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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर ने एक करोड़ 12 लाख रूपए की दी स्वीकृति
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ में लोगों के अच्छी सेेहत के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की प्राथमिकताओं मंे से एक है। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।जिले के सभी पाँचो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) सरायपाली, बसना, पिथौरा, बागबाहरा और तुमगाॅव में लैबों का हमर लैब के रूप में उन्नयन किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने हमर लैब के लिए एक करोड़ 12 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी है। इस राशि से लैबों के लिए अतिरिक्त कक्ष, आधुनकि जाॅच उपकरण के साथ अन्य सामग्री क्रय की जाएगी। जिले के सीएससी में मरीजों के गम्भीर बीमारी के लिए आधुनिक लैब की जरूरत महसूस की जाती रही है।
जिले के विधायक सर्वश्री विनोद चंद्राकर, महासमुंद, द्वारिकाधीश यादव, खल्लारी, श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह बसना और श्री किस्मत लाल नंद सरायपाली द्वारा जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हमर लैब स्थापित करने की माॅग शासन से की थी। सरकार द्वारा उनकी माँग जरूरत को देखते हुए हमर लैब बनाने की सहमति प्रदान की गई हैं। इसके लिए विधायकों द्वारा अपनी-अपनी विधायक निधि से राशि भी स्वीकृत कर दी है।
महासमुंद कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हमर लैब बनाने के लिए कुल एक करोड़ 12 लाख रूपए की राशि स्वीकृति दी गई है। इस राशि से हमर लैब की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जरूरतमंद मरीजों को खून, यूरीन, बलगम सहित अन्य प्रकार की जाॅच की सुविधा मिलेगी। हमर लैब खुल जाने से जरूरतमंद मरीजों को टेस्ट कराने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। -
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महासमुन्द : चिटफंड कम्पनियों से धन वापसी हेतु निवेशकों से आवेदन जमा तिथि 20 अगस्त तक बढ़ाई गयी है। पहले आवेदन जमा करने की तिथि 6 अगस्त 2021 थी। जिसे बढ़ाकर अब 20 अगस्त 2021 कर दिया गया है।चिटफंड कम्पनियों में निवेशकों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन गृह (सामान्य) विभाग मंत्रालय महानदी भवन से इस आशय का पत्र जारी कर दिया गया है।
चिटफंड कम्पनियों से धन वापसी हेतु निवेशकों से आवेदन कार्यालयीन दिवसों में 20 अगस्त 2021 तक लिए जायेंगे। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को कोविड का ध्यान रखतें हुए सभी समुचित कार्यवाही करने कहा है। उन्होंने एसडीएम से कहा कि एक जगह निवेशकों से आवेदन के लिए ज्यादा भीड़-भाड़ न हो यह ध्यान रखें।
कलेक्टर ने पिछले माह 30 जुलाई को चिटफंड कम्पनियों में निवेश करने वाले जनसामान्य/निवेशकों के धन की वापसी हेतु जिले के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) को नोडल अधिकारी अधिकृत किया गया है। जिले के ऐसे जनसामान्य एवं निवेशक जिन्होंने चिटफंड कम्पनियों में धन निवेश किया है। वे संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी के पास निर्धारित प्रपत्र में पूरा ब्यौंरा भरकर 20 अगस्त तक आवेदन कार्यालय दिवसों में प्रस्तुत कर सकते है। -
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महासमुंद : महासमुंद जिले की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा हस्तनिर्मित राखी जिसे बहनों ने बड़ेे प्रेम और उत्साह से छोटे, नन्हें, बड़े भाइयों के लिए बांस, धान, रखियाॅ बीज, मोती, रुद्राक्ष एवं ऊन सूती धागा से मनमोहक आकर्षक तरीके से बनायी गयी है।इसे उन्होंने सौम्य बंधन का नाम दिया है। बिहान बहनों ने छत्तीसगढ़ के साथ अपनी अन्य बहनों से इन राखियों को अपने भाइयों की कलाई के लिए खरीद कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति मिट्टी की खुशबू के साथ इस पवित्र त्यौहार को हर्षोउल्लास से मनाने कहा है।जिले की समूह की महिलाओं ने कहा है कि बहनें अपने प्यारे भाई के प्रति अपने अटूट प्यार को दर्शाने के लिए उन्हें इन आकर्षक राखियों की भेंट दें। इसे महासमुन्द की ग्रामीण स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सावधानीपूर्वक, दस्तकारी से खूबसूरत एवं आकर्षक ढंग से बनाया एवं पिरोया गया है।
आपकी स्नेह भरी खरीदी से उनकी आजीविका बढ़ाने में मदद मिलेगी और 140 से अधिक महिला और उनके परिवारों का उत्साह बढ़ाने में एक अनूठा प्रयास होगा। समूह की महिलाओं ने बताया कि राखी फोन पर ऑर्डर क्रय किये जा रहेें हैं। इच्छुक भाई-बहनें इन नम्बरों पर 99814-06688, 96309-73097 सम्पर्क कर सकते है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी (आई.ए.एस.) श्री आकाश छिकारा ने बताया कि महिला स्व-सहायता समूह के उत्पादित सामग्रियों को सिरपुर के ब्रांड नाम से विक्रय किया जा रहा है। इसके लिए जिला मुख्यालय, सभी ब्लॉक मुख्यालयों में इनके द्वारा निर्मित अलग-अलग प्रकार की सामग्रियों के बिक्री के लिए महिलाओं को स्टॉल भी उपलब्ध करायें गए है।
इसके अलावा स्थानीय हाट बाजारों और राजधानी रायपुर सहित पड़ोसी जिलो में भी इनकी माँग है। यहां पर महिला स्व-सहायता समूह से उत्पादित सामग्रियों को बिक्री की जा रही। इससे महिलाओं के इस प्रयास से उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में आने वाले समय पर बेहतर परिणाम देखने को मिलने लगा है। इससे महिलाएं अपने हुनर और योजना का लाभ उठाकर न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रही बल्कि वे आत्मनिर्भर बना रही है।छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत विकासखण्ड महासमुंद के ग्राम पंचायत कछारडीह, रायतुम, मुनगाशेर, कांपा, कोमाखान, बिरकोनी में श्री कृष्णा, उगता सूरज, राधा कृष्णा, नवा बिहान, ओम महिला, स्वाभिमान, श्री शक्ति महिला, गीता महिला, बजरंग महिला, आदिवासी महालक्ष्मी, जयदुर्गा, जय माॅ अम्बे, जय बजरंग, अन्नपूर्णा, शारदा एवं गायत्री समूह के महिला सदस्यों द्वारा राखी तैयार किया जा रहा है। स्थानीय बाजार में समूह द्वारा बनाई गई राखीं को 10 रूपए से लेकर 50 रूपए तक बेचा जा रहा हैं। जिले के अलावा आसपास के जिलो में भी समूह महिलाओं द्वारा बनाई गई राखीं की अच्छी खासी मांग हैं। -
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चिकित्सकों की भर्ती हेतु वॉक-इन-इन्टरव्यू‘ 16 को
इच्छुक अभ्यर्थी वांछित दस्तावेजों के साथ उपस्थित हो सकते है
महासमुंद : महासमुंद जिले के लोगों को जल्द ही और बेहतर चिकित्सकीय सेवाएॅ मिलने लगेंगी। कोरोना काल के चलते और संभावित तीसरी लहर को देखते हुए कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने महासमुन्द जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रांे (सीएचसी) में चार-चार विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए गए हैं।
सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक-एक शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, पैथोलाॅजी एवं निश्चेतना विशेषज्ञ चिकित्सक हो जाएँगे। इसके लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की संविदा पदों पर भर्ती के लिए प्रत्यक्ष साक्षात्कार (walk&in interview½ 16 अगस्त को होगा। यह साक्षात्कार प्रातः 10ः30 बजे से होगा। इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थी निर्धारित तिथि एवं समय में वांछित दस्तावेजों के साथ उपस्थित हो सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे ने बताया कि स्त्री रोग विशेषज्ञ और शिशु रोग विशेषज्ञ के 04 पद, निश्चेतना विशेषज्ञ 05 पद एवं पैथोलॉजिस्ट 05 पदों पर संविदा भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि विज्ञापन, नियम एवं शर्तें तथा आवेदन पत्र का प्रारूप जिले के वेबसाइट www-mahasamund-gov-in पर अपलोड किया गया है तथा स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के सूचना पटल में भी अवलोकन किया जा सकता है। -
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महासमुन्द : खेल एवं युवा कल्याण विभाग महासमुंद द्वारा जिला हाॅकी संघ महासमुंद को वर्ष भर नियमित अभ्यास करने, खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चंद्राकर, श्रीमती राशि महिलांग, विरेंद्र चंद्राकर के करकमलों से खिलाड़ियों को खेल सामग्री हाॅकी स्टिक एवं बाल वितरण किया गया।
विधायक श्री चंद्राकर ने खिलाड़ियों को टोक्यो ओलंपिक खेल में भारतीय हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन करने एवं भारत के अच्छे प्रदर्शन से खिलाड़ियों में मुलाकात कर खुशी व्यक्त की गई। खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन करने एवं लगातार मेहनत कर आगे बढ़ने की बात कहीं। इस अवसर पर सैयद इमरान अली, राजेश दीवान, ललित कौशिक सहित विभिन्न खेल संघ के पदाधिकारी एवं खिलाड़ी उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : छत्तीसगढ़ शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा प्रतिवर्ष खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को खेल पुरस्कार प्रदान कर राज्य खेल अंलकरण से सम्मानित किया जाता है।यह पुरस्कार राज्य के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों को प्रदान किये जाते हैं। राज्य खेल अंलकरण के अंतर्गत सीनियर वर्ग के ऐसे खिलाड़ियों को शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार से अलंकृत किया जाएगा, जिनके द्वारा राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में या राष्ट्रीय खेलों में कोई पदक प्राप्त किया गया हो या अधिकृत अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया गया हो।
इसी प्रकार जूनियर वर्ग के उन खिलाड़ियों को शहीद कोैशल यादव पुरस्कार से अंलकृत किया जाएगा, जिनके द्वारा जूनियर वर्ग के राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में कोई पदक प्राप्त किया गया हो। ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने विगत 5 वर्षों में चार बार सीनियर वर्ग राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाले महिला, पुरूष खिलाड़ियों को शहीद पंकज विक्रम सम्मान से सम्मानित किया जाता है।
प्रशिक्षकों, निर्णायकों को वीर हनुमान सिंह पुरस्कार से अलंकृत किया जायेगा। खेल से जुड़े 55 वर्ष या अधिक उम्र के अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता मे भाग लिया हो या राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त किया हो या संबंधित ने ऐसी कोई उल्लेखनीय सेवा खेल के क्षेत्र में की हो, जिसके आधार पर उन्हें सम्मानित किये जाने हेतु विचार किया जाए, उन्हें शहीद विनोद चैबे सम्मान से अलंकृत किया जाएगा।
इसी प्रकार सीनियर व जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता पदक प्राप्त दल को मुख्यमंत्री ट्राफी प्रदान की जाती है। पुरस्कार के नियम छत्तीसगढ़ राजपत्र मे प्रकाशित किए गए है, नियमों के अंतर्गत पात्रता रखने वाले आवेदकों को पुरस्कार के लिए प्रावीण्यता के आधार पर चयन किया जाएगा।
शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार हेतु 03 लाख रूपये, शहीद कौशल यादव पुरस्कार हेतु 01 लाख 50 हजार रूपये, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार हेतु 01 लाख 50 हजार रूपये, शहीद विनोद चैबे सम्मान एवं पंकज विक्रम सम्मान हेतु 25-25 हजार रूपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार सीनियर एवं जूनियर वर्ग के दलीय खेलों के लिए मुख्यमंत्री ट्राफी प्रदान की जायेगी, जिसमें ऐसे दलीय खेल जिसके सदस्यों की संख्या 04 है, उन्हें सीनियर वर्ग में 02 लाख रूपये एवं जूनियर वर्ग में 01 लाख रूपये का पुरस्कार दिया जायेगा तथा ऐसे दलीय खेल जिनमें सदस्यों की संख्या 04 से अधिक है, उन्हें सीनियर वर्ग में 05 लाख रूपये तथा जूनियर वर्ग में 03 लाख रूपए का पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार के अतिरिक्त मानपत्र, अलंकरण फलक, ब्लेजर एवं टाई प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त विजेताओं को प्रोत्साहन नियम के तहत नगद राशि पुरस्कार अलंकरण प्रदान किया जाता है। वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में (1 अप्रैल से 31 मार्च तक 2 वर्ष के लिए) जिन खिलाड़ियों ने सब जूनियर, जूनियर एवं सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त किया है, वे खिलाड़ी जिला कार्यालय एवं अपने खेल संघों से आवेदन फार्म प्राप्त कर निर्धारित तिथि तक अपना आवेदन जमा कर सकेंगे।
इसी प्रकार खेल वृत्ति (डाईटमनी) के लिए जिन खिलाड़ियों ने विगत वर्ष अधिकृत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त किया हो या राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व किया हो, खेलवृत्ति हेतु आवेदन कर सकेंगे। खेलवृत्ति के लिए अधिकतम आयु 19 वर्ष से अधिक नहीं होने चाहिए। खेल संघों को प्रोत्साहन के लिए उनके द्वारा वर्ष 2019 एंव 2020 में (1 अप्रैल से 31 मार्च दो वर्ष के लिए) अर्जित की गई उपलब्धि के लिए प्रेरणा निधि के आवेदन जिला कार्यालय या संचालनालय में निर्धारित तिथि तक जमा कर सकेंगे।
शहीद पंकज विक्रम सम्मान के आवेदन संघों के माध्यम से नियमानुसार निर्धारित प्रक्रिया के तहत राज्य खेल संघों की अनुसंशा सहित प्राप्त किये जायेंगे। खेल संघ पृथक-पृथक वर्षवार दो पुरस्कारों (एक महिला एक पुरुष खिलाड़ी) के लिये वरीयता के आधार पर 2-2 खिलाड़ियों के नाम की अनुशंसा कर सकेंगे। शहीद पंकज विक्रम सम्मान के आवेदन संचालनालय में या जिला कार्यालय में सीधे स्वीकार नही किये जायेंगे।
आवेदन खेल एवं युवा कल्याण विभाग के जिला कार्यालय या संचालनालय में राज्य खेल संघों से अनुशंसा सहित आवेदन निर्धारित तिथि तक कार्यालयीन समय अवधि में जमा किए जा सकते हैं। खिलाड़ी को पृथक-पृथक वर्षों के लिए पृथक-पृथक आवेदन प्रस्तुत करना होगा। आवेदन पत्रों का प्रारूप मय विज्ञापन विभाग की वेबसाइट ूूूण्ेचवतजेलूण्बहण्हवअण्पद पर उपलब्ध है।
पुरस्कार नियम में प्रावधानों के अनुरुप जिन खिलाड़ियों की मान्यता प्राप्त संघ द्वारा पुरस्कार के लिए अनुशंसा नहीं की गई हैं और तुलनात्मक रुप से उनकी उपलब्धि अधिक हैं, तो ऐसे खिलाड़ी तत्संबंधी विवरण प्रस्तुत कर, निर्धारित प्रारुप में अपना व्यक्तिगत विवरण लेख करते हुए अब 10 अगस्त, 2021 तक कार्यालय में सीधे जमा कर सकते है। -
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महासमुन्द : बसना विकासखण्ड के गौठान ग्राम सिंघनपुर में किसानों को चारा एवं बाड़ी विकास के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान चारागाह विकास कार्यक्रम अंतर्गत फैब्रिक नेपियर रोपण ज्वार रोपण साइलेज, मेकिंग चारा बंडल, यूरिया उपचार आदि के संबंध में चरणबद्ध प्रशिक्षण दिया गया।
इसके अलावा बाड़ी विकास के तहत सब्जी बीज, फल-फूल, पौधंे के बारे में विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।इस अवसर पर सरपंच, पंचगण, कृषक सुनील सोनी, उत्तरा कुमार, मोहित लाल, प्रियंका सोनी, रुकमणी विशाल, मायाधर, रामदास, चंद्र कुमार, उत्तर कुमार, बसंती सहित किसान एवं महिला समूह उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने राज्य शासन के मंशानुरूप जिले के राजस्व न्यायालय के प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार को दिए गए है।
इसके परिपालन में एसडीएम महासमुन्द श्री भागवत जायसवाल के मार्गदर्शन में जुलाई महीने में नामांतरण, ऋण पुस्तिका, बंटवारा, राजस्व विवादों, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र आदि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए कुल 08 राजस्व शिविरों का आयोजन बरोंडाबाजार, बिरकोनी, तुमगांव, शेर, खट्टी, बेलसोंडा, भोरिंग और झारा में किया गया।
शिविर का मुख्य उद्देश्य यह था कि खेती-बाड़ी के समय किसानों को आसानी से खाद, किसान क्रेडिट कार्ड आदि प्राप्त हो सके। जुलाई महीने में तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, बाबू और कोटवारों की राजस्व टीम द्वारा ग्रामों में जाकर कैम्प कोर्ट लगाकर राजस्व प्रकरणों का सरल तरीके से त्वरित निराकरण किया गया। इस दौरान 200 से अधिक नामांतरण, बंटवारा, भूमि विवाद, प्रकरणों का कैंप कोर्ट में निराकरण किया गया। इसके साथ ही भू-रिकार्डों के अपडेशन पर कार्रवाई की गई। -
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प्रशासन ने मंजूर किए एक करोड़ 50 लाख रूपए
जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
30-30 लाख रूपए की लागत से बनेंगे पाॅच ब्लड बैंक
महासमुन्द : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोविड-19 की सम्भावित तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रांे में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएॅ बढ़ाने की तैयारी को सर्वोच्च प्राथमिकता मंे रखा है। राज्य सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर जिले के सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जा रही है।राज्य शासन द्वारा महासमुंद जिले की सभी पाँचो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) सरायपाली, बसना, पिथौरा, बागबाहरा और तुमगाव में ब्लड बैंक खोलने की मंजूरी दी है। ब्लड बैंक खुल जाने से जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा। जरूरत के वक्त आवश्यकतानुसार उन्हें यहां खून मिल जाएगा। मरीज के परिजनों को खून के लिए दानदाताओं की तलाश भी नही करनी पड़ेेगी।विकासखंडो में ब्लड बैंक की जरूरत को देखते हुए जिले के चारों विधायक सर्वश्री विनोद चंद्राकर, महासमुंद, द्वारिकाधीश यादव, खल्लारी, श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह बसना और श्री किस्मत लाल नंद सरायपाली द्वारा जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ब्लड बैंक की माॅग शासन से की थी। सरकार द्वारा उनकी माँग जरूरत को देखते हुए ब्लड बैंक बनाने की सहमति प्रदान की गई हैं। इसके लिए विधायकों द्वारा अपनी-अपनी विधायक निधि से राशि भी स्वीकृत कर दी है।महासमुंद कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के पाॅचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों ब्लड बैंक बनाने के लिए प्रत्येक सीएससी के लिए 30-30 लाख रुपए के हिसाब से एक करोड़ 50 लाख रूपए की राशि स्वीकृति दी गई है। इस राशि से ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी।उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थलों पर संबंधित विधायकों से ब्लड बैंक आदि संबंधित कार्यों का भूमि पूजन कराया जाएगा। आगामी दो माह के भीतर ब्लड बैंक खुल जायेंगे। जरूरतमंद मरीजों को खून के लिए भटकना नही पड़ंेगा। जरूरत के वक्त आवश्यकतानुसार उन्हें यहां खून मिल जाएगा। मरीज के परिजनों को खून के लिए दानदाताओं की तलाश भी नहीं करनी पड़ेगी।कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इमरजेंसी रूम, आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था और संख्या बढ़ाई जा रही है। महासमुंद जिला अस्पताल और पिथौरा अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का सिविल वर्क अंतिम दौर में है।इन अस्पतालों में बेड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य भी शुरू हो जाएगा। ताकि कोरोना के मरीजों व गंभीर मरीजों को स्थानीय हॉस्पिटल में ही इलाज की सारी सुविधा मिल जाए। -
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एक माह के केक आर्डर से कमाए 36 हजार रुपए
महासमुंद : ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत् महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक विकास के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत जिले के सभी विकासखंडों में महिला स्व-सहायता समूहों के लिए कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। जिला प्रशासन के विशेष पहल पर महिला स्व-सहायता समूह के उत्पादित सामग्रियों को सिरपुर के ब्रांड नाम से विक्रय किया जा रहा है।
इसके लिए जिला मुख्यालय, सभी ब्लॉक मुख्यालयों में सामग्रियों के विक्रय के लिए स्टॉल शुरू किए गए है। यहां पर महिला स्व-सहायता समूह से उत्पादित सामग्रियों को बिक्री की जा रही।इससे महिलाओं के इस प्रयास से उनके आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में बेहतर परिणाम देखने को मिलने लगा है। इससे महिलाएं अपने हुनर और योजना का लाभ उठाकर न केवल आर्थिक रूप से मजबूत हो रही बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बन रही है।
महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बावनकेरा के जय मां शारदा महिला स्व-सहायता समूह की दीदीयों ने अपने गाॅव में ही विगत 18 जून 2021 को बेकरी उत्पाद केक पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके उपरांत उन्होंने केक बनाने के लिए आॅर्डर लेना प्रारंभ कर लिया है।
उन्होंने बताया कि उन्हें गाॅव में ही 25 जून से 30 जुलाई तक कुल 120 नग जन्मदिन, सालगिरह सहित अन्य समारोह के लिए केक बनाने का आॅर्डर मिला। जिसको बेचकर वे 36 हजार रूपए की मुनाफा कमा चुकी है। इन महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा विभिन्न प्रकार की डिजाईन युक्त केक का निर्माण किया जा रहा है। ग्राम स्तर पर महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित केक ग्राहकों को बहुत पंसद आ रहा है।
गाॅव पर ही केक उपलब्ध होने से ग्रामवासियों को केक खरीदने के लिए बाहर जाना नही पड़ रहा है। विभिन्न प्रकार के केक का निर्माण कर महिला स्व-सहायता समूह अपने क्षेत्र में एक नई पहचान बना रही है। महिला समूह के इस आजीविका गतिविधि को देेखकर गांव के अन्य महिला स्व-सहायता समूह भी आजीविका गतिविधि करने के लिए काफी इच्छुक है। वे अपने इस कार्य से बेहद खुश है।
वहीं बागबाहरा विकासखंड के कोमाखान की एकता महिला ग्राम संगठन महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने बताया कि गांव के 12 समूह मिलकर हैण्डवॉश, फिनाईल, वाशिंग पाउडर, आचार, बड़ी-पापड़ का निर्माण करती हैं। उन्हें अब सिरपुर ब्रांड के नाम से सामग्रियों की बिक्री करने का मौका मिल रहा है।
समूह की महिलाओं को पहले सामग्री निर्माण करने के लिए उन्हें दस दिवसीय प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया गया था। उन्होंने बताया कि अजीविका मिशन के तहत 15 हजार रूपये की चक्रीय निधि की राशि प्रदाय किया गया था। जिससे समूह की महिलाएं व्यवसाय प्रारंभ की थी। इसके उपरांत सामुदायिक निवेश कोष के तहत 60 हजार रुपये उन्हें प्रदान किया गया था, जिससे उनके आर्थिक स्थिति काफी सुधार हुई है। -
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महासमुंद : पढ़ना-लिखना अभियान के अंतर्गत पूरे छत्तीसगढ में 15 आयु वर्ग से अधिक उम्र के करीबन ढाई लाख और निरक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इस योजना में पढ़ना-लिखना और गणितीय कौशल में वृद्धि कर साक्षरता कौशल अर्जित करने के लिए 120 घंटे की पढ़ाई करायी जा रही है।
पढ़ाने वाले स्वयंसेवी शिक्षक स्कूल कॉलेज के बच्चे एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड, नेहरू युवा केन्द्र के स्वयं सेवक, सेवानिवृत्त व्यक्ति शिक्षक, शिक्षिकाओं एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के व्यक्तियों का पढ़ाई के इस कार्य में सहयोग लिया जा रहा है। साक्षरता केंद्र किसी भी स्कूल, कॉलेज के भवन पंचायत एवं सार्वजनिक भवन में लगाए जा सकते हैं।
यह केंद्र किसी के घर में भी लग सकता है, इसके लिए कोई बंधन नहीं है। इसके लिए कोई समय भी निश्चित नहीं है अर्थात शिक्षार्थियों की सुविधा अनुसार यह 2 घंटे कभी भी लगाया जा सकता है। पठन-पाठन सामग्री की व्यवस्था जिला साक्षरता मिशन द्वारा की जाती है।
छत्तीसगढ़ सरकार के शिक्षा विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना में उन लोगों को शामिल किया जाता है, जो साक्षर नहीं हैं, जो कभी स्कूल नहीं गए हैं, जिन्होंने पढ़ाई-लिखाई नहीं की है, सरकार ऐसे लोगों को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है। ‘‘प्रारंभिक शिक्षा सभी को’’ इस विचार से इस योजना को शुरू किया गया है।
इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 साल और इससे अधिक आयु के करीबन ढाई लाख निरक्षर वयस्कों को साक्षर बनाना है। इस अभियान में महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य वंचित समूहों को शामिल किया गया है।
जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता मिशन से मिली जानकारी अनुसार महासमुंद जिले में 1045 स्वयंसेवी शिक्षक करीबन 9988 निरीक्षरों को साक्षर करने में जुटे है। इसमें जिले के बागबाहरा विकासखंड में 179 स्वयंसेवी शिक्षक 1787 शिक्षार्थियों, बसना में 246 स्वयंसेवी शिक्षक 2404 लोगों को साक्षर करने में लगे है। इसी प्रकार महासमुंद ब्लॉक के 202 स्वयंसेवी शिक्षक भी ऐसे 2254 शिक्षार्थियों को पढा रहे है।
पिथौरा के 219 स्वयंसेवी शिक्षक 2000 शिक्षार्थियों और सरायपाली के 199 स्वयंसेवी शिक्षक 1643 निरीक्षरों को साक्षर के लिए पढ़ा रहे है। इसके अलावा इनके द्वारा अब तक 11000 से ज्यादा पढ़ाई के फोटो विभागीय पोर्टल में अपलोड कर चुके है।
कार्यक्रम के समन्वय के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा पूरे प्रदेश में असाक्षरों व स्वयंसेवी शिक्षकों को चिन्हित अर्थात सर्वे का कार्य भी किया गया है। स्वयंसेवी शिक्षकों को पढ़ाने के लिए विशेष तकनीकी अपनाई जाती है, उन्हें विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। इसके लिए प्रत्येक जिले में दो-दो रिसोर्स पर्सन वह प्रत्येक ब्लॉक में आनुपातिक रूप से कुशल प्रशिक्षकों का चयन हुआ। उनका ऑनलाइन प्रशिक्षण भी किया जा चुका है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने पिछले महीने जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण (कार्यकारिणी समिति) की बैठक ली थी। जिला शिक्षा अधिकारी को दिए तथा स्वयं सेवी शिक्षकों को 120 घंटा में बुनियादी प्रवेशिका आखर झांपी पाठ्यक्रम को पूर्ण करने हेतु समय सारणी देने कहा था। जिससे समय-सीमा में पढ़ाई का कार्य पूर्ण हो सकें। विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों से जिले में पूर्व में संचालित साक्षरता कार्यक्रम के नवसाक्षरों के द्वारा असाक्षरों को प्रोत्साहित करने हेतु अनुरोध किया था। -
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महासमुन्द : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद के सचिव मोहम्मद जहांगीर तिगाला ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण 1987 की धारा 22 बी के अंतर्गत जनोपयोगी लोक अदालतों की स्थापना छत्तीसगढ़ के पाॅंच संभागीय मुख्यालय बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, जगदलपुर एवं अंबिकापुर में की गई है।इस लोक अदालत में जनोपयोगी सेवाओं से संबंधित प्रकरण जैसे परिवहन, डाक, फोन, बिजली, पानी, प्रकाश, स्वच्छता, अस्पताल, बीमा, बैंकिंग अन्य वित्तीय संस्थाऐं ईंधन आपूर्ति, शिक्षा एवं शिक्षण संस्थाऐं, आवास एवं भू-संपदा से संबंधित प्रकरणों पर सुनवाई की जायेगी।
देखा गया है कि उपरोक्त सेवाओं में कमी के कारण पीड़ित पक्षकार संबंधित संस्थानों में चक्कर काटते रहते हैं, जहाॅं पर उनकी सुनवाई नहीं होती है और थक हारकर असुविधाओं के बीच में रहने को मजबूर होते हैं।इन सेवाओं के लिए गठित उपरोक्त लोक अदालतों को सशक्त एवं प्रभावी किये जाने का आदेश कार्यपालक अध्यक्ष श्री प्रशांत कुमार मिश्रा द्वारा जारी किये गए हैं। पीड़ित पक्षकार अपने जिले से संबंधित संभागीय मुख्यालय में स्थापित जनोपयोगी लोक अदालत में उपरोक्त संस्थाओं के खिलाफ आवेदन बिना किसी न्याय शुल्क के प्रस्तुत कर सकते हैं।
आवेदन का प्रारूप राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के वेबसाइट में अथवा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद से प्राप्त किया जा सकता है, जो आवेदक सक्षम नहीं है, उन्हें आवेदन प्रस्तुत करने हेतु यथासंभंव मदद भी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद से प्रदान किये जाने के ओदश भी पारित किये गये हैं।
जनोपयोगी लोक अदालत में प्रस्तुत आवेदन प्रथमतः आपसी राजीनामा एवं समझौते के माध्यम से निराकृत किये जाने का प्रयास किया जावेगा। जब पक्षकारगण किसी नतीजे पर नहीं पहुॅंचते हैं तथा विवाद किसी अपराध से संबंधित नहीं है, तो स्थाई लोक अदालत गुण दोषों के आधार पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 की धारा 22 सी (8) के अंतर्गत यथाशीघ्र आदेश पारित कर दिया जावेगा।
इस तरह पीड़ित पक्षकार को शीघ्र एवं सस्ता न्याय प्राप्त हो सकेगा। जिला न्यायाधीश, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद के अध्यक्ष श्री भीष्म प्रसाद पाण्डेय द्वारा समस्त नागरिकों से अपील की गई है कि वे उक्त सेवाओं के संबंध में उन्हें आ रही किसी भी प्रकार के दिक्कतों के संबंध में ज्यादा से ज्यादा सूचना जिला न्यायालय स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, महासमुंद के प्रबंध कार्यालय को प्रदान करें, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके। -
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कलेक्टर ने स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को दी बधाई
महासमुन्द : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी महासमुन्द अंतर्गत संचालित जल परीक्षण प्रयोगशाला महासमुन्द को राष्ट्रीय परीक्षण और अंश शोधन प्रयोगशाला सत्यापन बोर्ड (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फाॅर टेस्टिंग एंड कैलिबे्रशन लेबोरेटरीज) मान्यता दी गयी है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह को उक्त जानकारी और मान्यता पत्र कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री एस.एस. धकाते ने सौंपा। कलेक्टर श्री सिंह ने इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि अब जिले के आम नागरिक जल परीक्षण करा सकते है। जिससे जल परिणाम में परिशुद्धता मिलेगी। इस मौकें पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता श्री मनोज कुमार ठाकुर, उप अभियंता श्री एस.एस. लोधी और केमिस्ट अजय कुमार प्रजापति मौजूद थे।
श्री धकाते ने कलेक्टर को जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश की 10 वाॅ नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फाॅर टेस्टिंग एंड कैलिबे्रशन लेबोरेटरीज (एनएबीएल) मान्यता प्राप्त जल परीक्षण प्रयोगशाला है। यह प्रयोगशाला कार्यालय कलेक्टर के सामने परिवहन कार्यालय के पास संचालित है। -
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गिरदावरी करते समय कोई गलती न हो यह ध्यान रखें
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में कहा कि मिल रही खबरों के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर धीरे-धीरे दस्तक दे रही है।इसके लिए कोरोना की दूसरी लहर के अनुभवों से सीख लेते हुए सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रांे में पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएॅ की तैयारी पूरी करके रखें।उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय महासमुन्द और पिथौरा में जल्द ही एक-दो दिन के भीतर आॅक्सीजन प्लांट का सिविल वर्क पूरा होने की जानकारी मिली है। संबंधित एसडीएम इसका निरीक्षण कर लें। जिन स्वास्थ्य केन्द्रों और अस्पतालों में कुछ कमियाॅ बिजली, पानी इत्यादि की हो तो उसे पूरा करा लिया जाए।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में गिरदावरी कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा सावधानी और त्रुटिरहित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी के समय यह ध्यान अवश्य रखें कि धान के बदलें मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत् लगाई गयी फसलें एवं अन्य उपयोग की गयी भूमि को घटाकर गिरदावरी करें। उन्होंने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्वों को नियमित तौर पर पटवारियों से सतत् सम्पर्क बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक सेवा गारंटी एवं समय-सीमा के लम्बित प्रकरणों पर की गयी कार्रवाई की भी जानकारी ली।
उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण, सुपोषण योजना, धान के बदले अन्य फसलें लेने किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, प्रभारी अपर कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. मंडपे, डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। जिले के सभी एसडीएम और ब्लाॅक अधिकारी वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को कहा कि सीमावर्ती चैंकियों पर नियमित तौर पर रेंडमली कोरोना टेस्टिंग की जाए। जिसके साथ ही निर्धारित लक्ष्य के साथ लोगों की कोरोना की जाॅच भी की जाएं। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हाट बाजार में नियमित लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण, उनके उपचार और जाॅच चलते रहने के भी निर्देश दिए। पहले की तरह क्वारेंटाईन संेटर के लिए जगह चयनित करने उन्होंने कहा कि स्कूल खुल गए है। क्वारेंटाईन संेटर के लिए क्षेत्र के सामुदायिक भवन या अन्य भवन को चयनित कर रखें। -
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चिटफंड कम्पनी में धन वापसी के आवदेन 6 अगस्त तक कर सकते हैं
जिले के एसडीएम हैं नोडल अधिकारी
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम एवं चिटफंड एक्ट के तहत् कुर्की संबंधी बैठक आज कलेक्टर श्री डोमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई।चिटफंड कम्पनियों की जाल से निवेशकों को बचाने आदि एवं संबंधित अन्य प्रकरणों पर चर्चा हुई। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल, प्रभारी अपर कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, प्रभारी उप संचालक अभियोजन श्री बैसवारे उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि जिलों मंे निवेशकों को ज्यादा ब्याज का लालच देकर पैसे वापस नहीं करने वाले बोगस चिटफंड कम्पनी एवं उनके संचालकों और आॅफिस बंद कर भागने वाली कम्पनियों की खोजबीन की सरकारी प्रयास शुरू हैं।उनकी सम्पति भी कुर्की की कार्रवाई की जा रही है। गली मोहल्लों में एक कमरें में संचालित नाॅन बैंकिग फायनेंस कम्पनियाॅ और चिटफंड कंपनियाॅ गलत तरीकें से निवेशकों का पैसा निवेश कराकर नहीं भाग सकेंगी। अब इसके लिए राज्य में छत्तीसगढ़ के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम लागू है। जिले में इसके लिए कड़ाई की गयी है। उन्होंने अन्य प्रकरणों, अपील आदि तथ्यों की जानकारी अगली बैठक में लाने को कहा।उन्होंने कहा चिटफंड कम्पनियों में निवेश करने वाले जनसामान्य/निवेशकों के धन की वापसी हेतु जिले के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) को नोडल अधिकारी अधिकृत किया गया है। संबंधित एसडीएम छत्तीसगढ़ शासन गृह विभाग द्वारा जारी निर्धारित प्रपत्र में चिटफंड कम्पनियों में निवेश करने वाले जनसामान्य/निवेशकों के धन की वापसी हेतु आवेदन पत्र दिनांक 6 अगस्त तक लेंगे।जिले के ऐसे जनसामान्य एवं निवेशक जिन्होंने चिटफंड कम्पनियों में धन निवेश किया है। वे संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी के पास निर्धारित प्रपत्र में पूरा ब्यौंरा भरकर आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। आवेदन प्रपत्र के संबंध में या संबंधित जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से सम्पर्क किया जा सकता है। -
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बच्चें बोले सहपाठियों और शिक्षकों से न मिलने का था मलाल लेकिन अब खुश
महासमुन्द : कोरोना काल के चलते लम्बी अवधि के बाद सोमवार 02 अगस्त से खुले स्कूल में कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज आदर्श उच्चतर माध्यमिक शाला, महासमुन्द पहुंचकर छात्र-छात्राओं के पढ़ाई-लिखाई संबंधी जानकारी ली। कलेक्टर ने बच्चों से इतने दिनों बाद स्कूल न आने और अब स्कूल खुलने पर उनकी प्रतिक्रिया जानी।
छात्राओं ने बताया कि कोविड के कारण घर पर ही आॅनलाईन पढ़ाई करती थी। किंतु अपने सहपाठियों एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं और खेलकूद न कर पाने का भी मलाल जहन में रहता रहता था। लेकिन अब स्कूल खुल गए है तो काफी अच्छा महसूस कर रहें हैं।
आॅनलाईन पढ़ाई से ज्यादा शिक्षक द्वारा प्रत्यक्ष रूप से पढ़ाई कराना जल्दी समझ में आता है। इस मौंके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, सहायक संचालक जिला शिक्षा श्री हिमांशु भारतीय एवं स्कूल प्राचार्य श्रीमती एस. चन्द्रसेन साथ थी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बच्चों से कोविड-19 की सावधनी और उससे बचाव के संबंध में भी पूछा। कलेक्टर श्री सिंह बच्चों द्वारा बतायी गयी कोविड के बचाव और सावधानियों की बातों से प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बतायी गयी बातें सोशल डिस्टेंसिंग, मुॅह पर माॅस्क और सैनिटाईजर और हाथों को धोतें रहने का हमेशा ध्यान रखें।
उन्होंने कहा कि अदृश्य दुश्मन को मात देने का यह बेहतर तरीका है। उन्होंने बच्चों से आग्रह किया कि वे अपने और अपने आस-पास जो 18 वर्ष से अधिक है और जिन्होंने कोरोना का टीका नहीं लगवाया हैं, उन्हें लगवाने के लिए प्रेरित करें। -
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मछली पालन आय का अच्छा स्त्रोत: कलेक्टर श्री सिंह
महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में मछली पालन की विभागीय योजनांतर्गत स्पाॅन संवर्धन योजना के तहत् विकासखण्ड महासमुन्द के तीन मत्स्य कृषकों श्री तिहारू राम ध्रुव, संतराम ध्रुव और अदालत ध्रुव को मछली जाल एवं मेडिसिन सामग्री सौंपी। इस अवसर पर सहायक संचालक मछली पालन श्री ओ.पी. मेहरा, एवं मछली निदेशक श्री लालू राम साहू उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने इस मौंके पर कहा कि महासमुन्द जिले में ज्यादातर लोग कृषि कार्य से जुड़े हुए है। परन्तु महासमुन्द जिला पड़ोसी राज्य की सीमा से लगे होने के कारण मछली पालन आय का अच्छा स्त्रोत होने के कारण कुछ लोग मछली पालन जैसे कार्यों में लगे हुए है।
यह जिला मछली व्यवसाय के लिए अनुकूल है। क्योंकि यहां नदी, छोटे बांध, तालाबों की अधिकता है यही कारण है कि अब मछली पालन व्यवसाय में बहुत से लोग जुड़ने लगे है यह अच्छी बात हैं। उन्होंने कहा कि राज्य शासन भी मछली व्यवसाय को बढ़ावा दे रही है।
इसलिए मछली पालन के साथ-साथ जुड़े वस्तुओं औंजार आदि के लिए ऋण भी मुहैया कराती है। नाव, जाल, मछली बीज संवर्धन, मत्स्य पालन आदि के लिए ऋण भी दिया जाता है। उन्होंने सहायक संचालक श्री मेहरा को कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। ताकि लोग कृषि के साथ-साथ मछली पालन भी कर अपनी आर्थिक स्थिति और बेहतर कर सकें। -
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सीमावर्ती इलाकों पर भी संदिग्ध वाहनों की सघन चेकिंग की जाए
महासमुन्द : जिले में नशीली दवाओं के दुरूपयोग और उसके व्यापार पर सभी कारगर कदम उठाएं। जिले के सीमावर्ती इलाकों में कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि ज्यादातर अपराध नशा की वजह से होते है।उन्होंने कहा कि स्वापक औषधि एवं मनः प्रभावी पदार्थ जो किसी रोग उपचार हेतु मेडिसिन के वर्ग में आते है, इसके क्रय-विक्रय पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन कड़ी निगरानी रखें।
उक्त बातें कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज यहां जिला स्तरीय स्वापक औषधि एवं मनः प्रभावी पदार्थों के अनाधिकृत व्यवसायियों पर व्यापक एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए गठित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में कही। सहायक औषधि नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्री अखिलेश पाण्डेय इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक समय-सीमा के बाद कलेक्टर सभाकक्ष में हुई। बैठक में समिति सदस्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, उप संचालक समाज कल्याण, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि महासमुन्द जिला पड़ोसी राज्य की सीमा से लगा हुआ है एवं राष्ट्रीय राजमार्ग भी जुड़ा है। इसलिए यहां अवैध रूप से मादक पदार्थों की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु नियमित रूप से संदिग्ध वाहनों की चेकिंग एवं नियमानुसार कार्रवाई की जाए। इस तरह के प्रकरणों पर पुलिस द्वारा भी कार्रवाई की जाती है, उनसे भी अपेक्षा हैै कि औषधियों के भौतिक सत्यापन में भी विभाग का सहयोग करें। -
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महासमुन्द : जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में 20 नवीन सिंगल विलेज की शासकीय स्वीकृति एवं 02 रेट्रोफिटिंग एवं आॅनलाईन निविदा आवेदन पर विस्तार से चर्चा हुई।आॅनलाईन निविदा के बारें में बताया गया। कार्यपालन अभियंता श्री एस.एस. धकत ने जल जीवन मिशन से संबंधित जानकारी दी। बैठक में समिति सदस्य उपस्थित थे। बैठक समय-सीमा की बैठक के बाद हुई।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन अंतर्गत निर्धारित समय में जिले के प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को क्रियाशील घरेलू कनेक्शन के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेय जल उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकताओं मंे है।उन्होंने कहा कि समस्त प्रक्रियाओं को नियमानुसार पूरा कर इस योजना में आवश्यक पाईप विस्तार अथवा घरेलू कनेक्शन शत्-प्रतिशत् पूर्ण करने का कार्य करें। -
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जिले के नगरीय क्षेत्रों में खुलेंगी जेनेरिक दवाईयों की दुकान
कलेक्टर ने जल्द सभी प्रक्रिया पूरी करने के दिए निर्देश
महासमुन्द : मुख्यमंत्री सस्ती दवाई दुकान योजना के तहत् जिले में जेनेरिक दवा की दुकान खोली जाएगी। जिले के सभी नगरीय निकायों में योजना के तहत् दवाई दुकान खोलनें एवं अन्य प्रक्रिया के संबंध में आज यहां कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी (यूपीएसएस) की बैठक आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में हुई।
बैठक में नगरपालिका अधिकारी श्री ए.के.हालदार ने संबंधित योजना और प्रक्रिया के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत नगरीय क्षेत्र अंतर्गत यथासम्भव चिकित्सालय परिसर तथा उनके निकट उपलब्ध भवन, दुकान चिन्हांकित किए जायेंगे। इसके लिए खुली निविदा आमंत्रित की जाएगी।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने सभी प्रक्रिया और निविदा संबंधित कार्रवाई जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के नगरीय क्षेत्र छोटे है चिकित्सालय परिसर या आस-पास उनके निकट भवन, दुकान चिन्हांकित करें।
उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करें। जेनेरिक दवा गुणवत्ता में किसी भी प्रकार के ब्रांडेड दवाईयों से कम नहीं होगी तथा ये उतनी ही असरकारक है जितनी ब्रांडेड दवाईयाॅ होती है। इनकी कीमत भी काफी कम होती है। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, प्रभारी अपर कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी और समिति सदस्य, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, वन मण्डलाधिकारी के प्रतिनिधि, परिवहन अधिकारी, जिला खनिज अधिकारी, उप संचालक कृषि सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज यहां कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) की प्रारम्भिक तैयारियों के संबंध में बैठक ली। उन्होंने कहा कि इस बार भी स्वतंत्रता दिवस कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए गत वर्ष की तरह मनाया जाएगा। इसमें विशेष तौर पर सावधानी बरतते हुए तैयारी करें।
उन्होंने कहा राज्य शासन से समारोह के आयोजन के संबंध में जैसे ही नए दिशा-निर्देश आयेंगे उसके हिसाब से आयोजन और कार्यक्रमों की रूपरेखा बनायी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सामारोह में भारत सरकार गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 से बचाव हेतु जारी सभी निर्देशों का पालन एवं उपाय सुनिश्चित किए जाए।
स्वतंत्रता दिवस पर जिला मुख्यालय में मुख्य समारोह प्रातः 09ः00 बजे शुरू होंगे। कार्यक्रम मिनी स्टेडियम पर आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मेघा टेम्भुलकर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री आकाश छिकारा, प्रभारी अपर कलेक्टर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन भी होगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों को माॅस्क पहनना और सामाजिक दूरी का पालन करना होगा।
जिले के अन्य कार्यलयों में ध्वजारोहण प्रातः 08ः00 बजे के पूर्व सम्पन्न कर लिए जाए ताकि उन कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी जिले के मुख्य समारोह में उपस्थित हो सकें। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे उत्कर्ष कार्य करने वाले अपने अधिकारी-कर्मचारी के नाम 10 अगस्त से पहले कार्यालय कलेक्टर में भेज दें।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस को रात्रि में जिले के सभी शासकीय एवं सार्वजनिक भवनों तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के स्मारकों में रोशनी करने को कहा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय झण्डों पर प्लास्टिक का उपयोग ना किया जाए। उन्होंने कहा कि समारोह स्थल पर वाहनों की पार्किंग व्यवस्था का निर्धारण जिला परिवहन अधिकारी, पुलिस तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा किया जाएगा। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कलेक्टर ने अधिकारी को बिल वाऊचर आदि की कमी दूर कर प्रस्तुत करने के दिए निर्देश
महासमुन्द : कोरोना काल के चलते लगभग चार माह बाद जिलेे के 1780 आंगनबाड़ी केन्द्र सोमवार 26 जुलाई से फिर से खुल गए है। इससे पहले कोविड-19 के कारण मार्च के अंतिम सप्ताह से आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद रखते हुए हितग्राहियों को घर पहुंचाकर सूखा राशन दिया जा रहा था।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज समय-सीमा की बैठक में महिला एवं बाल विकास अधिकारी से आॅगनबाड़ी केन्द्रों में सूखा राशन और लड्डू वितरण के भुगतान संबंधित जानकारी ली। जिला प्रशासन द्वारा तत्काल आॅगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं, सूखा राशन और लड्डू वितरण की भुगतान की 50 प्रतिशत् राशि जारी कर दी है।
कलेक्टर श्री सिंह ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को संबंधित वाऊचर आदि कमियों को तीन-चार दिवस के भीतर दूर कर प्रस्तुत करने और पूरा भुगतान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि जिले के आॅगनबाड़ी केन्द्रों में सुचारू रूप से बच्चों को गर्म पौष्टिक भोजन और सूखा राशन समय पर हो यह प्राथमिकता होनी चाहिए।
सभी तरह के भुगतान समय पर हो ऐसा संबंधित अधिकारी की जिम्मेेदारी और जवाबदेही होती है। कुछ वाऊचर बिल आदि में अगर किसी प्रकार की कोई कमी या त्रुटि है, तो उन्हें समय रहते ही पूरा कर लिया जाए। इसकी वजह से भुगतान में ज्यादा विलम्ब ना हो। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस बात का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। -
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महासमुंद : अपर कलेक्टर श्री जोगेंद्र नायक की 31 जुलाई को सेवानिवृत्ति होने के कारण प्रशासनिक दृष्टि एवं सुचारु कार्य संपादन के लिए कलेक्टर श्री डोमन सिंह संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील चंद्रवंशी को आगामी आदेश पर्यन्त तक अपर कलेक्टर से संबंधित कार्य का प्रभार सौंपा है। इस आशय के आदेश आज देर शाम कार्यालय कलेक्टर महासमुंद से जारी कर दिए गए है । -
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महासमुंद : कोरोना की दूसरी लहर की रफ़्तार थमने के बाद महासमुंद में आज से 10वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खुल गए हैं। लंबे समय बाद स्कूल खुलने के बाद बच्चे स्कूल में स्कूल यूनिफार्म और मास्क लगाकर स्कूल पहुंचे हैं। दोस्तों और शिक्षकों से मिलने की खुशी में बच्चे काफी खुश थे।
वही जहाँ कक्षा 1 से 5वीं एवं कक्षा 8 वी की कक्षायें प्रारंभ करने के संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित ग्राम पंचायत तथा स्कूल की पालक समिति और शहरी क्षेत्रों के लिए संबंधित वार्ड पार्षद एवं स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा पर कक्षायें शुरू हुई ।
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर मार्च में शुरू होने के बाद स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे। राज्य शासन द्वारा पूरी सावधानी के साथ स्कूलों को खोले जाने के बारे में निर्णय लिया गया है।स्कूली शिक्षा विभाग ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि दो अगस्त से प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में दसवीं और 12वीं कक्षा की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होंगी । कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने ज़िले के सभी एस.डी.एम.को स्कूलों के निरीक्षण करने के निर्देश दिए ।
राज्य सरकार से निर्देश मिलने पर प्रदेश सहित महासमुन्द जिले के अधिकांश शासकीय और निजी स्कूलों में आज सोमवार से खुलें । स्कूलों में बच्चें उत्सुकता पूर्वक अध्ययन के लिए पहुंचे। शिक्षकों द्वारा बच्चों को स्कूलों में अध्यापन कराने के साथ-साथ पहले की तरह ही आॅनलाईन कक्षाएं भी ली जा रही है।
स्कूल खुलने से पूर्व शासकीय और निजी स्कूल संचालकों ने स्कूलों का सैनिटाईजेशन करा लिया था। उन्होंने पालकों से भी सहमति पत्र भरवाया था। स्कूल संचालकों द्वारा बच्चों का ध्यान रखते हुए जिन बच्चों को सर्दी- खांसी होगी उन्हें स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं है इसलिए अभिभावकों की मर्जी से बच्चे स्कूल आएंगे। बच्चों को रोटेशन के अनुसार स्कूल बुलाया गया है।वर्तमान में 50 फीसदी क्षमता में ही बच्चों को कक्षाओं के भीतर बिठाया गया। काफी दिनों के बाद स्कूल खुलने से बच्चों में स्कूल में पढ़ने के लिए काफी उत्साह का माहौल था।
विद्यार्थियों को स्कूल में शिक्षकों द्वारा कक्षा में माॅस्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ-साथ पढ़ाई कराई गई। इस दौरान कोविड गाइड लाइन का पूरा पालन किया गया साथ ही सभी स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा का पूरा ध्यान भी रखा गया। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदा से मृत्यु होने पर मृतक के स्वजन के लिए आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की है।इनमें विकासखण्ड बागबाहरा अंतर्गत ग्राम कोमा निवासी श्रीमती नूतन निषाद की मृत्यु 19 जुलाई 2020 को साॅप के काटने से होने पर उनके पति श्री नरोत्तम निषाद के लिए चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि स्वीकृत की गई हंै।