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बेमेतरा 28 मई : धुम्रपान से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति समाज में चेतना विकसित करनेे हेतु प्रतिवर्ष 31 मई को अंतराष्ट्रीय निषेध दिवस का आयोजन किया जाता है। जिससे जन सामान्य में धुम्रपान एवं तम्बाखू सेवन करने के प्रवृत्ति की रोकथाम हो सके। प्रदेश के समाज कल्याण संचालनालय नवा रायपुर द्वारा कलेक्टरों को परिपत्र भेजकर तम्बाखू सेवन के दुष्प्रभाव की जानकारी देने की अपील की गई है। जारी पत्र में कहा गया है कि तम्बाकू या तम्बाकू युक्त निर्मित विभिन्न उत्पादों के सेवन से सभी वर्गाे में गम्भीर व्याधियां होती है जो सभी के लिए चिंता का विषय है। इस प्रवृत्ति के विरूद्व व्यापक जन चेतना विकसित करने आपके अधिनस्थ समस्त विभागों जन सामान्य, समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों, स्वैच्छित संस्थाओं, एनजीओ, प्रतिष्ठित नागरिकों, जन प्रतिनिधियों आदि के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित कर नशा पान के दुष्परिणामों को प्रचारित करने की अपील की गई है। जारी पत्र में कहा गया है कि 31 मई को निम्नानुसार कार्यक्रम आयोजित किये जा सकते है।
तम्बाखू सेवन के दुष्प्रभाव पर चर्चा व उसके दुष्प्रभाव की जानकारी समुदाय में प्रचारित करना, लोगो को नशापान के दुष्परिणाम की जानकारी देकर उनसे संकल्प पत्र भरवाना, पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सभी वर्ग के व्यक्तियों के लिए नशापान के दुष्परिणामों को प्रचारित करना आदि शामिल है। -
बेमेतरा 28 मई : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के सभी विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वे अपने विभागीय कार्य जिम्मेदारी एवं संजीदगी से करें। कलेक्टर ने अनुविभागीय दण्डधिकारियों को किसानों की सुविधा के लिए धान-बीज और खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। राजस्व अधिकारियों को नामांतरण, बंटवारा, डायवर्सन और सीमांकन के प्रकरणों का निपटारा शीघ्र करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधीश ने आज गुरुवार को बैठक लेकर सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), मुख्य नगरपालिका अधिकारियों, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेन्टरों मे प्रवासी श्रमिको के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधायें मुहैया करायें। श्री तायल ने जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए कि सभी क्वारेंटाइन सेन्टरों मे पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायको की ड्यूटी लगायें। कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को राशन सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेन्टर मे स्वसहायता समूहो के जरिए प्रवासी मजदूरों के लिए खाना पकाने की जिम्मेदारी दी जावें। इसकी मानिटरिंग संबंधित विकासखण्ड के बीईओ, एबीईओ करेंगे।
कलेक्टर ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के लिए सभी जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक अस्पतालों में रहे। सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच की जाए। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों का क्लोरोनाइजेशन करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर संजय कुमार दीवान, जिले के सभी चार एसडीएम, नगरीय निकाय के सीएमओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। - बेमेतरा 28 मई : जिले में बाढ़ आपदा प्रबंधन के तहत् आज यहां गुरुवार को कलेक्टोरेट सभा कक्ष में कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बाढ़ आपदा प्रबंधन के सम्बध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को कलेक्टर ने बाढ़ के समय बचत एवं राहत कार्यों को करने आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर ने बाढ आपदा प्रबंधन के सम्बध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी जिस काम के लिए लगाई जावेगी वे बाढ प्रबंधन के सम्बध में सभी जरूरी तथ्यों को समझ लें तथा सौपें गये दायित्वों का भली भांति निर्वहन करेंगें।कलेक्टर श्री तायल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे जिले के शिवनाथ नदी के किनारे अमोरा घाट, नांदघाट, करमसेन, टोहड़ी, सिमगा के निकटवर्ती ग्राम खम्हरिया, चेटुवा, नदी के किनारें वाले गांवों में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोगों को बाढ़ से बचाव और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी जाये। वर्षाऋतु के दौरान अत्याधिक वर्षा होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारी नियमित रूप से जानकारी से अपडेट होकर जानकारी देते रहेंगें, इसके लिए उन्हें राजनांदगांव एवं दुर्ग जिला प्रशासन से संपर्क में रहना होगा। बाढ आने पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुॅचाने एवं आवश्यक सामग्री की व्यवस्था के सम्बध में गांव वालों से पहले से ही बातचीत कर लें।
कलेक्टर ने निर्देश दिये है कि ऐसे सभी संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक बुलाकर ग्रामीणों जनों से व्यापक चर्चा कर ली जाये। बाढ आने के बाद होने वाली बीमारियों से बचाव के इंतजाम पहले से कर लिए जायें तथा पर्याप्त दवाईयों का स्टाक स्वास्थ्य केन्द्रों में रहे।ं दवा का छिड़काव करने के लिए पहले व्यवस्था कर ली जाये। लोगों को शुद्व पेयजल के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें। और लोगों को बाढ के बाद फैलने वाली बीमारियों के बारे में बताया जायें। कलेक्टर ने राजस्व आपदा अधिकारियों को भी बाढ आपदा के संबंध में व्यापक निर्देश दिए उन्होने बाढ से होने वाली विभिन्न हानियों के लिए लोगों को राहत पहुंचाने उन्हें आर्थिंक सहायता अनुदान प्रदान करने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली जायें। बैठक मे जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, जिले के सभी चार एसडीएम मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डीईओ, खाद्य अधिकारी, नगरीय निकाय के सीएमओ, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे। -
बेमेतरा 27 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिला अंतर्गत थानखम्हरिया तहसील के ग्राम सौंरी एवं भुसण्डी में कोरोना पॉजिटिव के तीन केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त दोनो गांवों के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम पंचायत सौंरी एवं आश्रित ग्राम भुसण्डी के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार तार सिंह खरे, पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व साजा आशुतोष चतुर्वेदी साजा को बनाया गया है। जारी आदेश में ग्राम सौंरी एवं भुसण्डी के चैहद्दी मे कुरुद, सैगोना, मटिया, अकोला, खाती को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। उक्त कंटेनमेंट जोन के अतिरिक्त तीन किलोमीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
बेमेतरा 27 मई : फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डी दल (लोकस्ट स्वार्म) का प्रकोप राजस्थान होते हुए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्य तक पहुंच गया है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यह हमारे राज्य और जिले में भी प्रवेश कर सकते है। केन्द्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केन्द्र के सहायक निर्देशक ने सीमावर्ती जिले के कृषि अधिकारीयों कर्मचारियों एवं किसानों को सचेत रहने कहा है। टिड्डी दल सायंकाल 6-9 बजे खेतों में झुड़ में रहते है, इनकी गति 80-150 किलोमीटर प्रतिदिन होती है। तदनुसार कृषकों, ग्रामीणों कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से तत्काल जानकारी प्राप्त करके नियंत्रण हेतु कृषि विभाग द्वारा पूर्ण तैयारी कर ली गई है। इसके रोकथाम के लिए जिले के प्राइवेट डीलर्स के यहाँ प्रभावशील अनुसंशित दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
किसान डेजर्ट एरिया के लिए कीटनाषक मैलाथियोन, फेनवलरेट, क्विनालफोस तथा फसलों एवं अन्य वृक्षों के लिए क्लोरोपायरीफोस, डेल्टामेथ्रिन, डिफ्लूबेनजुरान, फिप्रोनिल, लेमडासाइहेलोथ्रिन कीटनाशक का प्रयोग कर सकते है।
टिड्डियां क्या है ?
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, टिड्डियों को उनके चमकीले पीले रंग और पिछले लंबे पैरो से उन्हे पहचाना जा सकता है। टिड्डी जब अकेली होती हैं तोे उतनी खतरनाक नही होती लेकिन झुंड में रहने पर इनका रवैया बेहद आक्रमक हो जाता है। टिड्डी दल करोड़ो की संख्या में होती है और फसलों को एकतरफा सफाया कर देती है। आपको दुर से ऐसा लगेगा, मानो आपकी फसलों के ऊपर किसी ने एक बड़ी-सी चादर बिछा दी हो।
टिड्डियां क्या खाती है ?
हैरत की बात यह है कि टिड्डिया खरीफ, रबी फसल एवं फलदार वृक्षों के फूल, फल, पत्ते, बीज, पेड़ की छाल और अंकुर सब कुछ खा जाती है। हर एक टिड्डी अपने वजन के बराबर खाना खाती है। इस तरह से एक टिड्डी दल, 2500 से 3000 लोगों का भोजन चट कर जाता है। टिड्डियों का जीवन काल लगभग 40 से 85 दिनों का होता है।
टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए किए जा रहे उपायः-
कृषि विभाग के मैदानी अमलें टिड्डी दल की उपस्थिति को लेकर लगातार निगरानी कर रही है। रात के समय टिड्डियां जहां भी सेटल होती है उसकी खबर भारत सरकार की लोकस्ट टीम तक पहुंचाई जाती है। जिससे सुबह के समय टिड्डियों के उपर दवा का छिड़काव किया जा सकें।
टिड्डी दल से बचाव के उपायः-
वैज्ञानिकों के मुताबिक, किसान टिड्डी दल से बचने के लिए कई उपाय अपना सकते है
फसल के अलावा, टिड्डी किट जहा इक्कठा हो ,वह उसे फ्लेमथ्रोअर (आग के गोले) से जला दे ,टिड्डी दल आकाश में 500 फुट पर उड़ान भरता है ,कुछ टिड्डी नीचे भी उतरती है उसी समय भगाने के लिए थालियां ,ढोल ,नगाड़े ,लाउड स्पीकर या दूसरी चीजों के माध्यम से शोरगुल मचाएं जिससे फसलों को बचाया जा सकता है ,टीड्डों ने जिस स्थान पर अपने अंडे हों ,वह 25 कि.ग्रा., 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स को मिला कर प्रति हेक्टेयर छिड़के ,टिड्डी दल को आगे बढ़ने से रोकने के लिए 100 कि.ग्रा. की धान की भूसी को 0.5 किलोग्राम फेनीट्रोथीयोन और 5 कि.ग्रा. गुड़ के साथ मिलाकर खेत में डाल दे,टिड्डी दल के खेत में बैठने पर 5 प्रतिशत मेलाथियान या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स का छिड़काव करे, कीट की रोकथाम के लिए 50 प्रतिशत ई.सी. फेनीट्रोथीयोन या मेलाथियान अथवा 20 प्रतिशत ई.सी. क्लोरपाइरिफोस 1 लीटर दवा को 800 से 1000 लीटर पानी में मिला कर प्रति हेक्टेयर के क्षेत्र में छिड़काव करें, टिड्डी दल सवेरे 10 बजे के बाद ही अपना डेरा बदलता है। इसलिए ,इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए लिए 5 प्रतिशत मेलाथियोंन या 1.5 प्रतिशत क्वीनालफॉक्स घोलकर छिड़काव करें, 40 मिली लीटर नीम के तेल को कपड़े धोने के पाउडर के साथ या 20-40 मिली नीम से तैयार कीटनाशक को 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से टिड्डे फसलों को नहीं खा पाते। फसल कट जाने के बाद खेत की गहरी जुताई करे। इससें इनके अंडे नष्ट हो जाते है।सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है की जब तक कृषि विभाग का टिड्डी उन्मूलन विभाग ,टिड्डी दल प्रभावित स्थल पर पहुँचता है ,तब तक ये अपना ठिकाना बदल चुका होता है। ऐसे में किसान सावधान रहे की टिड्डी दल से संबंधित पर्याप्त जानकारी और उससे संबंधित रोकथाम के उपायों को मात्र अमल में लाना ही एक मात्र विकल्प है। -
बेमेतरा 27 मई : जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव द्वारा जिले में चल रहे महात्मा गांधी नरेगा कार्याें का सतत निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में आज बुधवार को सुबह जनपद पंचायत साजा अंतर्गत ग्राम पंचायत बीजा एवं तेंदुवा नवापारा में डबरी निर्माण, महुआ में टार नाली एवं बरगा में तालाब निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सीईओ द्वारा मनरेगा श्रमिकों से बातचीत की गई तथा उन्हे कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करते हुए सामाजिक दूरी का पालन करने, मास्क, सेनेटाइजर एवं गमछा, रूमाल, साबुन का उपयोग करने को कहा गया एवं मनरेगा मजदूरी 190 रू. प्रति दिवस मजदूरी भुगतान के संबंध में अवगत कराया गया। इस दौरान उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को मजदुरों के लिए कार्यस्थल पर आवष्यक सुविधायें छाया, पानी, साबुन, ओआरएस, मरहमपट्टी सेनेटाईजर, मास्क तथा साफ-सफाई की व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किया गया। गोदी निर्माण में तकनीकी पहलुओं का विशेष ध्यान रखते हुए मेट/तकनीकी सहायक के निर्देशों का पालन करने हेतु श्रमिकों को निर्देशित किया गया। कार्यस्थल पर माप पंजी, निरीक्षण पंजी, आदेश फाईल सहित मस्टरोल रखनें एवं मजदुरों के कार्य पूर्ण होने पर तत्काल हाजिरी दर्ज कर क्रमवार सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मजदूरों को कार्यस्थल छोड़ने हेतु नियम पालन करने निर्देश दिये।
जिले में वर्तमान में मनरेगा अंतर्गत कुल स्वीकृत कार्य 1049 में 98081 श्रमिक कार्यरत हैं। वर्तमान में लाॅकडाउन के दौरान जिले में लगातार मनरेगा अंतर्गत अधिक से अधिक कार्य स्वीकृत किया जा रहा है, जिससे श्रमिकों को रोजगार की कमी न हों एवं प्रवासी मजदूरों के लिये भी रोजगार उपलब्ध हो। इस अवसर पर जनपद पंचायत साजा सीईओ कुमारी कांति ध्रुव, पीओ मनरेगा रवि कराडे उपअभियंता एवं तकनीकी सहायक उपस्थित थे।नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी योजना अंतर्गत गौठानों का किया गया औचक निरीक्षण
जनपद पंचायत साजा अंतर्गत ग्राम पंचायत महीदही, बरगा, गडुवा में निर्माणाधीन गौठानों का औचक निरीक्षण करते हुए जनपद पंचायत सीईओ को महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से गौठानों में आजीविका गतिविधी करवाने के लिए उघानिकी एवं कृषि विभाग से समन्वय स्थापित कर कार्ययोजना बनानें हेतु निर्देषित किया गया। इस दौरान ग्राम पंचायत मौहाभाठा में निर्मित गौठान में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगाये गये मषरूम युनिट का निरीक्षण करते हुए तकनीकि पहलु के संबंध में चर्चा कर युनिट को 20 डिग्री तापमान रखने हेतु कहा गया। महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गौठान में निर्मित उत्पादों का उचित मूल्य पर विक्रय हेतु निर्देशित किया गया। -
बेमेतरा 27 मई : बेमौसम बारिश व ओला वृष्टि से पहले ही किसान भाईयों की फसल चैपट हो चुकी है। अभी तक वे नुसकसान से ऊबर नहीं पाये हैं, अब एक नया खतरा टिड्डी दलों के रूप में सामने आ रहा है। राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में टिड्डी दलों ने काफी नुकसान पहुॅचाया है। अतः कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री जी.पी. आयम तथा डाॅ. एकता ताम्रकार कीट वैज्ञानिक के द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए अलर्ट जारी किया गया है कि टिड्डी दलों के आक्रमण से सजग रहें। अपने खेत की सत्त निगरानी करें। यह देखा गया है कि टिड्डियाॅ रात्रि के समय झुण्ड में विचरण करती हैै तथा फसलों को नुकसान पहुॅचाती है। एक दल में इसकी संख्या लाखो में होती है। अतः किसान भाई रात्रि के समय एक बर्तन में पानी$मिट्टी तेल डालकर रखें और सुबह देखें अगर उसमें टिड्डियाॅ दिखाई दे रही है तो सुरक्षा हेतु उपाय अपनाने आवश्यक है।
टिड्डी दल के प्रकोप होने पर निम्नानुसार उपाय करें-किसान भाई समूह में परंपरागत उपाय जैसे ढोल, नगाड़े, टिपा, थाली आदि बनाकर शोर मचायें, आवाज सुनकर टिड्डे भाग जाते हैं। शाम के समय क्लोरपायरिफाॅस 20 ई.सी. 200 मिली. या लेम्डासाईहेलोथ्रिन 5 ई.सी. 400 मिली. या डाइफ्लूबेन्जूसन 25 डब्ल्यू पी. 240 ग्राम प्रति हेक्टे. 500 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। -
बेमेतरा 27 मई : छत्तीसगढ़ मंे बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से हमारी रबी फसले जैसे चना, गेंहॅू, तिवड़ा बुरी तरह से चैपट हो गई। अभी हमारे किसान भाई इस नुकसान से उबर भी नहीं पाये हैं कि, इसी बीच कोरोना वायरस कोविड-19 के नाम से नया खतरा उनके उपर मॅडराने लगा। कोविड-19 के लाकडाऊन के दौरान भी कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा ने किसान भाईयों का साथ नहीं छोड़ा। किसान मोबाईल संदेश व समाचार पत्रों के माध्यम से सतत संपर्क रखते हुए कोविड-19 के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया तथा अलग-अलग फसलों के आधार पर कृषकों का विभिन्न वाट्सअप समूह बनाकर उनको लाकडाऊन में हो रही परेशानियों की जानकारी लेकर उनका समाधान किया गया। साथ ही विभिन्न माध्यमों से उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया गया। जैसे- चना, तिवड़ा बर्बाद हो जाने के पर मूंग फसल का प्रदर्शन आयोजित किया गया जिसमें लगभग 15 कृषक लाभान्वित हुए।
इसी तरह महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत् कृषि विज्ञान केन्द्र बेमेतरा द्वारा विभिन्न कार्यों जैसे- तालाब खनन, गोदी खनन, तालाब गहरीकरण, नाली निर्माण, मातृवाटिका, पौध नर्सरी आदि कार्याे के माध्यम से 127 कृषकों/भूमिहीन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। इसी तारतम्य में रोजगार उपलब्ध कराने के उद्वेश्य से ग्राम गौठान बिलई में महिला स्व-सहायता समूहों को केचुवा खाद, ट्राईकोडर्मा व सब्जी उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरान्त 12 महिलाओं के समूह ने लगभग 5 क्विंटल केचुआ खाद बनाकर सब्जी उत्पादन किया जिससे उन्होने लगभग 9600/- रूपये का शुद्ध लाभ कमाया, अभी वर्तमान मंे समूह की महिलायें अपनी उगाई सब्जियों को कोरेन्टाईन में रोके गए प्रवासी मजदूरों के लिए दान कर रही है जो कि एक सराहनीय पहल है जो कि कोविड-19 से लड़ने में देश के प्रति उनका बहुमूल्य योगदान है। -
बेमेतरा 26 मई : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आदेश जारी कर बेमेतरा जिला अंतर्गत नवागढ़ तहसील के ग्राम तरपोंगी तथा साजा तहसील के ग्राम बासीन में आज मंगलवार 26 मई को कोरोना पॉजिटिव के एक-एक केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त दोनो गांवों के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम तरपोंगी के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार नवागढ़ कुमारी रेणुका रात्रे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीएम नवागढ़ डीआर डाहिरे होंगे। ग्राम बासीन के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार चंद्रशेखर चंद्राकर एवं पर्यवेक्षण अधिकारी एसडीएम साजा आशुतोष चतुर्वेदी को बनाय गया है।
जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा। -
खेती-बाड़ी के लिए खाद्-बीज के लिए काम आयेगी राशि
बेमेतरा 26 मई : राज्य सरकार की राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाॅकडाउन के समय बेमेतरा जिले के लघु-सीमांत किसानों को आर्थिक संबल दे रही है। जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के सुदुरवर्ती ग्राम चक्रवाय के किसान श्री झम्मन कुमार बघेल को इस योजना के तहत उनके खाते मे 16 हजार 700 रु. की राशि जमा हुई है। बीते खरीफ सीजन 2019-20 मे धान उपार्जन केन्द्र-मारो मे उन्होने अपना धान बेचा था जिसके तहत उनके बैंक खाते मे अन्तरण राशि प्राप्त हुई है।
ग्राम-मोहलाईन के किसान बिसौहा राम साहू को किसान न्याय योजना के अंतर्गत 23 हजार 375 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुुई है। सुरेश कुमार साहू को 25 हजार 461 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुुई है। सुशील साहू को 24 हजार 100 रु. की राशि उनके बैंक खाते मे जमा हुई है। उन्होने अपना धान, उपार्जन केन्द्र गुंजेरा मे बेचा था। इसी तरह बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम-दाढ़ी के किसान सुरेन्द्र तिवारी के बैंक खाते मे 23 हजार 700 रु. की राशि बैंक खाते मे जमा हुई है। इन सभी किसानों ने छ.ग. के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के इस संकट कें घड़ी मे प्रदेश सरकार ने सही समय पर बैंक खाते मे पैसे दिए है। जून-जुलाई मे खेती-बाड़ी का काम शुरु हो जाता है, और किसानों को खेती-बाड़ी के लिए खाद-बीज की जरुरत होती है, ऐसे समय मे पैसे आने से उनको अपने खेतों के लिए उन्नत बीज एवं खाद् खरीदने मे आसानी होगी।
ताकि वे उन्नत खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके। उन्होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानो की समस्यांओं को समझा और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत लाॅकडाउन के कठिन दौर से गुजर रहे किसानो के खातों मे धान उपार्जन की राशि अंतरित की गई जिससे उनको अर्थिक रुप से मदद् मिली है। -
बेमेतरा 26 मई : कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री शिव अनंत तायल द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 30 के तहत आपदा से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है। अन्य राज्यों से जिले में आए लोगों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सामुदायिक क्वारेंटीन संेटर के बदले अपने स्वयं के व्यय पर क्वारेंटाइन होना चाहते हैं, उनके लिए बेमेतरा शहर के 32 कमरों को निजी संस्थानों को सशर्त चिन्हांकित किया गया है। कलेक्टर के जारी आदेश के तहत खुशी लाॅज पुराना बस स्टैंड, कान्हा लाॅज पुराना बस स्टैंड, आदित्य लाॅज पुराना बस स्टैंड, कृतिका लाॅज, बाबा लाॅज नावागढ़ चैक बेमेतरा को स्वयं के व्यय पर क्वारेंटाइन में रहने वालो के लिए चिन्हांकित किया है। -
बेमेतरा 25 मई : ग्रीष्म ऋतु के आगमन के साथ ही लू का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। इस बीच कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु लाॅकडाउन से विरानी छायी हुई है। एक ओर कोविड-19 का संक्रमण तो दूसरी ओर लू का प्रकोप, ऐसे में शासन द्वारा लोगों को लू से बचने आवश्यक सुझाव दिये गये हैं। साथ ही लोगों से इसके बेहतर ढंग की पालन की अपेक्षा की गई है। क्या करें -घर पर रहे और रेडियो सुनें टीवी देखें, स्थानीय मौसम और कोविड-19 की स्थिति पर अद्यतनध्परामर्श के लिए समाचार पत्र पढ़ें। जितना हो सके पर्याप्त पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो। मिर्गी, हृदय, गुर्दे या लीवर से संभावित रोग वाले जो तरल प्रतिबंदित आहार लेते हो तरल पदार्थ लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श ले, हल्के, हल्के रंग के, ढीले सूती कपड़े पहनें, ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन) घोल, घर का बना पेय लस्सी. (तोरानी चावल) का पानी, नींबू का पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। बाहर जाने से बचें, यदि बाहर जाना आवश्यक है, तो अपने सिर (कपड़े,टोपी या छाता) और चेहरे को कवर करें। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। अन्य व्यक्तियों से कम से कम 1 मीटर की दूरी पर शारीरिक दूरी बनाए रखें। साबुन और पानी से बार-बार और ठीक से हाथ धोएं। साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग-अलग तौलिये रखो। इन तौलियों को नियमित रूप से धोएं।
अन्य सावधानियां -जितना हो सके घर के अंदर रहें, अपने घर को ठंडा रखें, धूप से बचाव के लिए रात में पर्दे, शटर का उपयोग करें और खिड़कियां खोलें। निचली मंजिलों पर बने रहने का प्रयास करें। पंखो का उपयोग करें, कपड़ों को नम करें और अधिक गर्मी में ठंडे पानी में ही स्नान करें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं - उच्च बुखार, लगातार सिरदर्द, चक्कर आना, मितली या भटकाव, लगातार खांसी, सांस की तकलीफ है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाये। जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए भरपूर पानी दें।
क्या ना करें -लॉक-डाउन के दौरान बाहर न जाएं। यदि आपको आवश्यक कार्य के लिए बाहर जाना है तो दिन के शीतलन घंटों के दौरान अपनी सारणी निर्धारित करने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी के घंटों के दौरान बाहर जाने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच। नंगे पैर या बिना चेहरे को ढके और बिना सिर ढककर बाहर न जाएं। व्यस्थतम समय (दोपहर) के दौरान खाना पकाने से बचें। खाना पकाने वाले क्षेत्रों (रसोई घरों) में दरवाजे और खिड़कियां खोल कर रखें, जिससे पर्याप्त रूप से हवा आ सके। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड पेय, पीने से बचें जो शरीर को निर्जलित करते हैं। उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तैलीय भोजन खाने से बचें, बासी खाना न खाएं। बिना हाथ धोए अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके साथ नजदीकी संपर्क से बचें। बीमार होने पर बाहर धूप में न जाएं, घर पर रहें।
नियोक्ता और श्रमिक क्या करें -कार्यस्थल पर स्वच्छ और ठंडा पेयजल प्रदान करें। श्रमिकों को सीधे धूप से बचने के लिए सावधानी बरतें। यदि उन्हें खुले में काम करना पड़ता है । जैसे कि (कृषि मजदूर, मनरेगा मजदूर, आदि) तो सुनिश्चित करें कि वे हर समय अपना सिर और चेहरा ढके रहें। दिन के समय निर्धारित समय सारणी निश्चित करे। खुले में काम करने के लिए विश्राम की अवधि और सीमा बढ़ाएं। गर्भवती महिलाओं या कामगारों की चिकित्सीय स्थिति पर विशेष ध्यान दें। सभी कार्यकर्ता चेहरे को ढककर रखे, एक-दूसरों से 1 से 1.5 मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखें और हाथ की सफाई का अभ्यास करवाए। बार-बार हाथ धोने के लिए साबुन और पानी दें। अपने हाथों को धोए बिना चेहरे को छूने से पहले सावधानी बरतने के निर्देश दें। दोपहर, रात के खाने के समय इस तरह से प्रावधान करें कि दो व्यक्तियों के बीच 1 से 1.5 मीटर की दूरी हो। स्वच्छता कर्मचारियों को अपने हाथों को ढंकना चाहिए। मास्क और दस्ताने पहनना चाहिए। दस्ताने पहनने के बाद मास्क को नहीं छूना चाहिए। उन्हें अपने हाथों को अच्छी तरह और बार-बार धोना चाहिए। हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यदि कोई बीमार है तो उसे ड्यूटी पर्यवेक्षक को सूचित किया जाना चाहिए।
क्या ना करें - कार्यस्थल पर, धूम्रपान या तंबाकू न ही थूके और न ही चबाएं। एक-दूसरे से हाथ न मिलाएं या एक-दूसरों को गले न लगाएं। अपने चेहरे को विशेष रूप से आँखों, नाक और मुंह को न छुएं। जो लोग बीमार हैं उनके निकट संपर्क से बचें। बीमार होने पर काम पर न जाएँ रू घर पर ही रहें। पुलिस/यातायात पुलिस कार्मिकः- दिन में ड्यूटी पर रहते हुए ठण्ड वाली जैकेट पहनें। अपने से कुछ दूरी पर लोगोंध्वाहनों को रोकें। आपके द्वारा जांचे जा रहे दस्तावेजों को न छुएं। जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें। जहां तक संभव हो, अपना हाथ नियमित और अच्छी तरह से धोएं। यदि साबुन, पानी आसानी से उपलब्ध नहीं है तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। अपने चेहरे को अनचाहे हाथों से न छुएं। हर समय फेस मास्क पहनें। उन्हें समय-समय पर बदलें और उपयोग किए गए मास्क को सुरक्षित रूप से फेकें। पर्याप्त पानी पीएं, जितनी बार संभव हो पानी पीएं, भले ही प्यास न लगी हो। सुरक्षात्मक साधनों का उपयोग करें - छाया में रहने का प्रयास करे, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करे। जहां तक संभव हो युवा कर्मियों को दिन में यातायात ड्यूटी पर रखा जाना चाहिए। जब आप काम के बाद घर जाते हैं, तो स्नान करें और अपने इस्तेमाल किए कपड़ो को अच्छी तरह से धोएं।
वरिष्ठ नागरिकः-जितना हो सके घर के अंदर रहें। पार्क, बाजारों और धार्मिक स्थानों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाएँ। अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे और पंखे या कूलर का उपयोग करें। नियमित रूप से हाथ धोने से, खासकर भोजन करने से पहले स्वच्छता बनाए रखें। यदि आप बीमार महसूस करते हैं और निम्न में से किसी एक का अनुभव करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर को बुलाएँ - उच्च शरीर का तापमान, शरीर में दर्द लगे। सिरदर्द, चक्कर आना, मतली या भटकाव लगना। सांस की तकलीफ होना। असामान्य रूप से भूख लगना। यदि आप एक वरिष्ठ नागरिक की देखरेख कर रहे है- नियमित रूप से हाथ धोने में उनकी मदद करें। समय पर भोजन और पानी का सेवन सुनिश्चित करें। उनके पास जाते समय अपनी नाक और मुंह ढकने के लिए फेस कवर का इस्तेमाल करे। यदि आप बुखार, खाँसी, साँस लेने जैसे चीजों से पीड़ित हैं, तो आपको वरिष्ठ नागरिक के पास नहीं जाना चाहिए। उस दौरान किसी और को उनके पास जाने के लिए कहे वो भी पूरी सावधानी के साथ। -
बेमेतरा 25 मई : कोरोना के वैश्विक महामारी रूप लेने के कारण उत्पन्न आपात स्थिति मे लाॅकडाऊन के दौरान ग्रामीणों को पेयजल संकट की दोहरी मार से बचाने के लिए राज्य शासन ने पेयजल को अत्याक्श्यक सेवाओं के अंतर्गत रखते हुए इसकी उपलब्धता सम्पूर्ण राज्य मे सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए है। साथ ही ग्रामों एवं मजरा टोलांे मे हैण्डपंपों की स्थिति संबंधी शिकायतों के लिए राज्य स्तर पर टोल फ्री नंबर 18002330008 को जारी किया है। इस हेतु मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग रायपुर परिक्षेत्र रायपुर के अंतर्गत आने वाले बेमेतरा जिले के सभी विकासखण्डों के लिए हैण्डपंपों के बंद होने की शिकायत करने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी कर दिए है।
बेमेतरा जिले के लिए जारी हुए नंबर
कार्यपालन अभियंता पीएचई श्री जी.एन.रामटेके ने बताया कि विकासखण्ड बेमेतरा एवं नवागढ़ अंतर्गत के लिए सहायक अभियंता, श्री विप्लव घृतलहरे (9479064260) उप अभियंता श्री एस.आर. नारनौरे, (9406243647) विकासखण्ड बेमेतरा एवं श्री कृष्णमूर्ति, उप अभियंता विकासखण्ड नवागढ़ (9753164060) हैण्डपंप मेकेनिकों श्री उत्तम कुमार करचाल क्षेत्र निनवा मो.नं. 6267634169, श्री श्याम कुमार सोने क्षेत्र बालसमुन्द मो.नं. 7011968663, श्री रामखिलावन यादव क्षेत्र बेमेतरा 9406201759, श्री फेकुसिह ठाकुर क्षेत्र खण्डसरा मो.नं. 9981260668, श्री अशोक कुमार सिंन्हा, क्षेत्र मुलमुला मो.नं. 9630657877, श्री अनिल कुमार पाटिल क्षेत्र छिरहा मो. नं. 9589953485, श्री दाऊराम मानदेय क्षेत्र ढाढी 9406252411, श्री सोहन लाल सिन्हा क्षेत्र उमरिया मो.नं. 9981768353 श्री के.पी. नवरंग क्षेत्र नवागढ़ मो.नं. 9993323112, श्री आर. सी. साहू क्षेत्र नांदघाट मो.नं. 9755145397 श्री गोपाल प्रसाद सोनी क्षेत्र कटई मो.नं. 9630029685, श्री गोपालप्रसाद यादव, क्षेत्र नारायणपुर मो. नं. 9340185061, श्री अशोक कुमार वर्मा क्षेत्र अंधियारखोर मो.नं. 9826775271, श्री मनीष जांगड़े क्षेत्र टेमरी मो. नं. 9302563041 है।
विकासखण्ड साजा एवं बेरला के अंतर्गत सहायक अभियंता श्री ए.आर. ध्रुव, (9425526847) उप अभियंता श्री आर. के. महोबिया,(9977374414) श्री डी.एल. वर्मा, उप अभियंता (8770092210) हैण्डपंप तकनीशियनों श्री विरेन्द्र कुमार वर्मा क्षेत्र मोहगांव मो. नं. 9575623369, श्री जशवंत लाल वर्मा क्षेत्र साजा मो. नं. 9406012476, श्री कृष्ण उराॅव क्षेत्र देवकर मो. नं. 6261115443, श्री सेऊक राम सिन्हा क्षेत्र थानखंम्हरिया मो.नं. 9981760712 श्री रामजी सिन्हा, क्षेत्र सैगोना मो. नं. 9755862060, श्री धनदास मानिकपुरी क्षेत्र कारेसरा मो. नं. 9755232837, श्री मुकेश कुमार गौराहा क्षेत्र बीजा मो. नं. 7999256013, श्री परेटन गंगबोईर, क्षेत्र चिल्फी मो. नं. 7825202882, श्री सफराज मोहम्मद क्षेत्र देवकर मो. नं. 9977717551, श्री जगेसर लाल जंगेल क्षेत्र बोरतरा मो. नं. 947672616, श्री भारतभुषण वर्मा क्षेत्र कंदई मो. नं. 9575997464, श्री बी.के. परगनिहा क्षेत्र भिभौरी मो. नं. 9329089538, श्री सौखीलाल धृतलहरे क्षेत्र कठिया रांका मो. नं. 9752895952, श्री रामकुमार यादव क्षेत्र सरदा मो. नं. 9406090807, श्री कुशल कुमार यादव क्षेत्र देवरबीजा मो.ंनं. 9754606229, श्री राजकुमार श्रवण क्षेत्र कोदवा मो. नं. 9406244909, से संपर्क किया जा सकता है। -
बेमेतरा 25 मई : झीरम घाटी श्रंद्धाजलि दिवस के अवसर पर आज सोमवार को प्रातः 11 बजे संयुक्त जिला कार्यालय (कलेक्टोरेट )बेमेतरा में 2 मिनट मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, डिप्टी कलेक्टर श्री संदीप ठाकुर सहित कलेक्टोरेट के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। साथ ही जिले के तहसील कार्यालय एसडीएम दफ्तर नगरपालिका एवम नगर पंचायत कार्यालयों में भी 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई। - बेमेतरा 22 मई : बेमेतरा जिले मे आज एक कोरोना सक्रमित व्यक्ति के रुप मे पहचान हुई है। जिले के मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.एसके शर्मा ने बताया कि बेमेतरा जिले में आज एक नया कोरोना पॉजिटिव केस की पुष्टि हुई है। जो कि उक्त 33 वर्षीय व्यक्ति प्रवासी मजदूर के रुप मे आगरा (उ.प्र.) से लौटा था और उसे क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। सीएमएचओ डाॅ. शर्मा ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि होने के बाद उक्त नए केस को उपचार के लिए रायपुर रवाना किया गया है।
कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के आम नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घरों में सुरक्षित रहें, अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क का उपयोग करें। - बेमेतरा 22 मई : एकीकृत बाल विकास परियोजना खण्डसरा अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्र सेमरिया क्रमांक 02 में कुश कुमार गोस्वामी पिता श्री कृष्ण माता चन्द्रकला का जन्म दिन 11 मार्च 2018 को हुआ । जन्म के समय से बालक कुश मध्यम कुपोषित श्रेणी में था आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के एवं मितानीन के द्वारा बालक कुश के घर में लगातार गृह भ्रमण किया गया। माह सितम्बर 2018 में बालक कुश की तबियत खराब हो जाने के कारण वह गंभीर कुपोषित श्रेणी में चला गया, जिसके कारण उसके वजन में लगातार कमी आती गयी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती अंजनी साहू के द्वारा एवं सेक्टर सुपरवाईजर श्रीमती रुची ठाकुर द्वारा लगातार बच्चे के माता पिता से संपर्क कर दलिया, पौष्टिक खिचड़ी बनाकर खिलाने हेतु समझाया गया। इसके अलावा बाल संदर्भ शिविर के माध्यम से स्वास्थ्य जांच कराकर दवाई उपलब्ध कराई गई जिससे बच्चे के वजन की श्रेणी में सुधार आता गया।
सुपोषण अभियान के अंतर्गत बच्चंे को गांव के पंच के द्वारा बच्चे को गोद लिया गया जिससे बच्चे को फुटा चना, गुड़ और मुर्रा पीसकर खिलाने हेतु उसकी मां को दिया गया साथ ही बालक को आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा वितरण किये जाने वाले रेडी टू ईट को प्रतिदिन खिलाया गया जिसके तहत बच्चे का वजन माह अगस्त 2019 में 7.50 कि.ग्रा. गंभीर कुपोषण की श्रेणी में था, जिसे लगातार देखरेख व पौष्टिक आहार खिलाने के बाद माह फरवरी 2020 में 9.90 किग्रा. सामान्य श्रेणी में है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सजगता व देखभाल से बालक कुश अब पूर्णतः स्वस्थ है। -
बेमेतरा 22 मई : कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा के एक निजी अस्पताल का अनुज्ञापन (लाइसेंस) 6 माह के लिए निलंबित कर 20 हजार रु. का जुर्माना लगाया है। उक्त निजी अस्पताल मे नसबन्दी के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी। छ.ग. राज्य उपचारगृह तथा रोगोपचार संबंधित स्थापनाएं अनुज्ञापन अधिनियम 2010, 2012 की बिंदु क्रमांक 09 के अनुसार निजी अस्पताल “बेमेतरा हेल्थ केयर” का अनुज्ञापन (लाइसेंस) दिनांक 11 मई 2020 से 6 माहके लिए निलंबित किया जाकर छ.ग. राज्य उपचर्यागृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएं अनुज्ञापन अधिनियम 2010, 2013 अध्याय 3 की बिंदु क्रमांक 12 की कंडिका 2 के अनुसार 20 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया है। कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को डीमांण्ड ड्राप्ट बनाकर 7 दिवस के भीतर राशि जमा करने को कहा है। - बेमेतरा 22 मई : बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के नांदघाट थाना के अंतर्गत रायपुर, बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग ग्राम टेमरी मे गुरुवार 21 मई 2020 को सवेरे लगभग 8 बजे एक यात्री बस एवं ट्रेलर की आमने सामने टक्कर से बस मे सवार एक श्रमिक एवं बस के वाहन चालक की मौत हो गई। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सड़क हाद्से पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इस घटना मे 2 मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रु. की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नवागढ़ ने बताया कि उक्त बस राजनांदगांव (बागनदी चेक पोस्ट) से बिलासपुर प्रवासी मजदूरों को छोड़ने जा रही थी। प्रवासी मजदूरों से भरी बस (52 सीटर) है जिसका बस नं. (CG 08 M 0565) एवं ट्रेलर का नं. (CG 10 R 1584) है, जो आपस मे टकरा गई। बस मे प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 42 थी, जिसमे मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, झारखण्ड एवं बिहार के मजदूर जा रहे थे। घटना स्थल पर बस ड्राइवर गुहाराम सोनवानी वार्ड नं.-13 सतनामी पारा राजनांदगांव (छ.ग.) एवं प्रवासी मजदूर देवनाथ पिता मनमोहन सिंह निवासी ग्राम गोलाघाट जिला कठीयार बिहार, की मृत्यु हो गई। ट्रेलर ड्राइवर पालदास पिता भगेला निवासी रतनपुर जिला बिलासपुर जो बिलासपुर से रायपुर की ओर कोयला से भरा ट्रेलर ले के जा रहा था।
ट्रेलर ड्राइवर गौर कुमार/रमेश मण्डल, के अलावा अन्य 04 श्रमिकों मे प्रकाश मण्डल/मेघराज, विनोद मेहता/नाथू मेहता, पालदास/भगेला एवं किसन यादव/कुलेश्वर को प्रथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सरगांव जिला मुंगेली मे उपचार किया गया। तत्पश्चात उन्हे अन्य बस द्वारा बिलासपुर सिम्स हाॅस्पीटल भेजा गया। -
बेमेतरा 21 मई : नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लाॅकडाउन है। इस दौरान छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सभी आंगनबाड़ी केन्द्र बंद है। इन केन्द्रो में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा की गतिविधियों को निर्बाध रूप से चलाने के लिए बच्चों के समग्र विकास के लिए विभाग द्वारा बेमेतरा जिले मे चमकम अभियान एवं सजग कार्यक्रम बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, रचनात्मक, सृजनात्मक विकास तथा परिवार में हर्षाल्लास का वातावरण निर्मित हेतु यह कार्यक्रम क्रियान्वित किया गया हैं।
चकमक अभियान बच्चों के लिए अभिव्यक्ति का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है, पूरे परिवार के साथ मिलकर हंसी-खुशी से सीखने-सिखाने का अच्छा अवसर बन गया है। इस अभियान को संचालित करने का उद्ेश्य बच्चों, माता-पिता और दादा-दादी तथा देखभाल करने वालों को वर्तमान स्थिति से निपटने में मदद करना है। इससे बच्चों को रचनात्मक तरीके से खुद को व्यक्त करने का अवसर मिला है। राज्य स्तर से मिले वीडियों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के महत्ता को समझाते हुए न केवल इन बच्चों को घरों में जाकर अभिभावकों के स्मार्ट फोन में फारवर्ड किया जा रहा है बल्कि यथा संभव वे स्वयं अभिनय करके बच्चों का ज्ञानवर्धन कर रही है।
इन विडियों में बाल गीत, कविता, कहानियाॅं इत्यादि रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इस तरह बच्चें घर में मौज-मस्ती और परिवार के सदस्यों के साथ खुशी एवं मजे से सीख पा रहें है। इस अभियान के दौरान परिवार के सदस्यों द्वारा बच्चों के साथ आनंदपूर्ण गतिविधियाॅं करायी जा रही है। चकमक अभियान हेतु साप्ताहिक गतिविधि कैलेण्डर राज्य से प्राप्त हुआ है। कैलेण्डर में दिनवार गतिविधि अनुसार गतिविधियाॅं कराई जा रही है। पालक भी बच्चों के साथ मिलकर गतिविधियाॅं में सक्रिय रूप से भाग ले रहें हैै। यह अभियान लाॅक डाऊन की अवधि में बच्चों के लिए विशेष पहल है।
सजग कार्यक्रम-के तहत् अभिभावकों के लिए विभाग से प्राप्त आॅडियों संदेश भी पर्यवेक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा स्मार्ट फोन में भेजा जा रहा है। इसमें बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन होने पर सजग रहने, उनके साथ गुणवत्तापूर्वक समय बिताने, उनकी शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, रचनात्मक, सृजनात्मक विकास करने हेतु यह कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा हैं। बेमेतरा जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी आंगनबाड़ी में कार्यक्रम संचालित हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक के गृहभ्रमण के द्वारा यह विडियों सहपरिवार सहित वीडीयों दिखाया जा रहा है। इन आॅडियो मैसेज में बच्चों के सही परवरिश के सुझाव के साथ बच्चों को अपनी कहानी सुनाने, ढेर सारी बात करने, गीत के साथ प्यार दुलार और खेल एवं परिवार में हर्ष का वातावरण निर्मित हुआ है। इस कार्यक्रम की मूल अवधारणा ‘‘सीखे, करके देखे, सिखाएं’’ इस सिद्धांत पर आधारित है। लाॅकडाडन के अवधि के दैरान अभिभावक और बच्चों को एक साथ गुणवत्तापूर्वक समय बिताने का अवसर तो मिला ही है, बच्चों की एकान्तता भी दूर हो रही है और वे गीत, कविता, कहानी इत्यादि के जरिए नैतिक मूल्यों को समझ रहें है। इस कार्यक्रम से बच्चों एवं पालको में हर्षाल्लास का वातावरण निर्मित हुआ है।
चकमक अभियान अंतर्गत साप्तहिक का कार्यक्रम
सोमवार मंगलवार बुधवार गुरुवार शुक्रवार
नदी या तालाब का चित्र बनाएॅ अलग- अलग जानवरो और पक्षियों की आवाज निकाले तीन अलग- अलग रंगों की तितलियाॅ बनाय कोरोना से बचाव के उपायों का वीडियो बनाय पत्थर को पानी के रंगों से सजायछत्तीसगढ़ी गीत गाय और विडियो रिकार्ड कर अपने पसंदीदा कलाकार का स्केच बनायें भारत के राष्टीय पक्षी मोर का चित्र बनाय भारत के राष्टीय पक्षी मोर का चित्र बनायें, अपना नाम अलग- अलग रंगों से लिखेंफलांे या सब्जी का चार्ट बनायेंसमूह नृत्य करें और विडियो बनायेेंअपनी दिनचर्या को कविता या कहानी के माध्यम से बतायेंअपनी दिनचर्या को कविता या कहानी के माध्यम से बतायेंअपने घर या गाॅव का चित्र बनायें -
बेमेतरा 21 मई : जिले में लाॅकडाउन के दौरान बच्चों के लिए नियमित रूप से सफलतापूर्वक कक्षा संचालन किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा सी.एस.धु्रव के मार्गदर्षन में 4 अपै्रल से चल रहे जिला स्तरीय आनलाइन वर्चुअल क्लास में अभीतक 45 कालखण्ड सम्पन्न किए जा चुके है। कक्षा समयसारणी के अनुसार कक्षा 10वीें की कक्षा प्रतिदिन दोपहर 1.00 बजे 11वीं, 12 वीं की कक्षा दोपहर 2.00 और 3.00 बजे से ली जा रही है। कल शासकीय हायरसेकण्डरी देवरबीजा (बेरला) की शिक्षिका श्रीमती सुदेशा चटर्जी द्वारा रसायन शास्त्र अंतर्गत विलियन पाठ को पीपीटी के माध्यम से रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। प्रस्तुतीकरण के दौरान बच्चों से पश्न भी पूछे गए और बच्चों के कठिनाई का श्ंाका समाधान किया गया। इसीतरह शितलेष कुमार शर्मा, शासकीय हायरसेकण्डरी सम्बलपुर (नवागढ़) ने कक्षा 10 संस्कृत , श्रीमती मनीषा सिंह शासकीय हायरसेकण्डरी हाटरांका (साजा) ने 12वीं गणित समाकलन, श्रीमती स्वाती द्विवेदी शासकीय हायरसेकण्डरी देवरबीजा (बेरला)ने 11वीं भौतिकशास्त्र, श्रीमती राधा वर्मा शासकीय हायरसेकण्डरी कटई (नवागढ़)ने 11वीं कामर्स में ट्रायल बेलेंस और श्रीमती यमुना जांगड़े शासकीय हायरसेकण्डरी खण्डसरा (बेमेतरा) ने 12वीं अर्थशास्त्र की कक्षा का सफलतापूर्वक संचालन किया जिसमें बेमेतरा जिला के अतिरिक्त अन्य जिलों से भी शिक्षक व छात्र शामिल हुए।
कक्षा में एपीसी जिला परियोजना समग्र शिक्षा अभियान कमलनारायण शर्मा , डाइट बेमेतरा हेमंत कुमार भुआल और आनलाइन वर्चुअल क्लास प्रभारी व्याख्याता विकेश कुमार यादव उपस्थित हुए। जिन्होने कक्षा उपरांत समीक्षा कर मार्गदर्शन दिया। जिले में संचालित कक्षाओं का राज्य स्तर पर मानिटरिंग कृष्णकुमार शुक्ला (जिला प्रभारी) एससीईआरटी रायपुर द्वारा नियमित किया जा रहा है। कक्षा को प्रभावशाली बनाने शिक्षक आपस में संवाद कर बेहतर विकल्प के चयन में एकदूसरे की सहायता भी कर रहे है। जिले में आनलाइन कक्षा को आगे ब्लाक स्तर पर करने का भी प्रयास चल रहा है जिससे अधिक से अधिक शिक्षक दक्षता हासिल कर सके। इसके लिए ब्लाक स्तर पर सहा. विकासखण्ड अधिकारी लवकुश साहू (बेरला), जयप्रकाश करमाकर (बेमेतरा), दुर्गाप्रसाद कोइरी (नवागढ़), लीलाधर सिन्हा (साजा) द्वारा सभी संकुल से समन्वित विषय विशेषज्ञ शिक्षकों का चयन किया जा रहा है। आनलाइन कक्षाओं में बच्चे रूची ले तो रहे हैं पर कहीं नेटवर्क की समस्या तो कभी डाटा समाप्त होजाना या फिर समय पर मोबाइल नहीं मिलने जैसी समस्याओं का भी बच्चे सामना कर रहे है। -
बेमेतरा 21 मई : जिला पंचायत कार्यालय बेमेतरा के सभा कक्ष में आज गुरुवार को दोपहर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री अजय तिवारी, एवं अध्यक्ष शिक्षा स्थायी समिति बेमेतरा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुआ। अध्यक्ष द्वारा निम्न पद से उच्च पद के एरियर्स भुगतान के संबंध में चर्चा किया गया जिसमें विकासखण्ड बेरला 39, वि.ख.साजा 15, वि.ख. नवागढ़ 06 एवं वि.ख.बेमेतरा 23 शिक्षकों का एरियर्स भुगतान के संबंध में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई। श्रीमती पुष्पा साहू सभापति, जिला पंचायत सदस्य द्वारा जिले में अध्यापन व्यवस्था सत्र् समाप्त होने के कारण तत्काल मूल संस्था के लिए वापस करने की बात रखी। श्री अंजू बघेल, जिला पंचायत सदस्य, वि.ख. नवागढ़ मुर्रा स्कूल के अहाता निर्माण एवं दो अतिरिक्त कमरा एवं चक्रवाय स्कूल के दो स्कूल मैदान के समतलीकरण का भौतिक भी सत्यापन एवं जांच करने की बात कही गई। श्री गोवेन्द्र गुडडा, सदस्य, शिक्षा स्थायी समिति जिला पंचायत द्वारा मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सुधार हेतु बात रखी गई। डीईओ श्री सीएस ध्रुव ने बैठक के अंत मे सभी का आभार जताया। -
बेमेतरा 21 मई : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर संयुक्त जिला कार्यालय भवन कलेक्टोरेट में आज गुरुवार को सवेरे 11 बजे आतंकवाद विरोधी दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने अधिकारी-कर्मचारियों को आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने की शपथ दिलाई गई। अधिकारी-कर्मचारियों ने हम भारतवासी अपने देश की अंहिसा एवं सहनशीलता की परम्परा में दृढ़ विश्वास रखने तथा सभी प्रकार के आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने, मानव जाति के सभी वर्गों के बीच शांति, सामाजिक सद्भाव तथा सूझबूझ कायम करने और मानव जीवन मूल्यों को खतरा पहुंचाने वाली तथा विघटनकारी शक्तियों से लड़ने की शपथ ली। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, डिप्टी कलेक्टर श्री संदीप ठाकुर, अधीक्षक श्री आर.के.निर्मलकर सहित कलेक्टोरेट के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। - बेमेतरा 21 मई : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आज गुरुवार को प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूआत की गई। नई दिल्ली से श्रीमती सोनिया गांधी अध्यक्ष और राहूल गांधी ने विडियो काॅन्फ्रेसिंग के जरिए इस योजना के शुभारंग कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और मंत्रीमण्डल के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री (निवास) कार्यालय रायपुर से दोपहर को योजना की शुरूआत कर गई।
योजना के तहत किसानों को दी जाने वाली 5700 करोड़ रूपए की राशि में से प्रथम किश्त के रूप में 1500 करोड़ रूपए किसानों के खातों में आॅनलाईन जमा की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलांे के धान, गन्ना और मक्का उत्पादक किसानों से सीधे बात-चीत कर उनका हालचाल जाना। योजना के तहत बेमेतरा जिले के धान उत्पादक किसान 110935 किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में डाली जायेगी। योजना का शुभारंभ होते ही धान उत्पादक किसानों को प्रथम किस्त में 94.60 लाख रूपये डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में पहुंच गयी। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जिले में इस योजना का बेहतर और प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की शाखाओं मे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जायेगा।
योजना के शुभारंभ अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया मे विधायक श्री आशीष छाबड़ा ने कहा कि प्रदेश की संवेदनशील सरकार सही मायने मे गरीबों एवं किसानों की चिंता करने वाली सरकार है। प्रदेश सरकार ने जो कहा, सो किया। छत्तीसगढ़ की पहचान, सुखी और समृद्ध किसान है। भारत गांवों मे बसता है, किसान ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी है। विधायक नवागढ़ श्री बन्जारे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज राजीव जी की पुण्यतिथि के अवसर पर किसानों के हित मे एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतर की राशि चार किश्तों मे किसानों के खाते मे जमा की जायेगी। किसान नेता श्री बंशीलाल पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की चिन्ता करते हुए इस योजना की शुरुआत की है। इससे प्रदेश के लाखो किसानों को इसका फायदा मिलेगा।
योजना के शुभारंभ अवसर पर विधायक बेमेतरा श्री आशीष कुमार छाबड़ा, विधायक नवागढ़ गुरुदयाल सिंह बन्जारे, जिला पचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, नगरपालिका अध्यक्ष बेमेतरा श्रीमती शकुंतला साहू वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं ग्राम पंचायत पदमी के पूर्व सरपंच श्री बंशीलाल पटेल, टी आर जनार्दन, जावेद खान (छिरहा), उपस्थित थे। -
बेमेतरा 20 मई : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत प्राकृतिक आपदा, असमायिक वर्षा की स्थिति में अधिसूचित फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई करने हेतु कृषको को फसल बीमा कवरेज में लाया जाता है वर्तमान में जारी अधिसूचना अनुसार बीमा के दिशा निर्देश में परिर्वतन किया गया है। जिसके अंतर्गत खरीफ 2020 हेतु अधिसुचित फसलो के लिए कृषको से बीमा आवेदन 15 जुलाई तक एवं अधिसुचित रबी फसलो के लिए 15 दिसम्बर तक आवेदन लिया जावेगा।
उप संचालक कृषि बेमेतरा ने बताया कि खरीफ मौसम वर्ष 2020 से सभी ऋणी कृषको के लिए भी बीमा को ऐच्छिक कर दिया गया है। ऐसे ऋणी किसान जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नही लेना चाहते है उन्हे असहमति प्रपत्र भरकर सहकारी समिति/ऋण देने वाली संस्था/बैंक में खरीफ फसलो के लिए 15 जुलाई एवं रबी फसलो के लिए 15 दिसम्बर से 7 दिवस पूर्व प्रपत्र प्रस्तुत करना होगा। ऐसे ऋणी कृषक जो निर्धारित समय-सीमा में असहमति प्रपत्र संबंधित संस्था में जमा नही करते है उन्हे अनिवार्य रूप से बीमा आवरण में सम्मिलित करते हुए फसल बीमा हेतु ऋणी कृषक के रूप में पंजीकृत कर समिति/बैंक द्वारा बीमा प्रीमियम काट लिया जावेगा।
अऋणी कृषको को बीमा लाभ प्राप्त करने हेतु बीमा के अंतिम तिथि के पूर्व प्रीमियम राशि के साथ आवेदन प्रपत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करना होगा। बीमा संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं सेवा सहकारी समितियों से संपर्क कर सकते हैं। - बेमेतरा 20 मई :-कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने कल मंगलवार को नारायणपुर हाई स्कूल स्थित कवारेंटाइन सेंटर पहुंच कर जायजा लिया, तथा मजदूरों से बात-चीत कर वस्तुस्थिति से अवगत हुये। उन्होने क्वारेंटाइन सेंटर मे सभी आवश्यक जरुरी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखे जाने का निर्देश दिए। इस दौरान पर एसडीएम नवागढ़ श्री डी आर डाहिरे, तहसीलदार कु. रेणुका रात्रे, नायब तहसीलदार रोशन साहू , सीएमओ नगर पंचायत मारोे कोमल ठाकुर, सुशील कुमार साहू, माधो सिह ठाकुर, नारायणपुर सरपंच बिसाहू साहू, उपसरपंच चोला वर्मा, पूर्व उपसरपंच सुरेश साहू, सचिव संतोष कुम्भकार एवं ग्राम वासी उपस्थित थे।