- Home
- टॉप स्टोरी
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री शामिल हुए महादेव घाट के कार्तिक पुन्नी मेला में
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर राजधानी रायपुर के पवित्र खारून नदी के तट महादेव घाट पहुंचकर श्री हाटकेश्वर महादेव और मां काली के दर्शन किए। उन्होंने श्री हाटकेश्वर महादेव और मां काली की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने पवित्र महादेव घाट में कार्तिक स्नान के लिए जुटे श्रद्धालुओं का अभिवादन कर सभी को कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव और विधायक श्री मोतीलाल साहू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर महादेव घाट में आयोजित होने वाला पुन्नी मेला बहुत लोकप्रिय है। दूर-दूर से लोग इसमें बड़ी श्रद्धा के साथ हिस्सा लेने आते हैं। श्री साय ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक, धार्मिक परंपराएं न केवल हमारी आस्था को मजबूत करती हैं अपितु हमारे जीवन में उल्लास भी भरती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि श्रीरामलला दर्शन योजना के माध्यम से हमने प्रदेशवासियों को अपने आराध्य भगवान श्री राम के दर्शन के लिए अयोध्या भेजने की निःशुल्क की व्यवस्था की है। श्री साय ने मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के शीघ्र शुरू किए जाने की जानकारी देते हुए बताया कि इससे 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक तीर्थ यात्रा पर जा सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज से हमने प्रदेश के 25 लाख से अधिक किसानों से धान खरीदी की शुरूआत कर दी है। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर देश भर से आए जनजाति कलाकारों ने राजधानी में मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुति दी। उन्होंने आज नई औद्योगिक विकास नीति 2024-30 लागू होने की जानकारी भी लोगों के साथ साझा की। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री के आग्रह पर जशपुर में स्पोर्ट्स स्टेडियम निर्माण की घोषणा
केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभ
जनजातीय संस्कृति का गौरव गान ही सनातन संस्कृति का गौरव गान है: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जशपुर में निकली भव्य पदयात्रा
रायपुर : केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में आज छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर में जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में माटी के वीर पदयात्रा का भव्य आयोजन हुआ। पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने देश की आजादी और कोरोना काल में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से हमें प्रेरणा लेना चाहिए, जिन्होंने 25 वर्ष की आयु में मातृ भूमि को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी और अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में 6 लाख युवाओं ने अपना बलिदान दिया। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प लेने तथा सामाजिक सरोकार को बढ़ावा देने के लिए आगे आने का आव्हान किया। डॉ. मांडविया ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आग्रह पर जशपुर नगर में सर्वसुविधायुक्त स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण कराए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ और जशपुर के लिए सौभाग्य की बात है कि भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। उन्होंने इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातियों को गौरव करने का एक और बड़ा अवसर प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब-जब संस्कृति पर हमला हुआ है, जनजातीय समाज ने इसका तीव्र प्रतिकार किया है। जनजातीय संस्कृति प्रकृति से प्रेम करने की संस्कृति है। यह संस्कृति सौहार्द्र, शांति और सद्भाव की संस्कृति है। कलाओं से प्रेम करने वाली यह संस्कृति हमारी जनजातीय सनातन संस्कृति का उद्गम है। जनजातीय संस्कृति को बचाने की चिंता सनातन संस्कृति को बचाने की चिंता ही है। जनजातीय संस्कृति का गौरवगान सनातन संस्कृति का गौरवगान ही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान और पीएम जनमन अभियान जनजातीय समुदायों के कल्याण के लिए संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने जनजातीय समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए एकलव्य विद्यालयों तथा आय में बढ़ोतरी के लिए वन-धन योजना प्रारंभ किया। आयुष्मान भारत योजना में जनजातीय समुदायों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। हमने जनजातीय क्षेत्रों के विकास की रणनीति तय की है। हमारी सरकार जनजातीय समाज के प्राचीन गौरव और वैभव को वापस पाने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। लोकतंत्र की जड़ें दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं। अंदरूनी गांवों में भी नियद नेल्ला नार योजना के तहत सड़क, पेयजल, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार जैसी मूलभूत अधोसंरचनाएं पहुंच रही हैं। हमने विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित छत्तीसगढ़़ निर्माण का संकल्प लिया है। सभी की सहभागिता से इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। जनजातीय समुदायों की अधिक से अधिक सहभागिता इस कार्य में सुनिश्चित की जाएगी।
माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में धरती के आबा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन वृत्त पर आधारित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में खेलकूद सहित अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले जनजातीय युवाओं तथा माई भारत से जुड़े वॉलेंटियर को सम्मानित किया गया। मुंडा समाज के अध्यक्ष श्री शंकर राम बारला ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। माटी के वीर पदयात्रा कार्यक्रम के शुभारंभ स्थल पुरना नगर मैदान में जनजातीय नायकोें के जीवन गाथा, जनजातीय संस्कृति एवं परंपराओं पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाई गई।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्री चिंतामणी महराज, विधायक श्रीमती गोमती साय, श्रीमती रायमुनि भगत, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में युवा और नागरिकगण उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
माई भारत स्वैच्छिक संगठन से जुड़े 10 हजार से अधिक युवा हुए शामिल
रायपुर : केन्द्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में आज जशपुर नगर में माटी के वीर पदयात्रा आयोजित हुई। जशपुर के बालाछापर से शुरू हुई लगभग सात किलोमीटर लंबी पदयात्रा विभिन्न चौक, चौराहों एवं मार्गाें से होते हुए रणजीता स्टेडियम पहुंची। इसका उद्देश्य धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय समुदायों की विरासत और देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान को देश-दुनिया को बताना और सम्मानित करना है।माटी के वीर पदयात्रा को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह था। पदयात्रा में शामिल लोगों के स्वागत-सम्मान में जगह-जगह सुन्दर रंगोलियां और कलाकृतियां बनाई गई थी। गम्हरिया चौक पर जनजातीय समुदायों के प्राचीन अस्त्र-शस्त्र एवं वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। पदयात्रा के दौरान आदिवासी नर्तक दलों द्वारा गीत और नृत्य का प्रदर्शन किया गया।
जशपुर नगर के बालाछापर से निकली पदयात्रा विभिन्न मार्गों और चौकचौराहों से होते हुए शहर के हृदय स्थल रणजीता स्टेडियम पहुंची। पूरे जशपुर नगर में इस पदयात्रा का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। पदयात्रा में शामिल लोगों पर पुष्प वर्षा की गई। पदयात्रा में बस्तर के किलेपाल से आए जनजातीय नर्तक दल के कलाकारों ने ककसार नृत्य प्रस्तुत किया गया। पदयात्रा के दौरान विभिन्न समाज और संगठनों के लोगों ने भी जगह-जगह पदयात्रियों का स्वागत-सम्मान किया।
इस पदयात्रा में उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री राधेश्याम राठिया एवं श्री चिंतामणी महराज, विधायक श्रीमती गोमती साय, श्रीमती रायमुनि भगत, श्री राम कुमार टोप्पो, श्री सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक सहित माई भारत से जुड़े दस हजार से अधिक वॉलेंटियर भी शामिल हुए। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 14 नवम्बर को शाम 6.30 बजे नवा रायपुर अटल नगर स्थित मेफेयर लेक रिसार्ट में आयोजित कार्यक्रम में राज्य की नई औद्योगिक विकास नीति 2024-30 का विमोचन करेंगे। उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। उप मुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा कार्यक्रम में अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि 28 अक्टूबर को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आयोजित केबिनेट बैठक में छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक विकास नीति 2024-2030 मंजूर की गई थी। इसमें छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत सरकार के विजन 2047 की परिकल्पना को साकार करने तथा राज्य के औद्योगिक विकास को गति देने के उद्देश्य से कई प्रावधान किए हैं।उल्लेखनीय है कि नई औद्योगिक नीति को उद्योग विभाग द्वारा संबंधित सभी हितपक्षों, औद्योगिक संगठन, औद्योगिक समूहों, संबंधित विभागों के साथ संवाद एवं गहन विचार-विमर्श कर तैयार किया गया है -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वनरक्षक श्री राजवाड़े और वनपाल श्री सिंह निलंबित
वन क्षेत्रपाल श्री विनय कुमार सिंह से मांगा गया स्पष्टीकरण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कोरिया जिले में बाघ की मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश प्रधान मुख्य वनसंरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव को दिए थे। इन निर्देशों के परिपालन में कोरिया वनमंडल बैकुण्ठपुर अंतर्गत परिक्षेत्र सोनहत के रामगढ़ सर्किल के वनरक्षक श्री पिताम्बर लाल राजवाड़े और वनपाल श्री रामप्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इसी तारतम्य में परिक्षेत्राधिकारी सोनहत के वन क्षेत्रपाल श्री विनय कुमार सिंह से टाईगर की मृत्यु के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों से वनों की रक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण के लिए मुस्तैदी से कर्तव्यों का पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसी भी लापरवाही पर संबंधितों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों की 6 साल से लंबित मांग 24 घंटे के अंदर हुई पूरी
समितियों के कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में हुई बढ़ोत्तरी
छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ ने मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के प्रबंधकों और कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई। मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर समिति कर्मचारियों की 6 वर्षों से लंबित वेतन वृद्धि की मांग को पंजीयक सहकारी संस्थाएं द्वारा 24 घंटे के भीतर पूर्ण करते हुए समिति कर्मचारियों के वेतन और भत्ते में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गयी। इसके साथ ही अन्य 2 मांगों के संबंध में शासन स्तर पर अंतर्विभागीय समिति का गठन कर उचित कार्यवाही की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री साय के पहल पर वर्ष 2018 के बाद पहली बार सहकारी समितियों के लगभग 13 हजार कर्मचारियों के वेतन और भत्तों में 25 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कर्मचारियों की मांगों पर स्वयं संज्ञान लेकर इनके निराकरण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये थे, इस संबंध में मुख्यमंत्री श्री साय के समक्ष 10 नवम्बर को विभागीय अधिकारियों के साथ सहकारी समितियों के कर्मचारियों की मांगों को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों की मांगों के शीघ्र निराकरण के संबंध में निर्देश दिये।
समिति के कर्मचारियों के वेतन एवं भत्तों में 25 प्रतिशत की वृद्धि
मुख्यमंत्री के निर्देशों के परिपालन में आयुक्त सहकारिता विभाग द्वारा सहकारी समिति कर्मचारी सेवा नियम में संशोधन किये जाने के आदेश 11 नवम्बर 2024 को जारी कर दिये गए। इसमें समिति के कर्मचारियों के वेतन एवं भत्तों में 25 प्रतिशत की वृद्धि स्वीकृत कर दी गई है, जिसमें सभी कर्मचारियों में हर्ष एवं उल्लास व्याप्त है।
खाद्य विभाग द्वारा इस आशय का पत्र भी जारी कर दिया गया है कि धान उपार्जन समाप्त होने के एक माह के अंदर धान का उठाव राइस मिलर्स एवं विपणन संघ द्वारा किया जाएगा, यदि इसके पश्चात् भी उपार्जन केन्द्रों में धान शेष रहता है तो खाद्य विभाग द्वारा सहकारी समितियों को धान की सूखत दिये जाने संबंधी प्रस्ताव वित्त विभाग को प्रेषित किया जाएगा। कर्मचारियों की अन्य मांग के निराकरण के संबंध में खाद्य विभाग, वित्त विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग एवं विपणन संघ को शामिल करते हुए एक अंर्तविभागीय समिति का गठन किया गया है, जो कर्मचारी संघ की मांग पर विचार कर निराकरण हेतु प्रस्ताव शासन को प्रेषित करेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा संवेदनशीलता के साथ सहकारी समितियों के कर्मचारियों की मांगों के निराकरण करने पर कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है।
कर्मचारी अपनी-अपनी समितियों में कार्य में वापस लौटे
सभी कर्मचारी अपनी-अपनी समितियों में कार्य में वापस आ गए हैं तथा 14 नवम्बर 2024 से प्रारंभ हो रही धान खरीदी की समुचित व्यवस्था में लग गए हैं। कर्मचारियों द्वारा यह भी आश्वस्त किया गया है कि किसानों को धान उपार्जन के दौरान किसी प्रकार की कोई कठिनाई नही होगी। धान उपार्जन केन्द्रों में सभी आवश्यक तैयारी 13 नवम्बर 2024 तक पूर्ण कर ली जाएगी।
आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री कुलदीप शर्मा द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ धान उपार्जन सुगमतापूर्वक किये जाने के निर्देश सभी विभागीय कर्मचारियों-अधिकारियों को दिये गये हैं। धान उपार्जन के दौरान उपार्जन केन्द्रों का सतत् निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण के निर्देश भी उन्होंने अधिकारियों को दिये हैं।
छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ द्वारा 4 नवम्बर 2024 से की जा रही हड़ताल आज समाप्त घोषित कर दी गई है। छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष श्री नरेन्द्र साहू ने समिति कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त घोषित करते हुए कहा है कि समस्त समिति कर्मचारी शासन की समस्त योजनाओं का समिति स्तर से क्रियान्वयन किए जाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। कर्मचारी महासंघ द्वारा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, खाद्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री बसव राजू एस., सचिव सहकारिता डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, आयुक्त एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं छत्तीसगढ़ श्री कुलदीप शर्मा, प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक श्री के.एन काण्डेय सहित अन्य अधिकारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने ॐ का उच्चारण कर महाआरती का किया शुभारंभ
गंगा आरती दरहाघाट का किया लोकार्पण
महाआरती में मातृशक्ति सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज सक्ती जिले के चंद्रपुर में महानदी के दरहाघाट तट पर आयोजित मां महानंदा चित्रोत्पला गंगा महानदी महाआरती महोत्सव-2024 में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर सीएसआर मद से निर्मित गंगा आरती दरहाघाट का लोकार्पण किया। महाआरती में मातृशक्ति महिलाओं सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उत्साहपूर्वक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने गंगा आरती के अवसर पर सभी को देवउठनी एकादशी की बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एक दशक पहले इस भव्य आयोजन के शुभारंभ का सौभाग्य मुझे मिला था। आज पुनः यहां आने का मौका मिला है। महानदी छत्तीसगढ़ के लिए जीवनदायिनी है। इससे जनजीवन को जल तो मिल रहा है, इसके साथ ही यह प्रदेश में ऋषि परम्परा की साक्षी भी है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है। प्रभु श्री राम का ननिहाल है। अब अयोध्या में उनका भव्य मंदिर बन चुका है। प्राण प्रतिष्ठा के हम सब साक्षी बने हैं। छत्तीसगढ़ से भी लोग अयोध्या में सेवा दे रहे हैं। यहां के डॉक्टर अभी भी वहां निःशुल्क सेवा दे रहे हैं। राम लला दर्शन योजना से प्रदेश के श्रद्धालु अयोध्या धाम के दर्शन कर रहे हैं। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि तीर्थ यात्रा योजना को पुनः शुरू करने जा रहे हैं। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठों के कॉरिडोर बनाने का भी काम कर रहे है।
नदियां हमारी अमूल्य विरासत है, आने वाली पीढ़ियों के लिए इन्हें सहेजें -मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नदियां किसी भी संस्कृति की जीवंत प्रतीक होती हैं। नदियां केवल बहता पानी नहीं बल्कि इसके साथ बसे समाज के सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों की पहचान होती हैं। भारतीय संस्कृति में नदियों को जीवनदायिनी कहा गया है। मानव सभ्यता को पीढ़ी दर पीढ़ी सींचती संवारती हमारी इस अमूल्य विरासत रूपी नदियों को सहेजने का भाव हम सभी के अंदर एक कर्तव्य के रूप में पल्लवित हो, इसमें यह आयोजन महती भूमिका निभाएगा।साध्वी प्रज्ञा देवी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद जांजगीर चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े, सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया, श्री गोकुलानंद पटनायक, श्री संतराम यादव, चंद्रपुर विधायक श्री रामकुमार यादव, मातृशक्ति महिलाएं, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महानदी महाआरती महोत्सव में होंगे शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 12 नवम्बर को सक्ती जिले के सुप्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल चन्द्रपुर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शाम 4.20 बजे पुलिस मुख्यालय हेलीपेड नवा रायपुर से हेलीकॉप्टर से रवाना होकर शाम 5 बजे खेल मैदान नगर पंचायत चन्द्रपुर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री शाम 6 बजे से 7.30 बजे तक मां चन्द्रहासिनी देवी मंदिर दर्शन एवं दरहाघाट चन्द्रपुर में मां महानंदा चित्रोत्पला गंगा महानदी महाआरती महोत्सव 2024 में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय 7.30 बजे कार द्वारा रायगढ़ के लिए रवाना होंगे। जहां वे रात्रि 8 बजे रायगढ़ पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह की बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि देवउठनी एकादशी का दिन शुभ और मंगलकारी माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह की निद्रा से जागृत होते हैं। हिन्दुओं में इस दिन से सारे मांगलिक कार्यों की शुरूआत की जाती है।छत्तीसगढ़ में देवउठनी एकादशी का पर्व बहुत उत्साह और उमंग से मनाया जाता है। इस दिन भगवान शालिग्राम और देवी तुलसी का विवाह भी संपन्न किया जाता है। इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कामना की है कि एकादशी का त्यौहार सबके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली लेकर आए और सभी का जीवन मंगलमय हो। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महतारी वंदन की राशि से बेटियों के नाम सुकन्या समृद्धि योजना और ग्रामीण डाकघर में खाता खुलवाने का बनाया मन
महिलाओं को आर्थिक संबल देने के साथ ही सुखद भविष्य की योजना बनाने महतारी वंदन योजना कर रही प्रेरित
रायपुर : छत्तीसगढ़ में महिलाओं को अपने घरेलू खर्च को पूरा करने से लेकर स्वयं के सुखद भविष्य के सपने गढ़ने तक के लिए शासन की महतारी वंदन योजना कारगर साबित होते दिखाई दे रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश की महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई है जिसके अंतर्गत हितग्राही महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रूपए की राशि प्रदान की जा रही है। अभी तक महतारी वंदन योजना के 9 किस्त जारी हो चुके है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस योजना की नौवीं किस्त को दीपपर्व के पहले जारी किया गया।
कबीरधाम जिले के आदिवासी और विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा बाहुल्य बोड़ला विकासखण्ड के ग्राम भोंदा के रहने वाले पटेल परिवार की छह महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिला रहा है। हर माह प्रत्येक महिला को एक-एक हजार रूपए इस प्रकार पटेल परिवार की सभी 6 महिलाओं को कुल 6 हजार रूपए की राशि मिल रही है। उनके खाते में नौवीं किस्त की राशि भी आ चुकी है। अब तक महतारी वंदन योजना से इस परिवार के खाते में कुल 54 हजार रुपए जमा हो गए है।
कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम बोड़ला में रहने वाले सदाराम पटेल और रामकुमार पटेल दोनों भाई संयुक्त परिवार में रहते हैं। इस परिवार में दिलेश्वरी, मनीषा, अनिता, गनेशिया सहित कुल छः महिलाएं हैं। परिवार की महिलाओं में महतारी वंदन योजना से अपने और अपने बच्चों के भविष्य के प्रति सुरक्षा का अहसास बढ़ने के साथ ही महतारी वंदन उन्हें सुखद भविष्य की योजना बनाने के लिए भी प्रेरित कर रही है। हर माह मिलने वाले महतारी वंदन योजना की राशि से अब परिवार की महिलाओं ने अपने-अपने बच्चों के नाम केन्द्र सरकार द्वारा डाक घर के माध्यम से संचालित होने वाली सुकन्या समृद्धि योजना और ग्रामीण डाक बीमा जैसी योजनाओं में खाता खुलवाने का मन बनाया है। आगामी अनेक वर्षों तक के लिए अपने बच्चों के लिए यह परिवार सुकन्या समृद्धि योजना या ग्रामीण डाक जीवन बीमा जैसी योजनाओं में खाता खोल कर बच्चों के सुखद भविष्य के लिए एक-एक हजार रूपए जोड़ने का मन बनाया है। परिवार के मुखिया और महिलाओं ने डाक घर जा कर इन योजनाओं के फायदे के बारे में पूरी जानकारी भी ले रखी है।
परिवार की महिलाओं को आशा है कि महिलाओं की आर्थिक उन्नति और उनकी समृद्धि के लिए खोली गई महतारी वंदन योजना सतत रूप से संचालित होते रहेगी और उनके खाते में हर माह ऐसे ही पैसे आते रहेंगे। इसलिए इस पैसे को जोड़कर एक बेहतर सुखद प्लान बनाया जा सकता है।
पटेल परिवार की महिलाओं ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना में वह महतारी वंदन योजना की राशि को जमा कराने जा रही हैं, जिससे 15 वर्ष बाद उन्हें एक मुश्तराशि मिले और इस राशि का उपयोग बच्चों के सुखद भविष्य के लिए खर्च किया जा सके। इन महिलाओं ने बताया कि वे महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि को अपने बच्चों की शिक्षा और शादी के लिए जमा कर रहीं हैं। खेती बाड़ी कर अपना और पूरे परिवार का जीवन यापन करने वाले मरार पटेल परिवार के लिए महतारी वंदन योजना आर्थिक समृद्धि और तरक्की का एक मजबूत आधार बन कर सामने आई है। परिवार की सभी बहुएं पढ़ी लिखी है। पटेल परिवार की बहु दिलेश्वरी, मनीषा, अनिता, गनेशिया और इन सभी की सासु मां सुखबती पटेल और बीरझा बाई ने बताया कि आज पूरा परिवार बहुत खुश है। परिवार को हर माह 6 हजार रूपए की अतिरिक्त आमदनी हो रही है। हमारा परिवार हर सुख-दुख में एकजुट है। इसी तरह से पांच साल से परिवार के छहः महिलाओं के खाते में जमा होने राशि का हिसाब करेंगे तो परिवार के पास कुल 3 लाख 60 हजार रूपए की अतिरिक्त आमदनी होगी।
छत्तीसगढ़ की माताओं और बहनों को अब हर माह महतारी वंदन योजना की राशि का इंतजार रहता है। उनको पता है कि छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव की सरकार मोदी की गांरटी के मुताबिक हर माह को महतारी वंदन का पैसा उनके खाते में आ जाएगी। छत्तीसगढ़ की महिलाएं और उनके परिवार महतारी वंदन योजना से अपने आप को सुरक्षित भी महसुस कर रही है, साथ ही सुखद भविष्य की सपने गढ़ने और बूनने भी लग गए है। परिवार और महिलाओं को पूरा यकिन भी होने लगा है कि महतारी वंदन योजना से परिवार की बेटियों की पढ़ाई लिखाई से लेकर उनकी शादी तक का बेहतर प्रबंधन किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि कबीरधाम जिले में महतारी वंदन की योजना का 2 लाख 55 हजार महिलाओं को लाभ प्राप्त हो रहा है।महिलाओं के खाते में प्रत्येक माह डीबीटी के माध्यम से राशि पहुंच रही है। इस योजना के तहत जिले के सभी लाभार्थी महिलाओं को प्रत्येक माह कुल 23 करोड़ 56 लाख रूपए डीबीटी के माध्यम से राशि अंतरण किया जा रहा है। योजना प्रारंभ होने के बाद से 9 किस्तों के जरिए महिलाओं के खाते में कुल 212 करोड़ 4 लाख रूपए की राशि अंतरित की जा चुकी है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सड़क निर्माण, अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण के सम्बन्ध में हुई चर्चा
रायपुर : राजधानी रायपुर स्थित सांईस कॉलेज ग्राउण्ड में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तीसरे दिन विभिन्न सत्रों के माध्यम से सड़क निर्माण, अनुसंधान और गुणवत्ता नियंत्रण पर चर्चा की गई है।
आज के तकनीकी सत्र में आयोजित बैठक में ‘भारत में किए गए सड़क अनुसंधान कार्य’ पर विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियाँ दी गईं। इसके उपरांत राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग, स्थानीय निकाय और सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के अधिकारियों द्वारा सड़क निर्माण से संबंधित नवीनतम तकनीकों के सम्बन्ध में चर्चा की गई। इसके पश्चात राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुतियाँ साझा की गईं जिसमें वार्षिक कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्री ओझा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया
रायपुर : 1971 युद्ध के वीर योद्धा विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) का आज दिनांक 10 नवंबर 2024 को 89 वर्ष की उम्र में रायपुर( छ ग )में निधन हो गया। सोमवार प्रातः 11:30 बजे महादेव शमशान घाट में उनके पार्थिव शरीर को विदाई दी जाएगी । मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।
विंग कमांडर एमबी ओझा (सेवानिवृत्ति) 1962 ,1965 ,1971 के युद्ध में शामिल थे तथा भारतीय शांति सेवा के मिशनों में भी शामिल थे। वे भारतीय वायु सेना में सन 1956 में कमीशन हुए थे । पाकिस्तानी सेना के 90000 सैनिकों ने जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के समक्ष हथियार डाले थे, उस अवसर पर विंग कमांडर एम बी ओझा उपस्थित थे तथा वे उस समर्पण के प्रत्यक्ष गवाह थे । -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बल्दाकछार एवं अवरई ग्राम में 11 योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में राज्य में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसी कड़ी में बलौदाबाजार जिले के ग्राम बल्दाकछार एवं अवरई में रहने वाले विशेष पिछडी जनजाति कमार के शतप्रतिशत लोगों को प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया गया है। योजना के तहत अब तक 11 योजनाओं में शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। बल्दाकच्छार में 39 और अवरई में 11 विशेष पिछडी जनजाति कमार परिवार रहते हैं जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 193 है।अब दोनों ही गांव के कमार जनजाति के सभी लोगों का आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड व जाति प्रणाम पत्र बन गया है । महिलाओं के जनधन बैंक खाते खुल गए हैं। पात्रतानुसार किसान क्रेडिट कार्ड, राशन कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि एवं पीएम मातृत्व वंदन योजना का लाभ मिला है। सभी की सिकल सेल जांच एवं सभी घरों में विद्युतीकरण हो गया है। इसके साथ ही 2 मोबाइल मेडिकल यूनिट की भी सुविधा विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को प्रदान की गयी है।
15 नवम्बर 2023 से शुरू हुए प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछडी जनजाति कमार बाहुल्य ग्राम बल्दाकछार और अवरई में संतृप्तिकरण अभियान शुरू किया गया। इसमें योजना से छूटे हुए लोगों का चिन्हांकन उपरांत उन्हें लाभान्वित करने पर जोर दिया गया और एक वर्ष के अन्दर ही 11 योजनाओं से शतप्रतिशत लोगों को लाभान्वित किया गया।
गौरतलब है कि पीएम जनमन योजना का मूल उद्देश्य कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी), परिवारों और बस्तियों तक बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को पहुंचाकर उनकी सामाजिक, आर्थिक स्थितियों में सुधार करना है। पीएम जनमन योजना अंतर्गत कमजोर जनजाति समूहों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दो दिवसीय आयोजन के दौरान विभिन्न राज्यों के आदिवासी नर्तक दलों की साइंस कॉलेज मैदान में होगी मनमोहक प्रस्तुति
जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 14 एवं 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के भव्य राज्य स्तरीय आयोजन की तैयारी की जा रही हैं। साइंस कॉलेज मैदान में जनजातीय गौरव दिवस के दौरान 14 एवं 15 नवंबर को पूर्वान्ह 11 बजे से लेकर रात्रि 8 बजे तक जनजातीय गौरव पर आधारित विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें विषय विशेषज्ञ सहित कई राज्यों के आदिवासी कलाकार, आदिवासी कला संस्कृति के मर्मज्ञ शामिल होंगे।
दो दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन को भव्य एवं यादगार बनाने के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा देश के विभिन्न राज्यों से आदिवासी नर्तक दलों एवं कलाकारों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जा रहा है। अब तक 18 राज्यों के 22 आदिवासी नर्तक दलों ने इस दो दिवसीय आयोजन में शामिल होने के लिए अपनी सहमति दी है, जिसमें अरूणांचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैण्ड, मेघालय, आसाम, त्रिपुरा, उत्तराखण्ड, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों के आदिवासी नर्तक दल शामिल हैं। इनमें पुरूष एवं महिला कलाकारों की संख्या लगभग 425 है।
गौरतलब है कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती ’जनजातीय गौरव दिवस’ के उपलक्ष्य में 14 एवं 15 नवंबर को राजधानी रायपुर में दो दिवसीय राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर को जमुई बिहार से वर्चुअल रूप से जुड़कर इस समारोह का शुभारंभ करेंगे और पीएम जनमन योजना में शामिल जिलों के हितग्राहियों से चर्चा भी करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में भी एक दिवसीय गौरव दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
आदिम जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस के शुभारंभ कार्यक्रम का लाईव प्रसारण पीएम जनमन योजना में शामिल जिलों में दो-तरफा संवाद एवं शेष जिलों में केबल प्रसारण की व्यवस्था की जा रही है। साइंस कॉलेज मैदान में जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों की शुरूआत 14 नवंबर को पूर्वान्ह 11 बजे से होगी। इस दौरान अतिथिगणों के उद्बोधन के साथ ही अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि 14 नवंबर एवं 15 नवंबर को साइंस कॉलेज मैदान में संध्या 3 बजे से अंतर्राज्यीय लोक नर्तक दलों के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के साथ-साथ जनजातीय गौरव से संबंधित विषयों पर संगोष्ठी का आयोजन तथा जनजातीय जीवन शैली पर चित्रकला का प्रदर्शन होगा -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने इंडियन रोड कांग्रेस के अधिवेशन में की घोषणा
छत्तीसगढ़ में चार राष्ट्रीय राजमार्गों को फोरलेन करने राशि मंजूर, रायपुर में चार फ्लाईओवर बनेंगे
मजबूत अर्थव्यवस्था के निर्माण में सड़कें हमारी सबसे बड़ी ताकत: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
रायपुर : छत्तीसगढ़ के नेशनल हाइवे का नेटवर्क दो साल के अंदर अमेरिकन नेटवर्क के बराबर होगा, आज मैं यह विश्वास दिलाता हूँ, आपने जो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए मांगे रखी हैं वे सब देंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज रायपुर में आयोजित हो रहे भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में ये बातें कहीं। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ में सड़कों के विकास के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के कार्यों की स्वीकृति दी। इनमें चार राष्ट्रीय राजमार्गों में फोरलेन के लिए डीपीआर की स्वीकृति भी शामिल है। श्री गडकरी ने धमतरी से जगदलपुर, रायपुर से बलौदाबाजार-सांरगढ़, कटघोरा से अम्बिकापुर और बिलासपुर से अकलतरा-रायगढ़ से ओडिशा बार्डर तक के राष्ट्रीय राजमार्गों को फोरलेन करने के लिए राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कई सिंगल लेन और टू लेन सड़कों के निर्माण के लिए भी राशि मंजूर की। श्री गडकरी ने रायपुर में सरोना, उद्योग भवन, तेलीबांधा और धनेली जंक्शन में फ्लाईओवर निर्माण के लिए भी राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने तीन सड़कों के वन टाइम इंप्रूवमेंट कार्यों की भी मंजूरी दी। श्री गडकरी ने सड़कों के निर्माण लिए केन्द्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) से 900 करोड़ रूपए देने की भी घोषणा की।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि इंडियन रोड कांग्रेस में देश के विभिन्न राज्यों से आये सभी इंजीनियर्स को मैं देश के विश्वकर्मा के रूप में मानता हूँ। राष्ट्र के निर्माण में आप सबका बहुत बड़ा योगदान है। हमारे प्रधानमंत्री का मिशन है कि हम हिंदुस्तान को 5 ट्रिलियन की इकानामी बनायें। आत्मनिर्भर भारत बनाएं। इसके लिए हमें इंडस्ट्री और एग्रीकल्चर में प्रगति करनी होगी। इसके लिए यातायात का इंफ्रास्ट्रक्चर हमें बेहतर करना होगा। इस क्षेत्र में जब कैपिटल इन्वेस्टमेंट आएगा तो रोजगार निर्मित होगा और गरीबी दूर होगी और हिंदुस्तान आत्मनिर्भर होगा। इस सपने को पूर्ण करने में आपके गुणवत्तापूर्ण काम का महत्वपूर्ण योगदान होगा, इसके लिए देश-विदेश में रिसर्च को अपनाना होगा। ज्ञान को संपत्ति में बदलना ही भविष्य हैं।
श्री गडकरी ने अधिवेशन में शामिल हो रहे इंजीनियर्स से कहा कि जनता का पैसा जितना बचा सकते हैं बचाएं, इसमें तकनीक बहुत काम आयेगी। छत्तीसगढ़ में एक महत्वपूर्ण बात शुरू हुई है। हमने यहां से एक बैम्बू क्रैश बैरियर बनाना आरंभ किया। स्टील यूज करने की जरूरत नहीं, यह इको फ्रेंडली है। आप पूरे छत्तीसगढ़ में लोहे के बजाय बैम्बू क्रैश बैरियर यूज करें, इससे गांव के किसानों को बैम्बू के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। हमने पराली से बायो विटामिन बनाया है और इसका मेघालय में प्रयोग हो रहा है। अभी पानीपत में हमने पराली में एक हजार लीटर बायो विटामिन और बायो एविएशन फ्यूल बनाना शुरू किया। यह पराली अथवा पैरा से बनेगा तो छत्तीसगढ़ में बहुत बढ़िया काम हो जाएगा।
श्री गडकरी ने कहा कि रोड एक्सीडेंट को कम करने हमें बहुत प्रयास करना होगा। कोशिश करिये एक्सीडेंट न हों। इसके लिए सभी तकनीकी उपाय अपनाएं। छोटी-छोटी बातों को अमल में लाकर रोड इंजीनियरिंग में सुधार करें तो बहुत बेहतर होगा। मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि रोड सेफ्टी के हिसाब से परफेक्ट रोड बनाइये। रोड सेफ्टी को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अधिवेशन के उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें विकास भी करना है और पर्यावरण का संतुलन भी रखना है। हमारे देश में ट्रांसपोर्ट सेक्टर देश के पाल्यूशन में 40 प्रतिशत योगदान करता है। मैं आईआरसी के पदाधिकारियों से अनुरोध करूंगा कि आप इस सेक्टर को इंटीग्रेटेड एप्रोच से सोचें। हमें सड़कों के किनारे टायलेट बनाने होंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारे लिए यह बहुत ही खुशी की बात है कि इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें अधिवेशन की मेजबानी का सौभाग्य छत्तीसगढ़ को प्राप्त हुआ है। केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी को इस कार्यक्रम में अपने बीच पाकर हमारी खुशी दोगुनी हो गई है। भारत के विकसित राज्यों में अपना स्थान बनाने की ललक के साथ छत्तीसगढ़ बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गडकरी जी का सहयोग और प्रोत्साहन हम लोगों को निरंतर मिल रहा है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के लिए उन्होंने 11 हजार करोड़ रुपए की अत्यंत महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाएं स्वीकृत की हैं। इसके लिए मैं उन्हें हृदय से धन्यवाद देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 01 नवम्बर को हम लोगों ने राज्य स्थापना का 24वां वर्ष पूरा किया है और अब रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुके हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है। इसके अनुरूप छत्तीसगढ़ राज्य विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ ने अपना विजन डाक्यूमेंट तैयार कर लिया है, इसके मुताबिक हम बहुत रणनीतिक और सुव्यवस्थित तरीके से अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में छत्तीसगढ़ में इस 83वें इंडियन रोड्स कांग्रेस के आयोजन से हम उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2028 तक हमने छत्तीसगढ़ की जीएसडीपी को दोगुना करते हुए 10 लाख करोड़ रुपए करने का निश्चय किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में मजबूत अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए सड़कें हमारी सबसे बड़ी ताकत होंगी, राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों में परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में सड़कों का विस्तार कहीं ज्यादा सुविधापूर्ण हैं। पिछले 10 वर्षों में छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों का अच्छा विकास हुआ है, रायपुर-विशाखापट्टनम इकॉनोमी कॉरिडोर सहित अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं तेजी से चल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछाने की है। हम प्रदेश के दुर्गम से दुर्गम क्षेत्रों को भी मुख्य मार्गों के साथ कनेक्ट कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विशाल भू-भाग में हम इस चुनौतीपूर्ण काम को कम समय, कम लागत किन्तु टिकाऊ और गुणवत्तापूर्ण तरीके से करना चाहते हैं। हमारी सोच केवल सड़क निर्माण ही नहीं है, बल्कि अच्छी सड़कों के निर्माण की है। हम सड़क निर्माण की ऐसी तकनीकों को अपनाने के लिए ललायित हैं, जो ज्यादा पर्यावरण हितैषी हों। हमने हरित ऊर्जा को ज्यादा से ज्यादा अपनाने का संकल्प लिया है, हम यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में हरित ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग किस तरह किया जा सकता है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में हिमालय से लेकर समुद्र तक सड़कों का जाल बिछ रहा है। हम सब 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरूण साव ने अपने सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ पर प्रकृति की असीम कृपा है। यहां बड़ी-बड़ी नदियों, पहाड़ और जंगल के साथ ही कोयले से लेकर हीरे तक के भण्डार हैं। छत्तीसगढ़ कई संतों और महात्माओं की तपो स्थली और कर्मभूमि रहा है। उन्होंने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ ने हर क्षेत्र में तेजी से विकास किया है। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी के सहयोग से छत्तीसगढ़ में सड़कों का जाल बिछ रहा है। श्री साव ने उम्मीद जताई कि भारतीय सड़क कांग्रेस के इस 83वें अधिवेशन में देशभर के विशेषज्ञ सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा को लेकर देश और दुनिया में हो रहे अनुसंधान, नवाचार, नई मशीनरी और नई तकनीकों के बारे में मंथन कर इस क्षेत्र की समस्याओं का हल निकालने में सार्थक पहल करेंगे।
भारतीय सड़क कांग्रेस के शुभारंभ कार्यक्रम को केन्द्रीय सड़क परिहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के महानिदेशक श्री डी. सारंगी, छत्तीसगढ़ शासन में लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, भारतीय सड़क कांग्रेस के अध्यक्ष श्री के.के. पिपरी और महासचिव श्री एस. के. निर्मल ने भी सम्बोधित किया। उद्घाटन सत्र में आज सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से संबंधित भारतीय सड़क कांग्रेस द्वारा तैयार तीन गाइडलाइन्स और एक मेन्यूअल भी जारी किया गया। अतिथियों ने कार्यक्रम में भारतीय सड़क कांग्रेस की स्मारिका का भी विमोचन किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों के भूमि पूजन और लोकार्पण कार्यक्रम में की घोषणा
मुख्यमंत्री ने 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का किया भूमि पूजन-लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण करते हुए बलौदाबाजार में बीएड महाविद्यालय प्रारंभ करने और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के लिए 60 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इन कार्यों में से 32 करोड़ 32 लाख रूपए की लागत के 16 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं 27 करोड़ 88 लाख रूपए की लागत के 32 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े और विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत स्वीकृत मकानों में से 2100 हितग्राहियों को आवास के स्वीकृति पत्र एवं 51 हितग्राहियों को घर की चाबी सौंपी। उन्होंने जिले में संचालित ’’हम होंगे कामयाब अभियान’’ के अंतर्गत 51 युवाओं को सम्मान पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में किसानों ने 3100 रूपए प्रति क्विंटल तथा प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धान से भरे टुकनी एवं पर्रा भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बलौदाबाजार संतांे, गुरुओं और वीरों की धरा है। अनेक पंथ और आस्था को मानने वाले लोग यहां सौहार्दपूर्वक रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस जिले क़ा निर्माण किया तब से यह जिला विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य सरकार पिछले 10 महीने में लगातार प्रदेश एवं प्रदेश के लोगों के हित में मोदी जी की गारंटी पूरी कर रही है। उद्योेगों को बढ़ावा देने के लिए नई औद्योगिक नीति बनाई गई है। विभिन्न स्वीकृतियों की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी की गारंटी के तहत हमने 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी है जिसमें से 8 लाख 42 हजार आवासों की स्वीकृति केंद्र सरकार से भी मिल गई है। महतारी वंदन योजना से हर माह महिलाओं के खाते में एक हजार रुपये अंतरित हो रहा है। प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान 3100 रुपये में खरीद रहे हैं। इस वर्ष 14 नवम्बर से धान खरीदी प्रारंभ होगी। इसके लिए आवश्यक तैयारी की जा रही है ताकि किसानों को धान बेचने में कोई दिक्कत न हो।
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि अपने निर्माण के बाद से ही बलौदाबाजार-भाटापारा जिला विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के मार्ग पर चलते हुए अंतिम छोर के व्यक्ति तक योजनाओं क़ा लाभ पहुंचा रहे हैं। क़ृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी तथा लोक संस्कृति के संरक्षण की दिशा में डबल इंजन की सरकार द्रुत गति से काम कर रही है। कार्यक्रम को पूर्व संसदीय सचिव डॉ सनम जांगड़े ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की सदस्य श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुमन योगेश वर्मा, पूर्व विधायक श्रीमती लक्ष्मी बघेल, भारत स्काउट गाइड के राज्य उपाध्यक्ष श्री विजय केशरवानी, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल साहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली।विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स पर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री श्री अजय टम्टा और उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने भी श्री गडकरी के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कहा : गृहस्थ रहते हुए भी महान संत थे श्री गोपाल व्यास, उनका जाना अपूरणीय क्षति
स्वर्गीय श्री व्यास के मंशानुरूप उनका पार्थिव शरीर एम्स को किया जाएगा दान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पूर्व राज्यसभा सांसद स्वर्गीय श्री गोपाल व्यास जी के निधन पर पुरैना स्थित निवास पहुंचे और अंतिम दर्शन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री साय ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय श्री गोपाल व्यास जी के मंशानुरूप उनका पार्थिव शरीर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को दान किया जाएगा। इस दौरान राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, विधायक श्री विक्रम उसेंडी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा श्री व्यास छत्तीसगढ़ राजनीति के पुरोधाओं में एक थे। वे 2006 से 2012 तक छत्तीसगढ़ राज्य से राज्यसभा सांसद रहे। श्री व्यास जी गृहस्थ रहते हुए भी महान संत थे। उनकी सरलता और सादगी ने सभी को प्रभावित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने सदैव देश व समाज हित में कार्य किया। यह देश एवं प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने व्यास जी के साथ बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि मुझे अनेक अवसरों पर उनके साथ कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिला। सामान्यतः किसी कार्यक्रम का शुभारंभ हम फीता काट कर करते हैं, लेकिन व्यास जी कहते थे कि मुझे यह व्यक्तिगत रूप से अच्छा नहीं लगता। हमारा काम काटने का नहीं बल्कि जोड़ने का है। श्री व्यास जी के निधन पर मुख्यमंत्री ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना की ।