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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : भारतीय मानक ब्यूरो, रायपुर द्वारा संवेदीकरण विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने की। कार्यशाला में विभाग से जुड़े खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण तथा नापतौल विभाग के अधिकारियों ने सहभागिता दर्ज की।
भारतीय मानक ब्यूरो, रायपुर शाखा कार्यालय के निदेशक एवं प्रमुख श्री एस. के. गुप्ता ने सचिव महोदया को प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्देश्यों एवं स्वरूप की विस्तृत जानकारी दी। इसके पश्चात रायपुर शाखा कार्यालय के संयुक्त निदेशक श्री फालेन्द्र कुमार ने पावर प्वाइंट प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो की विभिन्न गतिविधियों का परिचय दिया।
प्रस्तुतीकरण में विशेष रूप से मानक निर्धारण की प्रक्रिया, समितियों की संरचना, ड्राफ्ट मानकों पर सुझाव और टिप्पणियों का आमंत्रण, तथा सार्वजनिक भागीदारी हेतु वाइड सर्कुलेशन ड्राफ्ट की जानकारी दी गई।
कार्यशाला में आईएसआई मार्क योजना, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए सीआरएस योजना जैसे विभिन्न प्रमाणन कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही आईएसआई मार्क एवं सीआरएस मार्क वाले उत्पादों के लिए अनिवार्य प्रमाणन आदेशों तथा उनकी पहचान की विधियों पर प्रकाश डाला गया।
"Know Your Standards" फीचर के माध्यम से बीआईएस वेबसाइट पर मानक खोजने और डाउनलोड करने की प्रक्रिया को अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही विभागीय क्रय प्रक्रियाओं में टेंडर तैयार करते समय क्यूसीओ (Quality Control Order) के अनुपालन एवं प्रमाणन निरीक्षण की प्रक्रिया को भी विस्तार से समझाया गया। कार्यशाला में यह भी बताया गया कि टेंडर प्रक्रिया हेतु उत्पाद परीक्षण के लिए राज्य में किन-किन प्रमाणित प्रयोगशालाओं की सुविधा उपलब्ध है।
सोने एवं चांदी के आभूषणों पर हॉलमार्क एवं एचयूआईडी (HUID) संख्या की सत्यता जांचने की प्रक्रिया, अनिवार्य हॉलमार्किंग आदेश, हॉलमार्किंग केंद्रों की उपलब्धता, हॉलमार्किंग की प्रक्रिया तथा उपभोक्ताओं के लिए ऑनलाइन जांच सुविधा की जानकारी भी प्रदान की गई।
कार्यशाला में मानकों के संग्रह का प्रदर्शन किया गया और "Standards Watch" की उपयोगिता से अवगत कराया गया। साथ ही शैक्षिक क्षेत्र में स्टैंडर्ड्स क्लब एवं एमओयू पार्टनरशिप मॉडल के माध्यम से बीआईएस की शैक्षणिक सहभागिता पर भी जानकारी दी गई। कार्यशाला के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित हुआ, जिसमें उपस्थित अधिकारियों के प्रश्नों का समाधान कर संतोषजनक उत्तर प्रदान किए गए। -
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सीएससी संचालक कोई सामान्य व्यवसाय नहीं कर रहे हैं, बल्कि गांव के लोगों की सेवा कर रहे-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा
रायपुर : आज रायपुर के न्यू सर्किट हाउस के कन्वेंशन हॉल में सीएससी दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) की भूमिका को जनसेवा का सशक्त माध्यम बताते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कही। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि गांव-गांव तक शासन की योजनाओं को पहुंचाने का सशक्त माध्यम अगर कोई है, तो वह है – सीएससी। उन्होंने कहा कि अटल डिजिटल सेवा केंद्र के माध्यम से अब गांवों में ही अनेक सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं, जिससे ग्रामीणों को दूर शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं रह गई है। इस अवसर पर श्री जय नारायण पटेल, राज्य प्रमुख, सीएससी, छत्तीसगढ़, संजय ढ़ीढी,पूर्व विधायक, आरंग के अलावा जनप्रतिनिधि और सीएससी संचालक उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में सीएससी सेंटर के लिए एक अलग कमरा आवंटित किया जा रहा है, जिससे यह सेवा स्थायी रूप से पंचायत भवन से जुड़े। उन्होंने कहा कि हर पंचायत को कंप्यूटर, अलमारी और आवश्यक संसाधन देकर इस सेवा को मजबूती दी जा रही है। पंचायतों के साथ अनुबंध कर सीएससी संचालन की प्रक्रिया को तीव्रता से आगे बढ़ाया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि आने वाले समय में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से किसी ग्राम पंचायत से सीधा संवाद करेंगे, तो सीएससी के माध्यम से यह संभव होगा।
उन्होंने सीएससी को एक ऐसा केंद्र बताया, जहां से टेलीमेडिसिन, मोबाइल सेवाएं, ऑनलाइन आवेदन, इंजीनियरिंग व आईटीआई जैसे संस्थानों से जुड़ाव और अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। उन्होंने खासतौर पर महतारी वंदन योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि पहले महिलाएं योजनाओं का लाभ लेने के लिए 10 से 20 किलोमीटर दूर तक जाती थीं, लेकिन अब सीएससी सेंटर से यह काम गांव में ही हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिन महिलाओं के रिश्तेदार पैसा निकालने जाते हैं, उन्हें भी अब बार-बार बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि पैसा अब पंचायत में ही मिल रहा है। सीएससी के कार्यों की सराहना करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि एक-एक सीएससी सेंटर में करोड़ों रुपये का लेनदेन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सीएससी केवल एक सेवा केंद्र नहीं, बल्कि यह डिजिटल भारत, डिजिटल छत्तीसगढ़ और डिजिटल ग्राम पंचायत का सजीव स्वरूप है। गांव में अगर कोई बैंक नहीं है, तो बैंक का विकल्प बनकर सीएससी लोगों की आर्थिक और सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित सीएससी संचालकों को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आप कोई सामान्य व्यवसाय नहीं कर रहे हैं, बल्कि गांव के लोगों की सेवा कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि ग्रामीण लोग बैंक तक जाने में जितना खर्च करते हैं, उससे कहीं कम लागत में सीएससी से सेवा प्राप्त कर रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी सीएससी संचालकों को हृदय से बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह एक बेहद सराहनीय आयोजन था। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार सीएससी को और अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि प्रत्येक गांव डिजिटल सेवाओं से सशक्त हो सके। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ के युवा धावक अनिमेष कुजूर ने ग्रीस के एथेंस में आयोजित ड्रोमिया इंटरनेशनल स्प्रिंट मीट में 100 मीटर दौड़ को मात्र 10.18 सेकेंड में पूरा कर भारत के लिए नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर पोस्ट कर उन्हें बधाई दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम सभी के लिए यह अत्यंत गर्व और खुशी का क्षण है कि छत्तीसगढ़ के अनिमेष कुजूर ने ग्रीस में आयोजित ड्रोमिया इंटरनेशनल स्प्रिंट मीट में 100 मीटर दौड़ को मात्र 10.18 सेकेंड में पूरा कर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया है। इससे पहले अनिमेष ने दक्षिण कोरिया में हुए एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर दौड़ को 20.32 सेकेंड में पूरा कर एक और राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया था। उन्होंने युवा खिलाड़ी अनिमेष को बधाई देते हुए कहा कि आपकी यह ऐतिहासिक उपलब्धि हर युवा को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी। छत्तीसगढ़ को आप पर गर्व है।मुख्यमंत्री ने कहा कि अनिमेष की यह उपलब्धि युवा शक्ति के आत्मविश्वास और सपनों की उड़ान का प्रतीक है। उनका यह प्रदर्शन न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है। प्रदेश सरकार युवाओं की प्रतिभा को पहचानने और प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। -
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स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री का आभार जताया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सूरजपुर जिले में हुए दोहरे हत्याकांड में पीड़ित प्रधान आरक्षक मोहम्मद तालिब के परिवार को आर्थिक सहायता स्वरूप 20 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया है। श्री जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा मानवीय संवेदनाओं को समझते हुए यह सहायता दिया जाना न केवल पीड़ित परिवार के लिए राहतदायक है, बल्कि यह शासन की संवेदनशीलता का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विष्णु के सुशासन में सरकार हमेशा अपने नागरिकों के साथ खड़ी है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे पीड़ित परिवार को नई आशा मिलेगी और समाज में न्याय व संवेदना की भावना और मजबूत होगी। -
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सैलानियों के लिए मानसून ट्रैकिंग का विशेष आयोजन
रायपुर : मानसून आते ही छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले का प्राकृतिक नजारा देखते ही बनता है। यहां प्रकृति अपने सबसे खूबसूरत रूप में नजर आती है। हरियाली, झरने और जंगलों का माहौल दिल को खुश कर देता है। इस मौसम में आप परिवार और दोस्तों के साथ बाहर घूमने-फिरने के साथ बस्तर के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासनं द्वारा मानसून ट्रैक की थीम पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए मानसून के मौसम में प्राकृतिक सौंदर्य वाले स्थानों पर ट्रैकिंग का आयोजन किया जा रहा है। मानसून ट्रैक प्लान के तहत जिले के झरनों और जंगल-पहाड़ों जैसे दर्शनीय स्थलोंए जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैंए वहां प्रशिक्षित स्थानीय गाइडों के माध्यम से भ्रमण करवाया जाएगा।
अगर आप वीकेंड पर कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो बस्तर जिले के प्राकृतिक जलप्रपात चित्रकोट, तीरथगढ़, चित्रधारा, मेंदरीघूमर, तामड़ाघूमर, बीजाकसा, मिचनार ये जगहें न सिर्फ प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर हैं, बल्कि यहां मानसून ट्रैक और फोटोग्राफी के लिए भी बेहतरीन माहौल है।
बस्तर जिले में पर्यटकों को आने के लिए विशाखापट्टनम से प्रतिदिन रेल सेवा संचालित है। साथ ही विमान सेवा के तहत हैदराबाद से प्रतिदिन, दिल्ली से सप्ताह में दो दिन की विमान सेवा उपलब्ध है। इसके अलावा जगदलपुर सड़क मार्ग से रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर सहित हैदराबाद, विशाखापट्टनम से नियमित बस की सुविधा भी है। प्रशासन द्वारा मानसून ट्रैक कार्यक्रम को अन एक्सप्लोर्ड बस्तर के साथ मिलकर किया जा रहा है। मानसून ट्रैक के संबंध में जानकारी के लिए प्रशासन ने 9109188567 और 8962991988 संपर्क नंबर जारी किया है।
मानसून ट्रैक में चिन्हाकित स्थलों के तहत चित्रकोट सर्किट में ट्रैकिंग के लिए चित्रकोट दंडामी रिसॉर्ट से प्रारंभ कर करबहार (मिनी गोआ) 2 किलोमीटर की दूरी में बोटिंग, वाटरफाल, शिवलिंग का दर्शन, जलप्रपात का ऊपर से नजारा दिखाया जाएगा। साथ ही मेंदरी घुमर से इंद्रावती नदी तक 3 किलोमीटर के ट्रैक में रिवर क्रासिंग जंगली इलाके में, मेंदरीघुमर से तामड़ाघुमर तक (7 किमी) में 150 फिट डाउनवर्डस ट्रैक , क्रोकोडाइल साइटिंग, सेंडबिच, बर्ड वाचिंग, प्राकृतिक स्वीमिंग एरिया, तीरथा से बीजाकसा (2.5 किमी) तक की ट्रैकिंग बोटिंग कैम्प, बोनफायर, ट्रायबल फूड, तीरथा गांव का भ्रमण सहित स्थनीय स्तर की पौराणिक कहानी की जानकारी दी जाएगी। बीजाकसा से मेंदरी तक (8 किमी) में वाटरफॉल , वैली व्यू, जंगली जानवर और पंक्षियों की साइटिंग का आनंद लिया जा सकेगा। इसके अलावा मिचनार हिल्स क्षेत्र में ट्रैकिंग भी करवाया जाएगा।
बस्तर जिले में स्थित कांगेर वैली नेशनल पार्क के अधीन आने वाले टोपर वाटरफॉल का ट्रैकिंग, मड़वा वाटरफॉल का ट्रैकिंग, शिवगंगा ट्रैकिंग में जंगल एरिया के बीच जलप्रपात, झरना जंगली जानवर बर्ड वाचिंग करवाया जाएगा। कैलाश गुफा, कैलाश झील, गुड़िया पदर में गांव से जलप्रपात तक (4 किमी) तक ट्रैकिंग करवाई जाएगी। तीरथगढ़ वॉटरफॉल से रानीदरहा वाटरफॉल(3 किमी) तक में जंगल एरिया वाईल्ड लाइफ, बर्ड वाचिंग, मालकेव ट्रैक में मादरकोंटा से तीरथगढ़ (8 किमी) तक जंगलों के बीच ट्रैकिंग करवाई जाएगी। इसके अलावा जिले के माचकोट इलाके में स्थित झील और झरनों के नाम से प्रसिद्ध तिरिया में और माचकोट के जंगलों में भ्रमण करवाने की कार्य योजना बनाई गई है। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी से सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर श्री डेका ने राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरु को सर्वोच्च स्थान प्रदान किया गया है। आषाढ़ पूर्णिमा के दिन भारत में गुरु पूर्णिमा मनाने की परंपरा है। यह दिन गुरु के अमूल्य ज्ञान, मार्गदर्शन और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का विशेष अवसर होता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि गुरु जीवन में अज्ञान के अंधकार को दूर कर ज्ञान का आलोक प्रदान करते हैं। उनके द्वारा दी गई शिक्षा और मूल्य हमारे जीवन के पथ को आलोकित करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अभी को गुरुजनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हुए जीवन को सार्थक करना चाहिए। -
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बुनियादी सुविधाएं बेहतर करने दिए निर्देश
रायपुर : कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री महादेव कावरे ने आज विश्वविद्यालय परिसर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बालक एवं बालिका छात्रावास, मेस, कैंटीन, आवासीय परिसर, अतिथि गृह तथा निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का जायजा लिया।
कुलपति श्री कावरे ने छात्रावासों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने और आवश्यक मरम्मत कार्य तत्काल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास भवनों को यूजीसी और शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आधुनिक स्वरूप देने, रिक्रिएशन हॉल एवं पालकों के लिए व्यवस्थित अतिथि कक्ष की सुविधा विकसित करने के लिए कहा। साथ ही छात्रावासों में अतिरिक्त सीटें बढ़ाने तथा खेल सुविधाओं के विस्तार के निर्देश भी दिए। खेल अधोसंरचना के संबंध में कुलपति ने बैडमिंटन कोर्ट की फ्लोरिंग की मरम्मत, वॉलीबॉल, लॉन टेनिस और बास्केटबॉल कोर्ट के लिए स्थान चिन्हित करने तथा गार्डन क्षेत्र में ओपन जिम विकसित करने की बात कही। उन्होंने खेल मैदान की सफाई और खेल विभाग के सहयोग से अन्य आवश्यक खेल सुविधाएं विकसित करने के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान परिसर में मौजूद पुराने व जर्जर फर्नीचर और उपकरणों की मरम्मत या अपलेखन करने तथा संसाधनों की पूर्ति के लिए नियमानुसार क्रय प्रक्रिया अपनाने के निर्देश कुलपति ने संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने छात्रावास प्रभारियों को स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। परिसर की हरियाली और सौंदर्यीकरण के लिए कुलपति ने एनआईटी रायपुर के आर्किटेक्ट विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों की मदद लेने, साथ ही छत्तीसगढ़ हार्टिकल्चर सोसायटी, प्रकृति की ओर जैसी संस्थाओं से सहयोग प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने आवासीय परिसर में आवश्यक सिविल वर्क का शीघ्र प्राक्कलन तैयार करने तथा अतिथि गृह को शीघ्र व्यवस्थित कर प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर कुलपति श्री कावरे ने निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का निरीक्षण भी किया और अधूरे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने हेतु पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देशित किया। विश्वविद्यालय परिसर के समस्त मेंटनेंस कार्य पीडब्ल्यूडी के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है। निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता श्री अभिनव श्रीवास्तव, कुलसचिव श्री सुनील कुमार शर्मा सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
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शकुंतला चो लेजा गीत बस्तर को जानने समझने के लिए महत्वपूर्ण संग्रह
रायपुर : छत्तीसगढ़ साहित्य एवं संस्कृति संस्थान, प्रेस क्लब रायपुर और नारी का संबल पत्रिका के संयुक्त तत्वावधान में पत्रकारिता और साहित्य के पुरोधा पं स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी जयंती एवं समीक्षा गोष्ठी, छत्तीसगढ के विकास में पत्रकारिता का योगदान विषय पर एक दिवसीय गोष्ठी का आयेजन गत दिवस किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि राज्य निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लोकेश कावड़िया ने कहा कि निर्भीक और रचनात्मक पत्रकारिता की नींव पं. स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी ने डाली है। पं. त्रिवेदी छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान थे। साहित्य और पत्रकारिता का सुंदर संगम उनके लेखनी में मिलता है। युवा पत्रकार और साहित्यकार उनकी शैली से जुड़कर पत्रकारिता को नया आयाम दें। उन्होंने कहा कि शकुंतला तरार की हलबी गीत संग्रह शकुंतला चो लेजा गीत बस्तर को जानने समझने के लिए महत्वपूर्ण संग्रह है। इससे हलबी की समृद्धि बढ़ रही है।
समारोह के अध्यक्ष वरिष्ठ भाषाविद डॉ चित्तरंजन कर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को हमेशा स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी पर गर्व रहेगा। पत्रकारिता और साहित्य एक दूसरे के पूरक हैं। एक पत्रकार पहले साहित्यकार होता है, दोनों जन एक दूसरे से जुड़े हैं। डॉ. कर ने कहा कि हम जयंती के माध्यम से नया विमर्श करते हैं। व्यक्तित्व के अनेक आयाम और ज्यादा खुलते हैं। आज की लेखिका शकुंतला तरार ने अपनी कृति में आदिवासी संस्कृति के मर्म को प्रस्तुत किया है। मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पंकज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में पं स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी का महत्वपूर्ण योगदान है। आजादी से पहले, आजादी के बाद और राज्य बनने के आरंभिक वर्षों में उन्होंने साहित्य, संस्कृति, पत्रकारिता, भाषा आदि के क्षेत्र को संवर्धित किया। वे लोक जागरण के पत्रकार और साहित्यकार थे।
शंकुतला तरार ने हलबी के साहित्य को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है, इससे हलबी का वैभव बढ़ रहा है।विशिष्ट अतिथि डॉ माणिक विश्वकर्मा ने कहा कि बीज से महावृक्ष की यात्रा पं स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी ने की। वे राष्ट्र के लिए समर्पित रचनाकार थे। प्रारंभ में संयोजक डॉ सुधीर शर्मा ने कहा कि साहित्य और पत्रकारिता के सेतु थे पं त्रिवेदी। पं स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी की परपोती नित्या त्रिवेदी ने पं त्रिवेदी का परिचय दिया। शकुंतला तरार ने अपनी पुस्तक पर विचार रखे। पूर्व मंत्री एवं विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि पं त्रिवेदी अपने समय के राजनीतिक परिचितों को कहा करते उनका आचरण ही उनका बचाव करती है। पं स्वराज्य के काम को आगे बढ़ाना है।
शकुंतला तरार की पुस्तक हलबी गीत संग्रह शकुंतला चो लेजा गीत पर समीक्षा करते हुए संस्कृति विशेषज्ञ अशोक तिवारी ने कहा कि हलबी बस्तर की संपर्क भाषा है। हलबी में लिखे गीत बस्तर की संस्कृति की विशेषता बताते हैं। हलबी का लोक साहित्य अत्यंत समृद्ध है। समीक्षा करते हुए पुरातत्ववेत्ता जी एल रायकवार ने कहा कि लेजा गीत बस्तर में अत्यधिक प्रचलित है। इसमें युवक युवतियों के आपसी संवाद होते हैं। सौ गीतों में इस संग्रह में सांस्कृतिक रूप प्रकट होकर आए हैं। हास्य, व्यंग्य और इतिहास के प्रसंग हैं।प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा कि हम अपने पुरखों की परंपरा का पालन कर रहे हैं। पं स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी की लेखनी ने अनेक पीढ़ियों का निर्माण किया है। वे छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान हैं।
इस अवसर पर, डॉ. स्नेहलता पाठक, डॉ सीमा निगम, श्री मीर अली मीर, डॉ. सुशील त्रिवेदी, डॉ. महेंद्र ठाकुर, सर्वश्री सुरेन्द्र रावल, उदयभान सिंह, जसवंत क्लाडियस, डॉ सीमा श्रीवास्तव, लतिका भावे, शिरीष त्रिवेदी, राजेश जैन, वीरेंद्र पांडे, सुरेश मिश्र, उर्मिला उर्मि, संदीप तरार, ललित वर्मा, शंकर नायडू, भारती यादव, अंजू यदु, नीलिमा मिश्रा, मीना शर्मा, माधुरी कर सहित पत्रकार,जनप्रतिनिधि, साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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रायपुर : पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय के हार्ट, चेस्ट और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में एक दुर्लभ और जोखिमपूर्ण सर्जरी कर 70 वर्षीय मरीज की जान बचाई गई। मरीज के गले की नस कैरोटिड आर्टरी में 95 प्रतिशत ब्लॉकेज था, जिसे कैरोटिड एंडआर्टरेक्टॉमी नामक जटिल सर्जरी से सफलतापूर्वक हटाया गया। यह सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू एवं उनकी टीम द्वारा की गई। डॉ. साहू के अनुसार यह सर्जरी राज्य में इस प्रकार की प्रथम एवं अत्यंत दुर्लभ सर्जरी है।
मरीज को थी लकवे और दृष्टिदोष की शिकायत
बालाघाट निवासी 70 वर्षीय मरीज को पिछले दो वर्षों से बार-बार लकवा, चक्कर, एक आंख से धुंधला दिखना और सुनाई न देने जैसी समस्याएं हो रही थीं। प्रारंभिक जांच के बाद कैरोटिड सीटी एंजियोग्राफी कराई गई, जिसमें पता चला कि मरीज की दाहिनी कैरोटिड आर्टरी में 95% से अधिक रुकावट थी। इससे मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बाधित हो रही थी।
सर्जरी थी बेहद जोखिमभरी
डॉ. के.के. साहू ने परिजनों को स्पष्ट किया कि इस सर्जरी में जान का खतरा हो सकता है, क्योंकि ऑपरेशन के दौरान यदि कोई भी प्लाक का टुकड़ा या हवा का बुलबुला मस्तिष्क में चला जाता तो मरीज ब्रेन डेड हो सकता था। इसके बावजूद मरीज एवं परिजनों ने ऑपरेशन की सहमति दी।
सर्जरी के दौरान कैरोटिड शंट नामक विशेष उपकरण का प्रयोग किया गया ताकि मस्तिष्क में रक्त प्रवाह लगातार बना रहे। ब्लॉकेज हटाने के बाद नस को बोवाइन पेरीकार्डियम पैच से मरम्मत कर पुनः सामान्य किया गया। सर्जरी पूरी तरह सफल रही और मरीज अब स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने की स्थिति में है। डॉ. साहू के मुताबिक, गले की नस के ब्लॉकेज खोलने की अन्य विधि कैरोटिड आर्टरी स्टेंटिंग है पर सर्जरी जिसको कैरोटिड एंडआर्टरेक्टॉमी कहा जाता है, वह सुरक्षित होता है।
क्या होती है कैरोटिड आर्टरी और क्यों होता है ब्लॉकेज?
कैरोटिड आर्टरी वह मुख्य धमनी होती है जो गले से होते हुए मस्तिष्क तक रक्त पहुंचाती है। इसमें रुकावट का मुख्य कारण होता है — धूम्रपान, तंबाकू सेवन, अनियंत्रित डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल का जमा होना।
50% तक ब्लॉकेज होने पर आमतौर पर लक्षण स्पष्ट नहीं होते, परंतु 70-80% से अधिक ब्लॉकेज पर ट्रांजिएंट इस्केमिक अटैक (टीआईए) या छोटे स्ट्रोक जैसे लक्षण सामने आते हैं — जैसे अचानक एक आंख से दिखना बंद होना, मुंह टेढ़ा होना, बोलने में दिक्कत या संतुलन बिगड़ना।
बचाव के उपाय
इस बीमारी को रोका जा सकता है — धूम्रपान और तंबाकू छोड़कर, ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित रखकर, और संतुलित आहार व नियमित व्यायाम के माध्यम से। जिन मरीजों को कोरोनरी आर्टरी डिजीज होती है, उनमें 8-10% मामलों में कैरोटिड आर्टरी में भी ब्लॉकेज होता है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में शुक्रवार 11 जुलाई 2025 को सवेरे 11.30 बजे से राज्य मंत्रिपरिषद (केबिनेट) की बैठक अटल नगर नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन ) में आयोजित होगी । -
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मोदी की गारंटी को अल्प समय में पूरा किया गया : श्री लखन लाल देवांगन
उप मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री ने किया 8 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन
रायपुर : उप मुख्यमंत्री तथा कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरुण साव ने आज अपने कोरबा प्रवास के दौरान पाली नगर पंचायत और बांकीमोंगरा नगर पालिका में आयोजित लोकार्पण व भूमिपूजन कार्यक्रमों में क्षेत्रवासियों को अनेक विकास कार्यो की सौगात दी। उन्होंने पाली में करीब 5 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यो के अंतर्गत 4 करोड़ 75 लाख 30 हजार रुपए के कार्यों का भूमिपूजन तथा 67 लाख 39 हजार रुपए के कार्यो का लोकार्पण किया। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बांकीमोंगरा में 2 करोड़ 10 लाख 42 हजार रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। वाणिज्य व उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, विधायकद्वय सर्वश्री तुलेश्वर मरकाम और प्रेमचंद पटेल, महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत, पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष श्री अजय जायसवाल और बांकीमोंगरा नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती सोनी विकास झा भी इस दौरान मौजूद थीं।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार द्वारा विकास के कार्यों को दोगुनी गति से पूरा किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है, सरकार ने लोगों से जो भी वादा किया है उन्हें पूरा करने हेतु कटिबद्ध है।
श्री साव ने कहा कि राज्य की तरक्की और बेहतरी के लिए नई औद्योगिक नीति का संचालन कर सरकार नौजवानों को रोजगार उपलब्ध करा उनके जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य कर रही है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए युक्तियुक्तकरण का बड़ा फैसला लिया गया है। युक्तियुक्तकरण नीति का लाभ पाली-तानाखार विधानसभा के पोड़ी उपरोड़ा के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के स्कूलों को मिला है। शिक्षकविहीन व एकल शिक्षकीय विद्यालयों में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना की गई है जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि आज पोड़ी उपरोड़ा के सुदूर वनांचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए आठ उप स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण का भूमिपूजन किया गया है। कोरबा की तस्वीर बदल रही है। अब विकास कार्यो से जिले को नई पहचान मिल रही है। जनता के पैसे का उपयोग जनता के हित में किया जा रहा है। पाली नगर पंचायत में पिछले डेढ़ साल में लगभग 8 करोड़ के विकास कार्यों की स्वीकृति दी गई है।
नगर पंचायत पाली में 2 करोड़ के विकास कार्यो की घोषणा
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने पाली में दो करोड़ रुपए के विकास कार्यों की स्वीकृति की घोषणा की। इसमें नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अंतर्गत एक करोड़ रुपए की लागत से नगरीय क्षेत्र पाली में एक पुल निर्माण, सर्व कलार समाज के लिए सामुदायिक भवन व साहू समाज की भक्त माता कर्मा सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25-25 लाख रुपए की राशि शामिल हैं। उन्होंने डीएमएफ से एक करोड़ रुपए के विकास कार्यो को मंजूर करने की भी बात कही।
मार्ग में खड़े लोगों ने पुल निर्माण की घोषणा होने की जानकारी मिलते ही जताई खुशी
पाली नगर पंचायत के वार्ड नम्बर-3 में पत्ता गोदाम के पास स्थित पुल के पुराने होने के कारण बारिश के दिनों में पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण आवागमन अवरुद्ध होने की शिकायत उप मुख्यमंत्री श्री साव के समक्ष स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नगरवासियों द्वारा करते हुए नवीन पुल निर्माण की मांग की गई। संवेदनशील उप मुख्यमंत्री श्री साव ने पाली के कार्यक्रम में ही मंच से जनप्रतिनिधियों और नगरवासियों की मांग पर वार्ड नंबर-3 में मेन रोड के पास नए पुल के निर्माण की घोषणा की।
श्री साव की इस घोषणा से अनभिज्ञ वार्ड-3 के रहवासी उनसे मिलने के लिए रास्ते में खड़े थे। कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने रास्ते में खड़े लोगों को जब बताया कि प्रभारी मंत्री श्री साव द्वारा पुल निर्माण की घोषणा की गई है तो सभी ने खुशी प्रकट करते हुए उप मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।
बांकीमोंगरा में 11 करोड़ के विकास कार्यो की दी मंजूरी
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बांकीमोंगरा नगरीय क्षेत्र में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हेतु जल आवर्धन योजना के लिए आठ करोड़ रुपए और विभिन्न विकास कार्यों के लिए तीन करोड़ रुपए की स्वीकृति की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को उनके नवनिर्मित आवासों की चाबी सौंपी। उन्होंने मिशन क्लीन सिटी में उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्वच्छता दीदियों को सम्मानित भी किया।
प्रदेश को ले जा रहे तरक्की की राह पर : श्री लखन लाल देवांगन
लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय ने मोदी की गारंटी के वादों को पूरा करने का कार्य किया एवं अल्प समय में अनेक वादों को पूरा कर दिखाया है। सरकार गठन के साथ ही 18 लाख आवास निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। 2 साल के धान का बकाया बोनस, 3100 रुपए प्रति क्विंटल व 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी कर किसानों का मान बढ़ाया। महतारी वंदन योजना से 70 लाख महिलाओं को प्रति माह एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया। 5500 रुपए मानक बोरा में तेंदूपत्ता की खरीदी संग्राहक परिवारों को राहत और सामाजिक सुरक्षा पेंशन देकर सुरक्षा का एहसास दिया।
विधायक श्री तुलेश्वर मरकाम ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि पाली-तानाखार के दूरस्थ क्षेत्रों में हाथी रहवास इलाकों में मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विकास किया जा रहा है। डीएमएफ से स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, पीडीएस भवन , पुल-पुलिया निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। साथ ही आज कार्यक्रम में क्षेत्र के अनेक स्थानों में उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण हेतु भूमिपूजन किया गया है जिससे दूरदराज के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार द्वारा सांय-सांय विकास कार्य कराए जा रहे हैं। पिछली सरकार की तुलना में दस गुणा ज्यादा कार्य कराए जा रहे हैं।विधायक श्री प्रेमचंद पटेल ने कार्यक्रम में कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अगुवाई में प्रदेश तरक्की के मार्ग में अग्रसर है। जनहितकारी योजनाओं से सभी वर्गों के लोगों को लाभ मिल रहा है। कलेक्टर श्री अजीत वसंत, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी और कोरबा नगर निगम के आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय सहित जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी बड़ी संख्या में दोनों कार्यक्रमों में उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग की ली समीक्षा बैठक
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय नवा रायपुर स्थित मंत्रालय महानदी भवन में आवास एवं पर्यावरण विभाग के विभागीय काम-काज की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के अतंर्गत संचालित कार्यो की जानकारी लेते हुए अधिकरियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में वित्त एवं आवास पर्यावरण मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, सचिव आवास एवं पर्यावरण श्री अंकित आंनद, एन आर डी ए के सी.ई.ओ श्री चंदन कुमार, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त श्री अवनीश शरण, रायपुर विकास प्राधिकरण के सी.ई.ओ. श्री आकाश छिकारा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा रायपुर का सुव्यवस्थित विकास सरकार की पहली प्राथमिकता है। नवा रायपुर क्षेत्र में भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सुनियोजित विकास किया जायेगा। नवा रायपुर देश की सबसे आधुनिक व खुबसूरत राजधानी है। देश के आई.आई.एम., ट्रिपल आई.टी., नेशनल लॉ विश्वविद्यालय जैसे शीर्ष शिक्षण संस्थान यहां स्थापित किए गए हैं। भविष्य में नवा रायपुर में बसाहट और बढ़ेगी इसलिए यह आवश्यक है कि आगमाी जरूरतों के हिसाब से यहां नागरिक सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए। मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी के विस्तार के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। भारत सरकार द्वारा परमालकसा - खरसिया नई रेलवे लाईन का निर्माण बलौदाबाजार जिले से होकर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस रेल लाईन को नवा रायपुर से जोड़ने की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि इससे नवा रायपुर में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा और आम नागरिको को इसका लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने भारत माला परियोजना के अंतर्गत विशाखापट्टनम को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण विकास के साथ आयात और निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु नवा रायपुर अटल नगर में एक लॉजिस्टीक हब की निर्माण आवश्यकता पर बल दिया। अधिकाारियों ने बाताया कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। इसके बनने से रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 100 कि.मी. कम हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कि नई औद्योगिक नीति से बड़ी संख्या में निवेशक आकर्षित हो रहे है। इससे यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा।मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर क्षेत्र में ऑक्सीजोन निर्माण के अंतर्गत पीपल, बरगद, करंज, नीम, अशोक, अमलतास, गुलमोहर आदि पौधों के रोपण एवं ग्रोथ कि जानकारी ली। बैठक मे अधिकरियों ने बताया कि नवा रायपुर क्षेत्र में भविष्य में राज्य सरकार के विभिन्न आयोग-बोर्ड-निगम आदि के लिए आयोग बिडिंग कॉम्पलेक्स तैयार करने की योजना है। इसके अलावा काम-काजी महिलाओं के लिए वर्किंग वुमन हॉस्टल, 100 बिस्तर अस्पताल, नवा रायपुर में एक और नवीन थाना की स्थापना का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा रायपुर क्षेत्र में नवीन भवनों के निर्माण के लिए आबंटित भू-खण्डों का समूचित उपयोग किया जाए।
मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत शामिल - छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, नगर तथा ग्राम निवेश, छत्तीसगढ़ भू-सम्पदा नियामक प्राधिकरण (रेरा), रायपुर विकास प्राधिकरण के काम-काज की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। -
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बुनियादी सुविधाओं के विस्तार और कनेक्टिविटी सुधार को दी प्राथमिकतासड़क से ही शुरू होता है विकास का सफर - उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा
सुकमा : उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज माओवाद प्रभावित क्षेत्र नियद नेल्ला नार योजना की कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में चल रही बुनियादी विकास योजनाओं की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि क्षेत्र में चल रही सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए।उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि क्षेत्र का समग्र विकास तभी संभव है जब यहां सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो। उन्होंने कहा कि अच्छी सड़क से ही शासन की योजनाएं सुगमता से गांवों तक पहुंचाई जा सकती हैं, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य विकास कार्यों में गति लाई जा सकती है।उप मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सड़क और पुल निर्माण प्राथमिकता में रखा जाए। इससे गांवों का संपर्क सुगम होगा और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा। उन्होंने संचार सुविधाओं में सुधार को बेहद जरूरी बताते हुए मोबाइल नेटवर्क के विस्तार में तेजी लाने के निर्देश दिए और कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी से शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं को आम नागरिक तक पहुंचाना आसान होगा।उन्होंने हर घर तक शुद्ध पेयजल और निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने और निर्माणाधीन और प्रस्तावित आवासों की स्थिति की जानकारी ली तथा पात्र हितग्राहियों को शीघ्र लाभ प्रदान करने को कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ तभी मिल सकता है जब उनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज हों। इसके लिए विशेष शिविरों का आयोजन कर पात्र लोगों को दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण को अत्यंत आवश्यक बताते हुए तालाबों के निर्माण और रखरखाव को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए।इस दौरान सचिव पंचायत विभाग श्री भीम सिंग , कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री पी. सुंदरराज, डीआईजी श्री कमलोचन प्रसाद, कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव, एसपी श्री किरण गंगाराम चव्हाण, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन, डीएफओ श्री अक्षय भोसले सहित जिला स्तरीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। -
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उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सुकमा जिले में शाला प्रवेश उत्सव एवं चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में हुए शामिल
अब वक़्त आ गया है शिक्षा और विकास की रोशनी हर गांव तक पहुंचेगी-उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा
सुकमा : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने आज सुकमा जिले के प्रवास के दौरान जिला मुख्यालय में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव और तेंदूपत्ता संग्रहको को चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने जिले भर से आए स्कूली बच्चों से आत्मीय संवाद किया और उन्हें शिक्षा की नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर नवप्रवेशी बच्चों का स्वागत बैग, पुस्तक और गणवेश देकर किया। बोर्ड परीक्षा में अव्वल आने वाले परीक्षार्थियों का सम्मान और प्रतिभाशाली छात्रो को प्रमाण पत्र का वितरण क़िया एवं 10 हितग्राहियों को चरण पादुका का भी वितरण किया।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सुकमा जिले में प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक स्तर तक 1000 से अधिक स्कूल संचालित हो रहे हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को बहाल करना, विशेषकर बस्तर जैसे चुनौतीपूर्ण अंचल में, किसी आंदोलन से कम नहीं है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बीते वर्षों में कई स्कूलों को नक्सल हिंसा का शिकार होना पड़ा, कुछ स्कूलों को बम से उड़ा दिया गया जो मानवता के विरुद्ध अत्यंत निंदनीय कृत्य हैं।उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि शासन की मंशा है कि बस्तर के हर गांव तक संविधान की पूर्ण स्थापना हो, ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास और सुरक्षा के अधिकार गांव-गांव में सुदृढ़ हों। उन्होंने ग्रामीण युवाओं और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे गांव की उन्नति में सक्रिय भागीदारी निभाएं, क्योंकि असली परिवर्तन स्थानीय नागरिकों की जागरूकता और सहयोग से ही संभव है। उन्होंने कहा कि गांव में यदि शिक्षा है, तो अशिक्षा नहीं होगी। यदि स्वास्थ्य है, तो कुपोषण नहीं रहेगा। यदि भयमुक्त वातावरण है, तो कोई लाल आतंक नहीं रहेगा। यह कार्य बस्तर के लोग स्वयं कर सकते हैं और सरकार उनके साथ खड़ी है।
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बच्चों को प्रतीकात्मक रूप से मुकुट पहनाया, प्रोत्साहन राशि और प्रवेश प्रमाण-पत्र वितरित किए और तेंदूपत्ता संग्रहको को चरण पादुका का भी वितरण किया। उन्होंने कहा कि ये प्रतीक मात्र नहीं, बल्कि एक नए भविष्य की ओर उनका पहला कदम है।उपमुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के समापन पर जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन न सिर्फ प्रेरणादायी है, बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा में जोड़ने वाला है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में एक बड़ी दुर्घटना में शहीद हुए पुलिस अधिकारी के परिवार के साथ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय स्वयं संवेदनशीलता के साथ खड़े रहे और संपूर्ण सहयोग प्रदान किया। उन्होंने कहा कि शहीदों की इच्छाएं कभी व्यर्थ नहीं जातीं वे समाज के संकल्प में परिवर्तित होती हैं।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि श्री धनीराम बारसे, श्री अरुण सिंह भदौरिया, राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, जिला पंचायत सुकमा अध्यक्ष श्रीमती मंगम्मा सोयम, जिला पंचायत दंतेवाड़ा अध्यक्ष श्री नंदलाल मुड़ामी, नगर पालिका परिषद् सुकमा अध्यक्ष श्री हुंगाराम मरकाम, जिला पंचायत सदस्य श्री हुंगाराम मरकाम, जिला पंचायत सदस्य श्री कोरसा सन्नू, जनप्रतिनिधि कुसुम लता कवासी, श्रीमती रीना पेद्दी, श्री सोयम मुक्का, श्री दिलीप पेद्दी और अन्य जनप्रतिनिधि सहित सचिव पंचायत विभाग श्री भीम सिंग , कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री पी. सुंदरराज, डीआईजी श्री कमलोचन प्रसाद, कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव, एसपी श्री किरण गंगाराम चव्हाण, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन, डीएफओ श्री अक्षय भोसले सहित शिक्षा विभाग वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। -
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पुनर्वास केन्द्र सुकमा में आत्मसमर्पित नक्सलियों से उप मुख्यमंत्री ने किया संवाद
प्रशिक्षण के साथ-साथ सांस्कृतिक एवं खेल गतिविधियों से भी जोड़े-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा
रायपुर : सुकमा जिले के सबसे सुदूर क्षेत्र के आत्मसमर्पित नक्सलियों को कौशल विकास के तहत राजमिस्त्री, कृषि उद्यमी और अन्य प्रशिक्षण प्रदाय कराया जा रहा है। विगत तीन माह से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आत्मसमर्पित नक्सलियों ने उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा का स्वागत भारत माता की जय घोष करते हुए किया।इस अवसर पर आत्मसमर्पित नक्सलियों ने उपमुख्यमंत्री से सीधा संवाद करते हुए अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। आत्मसमर्पित नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास नीति की प्रशंसा करते हुए कहा कि पहले के नक्सल संगठन का जीवन एक भटका हुआ और गुमराह से भरा जीवन था। उस खोखली विचारधारा को त्याग कर समाज के मुख्यधारा से जुड़कर बहुत ही बेहतर जीवन मिला लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की जानकारी के अभाव में हम रास्ता भटक गए थे किन्तु शासन के पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण कर एक बेहतर जीवन जी रहे हैं। आज शासन-प्रशासन द्वारा हमें कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिससे हम आत्मनिर्भर बनकर समाज के मुख्यधारा में शामिल हो सके।उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने उनके अनुभवों को गंभीरतापूर्वक सुना और आाधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बैंक खाता सहित सभी प्रकार आवश्यक दस्तावेज पुनर्वास केन्द्र में ही बनवाकर केन्द्र और राज्य शासन के समस्त योजनाओं का समुचित लाभ दिलाने। वहीं पुनर्वास केन्द्र में उनके दैनिक दिनचर्या से अवगत होकर और भी गतिविधियों को शामिल कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने आवश्यक पहल करने, एक्सपोजर विजिट कराकर बाहरी दुनिया का भ्रमण कराने रायपुर, जगदलपुर जैसे शहर ले जाने के निर्देश दिए।ज्यादातर लोग पढ़ाई नहीं किए है उनको साक्षर बनाने के लिए आवश्यक पहल करते हुए दिनचर्या में शामिल कर खेलकूद, मनोरंजन, देशभक्ति फिल्में दिखाने सहित उनको नियमित आमदनी के स्त्रोत हासिल हो सके उस दिशा विशेष प्रयास करने के निर्देश कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत को दिए। इस अवसर पर सचिव पंचायत विभाग श्री भीम सिंग, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री पी.सुंदरराज, कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव, एसपी श्री किरण गंगाराम चव्हाण, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन, राज्य महिला आयोग की सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, जनप्रतिनिधि श्री धनीराम बारसे, जिला पंचायत सदस्य श्री हुंगाराम मरकाम सहित अन्य उपस्थित थे। -
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रायपुर : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज अपने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान बस्तर की आराध्य देवी माँ दंतेश्वरी जी के दर्शन कर साष्टांग प्रणाम अर्पित किया। पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। -
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आकांक्षी विकासखंड के सभी संकेतकों को पूर्ण करने के दिए निर्देश
रायपुर : महामहिम राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने महासमुंद जिले के प्रवास के दौरान आज विकासखंड पिथौरा के ग्राम गोड़बहाल में विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर पिथौरा में आकांक्षी विकासखंड के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रगति की जानकारी की। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, कौशल विकास, वित्तीय समावेश एवं बुनियादी ढांचे में सुधार को लेकर विभागीय प्रदर्शन की विस्तृत जानकारी लेते हुए सभी विभागों को निर्देशित किया कि आकांक्षी विकासखंड के सभी संकेतकों को 90 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए तेजी से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिए सभी विभाग समन्वित प्रयास करें।
राज्यपाल श्री डेका ने जल संरक्षण को सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम में जल संचयन के लिए ठोस प्रयास किए जाएं। उन्होंने डबरी निर्माण, शोख पिट (सोखता गड्ढा), इंटक वेल जैसे संरचनात्मक कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि वर्षा जल का अधिक से अधिक संग्रहण और भू-जल स्तर में सुधार हो सके। राज्यपाल ने पशुपालन को ग्रामीण आजीविका का सशक्त माध्यम बताते हुए इसे बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालन से न केवल आय में वृद्धि होगी, बल्कि यह पोषण सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। पर्यटन विकास की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्थानीय प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाए। इससे स्थानीय स्व-रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। सड़क सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी पहल की जाए और व्यापक जन-जागरूकता अभियान चलाए जाए। उन्होंने हेलमेट और यातायात नियमों के प्रति सतत् जागरूकता लाने के निर्देश भी दिए।
राज्यपाल श्री डेका ने महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि समूहों की आर्थिक गतिविधियों का और विस्तार किया जाए। उन्होंने बैंकिंग सुविधाओं को सुदृढ़ और सुगम बनाने पर विशेष जोर दिया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को मजबूती मिले। स्वास्थ्य और पोषण को लेकर उन्होंने कुपोषित बच्चों की पहचान एवं सघन मॉनिटरिंग करने, न्यू बॉर्न केयर यूनिट में भर्ती और पोषण ट्रैकर से निगरानी करने के निर्देश दिए। उन्होंने मितानिन, महिला एवं बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग के बीच समन्वय से डाटा संकलन करने कहा। वार्षिक प्रशिक्षण कैलेण्डर के अनुसार शिक्षकों का नियमित प्रशिक्षण, राज्य एवं जिला स्तर पर विषय-विशेष प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय और सूचकांकों के सतत सुधार की रणनीति पर कार्य करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने अधिकारियों को योजनाओं की जमीनी स्तर पर जांच के लिए मैदानी भ्रमण करने और लाभार्थियों से फीडबैक लेने के निर्देश दिए। एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को मिशन बताते हुए राज्यपाल ने सभी को पेड़ लगाने और दूसरों को भी पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। सभी सरकारी कार्यालयों में हरियाली बढ़ाने के लिए पौधरोपण के निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, महिला एवं बाल विकास, और अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।