- बेमेतरा : बेमेतरा जिले हेतु ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, महिला (एएनएम) के सीधी भर्ती पद हेतु अभ्यार्थियों का 01 अनुपात 03 में दस्तावेज सत्यापन किया गया।दस्तावेज सत्यापन उपरांत चयन समिति के निर्णय/अनुमोदन के आधार पर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, महिला (एएनएम) सीधी भर्ती के पद हेतु पात्र/अपात्र अभ्यार्थियों की सूची जिले के वेबसाईट www.bemetara.gov.in में एवं विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in में प्रकाशन किया गया है। अभ्यार्थी/आवेदिका उक्त वेबसाईट में पात्र/अपात्र की सूची एवं दावा आपत्ति संबंधी जानकारी का अवलोकन कर सकते हैं।
दावा आपत्ति केवल निर्धारित प्रारूप में आॅनलाईन ई-मेल आई डी [email protected] पर 14 दिसम्बर 2020 तक शाम 05.30 बजे तक आमंत्रित किया जाता है। - सहकारी बैंक की 18 शाखाओं के जरिए हो रहा है भुगतान
बेमेतरा : बेमेतरा जिले में 01 दिसम्बर से 11 दिसम्बर 2020 तक एक लाख 22 हजार 112 मीट्रिक टन धान का उपार्जन समर्थन मूल्य पर किया जा चुका है। जिले की 102 सहकारी समितियों के अंतर्गत 113 धान उपार्जन केन्द्र बनाए गये है। जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से चल रही है। किसान अपनी सुविधानुसार टोकन कटवाकर धान खरीदी केन्द्रों में ला रहे है।
कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने कहा कि बेमेतरा जिला किसी राज्य की सीमावर्ती जिला में शामिल नहीं है फिर भी कोचिया, बिचैलिया पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खरीदी केन्द्रों में अमानक धान न आए इसका भी नोडल अधिकारी विशेष ध्यान रखें।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में धान के अवैध परिवहन एवं भण्डारण पर अंकुश लगाने के लिए 9 जांच चैकी बनाए गये है। किसान अपनी मेहनत की कमाई धान को बिचैलियों के हाथों औने-पौने दाम न बेचें इस उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा धान के अवैध परिवहन में लगे वाहनों की जांच कर कार्यवाही की जा रही है। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के नोडल अधिकारी श्री आर के वारे ने बताया कि जिले के 18 बैंक शाखाओं के जरिए किसानों के खाते में आॅनलाइन भुगतान किया जा रहा है।जिला सहकारी बैंक की जिले में 18 शाखाएं-बेमेतरा जिले में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की 18 शाखाएं संचालित है जिसके जरिए किसानों को धान उपार्जन की राशि उनके बैंक खाते में अंतरित कर दी जाती है। इन शाखाओं में बेमेतरा, जेवरा, बालसमुंद, दाढ़ी, साजा, देवकर, बेरला, देवरबीजा, परपोड़ी, नवागढ़, नांदघाट, संबलपुर, मारो, ठेलका, थानखम्हरिया, भिंभौरी, खण्डसरा एवं केंहका (चेचानमेटा) शामिल है। -
बेमेतरा : क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के संसदीय सचिव श्री गुरुदयाल बन्जारे की अध्यक्षता मे आज शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) खण्डसरा की साधारण सभा जीवनदीप समिति की बैठक आयोजित की गई। श्री बन्जारे ने लोगों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होने अस्पताल की साफ-सफाई केे प्रति भी विशेष ध्यान दिये जाने को कहा। संसदीय सचिव ने कहा कि मरीजों के प्रति डाॅक्टर एवं स्टाफ का रवैया सकारात्मक हो इससे मरीज आधी बिमारियां ठीक हो जाती है।
श्री बन्जारे ने डाॅक्टर एवं अन्य चिकित्सकीय स्टाॅफ की नियमित उपस्थिति के प्रति विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक मे अस्पताल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा किया गया। साथ ही श्री बन्जारे द्वारा नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निरीक्षण किया गया। ज्ञात हो की प्रदेश सरकार द्वारा खण्डसरा मे लगभग 2 करोड़ 18 लाख रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निमार्ण कराया जा रहा है। उन्होने अस्पताल के निमार्ण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक मे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दुर्गेश कुमार वर्मा, खण्ड चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) डाॅ.शरद कोहाड़े, चिकित्सक डाॅ. धु्रव, सहायक चिकित्सा अधिकारी महेन्द्र सिंह ठाकुर उपस्थित थे। - बेमेतरा : सुराजी गांव योजना नरवा, गरवा,घुरवा एवं बाड़ी के जिले मे उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे है। गौठान को आजीविका ठौर के रुप मे विकसित किय जा रहा है।गौठान समिति से महिला स्व-सहायता समूह जुड़कर आय अर्जित कर रहे है। समूह द्वारा साग-सब्जी का उत्पादन भी किया जा रहा है। गोबर से गमला एवं मिट्टी के दीये भी बनाये जा रहे है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने बीते दिनों साजा ब्लाॅक के ग्राम टिपनी के गौठान का अवलोकन किया एवं गौठान समूह द्वारा संचालित गतिविधियों से अवगत हुए। ग्राम गौठान का निरीक्षण किया तथा सरकार की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के तहत् ’’गोधन न्याय योजना’’ की जानकारी लिया गया, जिसके तहत् जय महामाया महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गोबर से बनाये जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद, गोबर कंडा, गोबर से बने गमला का आदि का निरीक्षण किया गया, ग्राम गौठान में लोबजट से बनाये जा रहे गोबर खाद, वर्मी खाद को समूह के द्वारा किये जा रहे अन्य कार्य की गतिविधियों की जानकारी ली गई।
’’गोधन न्याय योजना’’ तहत् गौठान समिति द्वारा 70948 किलोंग्राम गोबर खरीदी की जा चुकी, जिससे गौपालकों के मन में खुशी का महौल हैं। ग्राम चारवाहे सुखनंदन यादव द्वारा 50,000 हजार रूपयें का गोबर बेचकर अपनी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार होने की बात बताई तथा छन्नू यादव द्वारा भी आर्थिक तंगी दूर होने की बात कही और उनकी परिवार वालों के मन में खुशी की लहर बनी हुई हैं। लखन लाल नेताम जी ने अपने घर की गोबर गौठान समिति में बेचकर अपनी बच्चे के पढ़ाई के लिए मोबाईल खरीद दिया, जिसमें उनके बच्चे आॅनलाईन पढ़ाई कर रहे हैं। इसके साथ-साथ गौपालक श्री हीरादास मारखण्डें, श्री गीताराम साहू जी ने भी गोबर बेचकर अपनी आवश्यकताओं की चीजें खरीदी, शंकर गेड्रें, महेतरू गेड्रें, भगउराम साहू, शैलेन्द्र तिवारी सभी ने सरकार की इस योजना को काफी प्रभावशाली योजना बताते हुए, सरकार को ह्नदय से अभार व्यक्त किया हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत सी.ई.ओ. श्रीमती रीता यादव, जनपद सी.ई.ओ. सुश्री क्रांति ध्रुर्वें, एस.डी.ओ. श्री हंसराज साहू, ए.डी.ओ. श्री बंजारे एवं जनपद जिला अधिकारीगण सहित ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती नीतू कमलेश जांगड़ें, सचिव श्रीमती अनुसुईया साहू, आर.ई.ओ. बलवंत डड़सेना, समिति अध्यक्ष संजय वैष्णव उपस्थित थे। - बेमेतरा : बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) संशोधित अधिनियम 2016 के तहत टास्क फोर्स क कमेटी का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष बेमेतरा कलेक्टर होंगे, सदस्य सचिव के रुप मे श्रम पदाधिकारी शामिल है। समिति के सदस्यों मे पुलिस अधिक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, उप संचालक पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बेमेतरा, जिला बाल संरक्षण ईकाई बेमेतरा, स्वयं सेवी संस्था बेमेतरा, चाईल्ड लाईन बेमेतरा आदि शामिल है।
- बेमेतरा : बाल एवं किशोर श्रम कमेटी का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्ष बेमेतरा कलेक्टर, सदस्य सचिव श्रम पदाधिकारी एवं सदस्यों मे पुलिस अधिक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, उप संचालक पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बेमेतरा, जिला बाल संरक्षण ईकाई बेमेतर, स्वयं सेवी संस्था बेमेतरा, चाईल्ड लाईन बेमेतरा शामिल है।
- बेमेतरा : लोकसभा सांसद दुर्ग की अध्यक्षता मे जिले मे सड़क सुरक्षा समिति का गठन किया गया। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सोमवार 14 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे आयोजित होगी। बैठक की अध्यक्षता दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री विजय बघेल करेंगे।
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बेमेतरा : विकासखण्ड बेेमेतरा के ग्राम भनसूली के निवासी श्री लखनराम निषाद अपने घर से लगे स्वाामित्व भूमि 1.50 एकड़ रकबा में स्थापित अपने बाड़ी में सब्जी की खेती करते आ रहे है,

जिसका उपयोग वे अपने घर में उपयोग करते थे, किन्तु जब से राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत प्राप्त उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं विभाग द्वारा प्रदाय सब्जी बीज जैसे पालक, मिर्ची, फूलगोभी, करेला, गिलकी लगाकर आज श्री

तखतराम निषाद जी घरेलू उपयोग के साथ-साथ स्थानीय बाजार में सब्जी का विक्रय कर मुनाफा कमा रहे है। कृषक द्वारा अवगत कराया गया है कि उन्हें अभी तक 12 से 15 हजार रूपये बाड़ी से आमदनी प्राप्त हो चुकी है। इसके लिये कृषक ने मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना की बहुत तारीफ की है तथा विभाग के इस योजना से सभी कृषकों को लाभ लेने हेतु प्रेरित कर रहे है।

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बेमेतरा : जिला उपभोक्ता अधिनियम, 2019 की घारा-8(1) एवं (2) के प्रावधानाके के अनुसार जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद, बेमेतरा में पुरुष एवं महिला अशासकीय सदस्य के एक-एक पद नियुक्त किये जाने हेतु आवेदन पत्र निर्धारित प्रारुप मे कलेक्टर खाद्य शाखा जिला बेमेतरा में 31 दिसम्बर 2020 तक किया गया हैं। उक्त पद हेतु आवेदनकर्ता मे निर्धारित योग्यता होनी चाहिए। आवेदक का उम्र 35 वर्ष से कम व 65 वर्ष से अधिक न हो, मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री रखता/रखती हो, योग्यता, सत्यनिष्ठा और अटलता धारित व्यक्ति/महिला हो और अर्थशास्त्र, वाणिज्य, विधि एवं लेखाकर्म, उद्यो सार्वजनिक कार्य या प्रशासन से संबंधित व्यवहार का पर्याप्त ज्ञान हो एवं कम से कम 10 वर्ष का अनुभव रखता हो।
नियुक्ति हेतु वह व्यक्ति/महिला जो अपराध के लिए जेल की सजा हुई हो अथवा दोषसिद्धि की गई हो, अघोषित दिवालिया हो, सक्षम न्यायालय द्वारा अस्थिर दिमाग वाला घोषित किया गया हो, शासकीय/निगम की सेवाओं से हटा दिया गया हो अथवा राज्य सरकार की राय में ऐसा वित्तिय या अन्य हित रखता हो, जिसमें एक सदस्य के रुप मे उसके कर्तव्य निर्वहन पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ना सम्भावित हो वह व्यक्ति/महिला अयोग्य होगा। - बेमेतरा : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में सफल प्रदेश के अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है। पात्र अभ्यर्थियों से 31 दिसम्बर 2020 तक आवेदन आमंत्रित है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मेनका चंद्राकर ने बताया कि आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। विभाग द्वारा यूपीएससी की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करने पर एक लाख रूपए प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान है। आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पात्रता एवं शर्तंे तथा आवेदन पत्र का प्रारूप वेबसाईट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डाट ट्रायबल डाॅट सीजी डाॅट जीओव्ही डाॅट ईन से डाउनलोड किया जा सकता है। इच्छुक एवं पात्र अभ्यर्थी इस संबंध में विस्तृत जानकारी आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास ब्लाॅक-4, भूतल, इंद्रावती भवन नवा रायपुर से प्राप्त कर सकते है।
- बेमेतरा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की 13वीं कड़ी का प्रसारण 13 दिसम्बर, रविवार को होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार ‘छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केन्द्रों, एफ.एम. रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा।
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गृहमंत्री ने किया 15 करोड़ रु. के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन

बेमेतरा : प्रदेश के गृह जेल एवं लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज बेमेतरा जिले के ग्राम खमतराई, लेंजवारा, अमोरा प्रवास के दौरान लगभग 15 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इस दौरान उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल मे आम जनता की बेहतरी के लिए अनेक कदम उठाये हैं चाहे वह किसानों की कर्जमाफी, 25 सौ रुपय मुल्य पर धान खरीदी, बिजली बिल हाॅफ सहित अन्य जनहित कारी फैसले शामिल है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व मे प्रदेश मे सुराजी गांव योजना के अन्तर्गत नरवा गरवा घुरवा अउ बाड़ी योजना संचालित की जा रही है। इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे है। गौठान को आजिविका ठौर के रुप मे विकसित किया जा रहा है।
गौठान से जुड़कर महिला स्व-सहायता समूह आत्म निर्भर हो रहे हैं। इन समूहो द्वारा सब्जी उत्पादन, मशरुम उत्पादन आदि का कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा 2 रुपये किलो मे गोबर खरीदा जा रहा है। इससे पशुपालको की आर्थिक स्थिति मे सुधार आ रहा है। गृहमंत्री ने कहा कि आने वाले समय मे पंच/सरपंच चुनाव जैसे गौठान समूह के अध्यक्ष पद के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। प्रदेश मे समर्थन मुल्य पर धान उपार्जन का कार्य चल रहा है।
सोसायटी मे अलग-अलग गांव वालों को क्रम से धान उपार्जन के लिए बुलाया जा रहा है। ग्राम लेंजवारा के किसान धान बेचने के लिए टकसीवां जाते थे वे अब लेंजवारा मे ही धान उपाज्रन कर रहे है। गृहमंत्री ने लेंजवारा मे सेवा सहकारी समिति के कार्यालय भवन का लोकार्पण किया श्री साहू ने कहा गौठान से निर्मित वर्मी कम्पोष्ट खाद की बिक्री आठ रु. किलो की दर से की जा रही है। दूसरे राज्य महाराष्ट्र एवं उड़िसा मे इस खाद की काफी डिमाण्ड है।
श्री साहू ने कहा कि बेमेतरा क्षेत्र से मेरा पुराना नाता रहा है, पहले मैं यहां का विधायक एवं दुर्ग सांसद के रुप मे आम जनता की सेवा से जुड़ने का मौका मिला है। क्षेत्र के विकास के लिए राशि की कमी आड़े नही आयेगी। बेमेतरा विधायक श्री आशीष छाबड़ा ने कहा कि 17 दिसम्बर को प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने जा रहे है। इन दो वर्षो मे लोकसभा चुनाव, नगर पलिका एवं पंचायत चुनाव के बाद मार्च 2020 से कोरोना कोविड-19 का संक्रमण से गुजरने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा आम जनता के भलाई के लिए अनेक कल्याणकारी कदम उठाये गये है। उन्होने कहा कि बेरला के निकटवर्ती ग्राम रामपुर (भांड) के गौ पालक रमेश यादव ने गोबर बेचकर एक नई मोटर साईकल खरीदी है। गोबर की कीमत लोगों को अब समझ आ रही है।
बेमेतरा विधान सभा क्षेत्र मे 18 नया सेवा सहकारी समिति का गठन किया गया है। इससे किसानों को धान उपार्जन मे सहुलियत हो रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल स्वयं एक किसान का बेटा है वे किसानों की पीड़ा को भली-भांति समझते है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री थानेश्वर साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की भलाई के लिए अनेक योजनाएं एवं कार्यक्रम चलाया जा रहा है।आम नागरिक इससे रु-ब-रु होकर इसका लाभ अवश्य उठायें। उन्होने कहा कि ग्राम लेंजवारा मे लंबे समय से धान खरीदी केन्द्र की मांग होते रही जो अब पूरी हुई है। अध्यक्ष श्री साहू ने भिलौरी-लावातरा मार्ग के चैड़ीकरण की मांग की। कार्यक्रम मे बंशीलाल पटेल, अवनीश राघव, टी.आर.जनार्दन, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा टंकेश साहू, श्रीमती शशि प्रभा गायकवाड़, जनपद पंचायत अध्यक्ष बेरला श्रीमती हीरा वर्मा, ज.पं. उपाध्यक्ष नवाज मूहम्मद खान, नगरपलिका अध्यक्ष बेमेतरा शकुंतला मंगत साहू, पूर्व जि.पं. अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, ग्राम पंचायत खमतराई के सरपंच मन्नूलाल निषाद, सरपंच लेंजवारा श्री मनहरण पाठक, सरपंच तारालीम रवि परगनिहा, सरपंच अमोरा श्रीमती सतरुपा वर्मा सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
- कलेक्टर ने किया खरीदी केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण
बेमेतरा : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने आज बेमेतरा जिले के साजा विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम-खाती धान उपार्जन केन्द्र एवं ग्राम-ठेलका के गौठान का आकस्मिक निरीक्षण किया। बेमेतरा जिले मे बुधवार 09 दिसम्बर 2020 तक 91 हजार 656 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया गया। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्रों मे डनेज सिस्टम, विद्युत व्यवस्था बेमौसम बारिश से बचने तिरपाल की व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कृषि सहकारिता एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों को धान उपार्जान कार्य मे किसानो को किसी प्रकार की तकलीफ न हो इसका विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव, जनपद पंचायत साजा सीईओ कुमारी कांति धु्रव उपस्थित थी। - बेमेतरा: प्रदेश की फ्लैगशिप योजना नरवा गरवा घुरवा अउ बाड़ी के तहत गोधन न्याय योजना का शुभारंभ 20 जुलाई 2020 को किया गया था। इसके पूर्व गाय के गोबर की कोई कीमत नहीं थी। लोग पशुओं को पालना नहीं चाह रहे थे। अब तो यह अनुपयोगी गोबर गोधन न्याय योजना के तहत कीमती व उपयोगी हो चला है जिससे गौ पालक अपने पशुओं को सुरक्षित रख रहे हैं और बेमेतरा जिले के साजा ब्लाॅक के ग्राम गौठान प्रबंधन समिति की सहायता टिपनी के द्वारा 20 जुलाई से 09 दिसम्बर 2020 तक 20 हजार 948 गोबर क्रय किया गया है जिससे गोबर विक्रेताओं के चेहरे पर खुशी का माहौल बना हुआ है।

ग्राम टिपनी के लखनलाल नेताम ने बताया कि लॉकडाउन के समय जब सब काम धंधे एवं स्कूल बंद थे, उस स्थिति में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाने के लिए उनके पास कोई सुविधा नहीं था और न ही मेरा आर्थिक स्थिति इतना था कि मै अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीद सकूं फिर मैंने अपने पशुओं का गोबर इकट्ठा करके समिति में बेचना शुरू किया जो अब तक 13000 रु. ऑनलाइन के माध्यम से मेरे खाते में प्राप्त हो चुका है। उसी राशि से मैंने अपने बच्चे के लिए 9000 रु. की मोबाइल खरीदा जिससे मेरे बच्चे मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं शेष राशि से परिवार का भरण पोषण कर रहा हूं। लखन नेताम ने अपने पूरे परिवार सहित छत्तीसगढ़ सरकार को गो धन न्याय योजना प्रारंभ करने तथा ऑनलाइन खाते में राशि प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया है।
इसके साथ ही सुखनंदन यादव, धन्नु यादव ने बताया कि योजना के प्रारंभ के पहले साल मे केवल चरवाही (अनाज) मिलता था जिसमे हम चरवाहे कर्ज के तले दब जाते थे और जो मिलता कर्ज के चुकाने मे चला जाता था, जिससे आर्थिक तंगी बनी रहती थी। लेकिन अब गोबर बेचने से हर 15 दिनों मे आॅनलाईन के माध्यम से हमारे खाते मे पैसा जमा हो जाता है। अभी तक हमने 50-50 हजार रुपये का गोबर गौठान समिति टिपनी को क्रय कर चुके है। जिसकी राशि हमे प्राप्त हो प्राप्त हो चुका है। इस राशि से हमने कर्ज से मुक्त व अपने परिवार पालन पोषण अच्छे से कर रहे हैं। मेरा परिवार इस योजना से बहुत खुश है। अन्य गोबर विक्रेताओं मे हीरादास मारकण्डेय, मेहतरु गेंडरे, शैलेन्द्र तिवारी, शंकर, भक्तुराम सभी ने राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। - बेमेतरा : कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सामयिक सलाह दी है। कृषि वैज्ञानिकों ने बतया कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम साफ रहने की संभावना है। अतः किसान भाईयों को सलाह है कि रबी फसलों की बुवाई करने के पश्चात यदि मृदा में बीज के अंकुरण हेतु पर्याप्त मात्रा में नमी नहीं होने से हल्की सिंचाई करें। खेत में पर्याप्त नमी होने पर बिना जुताई किए जीरो सीड ड्रिल से गेहूं की बोआई करें या धान की कटाई के तुरंत बाद खेत में नमी होने पर 2-3 जुताई कर पाटा चलाना चाहिए। बीज दर 100 से 125 किलोग्राम समय से बोआई करने पर एवं देर से बोआई करने पर 125 से 150 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करें।पहली सिंचाई बोने के 20-25 दिनों के बाद शीर्ष जड़ प्रवर्तन के अवस्था में करना चाहिए। चने की विल्ट बीमारी से बचाव हेतु ट्राईकोडर्मा से बीज उपचारित करें। चने के जिन खेतों में उकठा एवं कॉलर राट बीमारी का प्रकोप प्रति वर्ष होता है, वहां चने के स्थान पर गेंहूं, तिवडा, कुसुम या अलसी की बुआई करें अर्थात फसल चक्र अपनाए। बीज दर 75-80 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा राइजोबियम कल्चर 6 से 10 ग्राम तथा ट्राईकोडर्मा पाउडर 6-10 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें। तिवडा की उन्नत प्रजातियों जैसे प्रतीक, रतन, महातिवडा का उपयोग बुआई हेतु करें। बीज दर 40-50 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा राइजोबियम कल्चर 6 से 10 ग्राम तथा ट्राईकोडर्मा पाउडर 6 से 10 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें। सूरजमुखी की उन्नत प्रजातियों जैसे-मॉडर्न, टी.एन.ए.यू., एस.यू.एफ, बी.एस.एच, के.बी.एस.एच., डी.आर.एस.एच - ज्वालामुखी, सूर्या इत्यादि की बुआई करें। सामान्य प्रजाति के बीजों की बुवाई 10 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर एवं संकर प्रजातियों का 5 से 6 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर दर बुवाई करेंकृषि वैज्ञानिकों ने सब्जी एवं फल की फसलों के लिए किसानों को सलाह दी है कि जिन कृषक बंधुओं ने फलों में मुख्यतः अमरूद, चीकू, फालसा, अनार, नींबू में कटाई- सधाई नहीं किए हो तो, अतिशीघ्र कटाई सधाई करें। नींबू वृक्षों में बोरेक्स 100 ग्राम प्रति पौधे एवं मैग्नीशियम सल्फेट 80 ग्राम प्रति पौध डालकर जड़ों की गुडाई करें। मटर में अधिक ठण्ड चूर्णिल आसिता के नियंत्रण हेतु सरल सल्फेल्स 8 उस प्रति 14 लीटर पानी की दर से छिड़काव करना आवश्यक है।
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बेमेतरा: जिले के विकासखण्ड बेमेतरा के ग्राम-जेवरा निवासी करमजित सिंह द्वारा गत वर्षो से परम्परागत खेती की जा रही थी। उन्होने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों के संपर्क में आए और उनके मार्गदर्शन के अनुसार मेरी खेती मे सुधार हुआ है। जिसमें अधिकारियों द्वारा बताया गया कि किस प्रकार कम लागत में अधिक उत्पादन लिया जा सकता है, मेरे द्वारा उनके बताए गए तरीकों को अपनाया गया जिससे मेरा फसल उत्पादन में वृद्धि हुई और साथ ही साथ लागत में भी कमी आई। सर्वप्रथम मैने अधिकारियों के कहे अनुसार खेतों की मिट्टी जांच करवाई एवं स्वायल हेल्थ कार्ड के अनुसार खेतों में खाद एवं उर्वरकों का उपयोग किया। मैनें कृषि विभाग के कहे अनुसार रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम करके जैविक खाद का उपयोग किया जिससे उत्पादन में वृद्धि हुआ। मेरे द्वारा गौमूत्र, दही एवं लस्सी का उपयोग किया गया। मैनें स्वयं अपने खेतों में उपयोग किया जिससे कीटों का नियंत्रण एवं पौध वृद्धि में सहायता प्राप्त हुआ। बरसीम का उपयोग पहले जानवरों के चारे के रूप में किया एवं धान के रोपाई के पूर्व उसे खेत में हरी खाद के रूप में उपयोग किया। - बेमेतरा : राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा 05 जरूरतमंद परिवारों को 4-4 लाख रूपए के मान से 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है। संयुक्त जिला कार्यालय बेमेतरा के राजस्व शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 05 प्रकरण मे तहसील नवागढ़ के ग्राम-कुंवरा निवासी मुकेश गायकवाड़ की पानी मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन राजकुमार गायकवाड़, ग्राम भोपसरा निवासी तुषार साहू की पानी मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन अकेश्वर साहू, ग्राम-नवागढ़ निवासी चैतीबाई सोनकर की सर्प के काटने से मृत्यु होने पर परिजन विष्णु सोनकर, ग्राम-झाल निवासी अम्बे विश्वकर्मा की सर्प के काटने से मृत्यु होने पर परिजन लोेकनाथ विश्वकर्मा एवं ग्राम-मारो निवासी ठगिया बाई की आग मे जलने से मृत्यु होने पर परिजन मंगलूराम इन सभी को 4-4 लाख रुपए (कुल 20 लाख रुपए) की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई।
- बेमेतरा : कलेक्टर उकृष्ट विद्यालय प्रबंधन समिति देवकर जिला बेमेतरा के द्वारा जारी निर्देश में आंशिक संशोधन किया गया है। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय (अंग्रजी माध्यम) देवकर हेतु प्रतिनियुक्ति के संबंध मे विज्ञापन जारी किया गया है, जिसका अवलोकन जिले के वेबसाईट मे देखा जा सकता है। जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी ने बताया कि विज्ञापन मे विज्ञापित पद का प्रतिनियुक्ति द्वारा भी भरा जाना है। स्कूल शिक्षा ई एवं टी वर्ग मे कार्यरत इच्छुक शिक्षक/कर्मचारी का अवगत कराते हुए विज्ञापन में दिये गये निर्देशानुसार निर्धारित प्रपत्र एवं प्रथम नियुक्ति आदेश, पदोन्नति हो तो पदोन्नति आदेश एवं अन्य शासकीय अभिलेखों के साथ 17 दिसम्बर 2020 तक आवेदन फार्म कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा के स्थापना कक्ष मे जमा कर सकते है।
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बेमेतरा: -बेमेतरा जिले मे चालू धान खरीदी सीजन के दौरान समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन का कार्य जारी है। 91 सहकारी समिति के अन्तर्गत जिले मे कुल 102 सहकरी समितियों के अन्तर्गत 113 धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये है। 01 से 08 दिसम्बर तक जिले मे अब तक 74 हजार 930 मीट्रिक टन धान का उपार्जन समर्थन मूल्य पर किया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों मे बताया कि धान के अवैध परिवहन की निगरानी के लिए जिले की सीमावर्ती क्षेत्रों मे 09 चेक पोस्ट बनाये गये है। सभी उपार्जन केन्द्रों मे नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये है। -
बेमेतरा : एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण एवं मशरूम स्पाॅन, फार्मेलिंन, कार्बेंडाजिम, पाॅलीथिन आदि सामग्री प्रदान किया गया। कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

जय गंगा मैया महिला स्व-सहायता समूह ग्राम बिलई निवासी ने बताया कि मेरा नाम श्रीमती रीना साहू पति श्री अशोक साहू ग्राम-बिलई ,वि.ख. बेमेतरा की रहने वाली हूॅ।
पहले मै सिर्फ एक साधारण गृहणी थी, फिर कृषि विभाग के अधिकारियों के संपर्क में आकर मै एवं मेरे साथ अन्य महिलाएं एक्स.रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत कृषक अभिरूची समूह (एफआईजी) जुड़ी ,जिसमें हमें मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया एवं मशरूम उत्पादन के लिए मशरूम स्पाॅन, फार्मेलिंन, कार्बेंडाजिम, पाॅलीथिन आदि सामग्री दी गई जिससे हम लोग मशरूम उत्पादन का कार्य कर रहे है।
लाॅकडाउन के दौरान आत्मा योजनान्तर्गत लाॅकडाउन का पालन करते हुए हम लोग कड़ी मेहनत से सफलतापूर्वक मशरूम का उत्पादन कर रहे है, जिसमें हमे 75 किग्रा मशरूम का उत्पादन हुआ है, जिसे बेचकर 15 हजार रू. की आमदानी हुआ है। कोरोना वायरस कोविड-19 संकट के समय हमे मशरूम उत्पादन से आर्थिक सहायता मिली है और इस प्रकार हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
- बेमेतरा : कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को रबी मौसम मे धान की जगह अन्य वैकल्पिक फसलों दलहन, तिलहन और मक्के की खेती करने की सलाह दी है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बेमेतरा जिला वर्षा अश्रित क्षेत्र के अन्तर्गत आता है।
इसका आशय है कि खेती के लिए जिले का बहुताय रकबा मानसून के वर्षा पर निर्भर है। इन परिस्थियों मे जिले मे अच्छी वर्षा न होने से भू-जल स्तर वर्षा दर वर्ष नीचे जा रहा है, जिसके कारण गर्मी मे ग्रामीण क्षेत्रों मे पेयजल की समस्या उत्पन्न होती है। परिस्थितियां भयावह होने से पशुओं एवं मवेशियों के लिए भी पेयजल की समस्या हो रही है। बेमेतरा जिला मेकल पर्वत के वृष्टि छाया मे आता है, इस कारण जिले मे बारिश भी कम होती है।भू-जल स्तर नीचे जाने के अनेक कारणों मे से एक प्रमुख कारण यह भी है कि खरीफ मे धान की खेती होने के बाद भी जिले मे लगभग 1.7 हजार हेक्टेयर क्षेत्र मे गर्मी मे धान की खेती की जाती है। गर्मी में सिंचाई पूरी तरह नलकूपों से की जाती है। एक किलोग्राम धान उत्पादन मे लगभग 3-5 हजार लीटर पानी की आवश्यकता होती है।
इस आकलन के अनुसार जितने पानी मे ग्रीष्मकालीन धान की खेती की जाती है उतने पानी से बहुत से ग्रामीण परिवारों एवं पशुओं के लिए पेयजल की आपूर्ति की जा सकती है। धान के एक हेक्टेयर रकबे मे लगने वाले पानी से 3-4 हेक्टेयर में गेंहू तथा दलहन, तिलहन फसलें लेकर आसानी से लेकर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि टेस्ट ग्राउण्ड वाटर बोर्ड के अनुसार वर्ष 2019-20 मे जिले के बेमेतरा एवं नवागढ़ विकासखण्ड को सेमीक्रिटिकल जोन मे शामिल किया गया है, साथ ही अन्य अन्य विकासखण्डों मे भी भू-जल का स्तर लगातार नीचे जा रहा है, जो हमारे लिये आने वाले जल संकट का सूचक है।
धान के बाद लगातार धान फसल लेने से मिट्टी की भौतिक संरचना पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। साथ ही क्षेत्र मे एक ही फसल के हानिकारक कीड़े एवं बीमारियों की संख्या बढ़ती है, जिसके उपचार के लिए किसानों द्वारा अंधाधुंध रासायनिक उर्वरको एवं कीटनाशक दवाईयों का उपयोग किया जाता है। इससे खेती की लागत मे बढ़ोत्तरी होती है। पर्यावरण पर भी स्पष्ट प्रभाव पड़ता है। दलहनी एवं तिलहनी फसल लेने से खेती की जमीन की उर्वरता बढ़ती है। जो हमारे किसानो के हित मे है।अधिकारियों ने बताया कि ग्रीष्मकालीन धान के बदले कम पानी मे आसानी से गेंहू मक्का, मूंग, उड़द, सरसों, चना की फसल ली जा सकती है। जिनके बाजार मूल्य भी धान से अधिक है। दलहन, तिलहन फसलों से अच्छा उम्पादन प्राप्त करने तथा दलहन तिलहन फसलों के विस्तार के लिए राज्य शासन की योजनाओं का लाभ लेने क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों या कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा से संपर्क किया जा सकता है। अधिकारियों ने किसानो से अपील करते हुए कहा है कि ग्रीष्मकालीन धान की खेती के स्थान पर वैकल्पिक फसलों का चयन कर पेयजल की समस्या से बचाव मे सहयोग करें। - बेमेतरा : पूर्व वर्षों की भांति साहस एवं पराक्रम का प्रदर्शन करने वाले बालक बालिकाओं को राज्य शौर्य पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। जिसके लिए नामांकन 14 दिसंबर 2020 तक आमंत्रित किये गये है।जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती अनिता अग्रवाल ने बताया कि शौर्य पुरस्कार हेतु बालक, बालिका द्वारा अपनी जान की परवाह किये बिना दूसरे की जान बचाने हेतु वीरता का कार्य, घटना दिनांक को बालक-बालिका की आयु 18 वर्ष से अधिक न हो तथा शौर्य कार्य की अवधि 01 जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2020 के मध्य हो। आवेदन पत्र सक्षम प्राधिकारी तथा जिला कलेक्टर द्वारा अनुशंसित होना आवश्यक है।
आवेदन के साथ आवश्यक प्रमाण पत्र जैसे जिला कलेक्टर का अनुशंसा पत्र, एफआईआर की प्रति अथवा पुलिस डायरी, समाचार पत्रों की कतरनें जो इस घटना के संबंध में प्रकाशित हुआ हो, बालक, बालिका के दो पासपोर्ट साईज के वर्तमान रंगीन फोटोग्राफ्स, सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित एवं 4 अतिरिक्त पासपोर्ट साईज के फोटो, घटना का सक्षम अधिकारी द्वारा सत्यापित विस्तृत विवरण प्रतिवेदन के साथ आवेदन 2 प्रतियों में निर्धारित पत्र में पूर्ण रूप से भरकर प्रस्तुत किया जा सकता है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर 2020 तक निर्धारित है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए कार्यालय कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोबिया बेमेतरा से संपर्क किया जा सकता है। -
बेमेतरा : पढ़ना लिखना अभियान- केन्द्र प्रवर्तित योजना अंतर्गत जिले में ‘पढ़ना लिखना अभियान‘ चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत इस वर्ष जिले के 8000 असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। योजनांतर्गत 14 दिसंबर से 19 दिसंबर 2020 तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों, ग्रामों में असाक्षरों का सघन चिन्हांकन कर अनुदेशकों/स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से उन्हें पूर्ण साक्षर करने की दिशा में अभियान चलाया जाएगा जिसमें असाक्षरों की औसतन संख्या के अनुसार केन्द्रों का निर्धारण होगा तथा उसे राज्य शासन द्वारा निर्धारित पोर्टल पर विकासखंड स्तर पर कंपाइल किया जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अभियान आगामी पांच वर्षाें तक चलायी जाएगी जिसमें जिले के चिन्हांकित असाक्षरों को शत-प्रतिशत साक्षर करने का लक्ष्य है जिसमें व्यवस्था की दृष्टि से जिले के प्रशासी निकाय, कार्यकारी समिति, जिला साक्षरता केन्द्र (डीसीएल) विकासखण्ड साक्षरता समिति एवं नगरीय निकाय समितियों का गठन किया गया अभियान में केन्द्र और राज्य के शासकीय अमले के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, विभिन्न निकायों, विद्यार्थियों एवं अन्य पढ़े-लिखे लोगों, आमजन एवं अशासकीय संगठनों का भी सहयोग लेते हुए कक्षा 8वीं स्तर से लेकर स्नातक एवं अन्य डिग्रीधारी छात्र/छात्राओं को स्वयंसेवी शिक्षकों के रूप में शामिल किया जा रहा है जिसमें महाविद्यालय के बीएड/डीएड अध्ययनरत छात्र-छात्राएं भी शामिल हैं साथ ही खण्ड स्तर पर कुशल प्रशिक्षकों, नोडल अधिकारियों की व्यवस्था की गई है जो चिन्हांकित पंचायतों एवं ग्रामों में जाकर वहां के जनप्रतिनिधियों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्थानीय शिक्षकों का दल बनाकर अभियान के लक्ष्य को पूर्ण करने का कार्य करेंगे। - बेमेतरा : फोटोयुक्त निर्वाचक नामावलियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने एवं संशोधन के लिए दावा आपत्ति लेने का कार्य 15 दिसम्बर तक किया जायेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर द्वारा जिले में इस कार्य के प्रगति की समीक्षा हेतु श्री रूपेश कुमार वर्मा सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को नामांकित किया गया है।
श्री वर्मा द्वारा 09 दिसम्बर से 13 दिसम्बर 2020 की अवधि में जिले का भ्रमण कर तहसील कार्यालय एवं मतदान केन्द्रो का निरीक्षण कर कार्य की समीक्षा करेंगे।कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने सभी निर्वाचक एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को जांच अधिकारी के प्रवास की जानकारी अभिहित अधिकारियों को देने तथा विशेष अभियान दिवस 12 एवं 13 दिसम्बर 2020 को भी मतदान केन्द्र में उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। - बेमेतरा : अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के अन्तर्गत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानिटरिंग समिति की बैठक एवं मैनुअल स्केवेंजर्स एक्ट के तहत जिला मे गठित जिला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक शुक्रवार 11 दिसम्बर को शाम 4 बजे कार्यालय कलेक्टर सभाकक्ष मे आयोजित होगी। इस आशय की जानकारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने दी।


























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