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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने सात दिनों में कलेक्टर को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
रायपुर : राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने राजधानी रायपुर की चंगोराभांठा स्थित मंदिर को दान में दी गई भूमि को कूटरचना कर भू-माफिया को बेचने के मामले में एक सप्ताह के भीतर जांच कर कलेक्टर रायपुर को प्रविवेदन प्रस्तुत करने तथा नियमानुसार दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
राजस्व मंत्री के समक्ष डॉ. खूबचंद बघेल वार्ड क्र. 68 के चंगोराभांठा महादेव तालाब पर स्थित सीरवेश्वर नाथ महादेव मंदिर व उसकी 4.40 एकड़ जमीन भूमाफिया को नियम विरूद्ध बेचने और अवैध प्लाटिंग से संबंधित प्रकरण पर आवश्यक कार्रवाई के लिए क्षेत्र के निवासियों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया है। यह भूमि पटवारी हल्का नं. 105 खसरा नं. 84 तहसील जिला-रायपुर में स्थित है। यह भूमि रिंगरोड पर श्याम पेट्रोल पंप के पीछे व अभिनंदन पैलेस के बाजू की है।
गौरतलब है कि महादेव तालाब के किनारे जमींदार गोविंदधर ने महादेव तालाब के किनारे 11 एकड़ जमीन (पांच एकड़ कृषि के लिए, साढे चार एकड़ तालाब के लिए तथा डेढ एकड़ तालाब के चारों ओर आने जाने का मार्ग) ग्राम समाज को मंदिर के लिए दान में दी गई थी। भू-स्वामी गोविंदधर की वर्ष 1976 में मौत के बाद मंदिर के सेवक जयलालपुरी वल्द नरोत्तम पुरी ने कूटरचना कर स्वयं को मंदिर तथा मंदिर से लगी जमीन का सर्वराकार बना लिया।
जयलाल पुरी ने यह जमीन अवैध रूप से 1989 में भूमाफिया संजय अग्रवाल को बेच दी जबकि ट्रस्ट के प्रबंधक तत्कालीन कलेक्टर थे। कूटरचना कर यह बताने का प्रयास किया गया कि, वास्तविक भूस्वामी गोविंदधर निहंग साधु था तथा उसके कोई संतान नहीं हैं। जबकि रायपुर ब्राह्मणपारा निवासी गोविंदधर के पुत्र बलरामधर तथा उनके पुत्र प्रणव कुमार दीवान उनके वारिस हैं। भूमि को भू-माफिया को बेचने की जानकारी होने पर ग्रामीणों ने न्यायालय में वाद दायर किया था। स्थानीय न्यायालय, सेशन न्यायालय तथा उच्च न्यायालय जबलपुर से केस जीतने के बाद भी मंदिर की भूमि भू-माफिया के कब्जे में है।
उक्त भूमि पर भू-माफिया अवैध रूप से प्लाटिंग कर बेचने की शिकायत 07 जून 2022 को कलेक्टर रायपुर व नगर निगम आयुक्त से की गई थी। क्षेत्र के निवासियों ने जनहित में उक्त भूमि की अवैध प्लाटिंग पर रोक, रजिस्ट्री पर रोक तथा कूटरचना कर नामांतरण करवाने वालों पर अपराध दर्ज करने एवं 4.40 एकड़ भूमि व तालाब पर आने-जाने के बंधक रास्ते को मुक्त करवाने के आवेदन पर नगर निगम ने उक्त अवैध प्लाटिंग पर 16 जून 2022 को बुलडोजर चलाया था। -
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मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
रायपुर : जशपुर अंचल में लोगों की उम्मीदों के अनुरूप उनकी समस्याओं का निराकरण अब प्राथमिकता से हो रहा है। बगिया स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय से जरूरतमंद लोगों को मौके पर ही ईलाज की सुविधा, दिव्यांग जनों को हियरिंग एड, ट्राईसाइकिल, जैसे पुनर्वास उपकरण निःशुल्क उपलब्ध कराएं जा रहे है।
मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में आने वाली श्रीमती मंदाकिनी यादव, जो लंबे समय से सुनने की समस्या से जूझ रही थीं, कई अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद भी इन्हें फायदा नहीं मिला, तब उन्होंने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से सम्पर्क किया। जहां चिकित्सीय परीक्षण के बाद उन्हें तत्काल सुनने की मशीन उपलब्ध कराई गई। नई मशीन लगने पर वह स्पष्ट रूप से सुनने में सक्षम हो गई हैं। इसी प्रकार दिव्यांग श्री गुरुदेव, जो बचपन से ही अस्थि बाधित थे, उन्हें ट्राईसाइकिल प्रदान की गई।
श्री मंदाकिनी यादव और श्री गुरूदेव ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री कैम्प से उन्हें चिकित्सीय परीक्षण के बाद तत्काल निःशुल्क पुनर्वास उपकरण की व्यवस्था की गई। इससे उनका जीवन आसान हो गया है। कान में नई मशीन लगने के बाद अब बिल्कुल साफ सुनाई पड़ रहा है। वहीं श्री गुरूदेव ने बताया कि अस्थि बाधित होने के कारण इन्हें अपने दैनिक कार्यो के लिए कहीं भी आने जाने के लिए परिवार के सदस्यों पर आश्रित रहना पड़ता था। अब ट्राईसाइकिल मिलने के बाद उन्हें अपने जरूरत के काम के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। -
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वनांचल क्षेत्र के 88 गर्भवती महिलाओं का शिविर स्थल पर किया गया सोनोग्राफी
सोनोग्राफी एवं स्वास्थ्य शिविर में 216 नागरिकों का किया गया निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दवाईयां का किया गया वितरण
मेगा हेल्थ शिविर में जिले के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दी अपनी सेवाएं
रायपुर : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर आज कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्र ग्राम तरेगांव जंगल में निःशुल्क सोनोग्राफी एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में वनांचल क्षेत्रों में निवास करने वाले गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा प्रदान की गई। शिविर में 88 गर्भवती महिलाओ का शिविर स्थल पर ही सोनोग्राफी किया गया। इसके साथ ही मरीजों का निःशुल्क जांच कर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया गया। मरीजों को निःशुल्क दवाई का वितरण किया गया और बीपी, सुगर, मलेरिया तथा मौसमी बिमारी के संबंध में जागरूक भी किया गया।
वनांचल क्षेत्र के ग्राम तरेगांव जंगल में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जांच किए गए। शिविर में कुल 108 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन किया गया। इस दौरान 88 गर्भवती महिलाओं का शिविर स्थल पर सोनोग्राफी किया गया। उच्च जोखिम वाले 31 गर्भवती महिलाओं को चिन्हांकन कर संस्थागत प्रसव के लिए विशेष निगरानी में रखा गया है। शिविर में 90 बीपी और 90 सुगर की जांच किया गया। जांच के दौरान 15 बीपी और 01 सुगर के मरीज पाएं गए। शिविर में 79 लोगों का लैब जांच, 50 लोगों का एचआईवी जांच, 10 लोगों का मलेरिया जांच, 57 लोगों को वीडीआरएल जांच, 07 लोगों का टीबी जांच किया गया। शिविर में शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा 15 बच्चों, मेडिसीन विशेषज्ञ द्वारा 15 और अस्थि रोग विशेषज्ञ द्वारा 11 लोगों का जांच किया गया। शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा 20 मरीजों का जांच किया गया। जिसमें 02 लोग मोतियांबिंद के मरीज पाएं गए। शिविर में 16 लोगों को चश्मा वितरण किया गया।
गर्भवती महिलाओं को मिली सोनोग्राफी की सुविधा
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में वनांचल क्षेत्रों में निवास करने वाले गर्भवती महिलाओं को विशेष सुविधा प्रदान की गई। जहां गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के लिए विकासखंड या जिला मुख्यालय आना पड़ता था। लेकिन स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से अपने क्षेत्र में सोनोग्राफी की सुविधा मिली। महिलाओं ने बताया कि मितानिनों के माध्यम से गर्भ के स्वस्थ बच्चे के जांच के लिए सोनोग्राफी कराने शिविर में लाया गया है। जिसमें सोनोग्राफी जांच के बाद उचित देखभाल के लिए परामर्श एवं दवाईयां दी गई।
वनांचलवासियों को उनके निकटतम स्थान पर ही मिली निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की निर्देश एवं पहल पर आयोजित की गई। जिससे वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को सुनिश्चित किया जा सके। इस प्रकार के शिविरों से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं उनके निकटतम स्थान पर ही उपलब्ध हुई। जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार और गंभीर बीमारियों से बचाव के बारे में जागरूक हुए -
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जन भागीदारी से ही होंगे जल संचय और जल संरक्षण के प्रभावी काम - श्री अरुण साव
जल जगार महा उत्सव और अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव आज धमतरी के गंगरेल बांध के किनारे आयोजित दो दिवसीय जल जगार महा उत्सव और अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। लोगों को जल संरक्षण और जल संचय के प्रति जागरूक करने दो दिवसीय जल जगार महा उत्सव के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया गया था। इन गतिविधियों में धमतरी जिले के साथ ही प्रदेशभर के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन में चार देशों के प्रतिनिधियों सहित देश के प्रसिद्ध पर्यावरणविदों, जल संरक्षकों, नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और गैर-सरकारी संगठनों ने अपनी बातें रखीं।

छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने जल जगार महा उत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जल की एक-एक बूंद को बचाने की चिंता करने के लिए इस जल जगार महा उत्सव का आयोजन किया गया है। इस दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भारी संख्या में लोगों की भागीदारी को देखकर इसकी सफलता का अंदाजा लगाया जा सकता है। हजारों लोग इनमें भागीदार बन रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि पर्यावरण के प्रति यदि हम अभी सचेत नहीं हुए तो भू-जल भी प्रदूषित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि देश-विदेश के विशेषज्ञों, सुप्रसिद्ध पर्यावरणविदों और जल के संरक्षण-संवर्धन के लिए जिन लोगों ने अपना जीवन खपा दिया, ऐसे लोगों को धमतरी की धरती पर बुलाकर इस शानदार आयोजन के लिए मैं जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई देता हूं।

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल संचय और जल संरक्षण पूरी दुनिया में आसन्न जल संकट से निपटने का एकमात्र उपाय है। इसके लिए पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है और जरुरी कदम उठाए जा रहे हैं। समाज और आम लोगों को भी इसके लिए आगे आना होगा, तभी हम अपनी जल धरोहरों को बेहतर ढंग से संरक्षित कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि पीएचई और नगरीय प्रशासन मंत्री के रूप में राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल आपूर्ति की महती जिम्मेदारी मेरे विभागों की है।
श्री साव ने जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान, अमृत सरोवर, मिशन अमृत और एक पेड़ मां के नाम जैसे अभियानों का उल्लेख करते हुए कहा कि कि भारत सरकार की अनेक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम और अभियान जल और पर्यावरण के संरक्षण-संवर्धन को समर्पित हैं। उन्होंने माता अंगार मोती की पवित्र धरती पर जल जगार महा उत्सव और अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन के सफल आयोजनों के लिए जिला प्रशासन की पीठ थपथपाई।
जल जगार महा उत्सव और अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन के समापन कार्यक्रम को सांसद श्री भोजराज नाग और श्रीमती रुपकुमारी चौधरी ने भी संबोधित किया। समापन कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने महा उत्सव के तहत आयोजित जल विधानसभा के अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की अपनी भूमिकाओं की झलक भी दिखाई।यहाँ देखें विडियो :-<iframe width="560" height="315" src="https://www.youtube.com/embed/d8u6ygYOVys?si=yMgX8v-aGIDZgbKo" title="YouTube video player" frameborder="0" allow="accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture; web-share" referrerpolicy="strict-origin-when-cross-origin" allowfullscreen></iframe>
अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन के समापन सत्र मे वनमंडलाधिकारी श्री कृष्णा जाधव ने अपने प्रतिवेदन मे बताया कि दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय जल सम्मलेन में देश-विदेश के 150 से ज्यादा प्रतिनिधि, 69 जल विशेषज्ञ और वक्तागण सहित पद्मश्री से सम्मानित तीन पर्यावरणविद शामिल हुए। डेनमार्क, जापान, श्रीलंका और यूनिसेफ़ के प्रतिनिधियों ने भी अपनी भागीदारी दी। उन्होंने कहा कि इस सम्मलेन से जल प्रबंधन और संचयन के क्षेत्र में नया दृष्टिकोण मिला है।निश्चित रूप से इस सम्मलेन से जिले में जल संचय और जल संरक्षण के कार्यों को नई दिशा मिलेगी। श्री जाधव ने कहा कि नारी शक्ति से जल शक्ति तक की सोच ने जल जगार जैसे नवाचारी अभियान को मूर्त रूप दिया। इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री नम्रता गाँधी ने सम्मेलन के निष्कर्षों और सुझावों को अतिथियों को सौंपा। विधायक श्री रोहित साहू और दीपेश साहू तथा पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री नेहरु निषाद भी जल जगार महा उत्सव के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। -
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जल-जगार से आया सकारात्मक और क्रांतिकारी परिवर्तन
प्रधानमंत्री जी के हर घर नल से जल के संकल्प को पूरा कर रही है छत्तीसगढ़ सरकार
रायपुर : धमतरी जिले के रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आयोजित जल जगार महोत्सव के शुभारंभ समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए जिला प्रशासन धमतरी द्वारा जल जगार महोत्सव मनाया जा रहा है, जो अनुकरणीय पहल है। उन्होंने कहा कि पानी का अधिक दोहन हो रहा है, लेकिन जल संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया जाता। धमतरी जिले में भी जल स्तर काफी नीचे जा रहा था, किन्तु जल जगार से सकारात्मक और क्रांतिकारी परिवर्तन आया है, जिसके लिए जिला प्रशासन बधाई का पात्र है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र के देवी-देवताओं का स्मरण करते हुए लोगों नवरात्रि की बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर बड़ा करने की ठान ले तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। हर घर नल से जल पहंुचाने प्रधानमंत्री जी के संकल्प को जलजीवन मिशन के तहत गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने का कार्य हमारा है। उन्होंने कहा कि माओवाद प्रभावित क्षेत्र के आदिवासियों के लिए नियद नेल्ला नार योजना चलाई जा रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। नक्सलवाद का खात्मा करने सरकार प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री के 2047 के विकसित भारत के संकल्प को साकार करना है, मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को मां के नाम पेड़ लगाने का आह्वान भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता विभाग मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि जल बचाने की दिशा में जिला प्रशासन बेहतर और इनिशिएटिव कार्य कर रहा है, जिसे धमतरी ही नहीं, पूरे प्रदेश और देश के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि जल जगार के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को एक बड़ी सौगात दे सकते हैं।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि आज के परिवेश में जल संरक्षण बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने जलजीवन मिशन के तहत घर घर पानी देकर संदेश दिया है। पानी का मूल्य और महत्व को सभी को समझना होगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ी गीत के माध्यम से जल की महत्ता को बताया। पूर्व कैबिनेट मंत्री मंत्री और कुरूद विधायक श्री अजय चंद्राकर ने कहा कि यह अपने आप मे एक नवाचारी कार्यक्रम है। धमतरी जिले में 04 बड़े जलाशय होने के बाद भी यहां का भूजल स्तर गिरना चिता का विषय है। सामुदायिक भागीदारी से जल संरक्षण किया जाना प्रशंसनीय है और इसे जन-जन का आंदोलन बनाना होगा। इसके अलावा महासमुंद सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, कांकेर सांसद श्री भोजराज नाग, ने भी जिले में चल रहे जल जगार महोत्सव की सराहना करने हुए अनुकरणीय बताया। इस अवसर कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, पूर्व विधायक श्रीमती रंजना साहू, श्री श्रवण मरकाम, श्रीमती पिंकी शाह, श्री इंदर चोपड़ा सहित जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ नागरिक मंच पर मौजूद थे। -
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मुख्यमंत्री की भेजी मिठाई लेकर जवानों के बीच पहुंचे उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप और कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम
मंत्रियों ने जवानों की पीठ थप-थपाकर हौसला अफजाई की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने मंत्रीगणों के हाथों मिठाई भेजकर नक्सल ऑपरेशन में शामिल जवानों की हौसला अफजाई की। उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम और वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने दंतेवाड़ा-नारायणपुर की सीमा से लगे थुलथुली क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े एनकाउंटर को अंजाम देने वाले जांबाज जवानों का मुंह मीठा कराकर उनका हौसला बढ़ाया।
मंत्रीगणों ने दंतेवाड़ा पुलिस लाइन में जवानों से भेंटकर बस्तर में शानदार कार्य के लिए आईजी पी. सुंदरराज, नारायणपुर दंतेवाड़ा एसपी, डीआरजी, एसटीएफ सहित पुलिस के सभी अधिकारियों की प्रशंसा की व एनकाउंटर का नेतृत्व कर रहे एएसपी से उनके अनुभव सुने व डीआरजी के महिला जवानों से भी स्थिति की जानकारी ली।
जवानों से चर्चा करते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मैं यहां आप सबके पास देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का शुभकामना संदेश लेकर आया हूं। मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा आप लोगों को शुभकामना स्वरूप भेजी गई मिठाई देने आया हूं। आप सब दंतेश्वरी माई के बेटे और बेटियां हैं और आपने जो कार्य किया है, इसके बाद किसी को कोई संदेह नहीं है कि आपकी भुजाओ की ताकत से बस्तर में मंडराने वाला नक्सली आतंक जल्द ही खत्म होगा। गृह मंत्री ने जवानों को आश्वस्त किया कि सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है। बस्तर में विकास के लिए सरकार कभी किसी चीज की कोई कमी नहीं होने देगी। उन्होंने बस्तर के भटके नौजवानों से अपील की कि वे मुख्यधारा में लौटे। उनके पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि प्रदेश व देश के विकास में बाधक किसी भी शक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा की आम बस्तरियों के विकास के लिए राशन दुकान, स्वास्थ्य सुविधाएं, सड़के ,बिजली आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है। इससे बस्तर विकास की गति में तेजी से आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, दंतेवाड़ा विधायक चैतराम अटामी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
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वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने किया भूमिपूजन
क्षेत्र के विकास को नई ऊंचाई देने किया जा रहा निरंतर कार्य : वित्त मंत्री
लमडांड में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का किया भूमिपूजन
सोहनपुर में यात्री प्रतीक्षालय एवं बसनाझर में 33/11 केव्ही सबस्टेशन का हुआ लोकार्पण
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी के मुख्य आतिथ्य में आज कार्यालय पुलिस अधीक्षक, रायगढ़ के नवीन भवन का भूमिपूजन कार्यक्रम विधिवत संपन्न हुआ। लगभग 2.50 करोड़ की लागत से एसपी कार्यालय का नवीन भवन पुलिस कंट्रोल रूम परिसर में तैयार होगा। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि जिले में कलेक्टर एवं एसपी कार्यालय एक ऐतिहासिक धरोहर होता है। कलेक्टर कार्यालय के नजदीक में एसपी कार्यालय के नवीन भवन बनने से जिला न्यायालय, कलेक्टर एवं एसपी कार्यालय की दूरी कम होने के साथ ही लोगों को कार्यों के लिए सहूलियत मिलेगी, जिससे कार्य की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी। इस प्रोजेक्ट के लिए संबंधित ठेकेदारों को गुणवत्तापूर्ण निर्माण के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शहर के बीचो बीच स्थित एसपी कार्यालय का कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस विभाग ही उसका उपयोग करें।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि रायगढ़ को नई ऊंचाई पर पहुंचाएं। जिसके लिए नियमित रूप से लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में 24 करोड़ रूपए के लागत से बनने वाले हार्टीकल्चर कालेज के लिए टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। शिक्षा के विकास के लिए रायपुर नालंदा परिसर के तर्ज पर राज्य के 22 अलग-अलग स्थानों के साथ ही रायगढ़ में भी नालंदा परिसर का निर्माण किया जाएगा, जिससे युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में लाभ मिलेगा। मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि गढ़उमरिया रायगढ़ में प्रयास विद्यालय का संचालन किया जा रहा है, जिसमें कक्षा 8 वीं के अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए राज्य द्वारा आयोजित परीक्षा के माध्यम से चयनित 250 बच्चे कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक निःशुल्क रहने की व्यवस्था के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करायी जा रही है। यह विद्यालय संभाग मुख्यालय के अलावा सिर्फ रायगढ़ जिले में संचालित हो रही है।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि एसटी, एससी एवं ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी हेतु 65 सीट को बढ़ाकर 200 सीट किया गया है। जिसका खर्च प्रत्येक विद्यार्थी 3.50 लाख रूपए होते है उसे राज्य शासन वहन करती है। उन्होंने कहा कि इसी तरह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में केलो डेम सहित अन्य डेम से किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने का कार्य विभिन्न सिंचाई परियोजना अंतर्गत किया जा रहा है। महिला अपराध एवं साईबर क्राईम के रोकथाम के लिए जिले में महिला थाना एवं साईबर थाना भी स्वीकृत किया गया है। सुगम यातायात हेतु जिले के सड़कों के लिए लगभग 27 करोड़ स्वीकृत किए गए है, जिसे अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाएगा।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष नगर निगम श्रीमती पूनम सोलंकी, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल सहित जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कर्मी एवं प्रतिभावान विद्यार्थी हुए सम्मानित
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने ऐसे पुलिस कर्मी जिन्होंने अपराधी को गिरफ्तार करने, पतासाजी, माल मशरूका तथा गुम इंसान की पतासाजी आदि में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले को सम्मानित किया। इसी तरह जिला पुलिस बल के अधिकारी-कर्मचारियों के प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भूमिपूजन एवं यात्री प्रतिक्षालय का किया लोकार्पण
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने लैलूंगा विकासखंड के लमडांड में 75 लाख की लागत से तैयार होने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भूमिपूजन किया। वहीं लैलूंगा के सोहनपुर में 4 लाख की लागत से यात्री प्रतीक्षालय का लोकार्पण किया। मौके पर किसान एवं ग्रामीणों ने धान की बालियां से तैयार खास मुकुट पहनाकर वित्तमंत्री का आत्मीय स्वागत किया।
बसनाझर में 33/11 के.व्ही सब स्टेशन का किया लोकार्पण
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने ग्राम पंचायत बसनाझर में 2 करोड़ 38 लाख रूपये की लागत से बने 33/11 सबस्टेशन का लोकार्पण किया। 33/11 केव्ही सब स्टेशन ग्राम बसनाझर का निर्माण कार्य पूर्ण होने से 15 ग्राम लाभान्वित होंगे। उन्होंने वहां सामुदायिक भवन का भी लोकार्पण किया। मौके पर लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, विधायक खरसिया श्री उमेश पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। -
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रायपुर : नक्सलियों से मुठभेड़ में घायल डीआरजी के जवान श्री रामचंद्र यादव से मिलने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा देर रात राजधानी रायपुर के श्री नारायणा अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उपमुख्यमंत्री ने घायल जवान से उनका हालचाल जाना। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने घायल जवान से घटना की जानकारी भी ली।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि मुठभेड़ में 28 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं, सर्चिंग ऑपरेशन अभी भी जारी है। सवेरे सर्चिंग किया जाएगा संभवत दो-तीन नक्सलियों के शव और बरामद हो सकते हैं। आज तक के नक्सल ऑपरेशन में जो कांकेर में हुआ था उससे भी बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। बहुत बड़ी संख्या में एके-47, एसएलआर बरामद हुआ है, बहुत सारे हथियार बरामद हुए हैं।उस क्षेत्र में नक्सलियों की कमर टूट गई है, पूरी कंपनी खत्म हो गई। मैं नक्सलियों से कहना चाहता हूं कि सभी को घर पर वापस आना चाहिए। छत्तीसगढ़ की सरकार अच्छी सरेंडर पालिसी के साथ सामने आ रही है, मुख्य धारा पर सभी लौटे। बस्तर और बस्तर का जल, जंगल और जमीन बस्तरवासियो का है। उन्होंने कहा कि बस्तर के विकास के मार्ग पर बिछे हुए आईईडी को अब समाप्त कर देना चाहिए। -
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मुख्यमंत्री ने बीजापुर जिला अस्पताल को सौ बिस्तर से बढ़ाकर दो सौ बिस्तर करने की घोषणा
तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 14 करोड़ 9 लाख रूपए की बोनस राशि वितरित
बीजापुर जिले को 263 करोड़ 66 लाख से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बीजापुर के जिला अस्पताल को सौ बिस्तर से बढ़ाकर दो सौ बिस्तर करने की घोषणा के साथ ही अंचल के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के 70 आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश पत्र भी सौंपा और 19 हजार से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 14 करोड़ 9 लाख रूपए की बोनस राशि भी वितरित की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज बीजापुर जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में आयोजित नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश और तेंदूपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने 263 करोड़ 66 लाख से अधिक की लागत से 209 के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 228 करोड़ 53 लाख के 145 विकास कार्यों का भूमि पूजन और 35 करोड़ 13 लाख के 64 विकास कार्य का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में बीजापुर में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना, भोपालपटनम में 132 केव्ही की विद्युत सब स्टेशन की स्थापना, 33 नए स्कूल खोलने, केंद्रीय पुस्तकालय और विशेषज्ञ चिकित्सकों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही प्रयास आवासीय विद्यालय और प्रतियोगिता परीक्षा के लिए कोचिंग की व्यवस्था करने के लिए कलेक्टर को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि बस्तर क्षेत्र में विकास कार्य को गति दी जा रही है। नियद नेल्लानार योजना के माध्यम से माओवाद-आतंक से प्रभावित क्षेत्रों में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्राकृतिक, खनिज, वन संपदा से परिपूर्ण है साथ ही यहाँ के निवासी भी ऊर्जावान है। प्रदेश के विकास में यहां के लोग महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। कार्यक्रम को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, वनमंत्री और बीजापुर प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, लोकसभा क्षेत्र बस्तर के सांसद श्री महेश कश्यप ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंर्तगत गृह प्रवेश (चाबी वितरण) और आवास स्वीकृति पत्र, तेंदूपत्ता बोनस, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत राशि, किसान क्रेडिट कार्ड, सिलाई प्रशिक्षण प्राप्त नियद नेल्लानार हितग्राहियों को प्रमाण पत्र, स्व सहायता समूह चक्रीय निधि, आय, जाति-निवास प्रमाण पत्र और युवाओं को खेल सामग्री का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगाए गए विभागीय स्टालों का निरीक्षण कर वन अधिकार प्रमाण पत्र, विश्वकर्मा योजना का प्रमाण पत्र, ई रिक्शा का वितरण सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों का सामग्री वितरण किया। कार्यक्रम में बस्तर के कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, गणमान्य जनप्रतिनिधि, नागरिकगण उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों के जवानों के साथ किया संवाद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बीजापुर प्रवास के दौरान विश्रामगृह में आत्मसमर्पित नक्सली एवं नक्सली हिंसा से पीड़ित युवाओं से संवाद किया। ये युवा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत पुलिस विभाग में भर्ती होकर माओवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नक्सल संगठन को छोड़कर पुनर्वास नीति से लाभान्वित होने वाले युवाओं से मिलकर खुशी जाहिर की और कहा कि बस्तर अब शांति की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विगत दिवस नक्सलियों की हिंसा के शिकार 55 से ज्यादा नक्सल पीड़ितों ने दिल्ली जाकर महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु एवं केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से मिले और नक्सलवाद के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सली हिंसा के शिकार लोगों की बातों को सुनकर बहुत ही दुख लगा कि निर्दाेष लोग हिंसा के शिकार हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय से संवाद के दौरान नक्सली पीड़ित नव आरक्षक सुमित्रा ने बताया कि उनके पिता की नक्सलियों द्वारा हत्या कर दी गई थी। छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत वे आरक्षक के पद पर नियुक्त हुए है। शासन के पुनर्वास नीति नक्सल पीड़ित परिवार के लिए वरदान साबित हो रही है।
वहीं चेरकंटी निवासी श्री मंगल मोड़ियम पूर्व में 19 वर्षों तक नक्सल संगठन में शामिल था। माओवादियों के खोखली विचारधारा को छोड़कर आत्मसमर्पण किया, जिन्हें पुनर्वास नीति के तहत पुलिस विभाग में नियुक्ति मिली। श्री मंगल मोड़ियम ने बताया कि बस्तर, बीजापुर में शांति स्थापित होना जरूरी है। भोले-भाले आदिवासियों का नक्सलियों द्वारा जल, जंगल, जमीन के नाम पर गुमराह किया जाता है।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, जिले के प्रभारी मंत्री श्री केदार कश्यप, बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा, बस्तर कमिश्नर श्री डोमन सिंह बस्तर आईजी श्री सुंदरराज पी, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, सीईओ जिला पंचायत श्री हेमंत रमेश नंदनवार उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दंतेवाड़ा जिले के प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों से भेंटकर उन्हें नवरात्र पर्व की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने यहां आम नागरिकों से मिले और उनकी मांगों, समस्याओं से अवगत होकर उनके निराकरण का आश्वासन दिया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर की आराध्य देवी मां दन्तेश्वरी के दर्शन का आज सौभाग्य मिला, उनका आशीर्वाद सदैव आप सभी पर बना रहे। आज माता की कृपा से जिले को 166 करोड़ रुपए की लागत के विकास कार्यों की सौगात मिली है। मां दन्तेश्वरी मंदिर परिसर में आकर्षक कारीडोर का निर्माण हुआ है, दूरस्थ ईलाके के ग्रामीणों को आवागमन सुविधाएं मुहैया कराने के लिए महिला स्व-सहायता समूह को बस संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। जिससे इन सुदूर क्षेत्रों में विकास के द्वार खुलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार इस अंचल के समग्र विकास के लिए अनवरत रूप से कटिबद्धता के साथ प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आमजनों की सहूलियत के हिसाब से प्राथमिकता देकर विकास कार्यों को किया जाएगा। -
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पीपरहीभर्री में 36 कमार परिवार जल संरक्षण हेतु बना रहे डाईक डबरी और तालाब
जंगल और जमीन को हरा-भरा रखने निभा रहे जिम्मेदारी
जल जगार महोत्सव गंगरेल में 5 एवं 6 अक्टूबर को
रायपुर : जल का संरक्षण करने और उसके दुरूपयोग को रोकने के लिए धमतरी जिला प्रशासन द्वारा जिले में जल जगार महोत्सव मनाया जा रहा है। नारी शक्ति से जल शक्ति के तहत आयोजित इस अभियान में जिले के विशेष जनजाति कमार आदिवासी परिवार भी पीछे नहीं रहे। पानी के गिरते हुए स्तर से चिंतित होकर कमार आदिवासी भी स्वयं की जमीन में वर्षा जल को संचित करने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने इसके लिए पीपरहीभर्री में तालाब, डबरी और डाइक निर्माण करने अपना कदम बढ़ा रहे हैं। जिले के वनांचल आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखण्ड के ग्राम पीपरहीभर्री के 36 कमार परिवारों ने वन अधिकार अधिनियम के तहत उन्हें मिले जमीन पर जल संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में कार्य करने जुट गए है।
जिले में कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी की पहल पर चल रहे जल जगार उत्सव से प्रेरित होकर अन्य लोगों के साथ-साथ विशेष जनजाति कमार परिवार भी पानी संरक्षित करने आगे आ रहे है। उन्होंने इस ओर कदम बढ़ाते हुए निजी जमीन पर डबरी, तालाब तथा नाला में डाईक बनाने का काम शुरू कर दिया है। ग्राम पीपरहीभर्री के तीन कमार आदिवासी परिवार जहां मछली पालन के लिए तालाब बनाए हैं, वहीं बारिश के पानी को रोकने के लिए डबरियों का भी निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा गांव के समीप से गुजरने वाले नाला में डाईक संरचना बनाई जा रही है, जिससे पानी का स्तर ऊंचा उठे और जमीन पर नमी बनी रहे। साथ ही आसपास के बोर, नलों में वाटर रिचार्ज होती रहे।
गौरतलब है कि नाला में गड्ढानुमा संरचना बनाई जाती है तथा उसमें पानी को रोकने के लिए पॉलीथिन के आकार की संरचना बनाई जाती है, जिसे डाइक कहते हैं। नाला में डाईक बनने से पानी तो भरा रहता है, साथ ही आसपास की जमीन में नमी बनी रहती है। कमार आदिवासी परिवार वनों को हरा-भरा बनाए रखने और वन्य प्राणियों की प्यास बुझाने तथा आने वाले समय में पानी की कमी से निजात पाने के लिए मुस्तैदी से जल संरक्षण की दिशा में कार्य को कर रहे हैं। बता दें कि ग्राम पीपरहीभर्री में 36 कमार आदिवासी परिवार हैं, जिनमें 113 सदस्य हैं। आगामी 5 एवं 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में जल जगार महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को राजधानी रायपुर में आगामी 05 और 06 अक्टूबर को आयोजित होने वाले सशस्त्र सैन्य समारोह में शामिल होने का भारतीय सेना के ब्रिगेडियर श्री अमन आनंद और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने आमंत्रण दिया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा एवं सीईओ जिला पंचायत श्री विश्वदीप भी उपस्थित थे। -
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पीएम आवास ने दुरपति के सपने को किया साकार मिला पक्का आवास
रायपुर : श्रीमती दुरपति राठिया कच्चे मकान में रहकर रोजी-मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करती थी। पक्का आवास बनाने के लिए वह पाई-पाई जोड़कर रकम जमा की थी। लेकिन उन्हे पक्के आवास के लिए जोड़े पैसे बेटे की शादी में खर्च करना पड़ा। विधवा महिला के लिए अब पक्का आवास बनाना मानो असंभव सा लगने लगा। तभी पीएम आवास योजना ने उनके पक्के घर के इरादे को बल दिया और आज दुरपति का कच्चा मकान पक्के मकान में तब्दील हो गया है।रायगढ़ जिला अंतर्गत तमनार विकासखण्ड के ग्राम पंचायत महलोई जो कि जनपद मुख्यालय से 07 कि.मी. एवं जिला से लगभग 30 कि.मी. दूरी पर स्थित है। हितग्राही दूरपति राठिया विधवा एकल महिला है, जो कि मजदूरी कर अपना जीवन-यापन करती है। इन्हीं कमाएं हुए पैसों से अपने लड़के का भी विवाह भी किया। जिससे पक्का आवास बनाना उनके लिए अब लगभग असंभव था। कच्चा मकान होने के कारण आशियाने की चिंता बनी रहती है। कच्चे मिट्टी के मकान जिसमें बरसात में पानी टपकता रहता था, विषैले जीव-जंतुओं का भी खतरा बना रहता था। वहीं बरसात के दिनों में घर में पानी घुसने के साथ ही गंदगी फैलने से रहने में काफी असुविधा होती थी।
कच्चा मकान बनाकर अपना जीवन यापन करने वाली दुरपति राठिया का भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत आवास स्वीकृत होने से उनके चेहरे पर खुशी स्पष्ट दिखने लगी। जब उन्हें शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत पक्का आवास निर्माण हेतु सहायता राशि प्राप्त होना बताया गया तो वह खुशी से फुले नहीं समाये। इस प्रकार दूरपति राठिया अपने पुराने कच्चे मिट्टी के घर को छोड़कर पक्के प्रधानमंत्री आवास में निवासरत है। पक्का मकान मिलने से अब वह बहुत खुश हैं। उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए शासन-प्रशासन को अपना धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार द्वारा शहरी गरीबों एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को किफायती आवास उपलब्ध कराने की पहल है। जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में योजना का बेहतर संचालन के फलस्वरूप आज छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में आवास स्वीकृत होने के साथ ही लोगों को आवास उपलब्ध हो रहा है। -
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06 महीनों में लोक निर्माण विभाग के 113.19 करोड़ रुपयों की 43 सड़क निर्माण कार्यों की मिली स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सार्थक पहल से लगातार विकास परियोजनाओं का हो रहा आगाज
रायपुर : जशपुर जिले के विकास को नई उड़ान दिलाने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर नई विकास परियोजनाओं का आगाज हो रहा है। जिसके द्वारा जिले के विकास को गति मिल रही है। पिछले 06 माह में लोक निर्माण विभाग की 113.19 करोड़ रुपयों की 43 सड़क निर्माण परियोजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गयी है।
जशपुर जिले के सभी विकासखंडों में आधारभूत संरचना के विकास के लिए मुहिम चलाई जा रही है ताकि जिले के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं की पहुंच को बढ़ाया जा सके। इसके लिए आवश्यक है कि उन क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जाए। इसके लिए आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान कर उनके लिए तीव्र गति से तकनीकी विश्लेषण द्वारा डीपीआर निर्माण कर तकनीकी स्वीकृति एवं प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। जिसका परिणाम है कि विगत 06 माह में 43 सड़क निर्माण कार्यों की प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के साथ निविदा प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है। कलेक्टर द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय की मंशानुरूप सभी सड़क निर्माण कार्यों की निविदा प्रक्रिया जल्द से जल्द पूर्ण कर आगामी 01 वर्ष में सभी को पूर्ण कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया गया हैं।
लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार के पत्थलगांव के अंतर्गत 73.30 करोड़ रुपयों के 25 सड़क मार्गों का निर्माण किया जाना है। जिसमें 10.94 करोड़ की लागत के एन.एच.43 से बिच्छीकानी ढुढरूपारा से जमरगी तक 8 किमी सड़क मार्ग, 7.98 करोड़ रूपए लागत के बगीया से सूजीबहार तक के 8.70 किमी सड़क मार्ग, 5.57 करोड़ रूपए लागत के लैलूंगा, कोतबा से लवाकेरा तक के 5.18 किमी सड़क मार्ग, 4.28 करोड़ लागत के 3.5 किमी के कांसांबेल मुसकुटी तक सड़क मार्ग, 4.03 करोड़ रूपए लागत के बाबूसाजबहार से गोलीडीह नदी तक सड़क मार्ग, 3 करोड़ रूपए लागत के 1.2 किमी के करजटोली से रजौटी तक सड़क मार्ग सहित 25 सड़क मार्गों का निर्माण कराया जाएगा।
लोक निर्माण विभाग के जशपुर के कार्यपालन अभियंता श्री विरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि जशपुर में 39.89 करोड़ रुपयों के 18 सड़क मार्गों का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। जिसमें 3.39 करोड़ लागत के चांडीडांड हत्ता हल्काटोली तक के 2.36 किमी सड़क मार्ग, 4.75 करोड़ लागत के एस.एच 17 मुख्य मार्ग से ढोगाअम्बा जामचुआ तक 3.26 किमी सड़क मार्ग, 3.6 करोड़ रूपए लागत के बनकोम्बों से घटमुंडा तक के 3.4 किमी सड़क मार्ग, 2.57 करोड़ रूपए लागत के बालाछापर आरा सकरडेगा से छोटाबनई तक के 2.4 किमी सड़क मार्ग, 2.45 करोड़ रूपए लागत के एन.एच. 43 खड़सा से कोमड़ो तक के 1.94 किमी सड़क मार्ग, 2.38 करोड़ रूपए लागत के भुड़केला से लवानदी पुल तक के 2.10 किमी सड़क मार्ग, 2.33 करोड़ रूपए लागत के खरवाटोली से बांधाटोली तक के 2 किमी सड़क मार्ग, 2.25 करोड़ रूपए लागत के बालाछापर आरा सकरडेगा से कारीताला तक के 2 किमी सड़क मार्ग, 2.29 करोड़ रूपए लागत के बहराखैर से जुड़वाईन तक के 1.63 किमी सड़क मार्ग सहित 18 मार्गों का निर्माण कराया जाएगा। -
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स्वच्छता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए श्रमवीरों को किया सम्मानित
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत आज राजनांदगांव के गांधी सभागृह में आयोजित स्वच्छता सम्मान समारोह में शामिल हुए। विधानसभा अध्यक्ष ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री लालबहादुर शाóी की जयंती के अवसर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। उन्होंने स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के श्रमवीरों को सम्मानित किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमें स्वच्छता के सकल्प के साथ परिवर्तन का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की शुरूआत और कल्पना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने की थी। वे स्वयं अपना शौचालय साफ करते थे। जिसका असर पूरे देश में हुआ। उन्होंने न केवल देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि अस्पृश्यता के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने हम सभी को एक जैसा बनाया है और सभी का रक्त लाल है। मानवता की दृष्टि से ऊंच-नीच, छुआछूत की भावना नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम सभी और पूरे देश ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस 17 सितम्बर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही पखवाड़ा मनाया है। जिसके अंतर्गत पौधरोपण, जल संरक्षण, स्वच्छता अभियान एवं विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। राजनांदगांव में विशेष तौर पर स्वच्छता अभियान से जुड़कर शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनसामान्य, जनप्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं ने जनसहभागिता से श्रमदान कर साफ-सफाई की।विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में स्वच्छता अभियान की शुरूआत की थी। देश में 12 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। हम सभी को स्वच्छता को अपने आदत में शामिल चाहिए और स्वच्छता हेतु हम सभी को आगे आना होगा। गांधी जी कहते हैं कि अपने आस-पास और परिवेश में साफ-सफाई करने के साथ ही अपने मन को साफ रखें।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव शहर का कायाकल्प तभी होगा जब हम सभी श्रमदान करते हुए स्वच्छता के लिए अपना योगदान देंगे। हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वे अपने शहर और अपने आस-पास के परिवेश को स्वच्छ रखने के लिए कार्य करें। जिले में पौधरोपण, जलसंरक्षण, गीला एवं सूखा कचरा को अलग करना, रिसायक्ल करना तथा स्वच्छता से जुड़े विभिन्न गतिविधियों को अपनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान से जुड़े लोगों का पैर धोकर उनका सम्मान किया। अब बच्चे भी स्वच्छता का महत्व समझने लगे हैं। हमें स्वच्छता को अपने जीवन पद्धति में अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने स्वच्छता के लिए शहरी क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने के लिए नगर निगम आयुक्त एवं उनकी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम अपने शहर राजनांदगांव को स्वच्छ और सुंदर बनाकर कायाकल्प कर सकते हैं। राजनांदगांव शहर को प्रदेश में स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी रखने के लिए मिल कर कार्य कर सकते हैं। हम आज यह संकल्प लेकर इस परिवर्तन के लिए प्रयास करें।डॉ. रमन सिह ने इस अवसर पर एसएलआरएम सेंटर पेण्ड्री से श्रीमती किर्ती मानिकपुरी, नवागांव से श्री गुलाब गोड़, रेवाडीह से श्रीमती पुष्पा नेताम, 18 एकड़ से श्रीमती संगीता यादव एवं इन्द्रानगर से महेश्वरी साहू सम्मानित किया गया। जनपद मुख्यालय में स्वच्छता के लिए अच्छा कार्य करने वाले सरपंच, सचिव, स्वच्छताग्राही दीदी एवं बिहान की दीदी को सम्मानित किया गया। जिसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायत बरगा, सिंघोला, पार्रीखुर्द, खुटेरी, सांकरा, धीरी, मुड़पार, पदुमतरा एवं सुकुलदैहान के सरपंच, सचिव, ग्राम ग्राम ढोढीया के स्वच्छताग्राही दीदी और इको ब्रिक्स बनाने वाली बिहान की दीदी एवं अन्य श्रमवीरों को प्रमाण पत्र एवं शाल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्री रमेश पटेल, श्री अशोक देवांगन, श्री सूर्यकांत भंडारी, श्री कोमल सिंह राजपूत, सुश्री मणिभास्कर गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि, नगर निगम तथा जिला पंचायत के अधिकारी, आम नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहाँ अपने निवास कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने महात्मा गांधी के अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा कि गांधी जी ने भारत में स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। उन्होंने सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्ग अपनाकर पूरे विश्व के सामने मिसाल कायम की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री का स्मरण करते हुए कहा कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम में शास्त्री जी का महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने ‘जय जवान-जय किसान’ का नारा देकर जनता का मनोबल बढ़ाया। शास्त्री जी ने सादगी से जीवन जिया और अपना पूरा जीवन गरीबों की सेवा में अर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शास्त्री जी के विचार और जीवन मूल्य सदा लोगों को प्रेरित करते रहेंगे। -
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उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव बिलासपुर से नई दिल्ली और भटगांव में आयोजित कार्यक्रमों में वर्चुअली जुड़े
भटगांव नगर पंचायत में 56.78 करोड़ लागत की जल प्रदाय योजना का काम जल्द होगा शुरू, कार्यादेश जारी, दो साल में पूर्ण करने का लक्ष्य
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गांधी जयंती पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सूरजपुर जिले के भटगांव नगर पंचायत के लिए 56 करोड़ 78 लाख रुपए की लागत की जल प्रदाय योजना का शिलान्यास किया। अमृत मिशन 2.0 के तहत स्वीकृत इस जल प्रदाय योजना का काम अगले दो वर्षों में पूर्ण होगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव बिलासपुर से नई दिल्ली और भटगांव में आयोजित कार्यक्रमों में वर्चुअली शामिल हुए। उनके साथ बिलासपुर से विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला और जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चौहान भी दोनों जगहों में आयोजित कार्यक्रमों से ऑनलाइन जुड़े।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्चुअल उद्बोधन के बाद उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी भटगांव में मौजूद लोगों को वर्चुअली सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि इस नई जल प्रदाय योजना के प्रारंभ होने के बाद भटगांववासियों की पेयजल की समस्या दूर होगी। महान नदी के पानी को साफ कर घरों तक पहुंचाया जाएगा। योजना के पूर्ण होने के बाद भटगांव के लोगों को राष्ट्रीय मानक के अनुरूप 135 लीटर जल प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध हो सकेगा। श्री साव ने कहा कि हमने ही छत्तीसगढ़ राज्य को बनाया है और इसके विकास की जिम्मेदारी भी हमारी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में योजना से जुड़े सभी निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
दो एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र बनेगा, 64 किलोमीटर वितरण पाइपलाइन से 3586 नल कनेक्शन दिए जाएंगे
मिशन अमृत 2.0 के तहत स्वीकृत 56 करोड़ 78 लाख रुपए लागत की इस जल प्रदाय योजना में महान नदी के गोंडा एनीकट में इंटेकवेल का निर्माण कर पेयजल भटगांव पहुंचाया जाएगा। एनीकट से रॉ-वॉटर पाइपलाइन के माध्यम से सतही जल को योजना के अंतर्गत प्रस्तावित जल शोधन संयंत्र में शुद्ध कर स्वच्छ पेयजल भटगांव शहर को उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान में भटगांव शहर में प्रति व्यक्ति 49 लीटर जल प्रतिदिन उपलब्ध हो रहा है। भटगांव की इस नई जल प्रदाय योजना के शुरू होने के बाद वहां प्रति व्यक्ति 135 लीटर प्रतिदिन पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा।
भटगांव जल प्रदाय योजना के अंतर्गत दो एमएलडी क्षमता के जल शोधन संयंत्र, कुल 750 किलो लीटर क्षमता के तीन उच्च स्तरीय जलागार, 64 किलोमीटर की वितरण पाइपलाइन तथा कुल 3586 निजी नल कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे। विगत अगस्त माह में इसके लिए कार्यादेश जारी किया जा चुका है। योजना का काम आगामी 24 महीनों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।























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