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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विख्यात दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद जी की 12 जनवरी को जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों ने संपूर्ण समाज को एक नई दिशा दी है।उन्होंने अपने उपदेशों और ओजस्वी व्याख्यानों से देश-दुनिया को मानव जाति की सेवा का मार्ग दिखाया। यह छत्तीसगढ़ के लिए सम्मान और गर्व की बात है कि स्वामी विवेकानंद जी का कुछ समय रायपुर में बीता। स्वामी जी से जुड़ी स्मृतियां राजधानी रायपुर को एक विशेष पहचान देती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी जी के विचार और जीवन मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। -
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स्वच्छ सर्वेक्षण में राज्य के साथ ही पांच नगरीय निकायों को भी मिला पुरस्कार
राष्ट्रपति के हाथों मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने ग्रहण किया पुरस्कार
रायपुर : छत्तीसगढ़ देश का तीसरा सबसे स्वच्छ राज्य बन गया है। केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बाद देश के तीसरे सबसे साफ-सुथरे राज्य का दर्जा मिला है। प्रदेश की इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम कन्वेन्शन सेंटर में आयोजित समारोह में पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरूण साव ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, सचिव श्री मनोज जोशी और स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की निदेशक श्रीमती रूपा मिश्रा भी समारोह में शामिल हुईं। स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्य के पांच नगरीय निकायों रायपुर, महासमुंद, कुम्हारी, आरंग और पाटन को भी समारोह में पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने प्रदेश और नगरीय निकायों की इस उपलब्धि पर संबंधित निकायों के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, समन्वयकों तथा स्वच्छता दीदियों को बधाई और शभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि इनके उत्कृष्ट कार्यों के कारण आज प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित होने का मौका मिला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य के शहरों को साफ-सुथरा एवं कचरामुक्त रखने के लिए ये आगे भी अपने बेहतरीन कार्यों को जारी रखेंगे और अन्य नगरीय निकायों के लिए प्रेरणास्रोत बनेंगे।
छत्तीसगढ़ ऐसे बना देश का तीसरा सबसे स्वच्छ राज्य
शहरों को स्वच्छ रखने प्रदेश में हो रहे लगातार अच्छे कार्यों के कारण छत्तीसगढ़ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य का दर्जा मिला है। स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणामों के मुताबिक गारबेज फ्री सिटी के अंतर्गत प्रदेश के दो शहरों को फाइव स्टार रेटिंग, 23 शहरों को थ्री स्टार रेटिंग और 47 शहरों को सिंगल स्टार रेटिंग मिला है। राज्य में ओडीफ प्लस प्लस वाले 164, ओडीफ प्लस वाला एक और ओडीएफ वाले तीन शहर हैं। प्रदेश के एक नगरीय निकाय को वाटर प्लस का दर्जा मिला है।
महासमुंद नगर पालिका को पूर्वी जोन में 50 हजार से एक लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है। देश के पूर्वी जोन में कुम्हारी नगर पालिका को 25 हजार से 50 हजार तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में और आरंग नगर पालिका को 15 हजार से 25 हजार तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला है। पाटन नगर पंचायत को एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में देश के दूसरे सर्वाधिक स्वच्छ शहर के लिए पुरस्कृत किया गया है। ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा प्राप्त पाटन को गारबेज फ्री सिटी में फाइव स्टार रैंकिंग मिला है। सर्वे में रायपुर नगर निगम को एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। गारबेज फ्री सिटी में रायपुर को फाइव स्टार रेंटिंग प्राप्त हुआ है।
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा हर साल देश के सभी शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है। इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आंकलन किया जाता है। राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है। मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजू एस. और सूडा के अधिकारियों सहित संबंधित नगरीय निकायों के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, समन्वयक तथा स्वच्छता दीदियां भी नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में शामिल हुईं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवाबैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए -
रायपुर : 1. मंत्रिपरिषद की बैठक में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा छत्तीसगढ़वासियों को दी गई गारंटियों में से एक और गारंटी को पूरा करते हुए प्रदेश में श्री रामलला दर्शन (अयोध्या धाम) योजना शुरू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। ज्ञातव्य है कि धार्मिक नगरी अयोध्या में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को श्री रामलला के दर्शन कराने हेतु अयोध्या ले जाने की घोषणा की गई है। जिसके परिपालन में श्री रामलला दर्शन योजना शुरू की जा रही है।
इस योजना का क्रियान्वयन छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा तथा बजट पर्यटन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के तहत हर साल लगभग 20 हजार यात्रियों को श्री रामलला दर्शन हेतु यात्रा पर ले जाया जाएगा। छत्तीसगढ़ राज्य के मूल निवासी, 18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी। दिव्यांगजनों के लिए यथा संभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे। प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके पश्चात अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनायी जाएगी। प्रत्येक समिति द्वारा अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन किया जाएगा। इस यात्रा की दूरी लगभग 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए भारतीय रेल्वे केटरिंग एवं टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) के साथ छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल द्वारा एमओयू किया जाएगा।
आईआरसीटीसी द्वारा यात्रा के दौरान यात्रियों को सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन तथा एस्कार्ट की व्यवस्था की जाएगी।हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेल्वे स्टेशन तक लाने एवं वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर द्वारा की जाएगी। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा
प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा। यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ एवं अंबिकापुर से रेल द्वारा गन्तव्य स्थल के लिए रवाना होंगे। यात्रा का मूल गन्तव्य अयोध्या धाम रहेगा। इसके साथ ही वाराणसी में एक दिन का रात्रि विश्राम, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरीडोर तथा गंगा आरती का दर्शन का लाभ भी यात्रियों को मिल सकेगा। वर्तमान में आईआरसीटीसी द्वारा प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध करायी जाएगी। भविष्य में ट्रेन की उपलब्धता अनुसार यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जा सकेगी।
2. मंत्रिपरिषद की बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के महाधिवक्ता के पद पर श्री प्रफुल्ल भारत की नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया। -
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वर्षों के प्रयास से बिंझिया समाज को मिला जनजाति का दर्जामुख्यमंत्री श्री साय जमदेई में अखिल भारतीय बिंझिया समाज केमहासम्मेलन एवं अभिनंदन समारोह में हुए शामिलमोदी जी की गारंटी के हर वायदे को करेंगे पूरा: मुख्यमंत्री श्री सायमां कुदरगढ़ी मंदिर में बनेगा रोप वे देवीपुर महामाया मंदिर से पंपापुर रोड चौड़ीकरण के लिए 4.5 करोड़ रुपए की मंजूरीदेवीपुर से नौवापर मार्ग में जोगीगुड़ा नाले में पुलिया निर्माण के लिए 3 करोड़ की स्वीकृति50 सीटर बालिका छात्रावास की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सूरजपुर जिले के जमदेई में आयोजित ’अखिल भारतीय बिंझिया समाज के महासम्मेलन और अभिनंदन समारोह’ को सम्बोधित करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सहृदयता से बिंझिया जाति सहित 12 जातियों को जनजाति का दर्जा मिला। वर्षाें से बिंझिया समाज जनजाति का दर्जा प्रदान करने के लिए मांग कर रहा था। उन्होंने कहा कि मांग के प्रति संवेदनशीलता दिखते हुए प्रधानमंत्री जी ने बिंझिया समाज सहित बारह जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल किया, इन जातियों को विकास की मुख्यधारा में शामिल होने का अवसर मिला। आज बहुत खुशी है कि बिंझिया समाज सहित 12 जातियों के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बन रहा है और शासन की योजनाओं का लाभ इन वर्गों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार, सांसद रहते हुए मैंने स्वयं और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि आज इन वंचित समुदायों को उनका हक मिला है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि वे जब केंद्र में राज्यमंत्री थे। तब उन्होंने लगातार बिंझिया समाज सहित 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने के लिए लगातार प्रयास किए थे। उन्होंने बताया कि लोकसभा व राज्यसभा में इस वर्ग की पीड़ा और समस्याओं को संसद में जोर-शोर से उठाया गया ताकि आदिवासी भाई-बहनों के साथ न्याय हो सके। उन्होंने 12 जातियों को जनजातियों की सूची में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रति आभार प्रकट किया।
जमदेई में 20 लाख रूपए की लागत से बनेगा सामुदायिक भवन
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर मां कुदरगढ़ी मंदिर में रोप वे की स्वीकृति की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने देवीपुर महामाया मंदिर से पंपापुर रोड चौड़ीकरण के लिए 4.5 करोड़ रुपए, देवीपुर से नौवापर मार्ग में जोगीगुड़ा नाले में पुलिया निर्माण के लिए 3 करोड़ रूपए की स्वीकृति, 50 सीटर बालिका छात्रावास की मंजूरी तथा जमदेई में 20 लाख रूपए की लागत से सामुदायिक भवन की स्वीकृति की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मोदी जी की गारंटी में किए गए हर वायदे को पूरा करेंगे। हमने शपथ ग्रहण करने के बाद केबिनेट की पहली बैठक में 18 लाख परिवारों को पक्का मकान देने की स्वीकृति का ऐतिहासिक निर्णय लेकर मोदी जी की गारंटी को पूरा करने की शुरूआत की। दूसरा वायदा पूरा करते हुए सुशासन दिवस के अवसर पर 12 लाख से अधिक किसानों को दो वर्ष के बकाया धान बोनस की 3716 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किसानों के खाते में किया। मोदी जी की गारंटी के तहत किसानों के धान को 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से 3100 रुपये प्रति किवंटल की दर से खरीद रहे हैं, श्री साय ने कहा कि जो किसान समर्थन मूल्य पर धान बेच चुके है, उन्हें अंतर की राशि का भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद हमने 25 दिनों के भीतर ही पीएससी के घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। वायदे के अनुसार विवाहित माताओं को सालाना 12000 रुपए देने की महतारी वंदन योजना शुरू करेंगे, गरीबों को 500 में गैस सिलेंडर, गरीब भूमिहीन मजदूरों को सालाना 10 हजार रूपए की सहायता राशि दी जाएगी। तेंदूपत्ता की खरीदी 5500 रूपए प्रति मानक बोरा के मान से की जाएगी। वनवासी भाईयों के हित में सब काम होंगे, एक लाख से ज्यादा बैकलॉग के पद खाली हैं उन्हें भी जल्दी ही भरेंगे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने बहुत ज्यादा कर्ज से राज्य को लाद दिया है लेकिन हमारी नीति और नीयत सही है, हम सभी के हित में काम करेंगे। सरगुजा संभाग में मिले व्यापक जनसमर्थन को देखते हुए सरगुजा संभाग से तीन मंत्री बने हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश में खाद्य सुरक्षा योजना शुरू की। जिसके कारण लोगों को भूखे पेट नहीं रहना पड़ा, सभी को भोजन मिला डॉ. रमन सिंह जी चाउर वाले बाबा कहलाए।
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में बिंझिया समाज ने आदिवासियों के हितों की सुरक्षा के लिए प्रदेश के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री श्री साय का अभिनंदन किया और गदा भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास के लिए 27 करोड़ 72 लाख रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया तथा शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत हितग्राहियों को सामग्री और सहायता राशि के चेक वितरित किए।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरगुजा अंचल ने एक इतिहास रचा है, यहां की जनता ने जो आशीर्वाद दिया, आज सरगुजा का बेटा प्रदेश का मुखिया बना है, यह गर्व की बात है। डॉ सिंह ने कहा हमारे कार्यकाल में बिंझिया समाज सहित 12 जातियों के मात्रात्मक त्रुटि के निराकरण करने के लिए विशेष प्रयास किए थे और उसी का परिणाम रहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 में इन वर्गों के साथ न्याय करते हुए इन जातियों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल किया। इस फैसले से इन जातियों के लगभग 25 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं। मात्रात्मक त्रुटि के कारण बिंझिया समाज के लोगों को जनजातियों को मिलने वाले लाभ नहीं मिल पा रहे थे। डॉ. सिंह ने कहा कि बिंझिया समाज द्वारा आज ऐतिहासिक आयोजन किया गया। इस समाज के लोगों ने भाव-विभोर होकर मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।
बिंझिया जाति को जनजाति का दर्जा दिलाने में प्रधानमंत्री श्री मोदी का महत्वपूर्ण योगदान-समाज के महासम्मेलन में पहुंचे साठ वर्षीय श्री भगवान राम सिरदार व पैंसठ वर्षीय श्री बेचन राम ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि बिंझिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने में महत्वपूर्ण योगदान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का है। उन्होंने बताया कि अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से बिंझिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की जा रही थी। मात्रात्मक त्रुटि होने के कारण अनुसूचित जनजाति वर्ग को मिलने वाले लाभ से इस तबके को वंचित होना पड़ा था। उन्होंने बताया कि बिंझिया समाज कृषि, मजदूरी के कार्य से जुड़े हैं। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर इस समाज में शिक्षा व स्वास्थ्य के प्रति अब विशेष जागरूकता आने लगी है।
इस समाज को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में लाने के लिए लगातार प्रयासरत रहे। वर्ष 2011 में छत्तीसगढ़ सरकार ने इस समाज की पीड़ा को महसूस किया और भारत सरकार को बिंझिया सहित 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजा। प्रधानमंत्री जी की सहृदयता से वर्ष 2022 में लोकसभा व राज्यसभा में बिंझिया समाज सहित बारह जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की सहमति मिली और 2022 में राजपत्र में इस बाबत प्रकाशन हुआ। महासम्मेलन में बिंझिया जाति को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए समाज ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है।
कार्यक्रम में विधायक श्री भूलन सिंह मरावी, विधायक उद्देश्वरी पैकरा, विधायक श्री राजेश अग्रवाल, विधायक श्रीमती शकुन्तला पोर्ते, पूर्व विधायक श्री राम सेवक पैकरा, पूर्व सांसद श्री कमल भान सिंह, बिंझिया समाज के अध्यक्ष श्री भुवाल सिंह सिरदार सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में ग्रामीण मंच पर उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज अम्बिकापुर पहुंच कर मां महामाया मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना कर माँ महामाया का आशीर्वाद लिया। उन्होंने प्रदेश और देश की तरक्की, शांति और प्रदेश वासियों की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव तथा उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ की टीम ने बालक वर्ग में दिल्ली को और बालिका वर्ग में हरियाणा को हराकर बनी विजेता
रायपुर : 67वीं राष्ट्रीय बॉस्केटबॉल शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के चैम्पियनशिप का खिताब छत्तीसगढ़ ने जीत लिया है। बीते 4 जनवरी से राजनांदगांव में आयोजित इस स्पर्धा के फाइनल मुकाबले में छत्तीसगढ़ की बालक-बालिका टीम ने अपनी प्रतिद्वंदी टीमों को पराजित कर स्वर्ण पदक हासिल किया। छत्तीसगढ़ बालक 14 वर्ष की टीम ने दिल्ली को और बालिका 17 वर्ष की टीम ने हरियाणा को पराजित किया और चैम्पियनशिप का खिताब छत्तीसगढ़ के नाम किया।
स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया नई दिल्ली द्वारा संचालित एवं स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित 67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 4 जनवरी से 7 जनवरी तक राजनांदगांव में आयोजित हुई। दिग्विजय स्टेडियम के बॉस्केटबाल कोर्ट में खेले गये 14 वर्ष बालक वर्ग के फायनल मैच में मेजबान छत्तीसगढ़ के खिलाडिय़ों ने अच्छे खेल का प्रदर्शन करते हुए एकतरफा मैच में दिल्ली को 30 के विरूद्ध 45 अंकों से पराजित करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। बालक वर्ग में तीसरे स्थान पर सीबीएसईडब्ल्यूएसओ एवं चौथे स्थान पर राजस्थान की टीम रही।
प्रतियोगिता में मेजबान छत्तीसगढ़ की 17 वर्ष बालिका टीम ने फाइनल मैच में संघर्ष पूर्ण मुकाबले में हरियाणा को 38 के विरूद्ध 42 अंकों से हराकर विजेता बनी और स्वर्ण पदक हासिल किया। बालिका वर्ग में तीसरे व चौथे स्थान के लिए खेले गये मैच में सीबीएसईडब्ल्यूएसओ ने महाराष्ट्र को आसान मैच में 36-18 अंकों से हराकर कांस्य पदक प्राप्त किया।
मेजबान छत्तीसगढ़ की बालक व बालिका टीम दोनों वर्गों में विजेता रही और चैम्पियनशिप के खिताब पर कब्जा किया। विजेता, उपविजेता सहित सभी प्रतिभागी, कोच, मैनेजर एवं अन्य सहयोगियों को पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिता में आन्ध्रप्रदेश, सीबीएसई, चण्डीगढ़, छत्तीसगढ़, सीआईएससीई, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईबीएसएसओ, आईपीएससी, जम्मू एण्ड कश्मीर, कर्नाटक, केन्द्रीय विद्यालय, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नवोदय विद्यालय, पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, विद्या भारती, पश्चिम बंगाल, बिहार, मणिपुर और ओड़िसा की टीमों ने हिस्सा लिया। -
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सामाजिक परिचय सम्मेलनों और आदर्श सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता
सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति द्वारा आयोजित सतनामी युवक-युवती परिचय सम्मेलन को मुख्यमंत्री ने किया संबोधित
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित खालसा स्कूल परिसर में सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति द्वारा आयोजित सतनामी युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज के लिए लाभदायक होते हैं। समाज के गुरु बालदास साहब ने अपने पुत्र का विवाह, समाज द्वारा आयोजित परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह में कराकर समाज के सामने एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से वर-वधु खोजने के लिए कहीं जाना नहीं पड़ता, एक मंच पर ही विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय प्राप्त होता है। आगे चलकर वे विवाह के पवित्र बंधन में बंधते हैं। ऐसे आयोजनों से समय और धन की बचत होती है। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में शामिल होने वाले युवक-युवतियों को उज्जवल भविष्य के लिए आशीर्वाद प्रदान करते हुए शुभकामनाएं दी। उन्होंने सतनामी समाज द्वारा आयोजित इस परिचय सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि पश्चिमी संस्कृति में विवाह भले ही कॉन्ट्रेक्ट होता है लेकिन हमारी संस्कृति में विवाह एक पवित्र संस्कार और सात जन्मों का साथ होता है। ऐसे आयोजनों से दो परिवारों को शादी संबंध स्थापित करने में काफी सहूलियत होती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इसके पहले बाबा गुरू घासीदास जी की पूजा अर्चना कर एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर भंडारपुरी गद्दीनशीन धर्म गुरु श्री बालदास साहब, नवनिर्वाचित विधायक गुरु श्री खुशवंत साहब, पूर्व राज्य सांसद श्री भूषण लाल जांगड़े, पूर्व लोकसभा सांसद श्री गोविंद राम मिरी, समाज के संरक्षक श्री सरजू प्रसाद घृतलहरे, सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति के अध्यक्ष श्री जय बहादुर बंजारे भी उपस्थित थे। समाज द्वारा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का शाल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ध्येय वाक्य ‘‘सबका साथ, सबका विकास। सबका विश्वास और सबका प्रयास‘‘ का अनुसरण कर रही है। हमने लोगों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए मोदी जी की गारंटी पर अमल की शुरूआत कर दी है। उन्होंने सतनामी समाज द्वारा नवा रायपुर में सामाजिक गतिविधियों के लिए जमीन की मांग के संबंध में कहा कि राज्य सरकार सतनामी समाज के विकास के लिए जो भी जरूरी सहयोग होगा करेगी। नवा रायपुर में सामाजिक गतिविधियों के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग पर विचार करेंगे।
गुरू श्री बालदास साहब ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर समाज में विवाह योग्य युवक-युवतियों के परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने समाज के सभी लोगों से ऐसे सामाजिक आयोजनों में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने परिचय सम्मेलन में शामिल होने वाले युवक-युवतियों को आशीर्वाद प्रदान किया। सतनामी उत्थान एवं जागृति समिति के अध्यक्ष श्री जय बहादुर बंजारे ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि उनकी समिति द्वारा 23 वर्षों से परिचय सम्मेलन और आदर्श सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे विभिन्न आयोजनों में अब तक लगभग 19 हजार 500 विवाह योग्य युवक-युवतियों ने अपना परिचय दिया। जिनमें से लगभग 65 प्रतिशत विवाह के पवित्र बंधन में बंधे। नवनिर्वाचित विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए आयोजन की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज को लाभ मिलता है। युवक-युवतियों और उनके परिवारजनों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिलता है। आसानी से विवाह संबंध बनते है। और शादी- ब्याह में समय और धन की बचत होती है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज शाम यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में साउथ एशियन थाईबॉक्सिंग चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता कोरबा जिले के श्री राजेश कुमार ने सौजन्य मुलाकात की। श्री राजेश कुमार ने बताया कि नेपाल के काठमांडू में 27 से 29 दिसंबर तक अयोजित इस चैंपियनशिप में भारत, नेपाल,श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान को मिलाकर लगभग 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया था।जिसमें छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने 3 स्वर्ण पदक सहित कुल 9 पदक हासिल किए। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी और लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित भी किया। इस दौरान आर.पी.आई. के छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री अभिषेक वर्मा, श्री दीपक प्रसाद और मनीष सचदेव मौजूद थे।
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रायपुर : जनसंपर्क विभाग के आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव ने पदभार ग्रहण करने के पश्चात आज शाम राज्य अतिथि गृह पहुना में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें नये दायित्व के लिए शुभकामनाएं दीं। -
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जगदलपुर का मुरिया दरबार और बड़े डोंगर का लिमऊ राजा होंगे केंद्रीय विषय
28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी चयनित
अनूठे विषय और डिजाइन ने विशेषज्ञों को रिझाया
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सफलता पर बधाई दी, प्रदेश के लिए बड़ा अवसर बताया
रायपुर : देश के 28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी "बस्तर की आदिम जनसंसद : मुरिया दरबार" को इस साल नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र-दिवस परेड के लिए चयनित कर लिया गया है। नई-दिल्ली स्थित कर्तव्यपथ पर होने वाली परेड के लिए 28 में से 16 राज्यों का चयन किया गया है। झांकी का अनूठा विषय और डिजाइन रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति को रिझाने में कामयाब रहा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य को मिली इस महत्वपूर्ण सफलता पर बधाई दी है, उन्होंने इसे प्रदेश के लिए एक बड़ा अवसर बताया है।
छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम 'भारत लोकतंत्र की जननी' पर आधारित है। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय "आदिम जन-संसद" के अंतर्गत जगदलपुर के मुरिया दरबार और उसके उद्गम-सूत्र लिमऊ-राजा को दर्शाया गया है। मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है, जो 600 सालों से चली आ रही है। इस परंपरा के उद्गम के सूत्र कोंडागांव जिले के बड़े-डोंगर के लिमऊ-राजा नामक स्थान पर मिलते हैं। इस स्थान से जुड़ी लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब आदिम-समाज एक नीबू को राजा का प्रतीक मानकर आपस में ही निर्णय ले लिया करता था।
झांकी की थीम व डिजाइन स्थानीय स्तर पर वृहद अन्वेषण और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में तैयार की गई। इस विषय वस्तु पर आधारित झांकी को पांच चरणों की कठिन प्रक्रिया के बाद अंतिम स्वीकृति मिली है। रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति के सामने थीम और डिजाइन के चयन के बाद झांकी का थ्रीडी मॉडल प्रस्तुत किया गया। अंत में संगीत चयन के साथ ही झांकी को अंतिम स्वीकृति मिल गई। झांकी की थीम और डिजाइन ने चयनकर्ताओं को खासा आकर्षित किया।परेड में शामिल होने वाली झांकियों के लिए सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालय और विभागों से रक्षा मंत्रालय प्रस्ताव मांगता है। इन प्रस्तावों का मूल्यांकन किया जाता है। झांकियों के चयन के लिए विशेषज्ञ समिति के साथ विभिन्न चरणों में कई बैठकें होती हैं। कमेटी में कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला के क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्ति, कोरियोग्राफर आदि शामिल रहते हैं। विशेषज्ञ समिति थीम के आधार पर प्रस्तावों की जांच करती है। सिफारिशें करने से पहले कमेटी द्वारा अवधारणा, डिजाइन और इसके दृश्य प्रभाव पर ध्यान दिया जाता है। -
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बचपन में क्रिकेट में इतनी रुचि थी कि लकड़ी से खुद बनाते थे बैट,मुख्यमंत्री श्री साय ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष श्री सौरव गांगुली से सौजन्य मुलाकात में बताया
मुख्यमंत्री से श्री गांगुली ने रायपुर प्रवास पर कहा कि मैं पहली बार छत्तीसगढ़ आया हूँ यहां का स्टेडियम बहुत अच्छा लगामुख्यमंत्री से पूछा कि आप कोलकाता आये हैं क्या, मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में अक्सर आना होता थामुख्यमंत्री को श्री गांगुली ने भेंट किया हस्ताक्षरित बल्ला, मुख्यमंत्री ने उन्हें बेल मेटल से बनी मूर्ति भेंट की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज सौजन्य मुलाकात करने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष श्री सौरव गांगुली पहुंचे। श्री गांगुली ने मुख्यमंत्री को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने भी श्री गांगुली को बधाई दी। इस दौरान क्रिकेट पर, छत्तीसगढ़ पर और विभिन्न विषयों पर औपचारिक चर्चा हुई।
चर्चा के दौरान श्री गांगुली ने मुख्यमंत्री से क्रिकेट में रुचि के बारे में पूछा। मुख्यमंत्री ने बताया कि क्रिकेट में इतनी रुचि थी कि गांव में क्रिकेट खेलने लकड़ी से खुद बल्ला तैयार करते थे। जशपुर जिले के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि हमारे यहां हाकी खेली जाती है। यहां पर पहाड़ी कोरवा जनजाति तीरंदाजी बहुत कौशल से करते हैं इसलिए तीरंदाजी में भी खिलाड़ी खूब रुचि लेते हैं।
श्री गांगुली ने बताया कि वो पहली बार छत्तीसगढ़ आये। यहां नवा रायपुर का स्टेडियम बहुत अच्छा है। मुझे बताया गया कि यहां अंतरराष्ट्रीय मैच हुए हैं और सचिन जैसे मशहूर खिलाड़ी भी यहां खेल चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि आपका कभी कोलकाता में आना हुआ क्या। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में स्टील मंत्रालय देखने के दौरान कोलकाता काफी जाना होता था। श्री गांगुली ने छत्तीसगढ़ के बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री से पूछा। मुख्यमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ वनसंपदा से समृद्ध है। प्राकृतिक रूप से काफी खूबसूरत है। खनिज से भी समृद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर श्री गांगुली का बेल मेटल से निर्मित मूर्ति और शॉल भेंट कर अभिनन्दन किया। श्री गांगुली ने मुख्यमंत्री को सम्मानपूर्वक अपना हस्ताक्षर किया हुआ बल्ला भेंट किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ पी. दयानन्द भी उपस्थित थे। विधायक श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री और श्री गांगुली को इस मौके पर जगन्नाथ पुरी से लाया गया भगवान श्री जगन्नाथ का प्रसाद और छायाचित्र भेंट किया।
क्या बाघ का फोटोग्राफ मोदी जी ने यहीं लिया था श्री गांगुली ने पूछा कि क्या कान्हा भी छत्तीसगढ़ में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नहीं यह मध्यप्रदेश में है। हमने रायपुर में जंगलसफारी बनाया है। यहां प्रधानमंत्री मोदी जी भी आ चुके हैं। श्री गांगुली ने कहा कि हाँ, बाघ का फोटो लेते हुए मोदी जी का एक फोटोग्राफ मैंने देखा था। क्या ये यहीं का था। मुख्यमंत्री ने बताया कि हां ये यहीं का ही है।
यहां का सुगंधित चावल प्रसिद्ध, श्री रामलला को भी भेजा गया मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री गांगुली को बताया कि अयोध्या में नवनिर्मित श्री राम मंदिर में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भोग के लिए छत्तीसगढ़ से 300 मीट्रिक टन सुगंधित चावल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने अपनी रामलला दर्शन योजना के तहत राज्य के नागरिकों को निःशुल्क अयोध्या दर्शन कराने का भी फैसला लिया है।
वित्त मंत्री ने कहा, आपके आफसाइड शाट रोमांचित करते थे इस मौके पर वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने बातचीत के दौरान श्री गांगुली से कहा कि जब आप क्रीज में होते थे तो हम सब बहुत रोमांचित रहते थे। विशेष रूप से आपके आफसाइड शाट हम सबको बहुत रोमांचित करते थे। -
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बोनस राशि के भुगतान में हीला-हवाला करने वाले बैंकर्स के विरूद्ध होगी कार्रवाई
किसानों से कमीशन मांगने वाला करगी रोड का सहकारी बैंक प्रबंधक निलंबित
कलेक्टर बिलासपुर ने की कार्रवाई
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के किसानों को 25 दिसम्बर को प्रदाय की गई धान बोनस की राशि के आहरण में सहकारी बैंकों के प्रबंधकों द्वारा टाल-मटोल किए जाने के शिकायत मिलने पर गहरी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने अपेक्स बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सभी सहकारी बैंकों के प्रबंधकों को किसानों की मांग के आधार पर उनके खाते से तत्परता से राशि का आहरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसानों को अपने बैंक खाते से राशि निकालने में किसी भी तरह की दिक्कत न हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में कलेक्टरों द्वारा जिले में इस व्यवस्था पर निगरानी सुनिश्चित कराने के साथ ही हीला-हवाला करने वाले बैंकर्स के विरूद्ध कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बिलासपुर जिले के करगी रोड सहकारी बैंक के प्रबंधक द्वारा धान बोनस की राशि आहरण में किसानों से कमीशन मांगे जाने की शिकायत की प्रारंभिक जांच सही पाये जाने पर वहां के प्रभारी शाखा प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर श्री अवनीश शरण के निर्देश पर जिला सहकारी बैंक के सीईओ द्वारा आज निलंबन आदेश जारी कर दिया गया है। गौरतलब है कि प्रभारी शाखा प्रबंधक श्री हरिश कुमार वर्मा के विरूद्ध किसानों ने कमीशन मांगे जाने एवं नहीं दिये जाने पर अभद्र व्यवहार करने की शिकायत की थी। कलेक्टर ने मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। प्रथम दृष्टया शिकायत सही पाये जाने के फलस्वरूप प्रभारी प्रबंधक के निलंबन की कार्रवाई की गई है। -
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नया साल सभी लोगों के जीवन में खुशहाली लाए: श्री विष्णु देव साय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को नववर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि नया वर्ष सभी लोगों के जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली लाए। मुख्यमंत्री श्री साय ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में कहा है कि नया साल नई उम्मीदें लेकर आता है। छत्तीसगढ़ में नयी सरकार प्रदेशवासियों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए सकारात्मक ऊर्जा के साथ आई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छत्तीसगढ़ की जनता को दी गई गारंटी को पूरा करने के लिए सरकार संकल्पित है।
श्री साय ने कहा कि मुझे खुशी है कि पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के 25 दिसम्बर को जन्म दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के 12 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में दो वर्ष के बकाया धान बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए का अंतरण कर दिया गया है। हमने सरकार बनते ही गरीबों के लिए 18 लाख आवास स्वीकृत करने का निर्णय लिया। हम गरीब भूमिहीन मजदूरों को 10 हजार रुपए सालाना भी देंगे। विवाहित महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना के अंतर्गत हर माह 1000 रूपए देने का प्रावधान भी अनुपूरक बजट में कर दिया है। अब माताओं, बहनों के खाते में साल में 12000 रूपए आएगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ का विकास हमारी प्राथमिकता है। ’सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के ध्येय वाक्य के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता से किया हर वादा हम पूरा करेंगे। नया वर्ष सबके जीवन में नई उमंग और उत्साह लेकर आए। -
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विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान लोगों को दी जा रही है स्वास्थ्य सम्बंधित विभिन्न सुविधाएं
शिविरों में हितग्राहियों को वितरित किए जा रहे हैं आयुष्मान व सिकल सेल कार्ड
रायपुर : प्रधानमंत्री के विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने एवं अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ मिले इस हेतु विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की गई है | प्रदेश में विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत सभी जिलों में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है| इन शिविरों में लोगों के की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग के साथ ही स्वास्थ्य से सम्बंधित विभिन्न सुविधाएं भी प्रदान कीजा रही है | शिविरों में हितग्राहियों को सिकलसेल कार्ड, आयुष्मान कार्ड के साथ ही टी.बी. मरीजों को फ़ूड बास्केट भी प्रदान किए जा रहे हैं |
प्रदेश में विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत 15 दिसम्बर 2023 से की गई है | अब तक प्रदेश में 3 हजार 242 कैंप लगाए जा चुके हैं | अपने जशपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा इन कैम्पों में जाकर हितग्राहियों से मिलकर सिकलसेल कार्ड एवं आयुष्मान कार्ड दिए गए एवं टी.बी. मरीजों को फ़ूड बास्केट वितरित किए गए | अब तक इन शिविरों में 7 लाख से अधिक लोगों की टी.बी. स्क्रीनिंग की गई है साथ ही 1 हजार 325 लोग निक्षय मित्र बन टी.बी. मरीजों की मदद के लिए आगे आएं हैं जिनमें मुख्मंत्री श्री विष्णु देव साय भी शामिल हैं उन्होंने टीबी रोग के सम्पूर्ण उन्मूलन के लिए लोगों से निक्षय मित्र बनकर आगे आने की अपील की है |
कैम्पों में 5 लाख 40 हजार से अधिक लोगों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की सलाह दी गई | शिविरों में 4 लाख 99 हजार से अधिक की रक्तचाप जाँच, 4 लाख 85 हजार की मधुमेह जाँच, 2 लाख 88 हजार की सिकलसेल जाँच एवं 59 हजार से अधिक की एनसीडी स्क्रीनिंग कर उच्च स्वास्थ्य संस्था रेफर किए गए हैं | विकसित भारत संकल्प यात्रा में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अब तक 54 हजार 459 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं एवं इन शिविरों में 1 लाख 80 हजार से अधिक हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके हैं | -
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कार्गाे हब के निर्माण से प्रदेश में फलेगा-फूलेगा व्यापार-व्यवसाय
छत्तीसगढ़ राईस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
एसोसिएशन ने किया मुख्यमंत्री श्री साय का स्वागत और अभिनंदन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन द्वारा राजधानी रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयोजित अभिनंदन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय का समारोह में मिलर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने ड्रायफ्रूट की माला, साफा और गजमाला पहनाकर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने अभिनंदन समारोह के आयोजन के लिए मिलर्स एसोसिएशन को धन्यवाद देते हुए नववर्ष की अग्रिम बधाई दी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि धान की फसल हमारे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का आधार है। किसान और राइस मिलर्स हमारी अर्थव्यवस्था को दो पहिए हैं। हमारी अर्थव्यवस्था की मजबूती और गतिशीलता के लिए दोनों पहियों की मजबूती और गतिशीलता बहुत जरूरी है। यह जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की है। हम मिल-जुलकर प्रदेश के चावल उद्योग को नयी ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम सबके लिए बहुत खुशी की बात है कि छत्तीसगढ़ में धान का उत्पादन लगातार बढ़ा है। इससे चावल उद्योग के क्षेत्र में नयी संभावनाओं का जन्म हो रहा है। आज छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठा चावल के महत्वपूर्ण निर्यातक राज्य के रूप में स्थापित हो चुकी है। अभी छत्तीसगढ़ में परिवहन के क्षेत्र में बहुत कुछ करना शेष है। अन्य राज्यों से हमारी कनेक्टिविटी बढ़े, रेल नेटवर्क और मजबूत हो, साथ ही एयर कनेक्टिविटी भी मजबूत होनी चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी अध्यक्षता में हुई मध्य क्षेत्रीय परिषद् की 23 वीं बैठक में छत्तीसगढ़ में कार्गाे हब बनाने की स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके निर्माण से प्रदेश में व्यापार-व्यवसाय फलेगा-फूलेगा। कल ही राज्य के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हुआ है। परिवहन विभाग की जिम्मेदारी मेरे पास है। परिवहन के विकास के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में हम नये आयाम स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ सरकार की कृषि हितैषी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप इस साल राज्य के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी हो रही है। प्रति एकड़ धान खरीदी की यह मात्रा बीते खरीफ की तुलना में लगभग 6 क्विंटल ज्यादा है। धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य 130 लाख मेट्रिक टन है, लेकिन इससे कहीं ज्यादा खरीदी होने की उम्मीद है। उन्होंने मिलर्स एसोसिएशन के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि यह मिलर्स और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है कि कस्टम मिलिंग का काम बहुत तेजी से किया जाए, ताकि छत्तीसगढ़ के कोटे का चावल सेंट्रल पूल में तेजी से जमा कराया जा सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य के सभी मिलर्स से पूरी क्षमता से और तेजी से मिलिंग करने की अपील की।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि और भगवान श्री राम का ननिहाल है। छत्तीसगढ़ से भांचा राम के लिए सुगंधित चांवल भेजा जा रहा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राईस मील बड़ा व्यवसाय है। कृषि की प्रगति में भी राईस मिलर्स का बड़ा सहयोग है। सांसद श्री सुनील सोनी एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
समारोह में सांसद श्री सुनील सोनी, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायक श्री संपत अग्रवाल एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश राईस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री योगेश अग्रवाल सहित सभी पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे। -
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राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बिरहोरों से ली प्रधानमंत्री जनमन योजना से मिल रहे लाभ की जानकारी
आठवीं तक पढ़ी युवती उर्मिला को रोजगार दिलाने के दिये निर्देश
बिरहोर जनजाति के लोगों को मिले उज्ज्वला गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड और आयुष्मान कार्ड
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश की सबसे पिछड़ी विशेष जनजातियों के समुचित विकास के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री जनमन योजना की जमीनी हकीकत जानने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलुंगा विकासखंड के ग्राम भुईंयापानी पहुंचे। उन्होेंने यहां छत्तीसगढ़ की विशेष पिछड़ी जनजातियों में शामिल बिरहोर परिवारों से रूबरू होकर उन्हें इस योजना से मिल रहे लाभ की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री साय ने राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बिरहोर परिवारों से अलग-अलग बातचीत कर स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सहित मूलभूत सुविधाओं के बारे में चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आप सभी के विकास के लिए सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। इसके लिए उन्होंने जो जनजातियां विशेष रूप से पिछड़ी हैं उनके लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना शुरू की है। इसका लाभ आप लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं, इसे जानने मैंने आप लोगों के बीच भुईंयापानी आने का निर्णय लिया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश की 5 विशेष पिछड़ी जनजातियों में बिरहोर जनजाति भी शामिल है। आज बिरहोरों की संख्या बहुत कम है, रायगढ़ जिले में इनकी जनसंख्या करीब 1100 है। पीएम जनमन योजना में प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ आयुष्मान कार्ड, उज्ज्वला योजना सहित शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ विशेष रूप से पिछड़ी जनजातियों को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम जनमन योजना में आप लोगों के लिए गैस चूल्हा से लेकर मकान तक सारी योजना सरकार के पास हैं, हम इनका लाभ आप सभी को देंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर हितग्राहियों को पीएम जनमन योजना के अंतर्गत उज्ज्वला योजना में गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड वितरित किए।
आठवीं तक पढ़ी बिरहोर युवती उर्मिला, मुख्यमंत्री ने रोजगार उपलब्ध कराने के दिये निर्देश- मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मिलने पहुंची उर्मिला से उन्होंने पूछा कि सरकार की किन योजनाओं का लाभ मिला है। उर्मिला ने बताया कि उसका राशन कार्ड अभी बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले पांच सालों तक निःशुल्क चावल देने का निर्णय लिया है। उर्मिला से मुख्यमंत्री ने पूछा कि पढ़ाई कहां तक हुई है। उर्मिला ने बताया कि आठवीं तक पढ़ी हूँ।मुख्यमंत्री ने इस पर बहुत खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने चर्चा में कहा कि बिरहोर आबादी इस जिले में 1100 के आसपास है। सरकार के साथ ही वनवासी कल्याण आश्रम ने भी शिक्षा के लिए काफी काम किया है। मुझे खुशी है कि हम लोग भी इस दिशा में कार्य करते थे क्योंकि आगे बढ़ने के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही अधिकारियों को कहा कि उर्मिला ने विषम परिस्थितियों के बाद भी आठवीं तक की पढ़ाई कर ली है, अब इसके रोजगार की व्यवस्था कीजिए।
घासीराम से मुख्यमंत्री ने की बातचीत, कहा आयुष्मान बन गया है तो स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं-
मुख्यमंत्री श्री साय ने घासीराम से भी चर्चा की। उन्होंने आयुष्मान कार्ड के बारे में घासीराम से पूछा। घासीराम ने बताया कि उनका आयुष्मान कार्ड बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे दस लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज हो जाएगा। घासीराम से मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे अधिकारी आपके पास आते रहेंगे। आपको किसी भी तरह की समस्या हो, उन्हें बताइये, वे इसे अवश्य हल करेंगे।
नन्हीं अंजू को दुलारा, कहा खूब पढ़ाई करो बेटा-
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उपस्थित बिरहोर जनजाति के लोगों को उपहार भी भेंट किए। उन्होंने नन्हीं अंजू से बात की और उसे पास बुलाकर दुलारा। उन्होंने अंजू से पूछा कि वो कौन सी क्लास में पढ़ती है। अंजू ने बताया कि वो दूसरी कक्षा में है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बिरहोर समुदाय के लोगों से कहा कि बच्चों को खूब पढ़ाइये। जितना ज्यादा पढ़ेंगे, ये बच्चे उतनी ही तरक्की करेंगे।
बिरहोर जनजाति के हितग्राहियों को मिला योजनाओं का लाभ -
भुईंयापानी में आज बिरहोर जनजाति के घासीराम बिरहोर, बिमला बिरहोर, सुकनी बिरहोर एवं किरण बिरहोर के आयुष्मान कार्ड बनाये गये। इस तरह किरण बिरहोर, करीना बिरहोर, कन्दरू बिरहोर, सुनीता बिरहोर एवं आकाश बिरहोर के आधार कार्ड बनाये गये। साथ ही उर्मिला बिरहोर, सुकनी बिरहोर, सजाराम बिरहोर, अनिता बिरहोर, पंचराम बिरहोर एवं परमिला बिरहोर के राशन कार्ड बनाये गये। फुलवती बिरहोर, नान्हीबाई बिरहोर एवं सोहरिन बिरहोर के उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन के कार्ड बनाए गए। सुकनी एवं नान्हीबाई बिरहोर के मनरेगा जॉब कार्ड बनाए गए।
गौरतलब है कि पीएम जनमन योजना के अंतर्गत 9 केन्द्रीय मंत्रालयों के माध्यम से 11 महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के सर्वांगीण विकास के लिए किया जाना है। इन योजनाओं में पक्के घर, पक्की सड़क, नल से जल-समुदाय आधारित पेयजल, छात्रावासों का निर्माण, मोबाइल मेडिकल यूनिट, आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से पोषण, बहुउद्देशीय केन्द्रों का निर्माण, घरों का विद्युतीकरण (ग्रिड तथा सोलर पावर के माध्यम से), वनधन केन्द्रों की स्थापना, इंटरनेट तथा मोबाइल सर्विस की उपलब्धता और आजीविका संवर्धन हेतु कौशल विकास शामिल हैं। इन सभी गतिविधियों का क्रियान्वयन मिशन मोड में तीन वर्ष की अवधि में पूर्ण कर सभी बसाहटों को आवश्यकतानुसार अधोसरंचनात्मक रूप से सुदृढ़ बनाना है।
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर त्वरित अमल
शाम तक उर्मिला बिरहोर को मिला रोजगार
अपने ही गांव के कन्या आश्रम में अब काम करेगी उर्मिला
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का रायगढ़ जिले का भुईंयापानी प्रवास उर्मिला बिरहोर के परिवार के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिरहोर समुदाय की उर्मिला को तत्काल रोजगार मिल गया है। उर्मिला अब अपने गांव के कन्या आश्रम में काम करेगी। उर्मिला ने मुख्यमंत्री की संवेदनशील पहल के लिए आभार जताया है।
दरअसल मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय के लोगों से मुलाकात करने रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखण्ड के ग्राम भुईंयापानी पहुंचे थे। चर्चा के दौरान जब मुख्यमंत्री श्री साय को यह जानकारी मिली कि बिरहोर समाज की उर्मिला आठवीं तक पढ़ी हैं, तो उन्होंने आश्चर्य मिश्रित खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विशेष पिछड़े जनजातीय समुदाय में जब पढ़े-लिखे युवाओं की संख्या काफी कम है। ऐसे में उर्मिला का शिक्षित होना खुशी की बात है। उन्होंने तत्काल मौके पर ही कलेक्टर श्री कार्तिकेय गोयल को उर्मिला के लिए रोजगार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की इस संवेदनशील पहल से शाम तक उर्मिला को खुशखबरी मिल गई। उर्मिला अब अपने ही गांव कुर्रा के आदिवासी कन्या आश्रम में रसोईया के पद पर 30 दिसंबर से काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान कहा कि विशेष पिछड़ी जनजाति का दर्जा प्राप्त बिरहोर समुदाय को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए जरूरी है, उन्हें शिक्षा और रोजगार से जोड़ा जाए। विशेष कर बिरहोर समुदाय की जो बच्चियां पढ़ी-लिखी हैं उन्हें रोजगार के अवसर मुहैय्या कराना चाहिए। इससे परिवार के साथ पूरे समुदाय के विकास की नींव सुदृढ़ होगी।
श्री साय ने उर्मिला बिरहोर से यह भी पूछा कि उन्हें सरकार की किन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उर्मिला ने बताया कि उनका राशन कार्ड बनाया गया है। अब राशन भी मिलेगा। -
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आतिशबाजी से कुनकरी में दीवाली सा माहौल
मुख्यमंत्री लोगों का अपार स्नेह और सम्मान देखकर हुए भाव-विभोर
मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए रोड शो में उमड़ पड़े लोग
रायपुर : मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ग्रामीणों से मिलने पहली बार अपने गृह जिले जशपुर के विभिन्न गांवों में पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में मांदर और ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया। अपनी माटी के लाल की एक झलक पाने के लिए शाम से ही लोग पलक-पावड़े बिछाकर उनका इंतजार कर रहे थे। ग्रामीणोें का उत्साह देखकर सहज ही यह अनुभूति हो रही थी कि उनका कोई अपना प्रदेश का मुखिया बना है। लोग अपने विशिष्ट अंदाज में मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए उत्साहित थे। पुष्प वर्षा, फूलों के हार और विजय तिलक लगाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। खुली जीप से उतर कर मुख्यमंत्री बड़ी आत्मीयता के साथ लोगों से मुलाकात करते रहे। इस अवसर पर विधायक श्रीमती गोमती साय भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री के जशपुर जिले के दुलदुला ब्लॉक के चिरईटांड पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के बीच ग्रामीणों ने जोशीले नारों और भरपूर ऊर्जा के साथ मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने पूरी विनम्रता के साथ ग्रामीणों का अभिवादन स्वीकार किया। ग्राम सलिहाटोली पहुंचने पर महिलाओं ने तिलक लगाकर और आरती उतारकर अपने लाडले मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
कुनकुरी के रोड शो में पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय लोगों का उत्साह देखकर उनसे मिलने गाड़ी से उतरे, लोगों ने फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया। उनकी झलक पाने के लिए महिलाएं और बच्चे घरों से निकलकर बाहर सड़कों पर आ गए। लगातार आतिशबाजी से कुनकुरी में दिवाली जैसा माहौल दिखा। बड़े बुजुर्ग सभी ने बढ़-चढ़कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। लोगों का स्नेह और सम्मान देखकर मुख्यमंत्री भाव विभोर हो उठे। रोड शो के दौरान लोग हाथों में अपने परिवार के नाम की तख्तियां लिये खड़े थे।इस मौके पर कुनकुरी के शासकीय बालक मिडिल स्कूल मैदान में अग्रवाल समाज द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय को लड्डुओं से तौला गया। लोगों ने जोरदार आतिशबाजी कर अपनी भावनाएं जाहिर की। कुनकुरी नगर पंचायत के डुगडुगिया चौक में महिलाओं ने पुष्प वर्षा के बीच पुष्पहार, आरती कर विजय तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया। रोड शो के दौरान मुख्यमंत्री को देखने बच्चे, बड़ों और बुजुर्गों की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री से मिलने लोगो में खुशी और हर्षाेल्लास का माहौल दिखा। डुगडुगिया में चौक सौंदर्यीकरण कार्य का मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया। चौक में फाउन्टेन लगाया गया है। क्षेत्र के लाडले मुख्यमंत्री के अपने क्षेत्र आने के खुशी में यहां ग्रामवासियांे द्वारा मेवा, मिष्ठान व लड्डुओं से तुलादान किया गया।
गौरतलब है कि काफी लंबे समय से मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस अंचल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हर सुख-दुख में वे ग्रामीणों के सहभागी रहे। उनके सरल, सहज और मिलनसार व्यक्तित्व के कारण वे अंचलवासियों के बीच लोकप्रिय हैं। अपने मृदुभाषी और आत्मीय व्यवहार के कारण वे सहज ही लोगों के दिलों में बसे हैं। लोगों को उनके साथ संवाद स्थापित करने में अपनेपन की अनुभूति होती है और उनके समक्ष लोग अपनी बात रख पाते हैं। -
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जशपुर को और अधिक सुंदर बनाएंगे, छत्तीसगढ़ को आगे ले जाएंगे
जशपुर की पावन धरा पर अपने पहले सम्बोधन में व्यक्त किया संकल्प
मुख्यमंत्री श्री साय ‘‘जशपुरिया माटी अटल सुशासन समारोह’’ में शामिल हुए
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि जशपुर को और अधिक सुंदर बनाएंगे, पूरे छत्तीसगढ़ को समृद्धि के रास्ते पर आगे ले जाएंगे, हम छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया को चरितार्थ कर दिखाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद आज जशपुर की पावन धरा पर अपने प्रथम आगमन पर रणजीता स्टेडियम में आयोजित ‘‘जशपुरिया माटी अटल सुशासन समारोह’’ को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर और पुष्प अर्पित कर समारोह का शुभारंभ किया। इस मौके पर लगभग 111 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जशपुर में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। शिक्षा, खेल और स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर बनाने की आवश्यकता है। पहाड़ी कोरवा जनजाति की खेल प्रतिभाएं धनुर्विद्या में पारंगत हैं। इन क्षेत्रों को विकसित करने के लिए मास्टर प्लान बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कलेक्टर और एसपी को मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जशपुर में सर्वसुविधायुक्त और आधुनिक चिकित्सालय की स्थापना के लिए योजना तैयार की जाए ताकि इस अंचल के लोगों को इलाज के लिए दूर न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास हमारा लक्ष्य है। मेरी सभी से सहयोग और मार्गदर्शन की अपेक्षा रहेगी।
मख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभालने के बाद मैं पहली बार जशपुर आया हूं। आप लोगों ने जिस प्यार और दुलार के साथ मेरा स्वागत किया है उसके लिए सभी को धन्यवाद। उन्होंने जशपुर की भूमि को प्रणाम करते हुए कहा कि यह मेरी कर्म भूमि रही है। पूर्व मंत्री एवं सांसद स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव जी मेरे राजनीति के आदर्श रहे हैं। जशपुर आगमन पर आप सभी ने जैसा स्वागत किया उसे मैं जीवन भर नहीं भूल पाऊंगा। यह स्वागत मेरा नहीं पूरे जशपुर का स्वागत है। उन्होंने कहा कि आज यहां 110 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण हुआ है। मैं आप सभी को बधाई देता हूं। आपके बेटे को बहुत बड़ा दायित्व मिला है, उसे पूरा करूंगा। उन्होंने कहा कि जशपुर को सुंदर बनाने के संबंध में आपके कोई सुझाव हो तो अवश्य दें। आप सभी का मार्गदर्शन मुझे मिलता रहे। मैं सदैव जशपुर का नाम रोशन करता रहूं।
श्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी के तहत छत्तीसगढ़ के सभी वर्ग के लोगों की खुशहाली की योजना तैयार की गई है। सभी वर्ग की चिंता करते हुए हमने छत्तीसगढ़ के लोगों से वायदा किया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आपको गारंटी दी थी कि हमारा पहला काम 18 लाख आवासहीनों का पक्का मकान बनाना होगा। उन्होंने कहा कि 13 दिसम्बर को हमने शपथ ली। शपथ-ग्रहण के दूसरे ही दिन कैबिनेट की बैठक बुलाकर प्रधानमंत्री आवास योजना से 18 लाख परिवारों के पक्के आवास स्वीकृत करने का निर्णय लेकर यह गारंटी पूरी कर दी। विधानसभा में इसके लिए बजट भी पारित करवा लिया गया है। उन्होंने कहा कि 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर राज्य के 12 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में दो साल के बकाया धान बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए का अंतरण भी कर दिया गया है। महतारी वंदन योजना अंतर्गत हमारी सरकार विवाहित महिलाओं को प्रतिवर्ष 12 हजार रूपए की राशि की सहायता देगी। गरीब परिवारों को 500 रूपए में गैस सिलेण्डर देने, तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा करने, चरण पादुका योजना पुनः प्रारंभ करने जैसी गारंटियों पर भी शीघ्र अमल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा छत्तीसगढ़ की धरती बहुत उर्वरा है, प्राकृतिक संसाधनों की यहां कमी नहीं है। पर्यटन के क्षेत्र में भी विकास की असीम संभावनाएं हैं। हम न केवल जशपुर जिले का बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का वैसा ही विकास करेंगे, जैसा लोगों की हमसे उम्मीदें हैं। श्री साय ने कहा कि पूर्व में जशपुर को बिलासपुर कमिश्नरी में शामिल कर दिया गया था, जिसे अब पुनः सरगुजा कमिश्नरी में शामिल करने का काम पूरा हो गया है। अपनी हाल की दिल्ली यात्रा का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री श्री अमित शाह, रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, सहित अनेक वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों से मेरी मुलाकात हुई सभी ने विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिलाया है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने समारोह में उपस्थित सभी लोगों को विकसित भारत का संकल्प दिलाया। समारोह के मुख्य मंच में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का स्वागत गजमाला एवं पुष्प गुच्छ से किया गया। मुख्यमंत्री को यहां मांदर भी भेंट किया गया, जिस पर उन्होंने थाप दी। मुख्यमंत्री के साथ मंच में विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, जशपुर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत, पूर्व राज्यसभा सांसद श्री रणविजय सिंह जूदेव सहित श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, श्री कृष्णा राय, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने समारोह में किसानों को धान बोनस का सर्टिफिकेट, विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के हितग्राहियों को सहायता राशि के चेक, उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों को गैस कनेक्शन, टीबी मरीजों को फूड बास्केट, हाथी मित्र दलों को किट, गर्भवती माताओं को सुपोषण किट, प्रदान किए। उन्होंने बच्चे का अन्नप्रासन कराकर गोद में उठाकर दुलारा। जशपुर में मुख्यमंत्री का गजमाला, फूलों की बारिश कर, लड्डुओं से तौलकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लगाई गई विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर पारंपरिक छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य व गीतों से मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का अब तक का राजनैतिक सफर चुनौती और संघर्षों से भरा रहा है। ग्राम पंचायत के पंच से लेकर राज्य का मुख्यमंत्री बनने तक उनकी जिंदगी में कई बार उतार-चढ़ाव आए हैं। छत्तीसगढ़ में एक सर्वमान्य नेता के रूप में राज्य का मुख्यमंत्री बनना उनके सहज-सरल व्यवहार निर्विवाद व्यक्तित्व और संघर्षों का प्रतिफल है।
श्री साय को छत्तीसगढ़ राज्य की बागडोर संभालने की जिम्मेदारी मिलने से बेहद प्रसन्न हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद श्री विष्णु देव साय 28 दिसम्बर को पहली बार अपने गृह जिला जशपुर एवं गृह ग्राम बगिया के प्रवास पर जा रहे हैं। उनके स्वागत-सत्कार को लेकर जशपुरवासी बेहद उत्साहित हैं। मुख्यमंत्री के पैतृक गांव बगिया में तो उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही उत्सव का माहौल है।
श्री विष्णु देव साय का मुख्यमंत्री बनने तक का सफर आसान नहीं रहा। संघर्षाें से भरी डगर में चलकर उन्होंने पंच से मुख्यमंत्री तक का मुकाम हासिल किया है। आदिवासी परिवार में जन्में श्री साय जब चौथी कक्षा में थे, तब उनके पिताश्री का निधन हो गया। सारे परिवार की जिम्मेदारी उनके कांधों पर आ गई थी। परिवार और पैतृक खेती को संभालने के साथ ही बड़ी मुश्किल से 11 वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसी बीच पारिवारिक पृष्ठभूमि से प्रभावित श्री साय ने सार्वजनिक जीवन में प्रवेश किया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का जन्म 21 फरवरी सन् 1964 को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखण्ड के ग्राम बगिया में हुआ। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले श्री साय ने लंबा राजनीतिक सफर तय कर यह ऊंचा मुकाम हासिल किया। उन्होंने तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश में सन् 1989 में बगिया ग्राम पंचायत के पंच के रूप में अपने राजनीतिक जीवन शुरुआत की। श्री साय सन् 1990 में ग्राम पंचायत बगिया के निर्विरोध सरपंच चुने गए। श्री साय सन् 1990 में पहली बार तपकरा विधानसभा से विधायक बने। श्री विष्णुदेव साय 1990 से 98 तक तत्कालिन मध्यप्रदेश के विधानसभा तपकरा से दो बार विधायक रहे। श्री विष्णुदेव साय सन् 1999 से लगातार रायगढ़ से 4 बार सांसद चुने गए। श्री विष्णुदेव साय ने 27 मई 2014 से 2019 तक केन्द्रीय राज्य मंत्री के रूप में इस्पात, खान, श्रम व रोजगार मंत्रालय का प्रभार संभाला।
श्री विष्णुदेव साय को अपने परिवार के राजनीतिक अनुभव का भी लाभ मिला। उनके बड़े पिताजी स्वर्गीय श्री नरहरि प्रसाद साय, स्वर्गीय श्री केदारनाथ साय लंबे समय से राजनीति में रहे। स्वर्गीय श्री नरहरि प्रसाद लैलूंगा और बगीचा से विधायक और बाद में सांसद चुने गए। स्वर्गीय श्री नरहरि प्रसाद केंद्र में संचार राज्यमंत्री भी रहे। स्वर्गीय श्री केदारनाथ साय तपकरा से विधायक रहे। श्री विष्णुदेव साय के दादा स्वर्गीय श्री बुधनाथ साय भी सन् 1947-1952 तक विधायक रहे। -
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रायगढ़ में 6.40 एकड़ में बना है भव्य अग्रोहा धाम
मानवता की सेवा में अग्रवाल समाज अग्रणी: मुख्यमंत्री श्री साय
रायगढ़ : लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज रायगढ़ में अग्रवाल समाज द्वारा निर्मित अग्रोहा धाम का लोकार्पण किया। महाराज चक्रधर की नगरी रायगढ़ में अग्रोहा धाम का निर्माण 6.40 एकड़ में हुआ है। अग्रोहा धाम सर्व समाज के सामाजिक कार्याे के लिए उपलब्ध रहेगा। इस भवन का संचालन अग्रोहा धाम चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। अग्रोहा धाम मध्य भारत का सबसे विशाल सर्व सुविधा युक्त सामाजिक भवन है। इसका निर्माण रायगढ़ के जिंदल रोड रायगढ़ में वृंदावन कालोनी के सामने कराया गया है। अग्रोहा धाम के लोकार्पण का यह गरिमामय कार्यक्रम लोकसभा के अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला के मुख्य आतिथ्य एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आयोजित हुआ।
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की इस औद्योगिक धरती, सांस्कृतिक धरती, हस्तकला की धरती में आज भगवान अग्रसेन की कृपा से अग्रोहा धाम के रूप में इस भवन का लोकार्पण हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि रायगढ़ आर्थिक राजधानी भी है और जनजातीय क्षेत्र भी है। यहां के बहुआयामी, समतामूलक समाज को आगे ले जाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री श्री साय की है। उन्होंने उम्मीद जतायी की श्री साय का राजनीतिक अनुभव, सहज कार्यशैली छत्तीसगढ़ राज्य को आगे लेकर जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि आज अग्रोहा धाम का लोकार्पण लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी की गरिमामय उपस्थिति में हुआ है। मेरा सौभाग्य रहा है कि मैंने उनके साथ पांच साल काम किया है। अग्रवाल समाज हमेशा मानवता की सेवा के लिए आगे रहता है। अग्रोहा धाम का निर्माण भी इसका उदाहरण है। इसका उपयोग सभी समाज के लोग करेंगे। उन्होंने इसके लिए सभी ट्रस्टियों और दानवीरों को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रायगढ़वासियों से मेरा अटूट संबंध रहा है। 20 साल तक आपने मुझे लोकसभा भेजा। आप लोगों के आशीर्वाद से मुझे मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां अस्पताल बनाने के लिए शासन की ओर से हर संभव सहयोग करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता से जो भी वायदे हमने मोदी की गारंटी के रूप में किया है, उसे पूरा करेंगे। इस ऐतिहासिक क्षण में रायगढ़वासियों से मिले स्नेह और सम्मान के लिए मुख्यमंत्री ने सभी का आभार जताया।
मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज बहुत सेवाभावी है। यह बहुत अच्छा भवन बना है। गरीबों की पढ़ाई, शादी और इलाज की व्यवस्था भी करें तो और भी बढ़िया काम होगा। उन्होंने अग्रोहा धाम के निर्माण के लिए यहां के ट्रस्टियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम सबकी जिम्मेदारी विकसित भारत बनाने की है। सरकार के साथ समाज मिलकर विकसित भारत के लिए काम करें। आप सभी के सहयोग से छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य बनेगा।
मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने अग्रोहा धाम के निर्माण के लिए अग्रवाल समाज को बधाई दी और कहा कि यह भवन रायगढ़वासियों के लिए काफी उपयोगी होगा। उन्होंने समाज सेवा के कार्यों में अग्रवाल समाज के लोगों की बढ़-चढ़कर भागीदारी की सराहना की और कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में रायगढ़ जिले के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री अमर अग्रवाल, पूर्व सांसद श्री नवीन जिंदल, विधायक श्री राजेश अग्रवाल, विधायक श्री संपत अग्रवाल, पूर्व मंत्री श्री कृष्ण कुमार गुप्ता एवं अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोपाल शरण गर्ग एवं अग्रवाल समाज के पदाधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि अमृतकाल के दौरान गुरू गोबिंद सिंह के साहिबजादों की शहादत की स्मृति नई पीढ़ी में गौरव का भाव भरेगी
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वीर बालक-बालिकाओं को राज्य शासन की ओर से 50-50 हजार रूपए दिए जाने की घोषणा
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी द्वारा आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के राज्य अतिथि गृह पहुना में वीर बाल दिवस के अवसर पर प्रदेश के 04 वीर बालक-बालिकाओं को उनके साहसिक व वीरतापूर्ण कार्य के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कोरबा के अमर ज्योति जाहिरे, महासमुंद की छाया विश्वकर्मा, धमतरी की जानवी राजपूत और धमतरी के भामेश्वरी निर्मलकर को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों को सम्मानित कर उनकी हौसला अफजाई की और राज्य शासन की ओर से चारों वीर बालक-बालिका को 50-50 हजार रूपए दिए जाने की घोषणा की। गौरतलब है कि 09 जनवरी 2022 को, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों-साहिबजादों की शहादत की स्मृति में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने वीर बाल दिवस के अवसर पर बलिदानी 04 वीर साहिबजादों को नमन करते हुए कहा कि उनकी शहादत हमें प्रेरित करती है। वीर साहिबजादों ने धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति देना स्वीकार किया। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृतकाल के दौरान इन साहिबजादों के बलिदान को चिर स्थायी बनाने के लिए वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की, हमारे लिए यह सौभाग्य की बात है। उन्होंने सम्मानित चारों वीर बालक-बालिकाओं के साहसिक कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि जान की परवाह किए बिना इन बच्चों ने अपने परिजनों व साथियों का जीवन बचाया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी द्वारा किए जा रहे सामाजिक व बौद्धिक कार्यों की सराहना की।
छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संरक्षक डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना ने कहा कि यह छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के सदस्य के रूप में हमारा सौभाग्य है कि हम लगातार दूसरे वर्ष वीर बालकों का सम्मान कर पा रहे है। बच्चों ने अपनी बुद्धिमता, सक्रियता और साहस का परिचय देते हुए अपनों की जान बचाई है। निश्चित ही अन्य बच्चों को भी इनके अदम्य साहस से प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने वीर बाल दिवस मनाने के लिए छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के प्रयासों का भी जिक्र किया। कार्यक्रम में सिक्ख ग्रंथी श्री अमरीक सिंह ने उन साहिबजादों का जीवन परिचय दिया जिनकी स्मृति में वीर बाल दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे गुरूओं ने हमें शहादत सिखायी है और आज भी धर्म की रक्षा के लिए संकल्पित हैं। ग्रंथी श्री सिंह ने वीर बालक-बालिकाओं को बधाई दी और अपने गुरूओं के बलिदानों को अमर बनाने वीर बाल दिवस मनाए जाने के लिए केन्द्र सरकार के पहल की सराहना की।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के डॉ. सी पी आडवाणी, डॉ. सुरभि दुबे, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संदीप दवे, सोसायटी के पदाधिकारीगण सहित वीर बालकों के परिजन और आमजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन डॉ. कुलदीप सोलंकी ने दिया तथा संचालन डॉ. रवि चौबे द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री के हाथों समानित हुए वीर बच्चे
छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के हाथों चार वीर बालक-बालिकाएं सम्मानित हुए। सम्मानित वीर बच्चों में कोरबा जिले के रहने वाले 15 वर्षीय अमर ज्योति जाहिरे ने पिकनिक के दौरान जान की परवाह किए बिना अपने दोस्त को डूबने से बचाया था। अमर के इस साहसपूर्ण कार्य के लिए उन्हें साहिबजादा अजीत सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी तरह महासमुंद जिले की रहने वाली 15 वर्षीय छाया विश्वकर्मा ने अपनी सूझ-बुझ से पागल कुत्ते से अपनी बहन की जान बचाई थी। उन्हें साहिबजादा जुझार सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
धमतरी जिले के कुरूद की रहने वाली 13 वर्षीय जानवी राजपूत ने हिम्मत दिखाते हुए करेंट की चपेट में आए अपने 05 वर्षीय भाई की जान बचाई। उन्हें साहिबजादा जोरावर सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी तरह धमतरी जिले की 12 वर्षीय भामेश्वरी निर्मलकर ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए तालाब में डूबने से दो बालिकाओं को बचाया। उन्हें साहिबजादा फतेह सिंह वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। -
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राजधानी रायपुर के नालंदा परिसर में लगाई गई है 7 दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनीरायपुर : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृतियों के संबंध में एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आरंभ की गई जनकल्याणकारी योजनाओं की झलक
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर स्थित नालंदा परिसर में सोमवार की शाम छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व श्री अटल बिहारी वाजपेयी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी सुंदर स्मृतियों को संजोती हुई तथा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित होते छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं की झलक दिखाई गई है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री ओपी चौधरी तथा विधायक आरंग श्री खुशवंत साहेब भी मौजूद थे।
प्रदर्शनी का आयोजन जनसंपर्क विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसमें अटल जी के कार्यकाल की उल्लेखनीय उपलब्धियों तथा छत्तीसगढ़ से जुड़े उनके प्रवास के दुर्लभ छायाचित्रों को दिखाया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के अनेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ में आरंभ हुए हैं जिनसे छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदर्शनी में इनका अवलोकन भी किया जा सकता है। साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा आरंभ की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को भी प्रदर्शित किया गया हैजिनका लाभ उठाकर छत्तीसगढ़ समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। प्रदर्शनी 31 दिसम्बर तक आम जनता के अवलोकन के लिए खुली रहेगी। जनसंपर्क विभाग के आयुक्त श्री दीपांशु काबरा तथा संचालक जनसंपर्क श्री सौमिल रंजन चौबे ने मुख्यमंत्री को प्रदर्शनी के विषयवस्तु के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, पी एम उज्ज्वला योजना, जल जीवन मिशन के अंतर्गत सबके घर नल, प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना, पोषण अभियान, महिला सामर्थ्य योजना, सर्व शिक्षा अभियान, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित अन्य अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज बेन्द्री गांव की पावन भूमि में 2 साल के धान बोनस वितरण समारोह में आए आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। आज का ये दिन बड़ा ऐतिहासिक दिन है। 25 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के निर्माता भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस सुशासन दिवस की आप सभी को बधाई।
छत्तीसगढ़ के किसानों से हमने वादा किया था कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही 2 साल का बकाया बोनस हम किसानों को देंगे। मुझे बहुत खुशी हो रही है यह बताने में कि आज हमने छत्तीसगढ़ के 12 लाख से ज्यादा किसानों को 37 सौ 16 करोड़ रुपए हमने ट्रांसफर कर दिया है।
जिस भी बैंक में किसानों का खाता है, उन सभी को पैसा पहुंच गया है।
मैने किसानों से बात भी की है मैं सबको बधाई देता हूं। किसान आज काफी खुश हैं। राज्य के किसानों का विश्वास छत्तीसगढ़ की सरकार और मोदी जी पर बढ़ा है। हमने सरकार बनते ही गरीबों को 18 लाख आवास देने का निर्णय लिया। कई लोगों ने घर के लिए कर्ज लिया, कई अपना घर बना ही नहीं पाए उनके लिए आवास स्वीकृत किया गया। मोदी जी की गारंटी हम पूरी तरह से निभाएंगे।
गरीब भूमिहीन मजदूरों को 10 हजार रुपए सालाना भी देंगे। पारदर्शिता के साथ 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती करेंगे। हमारा वादा है हम 5500 मानक बोरा के हिसाब से 15 दिन तक तेंदूपत्ता खरीदेंगे।
विवाहित महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना के अंतर्गत हर माह ₹1000 देने का प्रावधान भी हमने अनुपूरक बजट में कर दिया है। अब माताओं बहनों के खाते में साल में ₹12000 जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हमारी सरकार हर वर्ग का ध्यान रखने वाली सरकार है।हम हर वादा पूरा करेंगे।
हम गरीब भूमिहीन मजदूरों को 10 हजार रुपए सालाना देंगे।
युवाओं के साथ धोखा न हो इसलिए उन्हें पारदर्शिता के साथ 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की व्यवस्था करेंगे।
स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार भी हमारी प्राथमिकता है। अब आयुष्मान कार्ड में 10 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने किसानों के हित में निर्णय लिया और 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया है उसे भी हम जल्द पूरा करेंगे।
हमने 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी की भी व्यवस्था की है इस संदर्भ में हमने आदेश जारी कर दिया है। हम किसानों से उनका पूरा धन खरीदेंगे और जरूरत पड़ने पर समय सीमा भी बढ़ाएंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
100 दिन की कार्य योजना पर काम शुरू
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने आज यहां रायपुर के चिप्स कार्यालय में राज्य सरकार की घोषणा-पत्र के क्रियान्वयन और परिपालन के लिए समयबद्ध कार्य योजना तैयार करने के लिए राज्य शासन के विभागों के भारसाधक सचिवों की बैठक ली। बैठक में घोषणा-पत्र में की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार के 100 दिन में किए जाने वालों कार्यों के संबंध में विभागीय अधिकारियों से व्यापक विचार विमर्श किया गया। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य शासन के 100 दिवस में किए जा सकने वाले कार्यों को तय कर समय सीमा मेें कार्य सुनिश्चित किया जाएं।
मुख्य सचिव श्री जैन ने घोषणा-पत्र के क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों से त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने बैठक में घोषणा-पत्र के क्रियान्वयन के लिए बजट और नॉन बजट के कार्यों को अद्यतन कर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री सुब्रत साहू, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणुजी पिल्ले, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, लोक निर्माण उद्योग एवं महिला बाल विकास के सचिव श्री भुवनेश यादव, ऊर्जा विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस भारतीदासन, खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा सहित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।