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नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का खतरा जारी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 38,074 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 85,91,731 हो गई है।वहीं 448 मरीजों की मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 1,27,059 हो गई है। 4,408 की कमी के बाद कुल सक्रिय मामले 5,05,265 रह गए हैं। 42,033 नए डिस्चार्ज के बाद कुल ठीक हुए मामले 79,59,406 हैं। भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले घटकर कुल पॉजिटिव मामलों के 6 फीसदी से भी कम रह गए हैं और रिकवरी रेट 92 फीसदी के पार पहुंच गया है।
राजस्थान में कोरोना के 1859 नए मामले, 9 मौत और 1684 रिकवरी दर्ज की गई है। राज्य में कुल मामले 2,13,169 हो गए हैं। जिनमें 1,94,629 रिकवरी, 1998 मौत और 16,542 सक्रिय मामले शामिल हैं। गुजरात में 971 नए कोविड-19 मामले, 5 मौत और 993 रिकवरी दर्ज की गई है।राज्य में कुल मामले 1,81,570 हैं, जिनमें 1,65,585 रिकवरी, 3,768 मौत और 12,313 सक्रिय मामले शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश में 47 नए मामले मिले हैं और एक मौत हुई है। अब कुल मामले 15,436 हो गए हैं, जिसमें 46 मौत और 1,509 सक्रिय मामले शामिल हैं।
झारखंड में कोरोना के 246 नए मामले और 458 रिकवरी दर्ज हुई हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,04,688 हो गई है, जिसमें 99,532 रिकवरी, 905 मौत और 4,251 सक्रिय मामले शामिल हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 5,023 नए मामले, 7,014 रिकवरी और 71 मौत दर्ज हुई हैं।कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 4,43,552 हो गई है, जिसमें 3,96,697 रिकवरी और 7,060 मौतें शामिल हैं। कुल सक्रिय मामले 39,795 हैं। मध्य प्रदेश में 809 नए मामले ,6 मौत और 681 रिकवरी दर्ज हुई है। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,78,168 हो गई है, जिसमें 3,034 मौत, 167084 रिकवरी और 8,050 सक्रिय मामले शामिल हैं।
कर्नाटक में 1,963 नए मामले, 2,686 डिस्चार्ज और 19 मौत दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल मामले बढ़कर 8,48,450 हो गए हैं, जिनमें 8,04,485 डिस्चार्ज और 11,410 मौत शामिल हैं। सक्रिय मामले 32,936 हैं। हरियाणा में 2,427 नए कोविड मामले, 7 मौत और 2,151 डिस्चार्ज दर्ज किए गए हैं।कुल मामले 1,85,231 हो गए हैं, जिनमें 16,717 सक्रिय मामले, 1,66,595 रिकवरी और 1,919 मौत शामिल हैं। पंजाब में 562 नए मामले और 21 मौत दर्ज की गई हैं। अब कुल मामले 1,37,999 हो गए हैं, जिसमें 1,28,727 डिस्चार्ज, 4,934 सक्रिय मामले और 4,338 मौत शामिल हैं। -
Covid-19 vaccine : भारत अपनी स्वदेशी वैक्सीन पर तेजी से काम कर रहा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि 'कोवैक्सीन' 2021 के फरवरी तक आ सकती है. 'कोवैक्सीन' कोविड-19 के खिलाफ भारत का बड़ा दांव है. स्वदेशी वैक्सीन का विकास भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और भारत बॉयोटिक संयुक्त रूप से कर रही है.
स्वदेशी कोविड वैक्सीन के फरवरी तक आने की उम्मीद
ICMR के वरिष्ठ वैज्ञानिक रजनी कांत ने गुरुवार को दिल्ली स्थित संस्थान के मुख्यालय में कहा, "वैक्सीन ने अच्छा असर दिखाया है. उम्मीद की जाती है कि अगले साल के शुरू, फरवरी या मार्च तक मुहैया हो सकती है." उन्होंने बताया कि वैक्सीन का जानवरों पर पहले और दूसरे चरण का परीक्षण सुरक्षित और प्रभावी साबित हुआ है. इसलिए, वैक्सीन सुरक्षित है मगर तीसरे चरण का परीक्षण समाप्त होने तक आप 100 फीसद निश्चिंत नहीं हो सकते. कुछ खतरा हो सकता है, अगर आप खतरा मोल लेने के लिए तैयार हैं तो वैक्सीन इस्तेमाल कर सकते हैं. अध्ययन से इसके सुरक्षित और प्रभावी होने का पता चला है. अगर जरूरी हुआ तो सरकार आपातकालीन स्थिति में वैक्सीन की मंजूरी के बारे में सोच सकती है.
अभी तक भारत की उम्मीद एस्ट्राजेनेका पर टिकी
रजनी कांत ICMR के कोविड-19 टास्क-फोर्स के एक सदस्य भी हैं. वरिष्ठ सरकारी वैज्ञानिकि ने कहा कि अक्टूबर के आखिर में अंतिम चरण का मानव परीक्षण शुरू हुआ था. फरवरी में लॉंच होने से कोवैक्सीन भारत की पहली देसी वैक्सीन हो जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने सितंबर में बताया था कि सरकार कोविड-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन मंजूरी खासकर बुजुर्गों और ज्यादा जोखिम वाले लोगों को देने पर विचार कर रही है. अभी तक भारत की उम्मीद ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका पर लगी है मगर वैक्सीन पर काम उम्मीद से ज्यादा चल रहा है.
रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि वैक्सीन की आपूर्ति में देरी हो सकती है. इसका मतलब हुआ कि भारत को कहीं और देखना होगा. देसी डोज का विकल्प सबसे बेहतरीन दांव दिखाई देता है. न सिर्फ भारत बल्कि अन्य देश भी विकल्प के तौर पर अन्य उपाय कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया भी अलग-अलग वैक्सीन के 135 डोज खरीदारी की तैयारी में जुटा है. प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि उनका इरादा जोखिम मोल लेने का नहीं है. -
कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया के स्वरूप को बदलकर रख दिया है। कोरोना महामारी से लाखों लोगों की मौतें हुई हैं और दुनियाभर की अर्थव्यव्था प्रभावित हुई है। अगली महामारी कब आएगी, यह किसी को नहीं पता, मगर उससे पहले ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगामी माहमारी को लेकर दुनिया भर के नेताओं को चेता दिया है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने अपने 73वें विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) के दौरान शुक्रवार को विश्व नेताओं से कहा कि वे अगले महामारी की तैयारी करें। विश्व स्वास्थ्य सभा की यह बैठक वर्चुअल हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने बयान में कहा कि हमें अब अगले महामारी की तैयारी करनी चाहिए। हमने इस साल देखा है कि मजबूत स्वास्थ्य आपातकालीन बुनियादी ढांचे वाले देश कोरोना वायरस वायरस के प्रसार को रोकने और इस पर काबू पाने में तेजी से कार्य करने में सक्षम हैं।डब्ल्यूएचओ ने इस बात को भी हाइलाइट किया कि एक स्थिर दुनिया की नींव तभी संभव है, जब देश कोई स्वास्थ्य सेवाओं पर पर्याप्त ध्यान देगा।अंतरराष्ट्रीय निकाय ने कहा कि कोरोना महामारी एक तरह से रिमाइंडर है, जो हमें याद दिला रहा है कि स्वास्थ्य (हेल्थ) सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता की नींव है।
कोरोना वायरस के प्रसार पर सफलतापूर्वक काबू पाने वाले देशों की सराहना करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि हालांकि यह एक वैश्विक संकट है, मगर कई देशों और शहरों ने व्यापक साक्ष्य-आधारित दृष्टिकोण (एविडें बेस्ड अप्रोच) के साथ सफलतापूर्वक वायरस के प्रसार को रोका है या नियंत्रित किया है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि कोविड-19 को 'विज्ञान, समाधान और एकजुटता' के संयोजन से ही निपटाया जा सकता है। '
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रों के योगदान पर प्रकाश डालते हुए अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने कहा कि यह एक अभूतपूर्व घटना है, जहां पूरी दुनिया वैक्सीन की खरीद रणनीतियों को विकसित करने के लिए एक साथ काम कर रही है और साथ मिलकर ही स्वास्थ्य सेवा की समग्र गुणवत्ता में सुधार रही है। बयान में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन को बनाने और उसके ट्रायल के विकास में तेजी लाने की योजना में पूरी दुनिया ने साथ मिलकर काम किया है, मगर अब हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जब वैक्सीन बनकर दुनिया में आ जाए तो समानता के आधार पर सभी देशों के लिए भी यह उपलब्ध हो। -
मीडिया रिपोर्ट
नई दिल्ली : मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने बुधवार की सुबह रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी (Arnab Goswami arrested) को गिरफ्तार कर लिया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने बताया कि 'रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment of Suicide) के मामले में गिरफ्तार किया गया है.' जानकारी है कि मुंबई पुलिस सुबह-सुबह अर्णब के घर पहुंच गई थी और यहां पुलिस ने उनको हिरासत में लेने की कोशिश की. यहां अर्णब के साथ जोर-जबरदस्ती किए जाने की भी खबर है.
न्यूज एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक, रिपब्लिक टीवी ने अपने चैनल पर फुटेज शेयर किया है, जिसमें मुंबई पुलिस अर्णब के घर में घुसती नजर आ रही है और घर के अंदर अर्णब से जोर-जबरदस्ती की जा रही है. ANI ने कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि एक पुलिस ऑफिसर अर्णब का हाथ पकड़कर खींच रहा है. अर्णब गोस्वामी का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ जोर-जबरदस्ती की है.बता दें कि अर्णब गोस्वामी का चैनल पहले ही टीआरपी रेटिंग में छेड़छाड़ किए जाने के आरोपों का सामना कर रहा है. मुंबई पुलिस ने पिछले महीने इसे लेकर एक केस फाइल किया था, जिसमें जांच हो रही है. मुंबई पुलिस ने कहा था कि रिपब्लिक टीवी ने दर्शकों को अपना चैनल देखने के लिए पैसे दिए थे. पुलिस को विज्ञापनों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने का भी शक है. इस मामले में अभी तक रिपब्लिक के कई शीर्ष अधिकारियों को समन भेजा जा चुका है और कई लोगों से पूछताछ भी हुई है. -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 38,310 नए मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमण के कुल मामले 82,67,623 हो गए हैं। एक दिन के भीतर 490 मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 1,23,097 हो गई है। अब देश में कुल सक्रिय मामले 5,41,405 हैं और रिकवर हो चुके लोगों की कुल संख्या 76,03,121 हो गई है।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 35 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,792 है, जिसमें 444 सक्रिय मामले, 2,347 डिस्चार्ज हो चुके मामले और एक मौत शामिल है। दिल्ली में 4,001 नए मामले, 4,824 रिकवरी और 42 मौत दर्ज की गई हैं। यहां 3,56,459 रिकवरी, 33,308 सक्रिय मामलों और 6,604 मौतों सहित कुल मामले 3,96,371 हो गए हैं। कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में 2,576 नए मामले, 8,334 डिस्चार्ज और 29 मौत दर्ज की गई हैं।अब 44,805 सक्रिय मामलों, 7,73,595 डिस्चार्ज और 11,121 मौतों सहित मामलों की कुल संख्या 8,29,640 हो गई है। गुजरात में 875 नए मामले, 4 मौतें और 1,004 रिकवरी दर्ज की गई हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 1,58,251 रिकवरी, 3,728 मौत और 12,700 सक्रिय मामलों सहित कुल मामले 1,74,679 हो गए हैं। जम्मू-कश्मीर में 385 नए कोविड-19 मामले, 623 रिकवरी और 8 मौतें दर्ज की गई हैं।6,080 सक्रिय मामलों, 81,140 रिकवरी और 1,490 मौतों सहित अब कुल मामले 95,710 हो गए हैं। राजस्थान में 1,748 नए मामले और 9 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल मामले 2,00,495 हो गए हैं, जिसमें 1,926 मौतें, 1,82,680 रिकवरी और 15,889 सक्रिय मामले शामिल हैं। आंध्र प्रदेश में एक दिन के भीतर 1,916 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे राज्य में कुल मामले 8,27,882 हो गए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में 22,538 सक्रिय मामले और 7,98,625 रिकवर मामले हैं। वहीं मरने वालों की संख्या 6,719 हो गई है।
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मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ की याचिका पर CJI एस ए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई कर रही है.कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती दी है.
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में लिस्ट से कमलनाथ (Kamal Nath) का नाम हटाने के चुनाव आयोग (Election Commission) के फैसले पर रोक लगा दी है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एसए बोबडे ने कहा कि किसी का नाम स्टार प्रचारक की सूची से हटाना चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में नहीं है. चुनाव आयोग ने कहा कि प्रचार खत्म हो चुका हैऔर कमलनाथ की याचिका निष्प्रभावी हो चुकी है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा किये आपकी शक्ति नहीं है.हम इस मामले को व्यापक तरीके से देखेंगे. शीर्ष अदालत ने इस मामले में चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा. CJI ने चुनाव आयोग से कहा कि स्टार प्रचारक सूची से उम्मीदवार को हटाने के लिए आपको किसने शक्ति दी है? आप चुनाव आयोग हैं या पार्टी के नेता है? सुप्रीम कोर्ट ये परीक्षण करेगा कि क्या चुनाव आयोग किसी स्टार प्रचारक का नाम हटा सकता है या नहीं.
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ की याचिका पर CJI एस ए बोबडे, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामासुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई कर रही है.कमलनाथ ने सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के आदेश को चुनौती दी है. आयोग के कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में लिस्ट से नाम हटाने के आदेश को कमलनाथ ने चुनौती दी है. उन्होंने अपनी याचिका में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने उनके वैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया है. उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले पर रोक लगाने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि किसी व्यक्ति को स्टार प्रचारक के रूप में नामित करना पार्टी का अधिकार है और चुनाव आयोग पार्टी के फैसले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता. चुनाव आयोग का निर्णय अभिव्यक्ति और आवागमन के बुनियादी अधिकार का उल्लंघन है. चुनाव आयोग नोटिस देने के बाद फैसला कर सकता है, लेकिन यहां कमलनाथ को कोई नोटिस नहीं दिया गया.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ उनके विवादित बयानों को लेकर कड़ी कार्रवाई की थी. आयोग ने उन्हें कांग्रेस की स्टार प्रचारक की सूची से हटा दिया है. कमलनाथ पर चुनाव प्रचार के दौरान कई आपत्तिजनक बयान देने के आरोप हैं. कमलनाथ ने कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री इमरती देवी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने इमरती देवी को 'आइटम' कहा था और आलोचना के बाद माफी मांगने से भी इनकार कर दिया था. विश्लेषकों का कहना है कि स्टार प्रचारकों का खर्च पार्टी के खर्च में जोड़ा जाता है, न कि उस सीट से लड़ रहे पार्टी के प्रत्याशी के खर्च में. भाजपा और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने पिछले कुछ दिनों में एक-दूसरे को गद्दार और अन्य आपत्तिजनक शब्द कहे. कांग्रेस का कहना है कि "गद्दारी" कमलनाथ सरकार के पतन का कारण बनी. बीजेपी का कहना है कि गद्दार वे नहीं बल्कि कांग्रेस है, जिसने अपने घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं करके मध्यप्रदेश की जनता को धोखा दिया है.कमलनाथ ने शनिवार को निर्वाचन आयोग के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्टार प्रचारक कोई पोस्ट या पोजीशन नहीं है. गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर इसी हफ्ते चुनाव होने हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा, "स्टार प्रचारक कौन सा पद या पोजीशन है? चुनाव आयोग ने ना तो मुझे कोई नोटिस दिया था, ना ही मुझसे इस बारे में कुछ पूछा था. प्रचार अभियान के आखिरी दो दिन में चुनाव आयोग ने ऐसा क्यों किया, ये तो केवल उन्हीं को मालूम है." -
किसानों के खाते में तीसरी किश्त के रूप में करेंगे 1500 करोड़ रूपए का अंतरण
अब तक योजना की दो किश्तों में किसानों को दिए गए 3 हजार करोड़ रूपए
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्योत्सव के कार्यक्रम में प्रदेश के 18 लाख 38 हजार 592 किसानों के खाते में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त के रूप में 1500 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण करेंगे। कृषि क्षेत्र में पर्याप्त निवेश और काश्त लागत में राहत देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को आदान सहायता राशि प्रदान की जा रही है। इस योजना के तहत प्रथम और द्वितीय किश्त की राशि के रूप में 1500-1500 करोड़ रूपए, कुल 3 हजार करोड़ रूपए का भुगतान किसानों के बैंक खाते में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डी.बी.टी.) के माध्यम से किया जा चुका है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना में चार किश्तों में किसानों को 5750 करोड़ रूपए का भुगतान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल एक नवम्बर को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत जिन किसानों के खातों में राशि का अंतरण करेंगे, उनमें से रायपुर संभाग के 5 लाख 60 हजार 794 किसानों के खाते में तृतीय किश्त के रूप में कुल 463 करोड़ 86 लाख रूपए की राशि, दुर्ग संभाग के 5 लाख 57 हजार 303 किसानों के खाते में 428 करोड़ 13 लाख रूपए की राशि, बिलासपुर संभाग के 4 लाख 56 हजार 100 किसानों के खाते में 391 करोड़ 63 लाख रूपए, सरगुजा संभाग के एक लाख 19 हजार 531 किसानों के खाते में 104 करोड़ 50 लाख रूपए और बस्तर संभाग के एक लाख 44 हजार 864 किसानों के खाते में 111 करोड़ 88 लाख रूपए की राशि का अंतरण तृतीय किश्त के रूप में करेंगे।
इस योजना से लाभान्वित होने वाले किसानों में 9 लाख 55 हजार 531 सीमांत कृषक, 5 लाख 61 हजार 523 लघु कृषक और 3 लाख 21 हजार 538 दीर्घ कृषक हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत धान, मक्का और गन्ना उत्पादक किसानों को आदान सहायता दी जा रही है। इस योजना का क्रियान्वयन खरीफ 2019 से प्रारंभ किया गया है। आने वाले समय में इस योजना में खरीफ मौसम में सोयाबीन, मूंगफली, तिल, अरहर, मूंग, उड़द, कुल्थी, रामतिल, कोदो, कुटकी उत्पादक किसानों को शामिल किया जाएगा। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर जारी है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 48,268 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 551 मरीजों की मौत हुई है। अब देश में कुल मामलों की संख्या 81,37,119 हो गई है, जिसमें 5,82,649 सक्रिय मामले, 74,32,829 रिकवर मामले और 1,21,641 मौत शामिल हैं। भारत का राष्ट्रीय रिकवरी रेट 91 फीसदी के पार पहुंच गया है। 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,722 है, जिसमें 437 सक्रिय मामले, 2,284 डिस्चार्ज हो चुके मामले और एक मौत शामिल है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में 619 नए मामले, 12 मौतें और 1,074 रिकवरी दर्ज की गई हैं। राज्य में अब 2,941 मौतों और 1,58,455 रिकवरी सहित कुल मामले 1,70,690 हो गए हैं। सक्रिय मामले 9,294 हैं। महाराष्ट्र में 6,190 नए मामले, 8,241 रिकवरी और 127 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य के कोविड-19 मामले 16,72,858 हो गए हैं, जिसमें 15,03,050 रिकवरी और 43,837 मौतें शामिल हैं।
सक्रिय मामले 1,25,418 हैं। यहां के मुंबई शहर में 1,145 नए मामले, 1,101 रिकवरी और 32 मौतें दर्ज की गई हैं। कुल मामले अब 2,56,507 हो गए हैं, जिनमें 2,27,142 डिस्चार्ज और 18,438 सक्रिय मामले शामिल हैं। मरने वालों की संख्या 10,218 है। झारखंड में 323 नए कोविड-19 मामले और 421 रिकवरी दर्ज की गई है। अब मामलों की कुल संख्या 1,01,287 हो गई है जिसमें 95,208 रिकवरी, 883 मौतें और 5,196 सक्रिय मामले शामिल हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार तमिलनाडु में 2,608 नए मामले, 38 मौतें और 3,924 डिस्चार्ज दर्ज किए गए हैं।
राज्य में कुल मामलों की संख्या 7,22,011 हो गई है, जिसमें 6,87,388 डिस्चार्ज और 11,091 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामले 23,532 हैं। उत्तराखंड में 349 नए मामले और 2 मौतें दर्ज की गई हैं। कुल मामलों की संख्या 61,915 हो गई है, जिनमें 3,634 सक्रिय मामले, 56,771 रिकवरी और 1,011 मौतें शामिल हैं। राजस्थान में 1,794 नए मामले दर्ज किए गए हैं। कुल मामले 1,95,213 हो गए हैं, जिनमें 15,251 सक्रिय मामले हैं। मृतकों का आंकड़ा 1,898 है। केरल में 6,638 नए मामले और 7,928 रिकवरी दर्ज की गई है।
राज्य में सक्रिय मामले 90,565 हैं और मृतकों का आंकड़ा 1,457 है। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 24,431 हो गई है। कोरोना वायरस से ठीक होकर डिस्चार्ज होने वाले लोगों की संख्या 4,48,644 हो गई है। रिकवरी का प्रतिशत 93.45 फीसदी है। -
इक़बाल मैदान में भीड़ इकट्ठी करके कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन करने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत करीब दो हज़ार लोगों के खिलाफ थाना तलैया में धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
भोपाल : फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के ख़िलाफ़ भारत में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसा ही एक प्रदर्शन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इक़बाल मैदान में भी कल हुआ. कोरोना वायरस की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद की अगुवाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया. अब इसपर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख़्ती दिखाई है.
सीएम शिवराज ने कहा है कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है. लेकिन अब भोपाल में शांति भंग करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कोई भी हो.
कांग्रेस विधायक ने केंद्र सरकार से की ये मांग
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मांग की कि केंद्र सरकार फ्रांस में भारतीय राजदूत को वहां के शासन के 'मुस्लिम विरोधी' रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे. मसूद ने मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जानबूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगायाइक़बाल मैदान में भीड़ इकट्ठी करके कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन करने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत करीब दो हज़ार लोगों के खिलाफ थाना तलैया में धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
क्यों हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन?
यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ, जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए. बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई थी. शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है. -
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अपनी जड़ मजबूत करने में लगी कांग्रेस को गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। उन्नाव से पूर्व सांसद तथा पार्टी की वरिष्ठ नेता अन्नू टंडन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
उत्तर प्रदेश के साथ उन्नाव में कांग्रेस की जड़ मजबूत करने के अभियान में काफी जोर-शोर से लगीं अन्नू टंडन के इस्तीफा देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने कहा कि आज तो मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में मैंने अपना बयान भी साझा किया है। अब मुझे मेरे सभी शुभचिंतकों का प्यार और आशीर्वाद चाहिए।
मीडिया मैनेजमेंट और सेल्फ ब्रांडिंग में बिजी हैं पार्टी के नेता
अन्नू टंडन ने कहा कि उन्हेंं इतना दुख 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का नहीं हुआ जितना की पार्टी संगठन की तबाही और बिखराव देखकर हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व सोशल मीडिया मैनजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है। पार्टी और वोटरों के बिखर जाने से उनको कोई मतलब नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा कि नेक इरादों के बावजूद मेरे कुछ सहयोगी और बेहद ही अस्तित्वहीन व्यक्ति मेरा झूठा प्रचार कर रहे हैं। तकलीफ तब होती है, जब शिकायत के बाद भी पार्टी का नेतृत्व कोई प्रभावी कदम नहीं उठाता है। मेरी बात पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी से भी हुई कोई भी विकल्प या आगे का रास्ता नहीं निकल पाया। यूपी और अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेता भी असहाय नजर आए।
बांगरमऊ उप चुनाव पर पड़ेगा असर
उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव अपने पूरे शबाब पर हैं लेकिन इस सब के बीच अन्नू टंडन के इस्तीफा से कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। उन्नाव से 2009 में सांसद का चुनाव जीतने वाली कद्दावर नेता अन्नू टंडन के पार्टी से इस्तीफा देने से उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर भी काफी प्रभाव पड़ेगा। उपचुनाव से ठीक पहले अन्नू टंडन के कांग्रेस छोडऩे पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रदेश नेतृत्व पर सवाल
अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को को इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने पार्टी की नीतियों पर काफी नाराजगी भी जताई है। अन्नू टंडन का कहना है सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सहयोग मिलता रहा। अभी प्रदेश नेतृत्व से सहयोग नहीं मिल रहा था। उनकी कार्यशैली ठीक नहीं थी। इस बारे में प्रियंका वाड्रा से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि उनसे बात के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस में रहते हुए पंद्रह सालों मे मिले सहयोग के लिए सोनिया गांधी का आभार भी जताया।
अभी भविष्य का फैसला नहीं
अब समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं है। अब आगे का फैसला तो सोच समझ कर लूंगी। 2014 के लोकसभा चुनाव में अन्नू टंडन चौथे और 2019 के चुनाव में तीसरे नम्बर पर रहीं थीं।
अन्नू टंडन के साथ ही कुछ समय पहले ही कांग्रेस प्रदेश महासचिव बनाए गए अंकित परिहार ने भी इस्तीफा दिया है। इसी तरह उन्नाव के करीब 50 कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। बीते 24 घंटों में देश में एक बार फिर 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं। बीते कई दिनों से नए मामलों की संख्या 50 हजार से कम रही है। इसके साथ ही देश में कोरोना की रिकवरी दर भी लगातार बढ़ रही है और सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 49,881 मामले सामने आए हैं। इस दौरान भारत में कोरोना से 517 लोगों की मौत हुई है। इससे कोरोना का आंकड़ा 80 लाख के पार चला गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के अब तक 80 लाख 40 हजार 203 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से कोरोना के अब तक 73 लाख 15 हजार 989 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। देश में सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। फिलहाल देश में करीब 6 लाख सक्रिय मामले हैं। यह आंकड़ा 6 लाख 3 हजार 687 है। देश में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 1 लाख 20 हजार 527 हो गया है।
सक्रिय मामलों में लगातार कमी
देश में सक्रिय मामलों में लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 7,116 सक्रिय मामले कम हुए हैं। जिससे एक्टिव केस की दर घटकर 7.64% हो गई है। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में देश में 56,480 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। इससे रिकवरी दर 90.85% हो गई है। भारत की कोरोना मृत्यु दर 1.50% है।
साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा टेस्ट
देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में मंगलवार तक 10,65,63,440 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 10,75,760 टेस्ट कल किए गए हैं। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना के हालात में तेजी से सुधार हो रहा है। एक तरह जहां कोरोना के दैनिक मामलों में लगातार कमी आ रही है तो दूसरी ओर कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में कोरोना से अब तक करीब 91 फीसद लोग ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 43,893 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 508 रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में अब तक कोरोना से मामले 79 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। भारत में कोरोना के अब तक 79 लाख 90 हजार 322 मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना से 72 लाख 59 हजार 509 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के सक्रिय मामले घटकर 6 लाख 10 हजार 803 हो चुके हैं। देश में कोरोना से अब तक 1 लाख 20 हजार 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
रिकवरी दर में लगातार वृद्धि
देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना से 58,439 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे कोरोना की रिकवरी दर 90.85% हो गई है। देश में सक्रिय मामले भी कम हुए हैं। बीते 24 घंटों में देश में 15,054 सक्रिय मामले कम हुए हैं। इससे एक्टिव केस की दर 7.64% रह गई है। भारत में कोरोना की मृत्यु दर 1.50% है।
साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा टेस्ट
देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में मंगलवार तक 10,54,87,680 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 10,66,786 टेस्ट कल किए गए हैं। -
एजेंसी
नई दिल्ली : हाथरस कांड की सीबीआई जांच की निगरानी का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट को सौंप दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि वह जांच की स्टेटस रिपोर्ट हाई कोर्ट में जमा करवाए. मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने पर फिलहाल कोई आदेश देने से कोर्ट ने मना कर दिया. कहा- जांच पूरी होने के बाद अगर ज़रूरत हुई तो इस सवाल पर विचार किया जा सकता है.
याचिकाओं में रखी गई थी अलग-अलग मांगे
सुप्रीम कोर्ट में हाथरस मामले पर दाखिल कई याचिकाओं में अलग-अलग मांगे रखी गई थी. इनमें- सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के मौजूदा या पूर्व जज की अध्यक्षता में SIT के गठन, सीबीआई जांच की समय सीमा तय करने, जांच की सुप्रीम कोर्ट की तरफ से निगरानी, पीड़ित परिवार को सीआरपीएफ की सुरक्षा देने और मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने जैसे कई पहलू शामिल थे. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने की. जजों ने कई बार यह कहा था कि इनमें से ज्यादातर पहलुओं पर आदेश देने में हाई कोर्ट सक्षम है. याचिकाकर्ताओं को अपनी बातें वही रखनी चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट में भेजा
आज दिए आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट में भेज दिया. कोर्ट ने कहा- “हाई कोर्ट भी मामले पर सुनवाई कर रहा है. जो भी बातें सुप्रीम कोर्ट में रखी गई हैं, उन्हें हाई कोर्ट देख सकता है. सीबीआई अपनी जांच की स्टेटस रिपोर्ट हाई कोर्ट में जमा करवाए और हाईकोर्ट के निर्देशों के मुताबिक जांच को आगे बढ़ाए.“
मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “अभी इस पर आदेश देने की कोई जरूरत नहीं है. पहले सीबीआई को जांच पूरा पूरी करने दिया जाए. उसके बाद जरूरत के मुताबिक इस मसले को हमारे सामने रखा जा सकता है.“ पीड़ित परिवार को सीआरपीएफ की सुरक्षा देने की मांग पर भी सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर इस पहलू पर कोई आदेश देने की जरूरत है, तो वह हाई कोर्ट कर सकता है.
पीड़ित परिवार की पहचान उजागर न हो- सुप्रीम कोर्ट
मामले की सुनवाई के दौरान यूपी सरकार के लिए पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने हाई कोर्ट के एक आदेश का हवाला दिया था, जिसमें पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर हो रही थी. सुप्रीम कोर्ट ने आज हाई कोर्ट से आग्रह किया कि वह अपने आदेश में उचित संशोधन कर ले, जिससे पीड़ित परिवार की पहचान उजागर न हो सके. -
पिछले 24 घंटों में देश में कोविड-19 के 45,148 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, एक सबसे बड़ी बात जो है वो यह कि पिछले 24 घंटों में 480 लोगों की मौत हुई है, जोकि 10 जुलाई के बाद एक दिन में सबसे कम मौत का आंकड़ा है.
नई दिल्ली : भारत में 26 अक्टूबर, 2020 को कोरोनावायरस के कुल मामलों की संख्या 79 लाख के पार हो चुकी है. सोमवार तक दर्ज होने वाले नए मामलों के साथ देश में अब तक दर्ज कोरोना संक्रमण की कुल संख्या 79,09,959 हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में देश में कोविड-19 के 45,148 नए मामले सामने आए हैं, जोकि तीन महीने में सबसे कम हैं. 22 जुलाई को एक दिन में 37,724 केस दर्ज किए गए थे.
हालांकि, एक सबसे बड़ी बात जो है वो यह कि पिछले 24 घंटों में 480 लोगों की मौत हुई है, जोकि 10 जुलाई के बाद एक दिन में सबसे कम मौत का आंकड़ा है. 10 जुलाई को 475 मौतें दर्ज हुई थीं.
ठीक होने वालों की संख्या 71 लाख के पार चल रही है. देश का रिकवरी रेट भी 90% के पार हो गया है. रिकवरी रेट-90.23% हो चुका है. पिछले 24 घंटों में 59,105 मरीज़ ठीक हुए हैं. अगर एक्टिव मरीजों की बात करें तो इनकी संख्या 13 अगस्त के बाद सबसे कम है. देश में फिलहाल कुल एक्टिव मरीज़ 8.26% यानी 6,53,717 हैं. इस बीमारी से अब 71,37,228 लोग ठीक हो चुके हैं. देश में अब तक 1,19,014 मरीजों की मौत हो चुकी है. देश का डेथ रेट 1.5% है.
देश में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 4.8% चल रहा है. पिछले 24 घंटों में कुल 9,39,309 कोरोना टेस्ट हुए हैं. अब तक कुल टेस्ट की संख्या 10,34,62,778 हो चुकी है.
COVID-19 के 79 लाख मामले 270 दिन मेंCOVID-19, यानी कोरोनावायरस से फैलने वाली महामारी का प्रकोप पिछले कई महीनों से दुनियाभर में आतंक मचाए हुए है... हिन्दुस्तान में इस रोग की चपेट में आने वालों की तादाद एक लाख, यानी 1,00,000 तक पहुंचने में 110 दिन का समय लगा था, लेकिन उसके बाद गति बढ़ती चली गई, और देश में एक लाख नए केस सिर्फ एक-दो दिन में जुड़ने लगे... भारत को 79 लाख पुष्ट कोविड-19 मामलों का आंकड़ा पार करने में कुल 270 दिन लगे हैं...तिथि कुल मामले समय लगा19 मई 1,01,139 110 दिन3 जून 2,07,615 15 दिन13 जून 3,08,993 10 दिन21 जून 4,10,461 8 दिन27 जून 5,08,953 6 दिन2 जुलाई 6,04,641 5 दिन7 जुलाई 7,19,665 5 दिन11 जुलाई 8,20,916 4 दिन14 जुलाई 9,06,752 3 दिन17 जुलाई 10,03,832 3 दिन20 जुलाई 11,18,043 3 दिन23 जुलाई 12,38,635 3 दिन25 जुलाई 13,36,861 2 दिन27 जुलाई 14,35,453 2 दिन29 जुलाई 15,31,669 2 दिन31 जुलाई 16,38,870 2 दिन2 अगस्त 17,50,723 2 दिन3 अगस्त 18,03,695 1 दिन5 अगस्त 19,08,254 2 दिन7 अगस्त 20,27,074 2 दिन9 अगस्त 21,53,010 2 दिन10 अगस्त 22,15,074 1 दिन12 अगस्त 23,29,638 2 दिन14 अगस्त 24,61,190 2 दिन15 अगस्त 25,26,192 1 दिन17 अगस्त 26,47,663 2 दिन18 अगस्त 27,02,742 1 दिन20 अगस्त 28,36,925 2 दिन21 अगस्त 29,05,823 1 दिन23 अगस्त 30,44,940 2 दिन24 अगस्त 31,06,348 1 दिन26 अगस्त 32,34,474 2 दिन27 अगस्त 33,10,234 1 दिन29 अगस्त 34,63,972 2 दिन30 अगस्त 35,42,733 1 दिन31 अगस्त 36,21,245 1 दिन2 सितंबर 37,69,529 2 दिन3 सितंबर 38,53,406 1 दिन4 सितंबर 39,36,747 1 दिन5 सितंबर 40,23,179 1 दिन6 सितंबर 41,13,811 1 दिन7 सितंबर 42,04,613 1 दिन9 सितंबर 43,70,128 2 दिन10 सितंबर 44,65,863 1 दिन11 सितंबर 45,62,414 1 दिन12 सितंबर 46,59,984 1 दिन13 सितंबर 47,54,356 1 दिन14 सितंबर 48,46,427 1 दिन15 सितंबर 49,30,236 1 दिन16 सितंबर 50,20,359 1 दिन17 सितंबर 51,18,253 1 दिन18 सितंबर 52,14,677 1 दिन19 सितंबर 53,08,014 1 दिन20 सितंबर 54,00,619 1 दिन22 सितंबर 55,62,663 2 दिन23 सितंबर 56,46,010 1 दिन24 सितंबर 57,32,518 1 दिन25 सितंबर 58,18,570 1 दिन27 सितंबर 59,92,532 2 दिन28 सितंबर 60,74,702 1 दिन29 सितंबर 61,45,291 1 दिन30 सितंबर 62,25,763 1 दिन1 अक्टूबर 63,12,584 1 दिन3 अक्टूबर 64,73,544 2 दिन4 अक्टूबर 65,49,373 1 दिन5 अक्टूबर 66,23,815 1 दिन7 अक्टूबर 67,57,131 2 दिन8 अक्टूबर 68,35,655 1 दिन9 अक्टूबर 69,06,151 1 दिन11 अक्टूबर 70,53,806 2 दिन12 अक्टूबर 71,20,538 1 दिन14 अक्टूबर 72,39,389 2 दिन15 अक्टूबर 73,07,097 1 दिन17 अक्टूबर 74,32,680 2 दिन19 अक्टूबर 75,50,273 2 दिन21 अक्टूबर 76,51,107 2 दिन22 अक्टूबर 77,06,946 1 दिन24 अक्टूबर 78,14,682 2 दिन26 अक्टूबर 79,09,959 2 दिन -
लखनऊ : हाथरस कांड मे बनी विशेष जांच दल (एसआइटी) में शामिल डीआइजी चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि उन्होंने फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर ली है। आननफानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। चंद्रप्रकाश पीटीसी उन्नाव में डीआइजी पद पर तैनात हैं।
2004 बैच के आइपीएस अधिकारी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश ने शनिवार को करीब 11:00 बजे के आसपास आत्महत्या कर ली है। डीआइजी की 36 वर्षीय पत्नी पुष्पा प्रकाश ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की, इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि हाथरस कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर पूरे प्रकरण के हर पहलू की पड़ताल कराने का निर्देश दिए गए थे। सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी में डीआइजी चंद्र प्रकाश भी बतौर सदस्य शामिल हैं। चंद्र प्रकाश-द्वितीय की साफ-सुथरी छवि के ईमानदार अफसरों में गिनती होती है।
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नई दिल्ली : देश में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल तेजी से चल रहे हैं। माना जा रहा है कि, इस साल के अंत तक देश को एक कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। इसी बीच व्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने कोविड 10 की वैक्सीन की डिलीवरी को लेकर अहम बयान दिया है। व्यय सचिव ने कहा कि, सरकार के पास सभी को कोविड -19 के टीके की डिलीवरी सुनिश्चित करने पर्याप्त संसाधन हैं। एक बार वैक्सीन आ जाने के बाद यह आसानी से देश के हर नागरिक तक पहुंच जाएंगे।
सभी तक वैक्सीन पहुंचाने का पर्याप्त बजटव्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने गुरुवार इकॉनोमिक टाइम्स से कहा कि, हमने इस बारे में एक अनुमान लगाया है और मैं आपको यह बहुत साफ साफ बता सकता हूं कि देशभर में कोरोना वैक्सीन हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने में बजट कोई बाधा नहीं है। वित्त मंत्रालय ने सभी उपलब्ध संसाधनों के हिसाब से यह क्षमता विकसित कर ली है। जब कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी तो इसे देश के हर व्यक्ति तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।
मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर कही ये बड़ी बातदरअसल हाल में ही कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं। जिनमें कहा गया था कि कोरोना की वैक्सीन आ जाने के बाद भी देश के 130 करोड़ लोगों तक इसे पहुंचाना वित्तीय और लॉजिस्टिक सुविधा के हिसाब से एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। टीवी सोमनाथन से जब यह पूछा गया कि, क्या कोरोनावायरस की वैक्सीन देश के लोगों को मुफ्त में दी जाएगी। तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि, इस मामले में फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय को लेना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग तय करेगा वैक्सीन का वितरणउन्होंने इस बात के भी संकेत दिए कि देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो कोरोना वैक्सीन के लिए कीमत चुका सकते हैं। सार्वजनिक धन का सदैव विवेक के साथ उपयोग किया जाना चाहिए। किसे मुफ्त दिया जाना चाहिए और कैसे-प्राथमिकता तय करने की जिम्मेदारी मैं स्वास्थ्य विशेषज्ञों पर छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली समिति वितरण के विवरण को तैयार कर रही है। -
ब्रीजीलिया : कोरोना वैक्सीन पर इस वक्त एक बड़ी खबर ब्राजील से आ रही है। यहां कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की अचानक मौत हो गई है। ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने बुधवार को इसकी घोषणा की।उन्होंने बताया कि एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की मौत हो गई है। इसके साथ ही ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने कहा कि इसके बावजूद वैक्सीन का ट्रायल जारी रहेगा।
नहीं दी गई थी वैक्सीन !
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रायल के दौरान वालंटियर को वैक्सीन या एक प्लेसबो की डोज़ दी गई थी या नहीं। ब्राजील के स्वास्थ्य एजेंसी एविसा एनविसा ने चिकित्सा गोपनीयता के कारणों का हवाला देते हुए किसी भी अधिक जानकारी का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को एक ईमेल बयान में एक मीडिया को बताया कि सभी महत्वपूर्ण चिकित्सकीय घटनाएं, चाहे प्रतिभागी नियंत्रण समूह या कोरोना वैक्सीन समूह में हों, इसकी स्वतंत्र रूप से समीक्षा की जाती है। ब्राजील में इस मामले के सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद, क्लीनिकल ट्रायल की सुरक्षा और स्वतंत्र समीक्षा में कोई चिंता नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्राजील के नियामक ने सिफारिश की है कि वैक्सीन का परीक्षण जारी रहना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट में आगे बताया गया कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के एक प्रवक्ता ने उन रिपोर्टों पर विशेष रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिनमें कहा गया था कि ब्राजील में एक कोरोना वायरस वैक्सीन के परीक्षण में एक स्वयंसेवक की मृत्यु हो गई थी, लेकिन फिलहाल टीके के ट्रायल को रोके जाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के चल रहे ट्रायल में व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि हम चिकित्सा गोपनीयता और नैदानिक परीक्षण नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं, लेकिन हम पुष्टि कर सकते हैं कि सभी आवश्यक समीक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया गया है।
पहले भी हुई ऐसी घटना
इससे पहले सितंबर में ब्रिटेन में वैक्सीन के ट्रायल के दौरान एक वॉलंटिअर को अस्पताल ले जाना पड़ा था। इसके बाद दुनियाभर में ट्रायल रोक दिए गए। हालांकि, बाद में ट्रायल फिर से शुरू हो गए। लेकिन अब एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है कि ब्राजील की घटना के बाद क्या फैसला किया जाएगा। -
बिहार : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होते ही सभी पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपना घोषणा पत्र जारी करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और कांग्रेस ने बुधवार को पटना में अपना घोषणा पत्र जारी किया। बिहार में पहले चरण के लिए 28 अक्तूबर को चुनाव होने हैं।
घोषणापत्र जारी करते हुए लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, मौजूदा मुख्यमंत्री को देखकर मुझे आश्चर्य होता है कि आप किस तरह से जातीयता को बढ़ावा देते हैं। जो व्यक्ति खुद सांप्रदायिकता को बढ़ावा देता हो, उसके नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, आज बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हमारी पार्टी के घोषणा पत्र को जारी करने के साथ मैंने 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' के अपने दृष्टिकोण को सामने रखा, जो विभिन्न समस्याओं का समाधान करेगा जो बिहार के लोग सामना कर रहे हैं।
कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्रवहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने राजधानी पटना में अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सांसद शक्ति सिंह गोहिल समेत अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीटें मिली है। पार्टी लगातार मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस नेता और सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, हमारा 'बदलाव पत्र' किसानों के लिए ऋण माफी, बिजली बिल माफी और सिंचाई की बढ़ती सुविधाओं के बारे में बात करता है। अगर हमारी सरकार बिहार में सत्ता में आती है, तो हम अलग राज्य किसान बिल लाकर एनडीए सरकार के कृषि कानूनों को खारिज कर देंगे जैसा कि हमने पंजाब में किया था।