- Home
- टॉप स्टोरी
-
लखनऊ : हाथरस कांड मे बनी विशेष जांच दल (एसआइटी) में शामिल डीआइजी चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि उन्होंने फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर ली है। आननफानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। चंद्रप्रकाश पीटीसी उन्नाव में डीआइजी पद पर तैनात हैं।
2004 बैच के आइपीएस अधिकारी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश ने शनिवार को करीब 11:00 बजे के आसपास आत्महत्या कर ली है। डीआइजी की 36 वर्षीय पत्नी पुष्पा प्रकाश ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की, इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि हाथरस कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर पूरे प्रकरण के हर पहलू की पड़ताल कराने का निर्देश दिए गए थे। सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी में डीआइजी चंद्र प्रकाश भी बतौर सदस्य शामिल हैं। चंद्र प्रकाश-द्वितीय की साफ-सुथरी छवि के ईमानदार अफसरों में गिनती होती है।
-
नई दिल्ली : देश में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल तेजी से चल रहे हैं। माना जा रहा है कि, इस साल के अंत तक देश को एक कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। इसी बीच व्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने कोविड 10 की वैक्सीन की डिलीवरी को लेकर अहम बयान दिया है। व्यय सचिव ने कहा कि, सरकार के पास सभी को कोविड -19 के टीके की डिलीवरी सुनिश्चित करने पर्याप्त संसाधन हैं। एक बार वैक्सीन आ जाने के बाद यह आसानी से देश के हर नागरिक तक पहुंच जाएंगे।
सभी तक वैक्सीन पहुंचाने का पर्याप्त बजटव्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने गुरुवार इकॉनोमिक टाइम्स से कहा कि, हमने इस बारे में एक अनुमान लगाया है और मैं आपको यह बहुत साफ साफ बता सकता हूं कि देशभर में कोरोना वैक्सीन हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने में बजट कोई बाधा नहीं है। वित्त मंत्रालय ने सभी उपलब्ध संसाधनों के हिसाब से यह क्षमता विकसित कर ली है। जब कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी तो इसे देश के हर व्यक्ति तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।
मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर कही ये बड़ी बातदरअसल हाल में ही कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं। जिनमें कहा गया था कि कोरोना की वैक्सीन आ जाने के बाद भी देश के 130 करोड़ लोगों तक इसे पहुंचाना वित्तीय और लॉजिस्टिक सुविधा के हिसाब से एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। टीवी सोमनाथन से जब यह पूछा गया कि, क्या कोरोनावायरस की वैक्सीन देश के लोगों को मुफ्त में दी जाएगी। तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि, इस मामले में फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय को लेना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग तय करेगा वैक्सीन का वितरणउन्होंने इस बात के भी संकेत दिए कि देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो कोरोना वैक्सीन के लिए कीमत चुका सकते हैं। सार्वजनिक धन का सदैव विवेक के साथ उपयोग किया जाना चाहिए। किसे मुफ्त दिया जाना चाहिए और कैसे-प्राथमिकता तय करने की जिम्मेदारी मैं स्वास्थ्य विशेषज्ञों पर छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली समिति वितरण के विवरण को तैयार कर रही है। -
ब्रीजीलिया : कोरोना वैक्सीन पर इस वक्त एक बड़ी खबर ब्राजील से आ रही है। यहां कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की अचानक मौत हो गई है। ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने बुधवार को इसकी घोषणा की।उन्होंने बताया कि एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की मौत हो गई है। इसके साथ ही ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने कहा कि इसके बावजूद वैक्सीन का ट्रायल जारी रहेगा।
नहीं दी गई थी वैक्सीन !
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रायल के दौरान वालंटियर को वैक्सीन या एक प्लेसबो की डोज़ दी गई थी या नहीं। ब्राजील के स्वास्थ्य एजेंसी एविसा एनविसा ने चिकित्सा गोपनीयता के कारणों का हवाला देते हुए किसी भी अधिक जानकारी का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को एक ईमेल बयान में एक मीडिया को बताया कि सभी महत्वपूर्ण चिकित्सकीय घटनाएं, चाहे प्रतिभागी नियंत्रण समूह या कोरोना वैक्सीन समूह में हों, इसकी स्वतंत्र रूप से समीक्षा की जाती है। ब्राजील में इस मामले के सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद, क्लीनिकल ट्रायल की सुरक्षा और स्वतंत्र समीक्षा में कोई चिंता नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्राजील के नियामक ने सिफारिश की है कि वैक्सीन का परीक्षण जारी रहना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट में आगे बताया गया कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के एक प्रवक्ता ने उन रिपोर्टों पर विशेष रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिनमें कहा गया था कि ब्राजील में एक कोरोना वायरस वैक्सीन के परीक्षण में एक स्वयंसेवक की मृत्यु हो गई थी, लेकिन फिलहाल टीके के ट्रायल को रोके जाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के चल रहे ट्रायल में व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि हम चिकित्सा गोपनीयता और नैदानिक परीक्षण नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं, लेकिन हम पुष्टि कर सकते हैं कि सभी आवश्यक समीक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया गया है।
पहले भी हुई ऐसी घटना
इससे पहले सितंबर में ब्रिटेन में वैक्सीन के ट्रायल के दौरान एक वॉलंटिअर को अस्पताल ले जाना पड़ा था। इसके बाद दुनियाभर में ट्रायल रोक दिए गए। हालांकि, बाद में ट्रायल फिर से शुरू हो गए। लेकिन अब एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है कि ब्राजील की घटना के बाद क्या फैसला किया जाएगा। -
बिहार : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होते ही सभी पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपना घोषणा पत्र जारी करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और कांग्रेस ने बुधवार को पटना में अपना घोषणा पत्र जारी किया। बिहार में पहले चरण के लिए 28 अक्तूबर को चुनाव होने हैं।
घोषणापत्र जारी करते हुए लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, मौजूदा मुख्यमंत्री को देखकर मुझे आश्चर्य होता है कि आप किस तरह से जातीयता को बढ़ावा देते हैं। जो व्यक्ति खुद सांप्रदायिकता को बढ़ावा देता हो, उसके नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, आज बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हमारी पार्टी के घोषणा पत्र को जारी करने के साथ मैंने 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' के अपने दृष्टिकोण को सामने रखा, जो विभिन्न समस्याओं का समाधान करेगा जो बिहार के लोग सामना कर रहे हैं।
कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्रवहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने राजधानी पटना में अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सांसद शक्ति सिंह गोहिल समेत अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीटें मिली है। पार्टी लगातार मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस नेता और सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, हमारा 'बदलाव पत्र' किसानों के लिए ऋण माफी, बिजली बिल माफी और सिंचाई की बढ़ती सुविधाओं के बारे में बात करता है। अगर हमारी सरकार बिहार में सत्ता में आती है, तो हम अलग राज्य किसान बिल लाकर एनडीए सरकार के कृषि कानूनों को खारिज कर देंगे जैसा कि हमने पंजाब में किया था।
-
चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ विधेयक पेश किए। अमरिंदर ने विधेयकों को पेश करते हुए भावुक भाषण भी दिया। उन्होंने विपक्षी अकाली दल को निशाने पर भी लिया। अमरिंदर ने कहा कि उनकी सरकार अगर गिरती है तो गिर जाए। उन्हें इसका डर नहीं है लेकिन वह किसानों के साथ हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र का कृषि बिल किसानों और भूमिहीन श्रमिकों के हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने इस दौरान तीन विधेयक, किसानों को उत्पादन सुविधा अधिनियम में संशोधन, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन, किसानों के समझौते और कृषि सेवा अधिनियम में संशोधन बिल विधानसभा में पेश किए।
मुख्यमंत्री बोले, पहले भी दिया था इस्तीफाविधेयक पेश करने के दौरान अमरिंदर सिंह ने कहा, 'मुझे अपनी सरकार के गिरने का डर नहीं है। मैं इस्तीफा भी देने के लिए तैयार हूं। पहले भी पंजाब के लिए इस्तीफा दिया था। हम किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। बिल पेश करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि कृषी संसोधन बिल और प्रस्तावित इलेक्ट्रिसिटी बिल दोनों ही किसान, मजदूर और वर्कर्स के लिए घातक हैं।राज्य के वित्त मंत्री ने पेश किया एक बिल
राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने भी विशेष विधानसभा सत्र के दौरान सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 में संशोधन के लिए एक विधेयक पेश किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि अध्यादेशों और बिजली अधिनियम में संशोधन के खिलाफ एक प्रस्ताव रखा।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि बिलों को लेकर पंजाब में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी राज्य में किसानों का समर्थन करने पहुंचे थे और ट्रैक्टर यात्रा की थी। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना के नए मामले तेजी से घटे हैं। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।अब तक साढ़े 66 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 55,722 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 579 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के 75 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कुल 75 लाख 50 हजार 273 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 66 लाख 63 हजार 608 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना के नए मामलों के साथ देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है।देश में फिलहाल कोरोना के 7 लाख 72 हजार 55 सक्रिय मामले हैं। देश में कोरोना से अब तक कुल 1 लाख 14 हजार 610 लोगों की मौत हो चुकी है।रिकवरी दर बढ़ी
देश की कोरोना रिकवरी दर तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में देश में कोरोना से 66,399 लोग ठीक हुए हैं। इसको मिलाकर भारत की कोरोना रिकवरी दर फिलहाल 88.26% हो गई है।इसके साथ ही देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट आई है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 11,256 सक्रिय मामले कम हुए हैं। इसको मिलाकर कोरोना का एक्टिव रेट 10.23% हो गया है। देश में कोरोना की मृत्यु दर 1.52% है।
अब तक साढ़े 9 करोड़ कोरोना टेस्ट
देश में अब तक साढ़े नौ करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में शनिवार तक 9,50,83,976 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 8,59,786 टेस्ट कल किए गए हैं। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए मामलों में पहले के मुकाबले थोड़ी कमी देखने को मिल रही है लेकिन अब भी मामले बड़ी संख्या में ही सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में संक्रमण के 62,212 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 837 मरीजों की मौत हुई है। अब देश में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 74,32,681 हो गई है, जिसमें 7,95,087 सक्रिय मामले, 65,24,596 रिकवर मामले और 1,12,998 मौत शामिल हैं।
भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 1.5 महीनों में पहली बार 8 लाख के नीचे आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में उच्च स्तरीय केंद्रीय टीमें नियुक्त की हैं। इन राज्यों में हाल में कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, 16 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 9,32,54,017 सैंपल टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 9,99,090 सैंपल शुक्रवार को टेस्ट किए गए हैं।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं।सक्रिय मामले 13,928 हैं। उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं। सक्रिय मामले 13,928 हैं।उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है। -
पटना : बिहार के प्रमुख विपक्षी महागठबंधन ने शनिवार को अपना साझा घोषणा पत्र जारी कर वायदों की झड़ी लगा दी। राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस और वामदलों के इस संयुक्त घोषणा पत्र को 'संकल्प बदलाव का' का नाम दिया गया है।इस अवसर पर आरजेडी नेता व महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ने अपनी सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली बैठक में ही 10 लाख नौकरियां देने का संकल्प दुहराया। साथ ही यह भी कहा कि 15 साल से डबल इंजन की सरकार रहने के बावजूद नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला सके हैं। इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप तो इसके लिए नहीं आएंगे।
आज का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी
इस अवसर पर तेजस्वी ने कहा कि आज बेरोजगारी बसे बड़ा मुद्दा है। अपनी सरकार बनने पर वे रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की फीस माफ करेंगे तथा परीक्षा केंद्र तक जाने का किराया भी देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली जाते हैं। हमें पलायन रोकने का संकल्प लेना है। उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन देने तथा जीविका दीदी को नियमित वेतन देने व वेतन वृद्धि का भी वादा किया।कृषि ऋण माफ करने की भी बात कही। बोले कि राज्य में चीनी व जूट मिलें ठप हैं। बिहार में बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा है। सरकार बिजली खरीद कर बेचती है। सबसे महंगी बिजली बिहार में ही है।
बीजेपी के काल में बढ़ अपराध
कानून-व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि सृजन घोटाले के आरोपी घूम रहे हैं। महागठबंधन की 18 महीने की सरकार से 15 साल की तुलना कर लीजिए। भारतीय जनता पार्टी (BJP) जबसे सरकार मे आई है, अपराध बढ़े हैं।
साथ आ गए हैं दो षड्यंत्रकारी दोस्त
इस अवसर पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने ही नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था। तब निर्मल बाबू या सुशासन बाबू ने डीएनए का नया मतलब बताया था। नीतीश कुमार पर हमलावर होते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उनमें दम नहीं है।अब दो षड्यंत्रकारी दोस्त साथ आ गए हैं। बीजेपी ने तीन गठबंधन बनाए हैं। इनमें एक लोक जनशक्ति पार्टी का भी है। ये लोग बिहार को धोखा दे रहे हैं। यह सरकार तो सृजन घोटाले के फेविकॉल से चल रही है। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तब कृषि के तीनों नए कानून निरस्त कर दिए जाएंगे। -
नई दिल्ली : महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस द्वारा कुछ दिनों पर किए गए टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) घोटाले के खुलासे को लेकर आज यानी 15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने मुंबई पुलिस की जांच को चुनौती देने वाली रिपब्लिक टीवी की याचिका को आज खारिज कर दिया दिया। न्यायालय ने रिपब्लिक टीवी को बॉम्बे हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है, अब इस मामले की सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट में होगी।
दरअसल, बीते दिनों मुंबई पुलिस ने टीआरपी रेटिंग में हेराफेरी करने वाले एक रैकेट को पकड़ा है। जिससे बाद पुलिस ने रिपब्लिक चैनल समेत कुल 3 चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। मुबंई पुलिस की इसी कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसे आज न्यायालय ने खारिज कर दिया।
गुरुवार को हुई सुनवाई से पहले मुंबई पुलिस की तरफ से कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया, जिसमें रिपब्लिक टीवी द्वारा दाखिल याचिका का विरोध किया गया था। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस ने अपने हलफनामे में रिपब्लिक टीवी की याचिका को कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग करार दिया गया है, पुलिस ने न्यायालय से याचिका को जुर्माने के साथ खारिज करने की मांग की थी।
बता दें गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा कि BARC की एक शिकायत के आधार पर कथित TRP घोटाले की जांच शुरू की गई थी। यह पाया गया कि रेटिंग एजेंसी ने हंसा रिसर्च नामक एक एजेंसी के माध्यम से मुंबई भर में 2,000 घरों में अपने टीआरपी बैरोमीटर स्थापित किए हैं। हंसा रिसर्च के पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि इनमें से कुछ घरों में रेटिंग बढ़ाने के लिए कुछ चुनिंदा चैनलों को दिन भर रखने के लिए रिश्वत दी गई थी।
-
नई दिल्ली : लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। बुधवार को दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में सुभाषिनी राज राव ने सदस्यता ली।बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की सदस्यता लेने वाली सुभाषिनी के लिए माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें इस चुनाव मैदान में उतार सकती है।सुभाषिनी यादव कभी जदयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एनडीए (NDA) के संयोजक रहे और अब लोकतांत्रिक जनता दल (Loktantrik Janata Dal) के अध्यक्ष बिहार के दिग्गज नेता शरद यादव (Sharad Yadav) की बेटी सुभाषिनी यादव (Subhashini Raj Rao)की बेटी हैं। माना जा रहा है कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाली हैं।
-
नई दिल्ली : कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ( Dr Harsh Vardhan) ने मंगलवार को कहा कि भारत में अगले साल की शुरुआत तक कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) उपलब्ध होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं हमारे पास एक से ज्यादा स्त्रोत से वैक्सीन उपलब्ध होगी. हाल ही में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि 2021 की पहली तिमाही तक हमारे पास एक कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) उपलब्ध होने की संभावना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज मंत्री समूह की बैठक के दौरान कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में एक से अधिक स्रोतों से देश में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए. देश में टीकों का वितरण किस प्रकार से किया जाए इसे लेकर हमारे विशेषज्ञ समूह पहले से ही रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं. हम निश्चित रूप से कोल्ड चेन सुविधाओं को मजबूत कर रहे हैं."
मौजूदा समय में, देश में चार कोरोनावायरस वैक्सीन का प्री-क्लीनिकल ट्रायल (Pre-Clinical Trial) एडवांसड स्टेज में है.
इससे पहले, रविवार को स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि सरकार ने भारत में कोविड-19 टीके के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘‘रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी. आंकड़ों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी.''
स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को कहा, "भारत की बड़ी आबादी को देखते हुए एक वैक्सीन या एक वैक्सीन विनिर्माता पूरे देश की वैक्सीन की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है. इसलिए हम भारतीय आबादी के लिए उनकी उपलब्धता के अनुसार, देश में कई COVID-19 वैक्सीन को पेश करने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए स्वतंत्र हैं."
बता दें कि अमेरिका के बाद भारत कोरोनावायरस महामारी से दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. भारत में कोविड-19 के 55,342 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले 71.75 लाख के पार पहुंच गए हैं जबकि बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 62 लाख को पार कर गई है. -
एजेंसीनई दिल्ली : दुनियाभर में कोविड-19 महामारी के कहर के बीच कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की कवायद जारी है। इस बीच झटका देने वाली खबर है कि जॉनसन एंड जॉनसन ने अपनी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है। ट्रायल में हिस्सा ले रहे एक शख्स में किसी तरह की बीमारी होने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने फिलहाल अपनी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है।
न्यू जर्सी कंपनी न्यू ब्रंसविक के एक प्रवक्ता जेक सरजेंट ने हेल्थ केयर न्यूज मुहैया कराने वाली एजेंसी STAT की रिपोर्ट को सही बताया और कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वायरस की वैक्सीन पर जारी ट्रायल को रोक दिया गया है।
इस महीने की शुरुआत में जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका में वैक्सीन बनाने वालों की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुआ है। जॉनसन एंड जॉनसन की एडी26-सीओवी2-एस वैक्सीन अमेरिका में चौथी ऐसी वैक्सीन है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में है। पिछली बार की रिपोर्ट में कहा गया था वैक्सीन ने प्रारंभिक अध्ययन में कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाई है। शोधकर्ताओं ने कहा था कि अब तक के परीक्षण परिणामों के आधार पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं थे।
जॉनसन एंड जॉनसन ने जब इस वैक्सीन के अंतिम चरण के परीक्षण को शुरू किया था, तब कंपनी ने कहा था कि इसके तहत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको और पेरू में 60 हजार लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगने की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब इससे पहले एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर रोक लगा दी गई थी।
वैक्सीन बनाने की रेस में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सबसे आगे चल रही थी, मगर बीते दिनों कुछ वालंटियर की कोविशील्ड टीका लेने के बाद हालत बिगड़ने पर तीसरे चरण के परीक्षण छह सितंबर को रोकने पड़े थे। हालांकि, ब्रिटेन और भारत में दोबारा शुरू हो चुके हैं। जबकि, अमेरिका या अन्य देशों ने अभी दोबारा मंजूरी नहीं दी। -
नई दिल्ली : Coronavirus in India: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 71 लाख के पार पहुंच गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 66,732 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 71,20,538 हो गए हैं इसी अवधि में इसी अवधि में 816 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,09,150 हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, इस समय देश में 8,61,853 लोगों का इलाज चल रहा है. वहीं अब तक 61,49,535 लोग इस वायरस को मात देने में कामयाब रहे हैं, पिछले 24 घंटों में 71,559 कोरोना संक्रमित ठीक हुए हैं.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 110 दिन में एक लाख के पार पहुंचे थे, जबकि इसके बाद 59 दिन में मामले 10 लाख से अधिक हो गए. कोविड-19 के कारण मृत्युदर 1.53 प्रतिशत है. रिकवरी रेट 86.36 फीसदी है, पॉजिटिविटी रेट 6.7 प्रतिशत है तो वहीं कुल 12.1 प्रतिशत मामले एक्टिव हैं.
-
मीडिया रिपोर्टनई दिल्ली : एक्ट्रेस से पॉलिटिशियन बनीं खुशबू सुंदर ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में खुशबू सुंदर ने पार्टी में बड़े स्तर पर बैठे लोगों पर दबाए जाने का आरोप लगाया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि खुशबू सुंदर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकती हैं.
हालांकि, खुशबू सुंदर ने इस तरह की खबरों का खंडन किया था. इस बीच वे रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हुईं. सोमवार को खुशबू सुंदर ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. अपने इस्तीफे में खुशबू सुंदर ने कहा कि बड़े पदों पर बैठ कुछ लोगों का जमीनी स्तर के लोगों से कोई जुड़ाव नहीं है या वे जानते नहीं हैं कि पार्टी की वास्तविक स्थिति क्या है.
गौरतलब है कि खुशबू सुंदर कई पार्टियों से जुड़ी रही हैं. वह 2010 में डीएमके में शामिल हुई थीं, जब डीएमकी सत्ता में थी. हालांकि, चार साल बाद जब खुशबू सुंदर ने डीएमके छोड़ी, तो कहा था कि डीएमके के लिए कड़ी मेहनत एक तरफा रास्ता था. उसी साल 2014 में खुशबू सोनिया गांधी से मिलने के बाद कांग्रेस में शामिल हो गई थी.
कांग्रेस में शामिल होने के बाद खुशबू सुंदर ने कहा था कि मुझे लगता है कि मैं घर पर हूं. कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो भारत के लोगों के लिए अच्छा कर सकती है और देश को एकजुट कर सकती है. हालांकि, खुशबू को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए टिकट नहीं मिला था. इसके बाद से ही वह नाराज चल रही थीं. -
एजेंसी
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीवीआईपी हस्तियों के आने-जाने के लिए विमान खरीदने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शनिवार को उन्होंने ट्रक में यात्रा कर रहे सेना के जवानों का एक वीडियो जारी किया। गांधी ने कहा कि जवानों को नॉन बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने के लिए भेजा जा रहा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘हमारे जवानों को नॉन-बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने भेजा जा रहा है और प्रधानमंत्री के लिए 8,400 करोड़ के हवाई जहाज। क्या यह न्याय है?’ राहुल ने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए खरीदे गए वीवीआईपी विमान को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
राहुल ने जो वीडियो जारी किया है उसमें दिख रहा है कि वाहन के अंदर बैठे कई सैनिक कथित तौर पर यह चर्चा कर रहे हैं कि गैर-बुलेटप्रूफ ट्रकों के जरिए उन्हें भेजना कैसे खतरनाक है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस सांसद ने वीवीआईपी विमानों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है।
पिछले हफ्ते राहुल गांधी ने पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित की गई रैली में भी इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था, ‘एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने 8,000 करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे हैं। दूसरी तरफ चीन हमारी सीमाओं पर है और हमारे सुरक्षा बल हमारी सीमा की रक्षा के लिए कठोर ठंड का सामना कर रहे हैं।’
किसान आंदोलन में राहुल गांधी से जब पूछा गया कि वह जिस ट्रैक्टर पर बैठे थे, उसमें सोफे लगे थे। इसपर राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी ने 8,000 करोड़ के दो विमान खरीदे हैं, उसमें तो पूरा पलंग है। केवल इसलिए क्योंकि उनके दोस्त ट्रंप के पास भी ऐसा ही है। बता दें कि तीन अक्तूबर को भारत को अमेरिका से दो बी-777 विमान मिले हैं।
-
एजेंसीयूपी : हाथरस में साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर हो रहे खुलासे पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को साजिश की आड़ में छिपा रही है. आजतक से खास बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वेबसाइट तो अजीबोगरीब है. उसकी बुनियाद पर साजिश कर रहे हैं. जहां कहीं भी सरकार से गड़बड़ी हो तो वहां साजिश बना दिया जाए. यह पुरानी कहानी हो चुकी है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. उस बच्ची के साथ रेप हुआ. उस बच्ची का आपने सही इलाज नहीं करवाया.
असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि आपने (सीएम योगी आदित्यनाथ) ने दलित परिवार को अपनी लड़की के अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं दी. रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया. क्या ये भी अंतरराष्ट्रीय साजिश है. कब तक अपनी नाकामियों को इस तरह की बातों में छुपाते रहेंगे. बिहार चुनाव में हर मसले की गूंज होगी.
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने दावा किया है कि हाथरस की आड़ में दंगे कराने की साजिश रची जा रही थी. इस मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम सामने आया है. इस मामले में पीएफआई के चार कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था. उनके पास से विवादित साहित्य भी बरामद किया गया था.
यूपी की शांति को भंग करने की साजिश में पीएफआई का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसके मुखपत्र के संपादक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार संपादक शाहीन बाग के पीएफआई दफ्तर का सचिव भी था. पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश कर रही है ताकि पूछताछ के बाद जांच को आगे बढ़ाया जा सके. -
नई दिल्ली : देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 लाख 35 हजार के पार हो गई है. इनमें से एक लाख 5 हजार 526 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 2 हजार हो गई और कुल 58 लाख 27 हजार लोग ठीक हो चुके हैं. संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या छह गुना ज्यादा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, नए संक्रमण से ज्यादा ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. देश में पिछले 24 घंटों में 78,524 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए और 83,011 मरीज ठीक भी हुए हैं. हालांकि 971 मरीजों की जान भी चली गई.
ICMR के मुताबिक, 7 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 8 करोड़ 34 लाख 65 हजार 975 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 11 लाख 94 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट करीब सात फीसदी है.
सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में एक्टिव केसदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है. मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है.
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मृत्यु दर गिरकर 1.54% हो गई. इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 13% हो गई है. इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 85% पर है. भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है. -
नई दिल्ली : शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह दागी नेताओं के मुकदमे तेजी से निपटाने के लिए अदालतों को सुविधाएं उपलब्ध कराए। ये मुकदमे जनता के सिर पर बोझ हैं। जस्टिस एनवी रमन की पीठ ने केंद्र से कहा कि वह मामलों के तेजी से निपटारे की बात तो करता है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाता। इसी के साथ केंद्र को इस मुद्दे पर अंतिम कदम उठाने और कोर्ट को सूचित करने को कहा।
कोर्ट ने कहा कि कई हाईकोर्ट ने मांग की है कि लंबित मामलों को तेजी से निपटने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा दी जाए। कोर्ट ने केंद्र से कहा की वह इस बारे में फैसला ले और बताए की इसके लिए कैसे फंडिंग की जाएगी। रिपोर्ट में यह भी इंगित किया गया है कि पुलिस कानून निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में सकुचाती और डरती है। यह गंभीर मामला है। केंद्र सरकार को इस मामले में भी ध्यान देने की जरूरत है।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा कि अदालत सभी राज्यों के डीजीपी को निर्देश जारी करे जिससे समन समय से तामिल हो सके। अमिकास क्यूरी वकील ने कल कोर्ट में रिपोर्ट दायर की थी। उन्होंने कहा था कि कोर्ट की मॉनिटिरिंग के बावजूद नेताओं के खिलाफ आपराधिक लंबित केस बढ़ रहे हैं और अब इनकी संख्या 4859 हो गई है।
केंद्र सरकार ने जवाब देने के लिए कुछ समय मांगा जिस पर कोर्ट ने मामले को 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया। कोर्ट नेताओं के खिलाफ लंबित आपराधिक मुकदमे तेजी से निपटाने की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। यह याचिका वकील अश्वनी उपाध्याय ने दायर की है।