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-अनिल बेदाग़-
मुंबई : अग्रणी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी स्टार्ट-अप्स में से एक बाज़ बाईक्स ने भारत में नई पीढ़ी के इलेक्ट्रिक व्हीकल इकोसिस्टम की शुरूआत की है। गिग डिलीवरी राइडरों को सुरक्षित एवं सुविधाजनक फास्ट ग्रीन मोबिलिटी उपलब्ध कराने के लिए कंपनी ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली में पहले मेड-इन-इंडिया स्मार्ट-रग्ड इलेक्ट्रिक स्कूटर का लॉन्च किया जो इंटेलीजेन्ट स्वैपेबल बैटरी, ऑटोमेटेड बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क एवं फ्लीट मैनेजमेन्ट टूल्स से लैस है।
भारत के दोपहिया लॉजिस्टिक्स बाज़ार में लागत प्रभावी एवं आधुनिक समाधान उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ बाज़ बाईक्स ने परपज़-बिल्ट इलेक्ट्रिक स्कूटर का लॉन्च किया है, जिसे खासतौर पर गिग वर्कर्स की रोज़मर्रा की परिवहन संबंधी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में उतारा गया है। इन-हाउस टीम द्वारा डिज़ाइन और विकसित किए गए इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमत रु 35,000 (एक्सशोरूम, दिल्ली) है, जो अपने रग्ड फीचर्स के साथ गिग डिलीवरी राइडरों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इलेक्ट्रिक स्कूटर से बैटरी को अलग कर स्कूटर की कीमत प्रभावी रूप से कम की गई है, ऐसे में यह गिग राइडरों के लिए ज़्यादा किफ़ायती हो गया है।
खरीददार बाज़ के ऑथोराइज़्ड रेंटल पार्टनर नेटवर्क से इलेक्ट्रिक स्कूटर किराए पर ले सकते हैं। बाज़ इन स्कूटरों को छोटे पैमाने की डीलरशिप्स को बेचेगा, जहां से गिग डिलीवरी राइडर इन्हें किराए पर ले सकते हैं। इस तरह ‘लोकल फॉर वोकल’ के दृष्टिकोण के साथ यह सूक्ष्म-उद्यमिता को बढ़ावा देगा। बाज़ा स्वैपिंग नेटवर्क पे-एज़-यू-मुव मॉडल पर काम करेगा, जिससे गिर डिलीवरी राइडरों के लिए लागत बहुत कम हो जाएगी।
इस अवसर पर श्री अनुभव शर्मा, चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर, बाज़ बाईक्स ने कहा, ‘‘स्थायी परिवहन को बढ़ावा देने वाले अग्रणी प्लेयर के रूप में हम गिग राइडरों की सुरक्षा और सम्पूर्ण संतोष को ध्यान मं रखते हुए उच्च गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स लेकर आते हैं और आधुनिक इकोसिस्टम का निर्माण करते हैं। हमारे सभी प्रोडक्ट्स और सेवाओं को इन-हाउस डिज़ाइन एवं विकसित किया जाता है, ताकि राइडरों को सड़क पर वाहन चलाते समय किसी तरह की चिंता न रहे, उन्हें आसान चार्जिंग सुविधाएं मिल सकें और साथ ही स्कूटर चलाने की लागत भी कम की जा सके। वर्तमान में हम क्लस्टर दृष्टिकोण पर काम कर रहे हैं, जहां हम दिल्ली में 4-5 किलोमीटर के दायरे में अपने वाहन लॉन्च करते हैं। अगले 8 महीनों में हमने इस मॉडल को कई क्लस्टर्स में दोहराने का लक्ष्य रखा है, ताकि नेटवर्क की अधिकतम उपयोगिता को सुनिश्चित करते हुए पूरी दिल्ली को बाज़ इकोसिस्टम से कवर किया जा सके। नेटवर्क के विकास के साथ, हम बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं के लिए नए अवसर लेकर आएंगे।’
ईवी की संभावनाओं एवं कंपनी के दृष्टिकोण पर बात करते हुए श्री शुभम श्रीवास्तव, चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, बाज़ बाईक्स ने कहा, ‘‘हमारा हर डिज़ाइन बुनियादी ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाता है। कमर्शियल सेगमेन्ट में वाहनों का रफ इस्तेमाल होता है, ऐसे में अगर वाहन का रखरखाव ठीक से न किया जाए तो उसकी स्थिति जल्दी खराब हो जाती है। अपने प्रोडक्ट्स डिज़ाइन करते समय हम ऐसे इलेक्ट्रिक स्कूटर का विकास करना चाहते थे, जो इन सभी चुनौतियों को हल कर सके और गिग राइडरों का सच्चा साथी साबित हो। राइडरों की मौजूदा ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए हमने मजबूत मैटेलिक एक्सोस्केलेटन बनाया, जिसमें सभी चीज़ों को भीतर की ओर करके इसे भव्य लुक दिया। इसके अलावा स्कूटर की डिलीवरी के समय आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ हर ज़रूरी सहयोग भी दिया जाता है।’
भारत के डिलीवरी सेगमेन्ट की बात करें तो राइडर को रोज़ाना 100 किलोमीटर से ज़्यादा वाहन चलाना पड़ता है, ऐसे में वाहन के डाउनटाईम के लिए कोई जगह नहीं होती। बाज़ स्कूटर का मजबूत स्टील एक्ज़ोस्केलेटन इसकी चेसीज़ और भीतरी की ओर मौजूद इंटेलीजेन्ट प्रॉपराइटरी कम्पोनेन्ट को सुरक्षित रखता है। इसके प्रॉपराइटरी सस्पेंशन की वजह से गड्ढों में झटके कम लगते हैं। इस तरह कमर्शियल इस्तेमाल के बावजूद भी वाहन को लम्बी लाईफ मिलती है।
बाज़ एनर्जी पॉड्स एआईएस 156 के अनुरूप सुरक्षा फीचर्स के साथ आते हैं, जो उन्हें थर्मल मैनेजमेन्ट फेम रिटारडेन्ट बनाते हैं। इन्हें आईपी68 रेटिंग भी दी गई है, ऐसे में सामान्य परिस्थितियों में वॉटरप्रूफ और शॉकप्रूफ हैं। -
-अनिल बेदाग़-
~अक्षय कुमार ने किया कैम्पेन का आगाज़ ~
मुंबई : त्योहारी सीज़न के मद्देनज़र स्टिंग® ने भारत में सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट और फाइनेंशियल सर्विसेज़ कंपनी और QR एवं मोबाइल पेमेंट्स की दुनिया में दिग्ग्ज पेटीएम के साथ भागीदारी की घोषणा की है। इसके चलते, ग्राहकों को मिलेगा जोरदार और पैसों का मोल दिलाने वाली पेशकश का लाभ, जो उनके त्योहारी उल्लास को और अधिक उमंग से भर देगी। इस ऑफर के चलते, स्टिंग® की 250 एमएल पेट बॉटल की खरीद पर, ग्राहकों को पहली बार पेटीएम यूपीआई ट्रांज़ैक्शन के साथ प्रोमो कोड दर्ज करने पर, जो कि लेबल के पिछली तरफ दिया गया है, मिलेगा 40 रु कैशबैक का लाभ।इस त्योहारी पेशकश के साथ ही, स्टिंग ने एक रोचक कैम्पेन भी जारी किया है जिसमें ब्रैंड एंबैसडर और सुपरस्टार अक्षय कुमार दिखायी देंगे। यह टीवीसी ग्राहकों को हर पल स्टिंग® की कैन-डू-एनर्जी के साथ जिंदगी का लुत्फ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।
इस मज़ेदार फिल्म की पृष्ठभूमि में एक टेनिस मैच चल रहा है और अक्षय कुमार ग्राहकों को ब्रैंड की जबर्दस्त ऑफर के बारे में बता रहे हैं। टीवीसी में, हम देखते हैं कि 20 रु मूल्य की स्टिंग बॉटल की खरीदारी पर अक्षय को मिलता है 40 रु का कैशबैक* जो अपनी टेनिस पार्टनर को इस ऑफर के बारे में बताते हैं। वह अविश्वास में पड़ जाती है और कहती है कि अगर यह सच है तो फिर अक्षय टेनिस भी अकेले ही खेल सकते हैं, जो कि दो लोगों के बीच खेला जाने वाला गेम है। अक्षय अब स्टिंग® का एक घूंट भरते हैं, और ऐसा करते ही वे इतनी ऊर्जा से भर जाते हैं कि टेनिस के मैच को अकेले ही पूरा करते हैं जबकि उनकी पार्टनर हैरानी से देखती रह जाती है। वह हैरान होकर देखती है कि उसके फोन पर उसे 40 रु का कैशबैक मिला है।
इस ऑफर और टीवीसी के बारे में, नसीब पुरी, सीनियर मार्केटिंग डायरेक्टर, एनर्जी, हाइड्रेशन एंड फ्लेवर्स, पेप्सिको इंडिया ने कहा, ''हम इस अभूतपूर्व ऑफर के लिए पेटीएम के साथ हाथ मिलाते हुए खुशी महसूस कर रहे हैं जो ग्राहकों को भी इस त्योहारी सीज़न में रोमांचित करेगी। स्टिंग के बारे में मशहूर है कि वह ऐसी चीज़ें करने वाला ब्रैंड है जो पहले किसी ने नहीं किया। और यह हमारी हर बात में दिखायी देता है। इस कैम्पेन के जरिए हम अपनी इसी पहचान को जारी रखते हुए ग्राहकों को उनके पहले पेटीएम यूपीआई ट्रांज़ैक्शन पर डबल कैशबैक का लाभ दिला रहे हैं। यह ऑफर ग्राहकों को उनके पहले यूपीआई ट्रांज़ैशन पर कैशबैक की गारंटी देती है। हम इस ऑफर को लेकर रोमांचित हैं और हमें उम्मीद है कि इससे त्योहारों के इस सीज़न में लोग और जोश से भर जाएंगे।''
फिल्म के बारे में, ब्रैंड एंबैसडर अक्षय कुमार ने कहा, ''मैं स्टिंग की इस अभूतपूर्व ऑफर से बेहद खुश हूं जो कि पेटीएम के साथ मिलकर की गई है। स्टिंग के ‘कैन डू’ दर्शन और जिंदगी के रैगुलर पलों को भी मौज-मस्ती से भर देने की फिलॉसफी जिंदगी के हर पल का भरपूर लुत्फ लेने के मेरे दर्शन से मेल खाती है। यह टीवीसी इसी जबर्दस्त एनर्जी को दर्शाता है। मुझे यकीन है कि यह ऑफर इस साल त्योहारों के अवसरों पर ग्राहकों के जीवन में खुशियां भर देगी।'' -
एजेंसी
मूडीज ने कहा कि एयरपॉड्स और बीट्स हेडफोन को भारत में बनाने की एपल की योजना से उसका विश्वास और बढ़ गया है। इससे चीन पर इसकी पूरी निर्भरता नहीं रहेगी।
आईफोन निर्माता एपल ने चीन के बजाय भारत में मैन्यूफैक्चरिंग को लेकर एक और बड़ा कदम उठाया है। इसने अपनी आपूर्ति करने वाली कंपनियों से कहा है कि वे कुछ एयरपॉड्स और बीट्स हेडफोन भारत में बनाना शुरू करें। जापानी अखबार निक्केई के मुताबिक, एपल का यह कदम आईफोन 14 को भारत में बनाने की योजना के बाद आया है। मंगलवार को खबरों में कहा गया कि भारत से आईफोन का निर्यात 5 महीने में 8,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है।
चीन की सख्त लॉकडाउन नीति और अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव के कारण एपल चीन पर निर्भरता कम करना चाहती है। कंपनी भारत में उत्पादन बढ़ाने के लिए कई आपूर्तिकर्ताओं से बात कर रही है। आईफोन एसेंबल करने वाली फॉक्सकॉन भारत में बीट्स हेडफोन बनाने की तैयारी भी कर रही है। बाद में इसका उत्पादन शुरू हो सकता है। चीन में एयरपॉड्स बनाने वाली लक्शेयर प्रेसिसन भी भारत में एपल की मदद के लिए तैयार है।
मूडीज ने कहा कि एयरपॉड्स और बीट्स हेडफोन को भारत में बनाने की एपल की योजना से उसका विश्वास और बढ़ गया है। इससे चीन पर इसकी पूरी निर्भरता नहीं रहेगी। एपल के उत्पाद में आईफोन के बाद एयरपॉड्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। सालाना सात करोड़ से अधिक यूनिट की बिक्री होती है। अगले साल मार्च तक 20,000 करोड़ रुपये के आईफोन के निर्यात होने की उम्मीद है। चीन में सालाना 23 करोड़ आईफोन तैयार होते हैं जबकि भारत में केवल 30 लाख ही तैयार हो रहे हैं। -
-अनिल बेदाग़-
बेंगलूरु/मुंबई : त्योहारी सीजन की तैयारियों के तहत् भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने पूरे भारत में फैशन खरीदारों के लिए वैश्विक फैशन की एक विस्तृत श्रृंखला लाने के लिए सैन फ्रांसिस्को के समकालीन फैशन ब्रांड बेबे के ऑनबोर्डिंग की घोषणा की है। बेबे की करीब 1,000 यूनिक स्टाइल्स की स्टाइलिश कैटलॉग देश भर के महानगरों और टियर 2+ शहरों में फ्लिपकार्ट के लाखों ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी। बेबे को अपने प्लेटफॉर्म पर पेश करने के साथ ही फ्लिपकार्ट इस त्योहारी सीजन में ग्राहकों के लिए कई रोमांचक लॉन्च की तैयारी कर रहा है। यह ऐसे महत्वपूर्ण समय में आया है, जब लोग, विशेष रूप से बड़े पैमाने पर प्रीमियम सेगमेंट के खरीदार, स्टाइलिश फैशन विकल्पों की तलाश में हैं।
फ्लिपकार्ट देश के छोटे नगरों और शहरों में फ्लिपकार्ट की पहुंच के माध्यम से बेबे को नए खरीदारों तक पहुंचने में सक्षम बनाएगा। यह लॉन्च अपने फैशन पोर्टफोलियो का लगातार विस्तार करने और देश भर में फैशन चाहने वालों के लिए नवीनतम ट्रेंड्स सुलभ बनाने के लिए फ्लिपकार्ट की प्राथमिकता के अनुरूप है। ग्राहक परिधान और एक्सेसरीज़ में कई प्रकार के आकर्षक स्टाइल में से अपनी पसंद के उत्पाद चुन सकते हैं। 800 रुपये की शुरुआती कीमत में बेबे सेलेक्शन में टॉप, ड्रेस, हैट, को-ऑर्ड सेट, डेनिम्स, स्लीपवियर, एक्टिववियर और लिंगरीज शामिल हैं, जो अब फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है। बेबे का विकास का दृष्टिकोण फ्लिपकार्ट के साथ इस साझेदारी के माध्यम से भारत में अधिक से अधिक खरीदारों को जोड़ना है।
ऑनबोर्डिंग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फ्लिपकार्ट फैशन के वाइस प्रेसिडेंट संदीप करवा ने कहा, ‘‘आज लाखों ग्राहक फैशन सेलेक्शन के माध्यम से ई-कॉमर्स और फ्लिपकार्ट पर आते हैं और फ्लिपकार्ट ने वर्षों से ग्राहकों के बीच उनकी फैशन जरूरतों के लिए एक मजबूत संबंध बनाया है। हमने सेलेक्शन को सुदढ़ बनाना जारी रखा है और बेबे उत्पादों की लॉन्चिंग इस यात्रा को और बढ़ाएगी तथा देश भर के प्रत्येक उपभोक्ता के लिए नवीनतम ट्रेंड्स को सुलभ बनाने में मदद करेगी। फैशन की बात करें तो पिछले दो वर्षों में उपभोक्ताओं की पसंद में जबरदस्त बदलाव आया है, क्योंकि यह एथलीजर जैसी नई आला श्रेणियों तक पहुंच गया है। बेबे की लॉन्चिंग ऐसे समय में हुई है जब भारत भर में महानगरों से लेकर टी2+ क्षेत्रों तक लोग त्योहारों के मौसम के लिए अपने वार्डरोब को अपग्रेड करना चाहते हैं।’’ब्लूस्टार अलायंस के मालिक और सीओओ राल्फ गिंडी ने कहा, ‘‘फ्लिपकार्ट हमारे ब्रांड को और फैशन-केंद्रित उपभोक्ताओं को ऑनलाइन कैसे शामिल करना है, इसे अच्छी तरह समझती है। हम इस रोमांचक बाज़ार में बेबे के खरीदार तक पहुंचने के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।’’
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-अनिल बेदाग़-
मुंबई : अनुबंध लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस के बाजार में दुनिया की प्रमुख कंपनी, डीएचएल सप्लाई चेन (डीएचएल) ने आज भारत में अगले पाँच साल में 500 मिलियन यूरो का निवेश करने की घोषणा की है। यह निवेश कंपनी की वेयरहाउसिंग क्षमता, कार्यबल और स्थायित्व की पहलों को देश में उल्लेखनीय ढंग से बढ़ाने के लिये किया जाएगा। इस निवेश के साथ डीएचएल भारत में पूर्ण-स्वामित्व वालीं, बड़ी और कई ग्राहकों वालीं साइट्स की मालिक होगी और परिचालन करेगी। इससे ग्रुप के मौजूदा पोर्टफोलियो में बारह मिलियन वर्गफीट वेयरहाउसिंग क्षेत्र जुड़ेगा।
बढ़ी हुई वेयरहाउसिंग क्षमता वृद्धि कर रहे सेक्टरों को प्रभावी ढंग से सेवा देने पर लक्षित है, जैसे ई-कॉमर्स, रिटेल, कंज्यूमर, लाइफ साइंसेस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एवं विनिर्माण और ऑटोमोटिव। यह वेयरहाउसेस डिजिटल टेक्नोलॉजी के तेज समाधानों से सक्षम होंगे, जैसे असिस्टेड पिकिंग रोबोट्स, इनडोर रोबोटिक ट्रांसपोर्ट, इंटेलिजेंट प्रोसेस ऑटोमेशन, वियरेबल डिवाइसेस, वॉइस पिकिंग, इनवेंटरी मैनेजमेंट रोबोट्स और एल्गोरिदमिक ऑप्टिमाइजेशंस।
डीएचएल सप्लाई चेन के सीईओ ऑस्कर डे बोक ने कहा, “दुनिया की मौजूदा आर्थिक और भूराजनैतिक अनिश्चितताओं के बावजूद हमें एशिया पैसिफिक क्षेत्र में वृद्धि की भारी क्षमता दिखाई देती है, जिसमें भारत का उल्लेखनीय योगदान है। एक सक्रिय, स्थिर और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत देश वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका निवेश-अनुकूल और उद्यमशीलता का माहौल भारत को अपने निवेश में तेजी लाने के लिए ड्यूश पोस्ट डीएचएल समूह के लिए एक पसंदीदा स्थान बनाता है। अत्यंत योग्य युवा प्रतिभा के समृद्ध भंडार और अभिनव डिजिटल उद्यमियों के कारण भारत डीएचएल सप्लाई चेन में हमारे वैश्विक अनुबंध लॉजिस्टिक्स व्यवसाय के लिये एक पसंदीदा केन्द्र है और हमारी प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है।”
डीएचएल सप्लाई चेन इंडिया प्रमुख मेट्रो शहरों, जैसे बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और पुणे में डीएचल के पूर्ण-स्वामित्व और कई ग्राहकों वालीं साइट्स में बारह मिलियन वर्गफीट क्षमता जोड़ेगी। यह भारत के कुल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सबसे अधिक योगदान देने वाले शहरों में शामिल हैं। इसके अलावा, तेजी से वृद्धि कर रही प्रांतीय राजधानियों और टियर 2 शहरों में कई ग्राहकों वाली साइट्स निर्मित हो रही हैं, जैसे अंबाला, बद्दी, कोचिन, कोयंबटूर, गुवाहाटी, सानंद, हैदराबाद, जयपुर, इंदौर, लखनऊ, भुवनेश्वर, होसुर और विशाखापटनम।
डीएचएल सप्लाई चेन इंडिया अगले 12 से 18 महीनों में बेंगलुरु और पुणे में दो नये बिजनेस सपोर्ट सेंटर्स (बीएससी) भी खोलेगी, ताकि ग्राहकों की मांग को पूरा कर सके। अभी मुंबई, गुरूग्राम और चेन्नई में कंपनी तीन बिजनेस सपोर्ट सेंटर्स (बीएससी) चलाती है। यह बीएससी भारत और दुनिया में कंपनी के ग्राहकों को मूल्यवर्द्धित सेवाएं 24x7 प्रदान करते हैं, जैसे कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय ट्रांसपोर्ट कंट्रोल टावर्स, फैसला लेने में सहयोग के लिये व्यवसाय विश्लेषण, फ्राइट बिल ऑडिट पेमेंट (एफबीएपी), ऑर्डर टू कैश (ओ2सी), एलएलपी कंट्रोल टावर्स और इसी प्रकार की अन्य सहयोग सेवाएं शामिल हैं।
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-अनिल बेदाग़-
मुंबई/बेंगलुरू : मांग के आधार पर सेवाएं उपलब्ध कराने वाले देश के प्रमुख प्लेटफॉर्म स्विगी ने आज स्विगी स्किल्स एकेडमी की शुरुआत करने की घोषणा की जो खासतौर पर तैयार किया गया, विभिन्न प्रकार की कुशलताएं उपलब्ध कराने वाला बहुभाषी प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म स्विगी के डिलिवरी पार्टनर्स और उनके बच्चों के लिए उपलब्ध होगा।
स्विगी स्किल्स एकेडमी, सीखने और विकास संबंधी विभिन्न अवसरों का मुफ्त ऐक्सेस उपलब्ध कराएगी, ताकि स्विगी के डिलिवरी पार्टनर पेशेवर और व्यक्तिगत तौर पर आगे बढ़ सकें और इस शुरुआती कदम के दम पर वे भविष्य के लिहाज़ से तैयार पेशेवर बनने के लिए ज़रूरी कुशलताएं हासिल कर सकें।
एकेडमी के कोर्स का कॉन्टेंट, स्विगी के डिलिवरी पार्टनर्स की महत्वाकांक्षाओं को बेहतर तरीके से समझने के लिए किए गए विस्तृत अध्ययन पर आधारित है। इन महत्वाकांक्षाओं में मौजूदा भूमिका को बेहतर तरीके से निभाने के लिए ज़रूरी कुशलताएं हासिल करने, स्विगी में नई ज़िम्मेदारियां हासिल करने, दोस्तों और परिवार के बीच सम्मान हासिल करने से लेकर स्विगी से आगे नए अवसरों के लिए उन्हें तैयार करना शामिल है। इसी के हिसाब से स्विगी स्किल्स एकेडमी में चार प्रमुख आधार होंगे- स्किल्स फॉर ऑल यानी सभी के लिए कुशलताएं, स्किल्स फॉर ग्रोथ यानी वृद्धि के लिए कुशलताएं, स्किल्स फॉर लाइफ यानी जीवन के लिए कुशलताएं और स्किल्स फॉर चिल्ड्रेन यानी बच्चों के लिए कुशलताएं।
इस वर्ष जून में स्विगी ने "स्किल्स फॉर ऑल" और "स्किल्स फॉर चिल्ड्रेन" के अंतर्गत मुंबई और हैदराबाद में एक महीने के पायलट का सफलतापूर्वक संचालन किया। "स्किल्स फॉर ऑल" पायलट में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अंग्रेज़ी बोलने और वित्तीय प्रबंधन से जुड़े कोर्स में दिलचस्पी दिखाई। डिलिवरी पार्टनर्स के बच्चों ने "स्किल्स फॉर चिल्ड्रेन" पायलट के अंतर्गत गणित सीखने और रीडिंग कॉम्प्रिहेंसन के कोर्स पूरे किए। ये दो पिलर स्विगी के सभी 3 लाख से ज़्यादा डिलिवरी पार्टनर्स के लिए उपलब्ध हैं, वहीं "स्किल्स फॉर ग्रोथ" और "स्किल्स फॉर लाइफ" अगले कुछ महीनों में उपलब्ध होगा।
मिहिर राजेश शाह, हेड, ऑपरेशंस, स्विगी ने कहा, "इस डिजिटल प्रधान अर्थव्यवस्था में हमारे डिलिवरी पार्टनर्स के पास ऐसी कुशलताएं होनी चाहिए जो उन्हें आगे बढ़ने और नए अवसरों के लिए तैयार होने में मदद कर सकें। स्विगी ऐसे सशक्त डिलिवरी पार्टनर्स का समूह तैयार करने पर ज़ोर दे रही है जो कुशल हों, आत्मविश्वास से भरपूर हों और स्विगी के भीतर व बाहर, दोनों जगह सफलता हासिल करने के लिए तैयार हों।"
इस प्रयास के बारे में, गिरीश मेनन, प्रमुख, ह्यूमन रिसोर्स, स्विगी ने कहा, "स्विगी स्किल्स के साथ हमने अपने पार्टनर्स के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी पूरी करने की दिशा में एक कदम बढ़ाया है जिसका ध्यान उनकी वृद्धि व प्रगति के लिए नए अवसर तैयार करने पर है। डिलिवरी पार्टनर्स को सीखने और विकास करने के अवसर उपलब्ध कराने से उन्हें न सिर्फ अपनी मौजूदा भूमिका निभाने में लाभ होगा, बल्कि ये कोर्स लंबी अवधि की उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने और सफलता हासिल करने में भी काफी मददगार साबित होंगे।"
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एजेंसी
45वीं वार्षिक आम बैठक में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शेयर होल्डर्स को संबोधित करते हुए कहा कि बेहद सस्ता 5जी स्मार्टफोन विकसित करने के लिए गूगल के साथ काम कर रहे हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की एजीएम 29 अगस्त यानी आज अपने तय समय दो बजे शुरू हो गई है। 45वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) को चेयरमैन मुकेश अंबानी संबोधित किया। अंबानी ने जियो 5जी को इस दिवाली पर लॉन्च करने की घोषणा की। पहले चरण में मेट्रो शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता में यह सुविधा मिलेगी। दिसंबर 2023 तक 18 महीनों में पूरे भारत को कवर करने के लिए इसे अन्य शहरों और कस्बों में तेजी से विस्तारित किया जाएगा।
नई गीगा फैक्ट्री की घोषणा
अंबानी ने कहा कि अंबानी ने कहा कि पिछले साल मैंने जामनगर में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स की स्थापना की घोषणा की थी, ताकि चार गीगा फैक्ट्रियां स्थापित की जा सकें। आज, मैं पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए हमारी नई गीगा फैक्ट्री की घोषणा करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि सोलर पीवी मैन्युफैक्चरिंग के लिए हमने आरईसी सोलर का अधिग्रहण किया है। जामनगर में आरईसी तकनीक पर आधारित हमारी 10GW सोलर पीवी सेल और मॉड्यूल फैक्ट्री, 2024 तक उत्पादन शुरू कर देगी और 2026 तक 20GW क्षमता तक बढ़ जाएगी।
रिलायंस कंज्यूमर इलेक्ट्रानिक्स के देश के 7000 शहरों में 8700 स्टोर होंगेःउत्तराधिकार योजना के तहत मुकेश अंबानी ने बेटी ईशा का परिचय रिलायंस समूह के खुदरा कारोबार के अगुवा के रूप में कराया। ईशा अंबानी ने कहा रिलायंस रिटेल ने 2 लाख करोड़ रुपये के टर्नओवर और 12,000 करोड़ रुपये के EBITDA का गौरवपूर्ण रिकॉर्ड हासिल किया है और यह एशिया के शीर्ष दस खुदरा विक्रेताओं में से एक है। रिलायंस रिटेल की रणनीति लाखों छोटे व्यापारियों के साथ जुड़ने और उन्हें समृद्ध होने के लिए एक मंच प्रदान करने की है। दो साल पहले लॉन्च होने के बाद से, इसने मर्चेंट पार्टनर्स बेस को 20 लाख से अधिक पार्टनर्स तक बढ़ा दिया है।
Jio की महत्वाकांक्षी 5G रोलआउट योजना दुनिया में सबसे तेज होगी। Jio 5G दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत 5G नेटवर्क होगा। अन्य ऑपरेटरों के विपरीत, Jio का 5G नेटवर्क 4G नेटवर्क पर zero dependency के साथ स्टैंड-अलोन होगा। अखिल भारतीय ट्रू-5G नेटवर्क बनाने के लिए, Jio ने कुल 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
फेसबुक, गूगल और क्वाल्कॉम के साथ करार के बारे में बात करते हुए अंबानी ने कहा कि बेहद सस्ता 5जी स्मार्टफोन विकसित करने के लिए गूगल के साथ काम कर रहे हैं।
अंबानी की खास बातें
चेयरमैन मुकेश अंबानी ने शेयर होल्डर्स को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की समृद्धि में रिलायंस ओगदान बढ़ाएगा। ग्लोबल संकट के समय भारत मजबूत हुआ है। रिलायंस रिटेल ने सबसे ज्यादा नौकरियां दीं। मुकेश अंबानी ने पीएम मोदी के पंच प्राण के संकल्प को तारीफ की, उन्होंने कहा है कि हम भारत का ध्यान रखते हैं। हम इस दुनिया को ध्यान रखते हैं।उन्होंने कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में व्याप्त तनाव के बीच भारत वृद्धि एवं स्थायित्व के एक प्रकाश-स्तंभ के तौर पर उभरा है। उन्होंने कहा, ''दुनिया के कई हिस्सों में गंभीर आर्थिक तनाव है। गंभीर भू-राजनीतिक संकट वैश्विक जोखिमों से अनिश्चितता की स्थिति पैदा हुई है। ऐसे समय में भारत एक प्रकाश-स्तंभ के तौर पर उभरकर सामने आया है।'' उन्होंने कहा कि ईंधन, खाद्य उत्पादों एवं उर्वरकों की कीमतें बढ़ने से हर किसी की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती मुद्रास्फीति और आपूर्ति संबंधी गतिरोधों की वजह से आज वैश्विक अर्थव्यवस्था के सामने मंदी का खतरा मंडराने लगा है।
कंपनी की इनकम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल कंपनी का रेवन्यू 47 प्रतिशत तक बढ़ गया है। 100 अरब डॉलर के रेवन्यू को क्रॉस करने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी। कंपनी ने लाखों लोगों को नौकरी दी। जिसमे रिलायंस रिटेल सबसे ऊपर रहा है।
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एजेंसी
एपल ने कंपनी से कांट्रेक्ट के आधार पर जुड़े लगभग सौ नियोक्ताओं को, जो कि दुनिया की सबसे बहुमूल्य कंपनी एपल के लिए कर्मचारियों की बहाली का काम करते थे उन्हें हटा दिया है।
गूगल की अपने कर्मचारियों को ‘ब्लड इन द स्ट्रीट्स’ की चेतावनी जारी करने के बाद अब एपल ने भी कई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी ने अपनी हायरिंग और स्पेंडिंग में कमी लाने के लिए यह कदम उठाया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार एपल ने कंपनी से कांट्रेक्ट के आधार पर जुड़े लगभग सौ नियोक्ताओं को, जो कि दुनिया की सबसे बहुमूल्य कंपनी एपल के लिए कर्मचारियों की बहाली का काम करते थे उन्हें हटा दिया है।
जिन कर्मचारियों का कान्ट्रैक्ट रद्द किया गया है उन्हें कपनी की ओर से कहा गया है कि उन्हें दो हफ्ते का भुगतान और मेडिकल सुविधाएं मिलेंगीं। वहीं, इस रिपोर्ट के अनुसार ऐसे नियोक्ता जो कंपनी के साथ फुल टाइम कर्मचारी के रूप में जुड़े हैं उन्हें रिटेन किया गया है। एपल ने हटाए गए कर्मियों को कहा है कि यह छंटनी कंपनी की वित्तीय जरूरतों को देखते हुए की गई है।
कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव टीम कुक ने पिछले महीने कहा था कि एपल अपने खर्चे सोच-समझकर करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टीम कुक ने कहा था कि हम मंदी के दौरान निवेश करने में विश्वास करते हैं। कंपनी कर्मियों की नियुक्त जारी जारी रखेगी और अलग जरूरी क्षेत्रों में खर्च करेगी पर ऐसा वह बाजार के हालात को देखते हुए करेगी।
इससे पहले, टेक वर्ल्ड की दिग्गज कंपनी गूगल ने अपने कर्मचारियों को अगर परिणाम नहीं आने पर छंटनी की चेतावनी दी थी। गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने इसी महीने कहा है कि वे कंपनी के कंर्मचारियों के वर्क आउटपुट से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने कहा था कि कंपनी की उत्पादकता जितनी होनी चाहिए उससे कम है।
गूगल ने दी छंटनी की चेतावनी, कहा- सड़कों पर खून बहेगा...आर्थिक संकट व मंदी की आशंका से घबराई विश्व की बड़ी टेक कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। गूगल की मालिकाना कंपनी अल्फाबेट के वरिष्ठ अफसरों ने भी कर्मियों को चेताते हुए कड़े शब्दों में कहा, ‘सड़कों पर खून बहेगा... छंटनी के लिए तैयार रहें।’ तीसरी तिमाही के परिणामों में कमाई अच्छी नहीं रही तो छंटनी हो सकती है। इसकी वजह वैश्विक मंदी की आशंका है।
गूगल क्लाउड में सेल्स विभाग के अधिकारियों ने अधीनस्थों से कहा, प्रदर्शन सुधारें। बाकी विभागों से भी उत्पादकता बढ़ाने को कहा गया है। इस संदेश के बाद गूगल के कर्मियों में डर का माहौल है। इसी महीने गूगल ने नई भर्तियां रोकने की नीति को बढ़ाया था। यहां जुलाई में 2 हफ्ते के लिए भर्तियां रोकी गई थी। अप्रैल से जून की दूसरी तिमाही में उम्मीद से कम कमाई और राजस्व देखा गया। यहां राजस्व वृद्धि 13% रही जो पिछले साल इसी तिमाही में 62% थी। एजेंसी
एपल ने निकाले 100 अनुबंधित कर्मचारीविश्व की सबसे बड़ी कंपनी एपल ने 100 अनुबंधित कर्मचारियों को पिछले हफ्ते निकाल दिया। इसे खर्च में कमी लाने वाला कदम बताया। भर्तियों को भी नियंत्रित किया जा रहा है। निकाले गए कर्मचारियों से कहा गया कि कंपनी की मौजूदा कारोबारी जरूरतों के अनुसार बदलाव किए जा रहे हैं। उन्हें सिर्फ अगले दो हफ्ते ही वेतन व चिकित्सा बीमा लाभ मिलेंगे। उनसे कंपनी द्वारा दी गई चीजें वापस लौटाने को कहा गया है। अनुबंधित कर्मचारी एपल के लिए तकनीकी सपोर्ट और कस्टमर सर्विसेज जैसे काम करते हैं। एपल की कई सेवाओं के क्षेत्रीयकरण का जिम्मा इनके पास होता है। इन्हें पूर्णकालिक कर्मियों से कम सुविधाएं मिलती हैं।
अधिकतर टेक कंपनियां मुसीबत में
इस समय अमेरिका की अधिकतर टेक कंपनियां मुश्किल में हैं। उनकी ओर से भर्तियां रोकी गई हैं या धीमी कर दी गई हैं। कुछ तो कर्मचारियों को निकाल भी रही हैं। इनमें लिंक्डइन, मेटा, एपल, टि्वटर, स्नैप, स्पॉटीफाई, इंटेल प्रमुख हैं।
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अनिल बेदाग़
मुंबई : दूसरी सबसे बड़ी इंडियन ऑयल मार्केटिंग कंपनी और भारत की प्रमुख एकीकृत ऊर्जा कंपनियों में से एक भारत पेट्रोलियम ने वर्ल्ड बायोफ्यूल डे (विश्व जैव ईंधन दिवस) के अवसर पर भारत में जैव ईंधन के रणनीतिक महत्व को एक बार फिर रेखांकित किया है।
पारंपरिक जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधन के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल 10 अगस्त को विश्व जैव ईंधन दिवस मनाया जाता है। यह दिन सर रूडोल्फ क्रिश्चियन कार्ल डीजल (डीजल इंजन के आविष्कारक) द्वारा किए गए शोध प्रयोगों का सम्मान करता है, जिन्होंने 1893 में मूंगफली के तेल के साथ एक इंजन को चलाया था।
भारत में जैव ईंधन किसानों की आय में सुधार, आयात में कमी, रोजगार सृजन, अपशिष्ट से धन सृजन, स्वच्छ पर्यावरण, स्वास्थ्य लाभ आदि क्षेत्रों में सहायता करेगा। मौजूदा जैव विविधता का इस्तेमाल स्थानीय आबादी के लिए संपत्ति जुटाने के लिहाज से किया जा सकता है। इस दिशा में सूखी भूमि का उपयोग करके इसका बेहतर उपयोग किया जा सकता है और इस तरह सस्टेनेबल डेवलपमेंट में भी योगदान किया जा सकता है।
2020-21 में 551 अरब डॉलर की लागत से भारत का पेट्रोलियम का शुद्ध आयात 185 मीट्रिक टन था। अधिकांश पेट्रोलियम उत्पादों का उपयोग परिवहन में किया जाता है। इसलिए एक सफल ई20 कार्यक्रम देश को प्रति वर्ष 1 बिलियन डॉलर यानी 30,000 करोड़ रुपए की बचत करा सकता है।
वर्ल्ड बायोफ्यूल डे के अवसर पर बीपीसीएल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर-रिटेल श्री पी.एस. रवि ने कहा, ‘‘इंडस्ट्री में बीपीसीएल एथेनॉल के लिहाज से एक समन्वयक और अग्रणी भूमिका में है और हम सरकार के एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल कार्यक्रम में योगदान देने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं। भारत जैसे बढ़ते राष्ट्र के लिए ऊर्जा सुरक्षा हासिल करना और एक निम्न कार्बन वाली अर्थव्यवस्था की तरफ कदम बढ़ाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पेट्रोल के साथ स्थानीय रूप से उत्पादित एथेनॉल का मिश्रण भारत को अपनी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने, आयात को कम करने, स्थानीय उद्यमों और किसानों को ऊर्जा अर्थव्यवस्था में भाग लेने में सक्षम बनाने और कई अन्य लाभों के बीच वाहनों के उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगा।’’
एथेनॉल एक कम प्रदूषणकारी ईंधन है और कम लागत पर समान दक्षता प्रदान करता है। कृषि योग्य भूमि की व्यापक उपलब्धता, खाद्यान्न और गन्ने के बढ़ते उत्पादन के कारण एकत्र होने वाला अधिशेष, संयंत्र आधारित स्रोतों से एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए टैक्नोलॉजी की उपलब्धता और वाहनों को इसके अनुकूल बनाने की जरूरत जैसे कारणों से एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल ई20 को न केवल एक राष्ट्रीय अनिवार्यता बनाता है, बल्कि एक महत्वपूर्ण रणनीतिक आवश्यकता भी बनाता है।
बीपीसीएल ने ओएमसी के साथ 131 एलटीओए पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत प्रति वर्ष लगभग 757 करोड़ लीटर क्षमता वाले एथेनॉल संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा गया है। एथेनॉल की कमी वाले राज्यों में उन्होंने रेलवे माल ढुलाई के माध्यम से अधिशेष राज्यों से घाटे वाले राज्यों में एथेनॉल को स्थानांतरित करने और घाटे वाले राज्यों में उच्च मिश्रण सुनिश्चित करने के लिए भी पहल की है।
बीपीसीएल ओडिशा के बरगढ़ में एक इंटीग्रेटेड 2जी और 1जी बायो एथेनॉल रिफाइनरी स्थापित कर रहा है। बायो-एथेनॉल रिफाइनरी एथेनॉल की उत्पादन क्षमता को लगभग 6 करोड़ लीटर प्रति वर्ष तक बढ़ाएगी। रिफाइनरी में फीडस्टॉक के रूप में बायोमास का उपयोग करते हुए 2जी एथेनॉल की प्रति दिन 100 केएल और फीडस्टॉक के रूप में चावल के अनाज का उपयोग करते हुए 100 केएलपीडी 1जी बायो इथेनॉल की डिजाइन उत्पादन क्षमता है। -
अनिल बेदाग़
हीरा उद्योग महिलाओं द्वारा सबसे अधिक पोषित उद्योग है-हेमा मालिनी
हेमा मालिनी ने आईआईजेएस प्रीमियर 2022 के 38वें संस्करण का उद्घाटन किया
मुंबई : भारत में रत्न और आभूषण व्यापार की शीर्ष संस्था जीजेईपीसी ने आज अपना प्रमुख शो आईआईजेएस प्रीमियर 2022 शुरू किया। शो का उद्घाटन सुश्री हेमा मालिनी, संसद सदस्य, कॉलिन शाह, अध्यक्ष, जीजेईपीसी; विपुल शाह, वाइस चेयरमैन, जीजेईपीसी; शैलेश संगानी, संयोजक, राष्ट्रीय प्रदर्शनी, जीजेईपीसी; और सब्यसाची रे, कार्यकारी निदेशक, जीजेईपीसी सहित अन्य। यह शो 4 से 8 अगस्त तक बॉम्बे एग्जिबिशन सेंटर, मुंबई में आयोजित किया जा रहा है।प्रदर्शकों और आगंतुकों की संख्या के संदर्भ में, आईआईजेएस को दुनिया के सबसे बड़े शो में से एक के रूप में जाना जाता है, जिसमें 1790 से अधिक प्रदर्शक अपने उत्कृष्ट रत्नों और आभूषणों का प्रदर्शन करते हैं, और प्रदर्शनी क्षेत्र के 65000+ वर्ग मीटर में फैले हुए हैं। इस शो में 37000 से अधिक पूर्व-पंजीकृत व्यापार आगंतुक हैं, जिसमें भारत के 800+ शहरों और 80+ देशों के 1200 अंतर्राष्ट्रीय आगंतुक शामिल हैं।श्रीमती हेमा मालिनी, माननीय संसद सदस्य, लोकसभा ने देवी लक्ष्मी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त की और कहा, "मैं दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रत्न और आभूषण शो, इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो का उद्घाटन करने के लिए वास्तव में सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं इस प्रदर्शनी में विभिन्न और अनोखे गहनों को देखकर बहुत चकित हूं। हर बूथ पर कुछ न कुछ अलग होता है। मुझे लगता है कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से इसे बनाने के लिए 4 दिन बहुत कम हैं। हीरा उद्योग वास्तव में अपने स्तर पर उत्कृष्ट है, और यह विशेष रूप से महिलाओं द्वारा सबसे अधिक पोषित उद्योग है। इस तरह की पहल के साथ, आप एक उद्योग के रूप में अर्थव्यवस्था में बहुत योगदान दे रहे हैं, और यह हमारे प्रधान मंत्री के लक्ष्य को आत्मनिर्भर भारत प्राप्त करने के लिए गति प्रदान करेगा। ”जीजेईपीसी के अध्यक्ष कॉलिन शाह ने कहा, "आईआईजेएस प्रीमियर हर गुजरते साल के साथ उच्च मानक स्थापित करना जारी रखता है। यह शो वह प्रेरक शक्ति बन गया है जिसने वैश्विक रत्न और आभूषण उद्योग में भारत के नेतृत्व की स्थिति को कायम रखा है। दुबई में आईजेईएक्स और इस साल के अंत में दुबई में इंटरनेशनल जेम एंड ज्वैलरी शो के साथ आईआईजेएस जैसी पहल, सरकार द्वारा निर्धारित 45.7 बिलियन अमरीकी डालर के जीएंडजे निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन देगी। -
एजेंसी
एयरटेल ने कन्फर्म कर दिया है कि वह इस महीने के खत्म होने से पहले अपनी 5G सर्विस की शुरुआत कर देगा। कंपनी ने 5G सर्विस के लिए एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग के साथ 2.5 बिलियन डॉलर की डील की है।
एयरटेल यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। आपको इस महीने के आखिर तक 5G इंटरनेट स्पीड मिलनी शुरू हो जाएगी। कंपनी ने कन्फर्म कर दिया है कि वह अगस्त खत्म होने से पहले अपनी 5G सर्विस की शुरुआत कर देगी। एयरटेल ने 5G सर्विस को शुरू करने के लिए एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग को अपना नेटवर्क पार्टनर बनाया है। इन तीनों कंपनियों के साथ एयरटेल ने 5G इक्विपमेंट सप्लाई के लिए 2.5 बिलियन डॉलर (19,750 करोड़ रुपये से भी ज्यादा) की डील की है। एयरटेल ने 5G स्पेक्ट्रम ऑक्शन में 900MHz, 1800MHz, 2100MHz, 3300MHz और 26GHz फ्रीक्वेंसी में 19867.8MHz स्पेक्ट्रम को अक्वायर किया है।
इन शहरों के यूजर्स को सबसे पहले मिलेगी 5G स्पीडशुरुआती फेज में एयरटेल अपनी 5G सर्विस को बड़े मेट्रो शहर और कुछ अर्बन सेंटर्स में शुरू कर सकता है। माना जा रहा है कि कंपनी अपनी 30 हजार से ज्यादा साइट्स को एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग से मिलने वाले 5G इक्विपमेंट्स से अपग्रेड करेगी। एक रिपोर्ट के अनुसार एयरटेल की 5G सर्विस को सबसे पहले दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नै और ऐसे ही कुछ दूसरे बड़े शहरों के यूजर यूज कर पाएंगे। इस बारे में कंपनी आने वाले दिनों में जानकारी दे सकती है।
नेटवर्क अग्रीमेंट हुआ पूराएयरटेल ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, 'हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एयरटेल अगस्त में 5G सेवाओं को शुरू करेगा। हमारे नेटवर्क अग्रीमेंट फाइनल हो चुके हैं और एयरटेल दुनिया भर के टॉप टेक्नोलॉजी पार्टनर्स के साथ काम करेगा ताकि यूजर्स को 5जी कनेक्टिविटी का पूरा फायदा मिल सके।" रिलीज में कंपनी ने आगे कहा कि कई पार्टनर्स के होने से एयरटेल 5G सर्विसेज में फैली अल्ट्रा-हाई-स्पीड, लो लेटेंसी और बड़े डेटा को बेहतर ढंग से मैनेज कर पाएगा, ताकि यूजर्स को 5G स्पीड का शानदार एक्सपीरियंस दिया जा सके।
जियो और वोडाफोन-आइडिया से टक्करदेश की दूसरी टेलिकॉम कंपनियां- रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया की तरफ से अभी 5G रोलआउट के बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है। हाल में आई टेलिकॉम टॉक की एक रिपोर्ट की मानें तो जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर 15 अगस्त को जियो 5G सर्विस रोलआट का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, इन तीनों कंपनियों की तरफ से 5G सर्विस के रोलआउट होने की अभी कोई ऑफिशियल डेट नहीं दी गई है। तीनों कंपनियां सबसे पहले अपनी 5G सर्विस को शुरू करने की रेस में हैं। ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि कौन इस रेस में फर्स्ट आता है।
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अनिल बेदाग़
देश भर के 500 से अधिक शहरों में खरीदारों-विक्रेताओं को जोड़ने का पेपरफ्राई इरादा
मुंबई : भारत में पेपरफ्राई का सबसे बड़ा वेयरहाउस पडघा फुलफिलमेंट सेंटर 285000 स्क्वायर फ़ीट क्षेत्र में फैला हुआ है और उसमें करीबन 52 फ़ीट ऊंचाई की सात मंज़िले फर्नीचर से भरी हुई हैं। यह फुलफिलमेंट सेंटर भारत के पश्चिमी क्षेत्र में पेपरफ्राई परिचालन के केंद्र के रूप काम करता है।पड़घा वेयरहाउस स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स से संबंधित अत्याधुनिक बुनियादी सुविधाओं से लैस है। इसमें एक ऑटोमेटेड इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम है जो पेपरफ्राई को मुंबई और आसपास के इलाकों में लगातार बढ़ रहे अपने ग्राहकों को बेहतर ढंग से सेवाएं देने में सक्षम बनाती है। प्रमुख हाईवे और परिवहन केंद्रों के करीब होने की वजह से यहां से ग्राहकों को ऑर्डर पहुंचाना आसान हो जाता है। पडघा से पेपरफ्राई के कुल ट्रैफिक में से 60% को संभाला जाता है, जो हर दिन लगभग 2000 बॉक्सेस के बराबर है।जुलाई 2021 से जून 2022 के दौरान पेपरफ्राई के कुल आपूर्ति श्रृंखला व्यवसाय ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। 24 घंटे के भीतर 9.8 लाख शिपमेंट डिलीवर किए गए और ट्रांसपोर्ट में माल का नुकसान 2% से कम रहा। डिलीवरी की समयसीमा को कम करने पर पेपरफ्राई लगातार ध्यान केंद्रित कर रहा है और पिछले 6 महीनों में उन्होंने ऑर्डर को पूरा करने में लगने वाले समय को 37% तक कम करने में सफलता हासिल की है।पेपरफ्राई ने बिग-बॉक्स आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण किया है, जिसमें देश भर के 500+ शहरों में खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने का उनका इरादा है। पेपरफ्राई के प्लेटफॉर्म पर 17,000 से अधिक उत्पाद हैं, और 10,000 पिन कोड को ऑर्डर्स पहुंचाई जाती हैं। 30 से ज़्यादा वितरण केंद्रों और ग्राहकों के घरों तक डिलीवरी करने वाले 400 से ज़्यादा ट्रकों के साथ पेपरफ्राई अपने ग्राहकों को ख़ुशी और संतुष्टि प्रदान करने के लिए सदैव प्रयासशील रहता है। पेपरफ्राई ने बनाए हुए हब एंड स्पोक मॉडल ने थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स प्रदाताओं पर निर्भरता को कम करने और प्रति ऑर्डर लागत को कम करने में मदद की है। -
एजेंसी
5जी स्पेक्ट्रम के लिए भारत में अब तक पहली और सबसे बड़ी नीलामी आज सोमवार को खत्म हो गई। इसमें अरबपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी समेत दिग्गजों ने बोली लगाई,करीब 1,50,173 करोड़ रु का स्पेक्ट्रम बेचा गया
5G Auction: 5जी स्पेक्ट्रम के लिए भारत में अब तक पहली और सबसे बड़ी नीलामी आज सोमवार को खत्म हो गई। इसमें अरबपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी समेत दिग्गजों ने बोली लगाई और करीब 1,50,173 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम बेचा गया। यानी सरकार ने 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। सूत्रों के मुताबिक, इस नीलामी में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो ने अपनी टाॅप स्थिति को मजबूत करने के लिए सबसे अधिक बोली लगाई।
भारती एयरटेल दूसरे स्तर पररिलायंस जियो ने 4जी की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक तेज गति से संपर्क की पेशकश करने वाले रेडियो तरंगों के लिए सबसे अधिक बोली लगाई। इसके बाद भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड का स्थान रहा। बताया जाता है कि अडानी समूह ने प्राइवेट दूरसंचार नेटवर्क स्थापित करने के लिए 26 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा है। सूत्रों ने कहा कि किस कंपनी ने कितना स्पेक्ट्रम खरीदा, इसका ब्योरा नीलामी के आंकड़ों के पूरी तरह आने के बाद ही पता चलेगा।
5जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की रिकॉर्ड बिक्रीभारत में अबतक की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी सोमवार को खत्म हो गई। सात दिन तक चली इस नीलामी में 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 5जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की रिकॉर्ड बिक्री हुई। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक कुल 1,50,173 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई गईं। हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट संपर्क की पेशकश करने में सक्षम 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की यह राशि पिछले साल बेचे गए 77,815 करोड़ रुपये के 4जी स्पेक्ट्रम से लगभग दोगुना है। यह राशि 2010 में 3जी नीलामी से मिले 50,968.37 करोड़ रुपये के मुकाबले तीन गुना है।
कंपनी के शेयरों में आई तेजीजियो की पैरेंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार दोपहर के कारोबार में बीएसई पर 2.3% बढ़कर 2566.80 रुपये हो गए। भारती एयरटेल और वीआई के शेयर क्रमशः 1.4% और 2.5% बढ़कर 687.20 रुपये और 8.99 रुपये हो गए। एक्सचेंज पर अडानी एंटरप्राइजेज एनएसई के 3.41% शेयर भी 2.5% बढ़कर 2,632.65 रुपये हो गए। -
अनिल बेदाग़
मुंबई : हाउस ऑफ होनासा के तेजी से बढ़ते हुए एफएमसीजी ब्रांड,मामाअर्थ ने अपने एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट (ईबीओ) मुंबई के फोनिक्स मार्केट सिटी, कुर्ला और इनफिनिटी मॉल मॉलाड में खोले हैं। इस टॉक्सिन फ्री पर्सनल केयर ब्रांड के तहत बेबी केयर से लेकर ब्यूटी और पर्सनल केयर के उत्पादों की फुटकर (रिटेल) बिक्री की जाएगी। मामाअर्थने एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट का शुभारंभ वरुण अलघ-सीईओ,होनासा कंज्युमर प्राइवेट लिमिटेड और ग़ज़ल अलघ-सीआईओ और सह-संस्थापक, मामाअर्थ, फीनिक्स मार्केट सिटी, कुर्ला में किया।
ग्राहक केंद्रित ब्रांड होने के कारण, जो ग्राहकों की पसंद के साथ-साथ आगे बढ़ता है के मद्देनजर मामाअर्थ ने बेबीकेयर ब्रांड की टाक्सिक फ्री ब्रांड से शुरूआत की थी, लेकिन ग्राहकों की मांग के चलते इसने वयस्कों के लिए भी टाक्सिन फ्री पर्सनल केयर उत्पादों के क्षेत्र में भी अपने कदम फैला दिए। ग्राहकों पर बारीक नज़र रखते हुए और उत्पादों की ऑफलाइन उपलब्धता की बढ़ती मांग के मद्देनजर इस ब्रांड ने ऑफलाइन तरीके से उत्पाद बेचने का निश्चय किया। यह जानते हुए कि एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स ब्रांड को मजबूती और विस्तार देने के लिए जरूरी हैं मामाअर्थ ने अपने एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स शुरू किए हैं। ईबीओ के माध्यम से ग्राहक ब्रांड को लेकर आकर्षित करते हैं और उन्हें ब्रांड का एक नया अनुभव मिलता है।
ब्रांड ने अपना पहला स्टोर राजधानी शहर में खोला था, फिर दो ईबीओ मुंबई में खोले हैं। ये स्टोर अभी मुंबई की दो महत्वपूर्ण जगहों- इनफिनिटी मॉल मालॉड और फोनिक्स मार्केट सिटी कुर्ला में खोले गए हैं। 380 वर्ग फीट और 197 फीट की एरिया वाले इन स्टोरों में 140 से ज्यादा मामाअर्थ के एस्केयू मिलेंगे जिनमें स्किनकेयर, हेयरकेयर, पर्सनल केयर और नए रेंज के कलर केयर शामिल हैं।
एक्सक्लूसिव ब्रांड आउलेट की लांचिंग के अवसर पर बोलते हुए होनासा कंज्युमर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ श्री वरूण अलघ ने कहा, “होनासा कंज्यूमर का कारोबार, ब्रांड का निर्माण करना है और ब्रांड का निर्माण ग्राहकों के दिमाग में होता है। ग्राहकों के साथ संवाद करने के जो माध्यम हैं वह बदलते और विकसित होते रहेंगे। चूंकि हम एक डिजिटल कंपनी
भी हैं लिहाजा, डिजिटल प्लेटफार्म और तकनीकि हमारे साथ अच्छे से जुड़े हुए हैं। लेकिन हमारा मुख्य उद्देश्य ग्राहकों से जुड़े रहना है, और हमारी प्राथमिकता है कि ग्राहकों की यात्रा में साथ-साथ चलें। अगर ग्राहक आपसे ऑफलाइन खरीदी करना चाहते हैं तो आपको वहां उपस्थित रहना होगा। इसी जरूरत को समझते हुए हमने ऑफलाइन जाने का निर्णय लिया और उसके लिए एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स खोले हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ग्राहक हमें ऑफलाइन भी उसी तरह का प्रतिसाद देंगे जैसा कि उन्होंने डिजिटल रूप में दिया है।”
मामाअर्थ एक उद्देश्य से चलने वाला ब्रांड है जिसका इस बात में मजबूती से विश्वास है कि अच्छाई भीतर की चीज़ होती है, इसी के मद्देनजर वह अच्छाई को अपने उत्पादों और कार्यों से आगे बढ़ाना चाहती है। मामाअर्थ का मानना है कि अच्छाई हमारे उन छोटे-छोटे चुनावों से शुरू होती है जिन्हें हम रोजाना करते हैं। ब्रांड का विचार इस मामले में शुरू से ही बहुत स्पष्ट रहा है कि वह हमेशा ही प्रकृति के श्रेष्ठ चीजों का इस्तेमाल करेगी और किसी तरह के टॉक्सिन या खतरनाक रसायनों का प्रयोग अपने उत्पादों में नहीं करेगी। ये सारे उत्पाद बिना जानवरों की हत्या किए, प्लॉस्टिक फ्री हैं और कंपनी ने पिछले साल ही पौधों को संवारने का संकल्प किया है। इस संकल्प के तहत ही ब्रांड को जो भी आर्डर उसके वेबसाइट पर मिलते हैं उस प्रत्येक आर्डर पर एक पौधा लगाया जाता है, कंपनी का इरादा साल 2025 तक 15 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का है। -
एजेंसी
पहले दिन की स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि भारत में हो रही पहली नीलामी में पहले ही दिन कांपनियों की ओर से लगाई गई बोलियों ने 1.45 लाख का आंकड़ा छू लिया है। 26 जुलाई 2022 को सुबह दस बजे शुरू हुई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया में पहले दिन शाम छह बजे तक चार राउंड में बोलियां लगाई गईं।
5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दूसरे दिन पांचवें राउंड की बोली लगनी शुरू हो गई है। इससे पहले मंगलवार को पहले दिन चार राउंड में कंपनियों ने अनुमानों से अधिक 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोली लगाई।इससे पहले, मंगलवार (26 जुलाई) को दूरसंचार मंत्रालय ने 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू की। नीलामी की यह प्रक्रिया बुधवार को भी जारी रहने की उम्मीद है। पहले दिन की स्पेक्ट्रम नीलामी पर सरकार की ओर से बताया गया है कि 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान कंपनियों ने उम्मीद से बढ़कर बोलियां लगाईं। सरकार की ओर से बाताया गया है कि नीलामी के पहले दिन हुए चार राउंड की बिडिंग में सरकार को 1.45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां मिली हैं।पहले दिन की स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि भारत में हो रही पहली नीलामी में पहले ही दिन कांपनियों की ओर से लगाई गई बोलियों ने 1.45 लाख का आंकड़ा छू लिया है। 26 जुलाई 2022 को सुबह दस बजे शुरू हुई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी प्रक्रिया में पहले दिन शाम छह बजे तक चार राउंड में बोलियां लगाई गईं। इस दौरान मंत्री ने यह भी कहा कि अगर बोली लगाने वालों बीच और स्पेक्ट्रम की मांग बची रही तो नीलामी बुधवार को भी जारी रहेगी।
15 अगस्त तक 5जी स्पेटक्ट्रम ऑक्शन की प्रक्रिया पूरा करना चाहती है सरकार
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के पहले दिन 700 Mhz बैंड फ्रीक्वेंसी के लिए बोलियां मिली हैं। वैष्णव ने कहा कहा है कि मंत्रालय इस साल 15 अगस्त से पहले नीलामी प्रक्रिया को पूरा करना चाहती है, ताकि इसी साल सितंबर से अक्टूबर महीने तक देश में 5जी सेवाओं की शुरुआत की जा सके।नीलामी प्रक्रिया में तीन बड़े मोबाइल सेवादाताओं के अलावा अदाणी समूह की अदाणी डेटा नेटवर्क्स भी हिस्सा ले रही है। अदाणी ग्रुप के अलावा रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया भी स्पेक्ट्रम्स की बोली लगाएंगे। इस नीलामी में कुल 72 गीगाहर्ट्ज एयरवेव की बोली लगेगी।
20 साल के लिए हो रही है 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी
नीलामी में 72,097.85 मेगाहर्ट्ज के स्पेक्ट्रम की 20 साल के लिए बोली लगेगी। जिन स्पेक्ट्रम फ्रीक्वेंसी के लिए नीलामी हो रही है, उनमें 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, 3300 MHz और 26 गीगाहर्ट्ज (GHz) के बैंड शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर टेलीकॉम सेवा प्रदाता मध्य और उच्च बैंड वाले स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाएंगे, ताकि देश में 4G से करीब 10 गुना ज्यादा स्पीड और क्षमता वाली सेवाओं को उतारा जा सके। -
एजेंसी
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने शेयर होल्डर्स को दी जानकारी में बताया, 'हमने लगभग 75% बिटकॉइन होल्डिंग को फ्लैट करेंसी में बदला है।' इसी साल अप्रैल में भी कंपनी ने 10% अपनी हिस्सेदारी को बेचा था।
ट्विटर (Twitter) से डील कैंसिल करने को लेकर इस समय चर्चा बटोर रहे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क (Elon Musk) ने एक और बड़ा फैसला किया है। उनकी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला (Tesla Car) ने बिटकॉइन की अपनी होल्डिंग को कम कर दिया है। टेस्ला की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि कंपनी ने अपनी कुल बिटकॉइन होल्डिंग का 75% हिस्सा बेच दिया है।
शेयर होल्डर्स से क्या बोली टेस्ला?
एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने शेयर होल्डर्स को दी जानकारी में बताया, 'हमने लगभग 75% बिटकॉइन होल्डिंग को फ्लैट करेंसी में बदला है।' कंपनी की तरफ से दी जानकारी के अनुसार 936 मिलियन डॉलर को कैश में कन्वर्ट किया गया है। बता दें, इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी ने 2021 में दी जानकारी में बताया था कि उसने 1.5 अरब डॉलर का निवेश BitCoin में किया है। जिसमें से इसी साल अप्रैल में कंपनी 10% अपनी हिस्सेदारी को बेच दिया था।
BitCoin की घटती कीमतें हैं बेचने की वजह?कोविड-19 की वजह टेस्ला मौजूदा समय में कैश लिक्विडिटी की समस्या से जूझ रही है। यही वजह है कि एलन मस्क की कंपनी बिटकॉइन में अपनी हिस्सेदारी कम करने का फैसला किया है। हालांकि, एलन मस्क की कंपनी ने DogeCoin में अपनी हिस्सेदारी को कम नहीं किया है। बता दें, मई 2021 में टेस्ला BitCoin से भुगतान ले रहा था। लेकिन यह प्रक्रिया दो महीने भी नहीं चल पाई।
क्रिप्टोकरेंसी की ताजा कीमतें क्या हैं?
पिछले 24 घंटे के दौरान बिटकॉइन की कीमतों 2.3% की गिरावट देखने को मिली है। जबकि Ethereum इस दौरान 3.2% नीचे लुढ़क गया। CoinGecko के अनुसार आज एक बिटकॉइन की 22,861.78 डॉलर है। वहीं, ईथर आज 1497.11 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। DogeCoin की निवेशकों को भी आज झटका लगा है। पिछले 24 घंटे के दौरान कीमतों में 2.2% गिरावट आई है। -
एजेंसी
खाद्य सचिव ने बुधवार को खाद्य तेल कंपनियों और तेल आयातकों के साथ बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि सरकार इस बैठक में खाद्य तेल के कारोबार से जुड़ी कंपनियों को खाद्य तेलों की कीमतें घटाने के लिए कह सकती है। बैठक में देश में खाद्य तेलों की कीमतों की समीक्षा की जाएगी।
देश में खाने का तेल सस्ता होने की उम्मीदें बढ़ गई है। खाद्य तेलों की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए अब सरकार की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। उम्मीद है कि सरकार के इस कवायद के बाद खाने का तेल सस्ता हो सकता है। इस संबंध में खाद्य सचिव ने बुधवार को खाद्य तेल कंपनियों और तेल आयातकों के साथ बैठक बुलाई है।
माना जा रहा है कि सरकार इस बैठक में खाद्य तेल के कारोबार से जुड़ी कंपनियों को खाद्य तेलों की कीमतें घटाने के लिए कह सकती है। सरकार की ओर से इस बैठक में शामिल होने के लिए खाद्य तेलों के आयातक और उत्पादक दोनों की तरह की कंपनियों को कहा गया है। सूत्रों के अनुसार बुधवार को होने वाली बैठक में देश में खाद्य तेलों की कीमतों की समीक्षा की जाएगी।
आपको बता दें कि हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाने के तेलों की कीमतों में अच्छी-खासी गिरावट देखने को मिली है। इसके बावजूद, देश में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी बनी हुई है। इसी को देखते हुए सरकार की ओर से पहल कर खाद्य तेल के आयतकों और उत्पादकों को बातचीत करने के लिए बुलाया गया है। ऐसे में माना रहा है कि इस बैठक के बाद आने वाले कुछ समय में देश में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी देखने को मिल सकती है।
गौरतलब है कि पिछले एक महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में 400 डॉलर तक की गिरावट गाई है। कुछ दिनों पहले कंपनियों ने खुद से तेलों की कीमतों में 10 से 15 रुपये की कटौती की थी पर उसे पर्याप्त नहीं माना रहा है। अब आखिरकार सरकार ने इस मामले में दखल देते हुए तेल आयातकों और उत्पादकों से बात करने का मन बनाया है।
इस बारे में खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने मीडिया से बातचीत में बताया हे कि खाद्य तेल कंपनियों के साथ होने वाली बैठक में सरकार की ओर से कंपनियों को ग्लोबल बाजार में तेल की कीमतों में आई गिरावट का फायदा रिटेल उपभोक्ताओं तक पहुंचाने को कहा जाएगा। उम्मीद है कि सरकार के इस फैसले के बाद देश में खाद्य तेलों की कीमतों में नरमी देखने को मिलेगी। महंगाई से बेहाल जनता के लिए यह एक बड़ी राहत होगी।
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नई दिल्ली : कर्ज में डूबी जेट एयरवेज एक बार फिर से उड़ान भरने को तैयार है। कंपनी के मुताबिक जेट एयरवेज की फ्लाइट साल 2022 की पहली तिमाही में फिर से घरेलू उड़ान भरेंगी। इसके अलावा अगले वर्ष की अंतिम तिमाही तक छोटी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन भी शुरू होगा। इसकी जानकारी जेट एयरवेज के नए मैनेजमेंट जालान कारलॉक कंसोर्शियम ने दी है। जालान कारलॉक ने एक और नई जानकारी देते हुए कहा कि एयरलाइन का मुख्यालय अब मुंबई के बजाय दिल्ली में होगा।
जालान कलरॉक कंसोर्टियम के प्रमुख सदस्य मुरारी लाल जालान ने कहा कि जेट एयरवेज 2.0 का उद्देश्य साल 2022 की पहली तिमाही तक घरेलू परिचालन को फिर से शुरू करना है और अगले वर्ष की अंतिम तिमाही तक छोटी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन भी शुरू होगा।
बता दें कि यूएई के कारोबारी मुरारी लाल जालान लंदन की जालान कॉर्लाक कंसोर्टियम के वरिष्ठ सदस्य हैं और प्रस्तावित जेट एयरवेज के गैर कार्यकारी सदस्य हैं। जैन का कहना है कि हमारी योजना तीन साल में 50 से अधिक विमानों के परिचालन की है, जो 5 साल में 100 के भी ऊपर पहुंच जाएगी।
वहीं कैप्टन गौड़ ने कहा कि जेट एयरवेज ने पहले ही 150 से अधिक पूर्णकालिक कर्मचारियों को काम पर रखा है और 1000 से अधिक कर्मचारियों को वित्त वर्ष 2021-22 में सभी श्रेणियों में शामिल करना किया जाएगा।
पहली उड़ान दिल्ली-मुंबई रूट पर होगीजालान कारलॉक ने कहा कि जेट एयरवेज की पहली उड़ान दिल्ली-मुंबई रूट पर होगी। बता दें कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने दो साल बाद इस साल जून में जेट एयरवेज के लिए जालान कलरॉक कंसोर्टियम की योजना को मंजूरी दी थी।



















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