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नई दिल्ली: भारत सरकार ने सुरक्षा के लिहाज से गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद 59 एप्स को ब्लॉक कर दिया है. इसमें Tiktok और UC Browser जैसे कई चर्चित ऐप्स भी शामिल हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन 59 ऐप्स के अलावा भी कुछ और चीनी ऐप्स पर पाबंदी लग सकती है. इनके डाटा को खंगाला जा रहा है और अगर यह देश हित के खिलाफ पाई जाती हैं तो इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 15-16 जून की रात, लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें कर्नल समेत 20 भारतीय जवानों की जान चली गई थी. इसी के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव जारी है.
जानकारी के मुताबिक टेलीग्राफ ऐक्ट के तहत संचार मंत्रालय इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर को किसी भी वेबसाइट या ऐप का डेटा रोकने को कह सकती है. इन सभी ऐप का डेटा अगले एक-दिन में रोक दिया जाएगा. गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ये ऐप हटा दी गई हैं. अब इनके अपडेट भी नहीं मिलेंगे. डाटा रोकने पर यूज़र्स को फ़ीड मिलनी बंद हो जाएगी और उन्हें केवल पुराने वीडियो ही दिखाई देंगे. चीन में इसी तरह गूगल और फेसबुक पर रोक लगी है. दुबई में व्हाट्सऐप पर चैट हो सकती है लेकिन कॉल करने का विकल्प नहीं मिलता है. चूंकि प्रतिबंध अंतरिम है, तो अब मामला एक समिति के पास जाएगा.
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नई दिल्ली : देश में कोरोनावायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोना से 5 लाख 48 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 16 हजार 400 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. इस बीच कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में इसके बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन को 31 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन के दौरान राज्य में जरूरी दुकानें खुली रहेंगी. 'मिशन बिगेन अगेन' के तहत सरकार की तरफ से जारी दिशा निर्देश के अनुसार, मुंबई और उसके आसपास के इलाके में गैर आवश्यक गतिविधियां प्रतिबंधित होनी चाहिए. इसके साथ-साथ बाजारों में ऑड-ईवन की मौजूदा व्यवस्था भी बरकरार रहेगी. इसके साथ लॉकडाउन में छूट की भी पुरानी ही व्ययवस्था ही लागू रहेगी. आदेश के अनुसार सीमित लोगों के साथ ही दफ्तर खुलेंगे.
इस दौरान सभी आवश्यक दुकानें, जरूरी और गैर-जरूरी वस्तुओं के लिए ई-कॉमर्स गतिविधि, सभी औद्योगिक इकाइयां जो अभी फिलहाल चालू हैं और खाने की होम डिलीवरी की इजाजत होगी. इसके साथ-साथ सभी सरकारी कार्यालयों में 15% क्षमता के साथ काम करने की इजाजत होगी. मुंबई महानगर क्षेत्र के सभी निजी कार्यालय 10% स्टाफ के साथ काम कर सकते हैं. -
नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस आज राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगी. कांग्रेस आज सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच देश भर में जिला मुख्यालय पर धरना देगी. देशभर में जिला मुख्यालयों पर धरना देकर कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार से पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम वापस लेने की मांग करेंगे.
प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के नेता संबंधित जिला अधिकारी और उपायुक्त को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे. इसके साथ ही कांग्रेस सोशल मीडिया में 'स्पीक अप ऑन पेट्रोलियम प्राइज हाइक' अभियान चलाएगी. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को वापस लेने के लिए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी.
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है. आज फिर कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इस महीने लगातार 21 दिनों तक लगातार बढ़ोतरी के बाद कल, यानी रविवार को कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी. आज दिल्ली में पेट्रोल 80.38 रुपये से 5 पैसे बढ़कर 80.43 रुपए हो गया. वहीं डीजल भी 13 पैसे बढ़ गया. दिल्ली देश का पहला राज्य बन गया है, जहां पेट्रोल से महंगा डीजल है. -
एजेंसीनई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के आंकड़े हर दिन नया रिकॉर्ड बना कर रहे हैं. देश में अब संक्रमितों की कुल संख्या पांच लाख के पार पहुंच चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 5 लाख 28 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 16095 की मौत हो चुकी है, जबकि तीन लाख से ज्यादा ठीक भी हुए हैं. पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 19,906 नए मामले सामने आए और 410 मरीजों की मौत हुई है.
दुनिया में चौथा सबसे प्रभावित देशकोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश है. अमेरिका, ब्राजील, रूस के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर है. भारत से अधिक मामले अमेरिका (2,596,403), ब्राजील (1,315,941), रूस (627,646) में हैं. वहीं भारत में मामले बढ़ने की रफ्तार दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है. अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं.
एक्टिव केस के मामले में टॉप-5 राज्यदेश में इस वक्त दो लाख कोरोना के एक्टिव केस हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में 66 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं.
एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है. यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. -
एजेंसीनई दिल्ली : भारत और चीन के बीच लद्दाख से जुड़ी एलएसी पर तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन की तरफ से सीमा पर बढ़ते आक्रामक रवैये की वजह से भारत को भी यहां अपनी सेना की मौजूदगी बढ़ानी पड़ी है। हालांकि, जैसे-जैसे तनाव बढ़ रहा है, सरकार भी अब यह मान चुकी है कि इसे जल्दी नहीं सुलझाया जा सकता। एक वरिष्ठ सरकारी अफसर के मुताबिक, सशस्त्र बलों को स्थिति से निपटने के लिए खुली छूट दी गई है। इसलिए चीन के साथ लगी 3488 किमी सीमा पर कई जगह सैन्य उपकरण और जरूरत के अहम सामान भी पहुंचा दिए गए हैं।
अफसर ने बताया कि सेना को आगे आने वाली किसी भी चुनौती के लिए जरूरी सामान भी भेज दिया गया है। गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अब तक तनाव सुलझाने के लिए बीजिंग में राजनयिक स्तर और लद्दाख में सैन्य स्तर की बातचीत हो चुकी है। इसके बावजूद चीन अब तक स्टेटस क्वो यानी अप्रैल जैसी सीमा की स्थिति पर लौटने के लिए तैयार नहीं हुआ है।
अफसर ने कहा कि भारतीय सेना अब लंबे स्टैंड-ऑफ के लिए तैयार है। सरकार के पास क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता करने का कोई विकल्प ही नहीं है। दोनों देशों के बीच मामला उलझा हुआ है, क्योंकि चीन का रवैया जिद से भरा है। इसे समझना भी काफी मुश्किल है, क्योंकि वह लगातार ‘ये हमारा क्षेत्र है’ जैसे वाक्यों में ही फंसा है। हालांकि, दोनों पक्षों ने आगे भी बातचीत जारी रखने की बात की है, जो कि अपने आप में अच्छी चीज है।
चीन की ओर से सीमा पर भारी सैन्य तैनाती पर सरकार में भी अचानक ही मामला बढ़ने की बात मानी जाने लगी है। हालांकि, अफसर का कहना है कि यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है। इस समय पिछले दो महीने में हुई घटनाओं की समीक्षा और चीजों को दोबारा नियंत्रण में लाने की जरूरत है। एक दिन पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी रूस के तीन दिनों के दौरे से लौटे और उन्होंने लद्दाख पर सीधे आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे के साथ जमीन के हालात जाने। 22 जून को दोनों सेनाओं के कोर कमांडर के बीच हुई बैठक के बाद यह रक्षा मंत्री और आर्मी चीफ की पहली मुलाकात थी। -
नई दिल्ली। शिवसेना ने शुक्रवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री पर हमला किया। शिवसेना ने कहा कि पीएम मोदी आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए गलवान घाटी संघर्ष में शहीद हुए भारतीय सेना जवानों की वीरता का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुखपत्र सामना के माध्यम से शिवसेना ने आरोप लगाया कि पीएम एक विशेष सेना रेजीमेंट की भूमिका को हाइलाइट्स करके "जाति और क्षेत्रीय कार्ड" खेल रहे हैं। गलवान वैली में पूरे देश की फौज है। जो शहीद होते हैं, वे देश के जवान होते है। राष्ट्र की आत्मा होते हैं।
शुक्रवार की संपादकीय में शिवसेना ने भाजपा नेता गोपीचंद पाडलकर के राकांपा प्रमुख शरद पवार के लिए कहे अपशब्दों को आधार बनाते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है। पार्टी ने सामना में लिखा है, 'बिहार में चुनाव है इसलिए सेना में जात और प्रांत का महत्व बताया जा रहा है। पत्र ने लिखा कि, प्रधानमंत्री मोदी भी इस राजनीति में कुशल हो गए हैं। कल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘बिहार रेजिमेंट' ने लद्दाख की गलवान घाटी में बहादुरी दिखाई। तो महारों, मराठों, राजपूतों, सिखों, गोरखाओं, डोगरा रेजिमेंट सीमा पर तंबाकू मलते बैठे थे क्या?
पत्र ने लिखा कि, महाराष्ट्र के वीरपुत्र सुनील काले कल पुलवामा में शहीद हो गए। लेकिन बिहार में चुनाव होने के कारण ही सेना में ‘जाति' और ‘प्रांत' का महत्व बताया जा रहा है। इस तरह की राजनीति कोरोना से भी बदतर है! महाराष्ट्र में विपक्ष इस खुजली को खुजलाने का काम कर रहा है। इसलिए भाजपा पर गांव-गांव में जूते खाने की नौबत आ गई है। पता नहीं ये कब सुधरेंगे?
सामना के संपादक संजय राउत ने कहा कि, बिहार रेजिमेंट की तारीफ किए जाने पर कटाक्ष करते हुए संजय राउत ने कहा कि सेना की कोई भी रेजिमेंट बस रेजिमेंट होती है। हर रेजिमेंट रेजिमेंट की अपनी परंपरा और गाथा है। सभी रेजिमेंट देश की होती है। किसी प्राांत, राज्य या किसी धर्म की नहीं होती है। उन्होंने कहा कि राजपूताना रेजिमेट, सिख रेजिमेंट है, महार, बिहार, गोरखा और डोगरा रेजिमेंट है.. यह परंपरा के नाते रेजिमेंट का नाम होता है। सिर्फ एक रेजिमेंट का नाम लेना। एक राय का नाम लेना, यह राष्ट्रीय अखंडता और एकात्म के लिए ठीक नहीं है। -
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए डोर-टू-डोर टेस्टिंग को लेकर लागू की जाने वाली योजना पर अब केजरीवाल सरकार की सफाई आई है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के डोर-टू-डोर टेस्ट पूरी दिल्ली में नहीं, बल्कि केवल कंटेनमेंट जोन में किए जाएंगे। आपको बता दें कि हाल ही में खबर आई थी कि दिल्ली सरकार कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए एक नए कोविड रिस्पांस प्लान के तहत 6 जुलाई तक पूरी दिल्ली में घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट करेगी।
इंडिया टुडे से बात करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए हमारी सरकार भी तेजी से काम कर रही है। सरकार के नए कोविड रिस्पांस प्लान के अंतर्गत कंटेनमेंट जोन में रहने वाले सभी लोगों का अनिवार्य तौर पर कोरोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद 27 जुलाई से हम दिल्ली में एंटी-बॉडी टेस्ट भी शुरू करने जा रहे हैं। इस टेस्ट के जरिए पता चलेगा कि क्या कोई व्यक्ति पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुका है। इसके लिए हम लोगों ने 20 हजार लोगों का सैंपल साइज रखा है।'
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने बताया, 'कोरोनो वायरस के खिलाफ लड़ाई में पिछले एक सप्ताह को दिल्ली के लिए 'उम्मीदों भरा सप्ताह' कहा जा सकता है। मेरे लिए अभी ये बात कहना जल्दबाजी हो सकता है, लेकिन 8 जून से 14 जून के बीच का सप्ताह दिल्ली में कोरोना वायरस के केसों की संख्या के मामले में सबसे खराब रहा। लेकिन, इसके एक हफ्ते बाद, कुछ उम्मीद जगी है कि दिल्ली में हालात सुधर रहे हैं।'
अपने इस दावे पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 'पहले हमारी सरकार हर रोज करीब 6000 से 7000 लोगों का टेस्ट करती थी, जिनमें से तकरीबन 2000 लोग पॉजिटिव मिलते थे, लेकिन आज हम लोग हर रोज करीब 18 हजार कोरोना वायरस टेस्ट कर रहे हैं और उनमे से लगभग 3000 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। यह एक अच्छा संकेत है। इसके अलावा दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट भी पहले की तुलना में काफी बढ़ा है। पहले दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट 41 फीसदी था, लेकिन अब 58 फीसदी है। तीसरा और अहम पहलू यह है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों की वृद्धि दर भी 5.8 प्रतिशत से घटकर 4.9 प्रतिशत रह गई है।' -
एजेंसीनई दिल्ली : लंबे समय से चीन भारत समेत एशिया के कई देशों के साथ टकराव की स्थिति में है। बीते 15 जून को भारतीय सैनिकों के साथ की गई धोखेबाजी के चलते हुए ड्रैगन कई देशों के आंखों में खटक रहा है। अब अमेरिका ने चीन की दबंगई को रोकने के लिए एशिया में अपने सैनिकों की तैनाती करने का ऐलान किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बताया कि भारत, मलेशिया, इंडोनेशिया, और फिलीपीन जैसे एशियाई देशों को चीन से बढ़ते खतरे के मद्देनजर अमेरिका दुनिया भर में अपने सैनिकों की तैनाती की समीक्षा कर उन्हें इस तरह से तैनात कर रहा है कि वे जरूरत पड़ने पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (चीन की सेना) का मुकाबला कर सकें।
पोम्पिओ ने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी तैनाती ऐसी हो कि चीनी सैनिकों का मुकाबला किया जा सके। हमें लगता है कि यह हमारे समय की यह चुनौती है और हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारे पास उससे निपटने के लिए सभी संसाधन उचित जगह पर उपलब्ध हों।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर सैनिकों की तैनाती की समीक्षा की जा रही है और इसी योजना के तहत अमेरिका, जर्मनी में अपने सैनिकों की संख्या करीब 52 हजार से घटा कर 25 हजार कर रहा है। पोम्पिओ ने कहा कि सैनिकों की तैनाती जमीनी स्थिति की वास्तविकता के आधार पर की जाएगी।
उन्होंने कहा, 'कुछ जगहों पर अमेरिकी संसाधन कम रहेंगे। कुछ अन्य जगह भी होंगे... मैंने अभी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से खतरे की बात कही है, इसलिए अब भारत को खतरा, वियतनाम को खतरा, मलेशिया, इंडोनेशिया को खतरा, दक्षिण चीन सागर की चुनौतियां हैं।'
चीन पर पहले भी बरस चुके हैं अमेरिकी विदेश मंत्री
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर भी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ चीन पर बरस चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि चीन अपने पड़ोसियों के साथ धूर्त रवैया अपना रहा है। माइक पोम्पिओ ने डेनमार्क के कोपेनहेगन में आयोजित लोकतंत्र पर आयोजित एक ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस में कहा था कि पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (चीनी सेना) ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के साथ सीमा पर तनाव पैदा कर दिया है। -
एजेंसी
नई दिल्ली: देश में आज पहली बार कोरोना संक्रमितों की संख्या एक दिन में 17 हजार के करीब बढ़ी है. लगातार दूसरे दिन 15 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 16 हजार 922 नए मामले आए और 418 लोगों की मौत हुईं है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 4 लाख 73 हजार 105 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 14,894 की मौत हो चुकी है, जबकि दो लाख 71 हजार लोग ठीक भी हुए हैं.
दुनिया में चौथा सबसे प्रभावित देशकोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत ने दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश है. अमेरिका, ब्राजील, रूस के बाद कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में भारत चौथे स्थान पर आ गया है. भारत से अधिक मामले अमेरिका (2,462,554), ब्राजील (1,192,474), रूस (606,881) में हैं. वहीं भारत में मामले बढ़ने की रफ्तार दुनिया में तीसरे नंबर पर बनी हुई है. अमेरिका और ब्राजील के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले भारत में दर्ज किए जा रहे हैं.
एक्टिव केस के मामले में टॉप-5 राज्यआंकड़ों के मुताबिक, देश में इस वक्त 1 लाख 86 हजार कोरोना के एक्टिव केस हैं. सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में 62 हजार से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. इसके बाद दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर तमिलनाडु, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है. इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं.
एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का चौथा स्थान है. यानी कि भारत ऐसा चौथा देश है, जहां फिलहाल सबसे ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है. -
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) के विधायक तमोनाश घोष का बुधवार सुबह निधन हो गया, उनकी उम्र 60 साल थी। तमोनाश पिछले महीने कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, उनका कोलकाता के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। वो पार्टी में पिछले 35 सालों से थे। उनके निधन की खबर पर ममता बनर्जी ने लेकर राज्य के कई बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक तमोनाश घोष जो मई में कोविड -19 के पॉजिटिव पाए गए थे, उनका बुधवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। सूत्रों ने कहा कि दक्षिण 24 परगना जिले के फाल्टा विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूत्रों ने कहा कि उन्हें हृदय और किडनी से जुड़ी कई दिक्कतें थीं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधायक की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “बहुत, बहुत दुख की बात है। तमोनाश घोष फालता से तीन बार के विधायक थे। वह टीएमसी के 1998 से कोषाध्यक्ष भी थे। उन्होंने आज हमारा साथ छोड़ दिया। वह बीते 35 सालों से हम लोगों से जुड़े थे। वह पार्टी और लोगों के लिए पूरी तरह समर्पित रहते थे। उन्होंने सामाजिक कार्यों में भी अपना बहुत योगदान दिया।”
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगे लिखा, “उनके जाने के बाद जो जगह खाली हुई है उसे भर पाना मुश्किल है। मैं सबकी तरफ से उनकी पत्नी झरना, उनकी बेटियों, दोस्तों और उनके शुभचिंतकों को सांत्वना देती हूं।” -
पटना : आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद को एक ही दिन में दो बड़े झटके लगे हैं। पांच एमएलसी के पाला बदलने के कुछ ही देर बाद राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि वह रामा सिंह को राजद में शामिल किए जाने को लेकर नाराज हैं। फिलहाल रघुवंश प्रसाद पटना एम्स में भर्ती हैं वह, कोरोना से संक्रमित हैं। इससे पहले, आज ही राजद के पांच विधान पार्षद दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद ,कमरे आलम और रणविजय सिंह जेडीयू में शामिल हो गए हैं। जदयू की सचेतक रीना यादव के पत्र के आलोक में विधान परिषद ने राजद से आए जदयू के सभी सदस्यों को मान्यता दे दी।
जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले ही रामा सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी और उसके बाद ही उनके राजद ज्वाइन करने की चर्चा है। रामा सिंह के साथ ही सवर्ण समाज से कई अन्य नेता भी राजद में शामिल होने वाले हैं। बता दें कि किसी जमाने में रामा सिंह लालू यादव और रघुवंश प्रसाद सिंह के कट्टर विरोधी रहे हैं। -
एजेंसीनई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और तमाम कोशिशों के बाद भी संक्रमण की दर कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या 4 लाख को पार कर गई। शनिवार को सर्वाधिक 14000 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए जोकि अबतक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। भारत में पहली बार शनिवार को सर्वाधिक 14516 कोरोना वायरस से संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं।
भारत में लगातार तीसर दिन से कोरोना संक्रमितों की संख्या में सर्वाधिक लोग चपेट में आए हैं। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि इसमे से 51.13 फीसदी लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। देश में महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां कोरोना के मामलों में शनिवार को 3874 मरीजों की बढ़ोतरी हुई, जोकि अबतक की सर्वाधिक बढ़ोतरी है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 128205 पहुंच गई है। महाराष्ट्र में अबतक कोरोना से 5984 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में भी सर्वाधिक बढ़ोतरी वहीं दिल्ली की बात करें तो शनिवार को दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के अब की सबसे बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शनिवार को दिल्ली में कोरोना के 3630 नए मरीज सामने आए हैं, इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 56000 को पार कर गई। वहीं दिल्ली में अबतक कोरोना से 2112 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन 3000 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में 3137 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए थे। -
नई दिल्ली : सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान कि लद्दाख में कोई भी भारतीय सीमा में नहीं घुसा और किसी भी पोस्ट पर कब्जा नहीं है. इस बयान पर कांग्रेस सहित विपक्ष के कई नेताओं सवाल उठाए हैं. अब प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सीमा की ओर चीनी सेना की कोई मौजूदगी न होने वाली टिप्पणियां सशस्त्र बलों की वीरता के बाद के हालात से जुड़ी हैं. जारी बयान में कहा गया है कि सैनिकों के बलिदानों ने ढांचागत निर्माण और 15 जून को गलवान में अतिक्रमण की चीन की कोशिशों को नाकाम कर दिया.
दरअसल पीएम मोदी ने कहा था कि लद्दाख में भारत की सीमा में कोई घुसा हुआ है और न ही हमारी कोई चौकी किसी दूसरे के कब्जे में है.पीएम मोदी ने कहा कि सुरक्षा बल देश की रक्षा के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे. एक तरफ सेना को जरूरी कदम उठाने के लिए छूट दी गई है तो दूसरी ओर भारत ने कूटनीतिक तरीकों से चीन को अपने रुख से साफ बता दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास आज इतनी क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता. भारतीय बलों को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रहे हैं, चाहे सैनिकों की तैनाती हो, कार्रवाई हो या जवाबी कार्रवाई हो.
पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर हमारी तैयारी पुख्ता हुई है जिससे हमारे जवान आसानी से पैट्रोलिंग कर पा रहे हैं. अब तक उन लोगों को वहां कोई रोकता-टोकता नहीं था लेकिन अब हमारे जवान हर कदम पर उन्हें रोक रहे हैं जिससे तनाव बढ़ा रहा है. -
नई दिल्ली : शुक्रवार को चीन मुद्दे पर हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि ‘न तो किसी ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की और न ही हमारी किसी चेकपोस्ट पर कब्जा किया है।’ अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के इस बयान पर उन्हें घेरा है। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के उक्त बयान वाले पीटीआई के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री ने भारतीय इलाका चीन के आक्रामक रुख के चलते सरेंडर कर दिया है।
राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए पूछा कि यदि जमीन चीन की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए? हमारे सैनिक कहां शहीद हुए? बता दें कि बीती 15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इनमें एक कर्नल रैंक के अधिकारी भी शामिल थे। -
नई दिल्ली. कोरोना वायरस से संक्रमित केजरीवाल कैबिनेट के अहम मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत अचानक से फिर बिगड़ गई है. जानकारी के मुताबिक, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है. डॉक्टरों ने बताया कि उनमें निमोनिया का असर बढ़ गया है. ऐसे में उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है. बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येन्द्र जैन की तबीयत सोमवार रात को अचानक बिगड़ गई थी. इसके बाद उन्हें उत्तर पूर्वी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, जबकि बुधवार को दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.
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नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सेना लगातार आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रही है है। एक-एक करके घाटी में आतंकियों का सेना सफाया कर रही है। इस बीच सेना ने आज एक बार फिर से घाटी में 5 आतंकियों को ढेर कर दिया है। जानकारी के अनुसार सेना ने शोपियां जिले के मुनंद इलाके के में 5 आतंकियों को मार गिराया है। श्रीनगर में सेना के पीआरओ ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि अभी तक 5 आतंकियों को मारा जा चुका है, अभी भी ऑपरेशन चल रहा है।
वहीं जम्मू कश्मीर के अवंतिपोरा के पंपोर के मीज गांव में भी सेना और आतंकियों के बीच एनकाउंटर चल रहा है। सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है। जानकारी के अनुसार दो आतंकी इलाके में स्थित मस्जिद में छिपे हैं। सेना मस्जिद की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए इस ऑपरेशन को चला रही है। अभी तक यहां तीन आतंकियों को सेना ने ढेर कर दिया है। अभी तक सेना को इस ऑपरेशन में किसी भी नुकसान की खबर नहीं है। भारतीय सेना ने बताया कि इलाके में यह ऑपरेशन अभी भी चल रहा है।
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एम.एच.जकरीया,
The News India समाचार सेवा
कोरोना वयरस से आज पुरा देश लड़ रहा है, वही छत्तीसगढ़ राज्य का जनसंपर्क विभाग भी पूरी तरह इस जंग मे सरकार से कंधे से कंधा मिला कर हर - जिले के PRO सहित सारे कर्मचारी भी हर सूचना और छत्तीसगढ़ शासन की लाभकारी योजनाओ को जिला कलेक्टर के साथ मिल कर उसे क्रियांवित करने और जानकारी देने मे अपनी जी- जान की परवाह किये बगैर लगे हुए हैं, एक मीडिया ग्रुप और समाचार सेवा से जुड़े होने के कारण हमें भी इनके कार्यो से हर दिन इनके कार्यो से अवगत होना पड़ता है क्योंकि जिन जिलों मे सेवाएँ दे रहे है हमे भी समाचार पहुँचाना होता है। हर जिला स्तर पर इनका कार्य ही जनसंपर्क का होता है जहाँ ये अपनी जान की परवाह किये बगैर अधिक से अधिक जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं जबकि कोरोना जैसी महामारी संपर्क में आने पर ही फैलती है फिर भी इनका भरसक प्रयास रहता है की इस संकट काल के समय में छत्तीसगढ़ की जनता को हर संभव शासन से सहयोग मिल सके और शासन की योजना की पूरी जान कारी और लाभ मिल सके
इसके लिए कमिशनर श्री तारण प्रकाश सिन्हा का कुशल नेतृत्व और दृढ़ इच्छा शक्ति को माना जायेगा जिनके नेतृत्व में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार की सभी योजनाओ को जनता तक पहुँचाने का काम किया है, हक़ीकत में ये हमारे हीरो है जिन्होंने बिना डरे अपने काम को अंजाम दे रहे है, जिसका परिणाम है कि आज छत्तीसगढ़ राज्य अन्य राज्यों से अलग इस भयानक महामारी से लड़ कर बेहतर परिणाम देने मे कामयाब हुआ है और आशा है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के कुशल नेतृत्व में इस संकट से हमारा राज्य जल्द बाहर निकल जायेगा।
कोरोना के इलाज की अभी तक कोई दवाई या टीका नही बन पाया है..इसका इलाज केवल सावधानी रखना और कुछ ज़रूरी सफ़ाई गतिविधियों को समय समय पर करना ही है.... महामारी के समय जितनी ज़रूरत डाक्टरों को होती है उतनी ही ज़रूरत... या युँ कहे तो उस से ज़्यादा ... सही जानकारी और सूचनाओ की है। महामारी के पैरो को अफ़वाहों के पहिए लगाने से रोकने में छतीसगढ़ का जनसम्पर्क विभाग पुरी तरह मुस्तैद और सजग रहा है। कोविड के फैलाव के तरीक़ों, बचाव के इंतज़ामों सहित लोगों को आत्मविश्वासी बनाने मे भी इन सूचनाओं ने महती भूमिका निभाई है। जब सभी अपने अपने घरों में सुरक्षित रहने में लगे थे तब...कुछ हॉटस्पाट जिलो में तो जनसम्पर्क अधिकारियों ने अपनी और अपने परिवार को जान को परवाह किए बिना मौक़े पर जाकर आँखो देखी रेपोर्टिंग की और लोगों को कोरोना की हकीकत बताई।
कोरोना से निपटने ले लिए किए जा रहे प्रयासों की लाइव रेपोर्टिंग की.... प्रिंट Media को फ़ोटो तो Electronic Media को Exclusive Video Footage तक उपलब्ध कराए ताकि लोग देखे .. और कोरोना के बारे में अपने मन मे बैठे डर और भ्रामक जानकरियों को हटा सकें।
सच कहें तो जनसम्पर्क अधिकारियों की सूचनाओं से प्रदेश में जो मनोवैज्ञानिक सकारात्मक माहौल बना उसने शासन प्रशासन को इस महामारी के नियंत्रण में सीधे मदद की। सही जानकारी और सूचनाओं ने डाक्टरों, मेडिकल स्टाफ़, सब्ज़ी वालों, दूधवालों से लेकर सभी का काम आसान किया और सभी ने जन सहयोग से इस लड़ाई में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। समय पर सही और प्रमाणिक जानकारी मिल जाने, समय पर भ्रामक सूचना और अफवाह का खंडन हो जाने का ही परिणाम है कि आज हम पूरे देश में कोरोना को नियंत्रित करने वाले श्रेष्ठ राज्यों में शामिल है। -
भारत और चीन के बीच लद्दाख पर सीमा को लेकर तनाव बना हुआ है। चीनी सेना सोमवार को भारतीय सैनिकों के साथ हुई मुठभेड़ के बावजूद अब तक गलवान से पीछे नहीं हटी है। बुधवार को इसी सिलसिले में दोनों देशों के बीच मेजर जनरल स्तर की वार्ता हुई। हालांकि, बातचीत बेनतीजा रही। बताया गया है कि अगले कुछ दिनों में सेना अलग-अलग राउंड में तनाव सुलझाने पर बात करेंगी। हालांकि, इस बीच एक अफसर ने दावा किया है कि चीन गलवान में सैनिकों के साथ अपनी मशीनरी और हथियार भी बढ़ा रहा है। इसके अलावा बख्तरबंद गाड़ियों का काफिला भी सीमा पर जमा हुआ है।
द टेलिग्राफ अखबार ने सरकारी सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि चीन 6 जून को हुई मेजर जनरल स्तर की वार्ता के तहत अब तक पीछे नहीं हटा है। चीनी लगातार गलवान में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है। ऐसे में तनाव की स्थिति अभी बरकरार रह सकती है। बता दें कि लद्दाख सीमा पर चीन और भारतीय सेना के बीच जारी टकराव पर आर्मी ने अब तक ब्रीफिंग नहीं की है। ऐसे में लीक्स के जरिए सोमवार रात को हुई घटना पर लगातार ब्योरे आ रहे हैं।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही गलवान घाटी से जुड़ी कुछ सैटेलाइट तस्वीरें जारी हुई थीं। इनमें दिखाया गया था कि झड़प के बाद भी चीनी सेना 200 गाड़ियों के साथ वहीं डटी हुई है। हालांकि, चीन को करारा जवाब देने के लिए भारतीय जवान भी अपनी सरजमीं पर मुस्तैदी से तैनात हैं। तस्वीरों में नजर आ रहा है कि चीनी वाहन घाटी में लगातार सैन्य गतिविधियां कर रहे हैं। चीनी सैनिकों ने चोटी के 200 मीटर के पास अपना कैंप लगाया हुआ था और विवाद के बाद भी चीन यहां से हटने का नाम नहीं ले रहा है।
बता दें कि गलवान घाटी में सोमवार रात को हुई मुठभेड़ में जहां भारत की तरफ से 20 सैनिकों की शहादत की बात की पुष्टि की गई है, वहीं चीन के भी 43 जवानों के हताहत होने की खबर है।
साभार : जनसत्ता