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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : नवा रायपुर अटल नगर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आज तीसरा एवं अंतिम दिन है। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 24 वर्षों की इस अल्पायु में ही छत्तीसगढ़ ने नवीन औद्योगिक विकास नीतियों के माध्यम से विकास के कई नए आयाम गढ़े हैं।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ राज्य में ’अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ के नवीन औद्योगिक विकास नीति 2024-30 जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारम्भ हो चुका है। 1 नवंबर, 2024 से प्रारंभ होकर 31 मार्च 2030 तक छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नवीन उद्योग नीतियों को लागू कर एक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर है।
इस नवीन एवं महत्वपूर्ण नीति का लक्ष्य समग्र औद्योगिक विकास के माध्यम से रोजगार सृजन एवं अग्रणी औद्योगिक राज्य की परिकल्पना को साकार करना है। साथ ही वृहद उद्यमों के माध्यम से पब्लिक एवं प्राइवेट सेक्टर हेतु प्रोत्साहन देना है। -
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अबूझमाड़ के बच्चों को किया दिल्ली आमंत्रित
संसद टीव्ही में करायेंगे साक्षात्कार
वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय और संसद भवन भी दिखायेंगे
रायपुर : अबूझमाड़ के बच्चों ने राज्योत्सव में आज अपने मलखंभ का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि कार्यक्रम देख रहे उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने पुनः मंच पर जाकर टीम के सबसे छोटे बच्चे को गोद में उठा लिया। उपराष्ट्रपति ने बच्चों को इस प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप सभी को दिल्ली घुमाने ले जाएंगे, वहां आपको संसद भवन, वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय दिखायेंगे। साथ ही उन्होंने संसद टीव्ही में साक्षात्कार कराने की बात भी कही। उपराष्ट्रपति के स्नेह से बच्चे भी अभिभूत हो गए। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी का क्षण है कि हम दिल्ली जाकर देश के भव्य स्मारकों को देखेंगे। -
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उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ राज्योत्सव के समापन समारोह में प्रदान करेंगे पुरस्कार और सम्मानरायपुर : उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज रायपुर के महंत घासीदास संग्रहालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित प्रेस-कॉन्फ्रेंस में राज्य अलंकरण, सम्मान और पुरस्कारों के लिए चयनित व्यक्तियों और संस्थाओं के नामों की घोषणा की। राज्य शासन के 16 विभागों द्वारा 35 अलंकरण, सम्मान और पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इसके लिए चार संस्थाओं एवं 38 व्यक्तियों का चयन किया गया है।
उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 6 नवम्बर को नया रायपुर में राज्योत्सव के समापन समारोह में ये पुरस्कार और सम्मान प्रदान करेंगे। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य शासन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की ओर से राज्य अलंकरण, सम्मान एवं पुरस्कारों के लिए चयनित सभी व्यक्तियों और संस्थाओं को बधाई दी है। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट के अध्यक्ष श्री राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने सौजन्य भेंट कर राज्यपाल को छठ महापर्व में शामिल होने के लिए न्यौता दिया। -
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विकास की सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से मिलती है : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायराज्योत्सव के दूसरे दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजनरायपुर : छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है और युवा अवस्था में ही इस राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन किया है। राज्योत्सव के मौके पर अपनी विरासत को सहेजने और छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लें। नागरिकगणों से यह अपील राज्योत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री रमेन डेका ने की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की।
इस मौके पर अपने संबोधन में श्री डेका ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है। हमारे छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को 24 वर्ष पूरे हो चुके हैं और यह हम सबके लिए ऐतिहासिक क्षण है। इन वर्षाे में हमने एक मजबूत आधार बनाया है और अपने लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने इस अवसर पर राज्य निर्माण का स्वप्न देखने वाले और इसके लिए संघर्ष करने वाले पुरखों को भी नमन किया।उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा जनकल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। छत्तीसगढ़ में कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। जनजातियों, महिलाओं एवं युवाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए भी निरंतर पहल की जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले 23 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य की सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। वर्तमान में भी सांस्कृतिक समृद्धि के लिए चहुंमुखी प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधन पर्याप्त हैं, चाहे वन हो, खनिज हो या मानव संसाधन हो, सभी का उचित दोहन किया जाना अभी बाकी है। संसाधनों के दोहन के साथ ही हमें इस पर भी गहन चिंतन करना होगा कि विकास का पैमाना क्या हो। विकास की सतत् प्रक्रिया में प्रकृति के साथ संतुलन बना रहे, यह भी ध्यान रखना होगा। हम सबको आज संकल्प लेना होगा कि छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करेंगे।
राज्य की उन्नति के लिए शांति जरूरी है, विगत कुछ वर्षों से नक्सल हिंसा से छत्तीसगढ़ का कुछ हिस्सा प्रभावित रहा है। इस हिंसा को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार साझा प्रयास किये जा रहे हैं। आशा है कि जल्द ही इस हिंसा से राज्य को मुक्ति मिलेगी और छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की दौड़ में आगे बढ़ेगा। राज्यपाल ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि इस राज्य को अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिक से अधिक योगदान दें साथ ही आज एक संकल्प लें कि अपने प्रदेश की, शहर की सार्वजनिक संपत्तियों, सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करेंगे, उसे संभालेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने संयुक्त मध्यप्रदेश के समय छत्तीसगढ़ में जन्म लिया और बड़े हुए वे लोग तब और अब के फर्क को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। उन्हें याद होगा कि किस तरह छत्तीसगढ़ में बार-बार अकाल पड़ता था। किसानों को रोजी-रोटी के लिए पलायन करना पड़ता था। सौभाग्य से जब अटल जी प्रधानमंत्री बने तो छत्तीसगढ़ की पीड़ा को समझा और अलग राज्य का निर्माण किया। 24 साल पूरे हो गये हैं। छत्तीसगढ़ विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कार्यक्रम में लोक कलाकारों को अधिकतम जगह दी है। इसके साथ ही छालीवुड और बालीवुड के कलाकारों को भी जगह दी है। मैं सभी कलाकारों का अभिनंदन करता हूँ। हमारी कला हमारे विचारों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति इस मामले में बहुत समृद्ध है हमारे यहां हर विधा के कलाकार हैं। छत्तीसगढ़ में लोक गायन, लोक कला एवं सभी विधाओं को हमारी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। शिल्प ग्राम स्थापित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने तीज त्योहारों, देव स्थलों, मड़ई मेलों को भी सहेज रहे हैं। विकास के लिए सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से ही मिलती है। संस्कृति हमें बताती है कि विकास की दिशा क्या होनी चाहिए। प्राथमिकता क्या होनी चाहिए, सोच क्या होनी चाहिए, दृष्टिकोण क्या होना चाहिए और लक्ष्य क्या होना चाहिए। प्रत्येक नागरिक का आचार-विचार और व्यवहार संस्कृति ही तय करती है और इसी के अनुरूप नीति निर्धारण के लिए सरकार को प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के लक्ष्य के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है उसमें संस्कृति को सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। संस्कृति ही समाज में ताकत पैदा करती है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में बेहद समृद्ध है। पर्यटन की यहां बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किस तरह से भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थों का विकास किया जा रहा है। माता शबरी और माता कौशल्या के धाम को संवारा जा रहा है। राजिम, सिरपुर, मधेश्वर, भोरमदेव, बारसूर आदि अनेक ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनका विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी शिल्प कला को सहेजा जा रहा है और प्रोत्साहित किया जा रहा है। खादी के वस्त्रों पर 25 प्रतिशत की छूट देकर इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन सबके साथ ही प्रदेश के खानपान की अपनी विशेषता है। संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में शामिल है। यह राज्य हमने बनाया है संवारा है और आगे भी इसे हम ही संवारेंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ नैसर्गिक पर्यटन पत्रिका और संस्कृति विभाग की पत्रिका ‘बिहनिया‘ का विमोचन किया। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं अधिकारीगण मौजूद थे। -
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जनसंपर्क की छायाचित्र प्रदर्शनी को देखा और सराहाकहा इससे आम लोगों को मिलती है शासन की योजनाओं और उपलब्धियों की सही जानकारीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्योत्सव की द्वितीय संध्या को जनसंपर्क विभाग की छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वहां मौजूद कलाकारों के पास पहुंचे और मांदर बजाकर अपनी प्रसन्नता का इजहार किया। मुख्यमंत्री श्री साय कलाकारों के साथ मांदर की थाप पर थिरकते हुए आज अलग अंदाज में नजर आए। मुख्यमंत्री का छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति से जुड़ाव और उनके सहज-सरल व्यवहार को देखकर लोग उनके मुरीद हो गए और तालियां बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। मुख्यमंत्री को इस मौके पर रिखी क्षत्रीय ने अपनी ओर से मांदर भेंट किया।
गौरतलब है कि जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी में राज्य की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और जनहितकारी परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में दिखाई गई योजनाओं और उपलब्धियों की सराहना की और इसे जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। इस अवसर पर उन्होंने वहां एलईडी टीव्ही के माध्यम से प्रसारित हो रहे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में दिए गए भाषण को हेडफोन लगाकर सुना।
गौरतलब है 4 अक्टूबर, 1977, भारत के विदेश मंत्री के तौर पर स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी देश का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में अपना भाषण दिया था। उन्होंने अपने भाषण में परमाणु निरस्त्रीकरण, आतंकवाद जैसे कई गंभीर मुद्दे उठाए थे। हिंदी में बोलने की वजह से ही उनका यह भाषण अविस्मरणीय और ऐतिहासिक हो गया। उन्होंने कहा कि भारत सभी देशों से मैत्री चाहता है और भारत विश्व शांति के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा को विश्व मंच पर पुरजोर तरीके से रखते हुए कहा कि मैं भारत की ओर इस महासभा को आश्वासन देता हूं कि हम एक विश्व के आदर्शों की प्राप्ति और मानव के कल्याण तथा उसके गौरव के लिए त्याग और बलिदान की बेला कभी पीछे नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह भारत को गौरवान्वित करने वाला है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी में प्रश्न माला कार्यक्रम में विजेता रही दानी स्कूल और काली बाड़ी स्कूल के छात्राओं को पुरस्कृत किया और उनका हौंसला बढ़ाया। छात्रा लविना वर्मा, किरण साहू सुमन, महिमा वर्मा, दीपिका धीवर ने मुख्यमंत्री को इस तरह के आयोजन समय-समय पर कराए जाने का आग्रह किया। जनसंपर्क की प्रदर्शनी में रिखी क्षत्रिय भिलाई ने छत्तीसगढ की संस्कृति को संजोकर रखने और उनका प्रचार प्रसार करने के लिए छत्तीसगढ के वाद्ययंत्रों को प्रदर्शित किया गया है। -
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रायपुर : राज्योत्सव के शुभारंभ के अवसर पर नवा रायपुर के मेला ग्राउंड में ख्याति प्राप्त कलाकारों ने रंगारंग और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत में श्री रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। श्री मोहन चौहान एवं साथी द्वारा आदिवृंदम, श्री सुनील सोनी एवं टीम द्वारा क्षेत्रीय नृत्य संगीत तथा श्री विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दी गई।
इसके साथ ही मल्लखंभ (इंडियाज गॉट टैलेंट) तथा बॉलीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक शांतनु मुखर्जी (शानु) ने शानदार और मनमोहक प्रस्तुतियां दी। जिसका राजधानी वासियों ने देर रात तक लुत्फ उठाया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया।
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को चार दिवसीय छठ महापर्व के शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि छठ पूजा 5 नवम्बर से नहाय-खाय के साथ शुरू हो रही है। छत्तीसगढ़ में सूर्य उपासना और छठी मईया के पूजन का यह पर्व आगामी 4 दिनों तक धूमधाम से मनाया जायगा।नहाय-खाय के साथ शुरू होकर यह पर्व खरना, संध्या अर्घ्य, प्रात:कालीन अर्घ्य के साथ समाप्त होगा । उन्होंने छठी मइया से प्रार्थना करते हुए कहा है कि छठ पर्व सब के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में राज्य प्रशासनिक सेवा के पदोन्नत अधिकारियों ने मुलाकात कर उनके प्रति आभार जताया। उल्लेखनीय है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 64 अधिकारियों को प्रवर सेवा वेतनमान पर तथा कनिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 25 अधिकारियों को वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर विगत 28 अक्टूबर को पदोन्नत किया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी पदोन्नत अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्य प्रशासनिक सेवा से श्री प्रणव सिंह, श्री मनीष मिश्रा, श्री नवीन कुमार ठाकुर, सुश्री अभिलाषा पैकरा, श्री विनायक शर्मा, श्री अरुण वर्मा, श्रीमती गीता दीवान, सुश्री अर्चना पांडेय, डॉ. दीप्ति वर्मा, श्रीमती मधु हर्ष, श्रीमती ऋतु हेमनानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले से आज रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक श्रीमती जी. रेखा रानी, पुलिस प्रेक्षक श्री करण शर्मा और व्यय प्रेक्षक सुश्री कनुप्रिया दामोर ने मुलाकात की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन को निर्बाध, निष्पक्ष, पारदर्शी और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। जिला निर्वाचन अधिकारी तथा रायपुर के कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को पीड़ित परिवारों को हर सम्भव सहायता दिये जाने के निर्देश
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बलरामपुर जिले में हुई सड़क दुर्घटना में मृतकों और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराने के साथ-साथ घायलों के उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। गौरलतब है कि बलरामपुर जिले के राजपुर-कुसमी मुख्य मार्ग में ग्राम बुढ़ाबगीचा लडुआ के पास सड़क दुर्घटना में 8 लोगों की मृत्यु हो गई है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को धनतेरस पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने धनतेरस की पूर्व संध्या पर जारी अपने बधाई संदेश में कहा है कि धनतेरस से पांच दिन तक चलने वाले दीपावली पर्व की शुरूआत हो जाती है। इस दिन धन, समृद्धि और ऐश्वर्य के लिए धन के देवता कुबेर के साथ-साथ आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है।मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेशवासियों से अपील किया है कि हमारे छत्तीसगढ़ के स्थानीय कुम्हारों, शिल्पकारों जैसे हुनरमंदों और महिला समूहों, छोटे व्यवसायियों से दिया एवं अन्य सामानों को क्रय कर उनकी दीवाली भी खुशहाल बनायें। मुख्यमंत्री श्री साय ने धनतेरस पर प्रदेशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि धनतेरस का त्यौहार सबके जीवन में खुशहाली और आरोग्य लेकर आए। -
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चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर जताया आभार
पुलिस भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों पर जनता की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री
रायपुर : लंबे अरसे से सूबेदार, उप निरीक्षक और प्लाटून कमांडर परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को आज बड़ी राहत मिली, जब मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर इस परीक्षा के रिजल्ट आज सवेरे घोषित कर दिए गए। इस परीक्षा में 959 युवाओं का चयन सूबेदार, उप निरीक्षक और प्लाटून कमांडर के पदों पर हुआ है। परीक्षाफल घोषित होने से उत्साहित अभ्यर्थियों ने आज नवा रायपुर सर्किट हाउस में मख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर उनके प्रति आभार प्रकट किया। चयनित अभ्यार्थियों में से लगभग 30 से 40 अभ्यर्थी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को फूलों की माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया।भिलाई से आई वयोवृद्ध श्रीमती दुलारबाई देवांगन के नाती और नाती बहु का चयन इस परीक्षा में होने की खुशी उनके चेहरे पर झलक रही थी। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को अपने हाथों से मिठाई खिलाकर उनके प्रति आभार जताया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि लंबे इंतजार के बाद उनके नाती श्री तिलक देवांगन और नाती बहु श्रीमती भारती देवांगन का चयन हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री को हृदय से धन्यवाद दिया। चयनित अभ्यर्थियों के परिजनों और अभ्यर्थियों के चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने चयनित अभ्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा इस वर्ष आप सबकी दीपावली अच्छी होगी। आप लोग अपने चयन की खुशियां मनाएं। दीपावली तथा राज्य स्थापना दिवस पर दीप जलाएं।मुख्यमंत्री ने चयनित उपस्थित अभ्यर्थियों से कहा कि आप लोग बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। जनता के रक्षक के रूप में आप पर जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। नक्सली चुनौती का सामना करने के साथ कानून और व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भी आप पर है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशिक्षण के बाद चयनित अभ्यर्थी पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जल संसाधन विभाग के 83 सहायक अभियंताओं को भी नियुक्ति पत्र वितरित किए गए हैं।
आगे भी विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री जी के संकल्प सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के अनुसार कार्य कर रही है। सभी के सहयोग से हम विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत का निर्माण करेंगे। इस कार्य में आप सभी की महत्वपूर्ण भागीदारी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चयनित अभ्यर्थी चन्द्रखुरी पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में ज्वाईनिंग दे सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन दीपावली के कारण कल किया जा रहा है, इसमें आप लोग भी अपनी भागीदारी करें।
जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि आप लोगों को देश की सेवा का अवसर प्राप्त हुआ है। आप छत्तीसगढ़ और देश की सेवा करेंगे, साथ ही गैर कानूनी कार्यों पर नकेल कसने का काम भी करेंगे। रिजल्ट घोषित होने के बाद आपके माता-पिता और परिवारजनों के चेहरे पर दिख रही खुशी मन को सुकुन देने वाली है।
इस परीक्षा में चयनित अभ्यर्थी नितिन ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि आपके प्रयासों से परीक्षा का रिजल्ट दीपावली के पहले घोषित होने से त्यौहारों की खुशियां दोगुनी हो गई हैं। चयनित अभ्यर्थी सुश्री निधि ने कहा कि आज चयनित उम्मीद्वारों के लिए खुशी का दिन है। चयनित सभी लोगों की तरफ से आपको बहुत-बहुत धन्यवाद। इस अवसर पर एडीजीपी श्री एस.आर.पी. कल्लुरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।गौरतलब है कि इस भर्ती प्रक्रिया की शुरूआत 2018 में शुरू हुई थी। पिछले वर्ष अगस्त-सितम्बर में इंटरव्यू हुआ था, तब से अभ्यर्थी रिजल्ट का इंतजार कर रहे थे। -
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सेवा उद्यमों की स्थापना को प्रोत्साहन का प्रावधान
औद्योगिक नीति 2024-30 में सेवानिवृत्त सैनिकों, अग्निवीरों, कमजोर वर्ग, नक्सल पीड़ित एवं तृतीय लिंग के उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहनरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज महानदी मंत्रालय भवन में आयोजित केबिनेट बैठक में छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक विकास नीति 2024-2030 को मंजूरी दी गई। नई औद्योगिक नीति में छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत सरकार के विजन 2047 की परिकल्पना को साकार करने तथा राज्य के औद्योगिक विकास को गति देने के उद्देश्य से कई प्रावधान किए हैं। राज्य के प्रशिक्षित व्यक्तियों को औपचारिक रोजगार में परिवर्तित करने के लिए उद्योगों हेतु प्रति व्यक्ति 15 हजार रूपए की प्रशिक्षण वृत्ति प्रतिपूर्ति का प्रावधान किया गया है। नवीन औद्योगिक नीति 01 नवबंर 2024 से 31 मार्च 2030 तक के लिए लागू होगी।
उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने बताया कि नई औद्योगिक नीति में निवेश प्रोत्साहन में ब्याज अनुदान, लागत पूंजी अनुदान, स्टाम्प शुल्क छूट, विद्युत शुल्क छूट. मूल्य संवर्धित कर प्रतिपूर्ति का प्रावधान है। नई नीति में मंडी शुल्क छूट, दिव्यांग (निःशक्त) रोजगार अनुदान, पर्यावरणीय प्रोजेक्ट अनुदान, परिवहन अनुदान, नेट राज्य वस्तु एवं सेवा कर की प्रतिपूर्ति के भी प्रावधान किये गये हैं।
मंत्री श्री देवांगन ने बताया कि नई औद्योगिक नीति में राज्य के युवाओं के लिये रोजगार सृजन को लक्ष्य में रखकर एक हजार से अधिक स्थानीय रोजगार सृजन के आधार पर बी-स्पोक पैकेज विशिष्ट क्षेत्र के उद्योगों के लिये प्रावधानित है। राज्य के निवासियों विशेषकर अनुसूचित जाति, जनजाति, महिला उद्यमियों, सेवानिवृत्त अग्निवीर सैनिक, भूतपूर्व सैनिकों, जिनमें पैरामिलिट्री भी शामिल है, को नई औद्योगिक नीति के तहत अधिक प्रोत्साहन दिए जाने का प्रावधान है। नक्सल प्रभावित, कमजोर वर्ग, तृतीय लिंग के उद्यमी भी नई औद्योगिक पॉलिसी के तहत विशेष प्रोत्साहन के पात्र होंगे।
नई औद्योगिक नीति में पहली बार सेवा क्षेत्र अंतर्गत एमएसएमई सेवा उद्यम एवं वृहद सेवा उद्यमों के लिये पृथक-पृथक प्रोत्साहन का प्रावधान किया गया है। सेवा क्षेत्र अंतर्गत इंजीनियरिंग सर्विसेस, रिसर्च एंड डेव्हलपमेंट सेक्टर, पर्यटन एवं मनोरंजन सेक्टर आदि से संबंधित गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है। इस नीति में बड़ी संख्या में सेवा श्रेणी के उद्यमों को भी औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन के लिये पात्र उद्यम माना गया है, जिसमें पर्यटन, मनोरंजन एवं अन्य सामाजिक सेवाओं के सेक्टर तथा सरगुजा एवं बस्तर संभाग में होम-स्टे सेवाओं को भी शामिल किया गया है।
इस नीति में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की परिभाषा को भारत सरकार द्वारा परिभाषित एमएसएमई के अनुरुप किया गया है। इन उद्यमों को प्राप्त होने वाले प्रोत्साहनों को अन्य राज्यों की तुलना में प्रतिस्पर्धी बनाया गया है। निवेशकों की सुविधा के लिये सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों एवं वृहद उद्योगों के लिये पृथक-पृथक औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन प्रावधान किए गए हैं।
नई औद्योगिक नीति में फार्मास्यूटिकल, टेक्सटाईल, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण तथा गैर काष्ठ वनोत्पाद (एनटीएफपी) प्रसंस्करण, कम्प्रेस्ड बॉयो गैस, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, आर्टिफिशियल इंटीलिजेंस (ए.आई), रोबोटिक्स एण्ड कम्प्यूटिंग (जी.पी.यू), आई.टी., आई.टी.ई.एस., डेटा सेंटर, जल विद्युत परियोजनाओं, सौर ऊर्जा परियोजनाओं आदि के लिए आकर्षक पृथक औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन का प्रावधान है।
इस नीति के माध्यम से युवाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर आत्मनिर्भर बनाने के लिये उद्यम क्रांति योजना का प्रावधान किया गया है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के शिक्षित युवा बेरोजगारों को स्वयं का उद्यम स्थापित करने के लिये अनुदान युक्त ऋण प्रदान किये जाने का प्रावधान है।
थ्रस्ट सेक्टर के ऐसे उद्योग, जहां राज्य का प्रतिस्पर्धात्मक लाभ है और जहां भविष्य के रोजगार आ रहे हैं, उन क्षेत्रों के लिये अतिरिक्त प्रोत्साहन का प्रावधान है। राज्य के कोरबा-बिलासपुर-रायपुर को देश के औद्योगिक मानचित्र में स्थान दिलाने के लिये इण्डस्ट्रियल कॉरीडोर की स्थापना का प्रावधान है।
गौरतलब है कि नई औद्योगिक नीति के निर्माण के लिए उद्योग विभाग द्वारा संबंधित सभी हितपक्षों, औद्योगिक संगठन, औद्योगिक समूहों, संबंधित विभागों के साथ एक वर्ष तक संवाद करके गहन परामर्श किया गया। देश के अग्रणी राज्यों की औद्योगिक नीतियों का अध्ययन करने के उपरांत राज्य की अनिवार्य स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर सर्वश्रेष्ठ प्रावधानों को इसमें शामिल किया गया है।
उद्योग मंत्री ने बताया कि नई नीति के माध्यम से राज्य के सभी क्षेत्रों के समग्र, संतुलित एवं समावेशी औद्योगिक विकास को ध्यान में रखकर विकासखंडों को तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है। प्रथम समूह में 10 विकासखंड विकासशील, द्वितीय समूह में 61 विकासखंड पिछड़े एवं तृतीय समूह में 75 विकासखंड जो औद्योगिक के मामले में अति पिछड़े है, उन्हें शामिल किया गया है। -
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अंतिम छोर के किसानों को भी सिंचाई सुविधा का लाभ मिले: जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यपमुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के चयनित 83 सहायक अभियंताओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किएरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के सर्किट हाऊस में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित जल संसाधन विभाग के 83 सहायक अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा जल संसाधन विभाग के 80 सहायक अभियंता सिविल और 03 सहायक अभियंता विद्युत यांत्रिकी का चयन किया गया है। जिन्हें आज नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नव नियुक्त अभियंताओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे आशा है कि आप सभी अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक ईमानदारी से करेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि प्रधान छत्तीसगढ़ में जल संसाधन विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारी अर्थव्यवस्था खेती किसानी पर निर्भर है।
खेती-किसानी का विकास हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसकी मजबूती के लिए सिंचाई सुविधा का सुचारू होना और इस सुविधा का अधिक से अधिक विस्तार भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सिंचाई क्षमता के विस्तार के लिए संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जल संसाधन विभाग सहित सभी विभागों में अमले की भर्ती और अधिक से अधिक संसाधन उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास कर रही है। पिछले 10 महीनों के दौरान सात हजार से ज्यादा शासकीय पदों में भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई है। हम सभी मिलकर विकसित छत्तीसगढ़ बनाएंगे और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के निर्माण के सपने को पूरा करेंगे।जल संसाधन मंत्री श्री केदार कश्यप ने चयनित सहायक अभियंताओं को दीपावली और राज्योत्सव की बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि आप सबके सहयोग से विकसित और समृद्ध छत्तीसगढ़ बनाएंगें। उन्होंने कहा कि आपकी जहां भी पदस्थापना हो वहां अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर से बेहतर तरीके से करें।प्रदेश में जितनी भी सिंचाई योजनाएं है उनके अंतिम छोर तक किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास करें। जल संसाधन विभाग के सचिव श्री राजेश सुकुमार टोप्पो ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के हितों के लिए तत्परता से कार्य किया जा रहा है। पिछले आठ माह में विभाग के 380 अधिकारी-कर्मचारियों की लम्बे समय से लंबित पदोन्नति का लाभ प्रदान किया गया।
सहायक अभियंताओं ने कहा छत्तीसगढ़ को कृषि में अग्रणी राज्य बनाने में देंगे योगदान
चयनित सहायक अभियंता श्री प्रतीक ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि अरसे से लंबित परीक्षा का परिणाम जारी कर आपने हमारी भावनाओं का ध्यान रखा। हम पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करते हुए छत्तीसगढ़ को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए अपना योगदान देंगे। चयनित सहायक अभियंता सुश्री प्रेरणा तिवारी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने शासकीय सेवा का अवसर प्रदान किया। इसकी हम सभी को लंबे समय से प्रतीक्षा थी। हम राज्य की समृद्धि में ईमानदारी से योगदान देंगे। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। -
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नेत्र सर्जन सहित तीन तत्काल प्रभाव से निलंबितरायपुर : सरकार द्वारा जिला चिकित्सालय दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद सर्जरी के दौरान लापरवाही बरतने वाले एक डॉक्टर सहित नेत्र सहायक अधिकारी और स्टाफ नर्स को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। नेत्र सर्जरी के दौरान मोतियाबिंद सर्जरी के निर्धारित प्रोटोकॉल का समुचित पालन नहीं किए जाने के कारण राज्य सरकार ने कठोर कदम उठाते हुए प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर डॉ गीता नेताम नेत्र सर्जन जिला चिकित्सालय दंतेवाड़ा को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर नेत्र सहायक अधिकारी सुश्री दीप्ति टोप्पो और स्टाफ नर्स श्रीमती ममता वैदे को भी निलंबित किया गया है। -
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अच्छे स्वास्थ्य से बढती है उत्पादकता और रचनात्मकता: राष्ट्रपतिमानव सेवा मार्ग का यह उत्कृष्ट शुरुआत है: राज्यपाल श्री डेकाछत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी से किया जा रहा है विस्तार: मुख्यमंत्री श्री सायपंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की मिली उपाधिरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु आज अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में विकसित छत्तीसगढ़ का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होगा। समग्र विकास के लिए नागरिकों का अच्छा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण होता है। अच्छा स्वास्थ्य लोगों की उत्पादकता और रचनात्मकता को बढ़ाने में सहायक होता है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह शामिल होकर संस्थान के 25 विद्यार्थियों को 33 स्वर्ण पदक एवं 6 विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलिस्ट की उपाधि प्रदान की।
राज्यपाल ने कहा कि यह विद्यार्थियों की अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। यह विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि ही नहीं है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार तेजी से किया जा रहा है, जहां नव-प्रशिक्षित चिकित्सकों की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष श्री रमन सिंह, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति श्री प्रदीप कुमार पात्रा, रजिस्ट्रार सहित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समरोह के अवसर पर 6337 चिकित्सकों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इनमें 6 सुपरस्पेशलिस्ट चिकित्सक, 606 स्नातकोत्तर चिकित्सक और 5725 स्नातक चिकित्सक शामिल हैं। इसके अलावा 25 चिकित्सकों को स्वर्ण पदक से अलंकृत किया गया।
राष्ट्रपति ने कहा कि जनजाति समाज में सिकल सेल एनीमिया की अभी भी समस्या है। भारत सरकार सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी ही अग्रिम पंक्ति में होते हैं। आप सामान्य लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूक बना सकते हैं, आम नागरिकों को सरकार द्वारा किए जा रहे हैं प्रयासों से अवगत करा सकते हैं। आप नीति निर्माता और सम्माननीय जनता के बीच सेतु का कार्य कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोगोें के ग्रामीण क्षेत्रों में जाने से देश की बहुत बड़ी जनसंख्या की वास्तविक समस्याओं से अवगत हो पाएंगे। मैं चाहती हूं कि सभी विद्यार्थियों को समय-समय पर गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ करना चाहिए।
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अधिकांश जनता गांव में रहती हैं, उन लोगों तक उचित स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना चुनौती पूर्ण कार्य है। इस संदर्भ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में चिकित्सा शिक्षण, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान इस विश्वविद्यालय के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। यह प्रसन्नता की बात है कि विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध कॉलेजों में आधुनिक चिकित्सा के साथ-साथ आयुष की शिक्षा भी दी जाती है। बहुत सारे कालेजो में नर्सिंग के कोर्स कराए जा रहे हैं। इस प्रकार यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अभी भी मलेरिया, फाइलेरिया और टीबी जैसे संक्रमक बीमारियों का पूरी तरह से उन्मूलन नहीं हुआ है। भारत सरकार इन रोगों के उन्मूलन के लिए आगे बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सफलता आपकी प्रतिभा, लगन और परिश्रम के साथ-साथ आपके माता-पिता, परिवारजनों, शिक्षक के सहयोग और मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आपको अपने भविष्य की रूपरेखा बनाते समय यह ध्यान रखना है कि आपकी इस शिक्षा में समाज का भी योगदान है। समाज ने आपकी शिक्षा में जो निवेश किया है वह समाज को लौटाना आपका कर्तव्य है। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आपमें स्थानीय समस्याओं की बेहतर समझ है। आप राज्य के स्वास्थ्य समस्याओं पर रिसर्च करें उनका समाधान खोजने का प्रयास करें।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि महान राष्ट्रवादी विचारों एवं भारतीय राजनीति की सम्मानित विभूतियां में से एक पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय में आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए बहुत हर्ष हो रही है कि उपाधि प्राप्त करने वाले अधिकांश हमारी बेटियां हैं, यह प्रदर्शन बेटियों के वर्चस्व को रेखाँकित करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि दो दिनों के अपने इस छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान मुझे दो इंजीनियरिंग और दो मेडिकल संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित करने का अवसर मिला। इस दौरान मैं विद्यार्थियों और शोधार्थियों में ललक को महसूस की। ऐसे युवाओं में मेरी भारत की झलक दिखती है और नया भारत जो पूरे मजबूती के साथ विश्व में अपना उचित स्थान पाने के लिए आगे बढ़ रहा है।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा कि यह दिन उनके अथक प्रयासों, त्याग और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह न केवल विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक उपलब्धि है बल्कि मानव सेवा के मार्ग पर एक उत्कृष्ट शुरुआत है। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि चिकित्सक बनने की यात्रा कठिन है, जिसमें छात्र देर रात तक पढ़ाई, क्लिनिकल प्रशिक्षण और लैब के अनगिनत घंटे बिताते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए चिकित्सा का क्षेत्र केवल ज्ञान और कौशल नहीं, बल्कि ईमानदारी, सहानुभूति और दूसरों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता से परिभाषित होता है।उन्होंने कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र लगातार विकासशील है, जिसमें नए-नए रोग, स्वास्थ्य असमानताएँ और तकनीकी परिवर्तन जैसे कई चुनौतियाँ शामिल हैं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि यह चुनौतियाँ चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचार और सुधार का अवसर प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक के रूप में उन्हें ऐसे क्षणों का सामना करना पड़ेगा जब मरीज उनके अथक प्रयासों के बावजूद ठीक नहीं हो पाएंगे, परंतु इस दौरान भी उनका करुणामय दृष्टिकोण सबसे महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के इस पेशे में सफलता के साथ विनम्रता बनाए रखना आवश्यक है और मानवता की सेवा के प्रति सच्ची निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय के 33 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक और 6 छात्रों को सुपर स्पेशलिटी की उपाधि मिलने पर बधाई दी और कहा कि चिकित्सा का क्षेत्र मानवता की सेवा का प्रतीक है। उन्होंने सभी स्नातक छात्रों को समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ दायित्व निर्वहन और सेवा भाव से कार्य करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी जैसे पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की बढ़ती लोकप्रियता का भी जिक्र किया और प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय इन पद्धतियों में भी शिक्षा प्रदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर होना हमें उनके सिद्धांतों और समाज के हर तबके तक सेवा पहुंचाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने महामारी, विज्ञान रोग नियंत्रण एवं अनुसंधान संस्थान और शिक्षकों के प्रशिक्षण संस्थान को देश के चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर बताया।पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति श्री प्रदीप कुमार पात्रा ने संस्थान का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कुलपति ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और शाल मेंट किया। -
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राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुए चार संस्थानों के दीक्षांत समारोहरायपुर : राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के बाद आज शाम विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हुईं। राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सांसद रायपुर श्री बृजमोहन अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। गौरतलब है कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 25 एवं 26 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर आई थीं।इस दौरान वे रायपुर एवं दुर्ग जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुईं। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के मुख्य आतिथ्य में 04 उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों के दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुए, जिसमें एम्स रायपुर एनआईटी रायपुर, आईआईटी भिलाई तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय ममोरियल हेल्थ साइंस एवं आयुष यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ नवा रायपुर का दीक्षांत समारोह शामिल है।
नवा रायपुर के पुरखौती मुक्तांगन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु के करकमलों से महतारी वंदन योजना की 70 लाख लाभार्थी महिलाओं को दीपावली से पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से एक-एक हजार रूपए की आथिक सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित हुई। महिलाओं की सशक्तिकरण एवं आर्थिक स्वावलंबन के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह अभिनव योजना मार्च 2024 से संचालित की जा रही है।इस योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से किया था। इस योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को अब तक 9 किस्तों में 5878 करोड़ 37 लाख रूपए आर्थिक मदद दी जा चुकी है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने इस दौरान महतारी वंदन योजना की हितग्राही महिलाओं से आत्मीय चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्र्रखंड का लोकार्पण भी किया।

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