति योजना का लाभ ले सकते है, जिसमें परियोजना अनुदान प्रदान की जाएगी। योजना अंतर्गत लागत का 35 प्रतिशत अधिकतम 10 लाख रुपए अनुदान प्रदान की जाएगी। आवेदन ऑनलाइन पीएमएफएमई के पोर्टल में करना होगा। जिसमें फोटो, आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पासबुक व अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना होगा।
महाप्रबंधक ने बताया है कि व्यक्तिगत तथा स्वयं सहायता समूह दोनों को योजना में अनुदान मिलेगा तथा गुड उद्योग, राईस मिल, कोदो मिल, मसाला उद्योग, आटा चक्की, पोहा मिल, बेसन निर्माण, नमकीन मिक्चर निमार्ण, पापड़ निमार्ण, बेकरी, टमाटर सॉस, चिप्स, पापड़ी, रेवडी, ब्रेड, मिठाई, गुपचुप, लड्डू, रेडी दू ईट निर्माण जैसे सभी तरह के खाने की वस्तुएं बनाने वाले उद्यमी इस योजना का लाभ लेने के लिए 31 दिसम्बर 2024 तक आवेदन कर सकते है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कलेक्टर परिसर में सम्पर्क कर सकते है। -
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उद्यानिकी फसलों के प्रति किसानों में बढ़ी रूचिकोरिया : कोरिया जिले के विभिन्न गांवों में सूरज की पहली किरणों के साथ ही खेतों में गेंदे के फूलों की महक फैल जाती है। यह महक न केवल इन खेतों तक सीमित है, बल्कि किसानों के जीवन को भी खुशबूदार बना रही है। कभी धान, दलहन और तिलहन की खेती करने वाले किसान अब गेंदे के फूलों से अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने में जुटे हैं।
खेती का नया अध्यायसरकार की ‘पुष्प क्षेत्र विस्तार योजना‘ के तहत बैकुंठपुर में 10 हेक्टेयर भूमि पर गेंदा फूलों की खेती की शुरुआत की गई। योजना में शामिल 17 किसानों ने प्रति हेक्टेयर 5,330 पौधे लगाए। यह फसल 65-70 दिनों में तैयार हो जाएगी। खेती में प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की लागत आई है, लेकिन उत्पादन के बाद 2 से 2.5 लाख रुपये तक का मुनाफा होने की उम्मीद है।
किसानों ने दी रोचक जानकारियांझरनापारा के संजय पैकरा का कहना है कि कभी धान व दलहन की खेती से मुश्किल से 25-30 हजार रुपये कमाते थे। उद्यानिकी विभाग के सहयोग से गेंदे की खेती शुरू की। ड्रिप एरिगेशन तकनीक एवं सामुदायिक फेसिंग अपनाने के बाद उन्होंने एक हेक्टेयर में 150-200 क्विंटल तक फूलों का उत्पादन की संभावना है, जिससे उनकी आय डेढ़ से दो लाख रुपये तक पहुंचने की संभावना है। 0.60 हेक्टेयर भूमि पर गेंदा फूल उगाने वाले ग्राम बुडार के उदराज ने बताया कि धान की खेती से सिर्फ 10 से 20 हजार रुपये तक मुनाफा होता था, लेकिन अब ड्रिप एरिगेशन तकनीक के माध्यम से 100-120 क्विंटल फूलों का उत्पादन की संभावना है और 50 हजार से डेढ़ लाख रुपये तक मुनाफे की उम्मीद है।
ग्राम रनई की श्रीमती आशा देवी ने बताया कि पहले धान, दलहन व तिलहन की खेती से 20 हजार रुपये से ज्यादा की आय नहीं हो पाती थी, लेकिन गेंदे फूल की खेती और ड्रिप एरिगेशन तकनीक से उनकी फसल उत्पादन क्षमता दो से तीन गुना वृद्धि होने की संभावना है और एक हेक्टेयर से 2 से 2.5 लाख रुपये का मुनाफा पाने को तैयार हैं।
धान से फूलों तक का सफरधान की खेती पर निर्भर रहने वाले इन किसानों ने गेंदे की खेती को अपनाकर यह साबित कर दिया कि बदलाव ही प्रगति का आधार है। फूलों की खेती करने से जहां पानी की बचत होगी। उद्यानिकी फसलों ने न केवल उनकी आय बढ़ाएगा, बल्कि उनके जीवन में स्थिरता और संतोष भी लाएगा।
खुशबूदार भविष्यगेंदे के फूलों ने किसानों के जीवन को जिस तरह खुशबूदार बनाया है, वह अन्य किसानों को भी इस दिशा में प्रेरित करेगा। यह कहानी केवल एक सफल खेती की नहीं, बल्कि एक खुशहाल जीवन की है, जहां फसल चक्र में बदलाव, मेहनत और तकनीक ने मिलकर किसानों के सपनों को सच करेगा। फूलों की खेती और ड्रिप एरिगेशन का जादू ड्रिप एरिगेशन ने पानी की खपत को नियंत्रित कर उत्पादन क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे किसानों को सफलता हासिल होगी। इस तकनीक ने न केवल उनकी आय में इजाफा करेगी है, बल्कि मेहनत को भी सार्थक बनाएगा। -
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अपीलः किसान अपना धान पूरी तरह सुखाकर और अच्छी तरह से पैक कर लेकर आएंकोरिया : जिले में बेमौसम बारिश की संभावना को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने धान खरीदी केंद्रों में समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी प्रबंधकों और नोडल अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि किसानों के धान को बारिश से सुरक्षित रखने के लिए पॉलिथीन शीट्स और तिरपाल जैसी सामग्री का पर्याप्त इंतजाम किया जाए।
कलेक्टर ने कहा कि बारिश के दौरान किसानों के धान भीगने से नुकसान हो सकता है, जिसे रोकने के लिए जरूरी है कि खरीदी केंद्रों पर पहले से तैयारी हो। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि खरीदी प्रक्रिया के दौरान किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नियमित निरीक्षण करें और सभी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखें। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपना धान पूरी तरह सुखाकर और अच्छी तरह से पैक कर केंद्रों पर लेकर आएं।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा, किसानों की मेहनत की फसल को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए। यह प्रशासन की प्राथमिकता है कि धान खरीदी प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी हो। धान खरीदी केंद्रों में व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है और बेमौसम बारिश की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। -
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श्रीमती गुलावती, शकुंतला, सुंदरी, मंगली व बेला बाई ने जताया विष्णु सरकार का आभारकोरिया : सोनहत विकासखंड के ग्राम कछार, अंगवाही की रहने वाली श्रीमती गुलावती, शकुंतला, सुंदरी, मंगली व बेला बाई ने बताया कि एक हजार रुपए जब उनके खाते में पहली बार आया तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ और ऑनलाइन फ्राड होने की आशंका की वजह से वे पैसे नहीं निकाले। तब ग्राम सरपंच व हितग्राही श्रीमती गुलावती ने विभिन्न अधिकारियों व बैंक में जाकर इस सम्बंध में जानकारी ली, तब उन्हें पता चला महतारी वन्दन योजना के तहत ही उनके खाते में एक हजार रुपए प्राप्त हुए हैं।श्रीमती शकुंतला बाई जो तीन बच्चों की मां हैं, उन्होंने बताया कि इस योजना की राशि से वे अपने परिवार को आर्थिक सहारा देने, आत्मनिर्भर बनने और परिवार की भलाई के लिए एक सिलाई मशीन खरीदी और आसपास के लोगों के कपड़े सिलकर अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर रही हैं। वहीं श्रीमती सुंदरी व बेला बाई ने कहा कि इस योजना की राशि का उपयोग सब्जी व किराना समान में उपयोग कर रही हैं और कुछ पैसे को घर में जमा कर रही हैं ताकि जरूरत पर काम आए।दो बेटे की मां श्रीमती मंगली राजवाड़े ने बताया कि कुछ पैसे को स्वास्थ्य के लिए खर्च कर रही हैं वहीं कुछ घर की जरूरत में उपयोग करती हैं। इन सभी महिलाओं ने कहा ‘इस योजना ने आर्थिक सम्बल प्रदान की है। अब अपने परिवार के लिए कुछ खर्च कर पाती हैं और कुछ राशि बचाकर भविष्य के लिए भी सुरक्षित कर रहे हैं।‘
महतारी वंदन योजना का उद्देश्यइस योजना के तहत छत्तीसगढ़ सहित कोरिया जिले के विवाहित महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे अपने परिवार की भलाई के लिए आवश्यक कदम उठा सकें। इन हितग्राहियों को इस योजना का लाभ मिला रहा और उन्होंने इसे केवल अपने तक सीमित न रखकर पूरे परिवार की जरूरतों के लिए इस्तेमाल कर रही हैं।
प्रशासन का प्रयास और समाज पर प्रभावमहतारी वंदन योजना का प्रभाव सिर्फ आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने परिवार का आर्थिक स्तंभ बनने के लिए प्रेरित करती है। प्रशासन की सक्रियता और सही दिशा में किए गए प्रयासों ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सफलता पाई है। कछार, अंगवाही सहित और आसपास के अन्य गांवों में भी कई महिलाएं आत्मनिर्भरता की राह पर चलने के लिए प्रेरित हुई हैं। इस तरह की योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ उनके सामाजिक स्थान को भी सुदृढ़ करती हैं। महतारी वंदन योजना के माध्यम से सरकार ‘आत्मनिर्भर भारत‘ के सपने को साकार करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। -
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3100 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदी से किसान परिवारों को मिलने लगा आर्थिक सम्बलकोरिया : पटना तहसील के ग्राम जमडी के किसान श्री सुरेश साहू और उनकी पत्नी श्रीमती मृदुला का जीवन कभी संघर्षों से भरा था। सीमित संसाधनों के बावजूद, दोनों ने अपने बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाने का सपना देखा। उनके लिए यह सपना कभी दूर की कौड़ी लगता था, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की किसानों के हित में उठाए गए कदमों ने उनकी जिंदगी बदल दी।
श्री सुरेश साहू, जो पेशे से किसान और सब्जी विक्रेता हैं। दिन-रात मेहनत करके अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास करते थे। हालांकि, खेती से होने वाली आय और सब्जी बिक्री का सीमित मुनाफा उनके बच्चों की उच्च शिक्षा के खर्च को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं था।
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ सरकार ने 3100 रुपये प्रति क्विंटल और प्रति एकड़ 21 क्विंटल की सीमा तय की है। सरकार का यह निर्णय सुरेश के परिवार के लिए किसी वरदान से कम नहीं था। उन्होंने अपनी मेहनत से खेत में रिकॉर्ड धान उपज और करीब 85 क्विंटल धान को सरकारी दर पर बेचकर पर्याप्त आय अर्जित की।
बच्चों की मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई में खर्च करेंगेश्री सुरेश और उनकी पत्नी श्रीमती मृदुला कहते हैं ‘‘सरकार की इस नीति ने हमें एक नई दिशा दी है,‘ हमने धान से जो पैसा कमाया, उसका इस्तेमाल अपने बच्चों की मेडिकल और इंजीनियरिंग की कोचिंग के लिए कर रहे हैं। अब हमें यकीन है कि हमारे बच्चे बड़े सपने साकार करेंगे।‘
पैसे का उपयोग मकान निर्माण व आभूषण खरीदने में करेंगेचार बेटे और दो बेटियों के पिता जमडी निवासी किसान श्री हरबंश प्रसाद साहू ने इस वर्ष करीब 185 क्विंटल धान बेचने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धान खरीदी केंद्र में माकूल व्यवस्था है। धान के बदले मिलने वाले पैसे का उपयोग मकान बनाने, कर्ज चुकाने के साथ पत्नी के लिए सोना-चांदी खरीदने में व्यय करेंगे।
खेत निर्माण के साथ अन्य फसलों के उपज में करेंगे खर्चइसी तरह ग्राम मुरमा निवासी किसान श्री लाल सिंह गोंड़ ने 23 एकड़ खेत में धान लगाने व करीब 300 क्विंटल धान, सरकारी खरीदी केंद्र में बेचने की जानकारी देते हुए कहा कि प्राप्त राशि का उपयोग खेत निर्माण के साथ अन्य फसलों के पैदावार के लिए खर्च किया जाएगा।
सरकारी सहयोग से सपना होता है साकारइन किसानों ने सरकार की नीति से उन्हें आर्थिक संबल मिला है। अन्नदाताओं ने दिखा दिया कि मेहनत और सही दिशा में सरकारी सहयोग से कोई भी सपना पूरा हो सकता है। इन किसानों का कहना है, ‘हम मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उनकी सरकार के आभारी हैं। यह न केवल आर्थिक सुधार है, बल्कि हमारे जैसे किसान परिवारों के लिए एक नई उम्मीद है।‘ -
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कोरिया : जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने आज बच्चों के जीवन में नई उम्मीद की किरण जगाई। सोनहत विकासखंड के प्राथमिक शाला महुआपारा और मझारटोला के बच्चों को कलेक्टर कार्यालय में जाति प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर कलेक्टर ने बच्चों से आत्मीय संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं और सपनों को प्रोत्साहित किया।
कक्षा पहली, दूसरी और पांचवीं में अध्ययनरत राजकिशोर सिंह, कुमारी स्मृति और अजय कुमार जब कलेक्टर से मिले, तो उनकी मासूमियत और सादगी ने सभी का दिल जीत लिया। कलेक्टर ने मुस्कुराते हुए पूछा, बच्चों, आप लोगों का नाम क्या है? और आपको यहां क्यों बुलाया गया है?‘ मास्टर अजय ने बड़ी मासूमियत से जवाब दिया, ‘हमें जाति प्रमाण पत्र देने के लिए बुलाया गया है‘ और तीनों बच्चों ने नाम व कक्षा भी बताया।
प्रशासन की त्वरित कार्यवाहीप्रशासन की इस पहल से बच्चों के अभिभावक बेहद खुश हैं। लंबे समय से लंबित जाति प्रमाण पत्र अब बच्चों को मिल रहे हैं, जिससे उनकी शिक्षा और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने का रास्ता आसान हो गया है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राकेश साहू, जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने बच्चों को न केवल प्रमाण पत्र दिए, बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित भी किया।
प्रेरणादायक माहौलकलेक्टर कार्यालय का माहौल आज एक विशेष उत्सव जैसा था। बच्चों की हंसी और उनकी सरल बातें वहां मौजूद सभी अधिकारियों के चेहरों पर मुस्कान ले आईं। यह कार्यक्रम न केवल प्रशासनिक कार्यवाही का उदाहरण है, बल्कि संवेदनशीलता और जनसरोकार का भी प्रतीक है।
अभिभावकों की प्रतिक्रियाएक बच्चे के पिता ने कहा, ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि इतने छोटे बच्चों के साथ कलेक्टर स्वयं संवाद करेंगे। यह दिन हमारे लिए अविस्मरणीय रहेगा।‘ जिला प्रशासन लगातार आम लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं साथ ही निराकरण भी कर रहे हैं। निश्चित ही इस तरह के त्वरित प्रयास से प्रशासन पर भरोसा और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। -
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कोरिया : सशस्त्र सेना झंडा दिवस, जो हर वर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाता है, इस वर्ष शनिवार अवकाश के कारण 9 दिसंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम कलेक्टर सभाकक्ष, बैकुंठपुर में अपराह्न 12 बजे से प्रारंभ होगा। सशस्त्र सेना झंडा दिवस का महत्व यह दिन भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के वीर जवानों के सम्मान में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य उन सैनिकों और उनके परिवारों के लिए योगदान एकत्र करना है, जिन्होंने देश की सेवा और सुरक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने जिले के समस्त भूतपूर्व सैनिकों, उनकी विधवाओं, सेवारत सैनिकों और उनके आश्रितों से इस विशेष अवसर पर उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है। कार्यक्रम में जिले के गणमान्य नागरिक, अधिकारी और सैनिक परिवार शामिल होंगे। यह अवसर सैनिकों और उनके बलिदानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का होगा। -
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जिले के 41 युवाओं का हुआ है चयनकोरिया : भारतीय सेना में शामिल होने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर आ रहा है। सेना भर्ती कार्यालय रायपुर द्वारा 4 दिसंबर से 12 दिसंबर 2024 तक रायगढ़ स्टेडियम (रायगढ़) में अग्निवीर थलसेना भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। बता दें अप्रैल 2024 में आयोजित ऑनलाइन सामान्य प्रवेश परीक्षा (सी.ई.ई) में सफल युवाओं को शारीरिक दक्षता परीक्षा (पी.एफ.टी) और अन्य भर्ती प्रक्रियाओं में भाग लेने का मौका मिलेगा। यह रैली युवाओं को सेना में शामिल होने और देश की सेवा करने का अवसर प्रदान करेगी।कोरिया जिले के सी.ई.ई उत्तीर्ण अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु 7 दिसंबर 2024 को भाग ले सकते हैं। सभी प्रक्रिया रायगढ़ स्टेडियम में आयोजित होगी। रैली में भाग लेने के लिए अभ्यर्थियों को अपने सभी आवश्यक दस्तावेज, पहचान पत्र और प्रवेश पत्र साथ लेकर आना अनिवार्य है। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे रैली के दिन समय से पहले पहुंचें और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करें। अधिक जानकारी के लिए नोडल अधिकारी श्री बृजेश सिंह क्षत्रिय, आयुक्त नगर पालिक निगम, रायगढ़ से संपर्क किया जा सकता है। -
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टेड़गा नाला में हुआ बोरी बंधान, जल संरक्षण के लिए महिलाओं ने दिखाई मजबूत नेतृत्व क्षमताश्साथी हाथ बढ़ानाश् और श्पानी जिंदगानी हैश् जैसे प्रेरक ध्येय वाक्यों के साथ नाला में उतरे अधिकारीकोरिया : जल, जंगल और जमीन के महत्व को समझाते हुए जिला कोरिया में महिलाओं की अगुवाई में ष्नारी शक्ति से जल शक्ति अभियानष् का अनूठा उदाहरण देखने को मिला। जिला कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी के नेतृत्व में महिला अधिकारियों और ग्रामीण महिलाओं ने सोनहत विकासखंड के ग्राम अंगवाही स्थित टेड़गा नाला में बोरी बंधान कार्य किया। इस अभियान का उद्देश्य जल संरक्षण और पर्यावरण संतुलन के प्रति जनजागरूकता बढ़ाना था।
अभियान में कलेक्टर के साथ जिला वनमण्डलाधिकारी श्रीमती प्रभाकर खलको, अपर कलेक्टर श्रीमती अंकित सोम, एसडीएम श्रीमती दीपिका नेताम, तहसीलदार श्रीमती अमृता सिंह और कई महिला अधिकारी शामिल हुईं। ग्रामीण महिलाओं और सरपंच श्रीमती गुलावती बाई की सहभागिता ने इस पहल को और भी प्रेरणादायक बना दिया।
जल संरक्षण हर व्यक्ति की जिम्मेदारीकलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा, ''जल, जंगल और जमीन के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। नारी शक्ति इस अभियान के माध्यम से समाज को यह संदेश देना चाहती है कि जल संरक्षण हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें और प्लास्टिक का उपयोग बंद करें ताकि पर्यावरण को संरक्षित रखा जा सके''
शुद्ध पर्यावरण ही भावी पीढ़ी के लिए होगी सबसे बड़ी सौगातवनमण्डलाधिकारी श्रीमती खलको ने जल संरक्षण के साथ-साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाने और पेड़ों की कटाई रोकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ’’स्वच्छ वायु और शुद्ध पर्यावरण भावी पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी सौगात है। इसके लिए हर किसी को भागीदारी निभानी होगी’’
सामूहिक प्रयास की मिसालसुबह 10 बजे शुरू हुआ यह अभियान ष्साथी हाथ बढ़ानाष् और ष्पानी जिंदगानी हैष् जैसे प्रेरक ध्येय वाक्यों के साथ पूरे उत्साह से संपन्न हुआ। बोरी बंधान कार्य से न केवल बहते पानी को रोका गया, बल्कि जल संरक्षण के प्रति जागरूकता का एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया गया।
भागीदारी और समर्पण से जल संरक्षण और पर्यावरण होगी रक्षाग्रामीण महिलाओं की भागीदारी और अधिकारियों का समर्पण यह साबित करता है कि जल संरक्षण और पर्यावरण रक्षा में सामूहिक प्रयास कितने महत्वपूर्ण हैं। यह पहल न केवल आज की जरूरत है, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्थायी जीवनशैली की ओर बढ़ने का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
इस अभियान में जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम श्री राकेश साहू, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह, और सिविल सर्जन डॉ. आयुष जायसवाल, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री ए. टोप्पो, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री अनिल मिश्रा, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के श्री अनिल पोद्दार, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता, डीआईओ श्री सुखदेव पटेल समेत कई विभागीय अधिकारी भी शामिल हुए। सभी ने नाला में श्रमदान कर जल संरक्षण का संदेश दिया। -
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कोरिया : विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आज कोरिया जिले में जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में इस रैली की शुरुआत जिला अस्पताल से हुई। जिला कार्यक्रम प्रबंधक अशरफ अंसारी एवं डॉक्टर कार्तिकेय ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया।
रैली उद्देश्ययह रैली जिला अस्पताल से शुरू होकर फव्वारा चौक, घड़ी चौक, एसबीआई बैंक रोड, एसईसीएल चौक कॉलोनी होते हुए बस स्टैंड मार्ग से वापस जिला अस्पताल पहुंचकर समाप्त हुई। इसका उद्देश्य आमजन को एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूक करना और इस गंभीर बीमारी के रोकथाम हेतु प्रयास तेज करना है।
16 दिवसीय जागरूकता अभियानयह अभियान 1 दिसंबर से 16 दिसंबर 2024 तक चलेगा। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। छात्रों के बीच विभिन्न गतिविधियां कराई जाएंगी और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
विशेष शिविर का आयोजनबैकुंठपुर के बस स्टैंड में विशेष शिविर लगाया गया, जहां लोगों को एड्स की रोकथाम और प्रबंधन के लिए जानकारी और परामर्श प्रदान किया गया।
एचआईवी और एड्स में क्या अंतर है?एचआईवी और एड्स के बीच अंतर यह है कि एचआईवी एक वायरस है जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। एड्स एक ऐसी स्थिति है जो एचआईवी संक्रमण के परिणामस्वरूप हो सकती है जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से कमजोर हो जाती है।अगर आप एचआईवी से संक्रमित नहीं हैं तो आपको एड्स नहीं हो सकता। वायरस के प्रभाव को धीमा करने वाले उपचार की बदौलत, एचआईवी से पीड़ित हर व्यक्ति को एड्स नहीं होता। लेकिन उपचार के बिना, एचआईवी से पीड़ित लगभग सभी लोग एड्स की चपेट में आ जाएंगे।
एचआईवी किसी व्यक्ति को क्या नुकसान पहुंचाता है?एचआईवी आपके प्रतिरक्षा तंत्र की सफ़ेद रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करता है जिन्हें सीडी4 कोशिकाएँ या सहायक टी कोशिकाएँ कहते हैं। यह सीडी4 कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे आपकी सफ़ेद रक्त कोशिका की संख्या कम हो जाती है। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली ऐसी हो जाती है जो संक्रमणों से नहीं लड़ सकती, यहाँ तक कि उन संक्रमणों से भी जो आम तौर पर आपको बीमार नहीं करते।
एचआईवी शुरू में आपको फ्लू जैसे लक्षणों के साथ बीमार महसूस कराता है। फिर यह आपके शरीर में लंबे समय तक छिपा रह सकता है, बिना किसी खास लक्षण के। उस दौरान, यह धीरे-धीरे आपकी टी-कोशिकाओं को नष्ट कर देता है। जब आपकी टी-कोशिकाएँ बहुत कम हो जाती हैं या आपको कुछ ऐसी बीमारियाँ होने लगती हैं जो स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को नहीं होती हैं, तो एचआईवी एड्स में बदल चुका होता है।
जनसामान्य से अपीलसभी नागरिकों से अनुरोध है कि इस अभियान में जुड़कर समाज को एड्स मुक्त बनाने में अपना योगदान दें। ष्एड्स के खिलाफ जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।ष्
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर अभय जुगल तिर्की (एपिडिमियोलॉजिस्ट), शिशिर जायसवाल (एनटीईपी), सरोजिनी राय (डिप्टी एमआईओ), एड्स काउंसलर देवी प्रसाद सोनी, लक्ष्मीनिया काउंसलर चौताली, टीआई एंजियो आनंद कुमार और तारा मरावी ने सक्रिय भूमिका निभाई। इसके साथ ही रजवाड़े नर्सिंग इंस्टीट्यूट और न्यू लाइफ नर्सिंग इंस्टीट्यूट के शिक्षक और छात्र-छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। -
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मतदाता सूची में छेड़छाड़ की शिकायत गलत साबितकोरिया : जिले के पटना तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत डाकईपारा में मतदाता सूची से संबंधित सभी 70 दावा- आपत्तियों का समय सीमा (30 नवंबर 2024) के भीतर निराकरण कर दिया गया है। इसके अलावा, मतदाता सूची में छेड़छाड़ के आरोप को लेकर प्राप्त शिकायत की भी जांच कराई गई, जिसमें शिकायत को गलत पाया गया।
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी के निर्देशानुसार, उपसंचालक पंचायत, सीईओ जनपद पंचायत बैकुंठपुर और तहसीलदार पटना ने मौके पर पहुंचकर शिकायत की जांच की। जांच में यह पाया गया कि शिकायत निराधार थी। ग्राम पंचायत सचिव ने पूर्व की गड़बड़ियों को सुधारते हुए मतदाता सूची को अद्यतन कर दिया है। इस संबंध में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ग्राम पंचायतों का वार्ड परिसीमन कार्य नहीं किया गया है। सभी प्रक्रियाएं पारदर्शिता के साथ पूरी की गई हैं। यह प्रशासन की तत्परता और पारदर्शी कार्य प्रणाली को दर्शाता है। -
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कोरिया : सरगुजा संभाग के आयुक्त श्री जी.आर. चुरेन्द्र ने कहा कि सरकार, शासन और समाज के समन्वय से ही लोक कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना साकार होगी। उन्होंने आज सोनहत विकासखंड के कटगोड़ी और बैकुंठपुर में आयोजित विकासखंड स्तरीय समन्वय एवं मार्गदर्शी बैठक में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और ग्रामीणों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक के प्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल आवश्यक है। ग्राम विकास की जिम्मेदारी एसडीएम, तहसीलदार और जनपद सीईओ की त्रिमूर्ति पर है। उन्होंने इन तीनों अधिकारियों से शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की अपील की।
सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने का आह्वानआयुक्त ने सामाजिक कुरीतियों और बुराइयों को विकास में बाधा बताते हुए ग्रामीणों से अपील की कि शराब को समाज से पूरी तरह खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि हर गांव में श्सर्व समाज सामूहिक विवाह समितिश् गठित की जाए ताकि विवाह समारोह में फिजूलखर्ची कम हो और समाज में आपसी भाईचारे को बढ़ावा मिले।
पर्यावरण संरक्षण और जलवायु पर जोरश्री चुरेन्द्र ने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि किसानों को धान के साथ दलहन, तिलहन और बागवानी की फसलें भी लगानी चाहिए। इससे जल का संरक्षण होगा और किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी। उन्होंने पौधारोपण और जल संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए साफ पर्यावरण के लिए सामूहिक प्रयास की बात कही।
स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकताआयुक्त ने स्वच्छ भारत अभियान का उल्लेख करते हुए ग्रामीणों से हर घर में शौचालय निर्माण और नियमित उपयोग सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही बीमारियों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
ग्राम सभा की भूमिका महत्वपूर्णउन्होंने ग्राम सभा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर परिवार का एक सदस्य ग्राम सभा में भाग ले ताकि गांव के विकास की रणनीति बनाई जा सके। आत्मनिर्भर पंचायत के लिए श्रमदान और पंचायत भवन की साफ-सफाई पर भी उन्होंने विशेष जोर दिया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने भी शासन की योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्लास्टिक मुक्त कोरिया अभियान में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की साथ ही घर में शौचालय निर्माण कर उसका उपयोग करें।
बैठक में बैकुण्ठपुर वनमण्डलाधिकारी श्रीमती प्रभाकर खलखों, जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने और ग्राम विकास की दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए सभी ने अपने सुझाव साझा किए। -
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कोरिया : उम्र के आखिरी पड़ाव पर जब हौसले टूटने लगते हैं, तब एक उम्मीद की किरण जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। ऐसा ही हुआ कोरिया जिले के बुजुर्ग वर्षीय किसान बिग्गू प्रसाद के साथ। दो वर्षों से परेशान और हताश बिग्गू प्रसाद को आखिरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला और उनके संघर्ष का अंत हुआ।
परेशानी की शुरुआतबिग्गू प्रसाद, बड़ेसाल्ही गांव के निवासी, ने 25 सितंबर 2022 को सीएससी सेंटर के माध्यम से योजना के लिए पंजीकरण कराया था। उनका सपना था कि उन्हें मिलने वाली सम्मान निधि से वे अपने खेत और परिवार की जरूरतें पूरी कर सकें। लेकिन, दो साल बीत गए, और उन्हें एक भी किस्त प्राप्त नहीं हुई।
कई बार तहसील, ब्लॉक और कृषि विभाग के कार्यालयों के चक्कर काटने के बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। बुजुर्ग शरीर और कमजोर होती हिम्मत के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
जनदर्शन बना उम्मीद की किरण8 अक्टूबर 2024 को, बिग्गू प्रसाद ने अपनी आखिरी उम्मीद के साथ कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के समक्ष जनदर्शन में अपनी समस्या प्रस्तुत की। कलेक्टर ने उनकी बात ध्यान से सुनी और तत्काल कृषि विभाग और संबंधित अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।कलेक्टर के निर्देश पर एनआईसी द्वारा पोंड़ी बचरा तहसील की एलजीडी मैपिंग प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद, योजना के तहत बिग्गू प्रसाद का पंजीकरण सफलतापूर्वक पूरा हुआ। अब उन्हें भविष्य में मिलने वाली सभी किस्तें सीधे उनके बैंक खाते में पहुंचेंगी।
संघर्ष से सम्मान तकयह केवल एक बुजुर्ग किसान की समस्या का समाधान नहीं, बल्कि उनकी मेहनत और हौसले का सम्मान भी है। बिग्गू प्रसाद ने कहा, ’’मैंने सोचा था कि मेरी समस्या कभी खत्म नहीं होगी, लेकिन जनदर्शन और कलेक्टर मैडम की मदद से मुझे मदद मिला है’’ प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता यह साबित करती है कि जनहित के लिए सही प्रयास किए जाएं, तो समस्याएं जरूर सुलझती हैं। -
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बच्चों और छात्रों के लिए प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया को करें तेजअंत्यावसायी ऋण वसूली में तेजी लाने के निर्देशकोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्थाओं को लेकर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए और नोडल अधिकारी हर शनिवार को व्यवस्थाओं का ऑनलाइन अपडेट दें।
धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करें अधिकारीकलेक्टर ने एसडीएम और तहसीलदारों को धान खरीदी केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने और अवैध धान परिवहन, भंडारण पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। साथ ही, किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने को कहा।
बच्चों और छात्रों के लिए प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया तेजकलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि जन्म के साथ ही जाति, निवास और आय प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू करें। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में छात्रों के प्रमाण पत्र बनाने और अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट उकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) आईडी कार्ड बनाने का कार्य शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए।
अनुपस्थित कर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाईकलेक्टर ने कहा कि लंबे समय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी और इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
अंत्यावसायी ऋण वसूली में तेजी लाने के निर्देशअंत्यावसायी विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने तहसीलदारों को निर्देशित किया कि जो हितग्राही समय पर ऋण राशि जमा नहीं कर रहे हैं, उनसे शीघ्र वसूली की जाए।
सड़कों पर आवारा मवेशियों का समाधान जरूरीकलेक्टर ने पशु चिकित्सा विभाग को निर्देश दिया कि सड़कों और चौराहों पर घूम रहे आवारा मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करें और उनके लिए चारे-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
राजस्व प्रकरणों और जन शिकायतों का त्वरित निपटाराकलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि नामांतरण, बंटवारा और फौती जैसे प्रकरणों का निपटारा शीघ्र करें। उन्होंने जनदर्शन, पीजी पोर्टल और जिला स्तरीय शिविरों में प्राप्त आवेदनों का समय पर निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सफाई व्यवस्था में सुधार पर जोरडोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन अभियान को नियमित करने और नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को गति देने का निर्देश भी बैठक में दिया गया। इस बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी,अपर कलेक्टर अरुण कुमार मरकाम, श्रीमती अंकिता सोम और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सबकी भागीदारी से लिंग आधारित हिंसा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियां समाप्त होगी-कलेक्टरकोरिया : कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशानुसार और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में, लिंग आधारित हिंसा समाप्ति और बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्यइस अभियान का उद्देश्य बाल विवाह, घरेलू हिंसा और कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना है। कार्यक्रम में महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, पोक्सो एक्ट और लिंगानुपात से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई।
सबकी भागीदारी से यह सामाजिक कुरीतियां समाप्त होगीकलेक्टर ने एक महत्वपूर्ण संदेश में कहा कि इस तरह कार्यक्रम से हम सबको संकल्प भी लेना होगा कि जिले में लिंग आधारित हिंसा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा। महिला अधिकारों और बच्चों के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के अभियान बेहद आवश्यक है। इस तरह के कार्यक्रम लिंग समानता और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होता है।
शपथ और जागरूकता अभियानकार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को "आओ बनाएं बाल विवाह मुक्त कोरिया" की शपथ दिलाई गई। साथ ही, 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक चल रहे 16 दिवसीय जागरूकता अभियान की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी और संरक्षण अधिकारी ने विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बाल विवाह रोकने और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के उपायों पर चर्चा की। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक असरफ अंसारी, जिला प्रबंधक (प्रशिक्षण एवं एचआर) राकेश सिंह, डिप्टी एमआई सरोजिनी राय और बैकुंठपुर, पटना, सोनहत, पोड़ी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।