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नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 19,078 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं 224 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार सुबह यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना के 19,078 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले 1,03,05,788 पहुंच गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से 224 मरीजों की मौत हो गई। इसी के साथ देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 1,49,218 हो गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 22,926 लोग कोरोना संक्रमण मरीज स्वस्थ हो गए हैं। देश में अब तक 99,06,387 लाख लोग कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं। रोजाना आधार पर दर्ज होने वाले नए कोरोना केसों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। इससे कोरोना के सक्रिय के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। देश में कोरोना के सक्रिय मामले घटकर 2,50,183 रह गए हैं।
बता दें कि दुनियाभर में .43 करोड़ से अधिक लोग वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं और 18.35 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से सर्वाधिक देशों में अमेरिका शीर्ष पर है। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत है। -
कल सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा ड्राई रन का किया जाएगा. ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं.
नई दिल्ली : भारत के सभी राज्यों में सिलेक्टेड साइट्स पर कल कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में होने वाले ड्राई रन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, वैक्सीन को लेकर देश में बहुत गंभीरता से प्रयास हो रहा है और कम से कम दो वैक्सीन ने अप्रूवल के लिए ड्रग कंट्रोलर के यहां आवेदन किया है.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 'पहले चरण में वैक्सीन के ड्राई रन के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. जैसे चुनाव के वक्त बूथ लेवल तक तैयारी की जाती है, वैसी ही तैयारी वैक्सीनेशन के लिए की है. पहले चरण में जिन लोगों को ये वैक्सीन दी जानी है, उनकी लिस्ट भी तैयार कर ली गई है. सबसे पहले वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी.'
सभी राज्यों में होगा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन2 जनवरी को सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा ड्राई रन का किया जाएगा. ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं.
ड्राई रन उसी तरह होगा जिस तरह वैक्सीन आने पर टीका कारण में बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी. इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा, उसे Co Win ऐप पर अपलोड किया जाएगा. माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेटमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण होगा. इसके अलावा टीकाकरण के बाद किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाओं AEFI यानी एडवरस इफेक्ट फॉलोविंग इम्यूनाइजेशन के प्रबंधन पर ड्राई रन का एक महत्वपूर्ण ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
चार राज्यों में सफल रहा ड्राई रनइससे पहले देश के चार राज्य- असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन सफलतापूर्वक किया जा चुका है. 28 और 29 दिसंबर को इन चारों राज्यों में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया.
बता दें, देश में कोरोना वायरस का आतंक जारी है. अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने भी भारत में दस्तक दे दी है. अब तक 25 से ज्यादा लोग इस नए वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. जिन लोगों के सैंपल नए स्ट्रेन से पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें राज्य सरकारों के जरिए निर्देश दिए गए अलग कमरे में आइसोलेट किया गया है.
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केरल में अप्रत्याशित घटना के तहत केन्द्र के नए विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ राज्य की पी. विजयन सरकार की तरफ से लाए गए प्रस्ताव का विधानसभा में बीजेपी के एक मात्र विधायक ओ. राजगोपालन ने समर्थन किया. इस प्रस्ताव में केन्द्रीय कानूनों की वापसी की मांग की गई है, जिसके विरोध में हजारों की तादाद में दिल्ली बॉर्डर पर पिछले एक महीने से भी ज्यादा वक्त से किसान आंदोलन कर रहे हैं.
बीजेपी विधायक के कदम से पार्टी को हैरानी
केरल बीजेपी ने अपने विधायक ओ. राजगोपालन के इस कदम पर हैरानी जताई है. केरल बीजेपी नेता केएस. राधाकृष्णन ने कहा- "मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि क्यों राजगोपालन जैसे व्यक्ति ने केन्द्र सरकार के खिलाफ यह कदम उठाया है जो हैरान करने वाला है. मुझे समझ नहीं आ रहा है. हर कोई जानता है कि एक सदस्य कुछ नहीं कर सकता है. लेकिन, उन्हें इस पर आपत्ति जाहिर करनी चाहिए थी. यह इच्छा और बीजेपी की भावना के खिलाफ है."
ओ. राजगोपालन बोले- कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए
सत्र के बाद राजगोपाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. मैंने कुछ बिंदुओ (प्रस्ताव में) के संबंध में अपनी राय रखी, इसको लेकर विचारों में अंतर था जिसे मैंने सदन में रेखांकित किया.’’ उन्होंन कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का पूरी तरह से समर्थन किया.’’
जब राजगोपाल का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया कि प्रस्ताव में तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है, तब भी उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने की बात कही. राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं।’’ राजगोपाल ने कहा कि यह लोकतांत्रिक भावना है.
जब राजगोपाल से कहा गया कि वह पार्टी के रुख के खिलाफ जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रणाली है और हमें सर्वसम्मति के अनुरूप चलने की जरूरत है. हालांकि, विशेष सत्र के दौरान सदन में राजगोपाल ने चर्चा के दौरान कहा था कि नए कानून किसानों के हितों की रक्षा करेंगे और बिचौलियों से बचा जा सकेगा. हालांकि, बाद में ओ. राजगोपालन ने कहा कि यह बयान कि मैं केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हूं, यह आधारहीन है.
गौरतलब है कि केरल विधानसभा के विशेष सत्र में बृहस्पतवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रस्ताव रखा जिसे सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ), विपक्षी कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) और भाजपा के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित किया गया. -
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉक्टर वीजी सोमानी ने गुरुवार को कहा है कि ऐसी संभावना है कि नए साल की शुरुआत के साथ हमारे हाथ में वैक्सीन आ सकती है. उनका यह इशारा शुक्रवार को वैक्सीन के इमरजेंसी यूज पर होने वाली अहम मीटिंग के पहले आया है.
नई दिल्ली : देश की ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी ने ऐसे इशारे किए हैं कि कोविड-19 के लिए स्वदेश निर्मित वैक्सीन जल्द ही आ सकती है. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉक्टर वीजी सोमानी ने गुरुवार को एक वेबिनार में कहा कि 'शायद नए साल की शुरुआत के साथ हमारे पास कुछ होगा.' उनका यह आश्वासन तब आया है, जब शुक्रवार को वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ की अनुमति को लेकर एक्सपर्ट पैनल की अहम मीटिंग होनी है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ही कहा कि 'कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीनेशन की तैयारियां आखिरी चरण में हैं. लोगों को भारत में बनाए गए वैक्सीन से वैक्सीनेट किया जाएगा.'
इसके पहले AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कहा कि भारत के पास भी जल्द ही वैक्सीन होगी. दरअसल, बुधवार को ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल के वैक्सीन को मंजूरी मिली है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट भी ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर यही वैक्सीन विकसित कर रहा है, ऐसे में इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने की संभावना प्रबल हो गई है.
डॉ. गुलेरिया ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, 'यह बहुत अच्छी खबर है कि एस्ट्राज़ेनेका को यूके के नियामक अधिकारियों द्वारा अपने टीके के लिए मंजूरी मिल गई है. उनके पास मजबूत डेटा है और भारत में वही वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया जा रहा है.' उन्होंने यह तक कहा कि भारत में वैक्सीन महीनों, हफ्तों की बजाय दिनों में उपलब्ध हो सकती है. -
नई दिल्ली : ब्रिटेन में मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडकट्स रेगुलेटर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/एल्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ब्रिटेन की सरकार ने कहा, 'ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी / एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने हेतु सरकार ने आज मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडकट्स रेगुलेटर एजेंसी की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है।'
इस मामले में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि 4 और 12 हफ्तों के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दिए जाने को मंजूरी मिली है। क्लिनिकल ट्रायल में वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई गई है। इसकी दूसरी डोज लेने के 14 दिन बाद तक मामला ना तो गंभीर पाया गया है और ना ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।
इस मामले में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि 4 और 12 हफ्तों के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दिए जाने को मंजूरी मिली है। क्लिनिकल ट्रायल में वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई गई है। इसकी दूसरी डोज लेने के 14 दिन बाद तक मामला ना तो गंभीर पाया गया है और ना ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।
अब ऐसे में माना जा रहा है कि ये वैक्सीन अगले हफ्ते से लोगों को दी जाने लगेगी। अभी ब्रिटेन में फिजर-बायोएनटेक की वैक्सीन 600,000 लोगों को टीकाकरण अभियान के तहत लगाई जा चुकी है। एक बयान में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि बुधवार को वैक्सीन की पहली डोज रिलीज की जाएंगी ताकि नए साल पर जल्द की वैक्सीन लगनी शुरू की जा सके। कंपनी की ब्रिटेन से कुल 100 मिलियन डोज सप्लाई करने को लेकर डील हुई है, पहली तिमाही में लाखों की संख्या में डोज सप्लाई किए जाने का उद्देश्य है। चूंकी ये दो डोज वाली वैक्सीन है, इस लिहाज से वैक्सीन ब्रिटेन के 50 मिलियन लोगों को दी जाएगी।
ब्रिटेन की सरकार ने बताया है कि बुधवार को वैक्सीनेशन और इम्यूनाइजेशन पर जॉइंट कमिटी ने सलाह दी कि कम समय अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज देने के बजाय सबसे पहले उन्हें वैक्सीन दी जाए जिन्हें वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है।
लंबे समय तक वायरस से बचाव के लिए इसकी दोनों डोज लेना काफी जरूरी है। ब्रिटेन सरकार के मंत्री माइकल गोव का कहना है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी मिलने से देशभर में लॉकडाउन को तेजी से कम किया जा सकता है, जिसने लाखों लोगों के क्रिसमस को फीका कर दिया था।
फिलहाल लंदन और दक्षिणी इंग्लैंड में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पतालों पर दवाब बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अधिक तेजी से फैलने वाला बताया जा रहा है। जिसने उन लोगों का भी देश से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है, जो यहां से दूसरे स्थान पर जाना चाहते थे। -
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों के अस्थायी निलंबन को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा.
नई दिल्ली : ब्रिटेन से भारत लौटे छह लोगों में कोरोना वायरस का नया स्वरूप (स्ट्रेन) पाया गया है. इस बीच विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों के अस्थायी निलंबन को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, “अगले एक या दो दिनों में हम यह पता कर लेंगे कि क्या कोई अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है अथवा मौजूदा अस्थायी निलंबन में हम कब से ढील देना शुरू कर सकते हैं.”
नागर विमानन मंत्रालय ने कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के मद्देनजर 23 से 31 दिसम्बर तक ब्रिटेन से भारत आने-जाने वाली उड़ानों को स्थगित कर दिया था. अब 31 दिसंबर के बाद भी उड़ानें रद्द रह सकती हैं.
बता दें कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना वायरस का यह नया प्रकार तेजी से फैलता है और अत्यधिक संक्रामक है.
स्ट्रेन के छह मामलेकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में जांच के लिए आए तीन नमूनों, हैदराबाद स्थित कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो नमूनों और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक नमूने में वायरस का नया स्वरूप पाया गया.
मंत्रालय ने बताया कि राज्य सरकारों ने इन सभी लोगों को चिह्नित स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में अलग पृथक-वास कक्षों में रखा है और उनके संपर्क में आए लोगों को भी पृथक-वास में रखा गया है. उसने बताया कि इन लोगों के साथ यात्रा करने वाले लोगों, उनके परिवार के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है. अन्य नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हालात पर निकटता से नजर रखी जा रही है और सतर्कता बढ़ाने, संक्रमण को रोकने, जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है.’’
सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.
मंत्रालय ने बताया कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर की आधी रात तक ब्रिटेन से आए करीब 33,000 यात्री विभिन्न भारतीय हवाईअड्डों पर उतरे. -
मेगास्टार रजनीकांत ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो अपनी राजनैतिक पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे. इसके पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वो 31 दिसंबर को अपनी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करेंगे.
नई दिल्ली : तमिलनाडु की राजनीति में कदम रखने की बात कर हलचल मचाने वाले 70 साल के मेगास्टार रजनीकांत ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो अपनी राजनैतिक पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे. इसके पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वो 31 दिसंबर को अपनी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करेंगे.
रजनीकांत ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मंगलवार को घोषणा की कि वो चुनावी राजनीति में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा है कि वो चुनावी राजनीति में शामिल हुए बिना ही जनसेवा करेंगे. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि 'मैं बहुत दुख के साथ कह रहा हूं कि मैं राजनीति में नहीं आ सकता. मुझे ही पता है कि यह घोषणा मैं कितने दुखी मन से कर रहा हूं. मेरे इस फैसले से मेरे फैंस और लोगों को निराशा होगी, लेकिन कृपया मुझे माफ कर दें.'
बता दें कि अभी पिछले हफ्ते ही उन्हें हाई ब्लड प्रेशर के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वो अपनी एक फिल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद में हैं, इसी दौरान शुक्रवार को उन्हें हाई बीपी की शिकायत हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से रविवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.
अस्पताल से आने के बाद उन्होंने चुनावी राजनीति में न आने की घोषणा की है, जबकि महीने की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि वो 31 दिसंबर तक अपनी पार्टी की घोषणा करेंगे और इसे जनवरी में लॉन्च किया जाएगा. उनकी चुनावी राजनीतिक पारी की शुरुआत की संभावना ने तमिलनाडु की राजनीति में हलचल पैदा कर दी थी. इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे कि अगर रजनी पॉलिटिक्स में आते हैं तो गठबंधन की क्या तस्वीर होगी? क्या वो किसी पार्टी का साथ चुनेंगे या नहीं?
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ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज नए म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है. 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच यूके से 33,000 लोग भारत आए थे, जिनमें से अबतक 114 संक्रमित पाए गए हैं.
नई दिल्ली : Mutant Coronavirus Strain : भारत में भी यूके वाले कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन (Coronavirus New Strain) की एंट्री हो गई है. ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज इस म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है. इनके संपर्क में आए करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन में रखा गया है. कुल 33,000 यात्री यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच आए थे, जिनमें से अभी तक 114 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया तो छह में नया स्ट्रेन मिला. इनमें से तीन सैंपल NIMHANS, बेंगलुरु, 2 CCMB, हैदराबाद और 1 NIV, पुणे में मिला है.
इन सभी मरीजों को उनके राज्यों में खास तौर पर तैयार हेल्थकेयर फैसिलिटी में रखा गया है. उनके करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन किया गया है. इसके अलावा, उनके सहयात्रियों, परिवार के अन्य सदस्यों और संपर्क में आए दूसरे लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. दूसरे नमूनों की भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है.
बता दें कि भारत के पहले नए म्यूटेंट कोरोनवायरस वाले स्ट्रेन के केस अब तक डेनमार्क, नेदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मानी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देशों में सामने आ चुके हैं.
ज्यादा संक्रामक माना जा रहा म्यूटेंट वायरस
सबसे पहले यूके में मिले इस वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन को पहले वाले वायरस से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. कोरोना का ये नया स्ट्रेन- जिसके वायरल जेनेटिक लोड में कम से कम 17 बदलाव हुए हैं- पहली बार दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में सितंबर में पहली बार मिला था. यह स्ट्रेन- B.1.1.7 - क्लीनिकल सीवीएरिटी या मृत्यु दर में कोई बदलाव नहीं करता है, लेकिन 70 प्रतिशत अधिक संक्रमणीय है.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 20 दिसंबर को घोषणा की थी कि ब्रिटेन में लंदन सहित कई इलाकों में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिला है, जो पहले से ज्यादा संक्रामक है. ब्रिटेन में पिछले कुछ दिनों में तेजी से संक्रमण बढ़ा भी था, जिसके बाद वहां तुरंत यूके के अधिकतर हिस्से में लॉकडाउन लगा दिया गया.
वायरस की जानकारी मिलने के एक दिन बाद ही भारत ने ब्रिटेन आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगाने की घोषणा कर दी थी. यह बैन 22 दिसंबर की रात 12 बजे से 31 दिसंबर की रात 12 बजे तक लागू किया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए वायरस को देखते हुए यूके से लौट रहे लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसिज़र भी जारी किया था. इसके तहत एयरपोर्ट पर ही यूके से लौट रहे यात्रियों का RT-PCR टेस्ट हो रहा था. पॉजिटिव पाए जाने वालों को बिल्कुल अलग आइसोलेशन में रखा जा रहा था. वहीं, इनके अंदर से मिले वायरस के जीनोम सीक्वेसिंग के लिए पुणे के नेशनल वाइरोलॉजी इंस्टीट्यूट भेजा जा रहा था. -
नई दिल्ली : Coronavirus in India: देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बेशक पहले से कम हुआ है लेकिन खतरा अब भी जारी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 20,021 नए मामले सामने आए हैं, इस दौरान 21,131 रिकवरी और 279 मौत भी दर्ज की गई हैं। देश में अब कुल मामलों की संख्या 1,02,07,871 हो गई है, जिसमें 97,82,669 रिकवरी, 2,77,301 सक्रिय मामले और 1,47,901 मौत शामिल हैं।
कोरोना वायरस के खातमे के लिए कई कंपनियों की वैक्सीन पर भी काम चल रहा है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि नए साल के शुरुआत से देश में टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।
देश में बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू करने से पहले सरकार भी हर तरह की तैयारी कर लेना चाहती है इसलिए आज और कल यानी दो दिन के लिए चार राज्यों में ड्राई रन का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें टीकाकरण से जुड़ी हर प्रक्रिया को किया जाएगा, ताकि इसकी कमियों और चुनौतियों का पता चल सके। ये चार राज्य आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम हैं।
ड्राई रन से जुड़ी जानकारी राज्य केंद्र सरकार को देंगे, ताकि वक्त रहते जरूरी सुधार किए जा सकें। सरकार की योजना कोरोना वायरस टीकाकरण के पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की है। दूसरी ओर देश के विभिन्न एयरपोर्ट पर भी वैक्सीन को स्टोर करने के लिए कोल्ड चेन पर काम चल रहा है।
जिसकी क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। यहां इस तरह से तैयारी की जा रही है कि ताकि वैक्सीन का परिहन और वितरण कार्य सुगमता से किया जा सके। इस तरह की तैयारी खासतौर पर पुणे एयरपोर्ट पर हो रही है, जहां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से आने वाले समय में वैक्सीन की बड़ी खेप निकलने की संभावना है।
यहां एएआई ने भारतीय वायुसेना से एयरपोर्ट से सटी 2.5 एकड़ जमीन मांगी है, ताकि एयरपोर्ट और एयरलाइंस को वैक्सीन के हब के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके। जमीन की अदला-बदली वाली इस योजना में बातचीत अंतिम चरण में है।
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किसान आंदोलन (Farmers Protest) का आज (शनिवार) 31वां दिन है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी को लेकर किसानों (Farmers Agitation) और केंद्र सरकार (Centre Govt) के बीच गतिरोध बरकरार है. किसान यूनियनों ने बातचीत के लिए सरकार की नई पेशकश पर विचार के लिए शुक्रवार को बैठक की थी. संगठनों में से कुछ ने संकेत दिया कि वे मौजूदा गतिरोध का हल खोजने के लिए केंद्र के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला कर सकते हैं. यूनियनों ने कहा कि शनिवार यानी आज उनकी एक और बैठक होगी, जिसमें ठहरी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए केंद्र के न्यौते पर कोई औपचारिक फैसला किया जाएगा. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि सरकार को उम्मीद है कि अगले दौर की बैठक दो-तीन दिनों में हो सकती है.
किसान आंदोलन से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1. किसान आंदोलन का आज (शनिवार) 31वां दिन है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं. अलग-अलग राज्यों से किसानों के धरनास्थल पर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. गाजीपुर बॉर्डर पर डटे किसानों का आरोप है कि UP और उत्तराखंड पुलिस-प्रशासन किसानों को वहां पहुंचने से रोक रहा है.
2. किसानों और सरकार के बीच अब तक 6 दौर की बैठकें हो चुकी हैं लेकिन सभी बेनतीजा रहीं. दो दिन पहले एक बार फिर सरकार ने किसानों को बातचीत का प्रस्ताव दिया था. इसी प्रस्ताव पर आज संयुक्त किसान मोर्चा की 2 बजे महत्वपूर्ण बैठक होगी. इस बैठक में देश के 40 किसान संगठन शामिल होंगे. इस मीटिंग में सरकार से बातचीत पर आखिरी फैसला होगा.
3. प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की उनकी मांग बनी रहेगी. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र के पत्र पर फैसला करने के लिए शनिवार को हमारी एक और बैठक होगी. उस बैठक में, हम सरकार के साथ बातचीत फिर शुरू करने का फैसला कर सकते हैं क्योंकि उसके पिछले पत्रों से प्रतीत होता है कि वह अब तक हमारे मुद्दों को नहीं समझ पाया है.''
4. उन्होंने कहा कि सरकार के पत्रों में कोई प्रस्ताव नहीं है और यही वजह है कि किसान संगठन नए सिरे से बातचीत करने और उन्हें अपनी मांगों को समझाने का फैसला कर सकते हैं. एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘MSP को इन तीन कानूनों को वापस लेने की हमारी मांग से अलग नहीं किया जा सकता है. इन कानूनों में निजी मंडियों का जिक्र किया गया है. यह कौन सुनिश्चित करेगा कि हमारी फसल तय MSP पर बेची जाए, अगर यह नहीं है?"
5. कई किसान यूनियनों की शुक्रवार को बैठक हुई लेकिन केंद्र के ताजा पत्र को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने विरोध कर रहे किसान यूनियनों को बृहस्पतिवार को एक पत्र लिखा और उन्हें नए सिरे से बातचीत के लिए आमंत्रित किया.
6. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने शुक्रवार को केंद्र से मांग की कि वह ट्रेनों की व्यवस्था करे, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे विरोध प्रदर्शनों तक पहुंच सकें. समिति ने कहा कि वे सभी किसानों के टिकटों के खर्च का भुगतान करने के लिए तैयार हैं.
7. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को 'अटल संवाद' कार्यक्रम के जरिए किसानों के बीच थे. पीएम मोदी ने 'पीएम किसान सम्मान निधि' के तहत 9 करोड़ किसानों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग राज्यों के किसानों से बात की थी.
8. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने किसानों से नए कृषि कानूनों को लेकर सवाल-जवाब किए और सभी किसानों ने इन कानूनों को उनके हित में बताया था. पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां किसानों को भ्रमित कर अपना राजनीतिक एजेंडा साध रही हैं.
9. वहीं दूसरी ओर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे किसान शुक्रवार को यहां राजमार्ग पर खटकड़ गांव व नरवाना के बद्दो वाला के पास टोल के सामने एकत्र हुए और उन्होंने थाली बजाकर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का विरोध किया. किसानों ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं कर दिए जाते हैं, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.
10. बहरहाल जिस तरह किसान तीनों कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं और केंद्र सरकार इनके फायदे गिना रही है, जाहिर है किसानों और सरकार के बीच यह गतिरोध जल्द खत्म नहीं होने वाला है. दिल्ली बॉर्डर पर कई किसानों की मौत भी हो चुकी है और राजधानी में बढ़ती ठंड इसका एक बड़ा कारण है. किसान साफ कह रहे हैं कि अब वह इतना आगे आ चुके हैं और उनके पास बगैर अपनी मांगें पूरी करवाए पीछे लौटने का विकल्प नहीं है. -
जेनेवा : कोरोना वायरस (COVID-19) का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद दुनिया दहशत में है। यूरोप के आठ देशों में अब तक कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसकी जानकारी दी है। संगठन ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूगे ने कहा कि ने कहा कि ऐसा लग रहा पिछले स्ट्रेन के विपरित नया स्ट्रेन युवाओं में तोजी से फैल रहा है। एहतियात बरतना काफी महत्वपूर्ण है। इसके प्रभाव के बारे में पता लगाने के लिए अनुसंधान जारी है।
पिछले हफ्ते, ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बारे में पहली बार जानकारी मिली थी। विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार का संक्रमण अन्य SARS-CoV-2 वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। नए स्ट्रेन के आने के बाद, कई देशों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। डब्ल्यूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना वायरस (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित किया था।
दुनियाभर में कोरोना के 7.98 करोड़ मामले
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनियाभर में कोरोना के 7.98 करोड़ मामले सामने आ गए हैं। वहीं 17.4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां अभी तक कोरोना के एक करोड़ 87 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं।
वहीं तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भारत इस मामले में दूसरी नंबर पर है। यहां अभी तक एक करोड़ 47 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। एक लाख 47 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
इसके अलावा ब्राजील में 74 लाख, रूस में 29 लाख, फ्रांस में 26 लाख। ब्रिटेन में 22 लाख, तुर्कि में 21 लाख, इटली 20 लाख, स्पेन में 18 लाख, जर्मनी में 16 लाख मामले सामने आ गए हैं। -
दिल्ली की सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले चार हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं.
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर एक महीने से किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बटन दबाकर जारी कर दी. देश के 9 करोड़ से ज्यादा किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये तत्काल रूप से ट्रांसफर हो गए. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने छह राज्यों के किसानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत भी की.
अरुणाचल के किसान के साथ संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि आपकी फसल का कोई कांट्रैक्ट करेगा तो जमीन भी चली जाएगी. इतना झूठ बोल रहे हैं.'
"किसानों की खुशी में ही मेरी खुशी"देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'किसानों के जीवन मे खुशी, हम सभी के जीवन में खुशी बढ़ा देती है. आज का दिवस तो बहुत ही पावन भी है. किसानों को आज जो सम्मान निधि मिली है, उसके साथ ही आज का दिन कई अवसरों का संगम बनकर भी आया है.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'मुझे आज इस बात का अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है.'
विपक्ष पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, 'स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जनता बहुत बारीकी से देख रही है. जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते वो दल यहां किसान के नाम पर दिल्ली के नागरिकों को परेशान करने में लगे हुए हैं, देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं. जो लोग 30-30 साल तक बंगाल में राज करते थे, एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा को लेकर उन्होंने बंगाल को कहां से कहां लाकर खड़ा कर दिया है, ये सारा देश जानता है.'
"केरल में आंदोलन करके वहां तो APMC चालू करवाओं.."पीएम मोदी अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर जमकर बरसे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं इन दलों से पूछता हूं कि यहां फोटो निकालने के कार्यक्रम करते हो, जरा केरल में आंदोलन करके वहां तो APMC चालू करवाओं. पंजाब के किसानों को गुमराह करने के लिए आपके पास समय है, केरल में यह व्यवस्था शुरू कराने के लिए आपके पास समय नहीं है. क्यों आप लोग दोगली नीति लेकर चल रहे हो.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, "किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा. ये लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी- बूटी खोज रहे हैं. ये वही लोग हैं जो वर्षों तक सत्ता में रहें. इनकी नीतियों की वजह से देश की कृषि और किसान का उतना विकास नहीं हो पाया जितना उसमें सामर्थ्य था. पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बर्बाद छोटा किसान हुआ."
पीएम मोदी के संबोधन की अन्य बातें-
आप न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर अपनी उपज बेचना चाहते हैं? आप उसे बेच सकते हैं. आप मंडी में अपनी उपज बेचना चाहते हैं? आप बेच सकते हैं. आप अपनी उपज का निर्यात करना चाहते हैं ? आप निर्यात कर सकते हैं. आप उसे व्यापारी को बेचना चाहते हैं? आप बेच सकते हैं.
हमने इस लक्ष्य पर भी काम किया की देश के किसान के पास खेत में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा हो. हम दशकों पुरानी सिंचाई योजनाओं को पूरा करने के साथ ही देशभर में Per Drop-More Crop के मंत्र के साथ माइक्रो इरीगेशन को भी बढ़ावा दे रहे हैं.
हम इस दिशा में भी बढ़े कि फसल बेचने के लिए किसान के पास सिर्फ एक मंडी नहीं बल्कि नए बाजार हो. हमने देश की एक हजार से ज्यादा कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा. इनमें भी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो चुका है.
इन कृषि सुधार के जरिए हमने किसानों को बेहतर विकल्प दिए हैं. इन कानूनों के बाद आप जहां चाहें जिसे चाहें अपनी उपज बेच सकते हैं. आपको जहां सही दाम मिले आप वहां पर उपज बेच सकते हैं.
आपको बता दें, पीएम-किसान योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6000 रुपये भेजे जाते हैं. 2,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है. इसी योजना के तहत आज पीएम मोदी ने 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. यह कार्यक्रम ऐसे समय हुआ, जब दिल्ली की सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं. -
नई दिल्ली : भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को देश-विदेश से भी बड़े स्तर पर समर्थन मिल रहा है। किसानों को मिल रहे समर्थन से केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है, इसी बीच अब अमेरिका में भी किसानों के आंदोलन को लेकर हलचल शुरू हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका के सात प्रभावशाली सांसदों ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को पत्र लिख भारतीय विदेश मंत्रालय के समक्ष किसान आंदोलन का मुद्दा उठाने की अपील की है। माइक पोम्पिओ को पत्र लिखने वाले संसदों में भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल हैं।
किसान आंदोलन को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को लिखे खत में सांसदों ने कहा, 'भारत में किसान आंदोलन का मुद्दा अमेरिका में रह रहे सिखों से भी जुड़ा हुआ है। वह पंजाब से संबंध रखते हैं, एक महीने से जारी किसान आंदोलन से भारतीय-अमेरिकी लोगों पर प्रत्यक्ष तौर पर असर पड़ रहा है, क्योंकि उनके परिवार को लोग इस आंदोलन से जुड़े हुए हैं।
अमेरिका में रहने वाले सिख भारत में अपने परिवार वालों को लेकर चिंतित हैं। इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए हम आपसे आग्रह करते हैं कि इस मामले को भारतीय समकक्ष के समक्ष उठाया जाए।' किसानों ने यह भी कहा कि वह मौजूदा कानून के अनुपालन में राष्ट्रीय नीति निर्धारण के लिए भारत सरकार के अधिकार का सम्मान करते हैं।
बता दें कि अमेरिकी सांसदों से पहले किसान आंदोलन को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कुछ सप्ताह पहले टिप्पणी की थी। जस्टिन ट्रूडो और अमेरिकी सांसदों की प्रतिक्रिया पर भारत सरकार ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और ये उसका आंतरिक मामला है।
भारत सरकार ने पहले ही विदेशी नेताओं और राजनैतिकों के बयान का जवाब देते हुए इसे गलत सूचित और अनुचित बताया था। -
नई दिल्ली : भारत में निर्मित कोरोना वायरस की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' वैश्विक तौर पर सबका ध्यान आकर्षित कर रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने यह जानकारी दी है।इस सिलसिले में आइसीएमआर की तरफ से एक ट्वीट किया गया है। इसमें उन्होंने लिखा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ आइसीएमआर और भारत बायोटेक के सहयोग से तैयार की गई स्वदेशी कोवैक्सीन को उल्लेखनीय उपलब्धि मिल रही है।'
ICMR ने कहा, 'पहले चरण और दूसरे चरण में COVAXIN परीक्षण परिणामों ने तीसरे चरण के परीक्षणों के लिए प्रोत्साहित किया है, जो वर्तमान में 22 साइटों पर चल रहा है।'गुरुवार को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने स्वदेशी रूप से विकसित COVID-19 वैक्सीन 'कोवाक्सिन' के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए वॉलंटियर्स को आमंत्रित किया। जिन 22 साइटों पर परीक्षण चल रहा है उनमें से एक एम्स भी है।
एम्स ने एक विज्ञापन में कहा, 'एम्स, नई दिल्ली COVAXIN के तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल के लिए एक साइट है। यह इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और भारत बायोटेक द्वारा प्रायोजित वैक्सीन है।' AIIMS के एक डॉक्टर डॉ. संजय के राय ने विज्ञापन के माध्यम से बताया कि पहले और दूसरे चरण का परीक्षण (सुरक्षा और प्रतिरक्षण) पहले ही पूरा हो चुका है। -
देशभर की नगरपालिकाओं में डोंगरगढ़ का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ
एक जनवरी 2021 को दिए जाएंगे पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ आवास बनाने वाले हितग्राही भी पुरस्कृत होंगे
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आवासहीनों को आवास उपलब्ध कराने की दिशा में छत्तीसगढ़ शासन को मिली उपलब्धियों की भारत सरकार ने सराहना की है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के मोर जमीन मोर मकान योजना के समावेशी मॉडल की प्रशंसा करते हुए राज्य को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली नगरपालिकाओं की श्रेणी में डोंगरगढ़ को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार एक जनवरी 2021 को दिया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा आज प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के बहुप्रतीक्षित सम्मान समारोह की घोषणा की गयी। एक जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में वर्चुअल समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य को स्पेशल कैटेगॉरी में पुरस्कृत किया जाएगा।
समारोह में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री, भारत सरकार श्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहेंगे। समारोह में मोर ज़मीन मोर मकान योजना के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ आवास बनाने वाली छत्तीसगढ़ के हितग्राही श्रीमती अंजू साहू (धमतरी), श्रीमती मुमताज़ बेगम (धमतरी) एवं श्रीमती ममता वर्मा (कवर्धा) को भी सम्मानित किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने राज्य की जनता, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग एवं सभी नगरीय निकायों को बधाई देते हुए सभी बेघर व्यक्तियों को पक्का आवास उपलब्ध कराए जाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।नगरीय प्रशसान एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभाग, नगरीय निकायों एवं सम्मानित किए जा रहे हितग्राहियों को बधाई दी है। उन्होंने आगे भी इसी प्रकार का प्रदर्शन जारी रखने की उम्मीद जताई है। -
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध जारी। इस बीच कांग्रेस ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की योजना बनाई है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की।उन्हें कानूनों के खिलाफ दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपा। इस मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सरकार से संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर नए कानूनों को वापस लेने की बात कही।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा व रणदीप सुरजेवाला समेत 64 कांग्रेसी नेताओं को गुरुवार सुबह हिरासत में ले लिया गया। सभी को कुछ घंटे तक मंदिर मार्ग थाने में रखकर बाद में छोड़ दिया गया। बता दें कि मार्च के लिए दिल्ली पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी और राष्ट्रपति से तीन नेताओं को मिलने की अनुमति मिली थी।
इसके बाद भी राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। कांग्रेस नेताओं के हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं बचा है। यह आपकी कल्पना में हो सकता है, लेकिन वास्तविकता में नहीं है।
विपक्षी दल किसानों और मजदूरों के साथ
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा, ' मैंने राष्ट्रपति से कहा कि ये कृषि कानून किसान विरोधी हैं। देश ने देखा है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हुए हैं। मैं पीएम को बताना चाहता हूं कि ये किसान तब तक घर वापस नहीं जाने वाले हैं, जब तक इन कृषि कानूनों को रद नहीं किया जाता।
सरकार को संसद का संयुक्त सत्र बुलाना चाहिए और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। विपक्षी दल किसानों और मजदूरों के साथ खड़े हैं। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी पूंजीपतियों के लिए पैसे बना रहे हैं। किसान हो, मजदूर हो या मोहन भागवत ही क्यों ना हों, जो भी उनके खिलाफ खड़ा होने की कोशिश करेगा, उसे आतंकी कहा जाएगा।
किसान हटेगा नहीं- राहुल
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, 'मैं एडवांस में चीज बोल देता हूं, मैंने कोरोना के बारे में बोला था कि नुकसान होने जा रहा है। उस समय किसी ने बात नहीं सुनी। आज मैं फिर से बोल रहा हूं किसान, मजदूर के सामने कोई भी शक्ति खड़ी नहीं हो सकती। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मजदूर घर चले जाएंगे।'
चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली- राहुल
राहुल ने यह भी कहा, ' चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली है, प्रधनमंत्री उसके बारे में कुछ क्यों नहीं कहते? आप सिस्टम को तोड़ रहे हैं, किसान,मजदूर को मार रहे हैं और बाहर से ताकतें देख रही हैं और कह रही हैं कि नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान को कमजोर कर रहे हैं, हमारे लिए अच्छे अवसर बनने जा रहे हैं।' उन्होंने आगे आरोप लगाया कि केवल तीन-चार लोग सिस्टम चला रहे हैं और कहा कि पार्टी इससे लड़ रही है।
किसानों की शिकायत सुनना और निवारण करना सरकार की जिम्मेदारी- प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यह सरकार काफी अभिमानी है। वह केवल अपनी राजनीति कर रही है और किसानों और जवानों का सम्मान नहीं करती है। किसानों का सम्मान करने की जरूरत है, उन्हें देश विरोधी बताना अपराध है। किसानों की शिकायत सुनना और उनकी शिकायतों का निवारण करना सरकार की जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं मिली
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी दीपक यादव ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं के राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि, तीन नेताओं को राष्ट्रपति भवन जाने की अनुमति दी गई है। किसान संगठन केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 29 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। पिछले महीने 26 नवंबर से ही उनका प्रदर्शन जारी है।
राष्ट्रपति से पहले भी मिल चुके हैं राहुल
कांग्रेस के सांसद के सुरेश ने समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी विपक्षी नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और किसानों के मुद्दे को हल करने के लिए ज्ञापन सौंपा था, लेकिन राष्ट्रपति और सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत
बता दें कि गतिरोध को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार ने रविवार को किसान नेताओं को नए दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया। नए कृषि कानूनों के लेकर सरकार ने किसानों के साथ अब तक कई दौर की बातचीत की है। आठ दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान यूनियनों के 13 प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। हालांकि, एक दिन बाद, किसान नेताओं ने केंद्र द्वारा भेजे गए एक प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। -
नई दिल्ली : अगले साल की शुरुआत से भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण का टीका लगने की संभावना के बीच दिल्ली में भी सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने तैयारी तेज कर दी है।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को एक अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर तैयारी के संबंध में चर्चा हुई।इसके बाद दोपहर में आयोजित डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी कि दिल्ली में 50 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी, जिनमें तीन लाख लोग फ्रंटलाइन वर्कर होंगे।इनमें डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब टीका आने का इंतजार है, हमारी ओर से पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर को पहले चरण में टीका उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। कुलमिलाकर 50 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जाएगा।
डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि दिल्ली में कोरोना वैक्सीन को लेकर पूरी तैयारी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में जल्द ही 1.15 करोड़ कोरोना वैक्सीन के डोज के स्टोरेज की व्यवस्था हो जाएगी। टीका लगाने के लिए स्टाफ का भी चयन कर लिया गया है, जिन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। टीका लगाने के बाद अगर किसी में दिक्कत आई तो इसका भी इंतजाम किया जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के तकरीबन 51 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इनमें हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के वो लोग भी शामिल हैं, जिन्हें प्रथम चरण में टीका लगाया जाना है।
बृहस्पतिवार को हुई बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी शिरकत की। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा था कि दिल्ली में सरकार ने टीके को रखने एवं उसे बांटने के लिए सभी तरह का प्रबंध कर लिया है। उन्होंने बताया कि टीका आने का मतलब यह नहीं है कि वायरस का खतरा पूरी तरह खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में ब्रिटेन से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है। हम उन सभी यात्रियों की पहचान व जांच शुरू कर चुके हैं। उन्होंने मंगलवार को ब्रिटेन से आए यात्रियों में से पांच के संक्रमित होने के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार जागरूक है और हम हर जरूरी इंतजाम कर रहे हैं।अगर हम नियमों का पालन करेंगे, तो हमें वायरस के किसी भी स्वरूप से घबराने की आवश्यकता नहीं है। दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बेड के सवाल का जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल सिर्फ 2,800 बेड पर ही मरीज हैं और लगभग 50 फीसद आइसीयू बेड भी उपलब्ध हैं।गौरतलब है कि मंगलवार को संक्रमण दर आठ महीनों में सबसे कम रही है। साथ ही लगातार चार दिनों से एक हजार से कम नए मामले आए हैं। दिल्ली सरकार प्रतिदिन 80 हजार टेस्ट कर रही है। उन्होंने बताया कि देशभर में सबसे कम संक्रमण दर दिल्ली में है। -
नई दिल्ली : ब्रिटेन में आई कोरोना की नई स्ट्रेन का असर फिलहाल भारत पर नहीं दिख रहा है। देश में ब्रिटेन में मिले कोरोना की नई स्ट्रेन का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। भारत की बात करें तो यहां कोरोना वायरस महामारी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 24 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान देश में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के अब तक 1 करोड़ 1 लाख 23 हजार 778 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसमें से करीब 97 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या भी घट रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के एक्टिव केस फिलहाल 2 लाख 83 हजार 849 है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। देश में फिलहाल कोरोना से 96 लाख 93 हजार 173 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 1 लाख 46 हजार 756 हो गया है।
सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट
देश में कोरोना से सक्रिय मामले लगातार कम हो रहे हैं। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 5,391 एक्टिव केस कम हुए हैं। इससे एक्टिव केस की दर 2.80% हो गई है। इसके साथ रिकवरी भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना से 29,791 लोग ठीक हुए हैं। इससे रिकवरी दर बढ़कर 95.75% हो गया है। भारत की कोरोना मृत्यु दर फिलहाल 1.45% है।
देश में साढ़े 16 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट
देश में कोरोना की जांच का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। देश में साढ़े 16 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में बुधवार(23 दिसंबर) तक 16,53,08,366 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 10,39,645 टेस्ट कल किए गए हैं।