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बेमेतरा 16 जून : छ.ग. शासन, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रम पढ़ई तुंहर दुआर के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु 11 जून से 23 जून की अवधि मंे संचालित ‘गुरू तुझे सलाम‘ अभियान संचालित किया जा रहा है जिसके अंतर्गत आज मंगलवार को जिला स्तर पर ‘अहा क्षण‘ का आॅनलाईन आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के सभी चार विकासखंड के चयनित 10 शिक्षकों ने अपने जीवन के अमूल्य और आनंदित करने वाले क्षणों तथा अपने सुखद अनुभवों को प्रकट किया। समग्र रूप से शिक्षक-शिक्षिकाओं के अनुभवों में उनके अध्यापन काल में हुए उन घटनाओं की बातें प्रकट हुईं जिन घटनाओं से कई छात्र-छात्राओंके जीवन में इन शिक्षकों के भगीरथ प्रयास से आमूलचूल परिवर्तन हुए। इन सुखद अनुभवों को ही इन्होंने अपना ‘अहा क्षण‘ होना निरूपित किया है।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला कोर ग्रुप द्वारा किया गया जिसमें होस्ट करने वाले जिला के नोडल अधिकारी श्री खिरामन लाल वर्मा, एस.एस.ए. के जिला मिशन समन्वयक श्री कमोद ठाकुर, श्री कमलनारायण शर्मा, तकनीकी सहायक श्री चंदन देव, श्री नेहिल वर्मा, श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं तथा अपने अहा क्षण का अनुभव बताने वाले शिक्षकों में श्रीमती ज्योति बनाफर, श्री केजहा राम निषाद, श्रीमती सावित्री साहू, श्रीमती स्मिता साहू, श्री आनंद ताम्रकार, श्री डमलेश कुमार, मैडम फरहद खान, श्री सुनील झा, श्री अनिल कुमार वर्मा, श्रीमती कल्पना वैष्णव सम्मिलित हुए।
‘गुरू तुझे सलाम अभियान के अगले अनुक्रम में 18 जून 2020 दिन गुरूवार को जिला स्तर पर विद्यार्थीगण अपने पसंदीदा शिक्षक के बारे में बोलेंगे तथा 20 जून 2020 दिन शनिवार को पालकगण ‘पढ़ई तंहर दुआर‘ के संबंध में अपने विचार साझा करेंगे। -
बेमेतरा 15 जून : देश के विकास की रीढ़ किसानांे को माना जाता है ऐसे मेें कृषक और कृषि के संपूर्ण विकास के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्र्रेडा) विभाग द्वारा संचालित महत्वपूर्ण योजना सौर सुजला योजना सार्थक सिद्ध हो रही है। कृषकों को खेती एवं गौठान/चारागाहो में पेयजल एवं सिंचाई हेतु सोलर पंप कारगर सिद्ध हो रहे है। बिजली आपूर्ति नहीं होने पर भी सोलर पंप से सिंचाई की जा सकती है। इस योजना से किसानांे को बिजली कटौती और भारी बिजली बिल से भी मुक्ति मिल गई है तथा संयंत्र के रख-रखाव में भी किसानों को कम मेहनत एवं ब्यय लगता है। वर्तमान समय में बढ़ते तापमान एवं परम्परागत साधनों के कमियों को दूर करने लिए कृषकों को सोलर पंप अपने खेतों में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
क्रेडा विभाग बेमेतरा के जिला प्रभारी श्री डी.एस. सिदार ने बताया कि सोलर पंप के उपयोग से कृषि उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ भू-जल संवर्धन का भी कार्य किया जा रहा है एवं सोलर पंप ग्रीन एनर्जी होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिए अनुकूल है। बिजली पर निर्भरता कम हो जाती है, क्योंकि सोलर पंप सूर्य की रोशनी से कार्य करता है, इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। तथा सौर सुजला योजना के तहत कृषकों को 2,3 एवं 5 एचपी क्षमता के सोलर पंप के स्थापना पर लगभग 90-95 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान है। जिले के कृषक जो सोलर पंप लगाने के इच्छुक है वे कृषि विभाग के माध्यम से आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत वर्ष 2018-19 तक कुल 297 सोलर पंप स्थापना का कार्य किया जा चुका है। वर्ष 2019-20 में जिला बेमेतरा को 270 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसमें स्थापना कार्य प्रगति पर है।
ब्व्टप्क्.19 के कारण लाॅकडाउन की अवधी में क्रेडा द्वारा जिले में 24 कृषकों के यहाँ सोलर पंप स्थापना का कार्य पूर्ण किया गया तथा 04 गौठान/चारागाह में भी सोलर पंप स्थापना का कार्य पूर्ण किया गया है। पूर्व में 9 गौठान/चारागाह में सोलर पंप स्थपित किये गये है। जिला बेमेतरा के कृषक सोलर पंप के माध्यम से विभिन्न प्रकार की खेती कर रहे है जैसेः- धान ,गेहूँ, गन्ना, पपीता, केला, टमाटर, फुल गोभी, लौकी, कुम्हडा, मिर्च,, खीरा इत्यादि प्रकार की भी खेती कर रहे है, जिससे औसतन माह में हजारों तक की आमदनी अर्जित कर रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है। क्रेडा अधिकारी ने बताया कि हितग्राही को सिंचाई करने में किसी भी प्रकार का विद्युत शुल्क नहीं देना पड़ रहा है। निःशुल्क सिंचाई हो जाने से कृषकों को डबल फसल लेने में सुविधा हो रही है। साथ ही किसानों की आमदनी में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसान अपने खेतों में सोलर पंप की स्थापना से पूर्व केवल खरीफ फसल ले पाते थे, लेकिन पंप लग जाने क बाद अब सालभर में दो-तीन फसल आसानी से लेने लगे है। -
जिले में चिप्स द्वारा संचालित 316 ग्रामीण लोकसेवा केन्द्रों से भी सुविधा प्रारम्भ
बेमेतरा 15 जून 2020:- कोविड-19 के प्रकोप से प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा राज्य में निर्णायक और प्रभावी प्रयास किये जा रहे है। राज्य में अनलॉक-वन में अनेक गतिविधियों के संचालन की अनुमति मिली है। इसके चलते सम्पूर्ण राज्य के तहसील कार्यालयों में प्रतिदिन विवाह की अनुमति के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ बढ़ने लगी । फलस्वरूप फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना तहसील कार्यालयों के अधिकारियों के लिए कठिन होने लगा। इसी स्थिति को देखते हुए वैवाहिक अनुमति के लिए आनलाईन सुविधा प्रारंभ की गई है। उल्लेखनीय है कि चिप्स ने यह सुविधा अल्प समय में इनहाउस और अत्यंत कम लागत में विकसित की है। जिला ई-प्रबंधक ने बताया कि जिले के ग्राम बैजलपुर के निवासी श्री ईश्वरी दास साण्डे ने अपने पुत्र के विवाह हेतु आॅनलाईन आवेदन कर अनुमति प्राप्त की है।
यह सुविधा जिले के 316 ग्रामीण लोक सेवा केन्द्र, 5 तहसील स्तर के लोक सेवा केन्द्र एवं एक लोकसेवा केन्द्र कलेक्ट्रोरेट बेमेतरा में मुहैया कराई गई है साथ ही अपने आइ-डी से भी कोई भी नागरिक पंजीयन कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जिले के नगर पंचायत मुख्यालयो में भी लोकसेवा केन्द्र संचालित है। जिसमें नागरिक लोकसेवा केन्द्रों में आधार कार्ड, वोटर आई.डी. कार्ड, पेनकार्ड, ड्राईविंग लायसेंस, राशन कार्ड या विवाह आमंत्रण पत्र में से कोई भी एक पहचान पत्र लाना होगा। विवाह अनुमति प्रमाण पत्र ऑनलाइन भी जारी किया जाएगा जिसे नागरिक प्रिंट निकाल कर प्राप्त कर सकते हैं या केन्द्र जाकर भी प्रिंट प्राप्त कर सकते हैं। आम नागरिक घर बैठे भी एप्पस डाउनलोड कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। - बेमेतरा 15 जून : प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में मानसून के आगमन के साथ ही बेमेतरा जिले में मानसून का आगमन शीघ्र होने वाला है। चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 15 जून 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 58.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 120.0 मि.मी. वर्षा बेरला तहसील में तथा न्यूनतम 24.95 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा तहसील में 44.0 मि.मी. वर्षा, साजा तहसील में 53.0 मि.मी. वर्षा, थानखम्हरिया तहसील में 51.0 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। मानसून आने के बाद ही कृषि प्रधान बेमेतरा जिले में अब खेती किसानी के कार्य में तेजी आने की संभावना है। उपसंचालक कृषि ने बताया की जिले में खाद्-बीज का पर्याप्त भंडारण कर दिया गया है। किसान अपनी सुविधा अनुसार इसका उठाव कर रहे हैं
- बेमेतरा 15 जून : डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार वर्ष 2020 के लिए जिले के किसान 31 जुलाई 2020 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र उप संचालक कृषि कार्यालय बेमेतरा से निःशुल्क प्राप्त किए जा सकते है। निर्धारित प्रपत्र में पूर्ण रूप से भरे आवेदन पत्र उप संचालक कृषि कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2020 है। अंतिम तिथि के बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा। पुरस्कार की संख्या एक होगी एवं पुरस्कार के स्वरूप 2 लाख रूपए एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
योग्यता मापदण्ड -
इस प्रतियोगिता में केवल ऐसे कृषक ही सम्मिलित होने के लिए पात्र होंगे जो विगत दस वर्षो से कृषि का कार्य छŸाीसगढ़ क्षेत्र में कर रहा हो, छŸाीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो, कुल वार्षिक आमदानी में से न्यूनतम 75 प्रतिशत आय कृषि से हो एवं तकाबी, सिंचाई शुल्क, सहकारी बैंकों का कालातीत ऋण न हो।
चयन एवं मूल्यांकन का मापदण्ड -
फसल विविधिकरण एवं उत्पादकता वृद्धि के लिए नवीन कृषि तकनीकी अपनाने का स्तर। उन्नत कृषि तकनीकी के प्रचार-प्रसार एवं अन्य कृषकों द्वारा अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु प्रयास। विगत तीन वर्षो में विभिन्न फसलों की उत्पादकता का स्तर। कृषि एवं सहयोगी क्षेत्र में कृषक द्वारा किया गया उल्लेखनीय एवं नवोन्वेषी कार्य।
पुरस्कार का कार्यक्षेत्र -
कृषि क्षेत्र में सर्वोŸाम कार्य करने वाले किसान को यह दिया जाएगा। ऐसा कृषक, जो खेती में नवीन तकनीकी को अपनाता हो, जिसका फसल सघनता अच्छी हो, समन्वित कृषि प्रणाली एवं फसल विविधिकरण अपनाता हो, कृषि क्षेत्र में नवोन्वेषी कार्य करता हो, भूमि एवंज ल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो, कृषि संसाधनों का श्रेष्ठतम उपयोग करता हो, कृषि विपणन में जिसका योगदान हो, को यह पुरस्कार दिया जाएगा।पुरस्कार के लिए कृषकों के आवेदन पत्र में उल्लेखित तथ्यों का सत्यापन विकासखंड स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। कृषकों का चयन जिला स्तरीय छानबीन समिति एवं राज्य स्तरीय जूरी के द्वारा किया जाएगा और उनके द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम होगा। पुरस्कार हेतु आवेदन पत्र कार्यालय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं कृषि विभाग के वेबसाईट से प्राप्त कर सकते है। - बेमेतरा : कृषि संचालनालय एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के वैज्ञानिकों ने किसानों को मौसम आधारित सलाह दी है कि मानसून के आगमन को मद्देनजर रखते हुए किसान खरीफ सीजन के लिए धान एवं अन्य फसलों के लिए तैयारियां कर ले। कीट व्याधियों की प्रतिरोधी एवं सहनशील किस्में छत्तीसगढ़ राज्य एवं विकास निगम एवं इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में उपलब्ध है। इन पर पौध रोगों एवं कीटों का असर कम होता है इसलिये किसान अपने प्रक्षेत्रों में लगाने वाली किस्मों का चुनाव करें एवं बीजों को फफूंद नाशी का उपचार करने के बाद ही बोवाई हेतु उपयोग करें। किसान भाई मृदा स्वास्थ्य के आधार पर ही खाद उर्वरक का उपयोग करें।किसानों को मौसम आधारित सलाह दी गई है कि धान का रोपा पद्धति हेतु नर्सरी डालें। धान की रोपा हेतु नर्सरी की बोआई करे। इसके लिए मोटा धान 50 किलो ग्राम या पतला धान 40 कि.ग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से बीज डाले। धान का थरहा डालने या बोवाई से पूर्व स्वयं उत्पादित बीजों को नमक के घोल से उपचारित करें। प्रमाणित या आधार श्रेणी के बीजों को पैकेट में प्रदाय किये गये फफूंद नाशक से अवश्य उपचारित करें। किसान भाइयों को धान एवं अन्य फसल बोने के लिए तैयार रहने तथा सोसाइटी से उन्नत बीज एवं उर्वरक उठाकर भंडारण करने की सलाह दी जाती हैं। जिन स्थानों में मानसून पूर्व वर्षा हुई हो वहाँ कृषक खेतों की जुताई आवश्यक रूप से करें। मानसून पूर्व खुर्रा बुवाई के लिए कतार में सीडड्रिल से बुवाई करें एवं बीज 4 से 5 से.मी. गहराई पर डालें। एवं बुआई पश्चात् वर्षा होने पर अंकुरण पूर्व निंदानाशक का छिडकाव करें। खरीफ फसल लगाने हेतु बीज एवं उर्वरक की अग्रिम व्यवस्था करें। सिंचाई के साधन उपलब्ध होने की स्थिति में धान का थरहा तैयार करने के लिए खेतों में पलेवा देकर उपयुक्त ओल आते ही खेतों की अच्छी तरह जुताई से मिट्टी भुरभुरी कर खेत तैयार करें। इस प्रक्रिया से न केवल खरपतवार एवं कीट व्याधियाँ काफी हद तक नियंत्रित हो जायेगें साथ ही साथ धान का थरहा तैयार करने में सुविधा हो जायेगी। सोयाबीन, मक्का, मूंगफली आदि फसलों की बुवाई के लिए खेतों को गहरी जुताई कर तैयार करें जिससे बहुवर्षीय घास नष्ट हो जाये।सब्जियों एवं फलों की फसलों के लिए किसानों को सलाह दी गई है कि थरहा (नर्सरी) को ऊँचे स्थान पर 15 से.मी. ऊँची हुई क्यारियों में लगाये तथा वायरस रोग से बचाने हेतु सफेद एग्रोनेट (मच्छरदानी) के अंदर लगावें। थरहा के पौधों को गलन से बचाने हेतु बीज को उपचारित कर बुवाई करें। आम, नीबूं वर्गीय एवं अन्य फसलों में सिचाई प्रबंधन करें। नये फल उद्यान के लिए तैयारी करें। फलदार वृक्षों हेतु निर्धारित दूरी पर गड्डे खोदकर छोड़ दें। इसी तरह से पशुपालक किसानों को सलाह दी गई है कि पशुओं को 50-60 ग्राम नमक पानी में मिलाकर अवश्य खिलाये। दुधारू पशुओं के आहार में दाना मिश्रण की मात्रा जरूर बढ़ावें।
- बेमेतरा:-छत्तीसगढ़ राजपत्र (असाधारण) प्राधिकार से प्रकाशित अधिसूचना 28 मार्च 2020 में छत्तीसगढ़ सरकार उक्त अधिनियम की धारा 15 के प्रावधान के अनुसार कर (टैक्स) शास्ति एवं ब्याज की वसूली योग्य राशि में एकमुश्त निपटान (ओटीएस) व्यवस्था के अंतर्गत वाहनों में छूट प्रदान की गई है। जिसके अंतर्गत बेमेतरा जिले में पंजीकृत वाहनों के त्रैमासिक एवं मासिक कर देय वाहनों में 31 मार्च 2013 तक वाहनों में अधिरोपित लंबित कर लंबित शास्ति एवं ब्याज की राशि में पूर्णतः छूट दी गई है। त्रैमासिक कर एवं मासिक कर देय वाहनों में दिनांक 01 अप्रैल 2013 से दिनांक 31 दिसंबर 2018 तक अधिरोपित लंबित राशि में पूर्णतः छूट है, किंतु वाहनों में लंबित कर एवं अधिरोपित ब्याज देय होगा। इसी प्रकार मासिक कर देय वाहनों (यात्री वाहन) में यदि व्ही-बेस के कारण वाहन में कर, ब्याज एवं शास्ति अधिरोपित है ता,े कर एवं ब्याज देय होगा। किंतु अधिरोपित शास्ति में एकमुश्त निपटान की निर्धारित अवधि तक उनका पूर्णतः छूट दिया जाएगा। एक मुश्त निपटान की अवधि दिनांक 01 अप्रैल 2020 से 30 सितंबर 2020 तक 6 माह के लिए होगी। उक्त उल्लेखित शास्ति में छूट केवल एक मुश्त निपटान योजना अवधि तक होगी। परंतु एकमुश्त निपटान योजना की समाप्ति के पश्चात शास्ति सहित पूर्ण राशि वसूली की जाएगी।
- बेमेतरा : -वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लिए नवागढ़ विधायक श्री गुरुदयाल सिंह बंजारे ने कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को कल मुख्यमंत्री सहायता कोष मे 20 लाख रु. की सहायता राशि प्रदान की। इस अवसर पर श्री जावेद खान (छिरहा) उपस्थित थे।
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बेमेतरा 12 जून : जिले में वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश वृद्धि (प्रजनन) को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें संरक्षण देने हेतु राज्य में छत्तीसगढ़ नदीय मत्स्योद्योग अधिनियम -1972 की धारा-3 उपधारा -2 (दो) के तहत 16 जून से 15 अगस्त 2020 तक की अवधि को बंद ऋतु (क्लोज सीजन) के रूप में घोषित किया गया है। सहायक संचालक मत्स्य पालन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के साथ जिले के समस्त नदियों -नालों तथा छोटी नदियों, सहायक नदियों में जिन पर सिंचाई के तालाब जलाशय (बड़े या छोटे) जो निर्मित किए गए है में किये जा रहे केज कल्चर के अतिरिक्त सभी प्रकार का मत्स्याखेट 16 जून से 15 अगस्त 2020 तक पूर्णतः निषिद्ध रहेगा। इन नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम के नियम- 3 (5) के अंतर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10 हजार रूपए का जुर्माना अथवा दोनों एक साथ होने का प्रावधान है। उक्त नियम केवल छोटे तालाबों या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नाले से नहीं है, के अतिरिक्त जलाशयों में किए जा नहे केज कल्चर में लागू नहीं होंगे।
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जिले मे अब-तक 2007 प्रवासी मजदूरों को निःषुल्क उपलब्ध कराया गया खाद्यान
बेमेतरा 12 जून : कोरोना वायरस के चलते राज्य में लाॅकडाउन जारी है। लाॅकडाउन के चलते लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हाॅलाकि राज्य सरकार ने कई इलाकों में लाॅकडाउन के दौरान छूट दी है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार ने राज्य के लोगो को राशन बांटने का लक्ष्य तय किया है, ताकि कोरोना लाॅकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत राज्य के लोगो को सरकार की ओर खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।
लाॅकडाउन में राज्य के लोगो के लिए खाद्यान्न/राशन उपलब्ध कराने हेतु माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिले में लाॅकडाउन की अवधि में 305 नये राशनकार्ड जारी किये गये हैं साथ ही 1091 नवीन सदस्य पूर्व प्रचलित राशनकार्डों में जोड़े गये हैं। जिससे लोगो को सुगमता से राशन सामग्री प्राप्त हो सकें और किसी प्रकार की समस्या का सामना करना न पड़े। वर्तमान में राशनकार्ड हितग्राहियों को पात्रतानुसार चावल के साथ, अरहर दाल भी शासन द्वारा दिये जा रहे है।
कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन होने के कारण खाने कमाने की दृष्टि से बाहर गये श्रमिकों में से छत्तीसगढ़ वापस लौटे श्रमिकों और व्यक्तियों को जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं या किसी भी राशनकार्ड में नाम दर्ज नहीं है उनको माननीय मुख्यमंत्री श्री भुपेश बघेल के निर्देशानुसार माह मई एवं जून के लिए 05 किलो चावल प्रति व्यक्ति प्रति माह और 01 किलो चना प्रति परिवार प्रति माह की दर से निःशुल्क प्रदाय किया जाना है। इस कड़ी में जिला बेमेतरा में अब तक 797 प्रवासी परिवारों का पहचान कर 2007 प्रवासी सदस्यों को मुख्यमंत्री जी के इस योजना का लाभ प्रदाय किया जा रहा है।कोरोना काल के इस विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत सरकार द्वारा दी जाने वाली राशन सामग्री ने जिले के नागरिकों के साथ ही प्रवासी श्रमिकों/व्यक्तियों के भोजन की समस्याओं में मददगार साबित हुई है। -
बेमेतरा 12 जून : अंत्योदय/आदिवासी स्वरोजगार योजना मे वर्ष 2020-21 के क्रियांवयन हेतु अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के आवेदकों के लिए लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसके अंतर्गत स्वरोजगार स्थापना करने हेतु ऋण लोन प्रदान किया जाएगा, आवेदक/आवेदिका अनुसूचित जाति वर्ग का होना चाहिए, जिले का निवासी हो, आय प्रमाण पत्र ग्रामीण क्षेत्र में रु. 40,500/-एवं शहरी क्षेत्र मे रु. 51,500/- से कम का प्रस्तुत करना होगा, उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच हो, किसी भी बैंक अथवा संस्था से पूर्व में कर्ज न लिया हो शपथ पत्र देना होगा तथा आवेदक को राशन कार्ड/आधारकार्ड की छाया प्रति प्रस्तुत करना होगा । इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन पत्र कार्यालय जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति बेमेतरा में सायं 5.30 तक जमा कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी हेतु कलेक्टर कमरा नं. 82 में कार्यपालन अधिकारी जिला अंत्यावसायी जिला बेमेतरा से सम्पर्क कर सकते हैं।
- बेमेतरा 12 जून : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज शुक्रवार को एक आदेश जारी कर नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के नियंत्रण हेतु लाॅकडाउन उपायों को चरणबद्ध रूप से खोलने तथा दिनांक 30 जून 2020 तक लाॅकडाउन संशोधित रूप से लागू करने के निर्देश दिये थे।
वर्तमान में जिला बेमेतरा में लगातार कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। जिले में लाॅकडाउन की छूट पश्चात बाजारों/दुकानों एवं सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का तथा मास्क के उपयोग का सही ढ़ग से जनसामान्य द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। जिले में संचालित दुकानों में लगातार अनावश्यक रूप से भीड़ को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पूर्व में समय-समय पर भारत सरकार गृह मंत्रालय व छ.ग. शासन द्वारा इस संबंध में जारी दिशा-निर्देशों के बाबत् व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर सभी जिले वासियों को शासन के निर्देशों का समुचित रूप से पालन करने बाबत् अवगत कराया गया है साथ ही इन नियमों के उल्लंघन पर धारा 188 भारतीय दण्ड संहिता, आपदा प्रबंधन अधिनियम व महामारी रोग नियंत्रण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्यवाही बाबत् अवगत कराया गया है, बावजूद इसके समुचित रूप से इन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है।
अतः एतत् द्वारा सभी व्यापारी संघो व जिले वासियों से यह अपील किया जाता है कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु शासन के नियमों का पालन करें, किसी भी उद्योग में राज्य के बाहर से श्रमिकों को कार्य पर नहीं लाया जाये, यदि बाहर के राज्यों से आकर श्रमिक यहां के स्थानीय उद्योगों में कार्यरत हो तो इसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन को दी जावे तथा बगैर अनुमति के अन्य राज्यों से प्रवासी श्रमिकों को कार्य पर न लिया जावे। औद्यौगिक इकाईयों में तकनीकि समस्याओं के निराकरण हेतु यदि कोई व्यक्ति बाहर राज्य से लाया जाना आवश्यक हो तो इसके पूर्व अनुमति जिला प्रशासन से प्राप्त करना अनिवार्य होगा। नियम उल्लंघन की दशा में संबंधित व्यक्तियों पर दाण्डिक कार्यवाही की जा सकेगी।
अन्य राज्यों से जो श्रमिक बेमेतरा जिले में आये है उन्हें 14 दिन क्वारेंटाईन सेंटरों में रखने के पश्चात अगले 14 दिवस होम क्वारेंटाईन का अनिवार्य रूप से रखा जावे, ताकि कोरोना के संक्रमण को रोकने में मदद मिल सके। ग्रामों में उपरोक्त नियमों का पालन करने हेतु कोरोना सुरक्षा समितियों का गठन पंचायत प्रतिनिधियों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शासकीय कर्मचारी को मिलाकर किया जावे।
जिन श्रमिकों द्वारा क्वारेंटाईन की अवधि पूर्ण कर ली गयी है तथा उनके सेम्पल आदि की रिपोर्ट प्राप्त हो चुका है, तब उन्हें घर जाने की अनुमति संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी/इंसिटेंट कमाण्डर द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अनुशंसा पर दी जावे। ग्रामों में बाहर से आने वाले व्यक्तियों पर नजर रखी जावे तथा जिले के जो क्षेत्र कंटेन्मेंट जोन घोषित हो चुके है उन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की गतिविधि का संचालन न किया जावे तथा ऐसे क्षेत्रों में अतिआवश्यक मेडिकल इमरजेंसी की दशा मे ही घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जावेगी। अतः सर्व संबंधितों की जानकारी/सूचना हेतु यह आदेश पुनः प्रसारित किया जा रहा है। -
बेमेतरा 11 जून : प्रदेश की महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री एवं बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया एवं कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज गुरुवार को दोपहर बेमेतरा प्रवास के दौरान 05 महिला हितग्राहियों को श्रम विभाग की ओर से मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना के अंतर्गत सिलाई मशीन का वितरण किया और अपनी शुभकामनाएं दी। इनमे दिनेश्वरी सेन ग्राम-मौहाभाठा पोस्ट-मोहगांव, देवी बाई वर्मा ग्राम-जानो पोस्ट-परपोड़ी, सेवती निषाद ग्राम-सिंगदेही तह. बेरला, यमुना निषाद ग्राम-सिंगदेही पोस्ट-सरदा, देवंतीन साहू ग्राम-बीजाभाट तह. बेमेतरा शामिल है। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ विधायक गुरूदयाल सिंह बंजारे, कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव उपस्थित थे। -
बेमेतरा 11 जून : प्रदेश की महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री एवं बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया एवं कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने आज गुरुवार को दोपहर बेमेतरा प्रवास के दौरान 05 निःशक्तजनों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल का वितरण किया और अपनी शुभकामनाएं दी। इनमें रुपउ साहू/बोधीराम बेलतरा, भगवती/हेमसाहू बेलतरा, अपर्णा/विष्णु लोधी ग्राम-गडुवा, बल्लू/बोधीराम लोधी साजा, लक्ष्मी/जगमोहन धोबी देउरगांव इस अवसर पर विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ विधायक गुरूदयाल सिंह बंजारे, कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव उपस्थित थे।
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बेमेतरा 11 जून : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लिए नवागढ़ तहसील के सुदूरवर्ती ग्राम चक्रवाय निवासी पूर्व जनपद सदस्य झम्मन कुमार बघेल नेे प्रभारीमंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया एवं कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे के समक्ष कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल से सौजन्य मुलाकात कर 16 हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के नाम से भेंट किया। किसान श्री झम्मन ने बताया कि उन्होने यह राशि राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिले लाभ से जमा की है। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा एवं विधायक नवागढ़ श्री गुरुदयाल सिंह बन्जारे उपस्थित थे। -
कृषि मंत्री ने जिले मे खाद-बीज के भण्डारण एवं उठाव की ली जानकारी
बेमेतरा 11 जून : प्रदेश की महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण मंत्री एवं बेमेतरा जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने आज गुरुवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। बैठक में कृषि, पशुपालन एवं जलसंसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, विधायक बेमेतरा आशीष कुमार छाबड़ा, नवागढ़ विधायक गुरूदयाल सिंह बंजारे, कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भेड़िया ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले मे किये जा रहे उपाय एवं प्रयास के संबंध मे जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि बेमेतरा के लाइवली हुड काॅलेज मे 50 बिस्तर युक्त एवं शासकीय स्नातकोत्तर (पीजी) काॅलेज बेमेतरा मे 100 बिस्तर आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। बेमेतरा के एमसीएच मे 100 बिस्तर युक्त कोविड-19 अस्पताल तैयार किया गया है। आॅक्सीजन पाईप लाईन विस्तार कार्य जारी है। प्रभारीमंत्री ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए शासन-प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है। जिले के अधिकारी भी टीम भावना से अच्छा कार्य कर रहे हैं।अन्य राज्यों के मुकाबले छ.ग. मे कोरोना का संक्रमण कम है। कृषि मंत्री श्री चौबे ने जिले मे खाद, बीज के भण्डारण एवं उठाव की समीक्षा की। उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले मे धान बीज का लक्ष्य 22 हजार क्विंटल के विरुद्ध 23 हजार 904 क्विंटल भण्डारण कर 19 हजार 485 क्विंटल का वितरण किया जा चुका है। अरहर का लक्ष्य 235 क्विंटल के विरुद्ध 159 क्विंटल भण्डारण कर लिया गया है। किसानों द्वारा अपने जरुरत के मुताबिक उठाव किये जा रहे है। खरीफ वर्ष 2020 के लिए युरिया, डीएपी, एनपीके, आदि उर्वरक का डबल एवं सिंगल लाॅक एवं निजि भण्डारण का लक्ष्य 63200 मीट्रिक टन के विरुद्ध 45558 मीट्रिक टन भण्डारण किया गया है। किसानो द्वारा सिंगल लाॅक 26715 मीट्रिक टन एवं निजि व्यवसायियों से 1701 मीट्रिक टन इस प्रकार कुल 28416 मीट्रिक टन उठाव कर लिया गया है। इस तरह जिले मे 61 प्रतिशत खाद का उठाव किया गया है। उप संचालक कृषि ने बताया कि निकट भविष्य मे रोपा एवं बियासी के समय खाद के उठाव मे तेजी आयेगी।कलेक्टर श्री तायल ने आश्वस्त किया कि जिले के सभी अधिकारी-कर्मचारी टीम भावना से कार्य करते हुए शासन की योजनाओें एवं कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन करेंगें। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत बेमेतरा जिले मे लाभान्वित किसानों की संख्या एक लाख 10 हजार 935 है। किसानों को 94 करोड़ 60 लाख 56 हजार रु. उनके बैंक खाते मे आॅनलाइन भुगतान कर दिया गया है।
प्रभारी मंत्री श्रीमती भेडिया ने स्पष्ट रूप से कहा कि पूरक पोषण आहार, रेडी टू ईट की गुणवत्ता एवं वितरण में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने गड़बड़ी करने वाले समूहों को तत्काल बर्खाश्त करने के निर्देश दिये। विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले मे 1079 आंगबाड़ी केन्द्र संचालित है। लाॅकडाउन के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट का वितरण किया गया। उन्होने बताया कि प्रवासी मजदूर जो क्वारेंटाइन सेन्टर मे रुके हैं, इनमे 311 गर्भवतियों को स्व-सहायता समूह के सहयोग से सु-पोषण किट का वितरण किया गया।इस कार्य कि प्रधानमंत्री कार्यालय एवं भारत सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा सराहना भी की गई। कृषि मंत्री ने कहा कि पशुधन विकास विभाग, मछली पालन, कृषि उद्यानिकी विभाग के हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ वास्तविक एवं जरुरतमंद लोगों को ही मिले अधिकारी इस बात का ध्यान अवश्य रखें। विधायक बेमेतरा श्री छाबड़ा ने बेरला विकासखण्ड के कुछ गांवों मे ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि से हुए फसल के नुकसान का मुआवजा के वितरण की मांग रखी। प्रभारीमंत्री श्रीमती भेड़िया ने पुलिस अधीक्षक से जिले मे अवैध शराब की बिक्री, जुआ सट्टा पर नियंत्रण के संबंध मे जानकारी ली। इसके अलावा उन्होने जिले मे पेयजल एवं निस्तारी जल के संबंध े जानकारी ली।
बैठक के दौरान विधायकों द्वारा इस बात का ध्यान आकृष्ट कराया गया है कि जिले के कुछ अधिकारी जनप्रतिनिधियों के मोबाईल फोन रिसीव नही करते और न ही बाद मे काॅल बेक किया जाता है, यह प्रवृत्ति उचित नही है। प्रभारीमंत्री एवं कृषिमंत्री ने कहा कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों के फोन रिसीव नही करना एक गंभीर बात है एवं सामान्य शिष्टाचार के विपरीत भी है। अधिकारियों द्वारा शासन की योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की जानकारी क्षेत्र के विधायको दी जानी चाहिए। -
पंजीयन कराने के लिए ’प्रवासी खाद्य मित्र’ एप्प जारी
बेमेतरा 11 जून : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन में देश के अन्य राज्यों से वापस आ रहे ऐसे श्रमिकों एवं व्यक्तियोें को जिनके पास किसी भी योजना के अंतर्गत राशनकार्ड नहीं है, उन्हें भी मई एवं जून माह में प्रति सदस्य 5 किलो खाद्यान्न और एक किलो चना प्रति परिवार प्रति माह निःशुल्क दिया जाएगा। इसके पंजीयन हेतु खाद्य विभाग द्वारा ’प्रवासी खाद्य मित्र’ एप्प जारी किया गया है।प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को निःशुल्क खाद्यान्न प्राप्त करने के लिए एंड्राइड मोबाईल से गूगल प्ले स्टोर के माध्यम से एप्प https://play.google.com/store/apps/details\id=com.nic.cgcitizen को डाउनलोड कर सरलता पूर्वक अपने एवं अपने परिवार के सदस्यों का पंजीयन करा सकते हैं। इसके अलावा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की जनभागीदारी वेबसाईड https://khadya.cg.nic.in/citizen/citizenhome.aspx में भी ऑनलाईन पंजीयन का प्रावधान किया गया है। प्रवासी श्रमिक वेबसाईड के माध्यम से भी पंजीयन कर सकते हैं अथवा जिला प्रशासन के द्वारा करा सकते है।
पंजीयन के लिए आधार नम्बर नहीं होने की स्थिति में राज्य शासन द्वारा पांच अन्य पहचान पत्रों को भी मान्यता दी गई है। जिसमें से किसी एक का उपयोग कर सकते है। यदि हितग्राही का आधार पंजीयन हो चुका है, किन्तु आधार नम्बर प्राप्त नहीं हुआ है तो वे आधार पंजीयन पर्ची (इनरोलमेन्ट आईडी) का उपयोग कर सकते है। इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदाता पहचान पत्र, आयकर विभाग द्वारा जारी स्थाई खाता संख्या (पैन कार्ड), किसान फोटो पासबुक, किसी राजपत्रित अधिकारी अथवा तहसीलदार द्वारा उनके शासकीय पत्र पर जारी फोटो सहित कोई पहचान प्रमाण पत्र का उपयोग किया जा सकता है। - बेमेतरा 11 जून : केन्द्र सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत वर्ष 2020-21 के पुरस्कारों के लिए ऑनलाईन नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गए है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी वेबसाईट www.padmaawards.gov.in से प्राप्त की जा सकती है। पद्म पुरस्कार श्रृंखला के तहत हर साल पद्म विभूषण, पद्म भूषण तथा पद्मश्री पुरस्कार दिए जाते हैं। इस पुरस्कारों के लिए बेमेतरा जिले के योग्य व्यक्ति अपना नामांकन प्रस्ताव निर्धारित प्रपत्र में जिला कार्यालय के कक्ष क्रमांक 94 में 20 अगस्त 2020 तक जमा कर सकते हैं।
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जिले मे 1103 क्वारेंटाइन सेन्टर बनाये गये
बेमेतरा 10 जून : प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बुधवार को अपने निवास कार्यालय रायपुर से विडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टरो की बैठक लेकर विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कलक्टरों को गौठानों से आय मूलक गतिविधियों के केन्द्र के रुप मे विकसित करने के निर्देश दिए। श्री बघेल ने कहा कि भू-जल स्तर को बेहतर बनाने के साथ ही खेती-किसानी को समृद्ध बनाने हेतु नालों मे बहते पानी को रोकना जरुरी है। मुख्यमंत्री ने नालों के संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य को प्राथमिकता से कराये जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से रोेकथाम की दिशा मे की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि छ.्रग. कोरोना से लड़ाई मे जरुर जीतेगा। हमें थकना नही है, निराश नही होना है, बल्कि और तत्परता से इस लड़ाई को लड़ना है। कान्फ्रेंस मे मुख्यमंत्री ने आम जनता को शासन के विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का समय सीमा मे लाभ दिलाने के लिए लोकसेवा गारंटी अधिनियम को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। सीएम ने इसके तहत सादे कागज पर मिलने वाले आवेदनों को स्वीकार कर उस पर समय सीमा मे कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा है।
कलेक्टर बेमेतरा श्री शिव अनंत तायल ने वीसी के दौरान बताया कि जिला मुख्यालय बेमेतरा मे 100 बिस्तर मातृ एवं शिशु (एमसीएच) अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के रुप मे उन्नयन किया जा रहा है। लगभग 75 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। आॅक्सीजन पाईप लाईन विस्तार का कार्य जारी है। जल्द ही कोविड अस्पताल शुरु हो जायेगा। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिला मुख्यालय के एक शासकीय स्कूल शिवलाल राठी हायर सेकण्डरी स्कूल को अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के रुप मे चिन्हीत किया गया है। यह विद्यालय कक्षा पहली से 12वीं तक एक साथ प्रारंभ होगा। प्रत्येक कक्षा की दर्ज संख्या अधिकतम 30 होगी। मुख्यमंत्री ने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिए। वीसी के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विकासखण्ड मुख्यालय पर उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों एवं आईटीआई मे समन्वय स्थापित कर के रोजगारोन्मुखी व्यावसायिक पाठ्यक्रम संचालित करने की योजना के संबंध मे जानकारी ली।
कलेक्टर ने बताया कि बेमेतरा जिले मे प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 30 हजार 332 है। जिले मे 1103 क्वारेंटाइन सेन्टर बनाये गये हैं। जहाँ प्रवासी मजदूरों को ठहराया गया है। जिलाधीश ने बताया कि जिला बेमेतरा से राज्य के बाहर कमाने गये श्रमिकों के बैंक खाते मे अबतक 27 लाख 80 हजार रु. की राशि सीधे उनके खाते मे अंतरित की गई। राशि का अंतरण कर श्रमिको को लाभांवित करने के मामले मे पूरे राज्य मे बेमेतरा जिला प्रथम स्थान पर है। महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत बेमेतरा जिले मे धान खरीदी कार्य हेतु स्वीकृत कुल 392 चबुतरा निर्माण कार्य मे 352 चबुतरा का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ग्रामीण हाट-बाजार योजना के अंतर्गत 02 अक्टूबर 2019 से 31 मार्च 2020 तक 10 हजार लोगों को लाभांवित किया गया। कलेक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस सोशल डिस्टेंसिंग के कारण हाट-बाजार योजना फिलहाल स्थगित है।
वीसी के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल जिला पचायत सीईओ श्रीमती यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान सहित स्वास्थ्य, शिक्षा, म.बा.वि., कृषि, नगरपालिका, श्रम, खाद्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। -
बेमेतरा 10 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के बचाव एवं रोकथाम हेतु जिले मे लाॅकडाउन प्रभावशील है, जिसके तहत बाहर से आये हुये व्यक्तियों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर कहा है कि जिन व्यक्तियांे को होम क्वारेंटाइन मे रखा गया है, यदि वह क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण किये बिना नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत 6 महीने की सजा अथवा एक हजार रुपये का जुर्माना या दोनो से दण्डनीय होगा। इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के तहत 01 वर्ष का कारावास एवं अर्थदण्ड से दण्डनीय होगा। यदि ऐसे कृत्य मे उक्त व्यक्ति के परिवार द्वारा सहयोग किया जाता है, तो परिवार के सदस्यों के विरुद्ध भी इसी प्रकार दण्डनीय कार्यवाही किया जायेगा। प्रदेश के कुछ जिलों मे क्वारेंटाइन सेन्टर से श्रमिकों के भाग जाने संबंधी घटनायें हुई है। इस कारण वहाँ के कलेक्टर के निर्देश पर श्रमिको के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज किया गया है। -
बेमेतरा 10 जून : प्रवासी श्रमिक एवं नागरिक जिनके पास किसी भी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं हैं वे भी मई एवं जून माह के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल एवं एक किलोग्राम चना प्रतिकार्ड निःशुल्क प्राप्त कर सकते है। कलेक्टर बेमेतरा ने ऐसे प्रवासी श्रमिक एवं नागरिक जिनके पास किसी भी योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें तत्काल पंजीयन कराने को कहा हैं। उपरोक्त योजना में खाद्यान प्राप्त करने के लिए प्रवासी व्यक्तियों /श्रमिकों के पंजीयन हेतु खाद्य विभाग की जनभागीदारी वेबसाईट https://khadya.cg.nic.in/citçen/citçenhome.aspx में ऑनलाईन पंजीयन हेतु प्रावधान है। जिसके माध्यम से प्रवासी व्यक्ति/श्रमिक सीधे अपना पंजीयन विभागीय वेबसाइट पर कर सकते हैं। इसी तरह मोबाइल एप्प के माध्यम से पंजीयन की सुविधा के लिए एप्प भी विकसित किया जा रहा है।
बेमेतरा जिले में आत्मनिर्भर भारत योजना के अंतर्गत प्रवासी व्यक्तियों का चिन्हांकन कर माह दिये जाने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैैं। ऑफलाईन आवेदन के साथ-साथ अब ऑनलाईन आवेदन करने की सुविधा भी दी गई है। हितग्राहियों के पहचान के लिए आधार नंबर प्राप्त किये जाने के निर्देशों के अतिरिक्त अन्य फोटोयुक्त पहचान पत्र के आधार पर चिन्हांकित किया जा सकता प्रवासी व्यक्तियों एवं श्रमिकों को पात्रता अनुसार 30 जून तक खाद्यान्न तथा चने का वितरण कराने के निर्देश दिए गए हैं। - बेमेतरा 10 जून : कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के बचाव व नियंत्रण हेतु भारत सरकार व छ.ग. शासन द्वारा लाॅकडाउन उपायों को चरणबद्ध रुप से खोलने एवं 30 जून 2020 तक लाॅकडाउन संशोधित रुप मे लागू करने के संबंध मे जारी दिशा निर्देशों के परिपे्रक्ष्य मे दिनांक 08 जून 2020 से सभी धार्मिक स्थानों को खोले जाने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर कहा है कि बेमेतरा जिले मे स्थित धार्मिक स्थल जैसे मंदिरों मे एक साथ बड़ी संख्या मे लोग न जुटें। एक-दूसरे से कम से कम छह फीट की दूरी अनिवार्य रुप से रखें। मंदिर के प्रवेश द्वार पर पानी व सेनेटाइजर की पर्याप्त मात्रा रखना अनिवार्य होगा। मंदिर मे प्रवेश करने वाले प्रत्येक श्रद्धलुओं की थर्मल स्क्रीनिंग करना अनिवार्य होगा। बिना लक्षण वालों को ही मंदिर मे प्रवेश की अनुमति होगी। जूते, चप्पल श्रद्धालुओं को अपनी गाड़ी मे उतारने होंगे या परिसर से दूर खुद की निगरानी मे रखना होगा। किसी भी तरह का प्रार्थना सभा/भजन कीर्तन जैसे समारोह का आयोजन नही होगा। श्रद्धालु घर से चटाई या कपड़ा लेकर मंदिर मे प्रवेश कर सकते हैं। मंदिर के पुजारी/श्रद्धालुओं द्वारा मुंह मे कपड़ा, गमछा या मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा। मंदिर परिसर मे कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव व रोकथाम हेतु आवश्यक पोस्टर/पाम्पलेट लगाया जावे।
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बेमेतरा 09 जून : छ.ग. सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 की कंडिका 8(क) अनुसार सामान्यतः नगरीय क्षेत्र में 500 राशनकार्ड वाले क्षेत्र के लिए एक उचित मूल्य दुकान का प्रावधान है। खाद्य अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में शासकीय उचित मूल्य दुकान बेमेतरा शहर क्रमांक 01 आई डी क 431007001 में 1150 राशनकार्ड संलग्न है। हितग्राहियों के सुविधा को ध्यान में रखते हुये दुकान आई डी क्रमांक 431007001 से वार्ड क्र. 03 व 04 के 553 राशनकार्डो से पृथक करते हुये, वार्ड क्र. 03 में नवीन शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु ईच्छुक संस्थाओं से आवेदन आमंत्रित किया जाता है ईच्छुक संस्थाएं मय दस्तावेज आवेदन/आपत्ति कार्यालय कलेक्टर (खाद्य शाखा) जिला बेमेतरा में दिनांक 24 जून 2020 शाम 5 बजे तक प्रस्तुत कर सकते है। निर्धारित समयावधि पश्चात् प्राप्त आवेदन आपत्ति पर विचार नहीं किया जावेगा।
- बेमेतरा 09 जून : जिला पंचायत बेमेतरा सीईओ श्रीमती रीता यादव द्वारा अपने एक वर्ष 10 माह के पुत्र का नाम आंगनबाड़ी केन्द्र में आॅनलाइन दर्ज कराकर मिसाल पेश किया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों के प्रति लोगों का रूझान बढ़ाने के लिए जिला पंचायत सीईओ श्रीमती यादव द्वारा आज अपने बेटे आरव यादव का आंगनबाड़ी केन्द्र गुनरबोड में आॅनलाईन के माध्यम से नाम दर्ज करवाया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती इंद्राणी सोनवानी के द्वारा अपने स्मार्टफोन के आईडीसीएस कैश एप्लीकेसन (IDCS CASH APPLICATION) में आरव यादव की समस्त जानकारियों को दर्ज कर आंगनबाड़ी केन्द्र मे पंजीकरण किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने गृह भ्रमण के दौरान बच्चे का वजन एवं उचाई का माप लिया। बच्चे कि समस्त जानकारियों को मोबाइल एप्लीकशन के गृह भवन माॅड्युल में दर्ज किया गया है। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने मास्टर आरव के लिए दो सप्ताह हेतु 750 ग्रा. का 02 पैकेट रेडी-टू-ईट प्रदाय किया। रेडी-टू-ईट प्रदाय करने के पश्चात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चे की माता को पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता व पौष्टिकता तथा संतुलित पोषण की आवश्यक जानकारी प्रदाय कि गई है।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा छोटे बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य पोषण हेतु आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकरण आॅनलाइन माध्यम से कराया जा रहा है। -
बेमेतरा 09 जून : जिले के क्वारंटाईन सेंटर्स में अपने माता-पिता के साथ ठहरे बच्चों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के लिए उन्हें खेल सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है। क्वारेंटाइन सेन्टर मे अध्ययन, योगा, लूडोगेम, पोषण किट, पौधारोपण एवं फलवितरण आदि गतिविधियां संचालित की जा रही है। इसके अलावा बच्चों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के लिए खेल सामाग्री व अलग-अलग गतिविधियों से संबंधित सामाग्री उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे बच्चे कलात्मक कार्य व खेल के माध्यम से उत्साहपूर्वक दिन व्यतीत करेंगे। खेल सामाग्री मिलने से बच्चों व उनके माता-पिता में उत्साह व खुशी है। इससे बच्चों के चेहरे पर खुशी व मुस्कान देखने को मिल रही है। शासन प्रशासन की इस पहल पर बच्चों के माता-पिता ने आभार व्यक्त किया है।
क्वारंटाईन सेंटर्स में ठहरे प्रवासी व्यक्तियों को सुविधाओं का लाभ मिल रहा है और वे संतुष्ट हैं। क्वारंटाईन सेंटर में सेनेटाईजर और हैण्डवाश उपलब्ध है। प्रवासियों को यहॉ घर जैसा माहौल मिल रहा है। वे प्रतिदिन तीन समय आते है और बाहर से ही प्रवासियों के संबंध में जानकारी लेते हैं। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के क्वारंटाईन सेंटर्स का निरीक्षण कर रहे हैं और वहॉ उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं की जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।