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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आम लोगों में विभाग की स्टॉल बनी विशेष आकर्षण का केन्द्र
जनजातीय गौरव: शौर्य और संस्कृति का बखान थीम पर केन्द्रित था स्टॉल
रायपुर : अटल नगर नवा रायपुर स्थित पंडित श्यामाप्रसाद मुखर्जी व्यावसायिक परिसर में आयोजित 24 वां राज्योत्सव में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग की स्टॉल लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र रहा है। राज्योत्सव प्रारंभ होने के साथ ही लोगों की भारी भीड़ आदिम जाति विकास विभाग की स्टॉल पर देखने को मिला। वहीं दूसरे दिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भी विभागीय स्टॉल का अवलोकन कर प्रशंसा की। इस दौरान उन्होंने स्टॉल में बनाए गए सेल्फी जोन में परिवार संग एक फोटो भी खिचवाई। प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने उनका अभिवादन करते हुए उन्हें प्रदर्शनी के थीम के बारे में विस्तार से बताया।
उल्लेखनीय है कि विभागीय मंत्री श्री रामविचार नेताम के निर्देश के अनुसार इस बार की झांकी ’’जनजातीय गौरव शौर्य और संस्कृति का बखान’’ थीम पर बनाई गई थी। प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा एवं सचिव सह आयुक्त श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा स्वयं पूरे स्टॉल की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। स्टॉल की खूबसूरती, जनजातीय शौर्य एवं जनजातीय संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग इसे देखने पहुंच रहे थें।
स्टॉल में स्वतंत्रता काल के दौरान छत्तीसगढ़ में हुए जनजातीय विद्रोहों की एक झलक दिखाई गई है, जो कि जनजातीय शौर्य को दर्शाती है। साथ ही जनजातीय समृद्ध संस्कृति को भी झांकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इसके अलावा जनजातियों के परंपरागत आभूषणों एवं विभागीय योजनाओं को भी फ्लैक्स के माध्यम से बखूबी प्रदर्शित किया गया। साथ ही आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जनजातीय क्षेत्र में किए गए शोध प्रकाशन को भी अवलोकन हेतु प्रदर्शित किया गया।आमजन को आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभागीय गतिविधियों की जानकारी देने के लिए विभागीय योजनाओं का ब्रोशर भी स्टॉल से उपलब्ध कराया गया। स्टॉल पर जनजातीय गौरव दिवस तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान को सेल्फी जोन के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। स्टॉल में आने वाले लोग उक्त सेल्फी जोन अंतर्गत लिखी हुई जानकारी से जहां उक्त अभियान की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सेल्फी जोन में जाकर फोटो खिंचवाकर इस पल को यादगार बना रहे हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जलस्रोतों के संरक्षण व संवर्द्धन का संकल्प लेने मुख्यमंत्री ने किया आह्वान
खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज शाम यहां राजधानी रायपुर के महादेव घाट पर आयोजित छठ महापर्व कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और कहा कि सूर्य आराधना छठ पूजन मानव को प्रकृति से जोड़ने का पर्व है। मुख्यमंत्री श्री साय खारुन नदी तट पर छठी मैया की मंगल आरती में भी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन छठ पर्व आयोजन समिति महादेव घाट द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छठ महापर्व के इस कार्यक्रम में आकर मैं स्वयं को बहुत सौभाग्यशाली अनुभव कर रहा हूँ। इस भव्य आयोजन के लिए मैं आयोजन समिति को बहुत बहुत बधाई देता हूँ। छठ महापर्व की प्रतीक्षा उपासक वर्ष भर करते हैं। इस महापर्व पर दूर-दूर से लोग चाहे कहीं भी रह कर काम कर रहे हों, वे छठ पूजा में शामिल होने पहुंचते हैं। सरकार के द्वारा भी छठ पर विशेष रेल आदि परिवहन की व्यवस्था की जाती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सूर्य भगवान की उपासना के इस पर्व में कठिन व्रत रखा जाता है। हमारी माताएं-बहनें निर्जला उपवास रखती हैं। छठ महापर्व हमें प्रकृति से भी जोड़ता है। नदी, तालाब आदि जल-स्त्रोत के करीब घाटों पर छठ की पूजा होती है, इस तरह इस पर्व में हम प्रकृति के समीप पहुंचते हैं। छठ पर्व पर हमें नदी और तालाब जैसे हमारे जल-स्त्रोतों के भी संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आज दिवंगत गायिका श्रीमती शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि देना चाहूंगा। उनके छठ गीतों को हमारी पूरी पीढ़ी ने सुना है। मैं छठी मैया और सूर्य भगवान से सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूँ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जिन पंचमहाभूतों से हमारे शरीर का निर्माण हुआ है उनकी पूजा इस पर्व में होती है। छठ महापर्व ऐसा पर्व है जिसमें उगते सूर्य के साथ अस्त होते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है। सभी के ऊपर छठी माई की कृपा बनी रहे।
सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले 10-15 सालों से महादेव घाट समिति द्वारा लगातार छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। छठ में अस्त होते सूर्य की आराधना हमें जीवन जीने का तरीका सिखाती है। इस पर्व का संदेश है कि जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव से हमें कभी परेशान नहीं होना चाहिए। मैं सभी को छठ की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री संपत अग्रवाल, श्री अनुज शर्मा, पूर्व सांसद श्री सुनील सोनी, स्वामी श्री राजीवलोचन जी महाराज, श्री रामप्रताप सिंह, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री पंकज शर्मा, छठ समिति महादेव घाट के सदस्यगण व बड़ी संख्या में उपासक उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग की प्रदर्शनी का किया अवलोकन
रायपुर : छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के खनिजों की आकर्षक प्रदर्शनी नवा रायपुर अटल स्थित राज्योत्सव मेला ग्राउंड में लगाई गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 5 नवंबर को प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में सामरिक महत्व के खनिजों की प्रदर्शनी के साथ ही इसके महत्व और उपयोग की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज विभाग के सचिव श्री पी. दयानंद और खनिज विभाग के संचालक श्री सुनील जैन भी उनके साथ थे।
खनिज विभाग के स्टॉल में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में, छत्तीसगढ़ प्रदेश में उपलब्ध महत्वपूर्ण एवं सामरिक महत्व के खनिजों के योगदान को दर्शाया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन मिनरल्स में लिथियम, टाईटेनियम, निकल ग्रेफाईट, ग्लुकोनाईट, टिन आदि शामिल है, इन मिनरल्स का उपयोग रक्षा, उर्जा, संचार, अतरिक्ष और परमाणु उद्योगों में किया जाता है। जो देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।
खनिज विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 में 39 मुख्य खनिज ब्लॉकों का ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन की योजना है। देश में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉको का ई-नीलामी के माध्यम से सफलतापूर्वक आबंटन हेतु खनिज विभाग द्वारा किये गये प्रयास एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों को भारत सरकार द्वारा 02 राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।
खनिज विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के किटिकल एवं स्ट्रेटजिक मिनरल्स के 07 ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है। छत्तीसगढ़ राज्य देश का प्रथम राज्य है, जहाँ लिथियम मिनरल्स का जिला कोरबा स्थित कटघोरा लिथियम ब्लॉक की ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन किया गया। है। इन मिनरल्स की खनम् और प्रसस्करण का छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और देश की प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों में छत्तसगढ़ एक महत्वपूर्ण राज्य होगा।
वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा खनिज अधिनियमों एवं नियमों में किये गये व्यापक बदलाव के फलस्वरूप खनिज ब्लॉकों का ईनीलामी के माध्यम से आबंटन का मार्ग प्रशस्त हुआ है जिसके फलस्वरूप अब तक राज्य में कुल 37 मुख्य खनिज ब्लाकों को सफलतापूर्वक नीलाम किया गया है। सफलतापूर्वक आबंटित इन ब्लॉकों में से लौह अयस्क, चूनापत्थर एवं बाक्साईट जैसे बल्क खनिजों के अलावा क्रिटिकल, स्ट्रेटजिक एवं डीपसीटेड मिनरल्स जैसे ग्रेफाईट, ग्लूकोनाईट, निकल क्रोमियम पीजीई एवं गोल्ड के 09 खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आबंटन किया गया है।
छत्तीसगढ़, देश में पहला राज्य है जहां सर्वप्रथम चूनापत्थर खनिज ब्लॉक का आबंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया एवं इसी प्रकार देश में पहला लीथियम ब्लॉक का आबंटन भी छत्तीसगढ़ में हुआ है। प्रदेश में नीलामी के माध्यम से अब तक आबंटित 37 मुख्य खनिज ब्लॉकों से राज्य को रायल्टी, डीएमएफ एवं एनएमईटी के अतिरिक्त, खदान अवधि में, लगभग एक लाख 25 हजार करोड़ से अधिक की राशि बतौर ऑक्शन प्रीमियम प्राप्त होगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अटल जी ने ऐसी सर्जरी की कि किसी को पीड़ा नहीं हुई और तीन नये राज्यों का निर्माण किया
राज्योत्सव की समापन बेला और राज्य अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा
उपराष्ट्रपति ने कहा छत्तीसगढ़ के 36 सम्मान, इन्हें देखकर मुझे ऊर्जा मिली है
हमारा उद्देश्य समग्र विकास, छत्तीसगढ़ में हो रहा बढ़िया काम- राज्यपाल श्री रमेन डेका
सबकी भागीदारी से विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प होगा पूरा- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने की महत्वपूर्ण घोषणा
‘‘ए’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम स्वीकृति सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 और ‘‘बी’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 की
ग्रेड निर्धारण समिति की प्रत्येक बैठक में अधिकतम 3 प्रतिष्ठित कला विशेषज्ञ अशासकीय सदस्य के रूप में होंगे सम्मिलित
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव के समापन तथा राज्य अलंकरण समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सबकी भागीदारी की जरूरत है। इसमें छत्तीसगढ़ का योगदान बढ़चढ़कर होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में विकास के नये कीर्तिमान बन रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने राज्य अलंकरण से सम्मानित सभी विभूतियों कोे बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के 36 सम्मान, जिन्हें देखकर मुझे ऊर्जा मिली है।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि जब शताब्दी ने पलटी खाई तो छत्तीसगढ़ का उदय हुआ, ये यात्रा यहां तक आ गई है। इसके लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, पुरानी कहावत है आज भी कानों में गूंजती है। आप सभी इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। इस समारोह में आकर मेरा मन गौरव से भर गया है। छत्तीसगढ़ की पावन धरती समृद्ध सांस्कृतिक जीवन का दस्तावेज है। राष्ट्र के प्रति समर्पण और भारतीयता हमारी पहचान है। वर्ष 2000 में इस राज्य को विशिष्ट पहचान मिली। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को इस अवसर पर याद न करें तो बड़ी चूक होगी। उनकी याद सदैव आती है। राष्ट्रहित पर वे हमेशा अटल और मानवीय भावनाएं के विषय में बहुत कोमल थे। राजनीति में उन्होंने ऐसी सर्जरी की कि किसी को पीड़ा नहीं हुई और तीन राज्य बनाए, मैं उन्हें नमन करता हूँ।आपने पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री को बुलाकर एक बड़ा मापदंड हासिल किया, इसके लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय बधाई के पात्र हैं। अटल जी ने जो कारीगरी की, उसमें कोई दर्द नहीं था। भाई चारा था। अगले साल छत्तीसगढ़ अपने स्वर्ण युग में प्रवेश करेगा इसका सुखद समन्वय भारत के अमृत काल के साथ हो रहा है। हमें अपनी गौरवमयी विरासत को नहीं भूलना चाहिए। यह मौका है हमारे महापुरुषों को याद करने का। आज जब हम अमृतकाल मना रहे हैं। मुझे और आपको गर्व है कि जिन लोगों ने अपना बलिदान किया, उन्हें दूर दूर जाकर हम उन्हें नमन कर रहे हैं। उनके समक्ष नतमस्तक हो रहे हैं। भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह जैसे लोगों ने विषम हालात में स्वतंत्रता की ज्योति को जलाये रखा, हम उन्हें हमेशा स्मरण करते हैं और इसके लिए जनजातीय दिवस मना रहे हैं।इन महापुरुषों ने निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की। इस मौके पर आपको मैं चिंतन और मंथन के लिए भी आग्रह करूंगा। सेवा निःस्वार्थ होना चाहिए, इसमें कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए। निःस्वार्थ सेवा के नाम पर या आड़ पर हमारी श्रद्धा को परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी संस्कृति हजारों साल पुरानी है उस पर प्रहार किया जा रहा है। इस पर हमें सजग होना चाहिए। यह धनबल के आधार पर हो रहा है। भोलेपन के आधार पर हो रहा है। भारत की आत्मा को जीवंत रखने के लिए ऐसी ताकतों को कुचलने की आवश्यकता है। आपसे आग्रह है कि इनसे सचेत रहिये। इन प्रयत्नों में खासतौर पर हमारे आदिवासियों भाइयों को निशाना बनाया जाता है। हमारे भारत की संस्कृति सबको समेटने वाली संस्कृति है। इस विशेषता को बरकरार रखना है। इस राज्य के युवाओं के लिए एक और चिंता का कारण है जिस पर यह सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने नक्सलवाद से लड़ने का काम किया है। सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं।राज्य की गति और देश की प्रगति में बड़ा जुड़ाव है। राज्य की प्रगति और देश की प्रगति एक दूसरे की पूरक है। भारत की विकास यात्रा ने दुनिया को चमत्कृत कर दिया है। दुनिया हमारी तकनीकी प्रगति को देखकर दांतों तले उंगली दबा रही है। मेरे मन में शंका नहीं है कि छत्तीसगढ़ का देश की प्रगति में बड़ा योगदान रहेगा। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा बेहद समृद्ध है। इस राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं। यहां की खनिज संपदा जैसे बस्तर का लौह अयस्क, कोरबा का कोयला भारत के औद्योगिक विकास की प्राणवायु है। इस भूमि को धान का कटोरा कहा जाता है। यह राष्ट्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। एक बात मैं जरूर ध्यान दूंगा और आपसे भी आग्रह करूंगा कि राज्य का हित राष्ट्रीय दृष्टिकोण से देखना होगा, राज्य का हित राष्ट्र के हित से अलग नहीं है। प्रदेश के निरंतर विकास के लिए मैं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बधाई देना चाहता हूँ।
संविधान दिवस ज्यादा समय दूर नहीं है। आज के नवयुवकों को याद दिलाना चाहूंगा। संविधान हमारी महत्वपूर्ण आधारशिला है इस पर हमारा भविष्य टिका है। संविधान दिवस हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है। हर नागरिक को संविधान की अहमियत का एहसास होना चाहिए। इसके आदर्शों का पालन हमारी जिम्मेदारी है। संविधान से खिलवाड़ के हर प्रयास को कुंठित करना चाहिए। आपातकाल देश का काला क्षण था। 21 महीनों तक अधिकारों पर विराम लग गया। हालात इतने भयावह थे कि प्रजातांत्रिक मूल्य नजर तक नहीं आ रहे थे। लाखों लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। इस भयावह कालखंड की जानकारी आज की पीढ़ी को होनी चाहिए।
इस राज्य में आईआईटी है। आईआईएम है। जिस पेशे से मैं जुड़ा हूँ उससे भी जुड़ा हुआ विश्वविद्यालय है जो बहुत प्रतिष्ठित है। राज्य का युवा, महिला एवं हर वर्ग अपना योगदान दे सके, अपना उज्ज्वल भविष्य बना सके, ऐसी नीतियां छत्तीसगढ़ में तैयार हो रही है। यहां प्रशासनिक पारदर्शिता आई है। समाज के हर वर्ग को सशक्त करने का प्रयास हुआ है। राज्य ने हाल ही में एक उद्योग नीति बनाई है इससे नवयुवकों की आशाएं फलीभूत होंगी। केंद्र और राज्य ने युवाओं के लिए इतनी योजनाएं शुरू की हैं कि युवा अपने उद्यम से अन्य लोगों को भी लाभ दे सकते हैं।
इस मौके पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि मैं असम प्रदेश से आता हूं। यह हरा-भरा प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और असम राज्य में कई समानताएं हैं। छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। दोनों ही राज्य प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर सतत् आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की स्थापना के 24 वर्षाे में हमने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। एक युवा राज्य के रूप में हमारा उद्देश्य सिर्फ आर्थिक विकास नहीं बल्कि समग्र विकास है जिसमे हर नागरिक का उत्थान हो सके। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की विकसित भारत 2047 की संकल्पना को हम सबको साकार करना है। इसमे हर नागरिक, हर युवा पूरे उत्साह से योगदान देगा। प्रदेश के विकास में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाएं प्रारंभ की गई है। महिलाओं को समाज में सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए महतारी वंदन योजना जैसी अभिनव योजनाएं संचालित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन की शुरुआत अलंकृत हो रही सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि आज अलंकृत हो रही विभूतियों में नारायणपुर के बुटलू राम माथरा जी भी हैं। उनकी सराहना ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने भी की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्योत्सव 03 करोड़ छत्तीसगढ़ियों की एकता और अखण्डता का प्रतीक है। पिछले 2 दिनों में हम लोगों ने 24 वर्षों की यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ को मिली उपलब्धियों का जश्न मनाया, लेकिन आज का यह अवसर अपनी आगे की यात्रा के बारे में बात करने का अवसर है, विकास की नई ऊंचाईयों को छूने का संकल्प लेने का अवसर है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल हम लोग राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उसके आगे की यात्रा राज्य के स्वर्णिम भविष्य के साथ स्वर्ण जयंती की ओर आगे बढ़ने की यात्रा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहनें भावी विकास के लिए हमारी ताकत हैं। हमारी महतारी वंदन योजना के फलस्वरूप प्रदेश की माताएं और बहनें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं। महिला सशक्तिकरण से ही हम प्रदेश का सशक्तिकरण कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करते हुए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। माओवाद के खिलाफ कड़ाई के साथ लड़ रहे हैं। राज्य में माओवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने, बस्तर की खेल प्रतिभाओं को सामने लाने के उद्देश्य से हम बस्तर ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं।प्रदेश के किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सहित समस्त नागरिकों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति में भागीदार बनें। आप सभी के प्रयासों से विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार करेंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोक कलाकरों को प्रोत्साहित करने तथा लोक संस्कृति का देश विदेश में प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से बनाए गए ‘‘छत्तीसगढ़ कलाकार पंजीयन भुगतान नियम 2021’’ के संबंध में कला, संगीत, नृत्य, नाट्य एवं गायन के क्षेत्र में राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए एक विशिष्ट ग्रेड ‘ए1’ निर्धारित करने की घोषणा की।
साथ ही समस्त ‘‘ए’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम स्वीकृति सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 किया जाता है तथा ‘‘बी’’ श्रेणी कलाकारों की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 करने की घोषणा की। साथ ही ग्रेड निर्धारण समिति की प्रत्येक बैठक में अधिकतम 3 प्रतिष्ठित कला विशेषज्ञों को अशासकीय सदस्य के रूप में सम्मिलित करने की घोषणा की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा से लेकर कौशल उन्नयन तक हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में बढ़िया काम हमने किया।छत्तीसगढ़ कभी पलायन के लिए जाना जाता था। एक रुपए किलो चावल आने के बाद छत्तीसगढ़ से पलायन का काम रूका। अब यहां आईआईटी भी हैं आईआईएम भी हैं। 14 मेडिकल कालेज भी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी नागरिकों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई भी दी। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद एवं अन्य अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। -
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उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभूतियों एवं संस्थाओं को किया सम्मानित
रायपुर : उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड ने आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 37 विभूतियों एवं 4 संस्थाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने समारोह की अध्यक्षता की। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहे।राजधानी नवा रायपुर में राज्योत्सव के तीसरे दिन राज्य की महान विभूतियों के नाम से अलंकरण प्रदान करने समारोह का आयोजन किया गया। राज्य अलंकरण समारोह में उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार श्री बुटलू राम माथरा को प्रदान किया। इसी प्रकार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिया जाने वाला अहिंसा एवं गौ-रक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान मनोहर गौशाला खैरागढ़, खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधूर सम्मान सुश्री छोटी मेहरा, खेल (तीरंदाजी) के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान श्री विकास कुमार को प्रदान किया गया।इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान के लिए सतनामी महिला समिति कोहका जिला दुर्ग को, महिलाओं में वीरता, शौर्य, साहस तथा आत्मबल को सशक्त बनाने के लिए वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार श्रीमती अदिती कश्यप और महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष, नारी उत्थान के लिए माता बहादुर कलारिन सम्मान कुमारी चित्ररेखा सिन्हा, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक चेतना और दलित उत्थान के क्षेत्र में गुरू घासीदास सम्मान श्री राजेन्द्र रंगीला (गिलहरे), सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सम्मान श्री शशिकांत द्विवेदी को प्रदान किया गया।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम जशपुरनगर, जिला जशपुर, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पंडित सुन्दरलाल शर्मा सम्मान डॉ. सत्यभामा आडिल, संस्कृति विभाग द्वारा संगीत एवं कला के क्षेत्र में चक्रधर सम्मान पं. श्री सुधाकर रामभाऊ शेवलीकर को प्रदान उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ ने प्रदान किया। संस्कृति विभाग द्वारा लोककला एवं शिल्प के क्षेत्र में दिया जाने वाला दाऊ मंदराजी सम्मान श्री पंडीराम मंडावी को प्रदान किया गया।संस्कृति विभाग द्वारा ही छत्तीसगढ़ी लोकगीत के लिए लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान श्रीमती निर्मला ठाकुर (बेलचंदन) और छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के लिए खुमान साव सम्मान श्री दुष्यंत कुमार हरमुख, कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र में डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान संयुक्त रूप से श्री शिवकुमार चंद्रवंशी और श्री खेमराज पटेल को प्रदान किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान श्री सियाराम अग्रवाल, समाज कल्याण विभाग द्वारा दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान श्री सुभाष चंद अग्रवाल, मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए श्रीमती बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार श्री विनोद दास को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।
आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासियों की सेवा और उत्थान के क्षेत्र में दिया जाने वाला भंवर सिंह पोर्ते सम्मान छत्तीसगढ़ आदिवासी कल्याण संस्थान अनुपम नगर रायपुर को प्रदान किया गया। श्रम विभाग द्वारा श्रम के क्षेत्र में महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव पुरस्कार संयुक्त रूप से सुरेन्द्र कुमार राठौर, श्री शोभा सिंह एवं श्री ललित कुमार नायक को प्रदान किया गया। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा अपराध अनुसंधान क्षेत्र में पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान श्री रामनरेयश यादव, ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर क्षेत्र में बिसाहूदास महंत पुरस्कार संयुक्त रूप से श्री पन्नालाल देवांगन और श्री बहोरी लाल देवांगन को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने प्रदाय किया। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर के क्षेत्र में राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार संयुक्त रूप से श्री सत्यनारायण देवांगन एवं श्री अरूण मेहर को प्रदान किया गया।
संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनकारी लोककला क्षेत्र में देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार श्री भगत गुलेरी, संस्कृति विभाग द्वारा लोक शैली पंथी नृत्य प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में देवदास स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार श्री साधे लाल रात्रे, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के क्षेत्र में किशोर साहू सम्मान श्री प्रकाश अवस्थी, संस्कृति विभाग द्वारा ही हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन के लिए दिया जाने वाला किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण श्री सतीश जैन को प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए धनवन्तरि सम्मान डॉ. मनोहर लाल लहेजा को प्रदान किया गया। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से श्री सुरेन्द्र तिवारी और श्री प्रकाश चंद्र पंत को, संस्कृति विभाग द्वारा देश के बाहर सामाजिक कल्याण, मानव संसाधन विकास, कला, साहित्य अथवा आर्थिक योगदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान श्री आनंद कुमार पांडे, संस्कृति विभाग द्वारा साहित्य, आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. पीसी लाल यादव को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।
जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकरिता प्रिंट मीडिया हिन्दी के क्षेत्र में चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार श्री भोलाराम सिन्हा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (हिन्दी) के क्षेत्र में श्री मोहन तिवारी, प्रिंट मीडिया (अंग्रेजी) के क्षेत्र में मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार श्री मुकेश एस. सिंह, रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा क्षेत्र में प्रदाय किए जाने वाले पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान श्री अतुल जैन को प्रदान किया गया। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज राजभवन में आधुनिक असम के सांस्कृतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी, भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि डॉ. हजारिका जी का योगदान न केवल असम बल्कि संपूर्ण भारत की सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करता है। वे केवल एक गायक या संगीतकार नहीं थे, बल्कि, वे उन चंद लोगों में से थे ़िजन्होंने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ी।उन्होंने कई फिल्मों का निर्देशन भी किया। वे भारतीय संगीत अकादमी के निर्देशक भी रहे। श्री हजारिका पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी बाजपेयी के मित्र भी थे। श्री हजारिका असम विधानसभा के विधायक भी रहे। श्री डेका ने कहा कि श्री हजारिका की विरासत, उनके गीत और उनके कार्य हमेशा हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगें। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री यशवंत कुमार, संयुक्त सचिव श्रीमती हिना अनिमेष नेताम एवं राजभवन के अधिकारियों-कर्मचारियों ने श्री हजारिका के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में लोक निर्माण के अधिकारियों ने मुलाकात कर उन्हें ऑल इंडिया रोड कांग्रेस के 8वें अधिवेशन के लिए आमंत्रण दिया। छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित यह अधिवेशन 8 से 11 नवम्बर 2024 तक साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में होगा। जिसमें देशभर के राज्यों के लोक निर्माण के अधिकारी, कंस्ट्रक्शन विशेषज्ञ, डिजाइनर, स्टेट हाईवे के अधिकारी, तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थी आदि शामिल होंगे। -
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रायपुर : उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 6 नवंबर को राज्य अलंकरण एवं राज्योत्सव-2024 के समापन समारोह में शामिल होने के लिए राजधानी रायपुर आएंगे। छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव का समापन समारोह उप राष्ट्रपति के मुख्य आतिथ्य में नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव ग्राउंड में संध्या 6 बजे से होगा।
जारी कार्यक्रम के अनुसार उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ दिल्ली से संध्या 3.55 बजे विशेष विमान से प्रस्थान कर संध्या 5.40 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। उप राष्ट्रपति वहां से राज्योत्सव मेला ग्राउंड जाएंगे और राज्य अलंकरण एवं राज्योत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे। उप राष्ट्रपति इसके पश्चात वहां से रात्रि 7.30 बजे रायपुर एयरपोर्ट जाएंगे और वहां से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के मौके पर नवा रायपुर स्थित मेला स्थल पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया गया है। यहां महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्टॉल में महतारी वंदन योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना, महिला हेल्पलाइन नंबर 181, सखी वन स्टॉप सेंटर, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है।
छत्तीसगढ़ की महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना जैसी एक महत्वाकांक्षी योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के माध्यम से लगभग 70 लाख महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि प्रदान की जा रही है। महिला हेल्पलाइन नंबर 181 द्वारा राज्य के सभी महिलाओं को शारीरिक या मानसिक हिंसा या अन्य मामलों पर त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इसी तरह सखी वन स्टॉप सेंटर पीड़ित व संकटग्रस्त, जरूरतमंद महिला सभी को एक ही छत के नीचे तत्काल सहायता प्रदान की जाती है।
छत्तीसगढ़ महिला कोष ऋण योजना से महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है इसी प्रकार खर्चीली विवाह को रोकने के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना भी संचालित की जा रही है। ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ जैसी महत्वपूर्ण योजना से बच्चों के जन्म के समय लिंग चयन तथा विभेद को समाप्त कर बालिकाओं की सुरक्षा एवं उनकी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के माध्यम से पात्र गर्भवती महिला को स्वास्थ्यगत लाभ भी पहुंचाया जा रहा है एवं पोषण के लिए प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए आशीर्वाद ग्रहण किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने पं. धीरेंद्र शास्त्री के अपने निवास पहुंचने पर उन्हें शाल- श्रीफल भेंटकर उनका का आत्मीय स्वागत किया।गौरतलब है कि पं. धीरेंद्र शास्त्री छत्तीसगढ़ के प्रवास पर आए हुए हैं। आज राजधानी रायपुर आने से पहले कल वे कांकेर और कवर्धा के कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के परिवारजन, स्वामी राजीवलोचन जी महाराज और निवास के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। -
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का किया शुभारंभमाओवादी आतंक के विरुद्ध छत्तीसगढ़ में चलाये जा रहे अभियान की प्रशंसा कीराम और कृष्ण हमारी साझा संस्कृति, धार्मिक स्थलों के विकास के लिए मिलकर करेंगे काममुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा विकसित छत्तीसगढ़ के विजन को पूरा करने तैयारी पूरीप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अधिकांश गारंटी को हमने 10 माह में ही पूरा कियाछत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का प्रेम सगे भाईयों की तरह
रायपुर : राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकारें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को तीव्र गति से विकास की राह पर लेकर जा रही है। डॉ. यादव ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में संचालित जनहितैषी योजनाओं और माओवादी आतंक के विरूद्ध संचालित अभियान की सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ से माओवाद समाप्ति की ओर है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की साझा संस्कृति है साझा विचार है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, यह सम्मान ऐसे ही हासिल नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ के लोग अपनी सहजता-सरलता के लिए, अपने धान के कटोरे के लिए और अपने प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। रायपुर से बस्तर तक विकास का नया आयाम स्थापित हुआ है। यहां डबल इंजन की सरकार बहुत तेजी से विकास की राह पर बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ में प्रभु श्रीराम ने अपना बहुत समय गुजारा है। माता शबरी के जूठे बेर खाने वाला प्रसंग भी छत्तीसगढ़ का है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान राम और भगवान कृष्ण के कारण से हमारा गौरवशाली अतीत बना है, उसे सहेजने के लिए हमारी सरकार काम करेगी। भगवान श्री कृष्ण की भी जिन जगहों पर लीलाएं हुई हैं वहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का काम हम कर रहे हैं। राज्योत्सव का दीपोत्सव के साथ आयोजन हुआ। इससे इस आयोजन की कीर्ति बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां लाडली बहन योजना है आपके यहां महतारी वंदन योजना है। हम सब तेजी से विकास के पथ पर बढ़ते रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि राज्योत्सव के शुभारंभ के लिए मध्यप्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आये हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरूआत छत्तीसगढ़ के शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर सहित अन्य शहीदों के नमन से की। देश भर में जनजातीय समुदाय के शौर्य के प्रतीक बिरसा मुंडा का भी उन्होंने स्मरण किया। उन्होंने गुरु बाबा घासीदास, मिनी माता और महाराजा चक्रधर सिंह जैसी विभूतियों को भी नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का पुण्य स्मरण करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम, माता शबरी, मधेश्वर महादेव तपोस्थल में ऋषि अगत्स्य सहित अन्य ऋषियों का भी स्मरण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश का प्रेम सगे भाईयों की तरह है। दोनों राज्यों का स्थापना दिवस एक ही दिन है। मैं डॉ. मोहन यादव जी को भी स्थापना दिवस की बधाई देता हूँ और मध्यप्रदेश के भी तीव्र विकास की कामना करता हूँ। छत्तीसगढ़ आज 25 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इन 24 सालों की विकास यात्रा आपने देखी है। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास हुआ। यहां आईआईटी, आईआईएम, एम्स और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान स्थापित हुए। धान खरीदी और पीडीएस की मजबूत व्यवस्था स्थापित हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को दस महीने हुए हैं। इतने कम समय में ही हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अधिकांश गारंटी को पूरा कर दिया है। चाहे 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का वायदा हो या माताओं-बहनों को एक हजार रुपए देने की बात हो, रामलला दर्शन योजना की बात हो, पीएससी परीक्षा की जांच हो। सभी काम दस महीनों में पूरे किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को पूरा करना है। हमने विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है और इसके अनुरूप काम करेंगे।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। आज राज्य में जो विकास हुआ, वह अटल जी की वजह से हो पाया है। हमारा प्रदेश श्रीराम का ननिहाल है। यह भूमि का टुकड़ा नहीं, इसमें अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अद्भुत काम किया है।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि जैसे दीपावली त्यौहार में परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होते हैं वैसे ही परिवार के सदस्य और बड़े भाई मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी हमारे साथ खुशियां साझा करने आये हैं। छत्तीसगढ़ का निर्माण लोकतंत्र का सबसे अनूठा, सबसे अनुपम उदाहरण है।
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्यप्रदेश के विकास की रफ्तार को तेज गति से बढ़ा रहे हैं। गौ संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने एक साथ कई बड़ी योजनाओं को अमलीजामा पहनाया, जिससे प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है।
कार्यक्रम में मंत्री सर्वश्री दयालदास बघेल, श्याम बिहारी जायसवाल, टंकराम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरंदर मिश्रा, गुरू खुशवंत साहेब, रोहित साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, संपत अग्रवाल, अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर माननीय अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। -
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि
6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ राज्य अलंकरण एवं समापन समारोह में शामिल होंगे
ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे सांस्कृतिक प्रस्तुति
शासकीय विभागों द्वारा लगाई जाएगी विकास प्रदर्शनी
शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार रहेगा आकर्षण का केन्द्र
रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 के आयोजन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है। तीन दिवसीय राज्योत्सव का भव्य आयोजन 4 नवम्बर से 6 नवम्बर तक राज्योत्सव स्थल, नया रायपुर अटल नगर में होगा। राज्योत्सव स्थल में मुख्य मंच से लेकर पूरे परिसर की साज-सज्जा का काम तेजी से कराया जा रहा है। शासकीय योजनाओं एवं उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए सभी विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभाग का प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाने की तैयारी में जुटे हैं।
राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव 2024 का उद्घाटन 4 नवम्बर को संध्या 6 बजे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय करेंगे। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे। राज्यपाल श्री रमेन डेका के मुख्य आतिथ्य में 5 नवम्बर को राज्योत्सव के कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव का समापन 6 नवम्बर को उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के मुख्य आतिथ्य में होगा। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव एवं श्री विजय शर्मा, मंत्री श्री रामविचार नेताम, श्री दयाल दास बघेल, श्री केदार कश्यप, श्री लखनलाल देवांगन, श्री श्याम बिहारी जायसवाल, श्री ओपी चौधरी, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े एवं श्री टंकराम वर्मा, नेताप्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब, इन्द्र कुमार साहू एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे।
राज्योत्सव में ख्याति प्राप्त कलाकार रंगारंग और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देंगे। 4 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत संध्या 4.30 बजे से होगी। बालीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक शांतुन मुखर्जी (शानु) की प्रस्तुति रात्रि 7.45 बजे से होगी। इससे पूर्व श्री रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की झलकियां, श्री मोहन चौहान एवं साथी द्वारा आदिवृंदम, श्री सुनील सोनी एवं टीम द्वारा क्षेत्रीय नृत्य संगीत तथा श्री विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दी जाएगी।इसी तरह 5 नवम्बर को राज्योत्सव में संध्या 5 बजे से श्री पुरानिक साहू द्वारा सांस्कृतिक लहर गंगा, श्री सुरेन्द्र साहू, भोला यादव एवं साथियों द्वारा लोक धुन, श्री मोहन नायडू एवं साथियों द्वारा द मून लाईट रागा, राजेश अवस्थी, सुश्री आरू साहू एवं सुश्री नीति मोहन की प्रस्तुति होगी। 6 नवम्बर को सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत श्री अनुराग शर्मा द्वारा अनुराग स्टार नाईट, श्री मनोज प्रसाद द्वारा इंडियाज गॉट टैलेंट मल्लखंभ, श्री सवि श्रीवास्तव द्वारा जादू बस्तर एवं पवनदीप एवं अरूनिता के पार्श्व गायन की प्रस्तुति होगी।
राज्योत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ शासन के सभी विभागों द्वारा राज्योत्सव स्थल पर भव्य एवं आकर्षक प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यहां शिल्प ग्राम बनाया जा रहा है, जहां छत्तीसगढ़ के विविध शिल्प प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। राज्योत्सव स्थल परिसर में शासकीय विभागों की प्रदर्शनी के लिए विशाल हैंगर (डोम) बनाए गए हैं। हैंगर-एक एवं दो में शासकीय विभागों के स्टॉल लगेंगे, जबकि हैंगर-तीन में वाणिज्यिक संस्थान अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाएंगे। हैंगर-चार में पब्लिक सेक्टर के संस्थानों की प्रदर्शनी लगेगी। राज्योत्सव में शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार आम लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र होंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज सोमवार शाम को मंत्रालय महानदी भवन में नेताजी सुभाषचंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी चंदखुरी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे भारतीय पुलिस सेवा एवं राज्य पुलिस सेवा के प्रशिक्षणार्थियों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आप लोगों से उम्मीद है कि जनता की बेहतरी के लिए पूर्ण समर्पण भाव से कार्य करेंगे। उन्होंने प्रशिक्षर्थियों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भविष्य में आपको मैदानी क्षेत्र में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसे पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ पूरा करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को धनतेरस एवं दीपावली पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2023 बैच के 7 अधिकारी एवं राज्य पुलिस सेवा के वर्ष 2022 बैच के 6 अधिकारी एवं 2 सहायक जेल अधीक्षक, अपर पुलिस महानिदेशक श्री एस.आर.पी. कल्लुरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक श्री रतनलाल डांगी, एएसपी डॉ. पंकज शुक्ला, मेजर ड्रिल प्रशिक्षक श्री उदय सिदार भी उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री अमर प्रकाश सावंत को प्रशासनिक कारणों से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। श्री सावंत को निलंबन अवधि के दौरान नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। -
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रायपुर : नव पदस्थ जनसंपर्क आयुक्त डॉ रवि मित्तल ने सोमवार को नया रायपुर स्थित संवाद कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया । डॉ मित्तल को प्रभारी आयुक्त एवं संचालक श्री अजय अग्रवाल ने कार्यभार सौंपा एवं उनका स्वागत किया । इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे । उल्लेखनीय है कि डॉ रवि मित्तल 2016 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।वे हाल ही में जशपुर कलेक्टर के पद पर पदस्थ थे । डॉ मित्तल ने महासमुंद, रायगढ़ व रायपुर में जिला पंचायत सीईओ के रूप में कार्य किया है । वे 2018 में बगीचा एसडीएम भी रह चुके हैं। डॉ रवि मित्तल ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली से एमबीबीएस किया और फिर वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में आये । -
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राजधानी : रायपुर के तेलीबांधा तालाब में आयोजित हो रही एकता दौड़ दीपावली पर्व के दृष्टिगत 29 अक्टूबर को ही मनाया जा रहा है राष्ट्रीय एकता दिवस इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री राम विचार नेताम, मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, मंत्री श्री टंकराम वर्मा, मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायक सर्वश्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब भी मौजूद -
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प्रसिद्ध वेब सीरीज-'पंचायत' की टीम को भाया छत्तीसगढ़,राजनांदगांव में अगला प्रोजेक्ट करेंगे शूट
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ में शूट होने वाली वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस दौरान वेब सीरीज ग्राम-चिकित्सालय के मुहूर्त-शॉट का क्लैप दिया। मुख्यमंत्री को टीम ने बताया कि उनका पिछला प्रोजेक्ट प्रसिद्ध 'पंचायत' सीरीज था, जिसे बहुत सराहना मिली। अब वे वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' शूट करने जा रहे हैं। इसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में होगी। मुख्यमंत्री ने उनका छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
'पंचायत' टीम को भायी छत्तीसगढ़ की लोकेशंस
मुख्यमंत्री को वेब सीरीज की टीम ने बताया कि अभी तक उनके 'पंचायत' सहित अन्य प्रोजेक्ट्स की ज़्यादातर शूटिंग मध्यप्रदेश में हुई है। मगर इस बार वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की कहानी के लिए जैसी लोकेशंस ढूंढी जा रही थीं उसकी तलाश छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में जाकर खत्म हुई। पूरा छत्तीसगढ़ ही बहुत सुंदर है। यहां सिनेमेटिक ब्यूटी बिखरी हुई है। हमें उम्मीद है कि यहां फिल्माई जा रही यह वेब सीरीज भी 'पंचायत' की ही तरह सफल रहेगी।
छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को सरकार दे रही है बढ़ावा- मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने वेब सीरीज की टीम से चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को लगातार बढ़ावा दे रही है। हमारा प्रयास है कि छत्तीसगढ़ फ़िल्म शूटिंग के हब के रूप में उभरे। नई फिल्म नीति के तहत छत्तीसगढ़ में फ़िल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। राज्य में फ़िल्म सिटी स्थापित करने की दिशा में भी हम बढ़ रहे हैं। फ़िल्म सिटी के माध्यम से न सिर्फ स्थानीय कलाकारों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार का भी सृजन होगा।
वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' में दिखेंगे स्थानीय कलाकार
मुख्यमंत्री को वेब सीरीज 'ग्राम-चिकित्सालय' की टीम ने बताया कि सीरीज में छत्तीसगढ़ के लोकल टैलेंट को भी कास्ट किया जा रहा है। यहां बहुत प्रतिभाशाली कलाकार हैं जिनका उपयोग हम कर रहे हैं। इसलिए थियेटर से जुड़े कलाकारों सहित स्थानीय लोगों को सेलेक्ट किया गया है। लगभग एक महीने यहां शूट चलेगा।
इस अवसर पर संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य,द वायरल फीवर (टीवीएफ) के फाउंडर व ओनर श्री अरुणाभ कुमार, डायरेक्टर श्री दीपक मिश्रा, एग्जेक्युटिव प्रोड्यूसर श्री गणेश शेट्टी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आमंत्रण पर उनके नवा रायपुर स्थित निवास पहुंची राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने निवास परिसर में बेल का पौधा रोपा। उनके साथ राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आंवला का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
करमा नर्तक दलों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया
इस अवसर पर राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के स्वागत में जशपुर जिले से आए करमा नर्तक दल ने मनमोहक शैली में नृत्य प्रस्तुत किया। इन मंजे हुए कलाकारों की मांदर की थाप पर लयबद्ध प्रस्तुति देखकर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने करमा नर्तक दलों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया और उनके साथ फोटो खिंचवाई।