- Home
- मुख्य समाचार
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली
-स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों और शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
रायपुर : दुर्ग जिले की गौरवशाली परम्परा के अनुरूप 79वें स्वतंत्रता दिवस हर्षाेल्लास वातावरण में पूरी गरिमा के साथ समारोहपूर्वक मनाया गया। मुख्य समारोह का आयोजन प्रथम बटालियन ग्राउंड भिलाई में किया गया, जहां प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। श्री शर्मा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का प्रदेश की जनता के नाम दिये संदेश का वाचन किया।मुख्य अतिथि ने समारोह में उपस्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीद जवानों के परिजनों को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। समारोह के दौरान जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की अत्यंत मनमोहक और आकर्षक प्रस्तुति दी गई। मुख्य अतिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने जिले के विभिन्न विभागों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
समारोह के प्रारंभ में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने समारोह स्थल प्रथम बटालियन दुर्ग पहुंचकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रगान के उपरान्त उन्होंने कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल केे साथ परेड का निरीक्षण किया तथा समारोह में सम्मिलित सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। समारोह में परेड द्वारा हर्ष फायर किया गया और राष्ट्रपति की जय-जयकार की गई। उत्साह व उमंग के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में उड़ाये गयेे।मुख्य अतिथि ने परेड की सलामी ली तथा परेड में शामिल प्लाटून कमाण्डरों से परिचय प्राप्त किया। परेड में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल (पुरूष व महिला), जिला पुलिस बल की 03 प्लाटून, नगर सेना, एन.सी.सी. सीनियर एवं जुनियर (बालक व बालिका), रेडक्रॉस शामिल थे।
शारदा विद्यालय रिसाली, सेजेस रिसाली, शासकीय आदर्श कन्या उ.मा. विद्यालय दुर्ग, सेजेस जंजगिरी, विज्ञान विकास केन्द्र दुर्ग और शासकीय कन्या उ.मा.विद्यालय वैशालीनगर भिलाई के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत और पारंपरिक गीतों पर सामूहिक सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुतियों से सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार विज्ञान विकास केन्द्र दुर्ग, द्वितीय पुरस्कार शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय वैशालीनगर व सेजेस रिसाली, तृतीय पुरस्कार सेजेस जंजगिरी को दिया गया। शासकीय आदर्श कन्या दुर्ग व शारदा विद्यालय भिलाई को सांत्वना पुरस्कार मिला। मास पी.टी. प्रदर्शन में डीएवी हुडको को सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार मार्चपास्ट में एनसीसी जूनियर महिला को प्रथम, एनसीसी सीनियर पुरुष को द्वितीय और एनसीसी सीनियर महिला को तृतीय स्थान मिला। परेड प्रदर्शन में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने प्रथम, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल ने द्वितीय, और जिला पुलिस बल (महिला) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मंच संचालन छ.ग.पर्यावरण संरक्षण बोर्ड क्षेत्रीय अधिकारी डॉ.अनीता सावंत, विज्ञान विकास केन्द्र श्रीमती उर्मिला ओझा एवं एनसीसी अधिकारी श्रीमती ममता धु्रव द्वारा किया गया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
रायपुर : स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने दुर्ग जिले के 79 अधिकारी व कर्मचारियों को उल्लेखनीय एवं विशेष कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जिसमें जिला प्रशासन के 64 और पुलिस प्रशासन के 15 अधिकारी/कर्मचारी शामिल है। सम्मानित अधिकारियों में राजस्व विभाग से अनुविभागीय अधिकारी श्री हरवंश सिंह मिरी, डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम ध्रुव, अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग श्रीमती क्षमा यदु, नायब तहसीलदार श्री वासुमित्र दीवान।
जिला कार्यालय दुर्ग से स्टेनोग्राफर वर्ग-3 निज सहायक कलेक्टर दुर्ग श्री दीपक कुमार यादव, सहायक ग्रेड-02 (वरिष्ठ लिपिक शाखा) श्री राकेश कुमार साहू, सहायक ग्रेड 03 (सहायक वित्त लिपिक प्रथम) श्री तेजेन्द्र साहू, नाजरात शाखा भृत्य श्री प्रदीप कुमार क्षत्रिय। कलेक्टर भू अभिलेख शाखा दुर्ग से सहायक अधीक्षक श्री अजय कुमार मेरावी एवं श्री आलोक शुक्ला, सहायक ग्र्रेड-03 श्री खिलेन्द्र साहू एवं भृत्य श्री ईश्वरी साहू। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विभाग से सहायक ग्रेड-02 श्री एनडी पाहित, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर श्रीमती शिप्रा सिंह, सहायक ग्रेड-2 श्री वेद प्रकाश साहू। जिला योजना सांख्यिकी कार्यालय से सहा. ग्रेड-02 श्रीमती नमिता पन्ना। आयुष विभाग से विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. जया साहू शामिल है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती ममता नागरिया। नगर पंचायत धमधा से कम्प्यूटर ऑपरेटर श्री मनोज कुमार सोनी। विद्युत विभाग विद्युत वितरण केन्द्र बघेरा से श्री उत्तम कुमार सोनी। स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सा अधिकारी डॉ. यामिनी सिंह, सुपरवाईजर महिला श्रीमती सुनिता चेलक, स्टाफ नर्स जिला चिकित्सालय दुर्ग श्रीमती सविता सोधिया, आर.एच.ओ. श्री तुलसी राम यादव, नवदृष्टि फाउण्डेशन नया बस स्टैण्ड दुर्ग,श्री राज आढ़तिया वार्ड 29 अस्पताल वार्ड पचरी पारा दुर्ग, श्री गोपाल गुप्ता शिव पारा दुर्ग, श्री धर्मेन्द्र शाह पचरी पारा दुर्ग, दुर्गा प्रसाद सोनी शिव पारा दुर्ग, सुश्री शुमाली सिंह। जिला सेनानी एवं नगर सेना दुर्ग से एसडीआरएफ श्री भूपेन्द्र सिंह राजपूत, श्री गोपी पाटिल, श्री चन्द्रप्रकाश, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं श्री मनोज सोनवानी, श्री भीषम कुमार साहू, श्री दीपक यादव। नगर पालिक निगम रिसाली से राजस्व निरीक्षक श्री रवि श्रीवास्तव। पशु चिकित्सालय दुर्ग से सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी श्री सुरेश कुमार साहू।
समाज कल्याण विभाग से डाटा एन्ट्री ऑपरेटर श्री गौतम कुमार साहू। नगर पालिक निगम भिलाई चरोदा से सहायक ग्रेड-02 श्रीमती अभिलाषा श्रीवास्तव। वनमंडल दुर्ग बीएफओ श्री वेद प्रकाश यादव। मछली पालन दुर्ग से मछुआ चौकीदार श्री चोलेश्वर प्रसाद साहू। नगर पालिका परिषद् कुम्हारी से उप अभियंता श्रीमती साधना अहिरवार। जिला पंचायत दुर्ग से सरपंच श्री ईश्वर प्रसाद साहू, सचिव श्री नीमेश भोयिर, सरपंच श्रीमती लुकेश्वरी साहू, सचिव श्री बिसाहू, सरपंच श्री हुकुमचंद, सचिव श्री चंद्रशेखर, ब्लॉक कार्डिनेटर धमधा श्री राहुल देवांगन। जल संसाधन दुर्ग से उपअभियंता कु. भावना सिन्हा। नगर पालिक निगम भिलाई प्रभारी स्वास्थ्य श्री जावेद अली। नगर पंचायत उतई से स्वच्छता दीदी श्रीमती मनीषा यादव।
जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा से बीआरपी धमधा श्रीमती सरोज खोबरागड़े। कार्यालय कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दुर्ग से सहा. ग्रेड-02 श्री उत्तम कुमार साहू। जनपद पंचायत पाटन से पीआईयू श्री योगेश भोई। कार्यालय अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से सहायक अभियंता श्री सन्नी तिवारी। लोक निर्माण विभाग से उप अभियंता श्री राकेश कुमार वर्मा, उप अभियंता श्रीमती आशाकिरण देवांगन। शिक्षा विभाग से सहायक संचालक श्रीमती सीमा नायक। आदिवासी विकास दुर्ग से अधीक्षिका श्रीमती आशा जुल्मे भारती, भृत्य श्री विकास कुमार देशमुख। नगर पालिक निगम दुर्ग से सहा. ग्रेड -03 श्री राजू लाल यादव। कृषि विभाग से प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री विजय प्रसाद लहरे।
इसी प्रकार पुलिस विभाग दुर्ग से निरीक्षक थाना प्रभारी पाटन श्री अनिल साहू, आरक्षक साईबर सेल श्री सनत भारती एवं श्री राजीव रंजन सिंह, सहायक उप निरीक्षक श्रीमती संगीता मिश्रा, प्रधान आरक्षक थाना मोहन नगर लक्ष्मीनारायण पात्रे, आरक्षक सीसीटीएनएस श्री काशी बरेठ, श्री खिलेन्द्र दिल्लीवार, लाईफ केयर दुर्ग श्री मनीष पारख, आरक्षक डीसीबी दुर्ग श्री खेमराज चंद्राकर, आरक्षक जिला विशेष शाखा भिलाई श्री रंजीत सिंह, सहायक उप निरीक्षक श्री राजेन्द्र कुमार चंद्राकर, प्रधान आरक्षक श्री बालकिशन यादव, श्री शैलेन्द्र यादव, श्री महेन्द्र चंद्रवंशी और मूर्तिकार श्री अशोक कुमार देवांगन को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के बस्तर का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब बस्तर का नाम सुनते ही नक्सलवाद और हिंसा की याद आती थी, लेकिन आज यह तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गर्व के साथ कहा कि आज बस्तर के नौजवान बंदूक़ पकड़ने की जगह खेलों के मैदान में उतर रहे हैं। बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन युवाओं की ऊर्जा, प्रतिभा और उत्साह का जीवंत प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने इस ऐतिहासिक बदलाव को सुरक्षा, विकास और जनसहभागिता के संयुक्त प्रयासों का परिणाम बताया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कभी देश के अनेक हिस्सों को नक्सलवाद की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता था। हिंसा और भय के माहौल ने दशकों तक विकास की गति को जकड़ रखा था, जिससे प्रगति के रास्ते थम से गए थे। उन्होंने कहा कि अब यह स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है — नक्सलवाद आज देश में केवल कुछ ही जिलों तक सीमित रह गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में नक्सलवाद 125 से अधिक जिलों से घटकर मात्र 20 जिलों तक सीमित हो गया है। उन्होंने कहा कि आज बस्तर में खेलकूद, शिक्षा, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर लगातार बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि बस्तर की यह नई पहचान आने वाली पीढ़ियों के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बनेगी, और यह क्षेत्र अब शांति, प्रगति और गौरव की राह पर निरंतर आगे बढ़ता रहेगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा' से साभार
18 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बताया देश की आर्थिक मजबूती का प्रमाण
रायपुर : वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी S&P Global Ratings द्वारा भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को ‘BBB-’ से बढ़ाकर ‘BBB’ तथा अल्पकालिक रेटिंग को ‘A-3’ से ‘A-2’ कर स्थिर दृष्टिकोण (Stable Outlook) के साथ अपग्रेड किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह अपग्रेड प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक नीतियों की मजबूती, राजनीतिक स्थिरता और वैश्विक निवेशकों के अटूट विश्वास का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह अपग्रेड 18 वर्षों बाद हुआ है, S&P ने आखिरी बार जनवरी 2007 में भारत की रेटिंग बढ़ाई थी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस वर्ष हुआ यह रेटिंग अपग्रेड यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, भारत की मजबूत आर्थिक नीतियों, राजनीतिक स्थिरता और वैश्विक निवेशकों के विश्वास का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि देश के आर्थिक सामर्थ्य और हर भारतीय के बेहतर जीवन के प्रति मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का वैश्विक प्रमाण है।
-
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के 25 जांबाज होंगे सम्मानित
वीरगति को प्राप्त तीन जवानों को मरणोपरांत वीरता पदक
राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित, छत्तीसगढ़ पुलिस के साहस को मिला राष्ट्रीय गौरव
रायपुर : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा देश के उन पुलिस अफसरों और जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर अदम्य साहस और बहादुरी का परिचय दिया हो। इस बार छत्तीसगढ़ के लिए यह गर्व का अवसर है, जब 25 पुलिस अफसरों और जवानों का नाम वीरता पुरुस्कार, प्रेसिडेंट पुलिस पुरुस्कार और सरहानीय सेवा पदक के लिए चयनित हुआ है। इनमें तीन ऐसे वीर सपूत भी हैं, जिन्होंने साहसिक कार्रवाई में अपने प्राणों की आहुति दी है और उन्हें मरणोपरांत यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
सम्मानित होने वालों में श्री हिमांशु गुप्ता (डीजी जेल), श्री ध्रुव गुप्ता (आईजी), श्री प्रशांत कुमार ठाकुर (आईपीएस), श्रीमती श्वेता राजमणि (कमांडेंट), श्री रवि कुमार कुर्रे (एसपी), श्रीमती कौशल्या भट्ट (इंस्पेक्टर), श्री रोहित कुमार झा (इंस्पेक्टर), श्री कमलेश कुमार मिश्रा (इंस्पेक्टर), श्री डालसिंह नामदेव (प्लाटून कमांडर), श्री दिलीप कुमार सिन्हा (कंपनी कमांडर) और श्री सुशील कुमार बरुवा (एएसआई) शामिल हैं।
इसके अलावा श्री सुनील शर्मा (आईपीएस), श्री संजीव कुमार मदिले (सब-इंस्पेक्टर), श्री मड़कम, श्री मड़कम, श्री मड़कम, श्री बरसे हूंगा, श्री रोशन गुप्ता (सिपाही), श्री रामू राम नाग (एएसआई), श्री कुंजाम जोग (सिपाही) और श्री वनजाम भीमा (सिपाही), श्री सूरज कुमार मरकाम (सिपाही), श्री मांडवी सन्नू (सिपाही), श्री करौद सिंह (कंपनी कमांडर), और श्री पुरुषोत्तम देवांगन (सिपाही) को भी वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी चयनित अफसरों और जवानों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि हमारे जांबाज देश के सर्वोच्च स्तर पर सम्मान पा रहे हैं। वीरगति को प्राप्त जवानों की शहादत अमर है, उनकी बहादुरी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शकुंतला तरारएकता नगरगुढ़ियारी रायपुर
रायपुर : आज देश स्वतंत्रता के अठहत्तरसाल पूरे करके उनहत्तरवें वर्ष में प्रवेश करके आज सालगिरह मना रहा है | किन्तु क्या इस स्वतंत्रता के पीछे जिन महान देशभक्तों का संघर्ष रहा है उन्हें यूँ ही भुला दिया जाए ? नहीं शायद इसी बात को लेकर हमारा नेतृत्व आज जागृत है कि हम उन वीरों का स्मरण करें, जिन्होंने हमें यह स्वतंत्रता और सुखमय जीवन देने के लिए संघर्ष किया और अपने प्राणों का उत्सर्ग किया | स्वतंत्रता के संघर्ष में जिन्होंने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपना योगदान दिया उनका पुण्य स्मरण करने का वर्ष है यह |देश जब स्वतंत्रता पाने के लिए संघर्ष कर रहा था तब उसकी आँच बस्तर में भी पहुँच चुकी थी | यहाँ लोग पहले से ही मराठों के आतंक से त्रस्त थे, उस पर अंग्रेजी शासन का आना और क्षेत्रीय राजा-महाराजाओं, जमींदारों पर नए-नए कानून लागू कर उनका शोषण किया जाना, अंग्रेजों को गाँव के ग्रामीणों से, उनकी तकलीफों से, कोई सरोकार नहीं था | यदि था तो केवल उन पर अनावश्यक कर का बोझ लादना या फिर गुलामी के बोझ तले अपनी आज्ञा का अनुसरण करवाना, जिससे गरीब जनता आहत होने लगी उनके जुल्मों से दु:खी और भयभीत होने लगी, तब ऐसे समय में इस स्वतंत्रता के संघर्ष में बस्तर भी प्रभावित हुए बिना न रह सका था |
बस्तर में इसके पूर्व भी आग सुलग रही थी स्वतन्त्र होने के लिए, आतताईयों से छुटकारा पाने के लिए क्योंकि अंग्रेजों से पूर्व वैसे भी मराठा शासकों के अत्याचारों से बस्तर का क्षेत्र प्रभावित होकर त्रस्त था ही उस पर अंग्रेजों की दमनकारी नीतियों ने आग में घी का काम किया और तब अंग्रेजों के दमनकारी नीतियों के खिलाफ आन्दोलन की शुरुवात 1825 में परलकोट के जमींदार गेंदसिंह ने किया था अपने साथियों के साथ मिलकर | यह आन्दोलन लगभग पाँच से छ: सालों तक चला और आखिर अंग्रेजों से कठिन संघर्ष करते हुए वे अंग्रेजों की चाल के आगे असफल हो गए और गिरफ्तार कर लिए गए और 20 जनवरी 1825 में परलकोट स्थित महल के सामने उन्हें फाँसी दे दी गई थी | आज गेंदसिंह को शहीद गेंदसिंह के नाम से जाना जाता है |
यह आग अभी थमी नहीं थी तब से लेकर भीतर ही भीतर सुलग रही थी | बस्तर के राजा-महाराजाओं को अंग्रेजों की कुटिल चाल ज़रा भी नहीं भाती थी | यह वह दौर था जब राज घराने की प्रत्येक गतिविधियों पर अंग्रेजों की नजर रहती थी फिर भी रानी ने अंग्रेजों के विरूद्ध संगठित हो रहे विद्रोहियों का न केवल साथ दिया अपितु अपने ओजस्वी भाषणों से विद्रोहियों में जोश और साहस का संचार करती रही थीं।
रानी सुवर्ण कुमारी ने ही सर्वप्रथम अंतागढ़ के तोड़ोकी में आम सभा को संबोधित करते हुए मुरिया राज की स्थापना का शंखनाद किया, जिससे उपस्थित जन समूह में आजादी के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह का स्वर मुखरित हुआ। लाल कालेन्द्र के साथ मिलकर रानी ने प्रतीकों का विस्तार किया। रूद्रप्रताप देव 1903 में बालिग हो चुके थे किंतु टालमटोल करते हुए ब्रिटिश प्रशासन ने उन्हें 1908 में विधिवत राजा घोषित किया। राजा रूद्रप्रताप देव अपनी सौतेली माँ यानि महारानी सुवर्ण कुमारी अर्थात सुबरन कुँवर और चाचा लाल कालेन्द्र से बहुत डरते थे। इस बात का फायदा उठाकर अंग्रेज फूट डालने में सफल हुए किंतु सुवर्ण कुमारी और लाल कालेन्द्र सिंह उनकी इस चाल को समझ गए थे।
उनकी यह लड़ाई बस्तर के हित के लिए थी, बस्तर की जनता के लिए, बस्तर के लोगों के आत्म सम्मान की रक्षा के लिए, बेटियों को शोषण से बचाने के लिए, जनता को नर संहार को बचाने के लिए और अंग्रेज मुक्त बस्तर करने के लिए थी। वे जानती थीं सामने ब्रिटिश सेना गोला-बारूद, बंदूक से तैयार है और उनके राज्य के वीरों के पास मात्र तीर, कमान और भाला ही अस्त्र है फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी एक महिला होकर भी अदम्य साहस का परिचय देते हुए डटी रहीं। उन्होंने अंग्रेजों की गुलामी, उनके दबाव में सत्ता सुख की चाह त्याग कर शोषित, पीड़ित मानवता का साथ दिया |
महारानी सुवर्ण कुमारी और चाचा लाल कालेन्द्र एक अच्छे नेतृत्व की तलाश में थे और उनकी तलाश दक्षिण बस्तर के युवा जुझारू देशभक्त गुंडाधुर के रूप में पूरी हुई | अंतागढ़ के ग्राम तोड़ोकी में सन 1910 जब वीर गुंडाधुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ आजादी के युद्ध का शंखनाद किया था | गुंडाधुर के नेतृत्व में जो लड़ाई लड़ी गई, उसे भूमकाल के नाम से जाना जाता है शायद इसलिए इनके गीतों में इस तरह के स्वतंत्रता के भावों का समावेश हुआ है |10 फरवरी को आज भी गुंडाधुर के नाम से भूमकाल दिवस के रूप में मनाया जाता है |
गुंडाधुर के साहस की कहानी तो इनके लोक गीतों में होते ही हैं किन्तु जब भूमकाल के समय के गीतों को रात के सन्नाटे में ये गातें हैं तो लोगों के बदन में सिहरन सी दौड़ जाती है | इनके द्वारा उस समय के गाए गीतों की बानगी यहाँ प्रस्तुत है जिसे युवतियों द्वारा गाया गया है | जिस तरह हमने वन्दे मातरम और अन्य आजादी के गीतों के माध्यम से देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उसी तरह बस्तर में भी गूंजे थे स्वतंत्रता के गीत इसके लिए घोटुल गुड़ी सबसे अच्छा माध्यम था |जो भी कार्य करना हो उसकी परिणिति के लिए घोटुल गुड़ी के सदस्य सलाह मशवरा करके नियम बनाकर सभी कुछ तय करते थे, उसी घोटुल गुड़ी से निकलकर कुछ गीत गाए गए जो हमें आज पढ़ने को मिलते हैं | मैं युवतियों द्वारा गाए गए कुछ हल्बी गीतों को हिंदी अनुवाद के रूप में प्रस्तुत कर रही हूँ इनके गीतों में एक भय तो व्याप्त है उन्होंने इस गीत में भगवान् श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण को भी अपने गीतों का पात्र बनाया है ---
- हल्बी गीत में वे कहती हैं कि----
- दीदी री दीदी, दुलोसा दीदी, बेलोसा दीदी –
- रानी री रानी बेलोसा रानी, दुलोसा देवानिन
- दादा(भाई) लोगों ने बताया हमें कि इस जगह पर
- माता सीता कभी आईं थी यहाँ
- राम आए थे और उनके भाई
- लक्षमण भी आए थे
- उनके साथ हमारे माता पिता
- माता पिता माता पिता उनके माता पिता
- बहुत सारे लोगों के साथ,
- उन लोगों का मेल मिलाप था
- अभी भानुप्रतापपुर अंतागढ़ की तरफ से
- नारायण युद्ध के लिए आए हैं खादी का फेंटा
- गांधी टोपी पहनकर लोग
- वे ही क्या हमारा घोटुल भी
- आकर हमें कुछ बताते हैं दंड देंगे क्या
- हमें भय लग रहा है दीदी बेलोसा रानी
- हमें भय लग रहा है दुलोसा देवानिन ||
हल्बी से अनुवाद
अर्थात - इन गीतों के माध्यम से वे कहती हैं कि हमें हमारे बड़े भाईयों ने बताया है कि इस जगह पर कभी माता सीता आईं थी उनके साथ भगवान् राम और उनके भाई लक्षमण भी आए थे | उनके साथ हमारे लोगों का हमारे माता पिता का मेल जोल था, किन्तु अभी भानुप्रतापपुर, अंतागढ़ की तरफ से नारायण युद्ध के लिए आए हैं उनके साथ खादी का फेंटा और सर पर गाँधी टोपी पहनकर लोग आए हैं और वे ही क्यों हमारा घोटुल भी साथ है हमें आकर कुछ बताते हैं अर्थात जानकारी प्रदान करते हैं | दंड देने की बातें करते हैं | हमें भय लग रहा है दीदी बेलोसा रानी और हमें भय लग रहा है दुलोसा देवानिन | हम क्या करें ?
यहाँ वे जानती हैं कि उनका घोटुल उनके साथ है किन्तु दंड देने की बात सुनकर वे भी भयभीत हैं | इस तरह के गीत गाकर वे लोग अपने मन को सांत्वना प्रदान करते थे | गीत के बोल जिसमें कहा गया की भानुप्रतापपुर,अंतागढ़ से नारायण युद्ध के लिए खादी का फेंटा और गाँधी टोपी पहनकर लोग आए हैं तो क्या गाँधी के समय में गुंडाधुर हुए थे | शायद नहीं किन्तु यह सत्य है कि अंतागढ़ के ग्राम तोड़ोकी से ही रानीसुवर्ण कुंवर और लाल कालेन्द्र सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध का शंखनाद किया था और उस युद्ध का नेतृत्व का भार गुंडाधुर को सौंपा था जिसने अंग्रेजी शासन की नींव हिलाकर रख दी थी बस्तर में | घोटुल गुड़ी में तब स्वतंत्रता के गीत तैयार किए जाते थे, जिनमें युवतियों द्वारा गाए गए कुछ गीत हैं:-
- पहले गीत के जवाब में ही यह दूसरा गीत प्रतिउत्तर के रूप में आया है ------
- हमने भी देखा है चैका, जिलमिली,तिलोका, मलको
- कौन लोग आए हैं , किसलिए आए हैं
- ये लोग कोंडागाँव में भी आए हैं
- और जगदलपुर, सुकमा, दंतावाड़ा में पहुँच गए हैं
- हमें भी भय लग रहा है, क्या
- ये लोग किसलिए आए हैं ||
हल्बी से अनुवाद
अर्थात – दूसरी सखियाँ संबोधित कर रही हैं अपनी अन्य सखियों को यह कि, हमने भी देखा है चैका, जिलमिली, तिलोका, मलको कि कौन लोग आए हैं और किसलिए आए हैं | ये लोग कोंडागांव में भी आए हैं उसके बाद जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, में भी पहुँच गए हैं | हमें भय लग रहा है | यहाँ पर वे लोग अंग्रेजों के बस्तर प्रवेश की बातें कर रही हैं और अपना भय भी प्रकट कर रही हैं | आगे वे कहती हैं कि हमें भय लग रहा है वे लोग किसलिए आए हैं ?
तब जवाब में सामने वाले कहते हैं कि हमें भी इस बात की कोई जानकारी नहीं हैं मोटियारिन लड़कियों | अच्छा चलें तो चेलिकों के पास यानि घोटुल गुड़ी के युवाओं की बात वे कर रही हैं, गाँव के माझी मुखिया के पास चलें, देवान के पास चलें, सिरहा के पास चलें और पता करें कि क्या हो रहा है, क्या करना है, इस बात पर सलाह मशवरा कर उनकी राय लें | जब वे सलाह मशवरा कर लेती हैं और चेलिकों, माझी, मुखिया, देवान आदि से चर्चाकर उनकी बातें सुनती हैं तब वे स्वयं को आश्वश्त करते हुए खुद को सांत्वना देते हुए जब वे गाती हैं तो उनके अन्दर का भय कुछ कम होता है और वे कहती हैं कि------
- ईर्ष्या दुश्मनी कुछ भी नहीं
- मार पीट लड़ाई-झगड़ा नहीं
- प्यार ममता से रहें माता
- तुम्हारी जय-जय गाएँ माता
- भारत माता-भारत माता
- तुम्हारी जय-जय गाएँ माता
- देश के लिए जीना सीखें
- देश के लिए मरना सीखें
- देश की सेवा करें माता
- तुम्हारी जय-जय गाएँ माता
- भारत माता- भारत माता
- तुम्हारी जय-जय गाएँ माता
- भारत माता- भारत माता ||
हल्बी से अनुवाद
इस तरह भारत माता के प्रति, देश सेवा और देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत इन गीतों को सुनकर ,पढ़कर ज्ञात होता है कि बस्तर क्षेत्र जिसे आज भी लोग पिछड़ा और माओवाद के नाम से जानते हैं या चिन्हित करते हैं, वह भी अछूता नहीं रहा स्वतंत्रता की लड़ाई में, जिसमें हमारे बहुत सारे देशभक्त शहीद हुए थे | छत्तीसगढ़ का वह पिछड़ा कहलाने वाला क्षेत्र बस्तर के वीरों ने भी स्वतंत्रता के संघर्ष में बराबर का साथ निभाकर देश सेवा के लिए संघर्ष करते हुए अपने प्राणों का उत्सर्ग तो किया ही, साथ ही अपने गीतों के माध्यम से लोगों में जोश और जज्बा का संचार करके वे अपने देश के प्रति आस्थावान बने रहे | स्वतंत्रता के पचहत्तरवीं वर्ष में आज हम उन वीरों को और उनमें देशभक्ति का जज्बा जगाने वाले गायक-गायिकाओं को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से साथ निभाने वाले देशभक्तों को नमन करते हैं | -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के ग्राम पिपरिया में आयोजित लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला का पूर्ववर्ती सरकार के दौरान गठन तो किया गया, लेकिन इसके बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) के विकास पर पूर्ववर्ती सरकार ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया है और अब खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को सशक्त अधोसंरचना और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, ताकि यहां का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 611.21 करोड़ रुपये की लागत के 71 विकास कार्यों की ऐतिहासिक सौगात दी, जिसमें 470.98 करोड़ रुपये की लागत से 18 कार्यों का भूमिपूजन और 140.23 करोड़ रुपये की लागत से 53 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इन विकास कार्यों से विकसित खैरागढ़ का सपना साकार होने की दिशा में ठोस शुरुआत हो गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिले के बुजुर्गों, युवाओं, माताओं और बहनों ने जो सपने संजोए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए पैलीमेटा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने, छुुईखदान में 50 लाख रुपये की लागत से उच्च स्तरीय पानी की टंकी निर्माण, पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए ‘पान कैफे’ खोलने, खैरागढ़ में 500 सीटर सर्वसुविधायुक्त ऑडिटोरियम निर्माण और मुढ़ीपार में महाविद्यालय की स्थापना की घोषणाएं कीं। उन्होंने आश्वस्त किया कि इन कार्यों को आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि खैरागढ़, राजनांदगांव, कवर्धा और मानपुर-मोहला से उनका भावनात्मक और आत्मीय जुड़ाव रहा है। अब, जब उन्हें प्रदेश की बागडोर मिली है, वे पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर अग्रसर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत डेढ़ वर्षों में सरकार ने हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारा है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई गारंटियों को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है, जिससे उन्हें सीधे और लाभकारी मूल्य का लाभ मिल रहा है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं और इनका निर्माण तीव्र गति से हो रहा है, जिससे गांवों में राजमिस्त्री, सेंटरिंग प्लेट निर्माण और अन्य निर्माण कार्य से जुड़े कुशल श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है।
महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने हेतु ‘महतारी वंदन योजना’ को एक क्रांतिकारी पहल बताते हुए उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इसके पुनः फार्म भरवाए जाएंगे। वर्तमान में इस योजना से प्रदेश की 70 लाख महिलाएं प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्राप्त कर रही हैं और कई महिलाएं अपना व्यवसाय भी प्रारंभ कर चुकी हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के हित में खरीदी दरों में वृद्धि, प्रदेश के 5.62 लाख कृषि भूमिहीन मजदूरों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता और श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत अब तक 22 हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराए जाने का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि जनता के सहयोग से खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला शीघ्र ही मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यापक विकास के साथ प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल होगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार देश की पहली सरकार है, जो किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें शत-प्रतिशत क्रियान्वित करना है, ताकि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंच सके।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, सांसद श्री संतोष पांडेय, खैरागढ़ विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर आवास पर तिरंगा फहराकर आजादी के अमृत महोत्सव में की भागीदारी
उपमुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से “हर घर तिरंगा” लगाने की अपील
रायपुर : माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर चलाए जा रहे हर घर तिरंगा #HarGharTiranga अभियान के अंतर्गत उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज अपने रायपुर स्थित आवास पर तिरंगा लगाकर आजादी के अमृत महोत्सव में सहभागिता की। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि तिरंगा हमारे देश की आन, बान और शान का प्रतीक है और यह हम सभी को एकता, साहस और बलिदान की याद दिलाता है।उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने प्रदेश के सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे हर घर तिरंगा अभियान से जुड़ें, अपने-अपने घरों पर तिरंगा लगाएं और इस ऐतिहासिक पहल को सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि तिरंगा लगाना केवल देशभक्ति का प्रतीक नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने वाले वीरों के प्रति कृतज्ञता का भाव भी है।उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे अपने तिरंगे के साथ फोटो लेकर #HarGharTiranga अभियान का हिस्सा बनें और इसे harghartiranga.com पर साझा करें, ताकि यह संदेश जन-जन तक पहुंचे और देशभक्ति की भावना और प्रबल हो। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : शासन द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना अब ग्रामीण अंचलों में भी आमजनों के जीवन में आशा की किरण बन रही है। इसी क्रम में विकासखण्ड लोरमी के ग्राम नवागांव वेंकट निवासी अकत राम ध्रुव ने इस योजना का लाभ लेकर अपने घर की छत पर सोलर पैनल स्थापित कराया है। अब वह हर महीने बिजली बिल के बोझ से मुक्त होकर, अपनी ही सौर ऊर्जा से अपने घर की बिजली जरूरतें पूरी कर रहे हैं।
श्री अकत राम ध्रुव ने बताया कि पहले उनके घर में बिजली की आपूर्ति अनियमित रहती थी और बिजली बिल भी अधिक आता था, लेकिन जब उन्हें पीएम सूर्य घर योजना की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत आवेदन किया। योजना के तहत उन्हें सब्सिडी पर सोलर पैनल मिले और कुछ ही दिनों में उनके घर की छत पर सिस्टम इंस्टॉल कर दिया गया। अब उनके घर में नियमित रूप से बिजली रहती है और उन्हें बिल भी नहीं देना पड़ता, बल्कि आने वाले दिनों में वे अतिरिक्त बिजली को विद्युत विभाग को बेचकर आय अर्जित करने की भी योजना बना रहे हैं।
श्री अकतराम ध्रुव कहा कि इस योजना से उन्हें आर्थिक और मानसिक राहत मिली है। अब वे खेती के साथ-साथ घरेलू जरूरतों में भी सौर ऊर्जा का लाभ उठा रहे हैं। ग्राम पंचायत नवागांव वेंकट के सरपंच ने भी कहा कि अकत राम ध्रुव जैसे हितग्राहियों की सफलता गांव के अन्य लोगों को भी प्रेरणा दे रही है। गांव में अब अन्य लोग भी पीएम सूर्य घर योजना के लिए आवेदन करने आगे आ रहे हैं।
क्रेड़ा विभाग के अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना के लिए केन्द्र के साथ राज्य सरकार भी सब्सिडी प्रदान कर रही है। छत पर 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा 78 हजार रूपए और राज्य सरकार द्वारा 30 हजार रूपए की सब्सिडी दी जा रही है। इसके साथ ही आसान किश्तों में बैंक फायनेंस भी उपलब्ध है। प्रदेश में अब तक सैकड़ों लोगों ने इस योजना का लाभ लिया है और गांवों में इस योजना का लाभ लेने जागरूकता लगातार बढ़ रही है। इस योजना से पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक बचत और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को एक साथ बढ़ावा मिल रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि अधिक से अधिक घरों को सौर ऊर्जा से जोड़कर हर घर को आत्मनिर्भर बनाया जाए। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : जब मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने बिलासपुर के बहतराई स्टेडियम में स्वच्छता दीदियों के पैर पखारे, तो यह सम्मान पाकर स्वच्छता दीदियां भावुक हो उठीं। हजारों लोग इस भावुक और प्रेरक क्षण के साक्षी बने।
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों की स्वच्छता दीदियों को एक अनूठे तरीके से सम्मानित किया। सम्मानित हुईं स्वच्छता दीदियों ने अपने इस गौरवपूर्ण क्षण के लिए मुख्यमंत्री श्री साय और उप मुख्यमंत्री श्री साव के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया।
स्वच्छता दीदियों को सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वच्छता दीदियां और स्वच्छता कमांडोज़ स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उनका कार्य केवल सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक परिवर्तन का अभियान है, जिसमें उनके प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल से समाज में साफ-सफाई के कार्यों के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ेगी।
मंच पर सम्मानित हुईं विश्रामपुर की स्वच्छता दीदी पुनीता बाई और कुम्हारी की रानू देवांगन ने कहा कि समाज में अक्सर साफ-सफाई के कार्यों को हेय दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन आज मुख्यमंत्री द्वारा पैर पखारकर किया गया यह सम्मान हमारे लिए गर्व का विषय है। यह हमारे परिश्रम, निष्ठा और लगन का सच्चा पुरस्कार है। जनप्रतिनिधियों और नागरिकों के सहयोग से न केवल हमारे कार्य को पहचान मिली है, बल्कि हमारे नगरीय निकायों को सर्वेक्षण में उत्कृष्ट स्थान भी प्राप्त हुआ है।
बिल्हा की पूजा राठौर और दंतेवाड़ा की वसु राज ने बताया कि वे पिछले आठ वर्षों से इस कार्य से जुड़ी हैं, लेकिन आज जीवन में पहली बार इतना गौरवपूर्ण क्षण आया है। स्वच्छता दीदी शारदा सोनी और किरण सिंह ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के प्रति आत्मीय आभार प्रकट किया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पायनियर समूह द्वारा स्थापना दिवस एवं छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नदृष्टा एवं निर्माता भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति संगोष्ठी में शामिल हुए श्री साय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय पायनियर समूह के स्थापना दिवस एवं छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्नदृष्टा एवं निर्माता भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित संगोष्ठी समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन राजधानी स्थित श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ वासियों के लिए नए राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ का निर्माण भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की ही देन है। हम उनके सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ के चहुंमुखी विकास पथ पर अग्रसर हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत गांवों का देश है और गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछाने में भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का महत्वपूर्ण योगदान है। गांव तक आज विकास की जो धार पहुंची है, वह अटल जी का ही आशीर्वाद है। उनके शासनकाल में ही देश में स्वर्णिम चतुर्भुज योजना लागू हुई और टेलीकॉम इंडस्ट्री में भी महत्वपूर्ण कार्य हुए। श्री अटल जी ने ही देश में अनुसूचित जनजाति का अलग से विभाग गठित कर आदिवासी क्षेत्रों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया।
कार्यक्रम में पायनियर समूह के 10 वर्ष पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री ने समूह को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज जिस निर्भीकता एवं निष्पक्षता के साथ पायनियर समूह ने छत्तीसगढ़ में 10 साल पूरे किए हैं, वह अत्यंत सराहनीय है। आगे भी इसी निर्भीकता और निष्पक्षता से बढ़ते हुए यह समूह आम जनता की आवाज बने। इसके साथ ही उन्होंने बालाजी ग्रुप द्वारा महिलाओं की नि:शुल्क डिलीवरी एवं उपचार करने के कार्य की सराहना करते हुए बधाई दी।
श्री अटल जी को याद करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उन्हें 2004 तक सांसद के रूप में उनके साथ कार्य करने का अवसर मिला। वे देश में तीन बार प्रधानमंत्री बने और वादे के अनुरूप सन 2000 में मध्यप्रदेश से अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। वे न केवल कुशल राजनीतिज्ञ, बल्कि साहित्यकार और कवि भी थे। वे अपने भाषणों और बातों को बेहद सधी हुई और प्रभावशाली शैली में प्रस्तुत करते थे। विपक्षी भी उनके भाषण के कायल होते थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पायनियर रायपुर संस्करण का शुभारंभ 2016 में हुआ था और आज यह 10वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस 10 साल की यात्रा आसान नहीं थी। उन्होंने समूह को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने याद किया कि पायनियर के प्रथम संस्करण 2016 के शुभारंभ अवसर पर अरुण जेटली जी उपस्थित हुए थे और उन्होंने अपनी शुभकामनाएं दी थीं। आज 10 साल बाद पायनियर व बालाजी ग्रुप न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में, बल्कि समाचार जगत में भी गौरवपूर्ण स्थान बना चुका है और पायनियर को गांव-गांव तक पहुंचाने का कार्य किया है। पायनियर ने 169 सालों से अलग-अलग शहरों में अपनी यात्रा जारी रखते हुए नाम कमाया है।
अटल जी को याद करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा कि वे कई समाचार पत्रों के संपादक भी रहे। ग्रामीण सड़क योजना के माध्यम से गांवों को जोड़ने का काम श्रद्धेय अटल जी ने किया। सर्व शिक्षा अभियान के तहत उन्होंने बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के कार्य भी किए। विदेश के दबाव के बावजूद परमाणु परीक्षण हमारे अटल जी के नेतृत्व में ही पूरा हो पाया। इस दौरान उन्होंने अटल जी से जुड़े 45 साल पुराने कई संस्मरण भी साझा किए।
इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थापना दिवस की बधाई दी। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, बसना विधायक श्री संपत अग्रवाल, डॉ. देवेंद्र नायक, डॉ. नीता नायक सहित पायनियर समूह और बालाजी ग्रुप के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री ने पैर पखारकर स्वच्छता दीदियों का किया सम्मान
स्वच्छता में प्रथम रैंक लाने वाले नगरीय निकाय को मिलेगा एक करोड़ का पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने 260 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
ऑनलाइन संपत्ति कर जमा करने पोर्टल का हुआ शुभारंभ
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज ‘स्वच्छता संगम’ में शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अहम योगदान देने वाली स्वच्छता दीदियों के पैर पखारकर उनका सम्मान किया। बिलासपुर के बहतराई इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में 260 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। उन्होंने घोषणा की कि स्वच्छता में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नगरीय निकाय को एक करोड़ रुपए, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले को 50 लाख रुपए तथा तीसरा स्थान पाने वाले को 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर विधायकगण श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री धर्मजीत सिंह, श्री दिलीप लहरिया और श्री सुशांत शुक्ला, बिलासपुर की महापौर श्रीमती पूजा विधानी, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री राजा पाण्डेय, क्रेडा के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सवन्नी तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि ‘स्वच्छता संगम-2025’ में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ‘स्वच्छता संगम’ के सफल आयोजन के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में हमारी सफाई दीदियों का योगदान अतुलनीय है, और आज उनके पैर पखारकर हमने उन्हें सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। तब से हम निरंतर स्वच्छता के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए नई उपलब्धियां अर्जित कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ ने इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता पाई है। यह उपलब्धियां हमें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए विभिन्न नवाचार लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर ‘हर घर तिरंगा’ लहराने और प्रदेश को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए जनसहभागिता का आह्वान किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के इतिहास का गौरवशाली दिन है। प्रधानमंत्री ने 2014 में स्वच्छता का बीड़ा उठाया और आज यह जन आंदोलन का रूप ले चुका है। स्वच्छता में प्रगति करते हुए हमने राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान बनाई है और राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से पुरस्कार प्राप्त किए हैं। हमारे नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर छह पुरस्कार प्राप्त होना गर्व की बात है। रायपुर नगर निगम को गार्बेज-फ्री सिटी में सेवन-स्टार रेटिंग मिली है। 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में अकेले छत्तीसगढ़ के 58 शहरों को थ्री-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। सोर्स सेग्रीगेशन और अपशिष्ट प्रबंधन में भी हमारे शहरों ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। स्वच्छता के सभी मापदंडों पर छत्तीसगढ़ में तेजी से कार्य हो रहा है। हमारा उद्देश्य है कि हमारे शहर स्वच्छ, सुंदर और सुविधापूर्ण बनें तथा स्वच्छता छत्तीसगढ़ की पहचान बने।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में राज्य के 115 शहरों ने अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सात नगरीय निकायों को नई दिल्ली में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के हाथों पुरस्कृत होने का गौरव प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में इन नगरीय निकायों के साथ ही संभाग स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 30 से अधिक नगरीय निकायों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने संपत्ति कर जमा करने का ऑनलाइन पोर्टल किया लॉन्च
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम में तीन नगर निगम—बिरगांव, भिलाई-चरोदा और धमतरी—तथा 43 नगर पालिकाओं में ऑनलाइन संपत्ति कर जमा करने की सुविधा के लिए जीआईएस आधारित प्रॉपर्टी टैक्स लाइव पोर्टल का शुभारंभ किया। एक साथ 46 शहरों में ऑनलाइन संपत्ति कर भुगतान की यह सुविधा स्थानीय स्वशासन को आधुनिक बनाने और नागरिकों को घर बैठे सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे कर संग्रहण में भी तेजी आएगी।
‘स्वच्छता संगम’ में नगरीय निकायों में स्वच्छता और शहरी सौंदर्यीकरण के मानकों को ऊंचा उठाने के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का शुभारंभ भी किया गया। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 पर आधारित वीडियो का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने 63.57 करोड़ के 24 कार्यों का किया लोकार्पण, 197 करोड़ से अधिक के 25 कार्यों का किया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ‘स्वच्छता संगम’ में 260 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने बिलासपुर जिले में विभिन्न विभागों के 63 करोड़ 57 लाख रुपए की लागत के 24 निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण किया तथा 197 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के 25 कार्यों का भूमिपूजन भी किया।
इस अवसर पर संभागायुक्त श्री सुनील जैन, पुलिस महानिरीक्षक श्री संजीव शुक्ला, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह, सभी नगरीय निकायों के महापौर, सभापति, नगर पालिका एवं नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, निगम आयुक्त, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकायों के वरिष्ठ अभियंता, स्वच्छता दीदियां एवं स्वच्छता कमांडोज़ बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गृहमंत्री ने पूरी ताकत के साथ आपराधियों के विरूद्ध कठोरता से कार्रवाई के दिए निर्देश
पुलिस अधीक्षक जिले के कॉलेज और स्कूलों का महीने में एक बार अवश्य करें भ्रमण
थानों में अनुशासन के लिए एसपी-एसएसपी और डीएसपी प्रत्येक सप्ताह परेड कराए
आम नागरिकों से बेहतर व्यवहार के दिए निर्देश
मादक पदार्थाे, जुआ, सट्टा के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश
कानून व्यवस्था बनाएं रखने तथा सतर्क रहने के निर्देश
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सरगुजा रेंज के पुलिस अधीक्षकों की ली बैठक
रायपुर : उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने आज सरगुजा कोर्डिनेशन सेंटर में सरगुजा रेंज अंतर्गत सभी पुलिस अधीक्षकों की उच्चस्तरीय बैठक ली। बैठक में उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की और पुलिस तंत्र को अधिक प्रभावी, संवेदनशील और जवाबदेह बनाने के सख्त निर्देश दिए। बैठक में श्री शर्मा ने स्पष्ट कहा कि कानून का राज स्थापित करना और अपराधियों के मन में भय पैदा करना पुलिस की सर्वाेच्च जिम्मेदारी है। गंभीर अपराधों के मामलों में दोष सिद्धि की दर बढ़ाने पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने सभी जिलों में मामलों की नियमित और वैज्ञानिक मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पुलिस अधीक्षक न केवल अपने कार्यालय में आने वाले लोगों से समय पर मिलें, बल्कि अधीनस्थ पुलिसकर्मियों से भी संवाद कर उनकी समस्याओं और जरूरतों को समझें।
उन्होंने पुलिस अधीक्षकों से कहा कि जिले के कॉलेज और स्कूलों का महीने में एक बार भ्रमण अवश्य करें और थानों में अनुशासन के लिए एसपी-एसएसपी और डीएसपी प्रत्येक सप्ताह परेड भी कराए। बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह श्री मनोज पिंगुवा, आईजी पीएचक्यू श्री अजय यादव, आईजी सरगुजा श्री दीपक झा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अलावा सरगुजा रेंज के बलरामपुर-रामानुजगंज, जशपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, और सरगुजा जिले के पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बैठक में मानव तस्करी, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, अवैध हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर अपराधों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई पर जोर दिया गया। एनडीपीएस एक्ट के मामलों में एंड-टू-एंड इन्वेस्टिगेशन सुनिश्चित करने और दोषियों को कठोर सजा दिलाने की बात कही गई। अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने, चिटफंड कंपनियों के मामलों की गंभीरता से जांच करने और निवेशकों को धनवापसी की कार्यवाही तेज करने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ब्लैक स्पॉट की पहचान कर सुधारात्मक कदम उठाने, यातायात प्रबंधन को मजबूत बनाने और ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात व्यवस्था में सुधार केवल पुलिस का नहीं बल्कि प्रशासन और समाज का साझा दायित्व है। उन्होंने सभी स्कूलों और कॉलेजों में ड्रग-फ्री कैंपस अभियान चलाने, छात्रों में नशामुक्ति के प्रति जागरूकता फैलाने और सामुदायिक पुलिसिंग के जरिए जनता और पुलिस के बीच भरोसे का रिश्ता मजबूत करने की आवश्यकता बताई।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए विशेष प्रशिक्षण, बीट प्रणाली की नियमित समीक्षा और ‘समाधान ऐप’ के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया गया। उन्होंने निर्देश दिया कि ग्राम सभाओं और जनसंवाद कार्यक्रमों के माध्यम से जनता को पुलिस से जोड़ा जाए, ताकि लोग पुलिस को अपना मित्र और संरक्षक मानें।
बैठक के अंत में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने दो टूक कहा कि पुलिस की कार्यवाही ऐसी होनी चाहिए कि अपराधी कानून से डरें और आम जनता को भरोसा हो कि कानून-व्यवस्था उनकी सुरक्षा के लिए है। उन्होंने कहा जनता के मन में सम्मान और अपराधियों के मन में भय होना चाहिए, यही हमारी पुलिस व्यवस्था की असली सफलता है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जताया आभार
रायपुर : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आज छत्तीसगढ़ के 1 लाख 41 हजार से अधिक किसानों के बैंक खातों में ₹152 करोड़ 84 लाख की राशि का सीधा अंतरण किया गया। यह राशि फसल हानि की भरपाई के साथ किसानों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व में यह योजना किसानों के लिए सुरक्षा कवच बन गई है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज देशभर में 30 लाख से अधिक किसानों को कुल ₹3,200 करोड़ से ज्यादा की बीमा दावा राशि का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि अन्नदाताओं की रक्षा और उनकी समृद्धि हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन और संकल्प से किसानों की समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा का द्वार खुला है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार, केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को पूरी पारदर्शिता और तत्परता के साथ प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि राज्य के किसान आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त होने के साथ ही आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो सकें। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सारंगढ़ में निर्मित 33/11 केव्ही उपकेन्द्र का होगा लोकार्पण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 11 अगस्त सोमवार को सारंगढ़ के शासकीय महाविद्यालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले को 186 करोड़ रूपए के विकास एवं निर्माण कार्यो की सौगात देंगे, जिसमें 90 करोड़ की लागत वाले कार्यों का भूमिपूजन तथा 96 करोड़ की लागत से हुए विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव, श्री विजय शर्मा, मंत्री श्री केदार कश्यप, श्री ओपी चौधरी, श्री टंकराम वर्मा, सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया, सांसद जांजगीर-चांपा श्रीमती कमलेश जांगड़े, सांसद राज्यसभा श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े, विधायक बिलाईगढ़ श्रीमती कविता प्राण लहरे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय भूषण पाण्डेय, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्री अजय जवाहर नायक विशिष्ट अतिथि होंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सारंगढ़ कलेक्टोरेट परिसर में 1.85 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 33/11 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र, 13.51 करोड़ की लागत से निर्मित चन्द्रपुर सरिया कंचनपुर सड़क मार्ग, 17.48 करोड़ की लागत से बरमकेला से कटंगीपाली सड़क उन्नयन, सारंगढ़ अंचल के 22 ग्रामों में 14.55 करोड़ की लागत से निर्मित कार्यों, 23.92 करोड़ की लागत से बरमकेला के 33 गांव तथा 23.16 करोड़ की लागत से बिलाईगढ़ क्षेत्र के 15 गांवों में जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्मित कार्यों का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जिला चिकित्सा सारंगढ़ में 41.64 लाख रूपए की राशि से निर्मित होने वाले 20 बिस्तर वाले अतिरिक्त वार्ड, प्रतीक्षा कक्ष एवं दवा वितरण कक्ष निर्माण का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर जिला खनिज न्यास संस्थान मद से 4.73 करोड़ की लागत वाले 48 निर्माण कार्यों सहित 7.12 करोड़ की लागत से बनने वाली बोरिदा से ठेंगागुड़ी तोरा सड़क, 5.70 करोड़ की लागत वाली नवघट्टा से पीहरा सड़क, 3 करोड़ की लागत वाली दुलुमपुर से गोबरसिंघा सड़क, 3.63 करोड़ की लागत से बनने वाली बोंदा से नवघट्टा सड़क, 9 करोड़ की लागत वाली सांकरा से राबो सड़क, 3.15 करोड़ की लागत वाली बोंदा से भीखमपुरा सड़क, 3.42 करोड़ की लागत वाली रैबो से आमाबोराई सड़क, 2.38 करोड़ की लागत वाली सारंगढ़ मेनरोड से डूमरसिंघा सड़क, 4.66 करोड़ से बरमकेला में निर्मित होने वाले महाविद्यालय भवन, 74.59 लाख की लागत से निर्मित होने वाले जिला पशुधन कार्यालय भवन, 1.20 करोड़ की लागत से उपजेल सारंगढ़ में 2 मंजिला बैरक निर्माण, 1.59 करोड़ की लागत से सारंगढ़ में गोदाम निर्माण, 19.30 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली हसौद सरसींवा सराईपाली सड़क निर्माण, 5.73 करोड़ की लागत वाले कोसमुण्डा पहुंचमार्ग, 2.07 करोड़ की लागत वाले तौलीडीह साल्हेओना मार्ग तथा 89.14 लाख रूपए की लागत वाले खपरापाली से लांधिया पहुंचमार्ग का भूमिपूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ग्राम गौरवपथ योजना अंतर्गत 67.98 लाख रूपए की लागत से धरसा रोड में सहीस मोहल्ला से गौठान तक सीसी रोड एवं नाली निर्माण, 1.02 करोड़ की लागत से हाईस्कूल से गुड़ीपारा तक सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, 68.35 लाख रूपए की लागत से मेनरोड से दूध डेयरी तक सीसी सड़क एवं नाली निर्माण, 48.34 लाख रूपए की लागत से पोरथधाम तक सीसी सड़क सह नाली निर्माण कार्य की आधारशीला रखेंगे। मुख्यमंत्री इस मौके पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत 3.55 करोड़ की लागत से बांजीपाली से केनाभाठा तक सड़क, 1.17 करोड़ रूपए की लागत से कलमा बैराज से बरगांव सड़क निर्माण कार्य तथा पीएमश्री योजनातंर्गत 1.47 करोड़ रूपए की लागत से सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के विभिन्न स्कूलों में अतिरिक्त कक्षों, बोरवेल और वाटर हार्वेस्टिंग कार्यों का भी भूमिपूजन करेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : प्रदेश के गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज नारायणपुर प्रवास के दौरान नक्सल पुनर्वास केंद्र में आत्मसमर्पित नक्सलियों से सीधा संवाद किया। इस मौके पर संसदीय कार्य, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप भी मौजूद रहे।
रक्षाबंधन के मौके पर पुनर्वास केंद्र की आत्मसमर्पित महिला नक्सलियों ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को राखी बांधी और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। श्री शर्मा ने सभी बहनों के मंगलमय जीवन की कामना करते हुए कहा कि जो भाई-बहन नक्सल संगठन छोड़कर मुख्यधारा में आ गए हैं, वे अब हमारे परिवार का हिस्सा हैं। अगर कोई और भी लौटना चाहे, तो पूरा समाज उसे अपनाएगा और उसकी सुरक्षा व आजीविका की जिम्मेदारी हमारी होगी।
आत्मसमर्पित नक्सलियों ने शासन की पुनर्वास नीति की खुलकर सराहना की और बताया कि पहले उनका जीवन भटका हुआ और हिंसा से भरा था, लेकिन अब कौशल विकास प्रशिक्षण पाकर वे आत्मनिर्भर बन रहे हैं और लोकतांत्रिक जीवन जी रहे हैं। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए कि पुनर्वास केंद्र की दिनचर्या में खेलकूद, मनोरंजन, देशभक्ति फिल्में और साक्षरता कार्यक्रम शामिल किए जाएं, साथ ही एक्सपोज़र विजिट के तहत आत्मसमर्पित नक्सलियों को रायपुर और जगदलपुर जैसे शहरों का भ्रमण कराया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका आत्मविश्वास बढ़ाने और आमदनी के स्थायी साधन उपलब्ध कराने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगरपालिका अध्यक्ष इंद्रप्रसाद बघेल, सरपंच छोटेडोंगर संध्या पवार, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भीम सिंह, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुंदरराज पी., कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया, जिला पंचायत सीईओ आकांक्षा शिक्षा खलखो, वनमंडलाधिकारी ससिगानंदन के., एसडीएम अभयजीत मंडावी सहित जिला स्तरीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाला आयोजन इस रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा इस दिन दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों के दौरे पर रहेंगे, जहां आत्मसमर्पण कर चुकी नक्सली महिलाएं और दंतेश्वरी फाइटर्स की महिला कमांडो उन्हें राखी बांधेंगी।
दंतेवाड़ा जिले में आयोजित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा उन आत्मसमर्पित नक्सली महिलाओं से मुलाकात करेंगे, जो अब समाज की मुख्यधारा से जुड़कर कार्य कर रही हैं। दंतेश्वरी फाइटर्स की महिला कमांडो सुरक्षा और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग दे रही हैं। रक्षाबंधन के अवसर पर इन बहनों द्वारा उपमुख्यमंत्री को राखी बांधने का कार्यक्रम निर्धारित है।
इसके पश्चात श्री शर्मा सुकमा जिले के पुनर्वास केंद्र का भ्रमण करेंगे जहां आत्मसमर्पित नक्सली महिलाएं राखी बांधेंगी। यह आयोजन राज्य सरकार की पुनर्वास नीति की दिशा में एक संवेदनशील पहल है, जिसके माध्यम से नक्सलवाद छोड़ चुकी महिलाओं को समाज में पुनः सम्मानजनक जीवन की ओर अग्रसर किया जा रहा है।सरकार द्वारा नक्सल प्रभावित जिलों में पुनर्वास नीति के अंतर्गत आत्मसमर्पण करने वाले व्यक्तियों को न केवल सुरक्षा प्रदान की जा रही है, बल्कि उन्हें शिक्षा, स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण और सामाजिक पुनःस्थापना का अवसर भी दिया जा रहा है। रक्षाबंधन पर यह आयोजन इसी प्रक्रिया की एक अभिव्यक्ति है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा है कि शासन की मंशा है कि जो लोग हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज में लौटना चाहते हैं, उन्हें हरसंभव सहायता और मार्गदर्शन दिया जाए। रक्षाबंधन जैसे सामाजिक पर्वों के माध्यम से यह संदेश भी देना आवश्यक है कि शासन और प्रशासन ऐसे लोगों को स्वीकार करता है और उन्हें आगे बढ़ने का अवसर देता है।उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ें, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं इन क्षेत्रों तक पहुंचे और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलें। रक्षाबंधन का यह आयोजन केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि शासन और जनता के बीच विश्वास के सेतु को और मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उपमुख्यमंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने विभागीय योजनाओं और नवाचारों की समीक्षा
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में शीघ्र शुरू हो ओपीडी: उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा
’ग्राम पंचायतों की आय बढ़ाने कॉम्प्लेक्स निर्माण का सुझाव, मक्का व मिलेट्स किसानों को मिलेगा प्रोत्साहन’
’मनरेगा, पीएम आवास, महतारी वंदन से लेकर जल जीवन मिशन तक सभी योजनाओं की गहन समीक्षा’
रायपुर : उपमुख्यमंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने आज जगदलपुर स्थित जिला कार्यालय के प्रेरणा सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा जिले में किए जा रहे नवाचारों और योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि कोई व्यक्ति दो से अधिक बार शराब या अन्य नशे की तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, तो उसकी संपत्ति जब्त करने की कानूनी कार्यवाही तत्काल आरंभ की जाए। उन्होंने नशा उन्मूलन के लिए पुलिस विभाग, जनप्रतिनिधियों और दवा व्यापारियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जगदलपुर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शीघ्र ओपीडी सेवा प्रारंभ करने को कहा, ताकि आम जनता को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हो सकें।
उपमुख्यमंत्री ने राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे स्थित ग्राम पंचायतों में कॉम्प्लेक्स निर्माण कर पंचायतों को स्वावलंबी बनाने का सुझाव दिया, जिससे पंचायतों को स्थायी राजस्व प्राप्त हो सके। उन्होंने पंचायत सचिवों को अविवादित बंटवारे के मामलों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने हेतु ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देने और जनजागरूकता हेतु मुनादी एवं होर्डिंग लगाने के निर्देश भी दिए। मिलेट्स उत्पादन करने वाले किसानों के उत्पाद को बाजार तक पहुँचाने की ठोस व्यवस्था बनाने तथा मक्का उत्पादक किसानों को स्प्रिंकलर एवं विभागीय योजनाओं से जोड़ने की बात भी कही।बैठक में पंचायत विभाग द्वारा किए गए नवाचारों, अटल डिजिटल सुविधा केंद्र, महतारी सदन, दीनदयाल अंत्योदय योजना, बिहान, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), आत्मसमर्पित नक्सली एवं नक्सल पीड़ित हितग्राहियों को प्रथम किश्त के उपरांत आवास की प्रगति, ग्राम पंचायतों में पंजी संधारण की स्थिति, डीपीआरसी ट्रेनिंग सेंटर, स्वच्छ भारत मिशन तथा आगामी तीन माह की कार्ययोजना की भी समीक्षा की गई।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने गृह विभाग के अंतर्गत अवैध शराब, सट्टा, जुआ, गोधन तस्करी, यातायात नियंत्रण, हिट एंड रन, मोटरयान अधिनियम की धाराओं पर की गई कार्रवाई, ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन, गुम इंसानों के प्रकरण और एनडीपीएस एक्ट के मामलों की स्थिति की जानकारी ली गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए नवाचारों, आयुष्मान कार्ड वितरण, मोबाइल हेल्थ वैन संचालन, जनऔषधि केंद्रों की उपलब्धता, सिकलसेल डायग्नोसिस, डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की स्थिति तथा आगामी तीन माह के लिए निर्धारित कार्ययोजना की समीक्षा की गई।वन विभाग द्वारा किए गए लाख उत्पादन, तेंदूपत्ता बोनस वितरण, चरण पादुका वितरण और निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ कैंपा मद में दो वर्षों के आवंटन और व्यय की जानकारी भी ली गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की महतारी वंदन योजना, मातृ वंदन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, स्वस्थ लइका अभियान और नीति आयोग के सहयोग से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी बैठक में दी गई।राजस्व विभाग द्वारा किए गए नवाचार, प्रकरणों की स्थिति, शिविरों की प्रगति और भू-अर्जन से संबंधित कार्यों की समीक्षा की गई। कृषि विभाग द्वारा रकबा, बीज एवं उर्वरक वितरण, आत्मा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, खरीफ की तैयारी, चौम्प्स योजना से यंत्र वितरण आदि की अद्यतन जानकारी ली गई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत घरेलू नल कनेक्शन, पूर्णता प्रमाण पत्र और हर घर जल प्रमाणीकरण की स्थिति पर चर्चा हुई।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जल संसाधन विभाग के तहत प्रमुख बांध, नहर और जलाशयों में जलभराव की स्थिति की समीक्षा की गई। विद्युत विभाग की प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना, ट्रांसफार्मर की उपलब्धता, आरडीएसएस योजना के तहत क्रियान्वयन की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया। लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा तथा राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों और आगामी तीन माह के कार्यों की कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई।
शिक्षा विभाग द्वारा ज्ञानगुड़ी योजना के तहत निरूशुल्क कोचिंग, आईसीटी आधारित प्रशिक्षण, बहुभाषी शिक्षा, पीएम श्री स्कूलों के निर्माण, शिक्षा गुणवत्ता कार्यक्रम, मिशन 200, जीरो ड्रॉपआउट अभियान और सम्पर्क फाउंडेशन की गतिविधियों की समीक्षा की गई। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा छात्रावासों और छात्रवृत्तियों की स्थिति प्रस्तुत की गई।खाद्य विभाग द्वारा पीडीएस प्रणाली, धान भंडारण एवं उठाव की स्थिति की जानकारी दी गई। नगर निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन शहरी, पीएम आवास योजना शहरी, भवन अनुज्ञा एवं अधोसंरचना विकास कार्यों की समीक्षा की गई। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और पीएमईजीपी की प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की गई। इसके अतिरिक्त सहकारिता, समाज कल्याण और श्रम विभाग की गतिविधियों की भी समग्र समीक्षा की गई।
उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए तथा यह ध्यान रखा जाए कि इन योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों में शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, महापौर श्री संजय पांडेय, सचिव पंचायत श्री भीम सिंह, कलेक्टर श्री हरिस एस., पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रतीक जैन, वनमंडलाधिकारी श्री उत्तम गुप्ता सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।