- बेमेतरा:-बेमेतरा जिले मे इस वर्ष खरीफ में धान का छिटका बोनी 101363, कतार बोनी 51754, लेही 2858, रोपा 16705, कुल धान का रकबा 172680 हे. में रोपाई कार्य जारी है। पिछले वर्ष की तुलना में सोयाबीन का रकबा कम है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष 21830 में लगा है। दलहन, तिलहन विस्तार योजना अंतर्गत अरहर का मे-सजय़ो पर खेती को ब-सजय़ावा दिया गया है, अबतक 2870 हे. में अरहर की बोनी कि जा चुकी है। इस वर्ष अबतक कुल 205808 हे. में विभिन्न फसलों का क्षेत्राच्छादन हो चुका है। बीज निगम एवं निजी बीज विक्रय केन्द्र के माध्यम से धान, सोयाबीन एवं अरहर बीजों का वितरण किया गया है। खरीफ में कुल 33427 क्विं. बीजों का वितरण कृषकों को किया गया है। सेवा सहकारी समिति एवं निजी उर्वरक केन्द्रो के माध्यम से खरीफ 2020 हेतु प्राप्त लक्ष्य 6300 मि.टन उर्वरक के विरूद्व अबतक 68069 मि.टन उर्वरकों का भण्डारण किया जा चुका है तथा कृषकों को 53672 मि.टन उर्वरकों का विरतण किया गया है। डबल लाॅक, समितियों एवं निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रो में अभी 14638 मि.टन उर्वरको का भण्डारण शेष है। खरीफ वर्ष 2020 हेतु अभी उर्वरकों का पर्याप्त भण्डारण है। मौसम को देखते हुये किसान भाइयों को सलाह दी जा रही है कि धान में तनाछेदक कीट का प्रकोप हो सकता है। सोयाबीन में चक्रभंृगु कीट देखने को मिल सकता है। नियंत्रण हेतु प्रोफेनोफास 250 से 300 मि.लि. प्रति एकड़ छिड़काव कर नियंत्रण करें तथा धान रोपाई के सात दिवस के अंदर यूरिया का टाप ड्रेसिंग करें। कृषक भाई मे-सजय़ो पर अरहर तिल की बोनी अवश्य करें।
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बेमेतरा शहर के वार्ड नं. 17 व 19 नवीन मार्केट भी शामिल
बेमेतरा :- कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज सोमवार को अलग-अलग आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के साजा विकासखण्ड के ग्राम-कोंगियाकला, ग्राम पंचायत बोरतारा मे कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त क्षेत्र के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। ग्राम कोंगियाकला एवं बोरतरा के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार साजा श्री तारसिंह खरे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी साजा आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। इसी तरह बेमेतरा विकासखण्ड के ग्राम सेमरिया एवं बेमेतरा शहर के वार्ड नं. 17 व 19 नवीन मार्केट मे कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण उक्त क्षेत्र के चैहद्दी को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया है। सेमरिया एंव बेमेतरा शहर के वार्ड 17 एवं 19 नवीन मार्केट के प्रभारी अधिकारी प्रभारी तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय चंद्रवंशी एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेमेतरा श्री जगन्नाथ वर्मा होंगे। इस प्रकार ग्राम पंचायत सेमरिया, कोंगियाकला व बोरतरा मे कुल 05 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव एवं बेमेतरा शहर के नवीन मार्केट मे 01 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है।जारी आदेश अनुसार कन्टेनमेंट जोन में निम्नानुसार कार्यवाही की जावेगीः- उक्त चिन्हांकित क्षेत्रों अंतर्गत सभी दुकानें एवं अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में घर पहुॅच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित होगा। कन्टेनमेंट जोन की निगरानी हेतु लगातार पुलिस पेट्रोलिंग की जावेगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य की निगरानी एवं निर्देशानुसार सेम्पल इत्यादि जॉच हेतु लिया जाना सुनिश्चित किया जावेगा।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री तायल द्वारा जारी आदेश में कन्टेनमेंट जोन में केवल एक प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था हेतु बेरिकेटिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, प्रवेश एवं निकास सहित क्षेत्र की सेनेटाईजिंग व्यवस्था एवं आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने, स्वास्थ्य टीम को एस.ओ.पी. अनुसार दवा, मास्क, पी.पी.ई.किट इत्यादि उपलब्ध कराने एवं बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन, घरों का एक्टिव सर्विलांस और खण्ड स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में व्यवस्था हेतु प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। - बेमेतरा : -राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा 03 जरूरतमंद परिवारों को 4-4 लाख रूपए के मान से 12 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के राजस्व शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 प्रकरणों जिनमे तहसील नवागढ़ के निवासी खुशहाल उर्फ कुशाल की तालाब मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन नेतराम साहू, तहसील बेरला के ग्राम पेण्ड्री निवासी घासीनबाई की नदी मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन प्रेम, तहसील नवागढ़ के ग्राम देवरी निवासी कामिनी की आग मे जलने सेे मृत्यु होने पर परिजन शत्रुहन पाल को 4-4 लाख रुपए (कुल 12 लाख रुपए) की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई।
- बेमेतरा: -छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय अटल नगर नवा रायपुर द्वारा निर्देश जारी किया गया है, कि 20 अगस्त 2017 के पूर्व शासकीय भूमि पर अतिक्रमित भूमि का व्यवस्थापन/शासकीय भूमि का आबंटन वार्षिक भू भाटक के निर्धारण एवं वसूली की प्रक्रिया के अंतर्गत उनके द्वारा काबिज शासकीय भूमि को सशुल्क भूमि स्वामी हक मे किया जाना है ।उक्त निर्देश के अनुक्रम मे जिला बेमेतरा अंतर्गत आज शनिवार को तहसील बेमेतरा में श्रीमती कुंती तिवारी पति प्रफुल्ल तिवारी निवासी वार्ड न. 04 बेमेतरा एवं श्री प्रफुल्ल तिवारी पिता श्री रमेश तिवारी निवासी वार्ड न. 04 बेमेतरा को क्रमशः 800 व 400 वर्गफीट को आवासीय/व्यावसायिक प्रयोजन हेतु शासकीय भूखण्ड का भूमिस्वामी हक अपर कलेक्टर द्वारा प्रदान किया गया। जिसमे कुल राशि रू. 2963845/- (उनतीस लाख तिरसठ हजार आठ सौ पैतालिस रू. मात्र) शासकीय कोष मे जमा किया गया है। शेष प्रकरण समुचित कार्यवाही हेतु प्रक्रियाधीन है । इस अवसर पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री होरी सिंह, श्री आशुतोष गुप्ता सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख एवं हल्का पटवारी श्री भूपेन्द्र सिन्हा उपस्थित रहे ।
- ग्राम पंचायत बारगांव में बहुत संख्या में प्रवासी मजदूर के रूप में बाहर से गांव आने के उपरांत क्वारंटाईन पश्चात् उनके सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई थी । जिससे उन्हे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था । ऐसे में उनके द्वारा ग्राम पंचायत में कार्य के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया । तत्पश्चात् ग्राम पंचायत बारगांव द्वारा नरवा योजना, हितग्राहीयों हेतु निजी कार्य को अधिक मात्रा में स्वीकृत कराकर उनको मनरेगा अंतर्गत त्वरित रूप से रोजगार उपलब्ध कराया गया । वित्तीय वर्ष 2020-21 में 25032 मानव दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है। कार्य के दौरान ग्रामीण मजदूरो द्वारा उत्तम समझ का उधारण पेश करते हुए लाॅकडाउन के दौरान कार्य सम्पादन में कोरोना वायरस से बचाव के सभी सावधानियों का पालन किया गया था । जिसमें मुख्य रूप से दूरी बनाकर कार्य करना, मास्क लगाना एवं समय-समय पर साबुन से हाथ धोना शामिल है ।ग्राम बारगांव में नरवा कार्य
कोरोना काल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के ग्राम पंचायत स्तर, जनपद पंचायत स्तर एवं जिला स्तर पर लगातार अग्रणी भूमिका निभाते हुए लोगो को रोजगार उपलब्ध कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहे । लाॅकडाअन के दौरान न केवल अनाज वरन् घर-घर मास्क एवं सैनेटाईजर का वितरण भी किया गया । इस दौरान ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के सभी सार्थक सावधानियों का पालन करने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारी/कर्मचारी लगे रहे । उनके द्वारा फील्ड में जाकर अथवा ग्राम में घर-घर जाकर बचाव के साधनो का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया एवं स्वतः भी सभी सावधानियों का पालन किया गया । यही कारण है कि वर्तमान में मनरेगा अंतर्गत लगभग 50 हजार से भी अधिक श्रमिक एक साथ कार्य करने के उपरांत भी कोरोना संक्रमितो की संख्या विकासखण्ड क्षेत्र में न्यून है। इस महामारी में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बनाये रखने में मदद मिली है वरन् जनित परिसम्पत्ति, वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन में कारगर साबित हुई है ।कलेक्टर एवं मनरेगा के जिला समन्वयक श्री शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन मे एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत बेमेतरा के सतत् निरीक्षण में लाॅकडाअन के दौरान ऐसे कार्यों का संपादन प्रमुखता के साथ किया गया जिससे न केवल रोजगार का सृजन हो बल्कि जल संरक्षण, संवर्धन, सिंचाई आदि की सभावनाओं में वृद्धि हो सके । जैसे तालाब निर्माण, निजी तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, सिंचाई नाली का निर्माण, नदी डिसिल्टिंग कार्य, भूमि सुधार कार्य,पौधरोपण आदि शामिल है। - बेमेतरा : बेरला जनपद पंचायत के ग्राम पांहदा के 21 हितग्राही जैसे- वासुदेव, शकुन्तला, अनिता, महेश, इत्यादि और ग्राम मोहभट्ठा निवासी मनीराम, बलीराम, लक्ष्मीबाई, अर्जुन, द्वारिका, डेरहा, और कृपाल ने कहा कि उन्होने मनरेगा अंतर्गत मेड बंधान का कार्य पा कर अपने ग्राम में ही लगातार रोजगार प्राप्त कर रहे हैं और फसल हेतु भूमि भी तैयार हुई है । मेड बंधान कार्य के रोजगार स्वरूप उन्हे बैंक खाते के माध्यम से लगातार मजदूरी का भुगतान हुआ है । मजदूरी भुगतान के लिए विकासखण्ड मे अनोखी पहल करते हुए बैंक सखी के माध्यम से मनरेगा मजदूरो को कार्य स्थल पर ही मजदूरी भुगतान प्रदाय करने का शुरूआत किया गया । जिससे उन्हे इस महामारी के दौरान लाॅकडाउन में भी आर्थिक तंगी से परेशान नही होना पड़ा। लाॅकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरो को भी क्वारंटाईन अवधि पूर्ण करने के पश्चात् उनके सामने खड़ी विकराल समस्या का निजात भी मनरेगा के माध्यम से रोजगार देकर दिलाया गया। इसी प्रकार जनपद पचायत बेरला समस्त ग्राम पंचायतों में 300 से अधिक मेंड बंधान के कार्य कराये गये है जिससे ग्रामीण परिवारों को आर्थिक मदद के साथ साथ लाकडाॅउन के परिस्थिति में भी बेहतर आजिविका प्राप्त हुई।ग्राम पंचायत रेवे के निवासी ओमप्रकाश पिता राधेश्याम ने महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत निजी भूमि पर तालाब निर्माण कार्य हेतु आवेदन किया गया था जिस हेतु राशि 3.13 लाख रू.स्वीकृत करते हुए तालाब बनवाया गया, हितग्राही द्वारा बताया गया कि ’’मनरेगा अंतर्गत उनको निजी डबरी कार्य की स्वीकृति प्राप्त हुई थी । जिसे बनाकर न केवल मुझे एवं मेरे परिवार को लाॅकडाउन में रोजगार प्राप्त हुआ है वरन् गांव के अन्य लोगो को भी इस महामारी में रोजगार प्राप्त हुआ। साथ ही निर्मित डबरी में वर्तमान में पर्याप्त पानी भर गया है । जिससे मुझे खेती करने में सुविधा होगी एवं 100 प्रतिशत फसल उत्पादन हेतु सहायता प्राप्त होगी । साथ ही मछली पालन आदि से भी मुझे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसी प्रकार कुसमी निवासी श्री खोमलाल एवं सुभद्रा बाई के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा भी मनरेगा अंतर्गत निजी डबरी का निर्माण कराया गया है एवं मत्स्य पालन प्रारंभ कर दिया गया है। जिससे उन्हें आत्मनिर्भर होने में सहायता मिलेगी ।
- बेमेतरा : -महात्मा गाँधी नरेगा अंतर्गत जनपद पंचायत बेरला में वित्तीय वर्ष 2020-21 की तैयारी माह दिसम्बर 2019 तक कर ली गयी थी और इस वर्ष के लिए 8 लाख 50 हजार मानव दिवस का रोजगार देने का लक्ष्य अनुमानित था माह मार्च में पुरे विश्व में कोरोना नाम की महामारी फैल रही थीजिससे हमारा देश भी अछूता न रहा और बीमारी के संक्रमण को रोकने के लिए पुरे देश में मार्च माह 2019 के अंतिम सप्ताह से लॉक डाउन की प्रक्रिया लागु हुई। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने लॉक डाउन कारगर सिद्ध हुआ जबकि अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी होने लगी थी स माह अप्रैल 2020 में नया वित्तीय वर्ष प्रारम्भ हो चूका था लेकिन हम योजना का संचालन नहीं कर पा रहे थे। 20 अप्रैल 2020 से छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार हमने जनपद पंचायत बेरला के समस्त ग्राम पंचायतों में रोजगार मूलक कार्यो को स्वीकृत करा कर कार्य प्रारम्भ करना शुरू किया। ग्रामीण मजदुर अब महात्मा गाँधी नरेगा के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने लगे, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार आने लगा स माह सितम्बर 2020 तक निर्धारित लक्ष्य का 150 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त कर लिया गया है साथ ही वर्ष हेतु निर्धारित लक्ष्य का 85 प्रतिशत माह जुलाई 2020 में ही प्राप्त कर लिया गया है ।लाॅकडाउन अवधि में रोजगार प्राप्त करते मजदूरजहां लाॅकडाउन में रोजगार के लगभग सभी साधन बंद थे। वहीं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से विकासखण्ड क्षेत्र में ग्रामीण अंचल के अधिकतम परिवारो को उनके मांग अनुसार रोजगार देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में परिसम्पत्ति सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 300 से अधिक हितग्राहियों के निजी भूमि में मेड बंधान के कार्य पूर्ण कराए गये है और 50 निजी तालाब निर्माण का कार्य भी कराया जा रहा है। इसका प्रतिफल यह हुआ कि मानव दिवस सृजन के साथ-साथ इन परिवारों को आर्थिक मदद हुई और बारिस के पूर्व ही खेत फसल हेतु तैयार थे एवं निजी तालाबों से सिचाई हेतु पानी की उपलब्धता भी बनी हुई है साथ ही साथ किसान मछली पालन कर अधिक आय के साधन बना रहे है। ग्रामीण हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभ दिये जाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, रोजगार मूलक एवं हितग्राही मूलक कार्यो को प्राथमिकता से स्वीकृत कराया गया।
- बेमेतरा: भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा खेलो इण्डिया योजना अंतर्गत खेलों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए महत्वपूर्ण खेलो इण्डिया लघु केन्द्र योजना प्रारंभ की जा रही है। इस योजना के तहत जिले में लघु केन्द्र स्थापित किया जाएगा। खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने की इस महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत इसका संचालन पूर्व चैम्पियन खिलाड़ियों के माध्यम से किया जाएगा। पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी प्रशिक्षक एवं मार्गदर्शक बनें व उसके अनुभव का पर्याप्त उपयोग खिलाड़ियों के प्रशिक्षण पर किया जाए साथ ही योजना में यह भी सुनिश्चित किया गया है कि इन पूर्व चैम्पियन खिलाड़ियों को इस कार्य से कुछ आय प्राप्त हो सकें। जिसमें ओलम्पिक खेलों में खेले जाने वाले 14 खेलों को शामिल किया गया है इसमें - तीरंदाजी एथलेटिक्स बैडमिंटन बाॅक्सिंग साइकिलिंग फेंसिंग हाॅकी जूडो रोइंग शूटिंग स्विमिंग टेबल-टेनिस बेटफ्टि रेसलिंग के साथ ही फुटबाल एवं पारंपरिक खेल भी शामिल है खेलों इण्डिया सेंटर की स्थापना के लिए पूर्व चैम्पियन खिलाड़ियों को अनुदान प्रशिक्षक सपोर्टिग स्टाफ खेल उपकरण क्रय खेल किट एवं प्रतियोगिता में टीम को सम्मिलित करने के लिए प्रति खेल 5 लाख रूपए के मान से अधिकतम 03 खेलों के लिए राशि प्रदान की जाएगी।अवेदकों से प्राप्त प्रस्ताव में से अधिकतम 03 खेलों इण्डिया लघु केन्द्रो के संचालन के लिए प्रस्ताव का चयन किया जायेगा। खेलो इण्डिया लघु केन्द्र योजना में पूर्व चैम्पियन खिलाड़ियों द्वारा नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा पूर्व चैम्पियन खिलाड़ी नवोदित खिलाड़ियों से प्रशिक्षण के लिए कुछ शुल्क भी प्राप्त कर सकते है चयनित खेलो इण्डिया केन्द्रो को भारत सरकार द्वारा 04 वर्ष के लिए आर्थिक सहायकता उपलब्ध कराई जाएगी 04 वर्ष के पश्चात पूर्व चैम्पियन खिलाड़ियों की पहचान प्रशिक्षक के रूप में स्थापित होने से वह स्वयं के संसाधनों से केन्द्र का संचालन भविष्य में निरंतर कर सकेंगे पहली वरीयता व्यक्तिगत खेल में मान्यता प्राप्त नेशनल फेडरेशन आफ स्पोट्र्स संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो दलीय खेलो में मान्यता प्राप्त एनएसएफ संबंधित खेलों के मान्यता प्राप्त संघ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो दूसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एनएसएफ संबंधित खेलों में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त खिलाड़ी या खेलों इण्डिया गेम्स में पदक प्रापत खिलाडी दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एनएसएफ संबंधित खेलो में सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो या खेलों इण्डिया गेम्स में पदक प्राप्त दल का हिस्सा हो तीसरी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में नेशनल एआईयू पूर्व प्रतियागिता में पदक विजेता खिलाड़ी दलीय खेलो में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी की पूर्व प्रतियागिता में पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा चैथी वरीयता व्यक्तिगत खेलों में मान्यता प्राप्त एनएसएफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो अथवा खेलों इण्डिया गेम्स में प्रतिनिधित्व किया हो। दलीय खेलों में मान्यता प्राप्त एनएसएफ द्वारा आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पूर्व प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया हो। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2020 को शाम 05 बजे तक कार्यालय खेल एवं युवा कल्याण विभाग कलेक्टोरेट परिसर बेमेतरा में जमा कर सकेगें।
- बेमेतरा : जिले के प्रभारी सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त डाॅ. एम.गीता, संचालक कृषि श्री निलेश कुमार महादेव झीरसागर एवं कलेक्टर-बेमेतरा श्री शिव अनंत तायल द्वारा कल शुक्रवार को बेमेतरा के ग्राम-बिलई, झालम, वि.खं.-बेमेतरा तथा धौराभाठा वि.खं.-धमधा का भ्रमण किया गया, भम्रण दौरान गौठान ग्राम-बिलई का निरीक्षण किया गयानिरीक्षण दौरान महिला स्व सहायता समूह द्वारा अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत कर समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यो वर्मी कम्पोष्ट उत्पादन, मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन एवं कड़कनाथ मुर्गा पालन किया जा रहा है कि जानकारी से अवगत कराया गया, जिसका अवलोकन कर उन्हे और अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़कर अन्य व्यसायिक उत्पादन करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। समूहों से चर्चा कर समस्याओं के संबंध में जानकारी लिया गया एवं दैनिक गोबर क्रय की जानकारी ली गई तथा कृषकों को अधिक से अधिक सदस्य बनकर गोबर विक्रय करने हेतु प्रेरित किया गया एवं गौठान में अतिथियों द्वारा पौध रोपण किया गया तथा उपस्थित सभी ग्रामवासियांे को पौध रोपण करने हेतु प्रेरित किया गया।तत् पश्चात ग्राम-झालम के गौठान गये वहां महिला समूहों द्वारा वर्मी कम्पोष्ट उत्पादन की जानकारी ली गई ग्राम-धौराभाठा विकासखण्ड-धमधा के जे.एस. कृषि फार्म जो 460 एकड़ में लगे अमरूद, बेर, सीताफल, आम एवं डेयरी फार्म का अवलोकन किया गया। सचिव द्वारा छत्तीसगढ़ के कृषकों को कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ने की संभावना व्यक्त किये तथा परंपरागत खेती को बदलकर दलहन-तिलहन, साग-सब्जी एवं फल आदि पर आगे बढ़कर खेती करने की सलाह दिया गया। भ्रमण दौरान श्रीमती रीता यादव मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला-पंचायत बेमेतरा, संयुक्त संचालक कृषि दुर्ग, उप संचालक कृषि बेमेतरा, उप संचालक पशुधन सेवाएं बेमेतरा, सहायक संचालक उद्यान, सहायक संचालक मत्स्य, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं कृषि विभाग के आला अधिकारीगण उपस्थित रहें।
- बेमेतरा : -राज्य में कोविड -19 के संक्रमण की रोकथाम के प्रबंधन के अंतर्गत राहत देने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राष्ट्रीय खाद्य़ सुरक्षा अधिनियम के प्रचलित राशनकार्डो के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तथा छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत प्रचलित राशनकार्ड में (सामान्य एपीएल श्रेणी के राशनकार्डों को छोड़कर) माह जुलाई से नवबंर 2020 तक प्रतिमाह अतिरिक्त चावल एवं चना आबंटन का उपभोक्ता निर्गम मूल्य निःशुल्क होगा। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल जिला बेमेतरा के द्वारा बताया कि माह जुलाई 2020 से नवंबर 2020 तक उपरोक्त श्रेणी के राशनकार्डो को वितरित किये जाने वाले खाद्यान्न की मात्रा छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम अथवा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (नियमित तथा अतिरिक्त आबंटन) के अंतर्गत प्राप्त होने वाले खाद्यान्न की अधिकतम पात्रता के बराबर होगी। माह जुलाई 2020 के अतिरिक्त खाद्यान्न का वितरण माह अगस्त 2020 के नियमित तथा अतिरिक्त आबंटन एवं वितरण के साथ किया जावेगा। उपरोक्त राशनकार्डो में जुलाई से नवंबर 2020 तक 01 किलोग्राम चना निःशुल्क वितरण किया जावेगा।
- कलेक्टर ने कहा बेमेतरा जिले में स्थिति नियंत्रण में, अफवाहों पर ध्यान न दें
बेमेतरा : -कोरोना वायरस कोविड-19 के रोकथाम एवं नियत्रंण तथा उनके बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए राज्य शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक चैकसी बरती जा रही है। जिले में लॉकडाउन 22 जुलाई से 02 अगस्त 2020 तक लागू है। इस दौरान खाद्य एवं आवश्यक जरूरतमंद सामग्रियों की जमाखोरी एवं मूल्य से अधिक दर पर बिक्री करने की शिकायतें मिल रही है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि कोविड-19 कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियत्रंण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं जा रहे है। लॉकडाउन के दौरान अफवाहों पर ध्यान न दें। कलेक्टर ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, पुलिस, नगरीय निकाय एवं खाद्य विभागों की संयुक्त टीम गठित कर आवश्यक खाद्य पदार्थो की जमाखोरी करने और निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बिक्री करने वालों पर कड़ी निगरानी रखने एवं उन संस्थानों का औचक निरीक्षण करने के लिए सख्त निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि जमाखोरी करने और निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर बिक्री करने की शिकायत जांच के दौरान सहीं पाई जाती है तो ऐसी स्थिति में संबंधित संस्थान/दुकान/प्रतिष्ठान पर प्रतिबंधात्मक आवश्यक कड़ी कार्यवाही किया जाकर तत्काल सील भी किया जा सकता है।
कलेक्टर श्री तायल ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, अस्पतालों, बाजारों एवं भीड़-भाड़ वाले स्थानों, गलियों में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग व मारक फेस कवर धारण किया जाना अनिवार्य होगा। कार्यालय/व्यवसायिक प्रतिष्ठान, कार्य स्थलों एवं फैक्ट्री आदि में कार्य करने वाले प्रत्येक व्यक्ति द्वारा मारक, फेस कवर धारण किया जाना अनिवार्य होगा तथा कार्यालय/प्रतिष्ठानों में सेनिटाईजर की उपलब्धता संबंधित विभाग के द्वारा सुनिश्चित की जावेगी। निजी वाहनों में यात्रा के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। फेस कवर, मास्क उपलब्ध न होने की स्थिति में गमछा, रुमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी प्रयोग किया जा सकता है बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। कपड़े का मास्क, फेस, कवर, गमछा, रुमाल, दुपट्टा इत्यादि का पुनः प्रयोग साबुन से अच्छी तरह से साफ किए बिना न किया जाये। सार्वजनिक स्थलों पर थूकना प्रतिबंधित है।
लाॅक डाउन अवधि के दौरान समस्त प्रकार के सार्वजनिक परिवहन सेवायें, वाहनों के शोरूम, साप्ताहिक हाॅट-बाजार, सभी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थल, पार्क, चाय-नास्ता की दुकान, ठेले, सेलून, नाई दुकान, ब्यूटी पार्लर, केफे इत्यादि बंद रहेंगे। 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिला, व 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे केवल मेडिकल इमरजेंसी में ही घर से बाहर निकले। एक जिले से दूसरे जिले व अंतर्राज्यीय परिवहन हेतु ई-पास अनिवार्य होगा, जिसकी अनुमति अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी बेमेतरा द्वारा दी जावेगी।
होम क्वारेन्टाईन में रहने वाले व्यक्तियों को प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी होम क्वारेन्टाईन संबंधी समस्त दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य होगा। उपरोक्त प्रतिबंधात्मक आदेशों का उल्लंघन होने पर भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा महामारी एक्ट व अन्य सुसंगत विधिक प्रावधानों के तहत दोषी व्यक्ति कार्यवाही के भागीदार होंगे। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा बेमेतरा जिले के समस्त नागरिकों से उपरोक्त निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया है। - बेमेतरा : प्रदेश सरकार कृषि विभाग के प्रमुख सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त एवं बेमेतरा जिले की प्रभारी सचिव डाॅ. एम गीता ने आज बेमेतरा जिले के ग्राम बिलई एवं झालम का दौरा किया। इस दौरान उन्होने राज्य सरकार की फ्लैगशिप सुराजी गांव योजना के अंतर्गत गौठान का मुआयना किया। दोनो स्थानों पर महिला समूह द्वारा गौठान गतिविधि से रु-ब-रु हुई। समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट केंचुआ खाद, मशरुम उत्पादन, कुक्कुट पालन, बाड़ी विकास का अवलोकन किया। प्रमुख सचिव ने गोधन न्याय योजना के संबंध मे गौठान प्रबंधन समिति से जानकारी ली। डाॅ. गीता ने गौठन को आजिवीका से जोड़कर स्व-सहायता समूह की आमदनी मे और अधिक इजाफा कैसे करें इस पर फोकस किया। प्रमुख सचिव ने अपने प्रवास के दौरान गौठान मे वृक्षारोपण भी किया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, जिला पचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, जनपद पंचायत बेमेतरा रश्मि ठाकुर के अलावा कृषि पशुधन विकास उद्यानिकी एवं मछली पालन विभाग के जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
- बेमेतरा : अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी एवं न्याय निर्णयन अधिकारी बेमेतरा द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की धारा 26(2) (।।) का उल्लंघन करने वाले 5 विक्रेताओं पर कार्यवाही करते हुए अधिनियम की धारा 51, 52 (1 एवं 2) के तहत् मिथ्याछाप/अवमानक खाद्य पदार्थों के विक्रय/निर्माण/संग्रहण करने के कारण अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है जिसमें द्वारिका प्रसाद टंडन, फर्म-लक्ष्मण किराना स्टोर्स नवागढ़ को 15,000/रु. राजीव खत्री संचालक फर्म-सुरेश इंक एवं फूड प्रोडक्टर्स देवपुरी रायपुर को 30,000/रु., मो. इलियास शेखानी, फर्म-ताज इंड्रस्टीज बेमेतरा को 20,000/रु., मोहन सिंह, फर्म-करणी बीकानेर स्वीट्स साजा को 20,000/रु. एवं राजेश कुमार शर्मा, फर्म-शर्मा जलपान गृह देवकर साजा बेमेतरा को 15,000/रु. का जुर्माना लगाया गया है। उक्त फर्म के संचालकों को शस्ति की राशि 15 दिवस के भीतर जमा किये जाने हेत आदेश पारित कियेे गये है। जमा नहीं किये जाने की दशा में भू-राजस्व बकाया की भाॅति वसूली की कार्यवाही की जावेगी।
- बेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग रायपुर द्वारा जिले के नगर पंचायत मारो के आम निर्वाचन 2020 कराये जाने हेतु निर्वाचक नामावली तैयार/पुनरीक्षित किये जाने के संबंध में जारी किया गया है। जिसके लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, शिव अनंत तायल द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (रा.), नवागढ़ को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, तहसीलदार नवागढ़ को सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा अपर कलेक्टर ,बेमेतरा को अपीलीय अधिकारी नियुक्त किया गया है।फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार किये जाने की कार्यवाही दो चरण में संपादित की जायेगी। प्रथम चरण में प्रांरभिक फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार किया जाना, प्रचलित परिसीमन के आधार पर वार्डवार मार्किंग कर कम्प्यूटराईजेशन करना तथा उसका मुद्रण कराने का कार्य किया जायेगा। प्रथम चरण की कार्यवाही 30 जुलाई 2020 से 04 सितम्बर 2020 तक पूर्ण किया जायेगा।द्वितीय चरण में 09 सितम्बर 2020 को निर्वाचक नामावली का प्रांरभिक प्रकाशन कर दावा आपत्ति प्राप्त की जावेगी। दावा आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम तारीख 18 सितम्बर 2020 अपरान्ह 3.00 बजे तक निर्धारित की गई है। दावा आर्पित्त का निराकरण 23 सितम्बर 2020 तक किया जायेगा। दावा आर्पित्त के निराकरण आदेश के विरूद्ध अपील करने की अंतिम तारीख निराकरण आदेश पारित होने के पाॅच दिवस की भीतर की जावेगी। परिवर्धन, विलोपन, संशोधन फार्मो की साफ्टवेयर में एंट्री का कार्य 03 अक्टूबर 2020 तक किया जाकर निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 12 अक्टूबर 2020 को किया जायेगा।
- बेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-नगर पंचायत मारो की मतदाता सूची तैयार करने के लिए छ.ग. नगर पालिका अधिनियम 1994 के विहित प्रावधान के तहत कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नवागढ़ को रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा तहसीलदार नवागढ़ को सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नियुक्त किया है। अपीलीय अधिकारी के कार्याें का संपादन के लिए पदाभिहित अधिकारी अपर कलेक्टर बेमेतरा होंगे। मतदाता सूची 01 जनवारी 2020 की स्थिति मे फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार/पुनरीक्षित किया जाना है।
- परंपरागत किस्मों की अपेक्षा बौनी, जल्द पकने वालीऔर अधिक उपज देने वाली हैं नवीन किस्मेंबेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर (बार्क), मुम्बई के सहयोग से धान की दो नवीन म्यूटेन्ट किस्मंे - विक्रम ट्रॉम्बे छत्तीसगढ़ राईस और छत्तीसगढ़ ट्रॉम्बे जवाफूल विकसित की गई हैं। ये नवीन म्यूटेन्ट किस्में छत्तीसगढ़ की परंपरागत किस्मों क्रमशः सफरी-17 और जवाफूल में उत्परिवर्तन के द्वारा सुधार कर विकसित की गई हैं। नवीन किस्में परंपरागत किस्मों की अपेक्षा बौनी, शीघ्र पकने वाली और अधिक उपज देने वाली हैं। विक्रम टी.सी.आर. किस्म परंपरागत सफरी-17 की तुलना में 30-35 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है और 21 प्रतिशत अधिक उत्पादन देती है। इसी प्रकार सी.जी. जवाफूल ट्रॉम्बे किस्म परंपरागत जवाफूल की तुलना में 10-15 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है और 40 प्रतिशत अधिक उपज देती है। छत्तीसगढ़ राज्य बीज उप समिति द्वारा इन दोनों किस्मों को छत्तीसगढ़ राज्य के लिए जारी करने की अनुशंसा की गई है।इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा भाभा अटॉमिक रिसर्च सेन्टर के सहयोग से धान की दो परंपरागत किस्मों में उत्परिवर्तन के माध्यम से सुधार कर विकसित की गई दो नवीन किस्मों मंे से विक्रम ट्रॉम्बे छत्तीसगढ़ राईस की उत्पादन क्षमता संकर धान की किस्मों के बराबर पाई गई है। इस किस्म के पौधों की ऊंचाई 101-106 से.मी. है जबकि परंपरागत सफरी-17 प्रजाति के पौधों की ऊंचाई 160-165 से.मी. है। पौधों की ऊंचाई कम होने के कारण विक्रम टी.सी.आर. के पौधों के गिरने (लॉजिंग) का खतरा कम होता है। इसके पकने की अवधि 118-123 दिन है, जो परंपरागत सफरी प्रजाति की तुलना में 30 से 35 दिन कम है। यह किस्म कम पानी या सूखे की स्थिति में भी परंपरागत सफरी प्रजाति के जितना ही उत्पादन देती है। यह किस्म 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज दे सकती है। यह प्रजाति मुर्रा बनाने के लिए उपयुक्त पाई गई है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ की सुगंधित चावल की परंपरागत किस्म जवाफूल में सुधार द्वारा विकसित किस्म सी.जी. ट्रॉम्बे जवाफूल छोटे दानों की सुगंधित बौनी किस्म है। इस किस्म के पौधों की ऊंचाई 120-125 से.मी. होने के कारण पौधे गिरते नहीं हैं जबकि परंपरागत जवाफूल प्रजाति के पौधों की ऊंचाई 145-150 से.मी. होने के कारण पौधे तेज हवा या बरसात से गिर जाते हैं। सी.जी. ट्रॉम्बे जवाफूल किस्म के पकने की अवधि 130-135 दिन है, जो परंपरागत जवाफूल प्रजाति की तुलना में 10-15 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है। इसकी अधिकतम उपज क्षमता 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
- मनरेगा से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बनाये रखने में मिली मददबेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-वैसे तो वर्ष 2020-21 के अब तक गुजरे महीने पूरे विश्व के लिए याद करने लायक नही है । जहां पूरा विश्व कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। कोरोना से न केवल जनधन की हानि हुई है बल्कि पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिए शासन द्वारा समय-समय पर लाॅकडाउन भी लगाया जाता रहा है लाॅकडाउन अवधि में लोगों को खाने-पीने से लेकर दैनिक जीवन की अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना संक्रमण के फेलाव को रोकने लाॅकडाउन में जहां एक ओर अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती खड़ी हुइ्र्र थी तो दूसरी ओर ग्रामीण अर्थव्यवस्था नरेगा से रोजगार प्रदान कर नई उंचाई को छू रहा था। जहां लाॅकडाउन में रोजगार के लगभग सभी साधन बंद थे।वहीं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से विकासखण्ड क्षेत्र में ग्रामीण अंचल के अधिकतम परिवारो को उनके मांग अनुसार रोजगार देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में परिसम्पत्ति सृजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसका प्रतिफल यह हुआ कि मानव दिवस सृजन में प्रथम त्रैमास हेतु निर्धारित लक्ष्य का 200 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है साथ ही वर्ष हेतु निर्धारित लक्ष्य का 90 प्रतिशत प्रथम त्रैमास में ही प्राप्त कर लिया गया है। बेमेतरा जनपद पंचायत के भोथीडीह निवासी सावित्री बाई, फुलन बाई, रवि धु्रव आदि ने कहा कि उन्होने मनरेगा अंतर्गत अपने ग्राम में ही लगातार रोजगार प्राप्त कर रहे हैं । साथ ही उन्हे बैंक खाते के माध्यम से लगातार मजदूरी का भुगतान प्राप्त की है। मजदूरी भुगतान के लिए विकासखण्ड मे अनोखी पहल करते हुए बैंक सखी के माध्यम से मनरेगा मजदूरो को कार्य स्थल पर ही मजदूी भुगतान प्रदाय करने का शुरूआत किया गया । जिससे उन्हे इस महामारी के दौरान लाॅकडाउन में भी आर्थिक तंगी से परेशान नही होना पड़ा। लाॅकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरो को भी क्वारंटाईन अवधि पूर्ण करने के पश्चात् उनके सामने खड़ी विकराल समस्या का निजात भी मनरेगा के माध्यम से रोजगार देकर दिलाया गया।हथमुड़ी निवासी रमेश पिता ढेलू द्वारा बताया गया कि मनरेगा अंतर्गत उनको निजी डबरी कार्य की स्वीकृति प्राप्त हुई थी। जिसे बनाकर न केवल मुझे एवं मेरे परिवार को लाॅकडाउन में रोजगार प्राप्त हुआ है वरन् गांव के अन्य लोगो को भी इस महामारी में रोजगार प्राप्त हुआ। साथ ही निर्मित डबरी में वर्तमान में पर्याप्त पानी भर गया है। जिससे मुझे खेती करने में सुविधा होगी एवं 100 प्रतिशत फसल उत्पादन हेतु सहायता प्राप्त होगी। साथ ही मछली पालन आदि से भी मुझे रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसी प्रकार पड़कीडीह निवासी श्री मोहित साहू द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा मनरेगा अंतर्गत निजी डबरी का निर्माण कराया जा कर मत्स्य पालन प्रारंभ कर दिया गया है। जिससे उन्हें आत्मनिर्भर होने में सहायता मिलेगी। कमल जायसवाल खंडसरा द्वारा बताया गया कि प्रवासी मजदूर के रूप में बाहर से गांव आने के उपरांत क्वारंटाईन पश्चात् उनके सामने रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गई थी । जिससे उन्हे आर्थिक तंगी का सामाना करना पड़ रहा था। ऐसे में उनके द्वारा ग्राम पंचायत में कार्य के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात् सरपंच ग्राम पंचायत खंडसरा द्वारा उनको मनरेगा अंतर्गत त्वरित रूप से रोजगार उपलब्ध कराया गया। उपरोक्त हितग्राहियों द्वारा यह भी बताया कि लाॅकडाउन के दौरान कार्य सम्पादन में कोरोना वायरस से बचाव के सभी सावधानियों का पालन किया गया था । जिसमें मुख्य रूप से दूरी बनाकर कार्य करना, मास्क लगाना एवं समय-समय पर साबुन से हाथ धोना शामिल है।इस महामारी में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बनाये रखने में मदद मिली है वरन् जनित परिसम्पत्ति, वर्तमान में जल संरक्षण एवं संवर्धन में कारगर साबित हुई है। लाॅकडाअन के दौरान ऐसे कार्यों का संपादन प्रमुखता के साथ किया गया जिससे न केवल रोजगार का सृजन हो बल्कि जल संरक्षण, संवर्धन, सिंचाई आदि की सभावनाओं में वृद्धि हो सके। जैसे तालाब निर्माण, निजी तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, सिंचाई नाली का निर्माण, नदी डिसिल्टिंग कार्य, भूमि सुधार कार्य, पौधरोपण आदि।कोरोना काल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के ग्राम पंचायत स्तर, जनपद पंचायत स्तर एवं जिला स्तर पर लगातार अग्रणी भूमिका निभाते हुए लोगो को रोजगार उपलब्ध कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते रहे । लाॅकडाअन के दौरान न केवल अनाज वरन् घर-घर मास्क एवं सैनेटाईजर का वितरण भी किया गया । इस दौरान ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के सभी सार्थक सावधानियों का पालन करने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारी/कर्मचारी लगे रहे । उनके द्वारा फील्ड में जाकर अथवा ग्राम में घर-घर जाकर बचाव के साधनो का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया एवं स्वतः भी सभी सावधानियों का पालन किया गया । यही कारण है कि वर्तमान में मनरेगा अंतर्गत लगभग 50 हजार से भी अधिक श्रमिक एक साथ कार्य करने के उपरांत भी कोरोना संक्रमितो की संख्या विकासखण्ड क्षेत्र में न्यून है ।
- बेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-जिले मे कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण को रोकने तथा नियंत्रण हेतु बेमेतरा जिले के संपूर्ण क्षेत्र मे 21 जुलाई से 2 अगस्त 2020 रात्रि 12 बजे तक लाॅकडाउन को प्रभावशील है तथा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर शेष संथाओं को बंद रखा गया है। जिले के अनेक स्थानों पर आवश्यक वस्तुओं की अनउपलब्धता/कालाबाजारी तथा अधिक कीमतें वसूली की शिकायतें प्राप्त हो रही है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल द्वारा आदेश जारी कर अधिकारियांे की एक टीम गठित की है। जिले मे पदस्थ खाद्य अधिकारी तथा औषधि निरीक्षकों को उनके कार्यस्थल के संस्थानांे खद्य/औषधि केन्द्रों की जाँच कर संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी के माध्यम से प्रतिवेदन सुसंगत अधिनियमों के तहत प्रस्तुत किये जाने हेतु आदेशित किया गया है।
बेमेतरा अनुविभाग मे जितेन्द्र नेले खाद्य सुरक्षा अधिकारी, लक्ष्मण कश्यप खाद्य निरीक्षक, आरती नागदेव औषधि निरीक्षक, नीतु सिंह नेताम खाद्य निरीक्षक, उत्ताम कश्यप खाद्य निरीक्षक शामिल हैै इसी तरह, नवागढ़ अनुविभाग मे जितेन्द्र नेले खाद्य सुरक्षा अधिकारी, धर्मवीर खाद्य निरीक्षक, आरती नागदेव औषधि निरीक्षक, वशिष्ठ प्रताप खाद्य निरीक्षक शामिल हैै, साजा अनुविभाग मे आशीष रामटेक सहायक खाद्य अधिकारी, भास्कर सिंह राठौर औषधि निरीक्षक, राजू कुर्रे खाद्य सुरक्षा अधिकारी, वसुधा गुप्ता खाद्य निरीक्षक शामिल हैै, बेरला अनुविभाग मे गितेश मिश्रा सहायक खाद्य अधिकारी, रोशन वर्मा एवं राजू कुर्रे खाद्य सुरक्षा अधिकारी, भास्कर सिंह राठौर औषधि निरीक्षक, दलेश्वर साहू खाद्य निरीक्षक शामिल है, एसडीएम इसके पर्यवेक्षण अधिकारी होंगे। उक्त अधिकारी संबंधित एसडीएम को अपनी जाँच रिपोर्ट प्रस्तुत करंेगे। - बेमेतरा 24 जुलाई 2020ः-मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस)के अंतर्गत बी.पी.एल श्रेणी के सभी राशनकार्डधारियों को जून माह में प्रति कार्ड एक किलोग्राम निःशुल्क अरहर दाल देने निर्देश दिए हैं । मुख्यमंत्री के निर्देश पर खाद्य विभाग द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में जून माह में वितरण के लिए अरहर दाल का आबंटन जारी किया गया है। बीपीएल श्रेणी के जो राशनकार्डधारी जून माह में अरहर दाल नहीं ले पाएं हैं, वे अपनी शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से जून माह का निःशुल्क अरहर दाल जुलाई माह में ले सकते हैं । राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियों में लोगों को राहत प्रदान करने के लिए जून माह में अवितरित अरहर दाल का वितरण पात्र राशनकार्डधारियों को जुलाई माह में करने के निर्देश राज्य के सभी कलेक्टरों को दिए गए हैं । खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा कल मंत्रालय महानदी भवन से राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर जून माह में अवितरित अरहर दाल का वितरण जुलाई माह कराने कहा गया है ।
- बेमेतरा : चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 24 जुलाई 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 460.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 605 मि.मी. वर्षा थानखम्हरिया तहसील में तथा न्यूनतम 291 मि.मी. वर्षा साजा तहसील में दर्ज की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरला तहसील में 494 मि.मी. वर्षा, बेमेतरा तहसील मे 524 मि.मी. वर्षा तथा नवागढ़ तहसील मे 388 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है।
- जनपद पंचायतों को निर्देश का पालन करने, जारी हुआ पत्रबेमेतरा: -महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में पारदर्शिता लाने गुड गवर्नेंस इनिशियेटिव के तहत सामुदायिक एवं हितग्राही मूलक निर्माण कार्यों में नागरिक सूचना पटल लगाए जाएंगे। कार्यों के मानक प्राक्कलन एवं मानचित्र के अनुसार दिए गए नए दिशा दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य संपन्न कराए जाएंगे।।जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव ने बताया कि जिले में कलेक्टर एवं मनरेगा जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री शिव अनंत तायल के मार्ग निर्देशन में महात्मा गांधी नरेगा का कार्य किया जा रहा है।जिला पंचायत सीईओ ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि मनरेगा कार्यस्थलों में नागरिक सूचना पटल अनिवार्य रूप से नए दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही बनाए जाएं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के गुड गवर्नेंस इनिशिएटिव्ह के तहत पारदर्शिता एवं मनरेगा में हो रहे कार्यों के बारे में ग्रामीणों तक जानकारी पहुंचाने अब प्रत्येक कार्यस्थल पर नागरिक सूचना पटल लगाना अनिवार्य होगा। इस संबंध में क्रियान्वयन एजेंसी एवं जनपद पंचायत सीईओ को पत्र जारी किया गया है। जनपद पंचायत सीईओ एवं तकनीकी अमला निर्माण कार्य के शुरू होने के समय ही नागरिक सूचना पटल का निर्माण और प्रारूप के अनुसार दिए गए लेखन का विवरण लिखवाएंगे।सूचना बोर्ड के दोनों तरफ होगा लेखन-पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से भेजे गए नए दिशा-निर्देश के अनुसार बोर्ड में सबसे पहले नागरिक सूचना पटल लिखा होना जरूरी है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का नाम, दोनों तरफ मनरेगा एवं छत्तीसगढ़ शासन का लोगो लगाया जाएगा। सूचना पटल में जिला का नाम, ग्राम का नाम, ग्राम पंचायत का नाम, विकासखंड का नाम, फिर यूनिक कोड, प्रशासकीय स्वीकृति की राशि, कार्य का मापन एवं इकाई अगर अभिसरण में शामिल अन्य योजना है तो उसका नाम एवं राशि का उल्लेख किया जाएगा। इसके बाद कार्य प्रारंभ तिथि, कार्य पूर्णता तिथि, व्यय राशि श्रमिक एवं सामाग्री के बारे में लिखा जाएगा। श्रमिक को प्रति दिवस मिलने वाली मजदूरी राशि लिखी जाएगी। कार्य निर्माण एजेंसी का नाम, जिस तकनीकी सहायक ने निर्माण कार्य कराया है उसका नाम एवं मोबाइल नंबर, कार्यक्रम अधिकारी का नाम एवं संपर्क, लोकपाल का नाम एवं मोबाइल नंबर एवं सामाजिक अंकेक्षण इकाई के अधिकारी का नाम एवं संपर्क लिखा जाएगा। अंतिम लाइन में जिला एवं राज्य का टोल फ्री नंबर लिखा जाएगा। बोर्ड के दूसरी ओर पर योजना से संबंधित जैसे श्रमिकों के अधिकार, कार्य की मांग के तरीके एवं अन्य प्रावधानों के प्रचार-प्रसार का लेखन किया जाएगा।रंगों का विशेष महत्व-मनरेगा में सामुदायिक एवं हितग्राही मूलक कार्यों में रंगों का विशेष महत्व रहेगा। सामुदायिक कार्य में दीवाल की पृष्ठभूमि पीले रंग से, बोर्ड का बार्डर एवं लेखन नीले रंग से किया जाएगा। हितग्राही मूलक कार्यों में पीले रंग से दीवाल एवं बोर्ड की बार्डर को काले रंग से और लेखन भी काले रंग से किया जाएगा।
- बेमेतरा : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने बुधवार को नगरीय क्षेत्रों के अतिक्रमित भूमि का व्यवस्थापन संबंधी प्रकरण के अंतर्गत नगरपालिका क्षेत्र बेमेतरा मे निवासरत दो हितग्राहियों को पट्टा का वितरण किया। छ.ग. शासन राजस्व विभाग के निर्देशानुसार नगरीय क्षेत्रों के व्यवस्थापन योजनांतरगत बेमेतरा की शासकीय भूमि के अतिक्रामको को वर्तमान गाईडलाईन के 152 प्रतिशत की दर से 05 प्रकरण मे बेमेतरा जिला के नगरीय क्षेत्रों मे अतिक्रमित भूमि की व्यवस्थापन के निराकरण क्रम मे, तहसील साजा के ग्राम देवकर निवासी हिमांशु राजपुत पिता डोमेन्द्र सिंह एवं संतोष सिंह पिता गुलाब सिंह को 500-500 वर्गफीट तथा तहसील बेरला के ग्राम बेरला निवासी रमेश सिंह पिता घनश्यम सिंह,गंगाधर वर्मा पिता चोवाराम वर्मा एवं दिलीप पटेल पिता उदयराम पटेल को क्रमशः 146 वर्गफुट, 161 वर्गफीट एवं 180 वर्गफीट को आवासीय/व्यवसायिक प्रयोजन हेतु शासकीय भूखण्ड का भूमि स्वामी अधिकार का पट्टा कलेक्टर द्वारा दिया गया। जिसमें कुल राशि 11 लाख 40 हजार 945 रु. शासकीय कोष मे जमा किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, तार सिंह खरे, तहसीलदार साजा श्री आशुतोष गुप्ता सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख, योगेश राजपुत, नायब तहसीलदार बेरला एवं जयेश कंवर नायब तहसीलदार साजा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
- बेमेतरा 22 जुलाई 2020ः-जिला बेमेतरा में बिहान महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगातार की जा रही रोचक गतिविधियों के बीच वर्तमान में रक्षाबंधन के पावन त्यौहार के मौके पर राखी की मांग के अनुरूप सुंदर, आकर्षक, एवं रंग बिरंगी राखियों का सृजन किया जा रहा है। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित इन राखियों की बिक्री के लिए स्थानीय हाट-बाजार, शासकीय कार्यालयों में सस्ते दामों पर की जा रही है।अब तक महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा लगभग 15000 रूपयों की राखी का विक्रय किया जा चुका है। इसी क्रम में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा कार्यालय जिला पंचायत बेमेतरा में पहुंचकर राखियों की बिक्री की गई, जहां 2000 रूपयों की राखियों की खरीदी जिला पंचायत बेमेतरा के सीईओ श्रीमती रीता यादव एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा की गई। जिले मंे गंगा महिला स्व-सहायता समूह बेमेतरा एवं जय महालक्ष्मी स्व-सहायता समूह नवागढ़ द्वारा राखी बनाने का कार्य किया जा रहा है।
- बेमेतरा: -भारत शासन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा देश के मेघावी बच्चों, व्यक्तियों और संस्थानों को सम्मानित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार की स्थापना की गई है। वर्ष 2019-20 में बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत् 49 पुरस्कार ग्रहिताओं को भारत शासन द्वारा सम्मानित किया गया है।बाल शक्ति पुरस्कार का उद्देश्य वे असाधारण क्षमताओं वाले बच्चों को उचित प्रोत्साहन देना है, जिन्होने नवाचार, शिक्षा संबंधी/विद्यालयीन गतिविधि, खेल, कला और सांस्कृतिक, सामाजिक सेवा और बहादुरी सहित विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धि हासिल की है। पुरस्कार स्वरूप 01 लाख रूपये राशि, एक पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। वर्ष 2020-21 पुरस्कार हेतु अधिक से अधिक बच्चों को भारत शासन विभागीय पोर्टल (http://nca-wcd.gov.in/) के माध्यम से आॅनलाइन आवेदन किया जाना है। पुरस्कारों से संबंधित विस्तृत जानकारी और नियमावली वेबसाइट (http://nca-wcd.gov.in/) पर उपलब्ध है। उक्त पुरस्कार के लिए निर्धारित पात्रता एवं मापदण्ड के अनुरूप जिले के योग्य/पात्र बच्चों एवं व्यक्तियों के नामांकन प्रस्ताव आॅनलाइन (http://nca-wcd.gov.in/) के माध्यम से आमंत्रित किया जाता है।
- बेमेतरा 22 जुलाई 2020ः-कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा में वैज्ञानिक सलाहकार बैठक आयोेजित किया गया। इस बैठक की समीक्षा निर्देशक विस्तार सेवाएं, रायपुर द्वारा की गई। इस बैठक में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने अपने जिले में किये गये कार्यो का विवरण दिया तथा अगले वर्ष किये जाने वाले प्रस्तावित कार्याे की विस्तृत चर्चा की गई। बैठक का आयोजन आॅनलाइन गूगल मीट के माध्यम से संचालित किया गया, जिसमंे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, बेमेतरा के अधिष्ठाता डाॅ. के.पी. वर्मा, सहायक प्राध्यापक डाॅ. टी.डी. साहू, कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री आर.डी. जटवार, उद्यानिकी विभाग के उद्यान विकास अधिकारी श्री बी.डी. जरशीश्वर, श्री के.एल. गुप्ता एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के विषय वस्तु विशेषज्ञ डाॅ. चेतना बंजारे, इंजी. जितेन्द्र जोशी, श्री तोषण ठाकुर, डाॅ. वेधिका साहू एवं डाॅ. प्रज्ञा पाण्डेय उपस्थित थे। इस कार्यक्रम मंे कृषक श्री मोहित साहू ग्राम पड़कीडीह, श्री सुशील कुमार बघेल, ग्राम झाल, श्रीमती फुलबाई, श्रीमती गुलापा, श्रीमती देवकुमारी, श्री चितरेन सेन, श्री जग्गु साहू, ग्राम बिलई से उपस्थित हुए। वैज्ञानिक सलाहकार बैठक का सफल आयोजन हुआ, जिसके माध्यम से कृषकों को नई तकनीकों से अवगत कराया गया एवं उनकी समस्याओं का निवारण किया गया।