- बेमेतरा :-आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा जिला बेमेतरा अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2019-20 पोस्ट मैट्रिक राज्य छात्रवृत्ति अंतर्गत अनुसूचित जाति में कुल 1443 विद्यार्थियों हेतु राशि 7230830 रू. तथा अनुसूचित जनजाति हेतु कुल 439 विद्यार्थियों हेतु 2711774 रू. एवं अन्य पिछड़ा वर्ग हेतु कुल 4316 विद्यार्थियों हेतु 11204930 रू. स्वीकृति कर डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया गया हैं।सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मेनका चन्द्राकर ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्री-मैट्रिक अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति अंतर्गत कुल 43 विद्यार्थियों का तथा पोस्ट मैट्रिक अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति अंतर्गत कुल 30 विद्यार्थियों का एवं मेरिट कम मीन्स (मेरिट सह साधन आधरित) छात्रवृत्ति अंतर्गत कुल 3 विद्यार्थियों का आॅनलाईन प्रस्ताव भारत सरकार, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को स्वीकृति एवं भुगतान हेतु प्रेषित किया गया है।
- बेमेतरा :राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लाॅकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। अतः बच्चों को घरों में पढ़ने लिखने एवं सीखने का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग छ.ग.शासन द्वारा आनलाईन पढ़ाई के लिए वेबपोर्टल cgschool.in तैयार कर “पढ़ई तुहर दुआर” कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ 07 अप्रैल को छ.ग. प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपश बघेल के कर कमलों द्वारा किया जा चुका है। इस पोर्टल पर कक्षा 1 से 10 तक के लिए सभी विषयों के पाठ्यसामग्री वीडियो/आडियो एवं पीडीएफ फार्म में उपलब्ध है। इसके अलावा वेबपोर्टल पर सभी स्कूलों का वर्चुअल स्कूल भी बनाया गया है। ये वर्चुअल स्कूल भौतिक रूप से विद्यमान स्कूलों का ही विस्तार होंगे जिसमें उसी स्कूल के शिक्षक और बच्चे जुड़कर वीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से आनलाईन इंटरेक्टिव कक्षाओं का आयोजन उसी तरह से कर सकते हैं जैसे भौतिक स्कूलों में होता है। इस प्रकार लाकडाउन का पालन करते हुए सभी शिक्षक और बच्चे अपने अपने घरों में रहते हुए मोबाईल फोन के माध्यम से सीखने सिखाने की प्रक्रिया को निरंतर जारी रख सकते हैं।डीइओ बेमेतरा श्री सी.एस. ध्रुव ने बताया कि जिलें में इस हेतु जिला स्तरीय, विकासखंड स्तरीय एवं संकुल स्तरीय नोडल अधिकारियों की नियुक्त किया जा चुका है, जिनके माध्यम से सभी शिक्षकों और बच्चों को वेबपोर्टल से जोडने की प्रक्रिया जारी है। अभी तक 90 प्रतिशत शिक्षक एवं लक्ष्य समूह के लगभग 25 प्रतिशत बच्चे पोर्टल से जुड़ चुके हैं तथा अनेक शालाओं में पठन-पाठन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसी संदर्भ में “पढ़ई तुहर दुआर“ कार्यक्रम का जिलें में सुव्यवस्थित संचालन एवं मानिटरिंग हेतु कलेक्टर द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के आधीन शिक्षा विभाग में प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े सभी अधिकारियों कर्मचारियों को निष्ठापूर्वक अपने अपने दायित्वों का निर्वहन करने के लिए आदेश जारी किया जा चुका है। कार्यक्रम का लाभ सभी बच्चों को मिले इस हेतु शिक्षा विभाग का समस्त अमला निरंतर कार्य कर रहे हैं।
- बेमतरा:- बेमेतरा शहर मे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही करने, मास्क नही पहनने, प्रतिबंधित नशीला पदार्थ बेचने, दुकानों के बाहर ग्राहको के लिए गोल घेरा न लगाने के कारण 27 दुकानदारों पर एक लाख 10 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया है। दुकानों मे अनावश्यक भीड़ इकट्ठा नही करने की समझाईश दी गई।अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बेमेतरा श्री जगन्नाथ वर्मा एवं उनके टीम द्वारा आज शुक्रवार को बेमेतरा के अनेक दुकानों की आकस्मिक जांच की गई। जिसमे तम्बाकू, गुड़ाखू एवं गुटका बिक्री पर जुर्माना लगाया गया। कुछ किराना दुकानों मे नशीला पदार्थ बेचने के आरोप मे जुर्माना लगाया गया। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करने की समझाईश दी जा रही है। जांच दल मे तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय कुमार चंद्रवंशी, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री होरीसिंह ठाकुर नायब तहसीलदार राजकुमार मरावी स्वच्छता निरीक्षक श्री निवास द्विवेदी उपस्थित थे। अधिकारियों ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही करने पर यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।
- बेमेतरा :-जिला गठन पश्चात् आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा जिला बेमेतरा के विकास खण्ड बेमेतरा, अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2012-13 में 04 कार्यो के लिए क्रमशः ग्राम- कुरदा, दाढ़ी, बटार, कातलबोड़ हेतु रू. 0.40-0.40 लाख मान से कुल स्वीकृत राषि रू. 1.60 लाख एवं वर्ष 2013-14 में 02 कार्यो के लिए क्रमशः ग्र्राम-जेवरा, सनकपाट हेतु रू. 0.50-0.50 मान से स्वीकृत राशि रू. 1.00 लाख व वर्ष 2015-16 में 01 कार्य के लिए ग्राम-मटका हेतु रू. 0.50 लाख मान से स्वीकृत राशि रू. 0.50 लाख तथा वर्ष 2017-18 में 01 कार्य के लिए ग्राम बोहारडीह हेतु स्वीकृत राषि रू. 1.00 लाख के मान से व वर्ष 2019-20 में 01 कार्य के लिए ग्राम-झालम हेतु रू. 1.00 लाख अर्थात् कुल स्वीकृत राशि रूपये 5.10 लाख देवगुड़ी निर्माण (पूजा स्थल) स्वीकृत राशि किया गया है, जिसमे से कुल राशि रू. 4.10 लाख व्यय किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2012-13 से 2019-20 तक कुल 09 देवगुड़ी निर्माण कार्य स्वीकृत किये गये है, जिसमे 07 कार्य पूर्ण हो चुके है तथा 02 कार्य प्रगति पर है।
- बेमेतरा : -राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संबोघन आज शुक्रवार को प्रातः 11 बजे से 12 बजे तक वेबकास्ट के माध्यम से सभी ग्राम पंचायतों को संबोधित किया गया। जिस संबंध मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को अपने पंचायतों के प्रमुखों/जनप्रतिनिधियों को सूचित कर उक्त टेली कास्ट मे सम्मिलित होने हेतु निर्देशित किया गया। जिसमे जिला पंचायत के स्वान कक्ष मे भी प्रधानमंत्री जी के संबोधन का श्रवण किया गया।आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री के द्वारा अलग-अलग राज्यों के ग्राम पंचायतों के प्रमुखों के साथ विडियो काॅन्फ्रेंस के जरिये वार्तालाप की। पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ने ई-ग्राम-स्वराज अभियान पोर्टल की शुरुआत की साथ ही स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया। जिसके जरिए ग्राम पंचायतों से जुड़ी सभी गतिविधियों की जानकारी, विकास काम-काज, लेखा-जोखा, उनसे जुड़ी समस्याएं, सम्पत्ति की जानकारी आदि इस एप पर एक जगह मौजूद रहेगी । यह एप ग्राम पंचायतों की संपूर्ण डीजीटीकरण की जानकारी रखेगा। जिससे गांव के नागरिक अपने मोबाईल पर ही ये जानकारी प्राप्त कर सकेंगे इसके तहत शहरों की तरह गांव के लोग भी अपनी संपत्ति के आधार पर लोन ले सकेंगे। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी। कोरोना संकट से हमे आत्मनिर्भर बनने का सबक मिला है। प्रधानमंत्री ने कोरोना से निपटने के लिए गांव के लोगों को दो गज दूरी बनाये रखने, साफ-सफाई विशेष ध्यान रखने का संदेश भी दिया है। साथ ही आरोग्य सेतु मोबाईल एप डाउनलोड करने तथा आयुष मंत्रालय की गाईडलाईन पढ़ने के भी निर्देश दिये।
- बेमेतरा :- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम हेतु बेमेतरा जिले के नागरिकों द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है।इसी क्रम मे आज कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल से सौजन्य मुलाकात कर 73 हजार रुपये का चेक भेंट किये इनमे सेवा सहकारी समिति बालसमुन्द अध्यक्ष देवनाथ पाल द्वारा 11 हजार रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष मे एवं 10 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष मेे चेक भेंट किया। इसी तरह अध्यक्ष सहकारी समिति कर्मचारी संघ जिला बेमेतरा द्वारा 21 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष मे, श्री रामचंद्र स्वामी महामाई भगवती सेवा समिति नांदघाट द्वार मुख्यमंत्री सहायता कोष मे 21 हजार रु., नगर पंचायत अध्यक्ष नवागढ़ तिलक घोष एंव शक्तिधर दीवान द्वारा 5-5 हजार रु जिला प्रशासन के कोविड-19 कोष मे का अलग-अलग चेक भेंट किये
- बेमेतरा: -कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु सोशन डिस्टेंसिंग/फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने हेतु समय-समय पर राज्य शासन द्वारा निर्देश जारी कए गये है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने तत्संबंध मे एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 के सेक्शन 02 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये एतद् द्वारा आदेशित किया जाता है कि इन नियमों का पालन नही करने पर अर्थदण्ड स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय स्वशासी निकायों द्वारा अधिरोपित की जा सकेगी। जैसे- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क या अन्य तरीकांे से चेहरा नही ढका पाये जाने पर अर्थदण्ड अधिकतम 100 रुपये, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर अर्थदण्ड अधिकतम 100 रुपये, सार्वजनिक स्थानों पर अनावश्यक विचरण अथवा सोशन डिस्टेंसिंग/फिजिकल डिस्टेंसिंग के सिद्धांत का उल्लंघन पाये जाने पर अर्थदण्ड प्रतिव्यक्ति अधिकतम 200 रुपये, दो चक्का वाहना वाहनों मे ड्राईवर के पिछली सीट पर एक अतिरिक्त सवारी हो सकती है, इसके अतिरिक्त सवारी होने पर अथवा सामने की सीट पर सवारी होने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200 रुपये, छूट प्राप्त दुकानांे/संस्थानों के द्वारा मास्क का उपयोग नही करने पर एवं उनके द्वारा अनावश्यक विचरण अथवा सोशन डिस्टेंसिंग/फिजिकल डिस्टेंसिंग के सिद्धांत का उल्लंघन पाये जाने पर प्रथम बार अर्थदण्ड अधिकतम 500 रुपये, दूसरी बार अर्थदण्ड अधिकतम 1000 रुपये इसके बाद पुनरावृत्ती होने पर दुकान संचालक की छूट समाप्त कर दी जायेगी। अर्थदण्ड के अतिरिक्त विभिन्न प्रभावी अधिनियम एवं नियमों के अंतर्गत अन्य वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है।
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बेमेतरा 23 अप्रैल 2020:-कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए बेमेतरा जिले के समस्त नगरीय सीमा क्षेत्र के लिए 03 मई 2020 तक धारा 144 लागू किया गया है। राज्य शासन के निर्देशानुसार घोषित लाकडाउन मे चिन्हित जिले के भीतर कंटेन्मेंट जोन को छोड़कर बचे हुए शेष क्षेत्रों मे 20 मई से अतिरिक्त गतिविधियांे के संचालन की अनुमति के संबंध मे दिशा निर्देश जारी किए है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिले मे होने वाली शादी-ब्याह एवं अन्त्येष्ठि/अंतिम संस्कार से संबंधित आयोजनांे की स्वीकृति/अनुमति के लिए संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सौंपा गया है। अधिकारियों को अनुमति जारी करने के पूर्व कुछ बातों को सुनिश्चित करना होगा जिसमे, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रुप से पालन हो, आयोजन मे उपस्थित होने वाले व्यक्तियों को अनिवार्य रुप से मास्क का उपयोग करना होगा, आयोजनों मे व्यक्तियों की अधिकतम संख्या 20 से ज्यादा नही होगी, ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग नही किया जयेगा एवं ऐसे आयोजनो की स्वीकृति की सूचना संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी को अनिवार्य रुप से देना होगा। -
बेमेतरा जिले के 314 ग्राम पंचायतों में 62 हजार 130 मजदूर कार्यरत
बेमेतरा 23 अप्रैल 2020:- राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन सेें जिले में लगातार महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत वर्तमान में चले रहे बेमेतरा जिले के 429 ग्राम पंचायतों मे से 314 ग्राम पंचायतों में 62 हजार 130 कार्यरत मजदूरों के कार्यस्थल पर कोविड-19 के संबंध में सुरक्षा हेतु मास्क, साबुन के उपयोग करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किये जाने के संबंध में जानकारी दी।जिला पंचायत बेमेतरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत जनपद पंचायत बेरला के तहत ग्राम पंचायत सरदा, देवरी, खर्रा, कुसमी, बहेरा में चल रहे तालाब निर्माण, निजी डबरी, तालाब गहरीकरण कार्य, गौठान निर्माण, टारनाली निर्माण कार्यो का निरीक्षण श्रीमती रीता यादव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा किया गया। - बेमेतरा :-एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत बेमेतरा जिला के विकासखण्ड-नवागढ़ के ग्राम मुरता में जय मां महामाया महिला स्व सहायता समूह द्वारा मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है।यह समूह को पूर्व में सही मार्गदर्शन नही मिलने के कारण उत्पादन का विक्रय व स्थिति मे सुधार नही कर पा रहे थे। केन्द्र परिवर्तित आत्मा योजना के बी.टी.एम. द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण एवं सुझाव द्वारा मशरूम उत्पादन की उत्तम तकनीकी जानकारी दिया गया जिसका परिणाम अच्छा रहा। समूह की महिलाओं को राज्य कृषि मेला में भ्रमण कराया गया जिससे उनके द्वारा मशरूम उत्पादन में वृद्धि हुई। प्रारंभ में उत्पाद को ग्राम में ही बेचा जाता था। बाद में मार्गदर्शन प्राप्त होने पर सदस्यों के द्वारा स्थानीय बाजार में बेचना शुरू किया गया है। वर्तमान में उनके द्वारा उत्पाद की बिक्री से आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। उनके द्वारा मशरूम उत्पादन वर्ष 2018-19 में प्रारंभ किया गया था उस समय 140 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाना था वर्तमान में 200 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से विक्रय किया जा रहा है। स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के अंतर्गत कृषकों के द्वारा अपने स्वयं की खेत की मिट्टी का परीक्षण कराया जा रहा है। मिट्टी परीक्षण उपरांत मृदा स्वास्थ्य पत्रक में दिये गये जानकारी के अनुसार उनके द्वारा उर्वरक एवं सूक्ष्म पोषक तत्व, कार्बनिक खाद का उपयोग कम कर जैविक खाद का उपयोग किया जा रहा है। जिससे भूमि की उर्वरक क्षमता में वृद्धि हुई है। साथ ही कृषकों में जानकारी प्राप्त होने पर जागरूकता पैदा होने से वर्तमान में जैविक खाद का उपयोग कृषक पुनः प्रारंभ कर दिये है। कृषि विभाग के अमलो द्वारा कृषकों को जैविक खाद का महत्व उपयोग व उससे लाभ की जानकारी प्रशिक्षण व भ्रमण के माध्यम से दिया जा रहा है।
- बेमतरा : निर्धारित समय से अधिक समय तक दुकान खुला रखने के कारण दो दुकानदारों पर 10-10 रु. का जुर्माना लगाया गया है।अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नवागढ़ द्वारा ग्राम झुलना के वर्मा पान सेंटर एवं साहू पान सेंटर मे तम्बाकू एवं गुटका बिक्री तथा निर्धारित समय से दुकान खुला रखने के कारण यह जुर्माना लगाया गया है। ग्राम-गोढ़ीकला के हरीराम पिता भोलाराम को लाॅकडाउन उल्लंधन के कारण 5 हजार रु. का अर्थदण्ड लगाया गया। ग्राम-हरदी के बुधराम पाल को तम्बाकू एवं गुटका बिक्री पर 2 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया। ग्राम-रनबोड़ के जीवन राम वल्द घनाराम को किराना दुकान मे नशीला पदार्थ बेचने की आरोप 5 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया। संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच/सचिव द्वारा जुर्मान की रसीद काटी गई। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करने की समझाईश दी जा रही है।
- बेमतरा : -जिले मे प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से शासन के द्वारा निर्धारित ऋण नितियों के अनुसार कृषक सदस्यों को रासायनिक खाद धान बीज एवं नगद ऋण उपलब्ध कराई जा रही है। नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित बेमेतरा से प्राप्त जानकारी अनुसार खरीफ वर्ष 2020-21 मे रासायनिक खाद लक्ष्य 41,700 टन के विरुद्ध 10777 टन धान, बीज 6075 क्विंटल का भण्डारण एंव कृषको को 4.97 करोड़ रुपये ऋण वितरण किया जा चुका है।जिला बेमेतरा के कृषको एवं जनता के आर्थिक विकास हेतु शासन की नीतियों का लाभ उन तक पहुँचाने मे सहकारिता विभाग पूर्ण प्रजातांत्रिक स्वरुप के साथ पारदर्शिता पूर्वक अपनी भूमिका का निर्वहन जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग से संबंध पंजीकृत 54 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां तथा छ.ग. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) के जिला कार्यालय तथा जिले मे अन्य पंजीकृत 334 सहकारी समितियों (मत्स्य, दुग्ध उत्पादक, उपभोक्ता भण्डार, बुनकर) के माध्यम से कर रहे है। जिले मे खाद्य सुरक्षा पोषण एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति का पंजीयन एवं प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों का समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार पुनर्गठन संबंधी कार्य संपादित किया जा रहा है।
- कलेक्टर ने बैठक लेकर अधिकारियों को दिए निर्देशबेमतरा : - वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के सक्रमण से निपटने के लिए जिले मे एहतियात के तौर पर विशेष कदम उठाए जा रहे है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के अध्यक्षता मे अंतर विभागीय बैठक आयोजित कर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कल शाम कलेक्टोरेट सभा कक्ष मे आयोजित बैठक मे पुलिस अधिक्षक दिव्यांग कुमार पटेल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जिले मे संभावित और पुष्टि मरीजों की पहचान कर उन्हे पृथक कर उनका इलाज करना है। जिस हेतु क्वारंटाईन सेंटर, आइसोलेशन संेटर एंव कोविड अस्पताल बनाया गया है। इनमे लाइव्लीहुड काॅलेज (ब्वाॅयज/गल्र्स हाॅस्टल), 15-15 बिस्तर, डीपीआरसी 20 बिस्तर, लाइव्लीहुड काॅलेज 100 बिस्तर, पीजी काॅलेज 100 बिस्तर, एसआरएस हाॅस्पीटल 26 बिस्तर, लाइव्लीहुड काॅलेज स्टाफ क्वाटर मेडिकल स्टाफ हेतु आवास व्यवस्था की गई है। वर्तमान मे बेमेतरा जिले मे कोरोना वायरस से सक्रंमित मरीज नही पाया गया है।बैठक मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि क्वारंटाईन सेंटर - क्वारंटाईन सेंटर की व्यवस्था एसे संदिग्ध व्यक्तियों हेतु रखा है जो कि लक्षण रहित है परंतु जिनकी अंतर्राष्ट्रीय यात्रा, अंतरराज्यीय यात्रा अथवा कोविड मरीज से सीधे संपर्क की हिस्ट्री हो अतः उनके संक्रमित होने की संभावना है। बेमेतरा क्वारंटईन संेटर मे 02 व्यक्तियों को चिन्हांकित कर रखा गया है। आईसोलेषन सेंटर- कोविड जांच उपरांत पाॅजिटिव आये हुए व्यक्तियों को आईसोलेशन सेंटर मे रखा जाना है। वह व्यक्ति लक्षण रहित अथवा हल्का लक्षण के साथ हो सकता है। कोविड अस्पताल - कोविड अस्पताल मे लेबोरेटरी कनफम्र्ड मरीज जिन्हे उपचार की आवश्यकता है रखा जायेगा। बैठक मे कलेक्टर ने क्वारंटाईन सेंटर, आइसोलेशन संेटर एंव कोविड अस्पताल की सुरक्षा के लिए तहसीलदार बेमेतरा को निर्देशित किया। सीएमओ बेमेतरा को भवन की साफ-सफाई का दायित्व, कार्यपालन अभियंता पीएचई को पानी सप्लाई बोरवेल/पाईप लाईन मरम्मत, जिला शिक्षा अधिकारी एवं बीएमओ को संदिग्ध व्यक्ति की भोजन की व्यवस्था हेतु स्वसहायता समूह से समन्वय करने, कार्यपालन अभियंता (सीएसपीडीसीएल) को विद्युत व्यवस्था करने, कार्यपालन लो.नि.वि. को भवन अधोसंरचना मरम्मत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भवन मे मानव संसाधन की उपलब्धता, प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा गया है। बैठक मे जिले के चार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित थे।
- बेमेतरा : राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ रहटादाह (धमधा) के द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण से निपटने उप समिति बेमेतरा के द्वारा 11000 रु. का चेक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल बेमेतरा को सौंपा गयाइस अवसर पर महासभा के अध्यक्ष होरी सिंह ठाकुर दौड,़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय सिंह, उप समिति बेमेतरा के अध्यक्ष चुरावन सिंह, क्षत्रिय कोषाध्यक्ष पदमराज भुवाल, गोपाल सिंह, प्रफुल्ल चंदेल दत्त बैस, प्रवीण सिंह आदि लोग उपस्थित थे। महासभा अध्यक्ष ने बताया कि राजपूत समाज कोरोना के संकट में शासन-प्रशासन के साथ है।
- बाल विवाह को बढ़ावा देना एक अपराध
बेमेतरा : -बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अंतर्गत 21 वर्ष से कम आयु के लड़के तथा 18 वर्ष से कम आयु की लड़की का विवाह प्रतिबंधित किया गया है। हमारे देश में बाल विवाह की कुप्रथा बड़े पैमाने पर रही है। आज भी देश के कई भागों में अक्षय तृतीया, रामनवमी, शिवरात्रि, बसंत पंचमी और अन्य त्यौहारों में बहुत से बच्चों का विवाह कर दिया जाता है।बाल विवाह के दुष्परिणाम:- बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का निर्मम उल्लंघन है। कम उम्र में विवाह से बच्चों का बचपन नष्ट हो जाता है। बाल विवाह के कारण बच्चे खासतौर पर लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। बाल विवाह से बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। शारीरिक रूप से अपरिपक्व लड़कियों से जन्मे नवजात शिशु में कम वजन खून की कमी व कुपोषण की आशंका बनी रहती है। ऐसे प्रसवों में शिशु मृत्यु दर और प्रसूता मृत्यु दर अधिक पाई जाती है। कानून के नजर में नाबालिकों के साथ यौन संबंध को उनके यौन उत्पीड़न और बलात्कार की श्रेणी में रखा गया है।बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु का पुरुष यदि 18 वर्ष से कम आयु की किसी महिला से विवाह करता है, तो उसे 2 वर्ष तक का कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है। कोई व्यक्ति जो बाल विवाह करवाता है या करता है अथवा उसमें सहायता करता है। उसको 2 वर्ष का कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है। अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है। कोई व्यक्ति जो बाल विवाह को बढ़ावा देता है या उसकी अनुमति देता है या बाल विवाह में सम्मिलित होता है, उनको 2 वर्ष तक के कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है अथवा दोनों से दंडित किया जा सकता है। यह कानून बाल विवाह के बंधन में बंधने वाले बालक/बालिका को अपना विवाह शून्य घोषित कराने का अधिकार प्रदान करता है।बालविवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के प्रावधानों के अनुसार महिला एवं बाल विकास के जिला अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी घोषित किया गया है। बाल विवाह की सूचना अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुलिस थाने में महिला बाल विकास विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी/कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच, कोटवार आदि को दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त बाल विवाह के संबंध में सूचना पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति अथवा चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर -1098 पर दी जा सकती है। बेमेतरा कलेक्टर श्री तायल द्वारा इस अपील के माध्यम से आम जनों को सूचित किया जाता है कि वह बाल विवाह की रोकथाम हेतु अपना योगदान प्रदान करें। - बेमेतरा :-बेमेतरा जिले में खरीफ 2020 की तैयारी प्रारंभ हो चुकी है इस हेतु जिले के सभी सेवा सहकारी समितियों में उर्वरक (खाद) एवं बीज का अग्रिम भण्डारण प्रारंभ हो चुका है। आगामी खरीफ हेतु बीज मांग के रूप में धान बीज 22500 क्विं., मक्का 100 क्विं., अरहर 100 क्विं., उड़द 70 क्विं., मंूग 50 क्विं. सोयाबीन 9100 क्विं., तिल 2 क्विं. एवं अन्य 320 क्विं. की जिले में आवश्यकता है। जिसे ध्यान में रखते हुये सेवा सहकारी समितियों में अबतक 7413 क्विं. बीज का अग्रिम भण्डारण किया जा चुका है साथ ही करीब 300 क्विं. बीज का अग्रिम वितरण हो चुका है।उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में 63000 मि.टन उर्वरक भण्डारण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसके विरूद्व अबतक डबल लाॅक में 17693 मि.टन, सेवा सहकारी समितियो में 12822 मि.टन. एवं निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रो में 1130 मि.टन., कुल 31645 मि.टन उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण हो चुका है जिसमें से अबतक 9866 मि.टन उर्वरक कृषकों को वितरित हो चुके है।वर्तमान में कोरोना (कोविड-19) के संक्रमण को ध्यान में रखते हुये लाकडाउन की स्थिति के आधार पर कृषको को सलाह दी जाती है कि वे सोशल डिस्टेसिंग इत्यादि दिशा निर्देशो का पालन करते हुये अपने मांग अनुसार समितियों से उर्वरक एवं बीज का अग्रिम उठाव करें ताकि भविष्य में खरीफ की तैयारी हेतु उनके पास खाद बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।
- बेमेतरा : स्कूलों मे मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत सूखा खाद्यान्न वितरण चावल और दाल बाटने मे अनियमितता के कारण शासकीय प्राथमिक शाला खुरुसबोड़(कन्हेरा) के सहायक शिक्षिका (प्रभारी प्रधान पाठिका) श्रीमती केशर ठाकुर को शासन के निर्देशानुसार सूखा खाद्यान वितरण मे अनियमितता तथा लापरवाही के कारण शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी द्वार इस आशय का आदेश जारी कर दिया गया है।इससे पहले एक दैनिक समाचार पत्र मे प्रकाशित “सूखा चावल और दाल बाटने मे गड़बड़ी शिकायत के बाद भी कार्यावाही न होने के आधार पर मध्यान्ह भोजन अंतर्गत खाद्यान वितरण मे गड़बड़ी के शिकायत पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी साजा से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के अनुसार निलंबित किया गया। इस अवधि के दौरान जीवन निर्वाह हेतु भत्ता देय प्रदाय, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय साजा द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
- बेमेतरा : बेमेतरा जिले में जल संसाधन विभाग के 35 एनीकेट है, शिवनाथ नदी के 13 एनीकेटो पर गेटो को कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के आदेशानुसार वेल्डिंग द्वारा बन्द कर दिया गया है। वर्तमान में सभी एनीकट लगभग पूर्ण रूप से भरे हुए है। जिले की 03 समूह जल प्रदाय योजनाऐं क्रमशः साजा समूह पेयजल योजना, बेमेतरा क्षेत्र समूह पेयजल योजना एवं नवागढ़ ग्रामीण क्षेत्र समूह पेयजल योजना हेतु शिवनाथ नदी पर निर्मित खम्हरिया, अमोरा एवं नांदघाट एनीकट से कुल 152 ग्रामों को पेयजल प्रदाय किया जा रहा है,जिसमे साजा में 33 ग्राम, बेमेतरा में 57 ग्राम एवं नवागढ़ 62 ग्रामों को मीठा पेयजल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदाय किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बेमेतरा शहर में भी अमोरा एनीकट से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल प्रदाय किया जा रहा है। बेमेतरा जिले में कोरोना संक्रमण के तहत् लाॅकडाउन से छूट पश्चात जल संरक्षण से संबंधित कार्यों को निर्माण एजेन्सी द्वारा सावधानी रखते हुए सश्नलार्त (सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, कार्य स्थल पर हेण्ड सेनिटाइजर का उपयोग करते हुए, कार्यरत श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाना, मजदूरों को मास्क उपलब्ध करवाना एवं मजदूरों के चिकित्सकीय अभिलेखों का संधारण किया जाना) कार्य प्रारंभ करने की अनुमति दी गई है, जिसके परिपालन में निर्माण एजेन्सी द्वारा कार्य पुनः प्रारंभ किया जा रहा है,
- बेमेतरा : कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए बेमेतरा जिले के सेवा सहकारी समितियों द्वारा आज 26 हजार रु. का सहायता राशि प्रदान की गई इनमे सेवा सहकारी समिति हसदा द्वारा 11000 रु., गुधेली 5000 रु., सिलघट 5000 रु. का चेक और सेवा सहकारी समिति भिंभौरी द्वारा 5000 रु. नगद जिला प्रशासन बेमेतरा के कोविड-19 राहत कोष मे जमा करने हेतु कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को सौंपा।
- बेमेतरा : - कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेत में फसल के अवशेष न जलाएं। फसल अवशेष जलाने से मृदा का तापमान बढ़ जाता है और उर्वरा शक्ति कम होती है, जिससे मृदा की संरचना बिगड़ जाती है। जीवाष्म पदार्थ की मात्रा कम हो जाने से मृदा की उत्पादकता कम होने का खतरा होता है। फसल अवशेष जलाने से उस पर आश्रित मित्र कीट मर जाते है। जिससे मित्र कीट और शत्रु कीट का अनुपात बिगड़ जाता है, फलस्वरूप पौधों को कीट प्रकोप से बचाने के लिए मजबूरन महंगे तथा जहरीले कीटनाशकों का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसका दुष्प्रभाव मानव स्वास्थ्य पर देखा जा रहा है। .फसल अवशेष को एकत्र कर पशुचारे के रूप में उपयोग हेतु विक्रय भी किया जा सकता है। इसके अलावा फसल अवशेष का उपयोग नाडेप, वर्मीखाद जैसी कार्बनिक खाद बनाने में भी किया जा सकता है। कलेक्टर श्री तायल ने जिले के किसानों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जारी निर्देशों का गंभीरता से पालन करने की अपील लोगों से की है। फसल अवशेषो के प्रबधंन के लिये उपयोगी कृषि यंत्रो के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए शासकीय कृषि महाविद्यालय बेमेतरा एवं मोहगांव (साजा), कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के वैज्ञानिक डाॅ. जितेन्द्र जोशी (मोबाईल नं. 78050-39366) या कृषि विभाग बेमेतरा से सम्पर्क किया जा सकता है।
- बेमेतरा: - कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए जिले ग्राम पंचायतों के सरपंच (सचिव) एवं आम नागरिकों के द्वारा अपने-अपने स्तर पर आर्थिक सहायता राशि का सहयोग किया जा रहा हैं। इसी क्रम में जनपद पंचायत साजा के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोपेडबरी एवं पतोरा के सरपंच द्वारा क्रमशः 20100 रु. एवं 11000 रु. आर्थिक सहायता राशि जमा की है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) साजा आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि एसडीएम कार्यालय द्वारा पूर्व मे प्राप्त दान राशि 3 लाख 90 हजार 600 रु. कोविड-19 संक्रमण के कारण गैर राज्यों मे फंसे छ.ग. के दिहाडी मजदूरों के सहायता हेतु राशि भेजी गई थी।ज्ञात हो की कोरोना कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए जिले के विभिन्न समिति, संस्था, आम नागरिकों एवं सरकारी कर्मचारियों के द्वारा अपने इच्छानुसार धनराशि दान किया जा रहा है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जो भी नागरिकगण दान करना चाहते हैं, वे जिला प्रशासन बेमेतरा के राहत कोष कोविड-19 बचत खाता मे दान कर सकते हैं। कोटक महेन्द्रा बैंक बेमेतरा के बैंक एकाउण्ट नंम्बर-1815093225, (आइएफएससी) IFSC कोड (केकेबीके)KKBK0006426 है। जिला बेमेतरा से संबंधित श्रमिक जो कि अन्य राज्यों मे फसे हुए है, उनकी सहायता के लिए इस राशि का उपयोग किया जा रहा है।
- बेमेतरा : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लाॅकडाउन की अवधि में आंगनबाड़ी केन्द्र के हितग्राही नन्हें मुन्हें बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने व खेल-खेल में शिक्षा से जुड़ने के लिए स्मार्ट फोन के माध्यम से इन बच्चों के घर-घर जाकर मोबाईल विडियों के द्वारा गीत, कविता एवं कहानियों को सुनाया जा रहा है। उपरोक्त गतिविधि से बच्चों में सीखने एवं पढ़ने का उत्साह जागृत हुआ है तथा शिक्षा के प्रति आकर्षण भी बढ़ा है।बच्चों के माता पिता के द्वारा उक्त कार्य की प्रशंसा की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर बच्चों का टिकाकरण का भी कार्य करवाया जा रहा है। इन सारी गतिविधियों की विभागीय अमलों के द्वारा माॅनिंटरींग की जा रही है, निगरानी रखी जा रही है व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सतत् मार्गदर्शन भी किया जा रहा है।जिले में फरवरी 2019 की स्थिति में मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या 10678, गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 3002 कुल कुपोषित बच्चें 13680 थे कुपोषण का प्रतिशत 19.06 रहा, जो घटकर मध्यम कुपोषित बच्चें 9393, गंभीर कुपोषित बच्चें 2658 कुल कुपोषित बच्चें 12051 कुपोषण का प्रतिशत 15.70 इस तरह कुल 1629 बच्चें कुपोषण से बाहर हुए है। कुपोषण में कमी 3.36 प्रतिशत रही है।
- बेमेतरा :- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ मे सुधार लाने की दिशा मे विशेष प्रयास किए जा रहे है।बेमेतरा जिले में संचालित 1079 आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राहियों को घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रेडी टू ईट का वितरण (टी.एच.आर.) किया जा रहा है। 06 माह से 03 वर्ष तक के 38833 हितग्राही एवं 03 से 06 वर्ष के 32224 हितग्राही, गर्भवती माता:- 7138 शिशुवती माता:- 7890 किशोरी बालिका:- 202 कुल 86287 हितग्राहियों को रेडी टू ईट के द्वारा लाभांवित किया गया है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर में रेडी टू ईट देने के साथ ही गृह भेंट के माध्यम से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं फैलाव से बचाव हेतु समझाईश भी दी जा रही है, जैसे घर पर ही रहना, भीड़ वाले स्थान पर ना जाना, माक्स का उपयोग करना, यथा समय साबुन से बार-बार हाथ धोना एवं यदि कोरोना वायरस के लक्षण मिले तो सीधे चिकित्सक से परामर्श लेना साथ ही स्वच्छता व साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के नेतृत्व एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन मे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् प्रतिकात्मक रूप से 75 आंगनबाड़ी केन्द्रो के लगभग 1255 हितग्राहियों को 06 माह से 03 वर्ष के मध्यम गंभीर कुपोषित बच्चें व एनिमिक शिशुवती माताओं को सुखा पोषण आहार (चावल, दाल, आलू, चना) प्रदाय किया जाकर लाभांवित किया गया।
- बेमेतरा : -नोवेल कोरोना वायरस 19 के वैश्विक संक्रमंण से निपटने के लिए जहाॅ पूरा देश कृत संकल्पित है। वही जिला प्रशासन बेमेतरा राज्य के बाहर गये श्रमिकों के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। राज्य से बाहर गये श्रमिकों को लाभ पहुंचाने के उद्ेश्य से सीधे मजदूरों के खातों में राशि स्थानांतरण कर रहे है। इस मामले में बेमेतरा जिला पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की दूरदर्शी सोच के बदौलत यह संभव हो सका है। जिसमें विधायकों, जनप्रतिनिधियों एवं जनता ने बढ़-चढ़ कर अपना सहयोग दिया। इसी के बदौलत 20 अप्रैल 2020 को 411 श्रमिकों के खाते में 2,35,000 (दो लाख पैतीस हजार रूपये) का अंतरण किया गया।श्रमिकों के मदद करने बाबत् राज्य हेल्पलाइन एवं जिला हेल्पलाइन स्थापित किया गया है। जिसके द्वारा अब तक छः हजार से ज्यादा श्रमिकों को सीधे उनके खातें में अब तक 20,56,600 (बीस लाख छप्पन हजार छः सौ रूपये) का स्थानांतरण किया जा चुका है। प्रशासन की इस मदद से बाहर फसे हुए श्रमिक वर्तमान परिस्थिति में रोजमर्रा के अवश्यकता यथा राशन, दवाईयों की अवश्यकताओं की पूर्ति कर पा रहे है।जिला बेमेतरा में अन्य जिले एवं अन्य राज्यों के श्रमिकों को भी सहायता की जा रही है। उन्हे शासकीय अमलों एवं स्व सहायता समूह संयोजन से दैनिक उपभोग की समाग्री का वितरण किया गया है। हेल्पलाइन के द्वारा यह मदद केवल मजदूरों के खातें में राशि अंतरण तक सीमित नही है। बल्कि उन मजदूरों से प्रतिदिन आत्मीय बातचीत कर उनके सुख-दुख के साथ उनके भोजन, राशन, दवाई आदि की उपलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहे है एवं लाॅकडाउन तक जहां है वही रहने की समझाइश भी दे रहे है।
- बेमेतरा -यह कहानी ग्राम कुंरा निवासी युवराज की है युवराज के पिता विरेन्द्र कोशले, माता बबिता कोशले एवं भाई, दादा-दादी, चाचा-चाची संयुक्त परिवार में रहते है पूरा परिवार अपनी खुशहाल जिदंगी व्यतीत कर रहे थे। युवराज प्रतिदिन आंगनबाड़ी में आने वाला मासूम प्यारा बच्चा है।बचपन की खुशिया परिवार का प्यार दुलार युवराज व उसके भाई को मिलता था। पर अचानक एक दिन ऐसी अनहोनी हो गई जिससे पुरा परिवार गम में डुब गया। माह दिसंबर में युवराज की माॅं बबिता दुनिया से चल बसी। उनके जाने से घर-परिवार मे एक उदासी का माहोल छा गया। पुरा परिवार इस हादसे से परेशान व चिंतित हो गया। चुंकि युवराज छोटा था उसे तो यह भी नहीं पता लगा उसकी माॅं अब इस दुनिया में नही रही उसके सिर से ममता की छांव अब हट चुकी थी। वह बार-बार माॅं को पुछता पर किसी के पास संतोषप्रद जवाब नहीं मिलता था। युवराज म नही मन अपनी माॅं को ढूढता रहता था। उनकी कमी को दिन रात महसूस करने लगा। जिसके कारण वह उदास रहने लगा। खाने खेलने व बात करने से उनकी रूचि हटने लगी। मैंने कई बार युवराज से बात की उसकी मन की बातों को जानने की पर बार-बार अपनी माॅं को पुछता जिसका जवाब हममे से किसी के पास नहीं था। इस दुखद घटना से हम सभी बहुत दुखी व हताश थे।स्थानीय परिवेक्षक श्रीमती रानू मिश्रा का कहना है कि मेरे सामने युवराज बचपना व उसके चेहरे की मुस्कान कैसे लाये यह बहुत बड़ा प्रश्न था। हमने युवराज के प्रति ज्यादा ध्यानाकर्षण किया वह मानसिक स्तर से दुखी तो था ही अब उसका शारीरिक स्तर भी कम होने लगा युवराज की उम्र 3 वर्ष 6 माह है। माह नवम्बर में युवराज का वजन 11 किलो 800 ग्राम था जो मध्यम कुपोषित को दर्शा रहा था। इसी तरह दिसंबर व जनवरी में वजन में कोई वृद्धि नहीं हो रही थी। जो कि एक चिंताजनक स्थिति थी मैंने व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुमारी बाई ने लगातार निगरानी रखी इसी बीच मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत जन सहयोग से पौष्टिक सामग्रियों का वितरण आंगनबाड़ी केन्द्र पर श्री दिनेश शुक्ला सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा किया जा रहा था। इसका लाभ युवराज को भी दिलाया गया।इसके साथी-साथ आंगनबाड़ी केन्द्र में भोजन व नाश्ता भी दिया जा रहा था। मैं जब भी आंगनबाड़ी जाती सभी बच्चों के साथ खेलती व बात चीत करती थी। धीरे-धीरे युवराज से भी ज्यादा बातें करती थी अब वह खुलकर बात करने लगा था और बच्चों के साथ घुल मिलकर खेलने लगा। उसका बचपना धीरे-धीरे वापस आने लगा। युवराज का वजन भी बढ़ गया अब उसका वजन 12 किलो 300 ग्राम हो गया जो कि एक सामान्य स्थिति को दर्शाता है। युवराज की देखभाल में उनकी चाची का विशेष सहयोग रहा अब स्वस्थ्य हो गया। इस तरह हमने युवराज को ममता की छांव से सुपोषण की ओर अग्रेषित किया।