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पंजाब से दिल्ली जाने के प्रमुख रास्ते सिंघु बॉर्डर पर किसानों की आज हुई एक बैठक में फैसला लिया गया कि वे वहां से नहीं हटेंगे और प्रदर्शन जारी रखेंगे.
नई दिल्ली : केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा के किसान सबसे ज्यादा आक्रोषित नज़र आ रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों का शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर प्रशासन से सामना हुआ, जिसमें भारी बवाल भी देखने को मिला. किसानों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया साथ ही आंसू गैस के गोले भी दागे गए. इतने हंगामे के बाद दिल्ली पुलिस ने आखिरकार किसानों को दिल्ली में एंट्री की इजाज़त दे दी. हालांकि अभी भी किसानों का एक गुट सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर जमा हुआ है और मांग कर रहा है कि सरकार का कोई नुमाइंदा उनसे बॉर्डर पर आकर बात करे. साथ ही ये किसान रामलीला मैदान या जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति मांग रहे हैं.
सिंघु बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शनकिसानों के प्रदर्शन को देखते हुए शुक्रवार को सरकार ने उन्हें दिल्ली आने की अनुमति दी और बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड पर प्रदर्शन की जगह देने की बात कही थी. हालांकि पंजाब से दिल्ली जाने के प्रमुख रास्ते सिंघु बॉर्डर पर किसानों की आज हुई एक बैठक में फैसला लिया गया कि वे वहां से नहीं हटेंगे और प्रदर्शन जारी रखेंगे. एक किसान नेता ने कहा, "हम यहीं (सिंघु बॉर्डर) प्रदर्शन जारी रखेंगे. हम घर वापस नहीं जाएंगे. पंजाब और हरियाणा से हजारों किसान प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आए हैं."
इजाज़त के बाद से बुराड़ी मैदान पर जुट रहे किसानअपनी मांगों को केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए आंदोलनकारी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी आने दिया जाएगा. उन्हें उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में स्थित निरंकारी समागम ग्राउंड में प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों से व्यवस्था बहाल रखने और शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की. पुलिस की इजाज़त के बाद दिल्ली-हरियाणा के बॉर्डरों को खोल दिया गया, जिसके बाद किसानों की दिल्ली में एंट्री हुई.
सरकार ने बातचीत का दिया प्रस्तावहरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें. आंदोलन इसका जरिया नहीं है, इसका हल बातचीत से ही निकलेगा. खट्टर के अलावा शुक्रवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों से आंदोलन का रास्ता छोड़ने को कहा है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ मुद्दों पर हमेशा चर्चा के लिए तैयार है.
नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हमने किसान संगठनों से एक अन्य दौर की बातचीत के लिए उन्हें 3 दिसंबर को आमंत्रित किया है. इसके साथ ही, नरेन्द्र सिंह तोमर ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी और ठंड के चलते किसान प्रदर्शन छोड़ दें.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम पर साधा निशानाकृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई सरकार सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को नहीं रोक सकती. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले कानूनों को वापस लेना होगा.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, “PM को याद रखना चाहिए था जब-जब अहंकार सच्चाई से टकराता है, पराजित होता है. सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे किसानों को दुनिया की कोई सरकार नहीं रोक सकती. मोदी सरकार को किसानों की मांगें माननी ही होंगी और काले क़ानून वापस लेने होंगे. ये तो बस शुरुआत है.” -
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 93,51,109 हो गई है.
नई दिल्ली : भारत समेत दुनियाभर के 180 से ज्यादा देशों में कोरोनावायरस का खौफ देखने को मिल रहा है. अभी तक 6.16 करोड़ से ज्यादा लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. यह वायरस 14.42 लाख से ज्यादा संक्रमितों की जिंदगी छीन चुका है. भारत में भी हर रोज COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं. संक्रमितों की संख्या 90 लाख पार हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 93,51,109 हो गई है. पिछले 24 घंटों में (शुक्रवार सुबह 8 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक) कोरोना के 41,322 नए मामले सामने आए हैं.
पिछले 24 घंटों में 41,452 मरीज ठीक हुए हैं. इस दौरान 485 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है. अब तक कुल 87,59,969 मरीज ठीक हो चुके हैं. 1,36,200 लोगों की जान गई है. कोरोना के मौजूदा मामलों की संख्या 5 लाख से नीचे है. इस समय देश में 4,54,940 एक्टिव केस हैं. रिकवरी रेट की बात करें तो यह मामूली बढ़ोतरी के बाद 93.67 प्रतिशत पर पहुंच गया है. पॉजिटिविटी रेट 3.56 फीसदी है. डेथ रेट 1.45 प्रतिशत है. 27 नवंबर को 11,57,605 कोरोना सैंपल टेस्ट किए गए. अभी तक कुल 13,82,20,354 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं.
गौरतलब है कि कोरोना मामलों में भारत दूसरे स्थान पर है. पहले पर अमेरिका है. US में अब तक कोरोना के 1,30,86,367 मामले सामने आए हैं. वहां 78,74,079 एक्टिव केस हैं. अब तक 2,64,842 मरीजों की मौत हो चुकी है. इस फेहरिस्त में ब्राजील तीसरे नंबर पर है. वहां 62,38,350 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 1,71,974 संक्रमितों की मौत हुई है. भारत, अमेरिका और ब्राजील ही वो तीन देश हैं, जहां कोरोना के मामले 50 लाख का आंकड़ा पार कर चुके हैं. कोरोना की वैक्सीन को लेकर भी भारत में तेजी से काम चल रहा है. केंद्र सरकार ने इसके वितरण के लिए समितियां बनाई हैं, जो फिलहाल वितरण की रूपरेखा तैयार कर रही हैं. -
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सभी आंदोलनकारी किसान नेताओं से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की बातचीत चल रही है. यह बातचीत बुराड़ी इलाके में खाली ग्राउंड पर आंदोलनकारी किसानों को शिफ्ट करने को लेकर चल रही है.
नई दिल्ली : कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच करने वाले आंदोलनरत किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की अनुमति मिल गई है. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ईश सिंघल ने कहा कि किसान नेताओं से बातचीत के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की परमिशन दे दी गई है. साथ ही उन्होंने सभी किसानों से शांति बनाये रखने की अपील की है. परमिशन मिलने के बाद किसान अब बुराड़ी अपने ट्रेक्टर और गाड़ियों से जा रहे हैं. किसानों से कहा गया है कि वे दिल्ली आ सकते हैं. इसके बाद भी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं.
दिल्ली पुलिस की ओर से प्रवेश की इजाजत मिलने के बाद दिल्ली हरिद्वार राजमार्ग खोल दिया गया है. किसानों का चक्काजाम खत्म हो गया है. शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश और उत्तरांचल के किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे. आज रात किसान मेरठ में रुकेंगे.
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने बताया था कि सभी आंदोलनकारी किसान नेताओं से दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की बातचीत चल रही है. यह बातचीत बुराड़ी इलाके में खाली ग्राउंड पर आंदोलनकारी किसानों को शिफ्ट करने को लेकर थी. बातचीत के बाद आगे की योजना तय होगी.
किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च को देखते हुए दिल्ली-हरियाणा सीमा पर भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई. कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की भी खबरें आईं. किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारें की गईं. टैक्टर में खाने पीने और अन्य जरूरी सामान लेकर चल रहे किसानों ने कई जगहों से दिल्ली में प्रवेश की कोशिश की थी.
इस बीच, दिल्ली सरकार ने राज्य के 9 स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने की दिल्ली पुलिस की अर्जी को नामंजूर कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली सरकार से 9 स्टेडियम को अस्थायी जेल में तब्दील करने के लिए अनुरोध किया था. आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने दिल्ली पुलिस की इस मांग पर आपत्ति भी जताई. -
तीनों फ्लोर मिलाकर करीब 7000 से 8000 स्क्वायर मीटर का एरिया होगा, इसमें वैक्सीन से जुड़ा सारा ऑफिस और स्टोरेज बनाना है. जो भी सेंटर से वैक्सीन आयेगी यहाँ रखी जायेगी और डिस्ट्रीब्यूशन का काम यहीं से किया जाएगा.
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दिल्ली की पहली कोविड-19 वैक्सीन स्टोरेज फैसिलिटी तैयार होगी. राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, अस्पताल से स्टोरेज फैसिलिटी के लिए जगह मांगी गई थी. अस्पताल की मेन बिल्डिंग से अलग एक यूटिलिटी ब्लॉक है जिसमें अभी फ्लू कार्नर चल रहा था, वो हिस्सा तब्दील करके स्टोरेज फैसिलिटी के लिए हैंडओवर किया गया है. ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर दिया गया है. तीसरा फ्लोर देने को भी कहा गया है वो भी दे दिया जाएगा. तीनों फ्लोर मिलाकर करीब 7000 से 8000 स्क्वायर मीटर का एरिया होगा,
इसमें वैक्सीन से जुड़ा सारा ऑफिस और स्टोरेज बनाना है. जो भी सेंटर से वैक्सीन आयेगी यहाँ रखी जायेगी और डिस्ट्रीब्यूशन का काम यहीं से किया जाएगा. इस अधिकारी ने बताया कि करीब 15 दिन पहले दिल्ली सरकार की टीम निरीक्षण करने आई थी. स्टोरेज के लिये बड़े-बड़े डीप फ्रीज़र्स होंगे, उनके हिसाब से दरवाजों को बदला जा रहा है, इलेक्ट्रिसिटी पॉइंट्स लगाये जा रहे हैं, साइज़ के हिसाब से कमरों में बदलाव किया जा रहे है, ऑफिसर्स वॉशरूम तैयार किये जा रहे हैं. 10-15 दिन में हैंडओवर कर दिया जायेगा.
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दिल्ली सरकार के तीन मंत्री अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इससे पहले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन संक्रमित हो चुके हैं.
नई दिल्ली : दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कोरोना संक्रमित हो गए हैं. गोपाल राय कोरोना वायरस की चपेट में आए आप सरकार के तीसरे मंत्री हैं. उन्होंने बुधवार को खुद ट्वीट कर संक्रमित होने की जानकारी दी. दिल्ली सरकार के तीन मंत्री अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. इससे पहले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि उपचार के बाद दोनों मंत्री स्वस्थ हो चुके हैं.
गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा, मुझमें कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण दिखाई दिए थे, जिसके बाद मैंने टेस्ट कराया. मेरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरे संपर्क में जो भी लोग आए हैं, उनसे अनुरोध है कि वे सभी भी टेस्ट करा लें और सावधानी बरतें.गोपाल राय दिल्ली में कोरोना के खिलाफ दिल्ली सरकार की जंग में अग्रिम मोर्चे पर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कोरोना के बीच राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं. इसमें खुले में कूड़ा-करकट फेंकने पर रोक, कूड़ा जलाने पर पाबंदी और पराली को जलाने की बजाय उसे प्राकृतिक तरीके से खेत में ही नष्ट करने की तकनीक को अपनाना शामिल है. -
जेल आईजी ने कहा कि हिरासत में फोन या मोबाइल का उपयोग अवैध है. ऐसे में यदि यह मामला सच साबित होता है तो पहले यह पता लगाया जाएगा कि मोबाइल फोन लालू प्रसाद के पास पहुंचा कैसे और इसके लिए कौन दोषी है?
रांची : झारखंड के जेल महानिरीक्षक वीरेन्द्र भूषण ने चारा घोटाले में सजा काट रहे और रिम्स में भर्ती राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव द्वारा मंगलवार को बिहार के पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान को कथित तौर पर फोन किए जाने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. फोन पर हुई इस बातचीत में ललन पासवान को लालू कथित तौर पर विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के दौरान अनुपस्थित रहने के लिए मंत्री पद का लालच देते और अनुपस्थित होने के लिए कोरोना वायरस संक्रमण का बहाना बनाने की बात भी कहते सुनाई देते हैं.
भूषण ने बताया कि इस मामले में उन्होंने रांची स्थित बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार के अधीक्षक और रांची के उपायुक्त एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी. भूषण ने कहा कि हिरासत में फोन या मोबाइल का उपयोग अवैध है. ऐसे में यदि यह मामला सच साबित होता है तो पहले यह पता लगाया जाएगा कि मोबाइल फोन लालू प्रसाद के पास पहुंचा कैसे और इसके लिए कौन दोषी है?
उन्होंने कहा कि न्यायिक हिरासत से किसी भी तरह की राजनीतिक बातचीत जेल नियमावली का उल्लंघन है. ऐसे में इस ऑडियो के सही साबित होने पर जेल नियमावली के अनेक प्रावधानों के तहत कार्रवाई संभव है. महानिरीक्षक ने हालांकि स्पष्ट किया कि जब सजायाफ्ता कैदी इलाज के लिए किसी अस्पताल में भर्ती होता है तो उसकी सुरक्षा और उसके द्वारा जेल नियमावली का पालन कराने की जिम्मेदारी स्थानीय जिला प्रशासन की होती है और लालू के मामले में यह जिम्मेदारी रांची जिला प्रशासन की है.
उल्लेखनीय है कि लालू प्रसाद की सुरक्षा और देखरेख में रिम्स में पांच दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी और अधिकारी तैनात हैं, फिर भी उन पर लगातार जेल के नियमों के उल्लंघन के आरोप लगते रहे हैं.जेल महानिरीक्षक ने कहा कि मूल जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होने के बावजूद जेल प्रशासन ने अपनी तरफ से मामले की जांच के आदेश दिए हैं और शीघ्र ही इसमें रिपोर्ट आ जाने की संभावना है. -
नई दिल्ली : देश मे कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 92 लाख के आंकड़े को पार कर गया है. इस आंकड़े को पार करने में कुल 300 दिन लगे हैं. पिछले 24 घंटों में 44,376 नए केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 481 लोगों की मौत हुई है. अब तक देशभर में कुल 92 लाख 22 हजार 216 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. हालांकि, पिछले 24 घंटों में 37,816 मरीज़ ठीक भी हुए हैं.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रिकवरी रेट फिलहाल 93.71% है, जबकि एक्टिव मरीज़ 4.82% हैं. कोरोना वायरस से देश में मौत की औसत दर 1.46% है, जबकि पॉजिटिविटी रेट 3.82% है. पिछले 24 घंटे में ठीक हुए मरीजों की संख्या 37,816 है. अब तक देशभर में कुल 86,42,771 मरीज कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि देशभर में अब तक 1,34,699 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है.
फिलहाल, देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 4,44,746 है. देशभर में पिछले 24 घंटों में कुल 11,59,032 सैंपल की जांच हुई है, जबकि अबतक 300 दिनों में पूरे देश में 13 करोड़ 48 लाख 41 हजार 307 सैंपल की टेस्टिंग हो चुकी है.
COVID-19 के 92 लाख मामले 300 दिन मेंCOVID-19, यानी कोरोनावायरस से फैलने वाली महामारी का प्रकोप पिछले एक साल से दुनियाभर में आतंक मचाए हुए है... हिन्दुस्तान में इस रोग की चपेट में आने वालों की तादाद पहली बार एक लाख, यानी 1,00,000 तक पहुंचने में 110 दिन का समय लगा था, लेकिन उसके बाद गति बढ़ती चली गई, और देश में एक-एक लाख नए केस सिर्फ एक-दो दिन में जुड़ने लगे... अब पिछले माह से संक्रमण फैलने की गति कुछ धीमी हुई है, लेकिन रोग के लिए किसी सटीक दवा के आने तक ढिलाई बरतना नुकसानदेह हो सकता है... भारत को 92 लाख पुष्ट कोविड-19 मामलों का आंकड़ा पार करने में कुल 300 दिन लगे हैं...तिथि कुल मामले समय लगा19 मई 1,01,139 110 दिन3 जून 2,07,615 15 दिन13 जून 3,08,993 10 दिन21 जून 4,10,461 8 दिन27 जून 5,08,953 6 दिन2 जुलाई 6,04,641 5 दिन7 जुलाई 7,19,665 5 दिन11 जुलाई 8,20,916 4 दिन14 जुलाई 9,06,752 3 दिन17 जुलाई 10,03,832 3 दिन20 जुलाई 11,18,043 3 दिन23 जुलाई 12,38,635 3 दिन25 जुलाई 13,36,861 2 दिन27 जुलाई 14,35,453 2 दिन29 जुलाई 15,31,669 2 दिन31 जुलाई 16,38,870 2 दिन2 अगस्त 17,50,723 2 दिन3 अगस्त 18,03,695 1 दिन5 अगस्त 19,08,254 2 दिन7 अगस्त 20,27,074 2 दिन9 अगस्त 21,53,010 2 दिन10 अगस्त 22,15,074 1 दिन12 अगस्त 23,29,638 2 दिन14 अगस्त 24,61,190 2 दिन15 अगस्त 25,26,192 1 दिन17 अगस्त 26,47,663 2 दिन18 अगस्त 27,02,742 1 दिन20 अगस्त 28,36,925 2 दिन21 अगस्त 29,05,823 1 दिन23 अगस्त 30,44,940 2 दिन24 अगस्त 31,06,348 1 दिन26 अगस्त 32,34,474 2 दिन27 अगस्त 33,10,234 1 दिन29 अगस्त 34,63,972 2 दिन30 अगस्त 35,42,733 1 दिन31 अगस्त 36,21,245 1 दिन2 सितंबर 37,69,529 2 दिन3 सितंबर 38,53,406 1 दिन4 सितंबर 39,36,747 1 दिन5 सितंबर 40,23,179 1 दिन6 सितंबर 41,13,811 1 दिन7 सितंबर 42,04,613 1 दिन9 सितंबर 43,70,128 2 दिन10 सितंबर 44,65,863 1 दिन11 सितंबर 45,62,414 1 दिन12 सितंबर 46,59,984 1 दिन13 सितंबर 47,54,356 1 दिन14 सितंबर 48,46,427 1 दिन15 सितंबर 49,30,236 1 दिन16 सितंबर 50,20,359 1 दिन17 सितंबर 51,18,253 1 दिन18 सितंबर 52,14,677 1 दिन19 सितंबर 53,08,014 1 दिन20 सितंबर 54,00,619 1 दिन22 सितंबर 55,62,663 2 दिन23 सितंबर 56,46,010 1 दिन24 सितंबर 57,32,518 1 दिन25 सितंबर 58,18,570 1 दिन27 सितंबर 59,92,532 2 दिन28 सितंबर 60,74,702 1 दिन29 सितंबर 61,45,291 1 दिन30 सितंबर 62,25,763 1 दिन1 अक्टूबर 63,12,584 1 दिन3 अक्टूबर 64,73,544 2 दिन4 अक्टूबर 65,49,373 1 दिन5 अक्टूबर 66,23,815 1 दिन7 अक्टूबर 67,57,131 2 दिन8 अक्टूबर 68,35,655 1 दिन9 अक्टूबर 69,06,151 1 दिन11 अक्टूबर 70,53,806 2 दिन12 अक्टूबर 71,20,538 1 दिन14 अक्टूबर 72,39,389 2 दिन15 अक्टूबर 73,07,097 1 दिन17 अक्टूबर 74,32,680 2 दिन19 अक्टूबर 75,50,273 2 दिन21 अक्टूबर 76,51,107 2 दिन22 अक्टूबर 77,06,946 1 दिन24 अक्टूबर 78,14,682 2 दिन26 अक्टूबर 79,09,959 2 दिन29 अक्टूबर 80,40,203 3 दिन31 अक्टूबर 81,37,119 2 दिन2 नवंबर 82,29,313 2 दिन4 नवंबर 83,13,876 2 दिन6 नवंबर 84,11,724 2 दिन8 नवंबर 85,07,754 2 दिन11 नवंबर 86,36,011 3 दिन13 नवंबर 87,28,795 2 दिन15 नवंबर 88,14,579 2 दिन18 नवंबर 89,12,907 3 दिन20 नवंबर 90,04,365 2 दिन23 नवंबर 91,39,865 3 दिन25 नवंबर 92,22,216 2 दिन -
नई दिल्ली : दुनिया में कोरोना वायरस का कहर अभी भी बरकरार है। भारत में कोरोना वायरस के मामले 91 लाख के पार पहुंच गए हैं। कोरोना वायरस महामारी के बीच महंगे टेस्ट को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पूरे भारत में समान रूप से COVID-19 के लिए RT-PCR टेस्ट के लिए अधिकतम दर तय करने के लिए जनहित याचिका पर केंद्र की प्रतिक्रिया मांगी। मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे और जस्टिस ए एस बोपन्ना और वी रामसुब्रमण्यम की पीठ ने स्वास्थ्य मंत्रालय को नोटिस जारी किया। वकील अजय अग्रवाल द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर यह सुनवाई हुई।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए कोरोना के RT-PCR टेस्ट की कीमत पूरे देश में एक समान करने की मांग की गई। इस याचिका में पहले से ऐसे मु्द्दे पर कई लंबित याचिका को भी जोड़ा गया। याचिका में कहा गया, 'अलग-अलग राज्यों में टेस्ट की कीमत 900 से लेकर 2800 रुपये तक है। इसे 400 रुपये तक ही रखा जाना चाहिए।' मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया है।
वकील अजय अग्रवाल ने जनहित याचिका पर कहा, 'प्रयोगशालाओं द्वारा एक बड़ी लूट की जा रही है और वे करोड़ों रुपये की धनराशि का घपला कर रहे हैं। लाभ का मार्जिन बहुत अधिक है।' उन्होंने दावा किया कि भारतीय बाजार में आरटी-पीसीआर किट वर्तमान में 200 रुपये से कम में उपलब्ध हैं। इसके अलावा टेस्ट करने में कोई और खर्चा नहीं आता है। अब अगली सुनवाई दो सप्ताह के बाद होगी।
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण जनता चारदीवारी में बंद होकर रह गई। कोरोना वायरस व लॉकडाउन के कारण भारी संख्या में लोग रोजगार से दूर हो गए। वहीं, इस दौरान टेस्ट कराने को लेकर भी पापड़ बेलने पड़े। हालांकि, एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था सरकारों द्वारा फ्री में कर दी गई, लेकिन हर व्यक्ति आरटी-पीसीआर टेस्ट नहीं करा पा रहा था। इसके पीछे टेस्ट की भारी कीमत सबसे बड़ा कारण रहा।
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नई दिल्ली : देश की सर्वोच्च अदालत ने दिल्ली और देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के बिगड़ते हालात पर सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और असम में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर चिंता जताई। कोर्ट ने राज्यों की सरकारों से उपाय के बारे में पूछा। सरकारों से गुरुवार तक स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है। इस मामले में अब सुनवाई शुक्रवार को फिर से होनी है।
दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित दिखा। कहा कि दिल्ली में पिछले 2 हफ्तों में हालात काफी बिगड़े हैं। जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली बेंच ने खराब COVID-19 की स्थिति को गुजरात और दिल्ली की खिंचाई की। इस दौरान बाकी राज्यों से भी रिपोर्ट मांगी गई है। कोर्ट की तरफ से साफ कहा गया है कि अगर सावधानी नहीं बरती गई तो दिसंबर में स्थिति बहुत बुरी हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना मामलों के बढ़ने के बावजूद शादियों और समारोहों के लिए दी गई इजाजत पर गुजरात सरकार की खिंचाई की। कोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र के बाद गुजरात सबसे खराब है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को उनके द्वारा उठाए गए कदमों पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा है। इसके अलावा क्या कुछ कदम उठाए जाने हैं और COVID19 स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से आवश्यक मदद को लेकर भी सरकारों से जवाब मांगा गया है।
दिल्ली में कोरोना वायरस से हालात बिगड़ रहे हैं, यहां 5.29 लाख के पार हो चुके हैं कोरोन वायरस मामले। दिल्ली सरकार द्वारा तमाम कोशिशें कोरोना वायरस को लेकर की जा रही है। इस बीच, महाराष्ट्र लगातार कोविड मामलों की संख्या के साथ देश में सबसे प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां रविवार को 5,753 नए मामलों के साथ अब कुल मामले 17.8 लाख को पार कर गए हैं।
गुजरात में कोरोना वायरस के मामलों में हाल में बढ़ोतरी देखी गई है। राज्य सरकार को अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और वडोदरा जैसे शहरों में रात के कर्फ्यू लगाने के लिए मजबूर किया है। विजय रूपानी सरकार ने अब तक भी स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोलने का फैसला नहीं किया है। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। देश में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 85 लाख के पास पहुंच गई है।इसके साथ ही सक्रिय मामलों में भी लगातार कमी आ रही है। हालांकि, देश के कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जहां कोरोना के मामलों में उछाल आया है। इन राज्यों में दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान जैसे राज्य शामिल हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 46,232 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान कोरोना से 564 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना का आंकड़ा 90 लाख के पार चला गया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अब तक कोरोना के 90 लाख 50 हजार 598 मामले सामने आ चुके हैं।इनमें से 84 लाख 78 हजार 24 लोग ठीक हो चुके हैं। सक्रिय मामलों की बात करें तो देश में फिलहाल 4 लाख 39 हजार 747 मामले सामने हैं। भारत में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 1 लाख 32 हजार 726 है।
सक्रिय मामले कम हुए
देश में कोरोना के एक्टिव केस कम हो रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 4047 सक्रिय मामले कम हुए हैं। फिलहाल एक्टिव केस की दर 4.86% है। इसके साथ ही रिकवरी दर में भी तेजी आ रही है। बीते 24 घंटों में 49,715 लोग ठीक हुए हैं। इससे रिकवरी दर 93.67% हो गई है। देश की कोरोना मृत्यु दर 1.47% है।
दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में कोरोना के मामलों में उछाल आया है। दिल्ली में हर रोज करीब 7 हजार मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में प्रतिदिन 5 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। केरल और राजस्थान में भी नए मामलों में उछाल आया है।
देश में 13 करोड़ से ज्यादा टेस्ट
देश में 13 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में शुक्रवार तक 13,06,57,808 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 10,66,022 टेस्ट कल किए गए हैं।
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जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में गुरुवार को ट्रक में सवार जैश के आतंकियों से हुई मुठभेड़ के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। आतंकियों की 26/11 की तरह देश दहलाने की साजिश थी।
इसे लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजील डोभाल, विदेश सचिव और शीर्ष खुफिया प्रतिष्ठानों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सरकार के सूत्रों ने बताया है कि बैठक से यह बात निकलकर आई है कि आतंकवादी 26/11 मुंबई आतंकी हमले की बरसी पर देश को एक बार फिर दहलाने की साजिश रच रहे थे। गौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में एक ट्रक में सवार प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को मार गिराया।
भारी मात्रा में मिले हैं हथियारइस घटना की जानकारी देते हुए आईजी मुकेश सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आतंकियों के पास से 11 एके-47 राइफल, तीन पिस्तौल, 29 ग्रेनेड, मोबाइल फोन, कंपास, गोला-बारूद और अन्य कई उपकरण बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल मारे गए आतंकियों की पहचान नहीं हुई है।
पाकिस्तानी होने से इनकार नहींआईजी सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जब से जम्मू—कश्मीर में डीडीसी चुनावों की प्रक्रिया शुरू हुई है, तब से हमारे पास इंटेलिजेंस इनपुट आ रहे थे। इससे हमें जानकारी मिली थी कि चुनाव के मद्देनजर सीमापार से घुसपैठ की आशंका है।
साथ ही किसी विशेष टारगेट के लिए हथियारों की तस्करी भी की जा सकती है। जो आतंकी मारे गए हैं हो सकता है वो पाकिस्तान के हों।
चालक फरार होते ही फायरिंग शुरू हो गई थीआईजी के अनुसार हमने जम्मू श्रीनगर हाईवे के सभी नाकों पर अलर्ट कर दिया था। सभी नाकों पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान तैनात थे।
चेकिंग के दौरान एक ट्रक को रोका गया। शक होने पर जब ट्रक की तलाशी ली गई तो चालक फरार हो गया। इसी दौरान सुरक्षाबलों पर फायरिंग होने लगी। जवाबी कार्रवाई में स्थानीय सेना और अन्य बलों ने भी साथ दिया। यह मुठभेड़ करीब तीन घंटे तक चली। इसमें सुरक्षाबलों पर काफी भारी मात्रा में गोला बारूद से हमला किया गया साथ ही ग्रेनेड भी फेंके गए। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का खतरा एक बार फिर बढ़ता हुआ दिख रहा है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 45,882 नए मामले आने के बाद कुल मामलों की संख्या 90,04,366 हो गई है। 584 नई मौत के बाद कुल मृतकों की संख्या 1,32,162 हो गई है। सक्रिय मामले 4,43,794 हैं। 44,807 नए डिस्चार्ज के बाद कुल ठीक हुए मामलों की संख्या 84,28,410 है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों से नए रिकवरी के मामले कोरोना के नए मामलों से ज्यादा हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) का कहना है कि 19 नवंबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 12,95,91,786 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 10,83,397 सैंपल गुरुवार को टेस्ट किए गए हैं।
कहां कितने मामले?मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 28 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 3,541 है, जिसमें 511 सक्रिय मामले, 3,025 डिस्चार्ज हो चुके मामले और 5 मौतें शामिल हैं। हिमाचल प्रदेश में 546 नए कोविड-19 मामलों के साथ सक्रिय मामलों की संख्या 6,980 हो गई है। हरियाणा में 2,212 नए मामले दर्ज हुए हैं। राज्य में कुल संक्रमण की संख्या 2,09,251 हो गई है। अब तक कुल 1,87,559 लोग रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज हो चुके हैं, मरने वालों की संख्या 2,113 है। सक्रिय मामले 19,579 हैं।
पंजाब में 792 नए मामले, 510 डिस्चार्ज और 16 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में कुल मामले बढ़कर 1,44,177 हो गए हैं जिसमें 1,33,427 रिकवरी और 4,556 मौत शामिल हैं। सक्रिय मामले 6,194 हैं। महाराष्ट्र में 5,535 नए मामले, 5,860 रिकवरी और 154 मौत दर्ज हुई हैं। राज्य में कुल मामलों की संख्या 17,63,055 हो गई है। राज्य में 79,738 सक्रिय मामले, 16,35,971 रिकवरी और मरने वालों की संख्या 46,356 है। उत्तराखंड में 6 मौत और 386 नए मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 69,693 हो गई है, जिसमें 63,808 रिकवरी, 4,133 सक्रिय मामले और 1,313 मौत शामिल हैं।
बिहार में 794 नए कोविड-19 संक्रमणों की जानकारी मिली है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 6,461 हो गई है। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 2,586 नए मामले सामने आए हैं। इस समय प्रदेश में सक्रिय मामले 22,757 हैं। जो व्यक्ति संक्रमित होने के बाद रिकवर हो गए हैं उनकी संख्या 4,88,911 है। यहां रिकवरी रेट 94.18 फीसदी है। संक्रमित लोगों में से कुल 7480 लोगों की मौत हुई है। -
एजेंसी
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि सीबीआई को किसी राज्य में जांच के लिए वहां की सरकार से इजाजत लेना जरूरी होगा। संविधान के संघीय चरित्र के तहत के प्रावधान है, ऐसे में सीबीआई को राज्य की सहमति लेनी ही चाहिए। अदालत ने कहा है कि केंद्र अपना अधिकार क्षेत्र नहीं बढ़ा सकता है।
बीते दो साल में आठ राज्यों की सरकारों ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को राज्य में जांच करने के लिए दी गई आम सहमति को वापस ले लिया है। इसको लेकर राज्यों और केंद्र में एक टकराव की स्थिति दिखी है।इसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला काफी अहम है। जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस बीआर गवई की पीठ ने ये उत्तर प्रदेश में फर्टिको मार्केटिंग एंड इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ सीबीआई की ओर से दर्ज मामले में ये फैसला सुनाया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा, दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम (डीएसपीई) में कहा गया है कि शक्तियों और अधिकार क्षेत्र के लिए सीबीआई को किसी भी मामले की जांच से पहले संबंधित राज्य सरकार से सहमति की आवश्यकता जरूरी है।डीएसपीई अधिनियम की धारा 5 केंद्र सरकार को केंद्र शासित प्रदेशों से परे सीबीआई की शक्तियों और अधिकार क्षेत्र का विस्तार करने में सक्षम बनाती है लेकिन अधिनियम की धारा 6 के तहत राज्य संबंधित क्षेत्र के भीतर इस तरह के विस्तार के लिए अपनी सहमति नहीं देता है, तब तक यह स्वीकार्य नहीं है। यह प्रावधान संविधान की संविधान की बुनियादी संरचनाओं में से एक है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने नवंबर, 2018 को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के बिना अनुमति राज्य में जांच के लिए आने पर रोक लगाई थी, तब चंद्रबाबू नायडू वहां मुख्यमंत्री थे। नवंबर 2018 में ही पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सरकार ने भी सीबीआई को दी गई सामान्य सहमति वापस ले ली थी।इसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और केरल ने सीबीआई को जांच के लिए दी गई सामान्य सहमति वापस ली। इसी महीने पंजाब और झारखंड ने भी सीबीआई की बिना इजाजत एंट्री पर रोक लगा दी है। -
नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार (18/नवंबर/2020) सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 38 हजार 617 मामले सामने आए हैं।वहीं संक्रमण के कारण 474 लोगों की मौत हो गई और 44 हजार 739 मरीज ठीक हुए। इस दौरान देशभर में नौ लाख 37 हजार 279 सैंपल टेस्ट हुए। बता दें कि सोमवार को 30 हजार से कम मामले सामने आए थे। लगातार ग्यारहवें दिन 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं।सात नवंबर को 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक कुल 89 लाख 12 हजार 908 मामले सामने आ गए हैं और एक लाख 30 हजार 993 लोगों की मौत हो गई है। कुल 83 लाख 35 हजार 110 मरीज ठीक हो गए हैं।एक्टिव केस की संख्या चार लाख 46 हजार 805 है। पिछले 24 घंटे में इसमें 6596 मामलों की गिरावट आई है। कुल अब तक 12 करोड़ 74 लाख 80 हजार 186 सैंपल टेस्ट हो गए हैं। पिछले आठ दिनों से एक्टिव केस की संख्या पांच लाख से कम है। रिकवरी रेट बढ़कर 93.52 फीसद हो गया है। डेथ रेट गिरकर 1.47 फीसद हो गया है।
भारत में 7 अगस्त को कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा 20-लाख के पार हो गया था। 23 अगस्त को 30 लाख और 5 सितंबर को 40 लाख के आकड़े को पार कर गया। 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख के आंकड़े को पार कर गया। वहीं 29 अक्टूबर को 80 लाख का आंकड़ा पार हुआ।महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 82 हजार 904 एक्टिव केस हैं। केरल में 70 हजार 191 और दिल्ली में 42 हजार 004 एक्टिव केस हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में देश के कुल 76.7 फीसद एक्टिव केस हैं। -
कश्मीर : अपने विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले जम्मू-कश्मीर की साबिक चीफ मिनिस्टर महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर कश्मीर राग छेेड़ते हुए कहा कि मुसलमानों से छेड़छाड़ का अंजाम खतरनाक होगा। इतना ही नहीं उन्होंने इसका अंजाम तक भुगतने का तक की चेतावनी दे डाली है।
उन्होंने कहा कि सरकार गुज्जर बकरवाल तबके को खदेड़ रह है और हिंदुस्तान से दूसरे लोगों को यहां बसाना चाहती है। उन्होंने कहा कि इन अमन पसंद मुस्लिमों को जबरदस्ती धकेला जा रहा है।इनके साथ छेड़छाड़ मत कीजिए, इसके बहुत खतरनाक अंजाम भुगतने पड़ सकते हैं। मुफ्ती ने आगे कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर में एक नाजायत कार्रवाई शुरू की है। इसके तहत गुज्जर बकरवाल समुदाय के लोगों को हटाया जा रहा है। सरकार जानबूझकर मुसलमानों को निशाना बना रही है।
यह पहला मामला नहीं जब उन्होंने विवादित बयान दिया हो। इससे पहले उन्होंने कहा था कि एलओसी के दोनों तरफ हताहतों की बढ़ती तादाद बेहद दुखद है। हिंदुस्तान और पाकिस्तानी कयादत सियासी मजबूरियों से ऊपर उठकर बातचीत करें। वाजपेयी जी और मुशर्रफ साहब के दरमियान जंगबंदी पर बनी इत्तेफाक राए और अनुपालन को बहाल किया जाता है तो यह अच्छी शुरूआत होगी। -
एजेंसी
दाखिल जवाब में सरकार ने कहा था कि जो शिकायतें उसे दी गई थी, उनमें किसी विशेष रिपोर्ट का हवाला नहीं दिया गया था.
केंद्र सरकार की तरफ से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने बचाव करते हुए कहा कि कानूनन सरकार के पास झूठी और शरारतपूर्ण खबरों पर कार्रवाई की पर्याप्त शक्ति है.
नई दिल्ली : तब्लीगी जमात मामले की मीडिया रिपोर्टिंग को सांप्रदायिक और झूठा बताने वाली याचिकाओं पर केंद्र के जवाब से सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है. कोर्ट ने कहा है कि अगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ज़रिए फेक न्यूज़ फैलाने पर नियंत्रण की कोई व्यवस्था सरकार नहीं बना सकती तो कोर्ट को किसी और एजेंसी को यह ज़िम्मा सौंपना पड़ सकता है.
याचिकाओं में क्या कहा गया है?
मामले में कुल 4 याचिकाएं दाखिल हुई हैं. इनमें याचिकाकर्ता हैं- जमीयत उलेमा ए हिंद, अब्दुल कुद्दुस लस्कर, डी जे हल्ली फेडरेशन ऑफ मसाज़िद मदारिस और पीस पार्टी. इन याचिकाओं में कहा गया है कि तबलीगी मरकज मामले में मीडिया ने झूठी और भ्रामक खबरें दिखाईं. देश के बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यक तबके के खिलाफ भड़काया. 1995 के केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेग्युलेशन) एक्ट की धारा 19 और 20 में सरकार को यह अधिकार है कि वह इस तरह के चैनलों के खिलाफ कार्रवाई कर सके. लेकिन सरकार निष्क्रिय बैठी है.
सरकार ने क्या कहा था?
इस मसले पर दाखिल जवाब में सरकार ने कहा था कि जो शिकायतें उसे दी गई थी, उनमें किसी विशेष रिपोर्ट का हवाला नहीं दिया गया था. पूरे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर टिप्पणी की गई थी. ऐसे में कोई कार्रवाई कर पाना संभव नहीं था. सरकार ने यह भी कहा था कि वह मीडिया की स्वतंत्रता की रक्षा करना चाहती है. इसलिए, उसके काम मे बहुत दखल नहीं देती.
आज चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस जवाब पर नाराजगी जताते हुए कहा- "हमने पूछा था कि केबल टीवी नेटवर्क रेग्युलेशन एक्ट से ऐसे मामलों को कैसे रोका जा सकता है? अब तक मिली शिकायतों पर आपने क्या कार्रवाई की है? लेकिन आपका जवाब दोनों मसलों पर कुछ नहीं कहता. बेहतर जवाब दाखिल करें. अगर इस कानून के तहत कोई व्यवस्था नहीं बनाई जा सकती, तो हमें किसी और एजेंसी को ज़िम्मा सौंपना पड़ सकता है."
विस्तृत हलफनामा दाखिल करेंगे- सॉलिसीटर जनरल
केंद्र सरकार की तरफ से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने बचाव करते हुए कहा कि कानूनन सरकार के पास झूठी और शरारतपूर्ण खबरों पर कार्रवाई की पर्याप्त शक्ति है. वह मसले पर विस्तृत हलफनामा दाखिल करेंगे. इसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई 3 हफ्ता टाल दी. -
नई दिल्ली : गुपकार गठबंधन पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कड़ा प्रहार किया है। अमित शाह ने गुपकार को गैंग बताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सीधा सवाल पूछा है कि क्या वे इस गैंग का समर्थन करते हैं? शाह ने कहा कि गुपकार गैंग कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहता है।
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'गुपकार गैंग ग्लोबल हो रहा है। वे चाहते हैं कि विदेशी सेना जम्मू-कश्मीर में हस्तक्षेप करे। गुपकार गैंग भारत के तिरंगे का भी अपमान करता है। क्या सोनिया जी और राहुल जी गुपकार गैंग की ऐसी चालों का समर्थन करते हैं? उन्हें भारत के लोगों को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।'
गृहमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद और अशांति के पुराने दौर में वापस ले जाना चाहते हैं। वे अनुच्छेद 370 को हटाकर दलितों, महिलाओं और आदिवासियों के अधिकारों को छीनना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्हें हर जगह लोगों द्वारा स्वीकार नहीं किया जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। भारतीय लोग अब हमारे राष्ट्रीय हित के खिलाफ अपवित्र ग्लोबल गठबंधन को बर्दाश्त नहीं करेंगे या तो गुपकार गैंग राष्ट्रीय भावना के साथ चले या फिर लोग इसे डुबो देंगे।'
बता दें कि 'गुपकार घोषणा' नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष के गुपकार स्थित आवास पर 4 अगस्त, 2019 को हुई एक सर्वदलीय बैठक के बाद जारी प्रस्ताव है। इस सर्वदलीय बैठक के दौरान यह सहमति बनी थी कि कि पार्टियों ने सर्व-सम्मति से फैसला किया है कि जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वायत्तता और उसके विशेष दर्जे को संरक्षित करने के लिए वे मिलकर प्रयास करेंगी।
मुंगेरी लाल के हसीन सपने जैसा है गुपकार एजेंडा
अमित शाह से पहले भाजपा के कई नेता गुपकार एजेंडे पर फारूक अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को आड़े हाथों ले चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने तो पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेयरेशन को मुंगेरी लाल का हसीन सपना तक बता दिया। उन्होंने कहा कि चाहे पाकिस्तान की मदद ले लें या चीन की, जम्मू-कश्मीर में कभी भी अनुच्छेद 370 वापस नहीं आ सकती है। -
नई दिल्ली : भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (COVID-19) के 44 हजार 878 मामले सामने आए हैं और 547 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही कुल मामलों की संख्या 87 लाख 28 हजार 795 हो गई है। वहीं मरने वालों की संख्या एक लाख 28 हजार 668 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में चार लाख 84 हजार 547 एक्टिव केस हैं। पिछले 24 घंटे में इसमें 4,747 मामलों की कमी आई है।
कोरोना से अब तक 81 लाख 15 हजार 580 मरीज ठीक हो गए हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान 49 हजार 979 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिली। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मृत्यु दर 1.47 फीसद हो गई है। रिकवरी रेट 92.97 फीसद हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार गुरुवार को 11 लाख 39 हजार 230 सैंपल टेस्ट हुए। कुल अब तक 12 करोड़ 31 लाख ज्यादा सैंपल टेस्ट हो गए हैं।
भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली हुई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख और 29 अक्टूबर को 80 लाख के पार चले हुए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद भारत में सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली हुई थी। वहीं, कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख और 29 अक्टूबर को 80 लाख के पार चले हुए थे।
दिल्ली में जानलेवा साबित होने लगा कोरोना
दिल्ली में कोरोना बेहद जानलेवा साबित होने लगा है। यहां गुरुवार को कोरोना के 7053 नए मामले आए। वहीं 6462 मरीज ठीक हुए। चिंता का विषय यह है कि 24 घंटे में 104 मरीजों की मौत हो गई। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने पहली बार अपनी रिपोर्ट में एक दिन में सौ से अधिक मरीजों की मौत की पुष्टि की है।
महाराष्ट्र में सुधर रहे हालात
धीरे-धीरे ही सही कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में हालात सुधरते दिख रहे हैं। गुरुवार को राज्य में 4,496 नए मामले सामने आए। वहीं 7,809 को ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इससे कुल संक्रमितों की संख्या जहां 17,36,329 हो गई, वहीं स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा 16,05,064 हो गया है। इस दौरान 122 लोगों की मौत के साथ मरने वालों का आंकड़ा 45,682 हो गया है। राज्य में फिलहाल 85,583 सक्रिय मामले हैं।
केरल में पांच हजार से अधिक मामले
केरल में गुरुवार को 5,537 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,08,838 हो गई है। वहीं 6,119 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिलने से अब तक स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या 4,28,529 हो गई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि फिलहाल 77,818 मामले सक्रिय हैं। इस दौरान 25 और लोगों की मौत से मृतक संख्या बढ़कर 1,796 हो गई है।