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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. दिल्ली में 8 फरवरी को वोटिंग होगी. 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एलान किया कि दिल्ली में 1 करोड़ 46 लाख लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
13750 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे. 2689 जगहों पर वोटिंग होगी. 90 हजार कर्मचारी चुनाव में तैनात किए जाएंगे. बुजुर्ग भी पोस्टल बैलेट से वोट दे पाएंगे. उन्हें पांच दिन पहले ही पर्चा भरना पड़ेगा. चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही दिल्ली में अचार संहिता लागू हो गई है. अब सरकार किसी भी योजना का एलान नहीं कर पाएगी. दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 फरवरी को खत्म हो रहा है. 14 जनवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. 21 जनवरी को नामांकन की आखिरी तारीख होगी. नामांकन की स्क्रूटनी की आखिरी तारीख 22 जनवरी होगी. -
नई दिल्ली :
रविवार रात दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में लगभग 50 नकाबपोश गुंडे लाठी और अन्य हथियार लेकर घुसे और वहां के छात्रों और टीचरों के साथ मारपीट की. इसके अलावा यूनिवर्सिटी कैंपस और हॉस्टल में भी तोड़फोड़ की गई. जेएनयू में हुई इस वारदात के बाद दिल्ली में परेशानी और गुस्से का मौहाल बना हुआ है. ऐसे में कई लोग इसके अटैक के विरोध में आवाज उठा रहे हैं. आम जनता के साथ-साथ बॉलीवुड के सेलिब्रिटीज ने भी इस अटैक के विरोध में आवाज उठा रहे हैं. स्टार्स जैसे स्वारा भास्कर, शबाना आजमी, तापसी पन्नू, अनुराग कश्यप, रितेश देशमुख, दिया मिर्जा संग अन्य ने इस अटैक की निंदा की है और अपनी नाराजगी भी जताई है.
ट्विंकल खन्ना ने जेएनयू के बारे में ट्वीट कर चिंता जताई है. ट्विंकल ने एक अखबार के पहले पन्ने को शेयर करते हुए ट्वीट किया है. अखबार में जेएनयू में हुए अटैक की फोटो छपी है और लिखा है, 'कल एएमयू, आज जेएनयू और कल तुम.'
अपने ट्वीट में ट्विंकल खन्ना ने लिखा, 'भारत एक ऐसा देश है जहां गायों को छात्रों से ज्यादा सुरक्षा दी जाती है. ये वो देश भी है किसी से नहीं डरता नहीं है. तुम लोगों को हिंसा से डरा नहीं सकते. यहां विरोध होगा, और हड़तालें होंगी, और लोग सड़कों पर उतरेंगे. इस हैडलाइन से ये बात साफ होती है. वही बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में रितेश देशमुख ने कहा कि आपको अपना चेहरा ढकने की जरूरत क्यों पड़ गई? अपने ट्वीट के जरिए रितेश देशमुख ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में घुसे नकाबपोशों पर निशाना साधा है.
रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawahar Lal Nehru University) में हुई हिंसा पर ट्वीट करते हुए लिखा, "आपको अपना चेहरा ढकने की जरूरत क्यों पड़ी? क्योंकि आप जानते थे कि आप कुछ गलत, अवैध और सजा के लायक काम कर रहे हैं. इसमें कोई सम्मान की बात नहीं है. जेएनयू में नकाबपोश गुंडों द्वारा छात्रों और शिक्षकों पर नृशंसतापूर्ण हमले का दृश्य काफी भयानक है. ऐसी हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए." बता दें कि इस मामले पर स्वरा भास्कर, सयानी गुप्ता, राजकुमार राव, जीशान अय्यूब, अनुभव सिन्हा और अनुराग कश्यप जैसे कई कलाकारों ने ट्वीट कर अपना रिएक्शन दिया है.
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नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जेएनयू हिंसा मामले पर कहा कि शैक्षिक संस्थाओं का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जांच शुरू हो गई है, इसलिए इस वक्त कुछ भी कहना ठीक नहीं होगा. लेकिन विश्वविद्यालयों को राजनीति का अड्डा नहीं बनने देना चाहिए. न ही छात्रों को राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए. जेएनयू मामले में दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा दिल्ली पुलिस की तरफ से दर्ज कराया गया है. जेएनयू प्रशासन ने कल हुए दंगे को लेकर अभी तक पुलिस प्रशासन को कोई शिकायत मुकदमा दर्ज करने के लिए नहीं दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है कि अंदर कैंपस में जो लोग आए थे वह अंदर के लोग ही थे या बाहर के फिलहाल एक मुकदमा दर्ज हुआ है.
जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी और मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है. सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि क्या यह गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हो सकता है? सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''जेएनयू हमले से साबित होता है, जेएनयू कैंपस पर हमला पूर्व नियोजित था. हमले में जेएनयू प्रशासन का समर्थन था। गुंडे भाजपा के थे। छात्रों / शिक्षकों को पीटा गया था और दिल्ली पुलिस मूक दर्शक बनी रही. क्या यह गृह मंत्री के मौन समर्थन के बिना हो सकता है?''
जेएनयू हिंसा में हुए घायल छात्रों को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. ताजा जानकारी के मुताबिक अभी ट्रॉमा सेंटर में कोई भी छात्र नहीं है, सभी प्राथमिक उपचार देकर जाने दिया गया है. छात्र संघ अध्यक्ष आयशी घोष को भी सुबह लगभग 3 से चार बजे के बीच जाने दिया गया. फिलहाल एम्स में कोई छात्र नजर नहीं आ रहा है. सबी बेरीकेट्स भी हटा दिए गए हैं.रविवार शाम को जेएनयू कैंपस में हुए बवाल के बाद जेएनयू केंपस के गेट की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है. मेन गेट को बंद कर दिया गया है. जो भी छात्र या यूनिवर्सिटी से जुड़े लोग गेट पर पहुंच रहे हैं उनकी अच्छी तरह से चेकिंग और आईडेंटिटी कार्ड देखने के बाद ही गेट के अंदर दाखिल होने दिया जा रहा है. पुलिस ने रात को कैंपस के अंदर फ्लैग मार्च किया था लेकिन अब जो पुलिस बल है उसे बाहर कैंपस से बाहर भेज दिया गया है. एक कंपनी दिल्ली पुलिस की जेएनयू के मेन गेट पर ही तैनात की गई है कि अगर वापस कैंपस के अंदर किसी तरीके से तनाव की स्थिति पैदा होती है तो उसे निपटा जा सके. -
एजेंसीनई दिल्ली : फेक वीडियो के जरिये भारत को बदनाम करने की साजिश रच रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी ने फटकार लगाई है. ओवैसी ने इमरान खान को लताड़ते हुए कहा है कि भारत के मुसलमानों ने जिन्ना की दो-राष्ट्र की गलत थ्योरी को खारिज किया है और उन्हें अपने देश के लोगों की चिंता करनी चाहिए, न कि भारत के मुसलमानों की. ओवैसी ने कहा कि यहां के मुस्लिमों को भारतीय मुसलमान होने पर गर्व है.मिस्टर खान हमारी चिंता छोड़ दोतेलंगाना के संगारेड्डी में एक रैली में ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बांग्लादेश का वीडियो पोस्टकर उसे भारत के मुसलमानों पर जुल्म बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिस्टर इमरान खान को अपने देश के लोगों की चिंता करनी चाहिए. ओवैसी ने कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री आप हिंदुस्तान की फिक्र करना छोड़ दो, हमारे लिए अल्लाह काफी है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बांग्लादेश का वीडियो डालकर कहते हैं कि ये हिन्दुस्तान का वीडियो है. मिस्टर इमरान खान आप अपने देश की चिंता करें, हमारी नहीं. हमने जिन्ना के सिद्धांत को ठुकरा दिया था."इमरान पर बरसते हुए सांसद ओवैसी ने कहा कि भारतीय मुस्लिमों को भारत का मुसलमान होने पर गर्व है. उन्होंने कहा कि धरती की कोई भी ताकत हमारी भारतीयता को नहीं छीन सकती है और कोई भी ताकत हमारी धार्मिक पहचान को नहीं ले सकती है क्योंकि भारतीय संविधान ने हमें इसकी गारंटी दी है. उन्होंने कहा कि इमरान खान को ननकाना साहिब में गुरुद्वारे पर हमला करने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए.पाक का फेक वीडियो प्रोपगैंडापाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं. ननकाना साहिब पर कट्टरपंथियों के हमले से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए इमरान खान ने 7 साल पुराना वीडियो ट्वीट किया. बांग्लादेश के इस वीडियो को उन्होंने पुलिस द्वारा भारतीय मुसलमानों पर अत्याचार करार देने की घिनौनी कोशिश की. लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ ही मिनटों में इमरान खान की इस कोशिश का पर्दाफाश हो गया. सोशल मीडिया पर ताने-उलहाने सुनने के बाद कुछ ही देर में इमरान खान को ये वीडियो डिलीट करना पड़ा.
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इंदौर : भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर को आग लगाने की धमकी के बाद कांग्रेस पार्टी विजयवर्गीय और बीजेपी पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस ने उनपर निशाना साधा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर पूछा कि क्या इंदौर इनकी जागीर है। कांग्रेस ने भाजपा को भारत जलाओ पार्टी बताया। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा कि भारत जलाओ पार्टी —क्या इंदौर इनकी जागीर है, जो ये पूरे शहर को आग लगा देंगे।।! लगता है माफियामुक्त मप्र अभियान से इनकी भी आमदनी प्रभावित हुई है। जब कभी इस तरह की उपद्रवी सोच या शहर जलाने का इरादा मन में आये तो कमलनाथ जी का ध्यान किया करिये, कईयों के भूत उतर गये हैं।
एक और ट्वीट में कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश का निगमकर्मी को बल्ला मारते हुए वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र निगम अधिकारी को बल्ले से पीटते हुये। बेटे की पिक्चर पहले रिलीज़ हुई थी, बाप का डायलॉग कल जारी हुआ है। आखिर कौन हैं ये लोग, किस घमंड-अभिमान में जी रहे हैं, लोकतंत्र की आड़ में छिपे इन नकाबपोशों से जनता का भला कैसे मुमकिन है…? कभी सोचना जरूर..!
बता दें कि भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का शुक्रवार को इंदौर में तैनात अधिकारियों को धमकाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने कहा था कि संघ के पदाधिकारी शहर में हैं, नहीं तो आज इंदौर में आग लगा देता। -
मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार के बाद शिवसेना के खेमे में भी नाराजगी सामने आने लगी है। औरंगाबाद से पार्टी के विधायक और राज्यमंत्री अब्दुल सत्तार ने शनिवार को उद्धव ठाकरे कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब्दुल सत्तार ने अपना इस्तीफा सीएम उद्धव ठाकरे को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि वे कैबिनेट मंत्री ना बनाए जाने से नाराज थे।
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के पहले मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से शुरू हुआ सत्ताधारी दलों के अंदर का बवाल बढ़ता जा रहा है। शिवसेना में नव-निर्वाचित असंतुष्ट विधायकों की संख्या 11 तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा कई एमएलसी भी मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं। इसी बीच अब्दुल सत्तार ने राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर सीएम उद्धव ठाकरे की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
वहीं, कांग्रेस ने नाराज विधायक संग्राम थोपटे को शांत करने की कोशिश की तो मुंबई के विधायक अमीन पटेल ने सीधे पार्टी आलाकमान को चिट्ठी लिख दी। इस खींचतान के बीच अभी भी विभागों के बंटवारे पर आम सहमति नहीं बन पाई है। दूसरी तरफ, कई ऐसे विधायक हैं जो मंत्री ना बनाए जाने से नाराज हैं। इसके पहले, एनसीपी के विधायक प्रकाश सोलंके के नाराज होने की खबरें भी आई थीं। -
नई दिल्ली : दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली की कच्ची कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को मिल रही उनके मकान की रजिस्ट्री के कागजात को फर्जी बताया है. पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'हरदीप पुरी जी ने आज 20 लोगों को कुछ कागज़ देकर दावा किया है कि उनको रजिस्ट्री दे दी गई है. जमीन का लैंड यूज़ बदले बिना कागज़ देना फ़र्ज़ी है. खेती की जमीन या सरकारी जमीन पर किसी मकान की रजिस्ट्री नहीं दी जा सकती.'
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब हमने डीडीए की वेबसाइट के हवाले से इनका धोखा पकड़ा तो इन्होंने 20 लोगों को रजिस्ट्री दिखाकर कहना शुरू कर दिया है कि देखो हम रजिस्ट्री दे रहे हैं, जबकि इस रजिस्ट्री का कोई मतलब नहीं है. सिसोदिया ने कहा 'आपने कोई लैंड यूज़ नहीं बदला, MCD का बुलडोजर कल को इन 1731 कॉलोनी में तोडफ़ोड़ करेगा, MCD वाले रिश्वत लेते रहेंगे, इलाके का SHO अवैध निर्माण के आरोप में थाने में बैठा लेगा और सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटरिंग कमिटी सीलिंग कर सकती है जैसे आज कर रही है.'
आपको बता दें शुक्रवार दोपहर को केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप पुरी ने कच्ची कॉलोनी में रहने वाले 20 लोगों को मकान की रजिस्ट्री दी थी. इसके आधार पर भारतीय जनता पार्टी के दावा कर रही है कि आम आदमी पार्टी जो दिल्ली के लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही थी वह कोशिश अब नाकाम हो चुकी है क्योंकि अब दिल्ली की कच्ची कॉलोनी में रहने वाले लोगों को उनके मकान का मालिकाना हक मिलना शुरू हो गया है.साभार : NDTV से -
नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार भी बिहार की झांकी नहीं दिखाई देगी। दरअसल केन्द्र सरकार ने बिहार की प्रस्तावित झांकी को प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। बिहार की प्रस्तावित झांकी ‘जल जीवन हरियाली मिशन’ पर आधारित थी। पीटीआई के हवाले से यह खबर आयी है। दिल्ली स्थित बिहार इन्फोर्मेशन सेंटर के सूत्रों ने भी इस खबर की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि बिहार की झांकी, केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों की झांकियों के लिए तय किए गए जरूरी मानकों को पूरा नहीं कर रही थी, जिसके चलते केन्द्र सरकार ने उसे रिजेक्ट करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने अक्टूबर, 2019 में “जल जीवन हरियाली मिशन” योजना को बड़े जोर-शोर से लागू किया था। नीतीश सरकार की इस योजना का उद्देश्य राज्य में हरियाली बढ़ाने और भूजल के स्तर को सुधारना है। यही वजह है कि बिहार सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड में भी अपनी इसी योजना की झांकी पेश करने का फैसला किया था, लेकिन अब केन्द्र सरकार द्वारा इसे रिजेक्ट करने से बिहार सरकार की योजना को बड़ा झटका लगा है। -
नई दिल्ली : एजेंसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर अभद्र टिप्पणी करने पर कांग्रेस नेता, लेखक और तमिल वक्ता नेल्लई कन्नन को पुलिस ने चेन्नई में बुधवार को गिरफ्तारकर लिया। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर अभद्र टिप्पणी करने की कई शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ हिंसा भड़काने और दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने के आरोप में मामला दर्ज किया था। कन्नन तमिल साहित्यकार हैं और साहित्य तथा व्याख्यान पर आधारित टीवी कार्यक्रमों में भाग ले चुके हैं।
पुलिस ने यह कार्रवाई भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता नारायणन तिरुपति की शिकायत के बाद की है। भाजपा प्रवक्ता ने सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया है कि कन्नन ने सभा में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें ''हैरानी है कि मुसलमानों ने अभी तक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को जान से क्यों नहीं मारा..."
इससे पहले बुधवार को तमिलनाडु भाजपा ने पीएम और गृहमंत्री के खिलाफ 'भड़काउ' टिप्पणी करने के लिये तमिल वक्ता नेल्लई कन्नन की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बुधवार को यहां प्रदर्शन किया। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा समेत प्रदर्शनकारियों ने कन्नन के खिलाफ नारेबाजी की, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। -
नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव होने में अभी एक साल से ज्यादा का समय बाकी है लेकिन बीजेपी अभी से ही वहां जीत हासिल करने की रणनीति पर काम कर रही है। बीजेपी ने 295 सदस्यों वाली पश्चिम बंगाल विधान सभा के लिए मिशन 250 का लक्ष्य तय किया है। इसके साथ ही ममता बनर्जी के ‘मां, माटी, मानुष’ का काट निकालने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नई रणनीति बनाई है। इस रणनीति के तहत अमित शाह बांग्ला भाषा सीख रहे हैं ताकि वो लोगों से बांग्ला में संवाद कर सकें और बांग्ला में ही भाषण दे सकें।
दरअसल, अमित शाह चाहते हैं कि वो बांग्ला में भाषण देकर ममता का काउंटर कर सकें साथ ही बंगाली समुदाय खुद को उनसे जुड़ा महसूस कर सके। ममता बनर्जी अपना हर संबोधन बांग्ला में ही करती हैं। अमित शाह ने बांग्ला सीखने के लिए एक गुरू भी अपने घर पर रखा है। ममता बनर्जी ने हाल के दिनों में बंगाली अस्मिता को खूब हवा देने की कोशिश की है, जैसा कि गुजरात चुनावों के दौरान खुद पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर चुके हैं। -
नई दिल्ली :
नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुआ. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों की मौत भी हो गई. मंगलवार को जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के लिए नमाज़-ए-जनाज़ा पढ़ी. बता दें कि देश के कई हिस्सों में हुए हिंसक प्रदर्शन में करीब 22 लोगों की मौत हुई है, इनमें से 19 मौतें उत्तर प्रदेश मेंहुई हैं जबकि दो मौतें कर्नाटक में हुई थीं.मंगलवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सैकड़ों छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर दोपहर को नमाज़ पढ़ी. बता दें कि CAA, NRC के खिलाफ लगातार इस क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में पिछले पंद्रह दिन से प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं, यहां महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हो रही हैं. -
नई दिल्ली: जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट किया, "बिहार में (मुख्यमंत्री तथा JDU प्रमुख) नीतीश कुमार का नेतृत्व और JDU की सबसे बड़े दल की भूमिका बिहार की जनता ने तय की है, किसी दूसरी पार्टी के नेता या शीर्ष नेतृत्व ने नहीं. (वर्ष) 2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश उपमुख्यमंत्री बनने वाले (BJP नेता) सुशील मोदी से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है."
बता दें कि जनता दल यूनाइटेड के नेता और रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले कुछ दिनों से बीजेपी और जेडीयू को लेकर मिलने वाली बिहार विधानसभा सीटों के बारे में बयान दे रहे हैं. प्रशांत किशोर ने अपने एक बयान से बिहार एनडीए में राजनीतिक बयानबाज़ी का दौर शुरू कर दिया है. प्रशांत किशोर ने रविवार को पटना में कहा कि अगले वर्ष होने वाले बिहार विधान सभा चुनाव के लिए भाजपा को जनता दल यूनाइटेड को 2009 लोक सभा और 2010 विधान सभा चुनाव की तरह बड़े भाई की तरह ज़्यादा सीटें चाहिए. ये अभी साफ़ नहीं हैं कि प्रशांत किशोर के इस बयान को मुख्य मंत्री नीतीश कुमार की सहमति हैं या नहीं. -
मुंबई: आज महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के महाआघाड़ी विकास गठबंधन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ. अजित पवार ने मंत्री पद की शपथ ली, संभावना जतायी जा रही है कि वे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनेंगे. एनसीपी नेता राजेंद्र शिगणे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है. आज सुबह से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर खबरें छन कर आ रही हैं. कहा जा रहा है कि आज के विस्तार में कांग्रेस के 10 तो वहीं शिवसेना-एनसीपी के 13-13 मंत्री शपथ लेंगे. खबर है कि शिवसेना की तरफ से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए आदित्य ठाकरे भी मंत्री पद की शपथ लेंगे.
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर कांग्रेस की तरफ से मंत्री पद का शपथ लेने वाले विधायकों की पहली सूची आ गयी है. कांग्रेस के 13 विधायक मंत्री पद की शपथ लेेंगे. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहाण का टिकट काट दिया गया है. आज शपथ लेने वाले मंत्रियों में अशोक चव्हाण, केसी पाडवी, विजय वादीतिवार, अमित देशमुख, सुनील केधार, यशोमति ठाकुर, वर्षा गायकवाड़, असलम शेख, सतेज पाटिल और विश्वजीत कदम का नाम शामिल है.
सीएम उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे भी लेंगे शपथ
शिवसेना की तरफ से भी फाइनल लिस्ट आ गयी है. पार्टी की तरफ से मंत्री पद की शपथ लेने वाले लोगों में गुलाबराव पाटिल, शंभुराजे देसाई, अब्दुल सत्तार, संजय राठौड़, दादा भुसे, उदय सामंत और अनिल परब का नाम शामिल है. खबरें ये भी सामने आ रही है कि पहली बार विधायक निर्वाचित हुए सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. वहीं शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत के भाई सुनील राउट को कैबिनेट में जगह नहीं मिली है.
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लगातार 18 साल से दिल्ली-एनसीआर में हिन्दुस्तान टाइम्स (Hindustan Times ) नंबर 1 की कुर्सी पर काबिज है। अंग्रेजी अखबारों में 17 लाख पाठकों के साथ Hindustan Times की दिल्ली-एनसीआर में बादशाहत बरकरार है, वह भी लगातार 18वीं बार। इंडियन रीडरशिप के ताजा सर्वे ने इस बात पर मुहर लगाई है। एचटी मीडिया लिमिटेड की ओर से प्रकाशित हिन्दुस्तान टाइम्स देश में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले अंग्रेजी अखबारों में दूसरे नंबर पर है। देश में इसके कुल 3.2 million पाठक हैं। दिल्ली-एनसीआर में हिन्दुस्तान टाइम्स से टाइम्स ऑफ इंडिया पीछे है। इसकी कुल पाठकों की संख्या 14 लाख है।हिन्दुस्तान टाइम्स पर बढ़ा पाठकों का भरोसाइंडियन रीडरशिप सर्वे के मुताबिक एचटी पंजाब में लगातार मजबूती से डटा हुआ है। पंजाब में 352,000 पाठकों के साथ हिन्दुस्तान टाइम्स नंबर एक पोजीशन पर बना हुआ है। वहीं मुंबई में HT 859,000 पाठकों के साथ नंबर दो पर है। ये आंकड़े IRS 2019 के तीसरे क्वार्टर के हैं, जो Average Issue Readership (AIR) के आधार पर हैं। इस सर्वे के तहत खुद पाठक बताते हैं कि वो कौन सा अखबार डेली पढ़ते हैं। ये आंकड़े प्रिंट मीडिया ही नहीं बल्कि एचटी मीडिया पब्लिकेशन के हिन्दुस्तान टाइम्स, मिंट और हिन्दुस्तान के प्रति विश्वास की गवाही दे रहे हैं। एचटी मीडिया का दूसरा अंग्रेजी भाषा का बिजनेस अखबार मिंट 314,000 पाठकों के साथ अपने श्रेणी में देश में दूसरे नंबर पर है।बिहार में दैनिक हिन्दुस्तान का दबदबाएचटी मीडिया की सहायक हिंदुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड द्वारा प्रकाशित हिंदी दैनिक हिन्दुस्तान 51.3 मिलियन पाठकों के साथ और मजबूत हुआ है। वहीं बिहार में हिन्दुस्तान 15.1 मिलियन पाठकों के साथ उसका दबदबा बरकरार है। बिहार की राजधानी पटना शहर में भी 630,000 पाठकों के साथ नंबर 1 है।उत्तराखंड में हिन्दुस्तान नंबर 1उत्तराखंड में हिंदुस्तान 800,000 पाठकों के साथ अपना नंबर 1 स्थान बनाए हुए है, जबकि झारखंड में 3.9 मिलियन पाठकों के साथ दूसरा सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार बन गया है। दिल्ली में हिन्दुस्तान के 2.1 मिलियन पाठक हैं तो उत्तर प्रदेश में 27.3 मिलियन पाठकों की पहली पसंद हिन्दुस्तान है।एचटी मीडिया के समूह चीफ मार्केटिंग ऑफीसर राजन भल्ला ने कहा, “ इस रिजल्ट ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि हमारे पाठकों का हम पर भरोसा है। हम अपने पाठकों और विज्ञापनदाताओं को धन्यवाद देते हैं। हम ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ आपके भरोसे के लिए काम करना जारी रखेंगे। ”
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झामुमो नेता हेमंत सोरेन रविवार (29 दिसंबर) को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उन्हें राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। उनके साथ झामुमो के प्रो. स्टीफन मरांडी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के भी मंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। 44 वर्षीय हेमंत सोरेन राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। इसके पहले वह 2013 में कांग्रेस गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
राज्य में सरकार गठन की गहमागहमी के बीच शनिवार (28 दिसंबर) को राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह के रांची पहुंचते ही प्रदेश के नेताओं ने उनसे पेंच वाले मुद्दों को जल्दी से जल्दी सुलझाने का आग्रह किया। खासकर कांग्रेस कोटे से रविवार (29 दिसंबर) को मंत्री की शपथ लेने वाले नेता के नाम तय करने के लिए कहा। प्रदेश कांग्रेस के तीन नेताओं रामेश्वर उरांव,आलमगीर आलम और राजेंद्र सिंह के बीच इसे लेकर होड़ थी। आरपीएन सिंह चार बजे हेमंत सोरेन के आवास पर पहुंचे।साधा सियासी संतुलन, आज पहली कैबिनेट करेंगेहेमंत सरकार में स्टीफन मरांडी और रामेश्वर उरांव को उपमुख्यमंत्री बनाकर सियासी संतुलन साधा गया है। हेमंत सोरेन शिबू सोरेन की आदिवासी राजनीति के विरासत के प्रतीक हैं। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक रविवार (29 दिसंबर) की शाम करेंगे। पहली बैठक में विधानसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर के नाम की अनुशंसा होगी। -
उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच मेरठ के एसपी (SP) का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह 20 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन के दौरान स्थानीय निवासियों से प्रदर्शनकारियों को “पाकिस्तान जाने के लिए” कहते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा- “खाओगे यहां का, गाओगे कहीं और का।” बता दें किएसपी ने कहा कि अगर कुछ हो गया तो तुम लोग कीमत चुकाओगे। हर एक आदमी को जेल में बंद करूंगा। मेरठ हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी।
क्या है मामला:
दरअसल, 20 दिसंबर को CAA को लेकर मेरठ में हिंसा भड़की थी। बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो लिसारी गेट के पास का है जहां एसपी सिटी अखिलेश एन सिंह स्थानीय लोगों को कह रहे हैं, “कहां जाओगे, इस गली को ठीक कर दूंगा।” इस दौरान वह पुलिस पर पथराव कर रहे लोगों का पीछा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कई युवक पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे।
एक सकरी गली में पुलिसवालों के साथ हिंसा पर कंट्रोल करने के दौरान मेरठ के एसपी ने इलाके के स्थानीय लोगों से कहा, “ये जो काली और पीली पट्टी बांध के आए हैं, इनसे कह दो पाकिस्तान चले जाएं। खाओगे यहां का, गाओगे कहीं और का। ये गली मुझे याद हो गई है और जब मुझे याद हो जाता है तो मैं नानी तक पहुंच जाता हूं।”
जब कुछ मीडिया ने एसपी से बात की तो उसने सफाई देते हुए कहा कि उस दौरान असामाजिक तत्व पाकिस्तान के समर्थन में बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हम यह देखने के लिए इस क्षेत्र में आए थे कि कौन लोग हैं जो पाक के फेवर में नारेबाजी कर रहे हैं। जब हम फोर्स के साथ पहुंचे तो वे भाग चुके थे। हमें पता चला कि 3-4 ऐसे लोग थे जो एक मुद्दा बनाना चाहते थे। इसके बाद हमने स्थानीय लोगों के साथ चर्चा की। -
नई दिल्ली। दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में 22 फरवरी 2020 से पहले चुनाव हो सकते हैं। गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दिल्ली के विधानसभा चुनावों को लेकर अहम बैठक की। इस बीच भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुरुवार को आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल किसी और के काम पर अपना ठप्पा लगा देते हैं। अमित शाह के इन आरोपों पर अब आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है।
अमित शाह के आरोपों पर पलटवार करते हुए आम आदमी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा गया, 'सातों दिन और 24 घंटे सब्सिडी वाली बिजली, फ्री पानी, फ्री और गुणवत्ता युक्त हेल्थकेयर, विश्व स्तरीय सरकारी स्कूल, 1.4 लाख सीसीटीवी, फ्री वाईफाई, महिलाओं के लिए फ्री यात्रा और जरूरी सुविधाओं की घर पर डिलीवरी। यह सारे काम अरविंद केजरीवाल सरकार ने कराए हैं और अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ठप्पा लगाने आए हैं।'आपको बता दें कि इससे पहले एक कार्यक्रम में दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ऐसे हैं जो नई-नई चीजें करते रहते हैं। केजरीवाल ने अब एक नई शुरुआत की...योजना और काम किसी और का, लेकिन ये ठप्पा अपने नाम का लगाते हैं। पीएम मोदी ने कहा है कि देश के हर घर में नल से पीने का पानी पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार करने वाली है। सीएम केजरीवाल विज्ञापन देकर इस योजना का यश लेने का प्रयास कर रहे हैं। जब पीएम मोदी ने देश के हर घर को पानी पहुंचाने का वादा किया है, तो दिल्ली भी तो उसमें आता है।'अरविंद केजरीवाल की सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा, 'करीब 60 महीने होने को आए हैं, केजरीवाल को मुख्यमंत्री बने, आज से पहले ये सारे वादे पूरे क्यों नहीं किए। अभी भी ये वादे पूरे नहीं होने वाले हैं, सिर्फ विज्ञापन देकर ये लोगों को झांसा दे रहे हैं। इन्होंने जीवन में सिर्फ विरोध करने और धरना देने का काम किया है। मैं आज आपको सबसे बड़ा रोड़ा क्या है, बताना चाहता हूं। मोदी जी, हरदीप जी द्रुत गति से काम करना चाहते हैं, मगर ये केजरीवाल सरकार जो है वो एक बहुत बड़ा रोड़ा है। केजरीवाल सरकार हर विकास के काम में अड़ंगा लगाती है।'गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल आगामी 22 फरवरी को खत्म हो रहा है। 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 2015 के चुनाव में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को महज 3 सीटें ही मिल पाईं थी, जबकि कांग्रेस का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुला था। गुरुवार को दिल्ली में चुनाव अधिकारियों की बैठक हुई, जिसे देखकर माना जा रहा है कि जल्द ही दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। साल 2020 में दिल्ली के अलावा बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। -
भाषा की खबर
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान कर्नाटक के मंगलुरु में मारे गए दो लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देगी. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल की इस घोषणा पर कर्नाटक में भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. तृणमूल कांग्रेस की ट्रेड यूनियन इकाई इंडियन नेशनल तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आईएनटीटीयूसी) की प्रदेश अध्यक्ष डोला सेन ने कहा कि मंगलुरु में तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के प्रस्तावित दौरे के दौरान मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये के चेक दिए जाएंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बजर्नी ने बृहस्पतिवार को यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल कर्नाटक में पुलिस की कथित गोलीबारी में मारे जाने वाले लोगों के परिवारों से मिलने के लिए जाएगा और परिवारों को अनुग्रह राशि दी जाएगी. बेंगलुरु से मिली खबर के मुताबिक, मंगलुरु में मारे गए दो लोगों के परिवारों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा के लिए ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कर्नाटक में सत्ताधारी भाजपा ने उनके इस कदम को एक खास समुदाय को लुभाने और ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया.
कर्नाटक भाजपा महासचिव शोभा करंदलाजे ने सवाल किया कि क्या उन्होंने इसलिए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की क्योंकि मारे गए दोनों लोग मुस्लिम समुदाय के थे. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या ममता बनर्जी ने अपने राज्य में राजनीतिक हिंसा के शिकार ‘सैकड़ों' लोगों के परिवारों के लिए ऐसा कदम उठाया. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए करंदलाजे ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विभिन्न प्रदर्शनों में सैकड़ों राजनीतिक कार्यकर्ता मारे गए. क्या बनर्जी ने उनके परिवारों को मुआवजा दिया?