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कोरबा 31 मार्च 2020/लंदन रिटर्न कोरोना वायरस संक्रमित छात्र ने किन-किन लोगों से सम्पर्क किया या वह किन-किन लोगों के सम्पर्क में आया है। इसकी पूरी जानकारी जुटाने में प्रषासन ने अपनी ताकत झोंक दी है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने स्वयं इसकी कमान सम्भाल ली है। आज छात्र के निवास स्थान वाले पूरे इलाके रामसागर पारा को पूर्णतः लाॅकडाउन कर दिया गया है। पूरे इलाके को सेनेटाईज करने में नगर निगम के लगभग पाॅंच दस्तों ने सुबह से लेकर दोपहर तक गली-कूॅंचों के साथ-साथ लोगांे के घरों में भी दवाओं का छिड़काव किया है। इसके साथ ही कलेक्टर ने संक्रमित छात्र के सम्पर्क में आने वाले लोगों की ट्रेकिंग के लिये छह अधिकारियों की टीम गठित की है। जो पूरे दिन लोगों से सम्पर्क कर छात्र की काॅन्टेक्ट हिस्ट्री की जानकारी लेते रहे। छात्र से सीधे सम्पर्क में आने वाले ड्राइवरों और उनके परिवारों सहित घर पर काम करने वाले गार्ड को भी क्वारेंटाईन सेंटर में रख दिया गया है और इन लोगों के सम्पर्क में आने वालों की जानकारी भी इकट्ठी की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने मौजूदा परिस्थितियों में शहर की कानून व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी सम्भाल ली है। 18 मार्च को लंदन से आये इस छात्र की कोरोना पाॅजीटिव रिपोर्ट मिलते ही तत्काल कार्यवाही करते हुए रामसागर पारा स्थित घर की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया है। सभी सड़कों पर बेरिकेटिंग लगाकर आमजनों को उन सड़कों से आवागमन की मनाही की जा रही है। सभी प्रवेष सड़कों पर पुलिस के जवानों का कड़ा पहरा लगा दिया गया है।कलेक्टर बोलीं- घबरायें नहीं शहरवासी, नियंत्रण के लिए प्रषासन की सभी तैयारियां पूरी कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने वर्तमान परिस्थितियों में जिला वासियों से संयम बरतने और अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। श्रीमती कौषल ने कहा है कि लोग घबरायें नहीं, जिला प्रषासन कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अस्पतालों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक ईलाज,सेनेटाईजेषन आदि के लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही पूरी कर ली गई है। कलेक्टर ने लोगों से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है।प्रषासन सजग, संक्रमण का फैलाव रोकने सभी जरूरी उपाय हुये शुरू:- कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद रामसागर पारा की तीन किलोमीटर परिधि का क्षेत्र अतिसंवेदनषील जोन घोषित कर दिया गया है। कोरोना नियंत्रण के लिए निर्धारित प्रोटोकाल और दिषा निर्देषों के अनुसार इस क्षेत्र के लगभग दो सौ से ढाई सौ घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचना शुरू हो गई है। क्षेत्र के इन सभी घरों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए दस डाक्टरों के पर्यवेक्षण में चालीस दल काम पर लगाये गये हैं। दलों द्वारा घरों में जा-जा कर पारिवारिक सदस्यों की जानकारी और उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में तकलीफ जैसी परेषानियों के बारे में पूछा जा रहा है। जिन परिवारों के सदस्यों को इस तरह की तकलीफें होंगी उन्हें तत्काल ईलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जायेगा। घर-घर सर्वे के लिए मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कर्मियों के दल बनाये गये हैं। पूरे शहर में कोरोना वायरस से सुरक्षा और बचाव के संबंध में जरूरी जानकारी आमजनों को मुनादी कराकर उपलब्ध करायी जा रही है। संक्रमित क्षेत्र में लाॅकडाउन की स्थिति में आवष्यक खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति के लिये भी जिला प्रषासन द्वारा पूरी व्यवस्था कर ली गई है। लोगों को अपने घरों में ही रहने की हिदायत दी जा रही है। नगर निगम द्वारा इन क्षेत्रों में अनाज, फल, सब्जी, दूध आदि की आपूर्ति बनाये रखने के लिये घर पहुॅच सेवा शुरू कर दी गई है। -
कल ही कोरोना संक्रमित होने की जाॅंच मिली थी पाॅजीटिव, अभी एम्स में चल रहा ईलाज
कोरबा 31 मार्च 2020/कोरबा में कोरोना से संक्रमित पाये गये लंदन रिटर्न छात्र के विरूद्ध कार्यपालिक दण्डाधिकारी ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है। छात्र ने अपनी लंदन से वापसी की जानकारी और विदेष यात्रा के इतिहास को छुपाते हुये शासकीय अस्पताल या टोल फ्री हेल्पलाईन 104 पर सूचित नहीं किया था। छात्र के विरूद्ध भारतीय दण्ड संहित की धारा-188, 269, 270 एवं 271 के तहत् प्राथमिकी दर्ज करायी गई है। प्राथमिकी कोरबा के तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री सोनित मेरिया ने दर्ज करायी है। कल ही लंदन में पढ़ने वाले इस छात्र की कोरोना की जाॅंच पाॅजीटिव आयी थी और जिला प्रषासन ने तत्परता से छात्र को ईलाज के लिये रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में दाखिल कराया है।छात्र 18 मार्च 2020 को लंदन से मुंबई-रायपुर होते हुये कोरबा आया था। छात्र अपनी विदेष से आने की जानकारी छिपाते हुये उपेक्षापूर्वक कोरबा शहर में यत्र-तत्र घूमता रहा। जिससे आमजनों मंे कोरोना के संक्रमण की सम्भावना बन गयी। इसके साथ ही छात्र द्वारा जिले मंे लागू धारा-144 के निर्देषों का उल्लंघन भी किया गया। 18 मार्च को लंदन से वापसी के बाद छात्र ने अपनी विदेष यात्रा के इतिहास को छिपायाकोरोना और छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कोरोना वायरस के नियंत्रण तथा रोकथाम के लिये लागू दिषा-निर्देषों का उल्लंघन करते हुये स्वयं को न तो होम आईसोलेट किया और न ही अपने मुॅंह-नाक को मास्क से ढॅंका। लंदन से लौटने के बाद छात्र रायपुर हवाई अड्डे से रायपुर में ही अपने परिचित के घर भी गया और कोरबा आगमन के बाद पिता के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कार्यालय में भी उसका आना-जाना रहा। 22 वर्षीय छात्र ने छत्तीसगढ़ एपिडेमिक डिसिस कोविड-19 रेगुलेषन अधिनियम 2020 की कण्डिका 8 एवं 9 का उल्लंघन किया है। जिसके कारण उसके विरूद्ध कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गई है। -
कोरबा 31 मार्च 2020/कोरबा में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद रामसागर पारा की तीन किलोमीटर परिधि का क्षेत्र अतिसंवेदनषील जोन घोषित कर दिया गया है। कोरोना नियंत्रण के लिए निर्धारित प्रोटोकाल और दिषा निर्देषों के अनुसार इस क्षेत्र के लगभग दो सौ से ढाई सौ घरों में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचना शुरू हो गई है। क्षेत्र के इन सभी घरों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए दस डाक्टरों के पर्यवेक्षण में चालीस दल काम पर लगाये गये हैं। दलों द्वारा घरों में जा-जा कर पारिवारिक सदस्यों की जानकारी और उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, श्वास लेने में तकलीफ जैसी परेषानियों के बारे में पूछा जा रहा है। जिन परिवारों के
सदस्यों को इस तरह की तकलीफें होंगी उन्हें तत्काल ईलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जायेगा। घर-घर सर्वे के लिए मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य कर्मियों के दल बनाये गये हैं।
संक्रमित छात्र और उसके सम्पर्क में आये लोगों की पहचान करने के लिये भी यह दल तेजी से काम कर रहे हैं। दलों को जरूरी चिकित्सा उपकरण और सुरक्षा संबंधी साधन उपलब्ध कराये गये हैं। संक्रमित छात्र के सम्पर्क मंे आने वाले लोगों की जानकारी मिलने पर उन्हें भी होम आईसोलेषन में रखा जायेगा। पूरे शहर में कोरोना वायरस से सुरक्षा और बचाव के संबंध में जरूरी जानकारी आमजनों को मुनादी कराकर उपलब्धकरायी जा रही है। संक्रमित क्षेत्र में लाॅकडाउन की स्थिति में आवष्यक खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति के लिये भी जिला प्रषासन द्वारा पूरी व्यवस्था कर ली गई है। लोगों को अपने घरों में ही रहने की हिदायत दी जा रही है। नगर निगम द्वारा इन क्षेत्रों में अनाज, फल, सब्जी, दूध आदि की आपूर्ति बनाये रखने के लिये घर पहुॅच सेवा शुरू कर दी गई है। जिन लोगों को इन चीजों की जरूरत हो वे श्री अभय मिंज से मोबाईल नंबर 77730-07193, श्री विमल गोयल से 73897-87573, श्री विपिन मिश्रा से 97520-94121 और डी.सी. सोनकर से 97520-94130 पर सम्पर्क कर अपनी आवष्यकता बता सकते हैं। फोन करने के लगभग एक घण्टे के भीतर संबंधित लोगों को उनकी जरूरतों की चीजों की आपूर्ति कर दी जावेगी।
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प्रषासन की चाक-चैबंद व्यवस्था, घर की ओर जाने वाले सभी रास्ते सील
कलेक्टर बोलीं- घबरायें नहीं शहरवासी, नियंत्रण के लिए प्रषासन की सभी तैयारियां पूरीकोरबा 31 मार्च 2020/कोरबा में लंदन से आये छात्र की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर छात्र को सुबह रायपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में दाखिल करा दिया गया है। जहां उसका ईलाज किया जा रहा है। कल देर रात छात्र के कोरोना पाजिटिव्ह होने की रिपोर्ट मिलते ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल सहित पूरा प्रषासन अलर्ट हो गया था। देर रात ही छात्र के दर्री रोड रामसागर पारा स्थित घर पहुंचकर डाक्टरों ने प्रषासनिक अधिकारियों के साथ सभी व्यवस्थाएं पूरी कर पूरे सुरक्षा मापदण्डों के साथ छात्र को रायपुर एम्स के लिए रवाना कर दिया था। इसके साथ ही छात्र के चार परिजनों को भी होम आइसोलेट कर दिया गया है। छात्र के पिता, माता, दादा और बहन को घर में ही आइसोलेट कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। चारों परिजनों का स्वाब भी जांच के लिए एम्स रायपुर भेज दिया गया है।18 मार्च को लंदन से आये इस छात्र की कोरोना पाजिटिव्ह रिपोर्ट मिलते ही प्रषासन द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए रामसागर पारा स्थित घर की ओर जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया है। सभी सड़कों पर बेरिकेटिंग लगाकर आमजनों को उन सड़कों से आवागमन की मनाही की जा रही है। सभी प्रवेष सड़कों पर पुलिस के जवानों का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। पूरे इलाके को सेनेटाईज करने के लिए नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा दवाओं का छिड़काव किया गया है। इसके साथ ही छोटे टेंकरनुमा फायर ब्रिगेड वाहन से सभी घरों और बाहर के रास्ते को दवा छिड़ककर सेनेटाईज किया जा रहा है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने वर्तमान परिस्थितियों में जिला वासियों से संयम बरतने और अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। श्रीमती कौषल ने कहा है कि लोग घबरायें नहीं, जिला प्रषासन कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अस्पतालों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक ईलाज,सेनेटाईजेषन आदि के लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही पूरी कर ली गई है। कलेक्टर ने लोगों से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है। -
पुलिस में प्राथमिकी दर्ज, ट्रेडिंग कम्पनी हुई सील
कोरबा 30 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंत्रण के लिये लागू लाॅकडाउन के दौरान आवष्यक वस्तुओं की आपूर्ति निर्धारित मात्रा में आम लोगों तक सुनिष्चित करने शासन-प्रषासन गम्भीर है। राषन, दवाईयों, सब्जियों आदि अति आवष्यक चीजों की कालाबाजारी और अवैध भण्डारण को रोकने के लिये लगातार कार्यवाही की जा रही है। आज कटघोरा के नवागांव स्थित श्री सिद्धिविनायक ट्रेडिंग कम्पनी में तहसीलदार रोहित सिंह ने अपनी टीम के साथ छापामार कार्यवाही की। इस दौरान उन्होंने कम्पनी में अवैध रूप से भण्डारित 125 क्विंटल शक्कर और 25 क्विंटल गुड़ पकड़ा। कोरोना वायरस के कारण लाॅकडाउन के दौरान अति आवष्यक वस्तुओं का इतनी अधिक मात्रा में अवैध भण्डारण कर कालाबाजारी करने तथा उॅंचे दामों पर बेंचकर मुनाफाखोरी की सम्भावना पर कम्पनी संचालक के विरूद्ध कटघोरा थाने मंे एफआईआर दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही तहसीलदार ने ट्रेडिंग कम्पनी को सील कर दिया है। संचालक श्री हिमांषु अग्रवाल के पास इतनी अधिक मात्रा में भण्डारित शक्कर और गुड़ के कोई वैध दस्तावेज, बिल, रसीद आदि नहीं पाये गये हैं। इस कार्यवाही के दौरान कटघोरा नगर पालिका परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री जे.बी. सिंह सहित खाद्य अधिकारी, मण्डी प्रभारी एवं स्थानीय पटवारी भी मौजूद रहे। -
कोरबा 30 मार्च 2020/चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर कल सप्तमी के दिन से लगातार तीन दिन श्रद्धालु अपने घरों में बैठकर मोबाईल पर ही माॅं सर्वमंगला के दर्षन कर सकेंगे। साथ ही सुबह-षाम होने वाली माॅं सर्वमंगला की आरती में भी घर पर ही रहकर शामिल हो सकेंगे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने सांसद श्रीमती महंत के सुझाव पर माॅं सर्वमंगला के भक्तों के लिये मंदिर के गर्भ गृह में कैमरे लगाकर दर्षन एवं आरती लाभ के लिये इंटरनेट पर पूरी व्यवस्था कर दी है। अब कोरबावासियों के साथ-साथ माॅं सर्वमंगला के पूरी दुनिया में फैले भक्त यू-ट्यूब पर एक क्लीक कर माता के दर्षन कर सकते हैं। यू-ट्यूब पर माॅं सर्वमंगला के दर्षन यू-ट्यूब लिंक https://www.youtube.com/watch?v=etrw5lTwsIE&feature=youtu.be पर आॅनलाईन 24 घण्टे उपलब्ध है। श्रद्धालु यू-ट्यूब पर सर्वमंगला मंदिर कोरबा नाम से संचालित वेब-चैनल को सबस्क्राइब करके भी माॅं सर्वमंगला के दर्षन कर सकते हैं।
सांसद श्रीमती महंत ने उनके सुझाव पर जिला प्रषासन द्वारा की गई इस व्यवस्था की प्रषंसा करते हुये कहा कि संकट की इस घड़ी में लोगों का जीवन बचाने के साथ-साथ उनकी मानसिक-भावनात्मक संतुष्टि बहुत जरूरी है। भारत जैसे आध्यात्मिक देष में लोगों का ईष्वर पर असीम विष्वास है। कोरोना वायरस के कारण अस्त-व्यस्त हुई दिनचर्याओं और भावनात्मक विचारों में स्थिरता केवल भक्ति के माध्यम से ही आ सकती है। चैत्र नवरात्रि इस काम में लोगों को भावनात्मक रूप से मजबूत बनाने का अच्छा मौका है और इसी कारण जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुये माॅं सर्वमंगला के आॅनलाईन दर्षनों की व्यवस्था सुनिष्चित कर दी गई है।उल्लेखनीय है कि पावन चैत्र नवरात्रि के अवसर पर कोरोना वायरस संक्रमण के चलते धार्मिक स्थलों पर लोगों की भीड़ होने से रोकने के लिये प्रषासन द्वारा जरूरी व्यवस्थायें की गई हैं। माॅं सर्वमंगला मंदिर में इस नवरात्रि के दौरान केवल पुजारियों द्वारा ही पूजा-पाठ किया जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने की दृष्टि से मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेष सीमित किया गया है। इस कारण से कई लोग माॅं सर्वमंगला के दर्षन नहीं कर पा रहे हैं। न ही वे इस पावन नवरात्रि पर्व पर माॅं सर्वमंगला की आरती में भी शामिल हो पा रहे हैं। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत के पास माॅं सर्वमंगला के दर्षनों के लिये व्यवस्था करने कुछ लोगों ने गुहार लगाई थी। जिस पर उन्होंने कलेक्टर श्रीमती कौषल से चर्चा कर श्रद्धालुओं के लिये माता के दर्षनों की व्यवस्था करने को कहा था। -
कोरबा 30 मार्च 2020/कोरबा संसदीय क्षेत्र की संासद श्रीमती ज्योत्सना महंत कोरोना वायरस से प्रभावितों की मदद के लिये एक बार फिर सामने आयीं है। श्रीमती महंत ने अपने संसदीय क्षेत्र सहित राज्य एवं देष में भी कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद के लिये बड़ी पहल की है। उन्होंने दो करोड़ दो लाख 36 हजार रूपये की राषि कोरोना प्रभावितों की सहायता के लिये दी है। कोरबा सांसद की इस मदद में विषेष बात यह है कि उन्होंने प्रधानमंत्री सहायता कोष से लेकर मुख्यमंत्री सहायता कोष, जिला स्तरीय कोविड-19 रिलिफ फण्ड और अपने संसदीय क्षेत्र में शामिल तीनों जिलों के लिये भी कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की मदद करने सहायता राषि दी है। श्रीमती महंत ने प्रधानमंत्री सहायता कोष में एक करोड़ रूपये दिये हैं। इसके साथ ही उन्हांेने अपने संसदीय क्षेत्र में शामिल तीन जिलों कोरबा, कोरिया, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही के लिये भी 25-25 लाख रूपये कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये दिये हैं। श्रीमती महंत ने छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री सहायता कोष में भी 25 लाख रूपये की राषि दी है। इससे पहले श्रीमती महंत ने कोरबा जिले के कोविड-19 रिलिफ फण्ड में कोरोना प्रभावित लोगों के लिये 51 हजार रूपये की सहायता राषि भी जमा करायी हैं। इससे पहले श्रीमती महंत ने अपना एक माह का वेतन एक लाख 85 हजार रूपये भी मुख्यमंत्री राहत कोष में कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये जमा कराया है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी ने जब देष में गरीब मजदूरों, किसानों से लेकर उद्योग-धंधों और अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है, तो ऐसे समय में देष के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद के लिये सभी को आगे आना चाहिये। उन्होंने कहा कि मेरी यह छोटी सी मदद छत्तीसगढ़ वासियों सहित देष में कोरोना से प्रभावित हुये बेसहारा, गरीब, निःषक्तजन, बुजुर्ग, कामगार और जरूरतमंदों के लिये भोजन-पानी, दवाओं आदि के काम आयेगी। इस राषि से डाॅक्टरों तथा मेडिकल स्टाॅफ के लिये वायरस प्रोटेक्षन किट्स, सेनेटाईजर स्प्रे और फाॅगिंग मषीन, स्वच्छता कर्मियों को सुरक्षा किटें आदि उपलब्ध कराये जा सकेंगे।उन्होंने कहा कि इस कठिन दौर में देषवासियों की छोटी-छोटी मदद भी सम्मिलित रूप से बड़ी प्रभावी हो रही है और अनेकता में एकता वाले देष में मानवता की यही जीत है। अखण्ड भारत की यही सच्ची पहचान है। श्रीमती महंत ने देष-प्रदेष के जनप्रतिनिधियों, उद्योगपतियों, सेलिब्रिटीस, समाजसेवियों के साथ-साथ शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों से भी इस कोरोना महामारी ने निपटने और प्रभावित लोगों को अधिक से अधिक मदद पहुॅंचाने के लिये खुले हाथों से सहायता देने की अपील भी की है। श्रीमती महंत ने बालको, एनटीपीसी, एसईसीएल जैसे प्रतिष्ठानों से भी यह अपील की है कि वे अपने संस्थानों में काम करने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों की भी कोरोना वायरस के कारण बने मौजूदा हालातों में पूरी सहायता करें। -
सोषन डिस्टेंसिंग और सेनेटाईजेषन की व्यवस्था भी होगी
कोरबा 29 मार्च 2020/कोरोना वायरस के कारण चल रहे लाॅकडाउन के दौरान ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर काम उपलब्ध कराने के लिये महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट के तहत् ग्राम पंचायतों में रोजगारमूलक काम शुरू किये जायेंगे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने आज इस संबंध में सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को जरूरी निर्देष दिये। कलेक्टर ने सभी ग्राम पंचायतों में तत्काल पाॅंच-पाॅंच काम स्वीकृत करने के लिये प्रस्ताव जिला पंचायत को भेजने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन की स्थिति में ग्रामीणों के आजीविका के साधन बहुत सीमित हो गये हैं। अन्य स्थानों पर रोजी-मजदूरी करने गये अधिकांष लोग गांवों में वापस आ गये हैं। काम की कमीं के कारण लोगों की आजीविका प्रभावित न हो इसीलिये ग्रामीण स्तर पर ही मनरेगा से लोगों के लिये काम शुरू करने के निर्देष कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने मनरेगा के तहत् चल रहे कामों में गांवों के अधिक से अधिक लोगों को नियोजित करने के निर्देष दिये हैं।कलेक्टर श्रीमती कौषल ने गांवों में चल रहे सभी कार्यस्थलों और नये शुरू किये जाने वाले कामों की जगहों पर कामगारों के लिये हाथ धोने साबुन और पानी की सम्पूर्ण व्यवस्था करने के निर्देष भी दिये हैं। उन्होंने कामों में लगे सभी ग्रामीणों को मास्क उपलब्ध कराने और काम के दौरान सोषल डिस्टेंसिंग भी सुनिष्चित करने के निर्देष रोजगार सहायकों को दिये हैं। कलेक्टर ने यह भी चेताया है कि इन कामों में किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर रोजगार सहायकों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही की जायेगी। -
लाॅकडाउन के दौरान गांवों में या जिले से अन्य जगहों पर आवागमन पर पूरी तरह रोक रहेगी
कोरबा 29 मार्च 2020/मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल द्वारा कल वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में दिये गये निर्देषों के बाद अपने घरों के लिये लौटने वाले प्रवासी मजदूरों और कामगारों के ठहरने और खाने की व्यवस्था जिला कोरबा में सुनिष्चित की जा रही है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने निर्देषों के परिपालन में लाॅकडाउन के बाद भी कोरबा जिले की सीमा में प्रवेष करने वाले सभी प्रवासी कामगारों के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में ही ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था करने के निर्देष सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को दिये हैं। कोरोना वायरस के फैलाव को देखते हुये श्रीमती कौषल ने किसी भी स्थिति में ऐसे किसी भी प्रवासी कामगार को अपने जिले से होकर अन्यत्र जाने देने या जिले मंे स्थित अपने गांवों तक जाने देने पर पूरी तरह से रोक लगाने के निर्देष भी दिये हैं।कलेक्टर के निर्देष पर जिले में इसके लिये 17 जगहों पर अस्थायी पुनर्वास केन्द्र भी बनाये गये हैं और उन पुनर्वास केन्द्रों में जरूरी व्यवस्थाओं के लिये प्रभारी अधिकारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है। कोरबा विकासखण्ड के सीमावर्ती इलाकों श्यांग और कुदमुरा में दो-दो अस्थायी पुनर्वास केन्द्र बनाये गये हैं। प्री.मै. आदिवासी बालक छात्रावास श्यांग, आदिवासी कन्या आश्रम श्यांग, प्री.मै. आदिवासी बालक छात्रावास कुदमुरा और आदिवासी कन्या आश्रम कुदमुरा को अस्थायी पुनर्वास केन्द्र बनाया गया है। इसी तरह करतला विकासखण्ड के कोथारी के प्री.मै. आदिवासी बालक छात्रावास को, रामपुर के आदिवासी बालक आश्रम को, कनकी के प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास को अस्थायी पुनर्वास केन्द्र के रूप में उपयोग किया जायेगा। पाली विकासखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्रों हरदीबाजार के आदिवासी बालक बिंझवार आश्रम और आदिवासी कन्या आश्रम सहित मुनगाडीह के प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास तथा सिल्ली के प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास एवं आदिवासी बालक छात्रावास को अस्थायी पुनर्वास केन्द्र बनाया गया है। पोड़ीउपरोड़ा विकासखण्ड के सीमावर्ती क्षेत्रों में पाॅंच अस्थायी पुनर्वास केन्द्र बनाये गये हैं। प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास मोरगा, प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास कोरबीचोटिया, प्री मै आदिवासी कन्या छात्रावास कोरबीचोटिया, प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास पसान और प्री मै अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास पसान को बाहर से आने वाले प्रवासी कामगारों के ठहरने के लिये अस्थायी पुनर्वास केन्द्र बनाया गया है।इन सभी 17 अस्थायी पुनर्वास केन्द्रों में प्रवासी कामगारों के लिये भोजन एवं ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ सेनेटाईजेषन, आवष्यकतानुसार स्वास्थ्य जाॅंच एवं सुरक्षा की व्यवस्था करने के निर्देष भी कलेक्टर ने जारी किये हैं। कलेक्टर ने इन सभी अस्थायी पुनर्वास केन्द्रों में रूकने वाले लोगों की दैनिक स्तर पर रिपोर्ट कलेक्टर कार्यालय को भेजने के भी निर्देष दिये हैं। -
कटाई के औजारों और मषीनों को दिन में कम से कम तीन बार साबुन पानी से धोयें किसान
फसल कटाई के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण को दूर करने दिशा-निर्देश जारीकोरबा 29 मार्च 2020/जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव हेतु एक साथ एक स्थान पर समूहों में एकत्रित होकर फसल काटने को प्रतिबंधित किया गया है। वर्तमान मंे विभिन्न रबी फसलों एवं सब्जियों की कटाई एवं खेती किसानी के काम करते समय कोरोना वायरस से बचाव के लिये के लिये राज्य शासन द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गए है। राज्य शासन द्वारा जारी दिषा-निर्देष के अनुसार फसल कटाई यथासंभव मशीनी उपकरणों से की जाए। यदि अति आवष्यक हो तो हाथ से इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का उपयोग किया जायेगा तथा हाथ से चलने वाले कटाई उपकरणों को काम में लेने पर उसे दिन में कम से कम 3 बार साबुन पानी या डिटर्जेण्ट से अच्छी तरह धोकर सूखायें और विसंक्रमित करें। फसल कटाई के दौरान कोरोना वायरस के बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाए। खेत में फसल काटने, खाना खाते समय एक व्यक्ति से दूसरे के मध्य कम से कम 2 मीटर की दूरी रखी जाए। खाने के बर्तन अलग-अलग रखें तथा उनके उपयोग के पश्चात् साबुन के पानी से अच्छी तरह साफ करें।फसल कटाई करने वाले सभी कामगार-मजदूर नाक, मुॅंह पर साफ कपड़ा या गमछा लपेटें या मास्क का प्रयोग करें। अगर किसी व्यक्ति को खांसी, जुखाम, बुखार, सर दर्द, बदन दर्द आदि के लक्षण हैं तो उसे फसल कटाई कार्य से अलग रखें तथा तत्काल अपने निकटतम स्वास्थ्यकर्मी को सूचित करें। खेतों में काम करने के लिये 60 वर्ष या अधिक उम्र के बुजुर्ग को न भेजा जाये तथा छोटे बच्चों को भी खेतों में लेकर न जावें। खेतों में काम करने के लिये स्वस्थ व्यक्ति ही जायें। खेत में पर्याप्त मात्रा में पानी व साबुन की उपलब्धता रखें। थ्रेसिंग कार्य के दौरान भी जारी दिशा-निर्देश के अनुसार सोशल डिसटंेसिंग, मास्क का प्रयोग, खाने व पानी पीने के बर्तनों का प्रयोग आदि सभी सावधानियों का पूर्ण गंभीरता से पालन करने को कहा गया है।राज्य शासन द्वारा निर्देषानुसार एक व्यक्ति द्वारा काम लिए गये उपकरण को दूसरा व्यक्ति उपयोग न करे। यदि उपयोग जरूरी हो तो साबुन पानी या डिटर्जेण्ट से धोकर ही उपयोग करें। कटाई के दौरान बीच-बीच में अपने हाथों को साबुन के पानी से अच्छी तरह साफ करते रहें। कटाई कार्य अवधि में पहले दिन पहने कपड़े दूसरे दिन काम में न लें। काम मंे लिए कपड़ों को अच्छी तरह धोकर धूप में सुखाने के पश्चात ही पुनः उपयोग किया जाए, कटाई के दौरान सभी व्यक्ति अपनी-अपनी पानी की बोतल रखें।फसल कटाई के काम में लगे किसानों और मजदूरों की स्वास्थ्य जाॅंच भी समय-समय पर कराये जाने के निर्देष जारी किये गये हैं। स्वास्थ्य जाॅंच के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर दल बनाये गये हैं। यह दल फसल कटाई में लगे लोगों को कोरोना वायरस से बचाव करते हुये फसल काटने के बारे में पूरी जानकारी देते रहेंगे और फसल काटने वालों के स्वास्थ्य पर भी पूरी निगरानी रखेंगे।// -
कोरबा 29 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देष में 14 अप्रैल तक घोषित लाॅकडाउन के चलते उत्तरप्रदेष के आजमगढ़ जिले के छह प्रवासी कामगारों को आज नायब तहसीलदार श्री पवन कोसमा ने कुदमुरा के अस्थायी पुनर्वास केन्द्र में पहुॅंचाया है। इन प्रवासी कामगारों को यहाॅं अब 14 अप्रैल तक रखा जायेगा। इनके स्वास्थ्य परीक्षण और खाने-पीने की पूरी व्यवस्था जिला प्रषासन द्वारा की जा रही है। आज सुबह ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने जिले की सीमा में आने वाले प्रवासी कामगारों को उनके गन्तव्य तक जाने नहीं देने और उन्हें कोरबा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में ही रखने के निर्देष दिये थे। यह छह कामगार उत्तरप्रदेष के आजमगढ़ जिले से विषाखापट्टनम काम के सिलसिले में गये थे। इस दौरान नायब तहसीलदार श्री सोनू अग्रवाल और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस.एस. रात्रे भी मौजूद रहे।
नायब तहसीलदार श्री पवन कोसमा ने बताया कि अपनी टीम के साथ वे कुदमुरा क्षेत्र में प्रवास पर थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने और नियंत्रित करने के लिये गांव-गांव में निरीक्षण एवं जागरूकता आदि का काम तेजी से प्रषासन द्वारा किया जा रहा है। इसी सिलसिले में श्री पवन कोसमा अपनी टीम के साथ कुदमुरा की तरफ जा रहे थे। हाटी सड़क पर कोरबा की तरफ आने वाले ट्रक में यह छह कामगार सवार थे। आजमगढ़ जिले के नान्हूपुर ग्राम निवासी रामनारायण यादव, लारपुर गांव के निवासी अवधेष यादव, बबलू यादव, संजय यादव और विषाल यादव तथा सरेया गांव निवासी गौतम पाल को इस निरीक्षण दल ने ट्रक रोककर पूछताछ के लिये उतारा। इन कामगारों ने बताया कि वे अपने गांव से विषाखापट्टनम रोजी-रोटी कमाने गये थे। कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन होने के कारण काम बंद हो जाने से उन्हें वापस लौटना पड़ा। रेलगाड़ी बंद होने के कारण वे किसी तरह लिफ्ट आदि लेकर रायगढ़ के रास्ते हाटी होते हुये यहाॅं तक पहुॅंचे हैं। जानकारी मिलने पर इन प्रवासी कामगारों को तत्काल कुदमुरा के प्री मै आदिवासी बालक छात्रावास के अस्थायी पुनर्वास केन्द्र के लिये भेजा गया। केन्द्र मंे इनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिये मेडिकल टीम बुलाई गई है। साथ ही इनके भोजन, पानी की भी पूरी व्यवस्था की जा रही है। -
कोरबा 28 मार्च 2020/कोरोना वायरस से बचाव हेतु लागू लाॅकडाउन के दौरान आमजन को आलू-प्याज सही दर पर उपलब्ध हो सके इसके लिये तहसीलदार कोरबा श्री सोनित मेरिया, नायब तहसीलदार कोरबा श्री पवन कोसमा, नायब तहसीलदार कोरबा श्री पंचराम सलामे, नायब तहसीलदार कोरबा श्री सोनू अग्रवाल, थाना प्रभारी सिटी कोतवाली श्री दुर्गेष शर्मा तथा खाद्य विभाग से शुभम मिश्रा खाद्य निरीक्षक एवं पंकज बरूआ खाद्य निरीक्षक की संयुक्त टीम द्वारा इतवारी बाजार स्थित दुकानों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान फर्म एसके ओनियन प्रोप्राईटर अषोक कुकरेजा के थोक दुकान में प्याज को 1300 रूपये प्रति 40 किलो में बेचा जा रहा था। जबकि प्याज यूनियत द्वारा निर्धारित दर 1100 रूपये प्रति 40 किलो है। गोदाम में 361 कट्टी (40 किलो) प्याज तथा 445 कट्टी (50 किलो) आलू उपलब्ध पाया गया। प्रोप्राईटर द्वारा प्याज के स्टाॅक से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं किये गये न ही आवक की जानकारी उपलब्ध करायी गई। इससे पूर्व एसके ओनियन को दो बार चेतावनी दी गई थी कि दुकान को जिला प्रषासन द्वारा निर्धारित समय सीमा में ही संचालित किया जाये तथा प्याज को अधिक दाम मंे न बेचे अन्यथा कार्यवाही की जायेगी। उपलब्ध प्याज का स्टाॅक से संबंधित जानकारी न होने तथा दी गई चेतावनी को न मानने के कारण फर्म एस.के. ओनियन को आगामी आदेष तक सील कर दिया गया। बरपाली स्थित राकेष किराना स्टोर्स के यहाॅं भी निरीक्षण के दौरान आवष्यक वस्तुओं को एमआरपी से अधिक दाम में बेचने के कारण तथा दुकान को निर्धारित समय-सीमा से अधिक समय तक संचालित करने के कारण संचालक पर दस हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया है।
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कोरबा 28 मार्च 2020/कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल के निर्देष पर आवष्यक वस्तु जैसे आलू-प्याज, शक्कर, तेल आदि की बिक्री निर्धारित मूल्य पर उपलब्ध हो तथा कालाबाजारी, मुनाफाखोरी न हो और आम जनता को बिना परेषानी के सही दाम पर आवष्यक वस्तु मिल सके, इसकी जाॅंच के लिये नायब तहसीलदार कोरबा श्री पवन कोसमा, नायब तहसीलदार सोनू अग्रवाल, खाद्य निरीक्षक श्री पंकज बरवा सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा दीपक सुपर मार्केट, जगरुफ किराना दुकान सहित रजगामार क्षेत्र के सभी किराना दुकान मे पहुचकर रजगामार के सभी किराना स्टोर का निरीक्षण किया गया एवं दुकान संचालक को हिदायत दिया गया कि इस समय देश मे कोरोना के संकट को देखते हुये यदि किसी भी व्यवसायी के द्वारा अपने फायदा के लिये खाद्य सामग्री विशेषकर आलू, प्याज, दाल, चावल, तेल, शक्कर को जनता को निर्धारित मुल्य से अधिक मे बिक्री किया गया और दोबारा किसी के द्वारा हमे शिकायत प्राप्त हुआ तो दुकान संचालक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया जायेगा। अधिकारियों द्वारा सभी दुकानदारों को आवष्यक वस्तुओं को निर्धारित मूल्य में ही की बिक्री करने के लिए कड़ी फटकार लगायी गई।
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जिला स्तरीय निगरानी के लिये होंगे छह प्रभारी अधिकारी
सभी नगरीय तथा तहसीलांे के लिये 32 राजस्व निरीक्षक-पटवारियों की होगी दस टीमकोरबा 28 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये जिले में लागू धारा-144 एवं लाॅकडाउन के दौरान सभी व्यावसायिक दुकान, प्रतिष्ठान बंद किये गये हैं। इस दौरान केवल अति आवष्यक वस्तुओं की आपूर्ति केवल निर्धारित समय तक लोगों को उपलब्ध करायी जा रही है। जिले में लागू लाॅकडाउन के दौरान अति आवष्यक सेवाओं के उपलब्धता जैसे दवाई, फल, सब्जी, राषन, दूध, पषु चारा, कृषि बीज लोगों तक सही दाम पर तथा आवष्यक मात्रा में उपलब्ध हो सके इसकी निगरानी हेतु कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने कोविड-19 लाॅजिस्टिक फेसिलिटेषन टीम गठित की है। इस टीम में जिला स्तरीय छह प्रभारी अधिकारियों सहित 32 राजस्व निरीक्षक-पटवारियों की दस टीमें शामिल हैं। जिला स्तरीय प्रभारी अधिकारियों में श्री विजेन्द्र पाटले संयुक्त कलेक्टर एवं जिला परिवहन अधिकारी, श्री बसंत कुमार उप पंजीयक सहकारी संस्थायें, श्री आषीष चतुर्वेदी खाद्य अधिकारी, श्री रामनरेष दुबे अनुविभागीय अधिकारी पीडब्ल्यूडी, श्री एस.एस. जोषी नोडल अधिकारी जिला सहकारी बैंक, श्री लालन कुमार पटेल उप निरीक्षक कोतवाली हैं।यह टीम कोरबा जिले के सम्पूर्ण नगरीय क्षेत्रों के साथ-साथ जिले के पाॅंचों तहसीलों में भी आवष्यक वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने हेतु आवष्यकतानुसार क्षेत्रों का भ्रमण करके निगरानी रखेंगे। जिससे आवष्यक वस्तु उनके अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर लोगों को मिल सके तथा कोई व्यापारी/दुकानदार आवष्यक वस्तुओं को एमआरपी से अधिक दामों में लोगों को न बेच सकें। कलेक्टर श्रीमती कौषल ने यह निर्देष दिये हैं कि यदि कोई दुकानदार, संस्थान आवष्यक वस्तुओं को एमआरपी से अधिक दाम में बेचते हुये पाये जाते हैं तो उसके विरूद्ध भारतीय दण्ड संहिता 1860 के तहत् कड़ी कानूनी कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्रीमती कौषल ने गठित टीम के अधिकारीगण को यह निर्देष दिये हैं कि किसी भी माध्यम से प्राप्त षिकायत, फिडबैक इत्यादि पर त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही सुनिष्चित करेंगे तथा व्हाट्सअप के माध्यम से नियमित रिपोर्टिंग करेंगे।क्रमांक 1285/नागेष/रात्रे/ -
एक साथ श्रमिकों को वाहनों में भरकर यहाॅं-वहाॅं ले जाने पर होगी कड़ी कार्यवाही, प्रबंधन भी बनेगा पार्टी
कोरबा 28 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देषभर में लागू इक्कीस दिन के लाॅकडाउन से कोयला खदानों को छूट दी गई है। ऐसी स्थिति में कोयला खदानों में आने वाले ट्रकों के चालकों एवं परिचालकों को संक्रमण से बचाने के लिये भी जिला प्रषासन ने व्यवस्थायें की हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने कोयला परिवहन मार्गों पर किसी भी परिस्थिति में जाम नहीं लगने देने के निर्देष पुलिस अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि किसी भी स्थिति में कोल परिवहन करने वाला कोई भी वाहन सड़कों पर अनावष्यक खड़ा नहीं रहना चाहिये। कलेक्टर ने कहा कि वाहनों के खड़े होने से उसके चालक-परिचालक अनावष्यक ही यहाॅं-वहाॅं विचरण करेंगे, जिससे संक्रमण के फैलाव की गुंजाईष रहेगी। कलेक्टर ने कोयला खदान प्रबंधनों को खदानों में आने वाले वाहनों के चालकों तथा परिचालकों के साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था के साथ-साथ कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिये जारी किये गये शासन के दिषा-निर्देषों का पालन सुनिष्चित करने के निर्देष भी दिये हैं। कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देषित किया है कि सामान लाने ले जाने वाले वाहनों जैसे ट्रक आदि में सवारियों का बैठाया जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाये। सामान ढोने वाले वाहनों में जाॅंच के दौरान सवारियाॅं मिलने पर उस वाहन के चालक-परिचालक के साथ-साथ वाहन मालिक के विरूद्ध भी कार्यवाही करने के निर्देष कलेक्टर ने दिये हैं।पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा ने खदान एवं कोयला प्रबंधन के अधिकारियों को श्रमिकों को बड़ी संख्या में वाहनों में भरकर यहाॅं-वहाॅं नहीं ले जाने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि ऐसा करने पर संबंधित ठेकेदार के विरूद्ध तो कार्यवाही होगी ही साथ ही खदान या कारखाना प्रबंधन को भी कानूनी तौर पर इसके लिये पक्षकार बनाया जायेगा। उन्होंने ऐसे श्रमिकों का परिवहन करने वाले वाहनों और उसके चालक-परिचालकों के विरूद्ध भी कड़ी कार्यवाही करने के निर्देष पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिये हैं।क्रमांक 1283/नागेष/रात्रे/ - कलेक्टर ने बैठक में दिये निर्देष, कोताही पर होगी कार्यवाहीकोरबा 28 मार्च 2020/कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से 21 दिन के लाॅकडाउन के दौरान कारखानों और खदानों में न्यूनतम जरूरत के अनुसार कर्मियों से काम कराने के निर्देष जारी किये हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये राज्य शासन द्वारा इस संबंध में निर्देष भी जारी किये गये हैं परन्तु ऐसी स्थिति मंे आॅफ फ्राॅम वर्क होने वाले कर्मियों के भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं का ध्यान भी राज्य शासन के निर्देष पर जिला प्रषासन द्वारा रखा जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने आज महत्वपूर्ण बैठक में ऐसे सभी आॅफ फ्राॅम वर्क कर्मियों की पूरी जानकारी खदान प्रबंधनों और औद्योगिक संस्थानों से मांगी है। श्रीमती कौषल ने आॅफ फ्राॅम वर्क कर्मियों के भोजन, पानी, उनके रहने की व्यवस्था और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये सेनेटाईजेषन, दवाओं आदि की सभी व्यवस्थाओं के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने बाहर से काम करने आये लोगों के लिये खदान एवं कारखाना प्रबंधनों द्वारा की गई व्यवस्था के बारे मंे भी पूछा। श्रीमती कौषल ने ऐसे सभी नियमित एवं ठेका कर्मियों को खदान एवं कारखाना प्रबंधनों द्वारा न्यूनतम मजदूरी देना सुनिष्चित करने के निर्देष दिये। श्रीमती कौषल ने आॅफ फ्राॅम वर्क कर्मियों को उचित स्थानों पर ठहराने, उनके भोजन-पानी की व्यवस्था और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये सेनेटाईजेषन आदि की व्यवस्थायें सुनिष्चित करने के निर्देष भी खदान एवं कारखाना प्रबंधन के अधिकारियों को दिये। बैठक में कलेक्टर ने यह भी कहा कि यह सभी कर्मचारी स्थानीय तौर पर या बाहर से आकर खदानों या कारखानों के ही कामगार हैं और आॅफ फ्राॅम वर्क की स्थिति में उनकी देखभाल की पूरी जिम्मेदारी खदान या कारखाना प्रबंधनों की है। कलेक्टर ने आॅफ फ्राॅम वर्क रहने वाले किसी भी कर्मी या उसके परिवार की भोजन, आवास या सेनेटाईजेषन की व्यवस्था में कोताही बरतने पर कार्यवाही की चेतावनी भी बैठक में दी।
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जिला कलेक्टर ने कोयला खदान प्रबंधन और कारखानों के अधिकारियों की बैठक में दिये निर्देष
कोरबा 28 मार्च 2020/कोरबा जिले में संचालित सभी कोयला खदानों और कारखानों में काम करने वाले लोगांे को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिये सेनेटाईजेषन और सोषल डिस्टेंसिंग की सभी व्यवस्थायें करना खदान तथा कारखाना प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कोयला खदानों के महाप्रबंधकों तथा औद्योगिक संस्थानों के अधिकारियों-प्रतिनिधियों की बैठक में इस संबंध में जरूरी निर्देष दिये। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा और अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल भी मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने खदानों और कारखानों के नियमित तथा ठेका कर्मियों के परिवारों मंे से विदेष यात्रा कर लौटे या अन्य राज्यों से कोरबा आये लोगों का सर्वे कर उनकी सूची तैयार करने को कहा। उन्होंने ऐसे सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराकर सर्दी, खांसी, बंुखार होने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रषासन को सूचना देने के निर्देष भी अधिकारियों को दिये।कलेक्टर ने कोयला खदानों और कारखानों में काम के समय कामगारों के बीच कम से कम एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने के निर्देष अधिकारियों को दिये ताकि उनके बीच कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने खदानों और कारखानों में काम के हिसाब से न्यूनतम और उपयुक्त कामगारों को ही काम पर लगाने के लिये कहा। श्रीमती कौषल ने यह भी कहा कि उम्र दराज कर्मियों के स्थान पर युवा श्रमिकों को अधिक से अधिक काम पर लगाया जाये। श्रीमती कौषल ने किसी भी परिस्थिति में भीड़ या अनाधिकृत व्यक्तियों का खदानों और कारखानों में प्रवेष प्रतिबंधित भी कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रवेष द्वारों पर अधिक संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठी नहीं होने देने के निर्देष भी खदान और कारखाना प्रबंधन के अधिकारियों को दिये।खदान के अंदर कोयला खोदने के काम में लगे कर्मचारियों और अधिकारियों और खदान से लगे शहरी और ग्रामीण इलाकों में भी रहने वाले लोगों के लिये को मास्क, सेनेटाईजर आदि उपलब्ध कराने की पूरी व्यवस्था खदान प्रबंधन को करनी होगी। बैठक में कलेक्टर ने निर्देषित किया कि खदान में प्रवेष द्वार पर ही अलग से रजिस्टर का संधारण किया जाये जिसमें खदान में जाने वाले कर्मचारी-अधिकारी का नाम, पदनाम, निवास-स्थान और अन्य विवरण दर्ज किया जा सके। उन्होंने खदानों के बैरियर, कांटाघर, वर्कषाॅप, कम्प्यूटर सेंटर, कण्ट्रोल रूम, आॅफिस, गैराज और खदानों मंे लगी मषीनों को भी यथा-समय, यथा-स्थान सेनेटाईज करने के निर्देष अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौषल ने कोयला उत्पादन और परिवहन में लगे ट्रकों को भी प्रतिदिन सेनेटाईज करने के निर्देष अधिकारियों को दिये हैं।कलेक्टर ने खदानों और कारखानों में कामगारों को लाने-ले जाने के लिये सार्वजनिक बस सेवा पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। केवल दोपहिया या चारपहिया वाहनों में ही कामगार खदानों और कारखानों तक जा सकेंगे। दोपहिया वाहनों में एकल सवारी और चारपहिया वाहनों में दो सवारियों को आने-जाने की अनुमति रहेगी। कलेक्टर ने बताया कि कोयला परिवहन में लगी गाड़ियों, खदानों में ब्लास्टिंग के लिये काम आने वाले बारूद के परिवहन वाली गाड़ियों में चालक-परिचालक के अलावा तीसरा अन्य व्यक्ति प्रतिबंधित रहेगा। चालक-परिचालक के अलावा अन्य लोग गाड़ी में पाये जाने पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा-188 के तहत् पुलिस प्राथमिकी दर्ज कराकर कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने सभी खदानों में काम करने वालों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिये एक-एक टास्क फोर्स भी गठित करने के निर्देष दिये जो कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी करेगी। -
तीन दिन में कोरबा के रिलिफ फण्ड में जमा हुये साढ़े 27 लाख रूपये
कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये बना रिलिफ फण्ड, जन सामान्य भी दे सकते हैं योगदानकोरबा 28 मार्च 2020/मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल के आह्वान और जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल की अपील पर कोरबा के जिला स्तरीय कोविड-19 रिलिफ फण्ड में तीन दिनों में ही साढ़े 27 लाख रूपये जमा हो गये हैं। आज कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित लोगों की मदद के लिये जिला स्तर पर बनाये गये कोविड-19 रिलिफ फण्ड कोरबा में एसईसीएल की गेवरा कोयला खदान प्रबंधन ने 25 लाख रूपये इस फण्ड मंे जमा किये हैं। गेवरा कोयला खदान के महाप्रबंधक श्री एस.के. पाॅल ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल को रिलिफ फण्ड मे योगदान का 25 लाख रूपये का चेक आज कलेक्टोरेट में प्रदान किया। इसी प्रकार कटघोरा की दो राईस मिलों ने भी आगे आकर जरूरतमंदों की भोजन व्यवस्था के लिये 25 क्विंटल चावल एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी को सौंपा। कटघोरा की अनुराग राईस मिल ने 20 क्विंटल चावल और नारायण अग्रवाल ने पाॅंच क्विंटल चावल कोरोना प्रभावित गरीब बेसहारा लोगों के भोजन के लिये दिया है। कल सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने 51 हजार रूपये इस फण्ड में जमा कराये थे। इसके साथ ही पूर्व महापौर श्रीमती रेणु अग्रवाल ने एक लाख एक हजार रूपये कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल और पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने 25-25 हजार रूपये इस रिलिफ फण्ड मंे कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये दिये हैं। थोक सब्जी विक्रता संघ और काॅन्ट्रेक्टर्स एसोषिएसन कोरबा ने 25-25 हजार रूपये की राषि इस फण्ड में जमा करायी है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने जिलावासियों, स्वयंसेवी संस्थाओं सहित सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों और आम नागरिकों से भी कोरबा जिले में कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिये इस रिलिफ फण्ड में अधिक से अधिक राषि दान स्वरूप जमा कराने की अपील की है। कलेक्टर श्रीमती कौषल ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस के कारण हुये लाॅकडाउन से गरीबों, बेसहारा और निराश्रित लोगों, भिक्षुओं सहित बड़ी संख्या में जन-जीवन प्रभावित हुआ है। काम बंद हो जाने और अपने घरों तक नहीं पहुॅंच पाने के कारण भी कई प्रवासी कामगार जिले में फंस गये हैं। ऐसे सभी लोगों तक भोजन-पानी, दवायें आदि आवष्यकतानुसार पहुॅंचाने के लिये यह फण्ड अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने आमजनों से इस फण्ड में हाथ खोलकर राषि दान करने की अपील की है।बैंक खाता नंबर 91901-00701-51794 में जमा की जा सकती है दान राषि:- कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये एक्सिस बैंक की पावर हाउस रोड स्थित शाखा में विषेष खाता कोविड-19 रिलिफ फण्ड कोरबा के नाम से खोला गया है। जिसका खाता क्रमांक 91901-00701-51794 है। शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ आमजन भी अपनी इच्छा के अनुसार इस बैंक खाते में कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिये राषि जमा करा सकते हैं। -
10 बजे से 1 बजे तक खुले रहेंगे कृषि-केन्द्र
कोरबा 27 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण बने हालातों में भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है। लाॅकडाउन की इस स्थिति में किसानों की सहुलियत के लिये खाद-बीज की दुकानें भी खुली रहेंगी। राज्य शासन के इस संबंध में निर्देष जारी करने के बाद कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने भी कोरबा जिले में कृषि केन्द्रों के खुलने और बंद होने का समय निर्धारित कर दिया है। कोरबा जिले में किसानों को खाद एवं बीज उपलब्ध कराने के लिये कृषि-केन्द्र प्रातः दस बजे से दोपहर एक बजे तक खुलेंगे।इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती कौषल ने बताया कि राज्य शासन द्वारा खेती के लिये बीज और खाद को आवष्यक वस्तुओं की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है। जिले के किसानों ने भी फसलों के लिए उर्वरक एवं बीज की समय-समय पर आवष्यकता की ओर ध्यान दिलाया था। किसानों द्वारा कृषि विभाग के मैदानी कर्मचारियों द्वारा इस संबंध में लगातार संपर्क कर हो रही परेषानी से भी अवगत कराया जा रहा था। राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णय से अब किसानों की समस्या का समाधान हो गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने खाद-बीज को आवष्यक वस्तु की श्रेणी में मानते हुए किसानों की सुविधा को के लिये संबंधित प्रतिष्ठानों को शर्तों के अधीन परिचालन की अनुमति दे दी है। जारी की गई अनुमति के अनुसार खेती-किसानी से जुड़े व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में एक समय में एक ही किसान खेती के लिये जरूरी खाद-बीज व अन्य सामान खरीद पायेगा। कृषि-केन्द्रों और खाद-बीज की दुकानों के बाहर किसानों के हाथ धोने के लिये साबुन, सेनिटाईजर एवं स्वच्छ पानी की व्यवस्था दुकानदार द्वारा की जायेगी, ताकि प्रत्येक खरीदी करने आने वाले किसान हाथ धोने के बाद ही दुकान में प्रवेष करें। दुकानदार द्वारा खाद बेचने के लिये भुगतान करने उपयोग की जाने वाली पीओएस मषीन, जिस पर कृषकों को अंगूठा लगाना होता है, जिसे अनिवार्यतः सेनिटाइज की व्यवस्था की जायेगी और ऐसा हर एक उपयोग के बाद किया जायेगा।क्रमांक 1279/नागेष/रात्रे/ -
कोरबा 27 मार्च 2020/वीडियो काॅन्फेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस के फैलाव की रोकथाम के लिये किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने जिले की सभी ग्राम पंचायतों में एक-एक क्विंटल चावल और दस-दस किलो दाल का स्टाॅक रखने के निर्देष दिये। उन्होंने सभी नगरीय निकायों के वार्डों में भी इसी तरह की व्यवस्था रखने के निर्देष दिये। नगरीय निकाय क्षेत्रों या ग्राम पंचायतों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों, गरीबों, अकेले दिव्यांगों, बेसहारा लोगों और भिक्षुओं के लिये इस लाॅकडाउन की स्थिति में किसी भी प्रकार से भोजन की व्यवस्था नहीं होने पर यही चावल एवं दाल से उन्हें दिया जा सकेगा।
कलेक्टर ने कहा कि ऐसे जरूरतमंद लोगों को खाना पकाकर एक स्थान पर खाना खिलाने से भीड़ होने की आषंका होगी और कोरोना वायरस का संक्रमण होने की सम्भावना भी बढ़ जायेगी। इसीलिये किसी भी परिस्थिति में ऐसे जरूरतमंद लोगों को पकाकर एक ही स्थान पर खाना नहीं खिलाया जाये। ऐसे लोगों को बिना पकी खाद्य सामग्री दाल-चावल (सूखा भोजन) दे दिया जाये ताकि वे अलग-अलग पकाकर उसे खा सकें। कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों से सभी वार्डों और ग्राम पंचायतों मंे एक-एक क्विंटल चावल और दस-दस किलो दाल की व्यवस्था आने वाले चैबिस घण्टों में करके रिपोर्ट देने के निर्देष भी दिये हैं। उन्होंने जिले की सभी शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को भी लगातार खोलने के निर्देष खाद्य विभाग के अधिकारियों को दिये। -
नगर-पालिका दीपका में आवष्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिष्चित करने हेतु 21 वार्डों के लिये हेल्पलाईन नंबर जारी
कोरबा 27 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये जिले में लागू धारा-144 तथा लाॅकडाउन के दौरान आवष्यक वस्तुओं की पूर्ति के लिये नगर पालिका दीपका के 13 दुकानदारों ने लोगों तक सब्जियाॅं, दूध, दवाई, राषन आदि पहुॅंचाने के लिये अपने नाम और मोबाईल नंबर जनहित में जारी किये हैं। इस दौरान आवष्यक वस्तुओं को जरूरत के हिसाब से लोगों द्वारा दुकानदारों को फोन करके अपने घर मंगाया जा सकता है। घर पहुॅंच सेवा हेतु दुकानों/प्रतिष्ठानों के नाम गीता किराना कटघोरा रोड दीपका मो. 9826175174, कन्हैया किराना कटघोरा रोड दीपका मो. 8103157787, बालाजी सुपर बाजार कटघोरा रोड दीपका मो. 9229211401, मुकेष किराना कटघोरा रोड दीपका मो. 8002319419, महिमा किराना कटघोरा रोड दीपका मो. 9755785276, भूपेन्द्र किराना पाली रोड दीपका मो. 9039961593, महावीर किराना पाली रोड दीपका मो. 9826161969, प्रकाष किराना बजरंग चैक दीपका मो. 8871590774, अन्नपूर्णा किराना प्रगति नगर दीपका मो. 9516212023, मधुबन होटल पाली रोड दीपका मो. 9229670823, शालीमार होटल कटघोरा रोड दीपका मो. 9993729311, अंकल जी स्वीट्स बुधवारी बाजार दीपका मो. 8085555820 एवं संजू डेली नीड्स प्रगति नगर दीपका मो. 7974059016 हैं।लाॅकडाउन के दौरान उपरोक्त दुकानदारों द्वारा घर पहुॅंच सेवा के तहत् वरिष्ठ नागरिकों एवं महिलाओं को वरीयता दी जायेगी। नोवेल कोरोना वायरस नियंत्रण के अधीन लागू धारा-144 तथा लाॅकडाउन के कारण लोगों को घर से बाहर न निलकने तथा कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिये सोषल डिस्टेंसिंग बनाये रखने में यह घर पहुॅंच सेवा कारगर साबित होगी।दीपका के 21 वार्डों के लिये हेल्पलाईन नंबर जारी:- जिले में लागू धारा-144 तथा लाॅकडाउन के दौरान सभी आवष्यक वस्तु जैसे सब्जी, दूध, राषन, दवाई, बे्रड आदि की आपूर्ति अबाध तरीके से नगर में बनी रहे तथा लोगों को सभी खाने-पीने की चीजों की किल्लत न हो और सही दाम पर सभी सामान उपलब्ध हो सके इसकी निगरानी हेतु 21 वार्डों को तीन समूह में बांटकर अलग-अलग हेल्पलाईन नंबर जारी किये गये हैं। वार्ड क्रमांक 1 से 7 तक के लिये हेल्पलाईन नंबर 91650-58844, वार्ड क्रमांक 8 से 14 तक के लिये हेल्पलाईन नंबर 79748-72042 एवं वार्ड क्रमांक 15 से 21 तक के लिये हेल्पलाईन नंबर 79994-68705 है। इन हेल्पलाईन नंबरों में आवष्यक वस्तुओं की आपूर्ति में हो रही किसी भी परेषानी से संबंधित जानकारी हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। -
कोरबा 27 मार्च 2020/एकता और अखण्डता के क्षेत्र में दिये जाने वाले सर्वोच्च नागरिक सम्मान सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता सम्मान 2019 के लिये नामांकन 30 अप्रैल 2020 तक भारत सरकार द्वारा आमंत्रित की गई है। इस सम्मान हेतु इच्छुक नागरिक या संस्था भारत सरकार गृह मंत्रालय के आॅनलाईन पोर्टल डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाॅट नेषनल यूनिटी अवार्ड्स डाॅट एमएचए डाॅट जीओव्ही डाॅट इन पर नामांकन प्रस्तुत कर सकते हैं।
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कलेक्टर श्रीमती कौषल ने गाड़ियों, वाहन-चालकों, हमालों के नाम और फोन नंबर प्रषासन को उपलब्ध कराने दिये निर्देष, एसपी श्री मीणा के साथ सुबह थोक व्यापारियों से की मुलाकात
कोरबा 27 मार्च 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण कोरबा जिले में राषन, सब्जियों, दवाओं आदि की कमीं से बचने के लिये इनकी लगातार आपूर्ति करने जिला प्रषासन द्वारा सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने आज सुबह दर्री रोड स्थित थोक व्यापारियों से इस संबंध में मुलाकात की और अति आवष्यक सामानों की आपूर्ति में आ रही परेषानियों क -
बुधवारी बाजार में भी कुछ सब्जी दुकानों को कराया बंद, सोषल डिस्टेंसिंग की सटीक व्यवस्था करने आयुक्त नगर निगम को दिये निर्देष
कलेक्टर-एसपी ने आज शहर के बाजारों का निरीक्षण कर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये किये गये इंतजामों का जायजा लियाकोरबा 27 मार्च 2020/कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौषल ने आज सुबह बुधवारी बाजार, इतवारी बाजार सहित दर्री रोड, पुराना बस स्टैण्ड, सीतामणी क्षेत्र का दौरा कर कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये जिले में किये गये इंतजामों का जायजा लिया। उन्हांेने पुराना बस स्टैण्ड रोड, दर्री रोड सहित सीतामणी क्षेत्र में लगभग पाॅंच राषन दुकानों पर औचक निरीक्षण किया। इन दुकानों पर दुकानदारों द्वारा ग्राहकों की सोषल डिस्टेंसिंग के लिये कोई इंतजाम नहीं करने तथा भीड़ लगाकर राषन सामग्री बेचने पर कलेक्टर श्रीमती कौषल ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और तत्काल ऐसी दुकानों को अपने सामने ही बंद करा दिया। श्रीमती कौषल ने दुकानदारों को सख्त हिदायत दी कि ग्राहकों के बीच एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने के लिये दुकानों के सामने गोले या चैकोर खाने या लाईन खिंचवायें। अपनी दुकानों में दो से अधिक लोगों को न रखें, साथ ही ग्राहकों की भीड़ न लगने दें। उन्होंने चेताया कि सामान लेने आने वाले लोगों को एक-एक कर सामान दिया जाये। कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी कि ग्राहकों के बीच सोषल डिस्टेंसिंग के इंतजाम के बिना किसी भी दुकान को राषन सामग्री बेचने की अनुमति नहीं दी जायेगी और ऐसी सभी दुकानों को प्रषासन द्वारा बंद करा दिया जायेगा तथा दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही भी की जायेगी। इस दौरान जिले के पुलिस कप्तान श्री अभिषेक मीणा, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल भी मौजूद रहे।कलेक्टर ने आज सुबह बुधवारी बाजार का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने फुटकर सब्जी बाजार में दुकानों और ग्राहकों के बीच पहुॅंचकर सोषल डिस्टेंसिंग के लिये किये गये इंतजामों का जायजा लिया और ग्राहकों तथा सब्जी विक्रेताओं से मुलाकात की। कलेक्टर ने कुछ सब्जी विक्रेताओं द्वारा ग्राहकों के बीच एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने के लिये किये गये इंतजामों की सराहना की तो वहीं कुछ सब्जी दुकानों को ऐसे इंतजामों के नहीं होने के कारण तत्काल बंद कराने के निर्देष नगर निगम के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने इस दौरान सब्जियों के दामों की भी जानकारी लोगों तथा विक्रेताओं से ली। उन्होंने विक्रेताओं को सब्जियों को अधिक दामों पर नहीं बेचने और सब्जियों का अनावष्यक स्टाॅक नहीं करने के लिये भी हिदायत दी। कलेक्टर ने सब्जी विक्रेताओं को बार-बार हाथ धोने के लिये सेनेटाईजर या डेटोल-सेवलाॅन युक्त पानी अपने पास रखने की सलाह दी और सब्जियों को तौलने के बाद बार-बार हाथ धोते रहने के लिये कहा।इसके बाद कलेक्टर ने थोक सब्जी बाजार भी पहुॅंची, जहाॅं उन्होंने थोक सब्जी विक्रेताओं से बात की। श्रीमती कौषल ने थोक सब्जी विक्रेताओं को कोरोना वायरस से बने मौजूदा हालातों में शासन-प्रषासन का सहयोग करने और कोरबावासियों को सब्जियों की लगातार आपूर्ति में मदद करने की अपील की। कलेक्टर ने यह भी कहा कि थोक विक्रेताओं द्वारा सब्जियों की नीलामी के समय सुबह लगने वाली भीड़ को रोकने के लिये कुछ दिनों तक नीलामी प्रक्रिया स्थगित कर दी जाये। कलेक्टर ने सब्जियों के ए एवं बी दो ग्रेड निर्धारित कर दर भी निर्धारित करने के निर्देष दिये। उन्होंने अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल और नगर निगम आयुक्त श्री राहुल देव को सब्जियों के थोक दाम तय करने के लिये थोक विक्रेताओं के साथ बैठक करने के भी निर्देष दिये। श्रीमती कौषल ने सब्जियों के थोक दाम तय कर रेट-लिस्ट भी दुकानों के बाहर चस्पा करने के निर्देष दिये। श्रीमती कौषल ने थोक विक्रेताओं की दुकानों के सामने ग्राहकों के लिये एक-एक मीटर की दूरी की सोषल डिस्टेंसिंग कराने के निर्देष भी विक्रेता संघ को दिये। उन्होंने थोक बाजार परिसर में बेरिकेटिंग कराकर लोगों की भीड़ नियंत्रित करने और सोषल डिस्टंेसिंग बनाये रखने के भी निर्देष दिये।श्रीमती कौषल ने थोक विक्रेताओं से सब्जियाॅं खरीदकर बेचने वाले फुटकर विक्रेताओं के नाम पते आदि उपलब्ध कराने के निर्देष भी थोक सब्जी विक्रेताओं को दिये। ताकि शहर एवं जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में सब्जियों की भरपूर मात्रा में आपूर्ति सुनिष्चित की जा सके और विक्रेताओं को किसी प्रकार की परेषानी न हो। सब्जी विक्रेताओं ने कलेक्टर को बताया कि लाॅकडाउन के कारण शहर के आसपास के स्थानीय सब्जी उत्पादकों के खेतों पर सब्जी तोड़ने वाले मजदूरों की भारी कमीं हो गई है। जिससे जिले में सब्जी की आवक कम होती जा रही है। कलेक्टर ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुये सब्जी तोड़ने वाले कामगारों की सूची प्रषासन को उपलब्ध कराने को कहा। कलेक्टर ने यह भी आष्वासन दिया कि इन सभी कामगारों को सब्जी तोड़ने के काम पर जाने के लिये सभी आवष्यक सहयोग देने ग्राम पंचायतों के माध्यम से सरपंच-सचिवों और संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया जायेगा।क्रमांक 1274/नागेष/रात्रे/फोटो क्रमांक 1 से 5 तक। -
सांसद श्रीमती महंत ने 51 हजार, पूर्व महापौर ने एक लाख एक रूपये की दी सहायता
कलेक्टर-एसपी ने जमा कराये 25-25 हजार रूपयेकोरोना प्रभावितों की मदद के लिये बना रिलिफ फण्ड, जन सामान्य भी दे सकते हैं योगदानकोरबा 27 मार्च 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित लोगों की मदद के लिये जिला स्तर पर बनाये गये कोविड-19 रिलिफ फण्ड कोरबा में एक ही दिन में दो लाख 26 हजार रूपये जमा हो गये हैं। सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने आज 51 हजार रूपये इस फण्ड में जमा कराये हैं। पूर्व महापौर श्रीमती रेणु अग्रवाल ने एक लाख एक हजार रूपये की सहायता कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये दी है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल और श्री अभिषेक मीणा ने 25-25 हजार रूपये इस रिलिफ फण्ड मंे आज जमा कराये। थोक सब्जी विक्रता संघ ने स्व प्रेरणा से आज कोरोना वायरस प्रभावितों की सहायता के लिये 25 हजार रूपये की राषि इस फण्ड में जमा करायी है।कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने जिलावासियों, स्वयंसेवी संस्थाओं सहित सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों और आम नागरिकों से भी कोरबा जिले में कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिये इस रिलिफ फण्ड में अधिक से अधिक राषि दान स्वरूप जमा कराने की अपील की है। कलेक्टर श्रीमती कौषल ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस के कारण हुये लाॅकडाउन से गरीबों, बेसहारा और निराश्रित लोगों, भिक्षुओं सहित बड़ी संख्या में जन-जीवन प्रभावित हुआ है। काम बंद हो जाने और अपने घरों तक नहीं पहुॅंच पाने के कारण भी कई प्रवासी कामगार जिले में फंस गये हैं। ऐसे सभी लोगों तक भोजन-पानी, दवायें आदि आवष्यकतानुसार पहुॅंचाने के लिये यह फण्ड अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा। उन्होंने आमजनों से इस फण्ड में हाथ खोलकर राषि दान करने की अपील की है।91901-00701-51794 बैंक खाते में जमा की जा सकती है दान राषि:-कोरोना प्रभावितों की मदद के लिये एक्सिस बैंक की पावर हाउस रोड स्थित शाखा में विषेष खाता कोविड-19 रिलिफ फण्ड कोरबा के नाम से खोला गया है। जिसका खाता क्रमांक 91901-00701-51794 है। शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ आमजन भी अपनी इच्छा के अनुसार इस बैंक खाते में कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिये राषि जमा करा सकते है।