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प्रदेश मे 1634 संविदा कर्मियों की सेवाएं तीन माह के लिए बढ़ायी गई
बेमेतरा : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम, संक्रमित रोगियों के इलाज में आवश्यक सहयोग तथा आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 1378 अतिरिक्त कर्मियों को संविदा/कलेक्टर दर पर रखे जाने की अनुमति संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दी है।संचालक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा इस संबंध में जारी निर्देश में कोविड-19 हेतु सेवाएं देने के लिए पूर्व में संविदा आधार पर रखे गए प्रदेश के 1634 कर्मियों की सेवा अवधि में 3 माह की और बढ़ोत्तरी किए जाने की भी अनुमति दी गई है।
संचालक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा जारी निर्देश में जिलेवार अतिरिक्त मानव संसाधन हेतु 682 स्टॉफ नर्स, 298 लैब टेक्नीशियन, 250 वार्ड बॉयध्आया, 63 डाटा एन्ट्री ऑपरेटर एवं 125 स्वच्छता कर्मी इस प्रकार कुल 1378 को कोविड-19 जांच लैब, कोविड हॉस्पिटल एवं कोविड केयर सेंटर में कार्य के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से प्राप्त राशि एवं अन्य कोविड-19 कार्यों हेतु प्राप्त निधि के व्यवसायिक सेवा मद की राशि से आगामी 3 माह के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा निर्धारित मापदंडों एवं संविदा/कलेक्टर दर पर सेवाएं लिए जाने की अनुमति प्रदान की गई है।
ज्ञातव्य है कि राज्य में पूर्व में कोविड-19 की रोकथाम एवं आपातकालीन सेवाओं के लिए 18 माइक्रोबायोलॉजिस्ट, 1020 स्टॉफ नर्स, 390 लैब टेक्नीशियन, 28 लैब अटेंडेंट एवं 168 स्वच्छता कर्मी इस प्रकार कुल 1634 को 3 माह के लिए संविदा/कलेक्टर दर पर रखे जाने की अनुमति दी गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इनकी सेवाओं को आगामी 3 माह के लिए और बढ़ाए जाने के निर्देश जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए गए है। - बेमेतरा : जिले में बारिश के बाद तेज धूप वाले मौसम में कम अवधि में पकने वाली धान के किस्मों में पोंचा दाना एवं बदरंग बालियों की समस्या अनेक स्थानों पर देखने में आ रही है। उप संचालक कृषि ने बताया कि पेनीकल माइट की वजह से धान की बहुत सी किस्मे जैसे राजेश्वरी, महामाया आदि में पोंचा दाना (बदरा) व बदरंग बालियों की समस्या उत्पन्न हो रही है। पेनीकल माइट एक सूक्ष्म जीव है जो की सामान्य रूप से आंखो से दिखाई नहीं देते है इन्हे जूम लेंस की मदद से ही देखा जा सकता है।
यह जीव सूक्ष्म होते है तथा पौध शीथ के नीचे काफी संख्या में रहते है एवं पौधों की बालियों से रस चूसते है, जिससे इनमें दाना नहीं भरता है। इससे प्रभावित हिस्से में भूरा धब्बा जैसा लक्षण दिखाई देता है। इस समस्या की प्रमुख वजह मौसम परिवर्तन है।
किसानों को सुझाव देते हुए कीट प्रकोप के शुरूआती अवस्था में ही प्रोपरर्जाइंट 57 प्रतिशत की 25 मिली प्रति स्पेयर की दर से एवं इथियोन 50 प्रतिशत तथा साइपरमिथरिन 30 मिली प्रति स्पेयर की दर से या प्रोपिकोनाजोल 25 प्रतिशत की 30 मिली प्रति स्पेयर की दर से छिड़काव करें। यह मौसम इस कीट की संख्या बहुत तेजी से बढने के लिए अनुकुल है।
किसानों को सलह दी जाती है कि अपने खेत के फसलों में लगने वाले कीट एवं बीमारियों का सतत निरीक्षण करते रहे।सोयाबीन एवं धान के फसलों में आवश्यकता से अधिक जल हो तो निकासी का उचित प्रबंधन करें, अधिक जानकारी के लिए अपने क्षेत्र के कृषि विस्तार अधिकारीयों से संपर्क कर उचित प्रबंधन की कार्रवाई करें। - किसानों को कीट एवं बीमारियों रोकथाम नियंत्रण की दी गई जानकारीे
बेमेतरा : राज्य में खरीफ मौसम खरीफ फसलों की सुरक्षा और कीट-व्याधियों की रोकथाम हेतु कृषि विभाग द्वारा किसान भाईयों को आवश्यक सलाह दी गई है। कृषि विभाग ने कहा है कि चालू खरीफ मौसम में पर्याप्त वर्षा होने के कारण धान की फसल अच्छी पैदावार होने की संभावना है। विगत दिनों से राज्य के कुछ जिलों में असामयिक वर्षा एवं आर्द्र मौसम होने के कारण कीट एवं बीमारियों के प्रकोप की शिकायत मिल रही है। वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को विभिन्न कीट एवं बीमारियों के नियंत्रण हेतु निम्नानुसार उपाय अपनाने की समझाईश दी गई है।
कृषि विभाग ने पेनीकल माईट सूक्ष्म जीव से फसलों की रक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि इसके प्रकोप के कारण पौधे में दाना एवं बालिया बदरंग हो जाती है। दानों में दूध नहीं भरने के कारण बालियां पोचा पड़ जाता है। दाने बदरंग हो जाते है और भूरा धब्बा जैसे दिखाई पड़ते है। ये जीव बालियों के रस को चूस लेती है ये सामान्य आखों से दिखाई नहीं देता ये बहुत अधिक संख्या में पौधों के शीथ के नीचे छिपे होते है। इसके नियंत्रण के लिए प्रोपर जाईट 57 प्रतिशत की 25 मि.ली प्रति स्प्रेयर की दर से एवं इथियोन 50 प्रतिशत तथा सायपर मेथ्रिन 30 प्रतिशत की दर से एवं प्रोपिकोनाजोल 25 प्रतिशत की 30 मि.ली. प्रति स्प्रेयर की दर से छिड़काव सुबह या शाम में करने की सलाह दी गई है।
इसी तरह धान फसल में भूरा माहो रोग की समस्या देखने को मिल रही है। भूरा माहो धान की बहुत ही नुकसान दायक कीट है, जो धान के तने से रस चूस कर बहुत तेजी से नुकसान पहुंचाता है। वातावरण में उसम होने के कारण भूरा माहो का प्रकोप बढ़ जाता है। मध्यम से लंबी अवधि में पकने वाली किस्मों में अधिक नुकसान पहुंचाती है। भूरा माहो के प्रकोप वाले पौधें गोल घेरे में पीली या भूरे रंग के दिखाई देनी लगती है व सूख जाती हैं यह कीट पानी के सतह के ऊपर पौधें से चिपककर रस चूसता है। भूरा माहो के नियंत्रण के लिए किसान को नीम का तेल 2500 पी.पी.एम. वाला 1 लीटर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए या इमिडाक्लोरोपिड 17.8 एस.एल. 25 मि.ली. प्रति एकड़ या डायनोटेफ्यूरोन 20 प्रतिशत एस.जी. 60 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव फसल एवं मेड़ पर करने की सलाह दी गई है।
कृषि विभाग ने कहा है कि शीथ ब्लाइट एक फफूंद जनित रोग है। यह फसल के सही प्रबंधन नहीं होने के कारण होता हैं। जिस खेत में अधिक दिनों तक लगातार पानी जमा रहने से, नमी युक्त मौसम व मेड़ों पर उगे घास से धान में फैलती है। धीरे-धीरे बीमारी पूरे फसल में फैल जाती है। इस रोग से ग्रसित धान फसल की बालियां काली पड़ती है। शीथ ब्लाइट का प्रकोप सबसे पहले धान के तने में होता है। तने में काले धब्बे पड़ जाते है। इसके नियंत्रण के लिए किसान खेत में जमे अतिरिक्त पानी का निकासी करें, तुरंत फफूंद नाशक दवाईयां जैसे कार्बेन्डाजिम का छिड़काव 500 ग्राम प्रति 500 लीटर पानी में घोल बनाकर आवश्यकतानुसार छिड़काव करें।
इसी तरह बैक्टिरियल लीफ ब्लाइट रोग धान में व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। इस रोग में धान फसल के पत्ते पीले या पैरा के रंग के एवं एक या दोनों किनारों से ऊपर या नीचे बढ़ते है और अंत में सूख जाते है। अधिक प्रकोप होने पर पूरा का पूरा पौधा सुख जाता है। इस रोग के लक्षण प्रकट होने पर कृषक कापर आक्सीक्लोराइड का 25-30 मि.ली प्रति स्प्रेेयर की दर से छिड़काव करें या एग्रोमाईसिन 100 ग्राम 500 लीटर पानी में घोल बनाकर 10 से 12 दिन के अंतराल में 2 से 3 बार आवश्यकतानुसार छिड़काव करने की सलाह दी गई है।
किसान भाईयों को फसलों में कीट-व्याधि लगने की सूचना तत्काल अपने इलाके के कृषि विस्तार अधिकारी को देनेको कहा गया है। किसानों को अपनी फसलों का निरंतर निरीक्षण करने तथा कीट-व्याधि के प्रकोप की रोकथाम के लिए अनुशंसित मात्रा में ही दवाईयों का उपयोग करने को कहा गया है। - व्याख्याता/शिक्षकों को 13 अक्टूबर 2020 तक पदभार ग्रहण करने के निर्देश
बेमेतरा : शासकीय शिवलाल राठी उत्कृष्ठ (अंग्रेजी माध्यम ) विद्यालय, बेमेतरा में व्याख्याता, शिक्षक, सहायक शिक्षक, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला/पूर्व माध्यमिक शाला, कम्पयूटर शिक्षक, प्रयोग शाला सहायक तथा व्यायाम शिक्षक की भर्ती हेतु प्राप्त आवेदनों मेरीट सूची तैयार कर प्रत्येक पद हेतु 1 अनुपात 6 के अनुपात में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु आमंत्रित किया है।
जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी ने बताया कि इसी क्रम में 04 अक्टूबर 2020 को व्याख्याता हिन्दी के 01 पद, व्याख्याता संस्कृत के 01 पद, व्याख्याता अंग्रेजी के 01 पद, व्याख्याता गणित के 01 पद, व्याख्याता जीव विज्ञान के 01 पद तथा व्याख्याता सामाजिक अध्ययन के 01 पद हेतु इसके अतिरिक्त सहायक शिक्षक कला 03 तथा सहायक शिक्षक विज्ञान के 02 पदों हेतु 01 अनुपात 6 के अनुपात में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में उपस्थित होने आमंत्रित किया गया थाइस प्रकार कुल 11 पदों हेतु कुल 66 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु बुलाया गया था जिसमें से 21 अभ्यर्थी साक्षात्कार में उपस्थित हुए। उपस्थित अभ्यर्थियों में से मेरीट के आधार पर 05 व्याख्याता तथा 02 सहायक शिक्षकों को संविदा नियुक्ति आदेश दिनांक 04 अक्टूबर 2020 को जारी किया गया था चयनित व्याख्याता/शिक्षकों को 13 अक्टूबर 2020 तक पदभार ग्रहण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
05 अक्टूबर 2020 को शिक्षक संस्कृत, अंग्रेजी, गणित तथा विज्ञान के 01-01 पदों हेतु तथा प्रयोगशाला सहायक के 03 पद एवं व्यायाम शिक्षक के 01 पद हेतु 01 अनुपात 6 के अनुपात में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार हेतु आमंत्रित किया गया था 08 पदों हेतु बुलाए गए 48 अभ्यर्थियों में से 10 अभ्यर्थी साक्षात्कार में उपस्थित हुए। इसी प्रकार 06 अक्टूबर 2020 को कम्प्यूटर शिक्षक के 01 पद, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के 01 पद, प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला के 01 पद तथा गं्रथपाल के 01 पद हेतु 1 अनुपात 6 के अनुपात में अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया । - बेमेतरा : चालू मानसून सत्र के दौरान बेमेतरा में एक जून से अब तक कुल 1090.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा के अधिकारियो ने आज यहा बताया कि 01 जून 2020 से अब तक बेमेतरा तहसील में 1319.6 मि.मी. और बेरला तहसील में 1091 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
इसी प्रकार साजा तहसील में 959 मि.मी., थानखम्हरिया 1291 मि.मी. एवं नवागढ़ मे 790 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। - विश्व दृष्टि दिवस इस बार ‘पहले दृष्टि, फिर सृष्टि‘ थीम पर
बेमेतरा : राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम जिला बेमेतरा अंतर्गत प्रतिवर्ष अक्टूबर माह के द्वितीय गुरूवार को विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है, इस वर्ष 08 अक्टूबर 2020 को ‘पहले दृष्टि, फिर सृष्टि‘ थीम पर आधारित विश्व दृष्टि दिवस कार्यक्रम मनाया जाना है। इसका उद्देश्य जन सामान्य को दृष्टि की सुरक्षा, दृष्टिहीनता के कारण, इसके बचाव तथा उपचार के विषय में जानकारी देना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ सतीश शर्मा के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी (अंधत्व) डाॅ. समता रंगारी ने बताया कि लगभग 25 प्रतिशत व्यक्ति दृष्टिदोष से पीड़ित है, जिसे चश्में से ठीक किया जा सकता है। 16 वर्ष से कम आयु के लगभग 0.8 प्रति हजार बच्चे दृष्टिहीनता से पीड़ित है। प्रति हजार में 400 व्यक्ति मोंतियाबिंद से पीड़ित है। 75 प्रतिशत नेत्रहीनता समय पर सही ध्यान देने से बचाया जा सकता है।
प्रत्येक छः माह में अपने आंखों की जांच नेत्र विशेषज्ञ से अवश्य करावें। प्रति दिन सुबह उठकर एवं रात को सोते समय आॅख एवं आॅख के चारो ओर की त्वचा को साफ पानी से धोयें। आॅखों और चेहरे को साफ करने के लिए साफ और अपना अलग तौलिया इस्तेमाल करें। धूप और बहुत तेज रोशनी से आॅखों को बचायें। अच्छें किस्म के चश्में/गागल्स का उपयोग करें।
आॅखों को दुर्घटना से बचायें जैसेः-आतिशबाजी, तीर कमान, गिल्ली डंडा खेलते समय सावधानी बरतें। आॅखों में कुछ गिर जाये तो आॅख को मलिये नहीं एवं साफ पानी से आॅख धोकर बाहरी कण को बाहर निकाल दें। पुस्तक को आॅखों से 1 से डेढ़ फीट की दूरी पर रखकर पढ़ें। चलती बस में या लेटे हुए या बहुत कम प्रकाश में कभी भी न पढ़े। इससे आॅखो पर जोर पड़ता है, पर्याप्त प्रकाश में पढ़े।
रतौंधी से बचने के लिए हरे पत्तेदार सब्जी, गाजर, पपीता, आम, कद्दू, शकरकंद, दूध, मछली एवं अण्डे आदि आहार के साथ लेवें। शिशु को 09 माह से 05 वर्ष तक प्रत्येक 06 माह के अंतराल से विटामिन ए का घोल पिलाये अर्थात कुल 09 बार विटामिन ए की खुराक दें। आॅखो का इलाज स्वयं ना करे तथा नीम हकीमों से न करायें तुरंत इलाज अथवा सलाह के लिए निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या अस्पताल जायें। बच्चों/छात्रों में दृष्टिहीनता मुख्यतः दृष्टिदोष के कारण होती है।
आंखो को स्वस्थ्य रखने के लिए प्रतिदिन हरी घास पर खाली पांव चलें। समय से पहले (07 माह) जन्म लेने वाले बच्चे का नेत्र परीक्षण कराना अति आवश्यक है, क्योकि इनमें रेटिनोपेथी होने की संभावना रहती है। 40 वर्ष एवं अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को वर्ष में एक बार नेत्र परीक्षण कराना चाहिये। 40 वर्ष केे बाद नजदीक सेे पढ़ने-लिखने के लिए चश्में की आवश्यकता होती है, साथ ही ब्लड प्रेषर एवं ब्लड शुगर की जांच कराना चाहिये।
जिन लोगों को नजदीक के चश्में का नबंर बार-बार बदलता है या फिर सामने की वस्तु साफ दिखायी देती है, परंतु अगल-बगल की वस्तु साफ दिखायी नहीं देती है या आंखों में अचानक दर्द होता है तो उन्हें ग्लाॅकोमा (काला मोतियाबिन्द) होने की संभावना रहती है। मोतियाबिन्द से पीड़ित व्यक्ति को सही समय पर आॅपरेशन कराने से ठीक किया जा सकता है।
अत्यधिक मोबाईल का उपयोग तथा तीव्र प्रकाश एवं असुरक्षित बल्ब के कारण आॅखो में दर्द, चुभन, लाल होना, आंसू, दृष्टि में धुधलापल और सूजन की समस्या होती है, अतः सावधानी बरतें। - बेमेतरा : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जागरुकता अभियान के तहत स्वास्थ्य चेतना रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।इस अवसर पर मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस के शर्मा, कोविड प्रभारी डाॅ. ज्योति जसाठी उपस्थित थे।
- बेमेतरा : भारत सरकार अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 2020-21 के प्री.मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति हेतु पोर्टल प्रारंभ किया जा चुका है, इन योजनाओं हेतु विभिन्न प्रक्रियाओं हेतु 31 अक्टूबर 2020 को अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। परंतु आॅनलाईन नेशनल स्कालरशिप पोर्टल के आॅनलाईन प्रगति का अवलोकन करने पर जिले के कुल 1491 पंजीकृत संस्थाओं में से केवल 542 संस्था का पूर्व में के वाई सी अप्रूवल हुआ है।आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा को जिले में संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय प्राथमिक शाला/मा.शाला/हाई स्कूल/उ.मा.शालाओं के संस्था प्रमुखों को के वाई सी रजिस्ट्रेशन कर सत्यापित प्रति इस कार्यालय को 11 अक्टूबर 2020 तक उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक निर्देश जारी करने का अनुरोध किया है, ताकि समय-सीमा में छात्र-छात्राओं को अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति की स्वीकृति की जा सकेगी।
- बेमेतरा: वर्तमान में पुरा विश्व कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी से प्रभावित है। हमारा छत्तीसगढ़ भी इससे अछुता नही है। हाल के समय में कोरोना संक्रमण के प्रकरण में हुई वृद्धि को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन ने ‘‘कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान‘‘ की शुरुआत की है। यह अभियान 05 से 12 अक्टूबर तक जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रो में चलाया जाना है।आज सोमवार को जिला बेमेतरा में इस अभियान की शुरुआत जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमति रीता यादव के शासकीय आवास से की गयी। जिला सीईओ श्रीमति यादव ने बताया की उनके यहा सर्वे करने हेतु तीन लोगो की एक टीम आई थी, जिसमे इंद्राणी सोनवानी (आंगनबाड़ी कार्यकर्ताद्ध , राजकुमार (सचिव चोरभट्टी) एवं पार्वती यदु (मितानिन गुनरबोड़) शामिल थे। जिला पंचायत सीईओ ने सर्वे टीम को उनके घर पर किसी भी सदस्य के कोविड 19 के नही होने की जानकारी दी।इससे पहले जिला कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने 03 अक्टूबर को इस अभियान से संबंधित जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखो को सर्वे अभियान को पूरी गंभीरता से कराये जाने एवं इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु निर्देश दिये थे। कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान में क्षेत्र की मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका, बहुुद्देशिय स्वास्थ्य कार्यकर्ता , सीएचओ, शिक्षक, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मैदानी अमले द्वारा जिले के सभी परिवारो का पूर्ण कवरेज किया जाना है। जिला प्रशासन ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि सभी सर्वे टीम को अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी सही-सही दे तथा उन्हे अपना पूर्ण सहयोग दे।
- प्रदेश सरकार की किसान हितैषी नीतियों से किसानों के जीवन मे खुशहाली का नया दौरबेमेतरा : प्रदेश के कृषि, पशुपालन, एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कल रविवार को नगर पंचायत मुख्यालय देवकर मे आयोजित कार्यक्रम के दौरान 401.9 लाख रु. के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किया। इनमे जल आवर्धन योजन अन्तर्गत पाईप विस्तार कार्य 221.21 लाख रु., गौरव पथ निर्माण कार्य 71.06 लाख रु., वार्ड क्रमांक 06 मे मेन गेट से गांधी चैंक सी.सी. रोड निर्माण कार्य 10.56 लाख रु., वार्ड क्र-02 मे मनोहर यादव के घर से बरगद पेड़ तक सी.सी.रोड निर्माण कार्य 7.24 लाख रु., वार्ड क्र.10 मे हुईम पाईप एवं सी.सी.रोड निर्माण कार्य 10.54 लाख रु., वार्ड क्र.03 मे अपूर्ण टाउन हाॅल का शेष निर्माण कार्य 18 लाख रु., मुक्ति धाम निर्माण कार्य 15.30 लाख रु., प्रयोगशाला कक्ष निर्माण कार्य 15.26 लाख रु., कला एवं संस्कृति कक्ष निर्माण कार्य 13.92 लाख रु., पुस्तकालय कक्ष निर्माण कार्य 18 लाख रु. शामिल है।केबिनेट मंत्री श्री चौबे ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों, मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों और कार्यक्रमों के जरिए राज्य के किसानों के जीवन मे खुशहाली का नया दौर शुरु हुआ है। छ.ग. सरकार की सुराजी गांव योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के जरिए लोगों के जीवन मे खुशहाली लाने का कार्य किया जा रहा है। गौठानों मे जैविक खाद का उत्पादन कर छ.ग. राज्य मे जैविक खेती को बढ़ावा देने की पहल की गई है।कार्यक्रम के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जांत्री बिहारी साहू, जनपद पंचायत अयक्ष साजा श्री दिनेश वर्मा, संतोष वर्मा, नगर पंचायत के पार्षद एवं ऐल्डरमेन उपस्थित थे ।
- 05 अक्टुबर से 12 अक्टुबर 2020 तक
बेमेतरा : वर्तमान में संपूर्ण विश्व कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी से प्रभावित है। छ.ग. राज्य में भी विगत कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण की दर में वृद्धि हुई है। कोरोना संक्रमण की महामारी के नियंत्रण हेतु राज्य स्तर एवं जिला स्तर से लगातार प्रयास किये जा रहे है। छ.ग. राज्य अंतर्गत सभी जिलों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर भ्रमण कर ’’कोरोना सघन सामुदायिक अभियान‘‘ 05 अक्टुबर से 12 अक्टुबर 2020 तक कोविड-19 के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान की जायेगी।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 संक्रमण के प्रसार श्रृंखला को तोड़ने हेतु समुदाय स्तर पर लक्षणात्मक मरीजों की त्वरित पहचान कर उनका त्वरित उपचार किये जाने के साथ-साथ मरीजों के आईसोलेशन के माध्यम से आईसोलेट किया जाना है। निम्न लक्षण वाले व्यक्तियों को लक्षणात्मक/संदिग्ध मरीज की श्रेणी में रखते हुए उनका नाम एवं विवरण दर्ज किया जायेगा -बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शरीर में दर्द, स्वाद या सुंघने की क्षमता में कमी, गले में खराश, बंद या बहती नांक, उल्टी या दस्त आना।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया के कोविड-19 सघन सामुदायिक सर्वे अभियान क्षेत्र की मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, शिक्षक, पंचायत एवं ग्रामीण/नगरीय निकाय विभाग के मैदानी अमले के द्वारा जिला बेमेतरा के समस्त परिवारों का शत्-प्रतिशत् कवरेज सुनिश्चित किया जायेगा। अभियान सप्ताह के दौरान क्षेत्रवार गठित दल प्रत्येक घर का भ्रमण कर परिवार के केवल लक्षणात्मक व्यक्यिों की जानकारी संग्रहित करेगें। उक्त सूची के आधार पर लक्षणात्मक व्यक्तियों की जांच की व्यवस्था निकट के स्वास्थ्य केन्द्रों में रैपिड ऐन्टीजन जांच की जायेगी।
जांच हेतु व्यक्तियों की अधिक संख्या होने पर प्राथकिता के आधार पर उच्च जोखिम समूह- उम्र 60 वर्ष से अधिक, गर्भवती महिला, 05 वर्ष से कम आयु के बच्चे, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर, किडनी रोग से ग्रसित व्यक्ति, टी.बी. रोग, सिकल सेल, एड्स की पहले जांच करायी जायेगी।
माननीय कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के द्वारा जन समुदाय से अपील किया गया कि कोरोना से बचने के लिए इन सावधानियों का अवश्य पालन करेंः- घर से निकलते समय मास्क जरूर पहने, बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोयें, एक-दूसरे से कम से कम 06 फीट या 03 हाथ की दूर बनाकर रखे, भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
याद रखे किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरते, सावधान व सुरक्षित रहे और अपने साथ-साथ अपने परिवार और साथियों को भी कोविड-19 संक्रमण से बचायें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के. शर्मा के द्वारा जन समुदाय से सर्वे के दौरान सहयोग प्रदान करने हेतु अपील किया गया। -
बेमेतरा : जिला परियोजना समग्र शिक्षा एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेमेतरा के संयुक्त तत्वावधान में महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर ऑनलाइन सर्व धर्म प्रार्थना सभा, भाषण ,क्विज, कविता पाठ, रंगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
यह सभी प्रतियोगिताएं जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी के मार्ग दर्शन एवं निर्देशन में संपन्न हुआ। प्रातः 9बजे जिला स्काउट गाइड द्वारा वर्चुअल सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विद्यालयों के स्काउट गाइड एवं शिक्षक शामिल हुए।
जिनके द्वारा सभी धर्मों की प्रार्थना की गई। 10 बजे से जिला ऑनलाइन कक्षा में गांधी जी के जीवन, दर्शन एवं योगदान विषय पर विद्यार्थियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। उक्त कक्षा का संचालन व्याख्याता सुनील झा के द्वारा किया गया।
दोपहर 12 बजे से गांधी के जीवन पर आधारित ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें जिले के विभिन्न विद्यालयों से दो दो विद्यार्थी सम्मिलित हुए जिन्होंने पूछे गए प्रश्नों के जवाब दिए। इस प्रतियोगिता में कक्षा 11 वीं की छात्रा कु वर्षा ने प्रथम, पूर्णिमा ने द्वितीय, एवं समान अंक प्राप्त कर हितेश, सुमंत, अरुण, निशु एवं राज दिवाकर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
दोपहर दो बजे से गांधी का व्यक्तित्व एवं उनके आदर्श विषय पर कविता पाठ का आयोजन किया गया जिसमें जिले भर से विद्यार्थियों ने हिंदी एवं छत्तीसगढ़ी में अपनी मौलिक प्रस्तुति दी। जिसमें कु.निशु (साजा)ने प्रथम, मनीष वर्मा(नवागढ़)ने द्वितीय एवं कु.ऋतु (अंधियारखोर) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।इस अवसर पर उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को प्रेरित करते हुए उनकी सहभागिता और रचनात्मक प्रतिभा की सराहना की। उन्होंने कहा गांधी का जीवन हम सबके लिए आदर्श है, हमें उनके विचारों को आत्मसात कर अपने जीवन में उतारना चाहिए।
गांधी जो कहते थे वहीं करते थे। गांधी जयंती के अवसर पर विद्यालय स्तर पर ऑनलाइन स्वरूप में रंगोली, चित्रकला, एवं निबन्ध प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। जिसे बच्चों ने अपने घर से बना कर विद्यालयीन को प्रेषित किया जिनमें श्रेष्ठ दो प्रविष्ठियां विद्यालय जिला में भेजेंगे ,जिले में मूल्यांकन कर परिणाम घोषित होंगे।
इस आयोजन में व्याख्याता सुनील झा, एम आई एस प्रशासक खिरामन वर्मा,ए पी सी कमल नारायण शर्मा, चंदन देव, शिक्षिका ज्योति बनाफर एवं मनोज श्रीवास्तव ने अहम भूमिका निभाई। - बेमेतरा : 02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर जिला बेमेतरा के विकासखण्ड साजा के ग्राम पंचायत-गर्रा में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना का शुभाम्भ किया गया ।जिसमे विभिन्न निर्माण कार्य लागत 15 लाख का भूमिपूजन अतिथि गण श्रीमती लक्ष्मी जागेश पटेल (जिला पंचायत सदस्य), श्रीमती सीमा भुनेश्वर चंद्राकर (उपाध्यक्ष जनपद पंचायत साजा), श्रीमती संगीता बाई रामविलास गंधर्व (जनपद सदस्य) एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी साजा द्वारा किया गया
- बेमेतरा : कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम तथा आम जनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दशहरा पर्व एवं पुतला दहन के संबंध में निर्देश जारी किया है। कलेक्टर की जारी आदेश के अनुसार दशहरा पर्व पर बनाए गए पुतलो की ऊंचाई 10 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। दशहरा पर्व का आयोजन किसी बस्ती रहवासी इलाके में नहीं किया जाएगा। यह आयोजन खुले स्थान पर करने के निर्देश दिए हैं। आयोजन समिति के मुख्य पदाधिकारी सहित 50 व्यक्ति से अधिक लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
आयोजन के दौरान केवल पूजा करने वाले व्यक्ति ही शामिल होंगे। अनावश्यक भीड़ एकत्रित ना हो इसकी जिम्मेदारी आयोजन समिति की होगी। यथासंभव ऑनलाइन माध्यमों से आयोजन का प्रसारण करने को कहा गया है। आयोजन की वीडियोग्राफी कराने तथा एक रजिस्टर संधारित करेंगे जिसमें दशहरा पर्व, पुतला दहन कार्यक्रम में आने वाले सभी व्यक्तियों का नाम पता मोबाइल नंबर दर्ज किया जाएगा।
आयोजन स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगाएंगे ताकि उनमें से कोई भी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग किया जा सके। समय पूर्व सोशल मीडिया में यह जानकारी दी जाए कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए कार्यक्रम सीमित रूप से आयोजित किया जाएगा।
दशहरा पर्व, पुतला दहन स्थान में कहीं भी सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाजार, मेला, स्वागत, भंडारा, प्रसाद वितरण, पंडाल लगाने की अनुमति नहीं होगी। आयोजन में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को सोशल, फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना एवं समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य होगा। पुतला दहन से 100 मीटर के दायरे में आवश्यकतानुसार अनिवार्यतः बैरिकेटिंग कराने के निर्देश दिए हैं। किसी भी प्रकार के वाद्य यंत्र, ध्वनि विस्तारक, डीजे, धुमाल, बैंड पार्टी की अनुमति नहीं होगी। दशहरा पर्व रावण पुतला दहन में किसी भी प्रकार की अतिरिक्त सजावट, झांकी की अनुमति नहीं होगी।
अनुमति के पश्चात समिति द्वारा सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, आक्सी मीटर एंड हेण्डवास एवं क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार पाए जाने अथवा कोरोना वायरस से संबंधित कोई सामान्य या विशेष लक्षण पाए जाने पर कार्यक्रम में प्रवेश नहीं देने की जिम्मेदारी समिति की होगी। आयोजन के दौरान अग्निशमन की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है। आयोजन के दौरान यातायात नियमों का पालन करने एवं यातायात को किसी प्रकार से बाधित ना हो या भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आयोजन के दौरान एनजीटी व शासन के द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए निर्धारित मानकों, कोलाहल अधिनियम, भारत सरकार एवं उच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करें। यदि कोई व्यक्ति दशहरा पर्व पुतला दहन स्थल पर जाने के कारण संक्रमित हो जाता है तो इलाज का संपूर्ण खर्च आयोजन समिति द्वारा किया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में आयोजन की अनुमति नहीं होगी। यदि अनुमति के पश्चात कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया जाता है तो अनुमति तत्काल निरस्त माना जाएगा। दो आयोजन स्थल की दूरी 500 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए।
आयोजन की अनुमति के लिए पहले आओ पहले पाओ नीति के तहत पहले प्राप्त अवेदनों को प्राथमिकता दी जावेगी। उपरोक्त निर्देशों के अतिंिरक्त भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आदेश के अंतर्गत जारी एसओपी का भी पालन करना अनिवार्य होगा। उपरोक्त शर्तों के उल्लंघन अथवा किसी प्रकार की अव्यवस्था होने पर इसकी समस्त जिम्मेदारी आयोजन समिति की होगी। जिसके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
शर्तों के अधीन 10 दिवस के पूर्व नगर पालिका/नगर पंचायत कार्यालय मे निर्धारित शपथ पत्र मय आवेदन देना होगा एवं अनुमति मिलने पर ही कार्यक्रम की अनुमति होगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा तथा उक्त निर्देशों के उल्लंघन करने पर एपिडेमिक डिसिज एवं विधि अनुकूल नियमानुसार अन्य धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। - बेमेतरा : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा बेमेतरा के बेसिक ग्राउण्ड में स्थित हाॅल (गांधी भवन) में गरिमामय ढंग से अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत कलेक्टर द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर द्वीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम मे पधारे सभी वरिष्ठ नागरिकांे का कुमकुम एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।कार्यक्रम में 26 वृद्धजन उपस्थित थे। जिनमे श्री दिलहरण तिवारी (योग प्रशिक्षक), श्री रामसाय वर्मा, श्रीमती सीता साहू, श्री पोषण सिंग ठाकुर, श्री ए.डी. नवरंगे, श्री ओमप्रकाश सलूजा, श्री पुरूषोत्तम प्रसाद मिश्रा, श्रीमती फूलकुंवर, श्री लक्ष्मीनारायण राठी, श्री रूप सिंह निर्मलकर, श्री रमेश सैनिक, श्री रामाधार साहू, श्री अघनू विश्वकर्मा, श्री रामशरण सेन, श्री रम्भू साहू, श्री भानू प्रकाश सोनी, श्री रमेशचन्द्र गुप्ता, श्री पंचराम जी, श्रीमती लक्ष्मी बाई साहू, श्रीमती जेठिया बाई, श्रीमती गायत्री महेश्वरी, श्रीमती कुमारी बाई वर्मा, श्रीमती दुलौरिन बाई, श्रीमती रामकुमारी, श्रीमती उत्तरा बाई, श्रीमती बृज बाई उपस्थित थे।कलेक्टर ने अपने उद्बोधन में उपस्थित सभी वरिष्ठ नागरिक को कोरोना माहमारी से बचाव के उपाय बताये और बताया कि बुढ़ापा सुखमय बनाने के लिये योग, प्राणायाम, ध्यान एवं सही आहार-विहार आवश्यक है। कलेक्टर ने बताया कि बुजुर्गो का परिवार में बड़ा महत्व होता है। उन्होंने अपने बचपन का अनुभव बताया कि बचपन में वे अपने दादा-दादी से सुने किस्से, कहानियों के माध्यम से कई तरह का ज्ञान प्राप्त हो जाता था। उन्होनें बताया कि हम टेक्नोलाॅजी और अर्थव्यवस्था में चाहे कितनी बढ़ोत्तरी कर लें किन्तु बड़े बुजुर्गो के आशीर्वाद के बिना तरक्की नहीं कर सकते। हम परिवार के हमारे बड़े बुजुर्गो का सम्मान करेंगे तो हमारे बच्चे भी वृद्धवस्था में हमारा सम्मान करना सीखेंगे।जिलाधीश द्वारा उपस्थित सभी वरिष्ठजनों को शाॅल, श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। दो वरिष्ठजनों को उनके अच्छे कार्य के लिए पुरूस्कृत किया गया, उनमें से श्री भानूप्रकाश सोनी जिन्होनें पिछले सभी निर्वाचनों में मास्टर-ट्रेनर के रूप में उत्कृष्ठ कार्य किया, शैक्षणिक उन्नयन के लिए अंजोर योजना के कार्यक्रमों में उन्होनें जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग में समन्वय का कार्य किया। वर्तमान में भी वे प्रशासन में अपना योगदान देकर सक्रिय रहते है। श्री लक्ष्मीनारायण राठी को शैक्षणिक संस्थानों में स्वेच्छा से दान देने के लिए पुरूस्कृत किया गया। श्री ताराचंद महेश्वरी, समाजसेवी द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित वृद्धाश्रम के वृद्धजनों को 300-300 रू. राशि वितरित की गई।अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के इस अवसर पर समाज कल्याण की नोडल अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि वृद्धजन हमारे परिवार, मोहल्ले और नगर की शान होते है। इनका दिया आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाता है। हमें इनकी राय को महत्व देना चाहिए एवं इनके प्रति अन्याय और दुव्र्यवहार नहीं होने देना चाहिए। समाज कल्याण विभाग वृद्धजनों के उन्नयन के लिये हर संभव तत्पर है।उक्त कार्यक्रम में कलेक्टर श्री तायल ने समाज कल्याण की नोडल अधिकारी श्रीमती ज्योति सिंह, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री होरी सिंह ठाकुर, गणमान्य नागरिक श्री लक्ष्मीनारायण राठी, श्री रमेश सैनिक, असीम टिकरिहा, झम्मन मारकण्डे, अनिल कुमार सोनी लाला साहू, हर्षवर्धन सिन्हा उपस्थित थे।
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बेमेतरा : बेमेतरा जिले हेतु ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, पुरूष (एमपीडब्ल्यू) का आॅनलाईन प्राप्त आवेदनों की मेरिट सूची एवं मेरिट अंको के आधार पर आॅनलाईन दावा आपत्ति मंगाये जाने की सूचना बेमेतरा जिले के वेबसाईट www.cghealth.nic.in में एवं विभागीय वेबसाईट www.bemetara.gov.in में प्रकाशन किया गया है।
अभ्यर्थी/आवेदक उक्त वेबसाईट में मेरिट सूची एवं दावा आपत्ति संबंधी जानकारी का अवलोकन कर सकते हैं। - अभ्यर्थियों की मूल दस्तावेजो की भौतिक सत्यापन04, 05 एवं 06 अक्टूबर को
बेमेतरा : कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा के द्वारा शासकीय शिवलाल राठी उत्कृष्ट (अंग्रेजी माध्यम) विद्यालय बेमेतरा हेतु व्याख्याता संवर्ग के शिक्षकों का साक्षात्कार 04 अक्टूबर 2020, सहायक शिक्षक कला एवं विज्ञान 04 अक्टूबर 2020, शिक्षक संवर्ग, प्रयोगशाला सहायक शिक्षक, व्यायाम शिक्षक 05 अक्टूबर 2020, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला, प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला, कम्प्यूटर शिक्षक, ग्रंथपाल 06 अक्टूबर 2020 को अभ्यर्थियों की मूल दस्तावेजो की भौतिक सत्यापन, साक्षात्कार हेतु संयुक्त जिला कार्यालय कलेक्टोरेट बेमेतरा के सभा कक्ष में आयोजित किया गया है।
उपरोक्त पदो की साक्षात्कार मेरिट सूची जिला बेमेतरा के शासकीय वेब-साईट https://bemetara.gov.in मंे अपलोड किया गया है। अभ्यर्थी द्वारा शासकीय वेब-साईट से साक्षात्कार मेरिट सूची डाउनलोड कर देखा जा सकता है तथा विषयवार अभ्यर्थी अपना मूल दस्तावेजों के साथ निर्धारित तिथि व स्थान में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। -
मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल
बेमेतरा : नवीन राजस्व वर्ष के प्रथम दिन व महात्मा गांधी जयंती के एक दिन पूर्व प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारु रुप से संचालन हेतु आज 01 अक्टूबर 2020 को दाढ़ी उप तहसील का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक श्री गुरुदयाल बन्जारे के द्वारा ग्राम-दाढ़ी स्थित पुराने पंचायत भवन मे किया गया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आम जनता के समस्याओं को ध्यान मे रखकर जनभावनाओं का सम्मान करते हुए अपने जनचौपाल कार्यक्रम मे दाढ़ी को उप तहसील देने की घोषणा की थी। ग्राम दाढ़ी मे उप तहसील का शुभारंभ होने से अन्चल के किसानों को अपने जमीन संबंधित राजस्व समस्याओं के निराकरण मे सहुलियत मिलेगी तथा सप्ताह मे दो दिन लगने वाले लिंक कोर्ट का फायदा होगा, और उनके बेमेतरा आने-जाने का समय बचेगा।
इस उप तहसील मे 68 गांव शामिल किये गये है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दुर्गेश कुमार वर्मा, तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय कुमार चंद्रवंशी, उप तहसील दाढ़ी के प्रभारी नायब तहसीलदार श्री राजकुमार मरावी, नायब तहसीलदार श्री रोशन साहू, दाढ़ी क्षेत्र के सभी राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्राम पचायत के सभी पदाधिकारी, जनपद पंचायत अध्यक्ष बेमेतरा श्रीमती कुमारी बाई जायसवाल एवं क्षेत्र के सभी गणमान्य नागरिेक गण उपस्थित थे। -
बेमेतरा : छत्तीसगढ़ शासन, स्कूल शिक्षा विभाग के मंशानुरूप जिला बेमेतरा में सभी शासकीय तथा अनुदान प्राप्त शालाओं में कक्षा 01 से 10 में सभी पंजीकृत विद्यार्थियों को हिन्दी और अंग्रेजी माध्यम (सी.जी.बोर्ड) की निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के माध्यम से माह अगस्त 2020 तक तथा वर्ष 2019-20 हेतु शासकीय एवं अनुदान प्राप्त शालाओं के कक्षा 9वीं में अध्ययनरत बालिकाओं को निःशुल्क सरस्वती सायकल माह मई 2020 तक प्रदान की जा चुकी है।
संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय श्री जितेन्द्र शुक्ला ने अवगत कराया गया है कि बेमेतरा जिले के शालाओं में जिस भी पात्र विद्यार्थी को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें या सायकल प्राप्त नहीं हुआ है वे विद्यार्थी सीधे संभाग/जिला स्तर पर निर्धारित मोबाईल या वाट्सएप नंबर पर अपनी जानकारी (नाम, कक्षा, शाला का नाम, प्राचार्य या प्रधान पाठक का नाम और मोबाईल नंबर, संकुल प्रभारी का नाम और मोबाईल नंबर आदि का उल्लेख करते हुए) के साथ 01 अक्टूबर 2020 से कार्यालयीन तिथि में सुबह 10 से 05 बजे तक सीधे शिकायती सूचना दे सकते है।
इसी तरह छ.ग.राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित, रायपुर के माध्यम से जिन पात्र विद्यार्थियों को 15 अक्टूबर 2020 तक निःशुल्क गणवेश प्राप्त नहीं होता है तो वे भी इस सुविधा का लाभ उठाते हुए सीधे अपनी शिकायती सूचना दे सकते है। ऐसे पात्र विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश एवं सायकल उपलब्ध कराने हेतु शीघ्र समाधान किया जायेगा।
संभाग/जिला स्तरीय शिकायत हेतु निर्धारित मोबाईल नंबर निम्नानुसार है:-संभाग स्तरीय-7974952383, जिला स्तरीय-9425235450, विकासखंड स्तरीय मे वि.खं.बेमेतरा-9575753004, वि.खं.बेरला-9329409583, वि.खं.साजा-9407610659, वि.खं.नवागढ़-9754140993 है। - बेमेतरा : चालू बारिश सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में 01 जून से 01 अक्टूबर 2020 सवेरे 8.00 बजे तक की स्थिति में 1077 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक 1314.4 मि.मी. वर्षा बेमेतरा तहसील में तथा न्यूनतम 770 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है।
संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार बेरला तहसील में 1091 मि.मी. वर्षा, थानखम्हरिया तहसील मे 1260 मि.मी. वर्षा तथा साजा तहसील मे 950 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। - बेमेतरा : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के तहसील बेमेतरा के ग्राम-रवेली एवं तहसील नवागढ़ के ग्राम-झाल मे कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम-रवेली एवं झाल को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
रवेली के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार बेमेतरा श्री राजकुमार मरावी तथा झाल के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार नवागढ़ सुश्री रेणुका रात्रे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेमेतरा श्री दुर्गेश कुमार वर्मा हांेगे।इसी प्रकार तहसील बेरला के ग्राम-कुम्हीगुडा मे कोरोना पाॅजिटिव के केस पाए जाने के कारण कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कुम्हीगुडा के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार श्री पौरस वेन्ताल एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेरला श्री संदीप ठाकुर होंगे। - ऊर्जीकृत पंपों को निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए विभाग तत्परता से कर रहा कार्य
किसानों को पर्याप्त वोल्टेज प्रदान करने साजा संभाग में 30 नग कैपेसिटर बैंक चार्ज किए गए
बेमेतरा : शासन के रीति-नीति के अनुरुप नये कृषि पंपों का ऊर्जीकरण जल्द से जल्द करने और ऊर्जीकृत पंपों को निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए विभाग तत्परता से कार्य कर रहा है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, दुर्ग क्षेत्र के विभागीय संभाग साजा के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतर्गत 86 किसानों के पंप ऊर्जीकृत किये जा चुके हैं।
जिनमें ग्राम धोबीखपरी, भोजेपारा, अतरझोला, बुधवारा, परसबोड़, सिंघनपुरी, देउरगांव, गाड़ाभाठा, करही, लालपुर, बरगड़ा, माटरा, बचेड़ी, भरदालोधी, बिरनपुर, बोरतरा, बुंदेली, चेचानमेटा, चिखला, चोरभट्ठी, दनिया, देवरबीजा, ढाप, गाड़ाडीह, केहका, कुम्हीगुड़ा, लुक, मासुलगोंदी, मुड़िया, मुंगलाटोला, परपोड़ी, पातरझोरी, पथर्रीखुर्द, राखी, सोहागपुर, सुवरतला, सांकरा, नेवनारा, कोटा, बेरला, खंगारपाट, कुसमी, खर्रा, बोरिया, भिंभौरी, करेली, कोहड़िया, मुड़पारकला, तारालीम, लेंजवारा आदि शामिल हैं।
ग्राम गाड़ाभाठा के किसान श्री पालसिंग बघेल ने बताया कि पंप में स्थायी विद्युत कनेक्शन मिल जाने से अब चिंतामुक्त होकर खेती कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पहले अल्पवर्शा, खंडवर्षा, सूखा एवं अकाल जैसी समस्याओं के कारण खेती-किसानी में बहुत नुकसान होता था इसलिए हमने अपने खेत में बोर खुदवाकर पंप के लिए स्थायी विद्युत कनेक्शन हेतु आवेदन किया। विद्युत कंपनी की सजगता से पंप कनेक्शन मिल गया एवं वोल्टेज भी सही तरीके से मिल रहा है।
राज्य शासन का आभार व्यक्त करते हुए ग्राम गाड़ाभाठा के किसान श्री संतोश कुमार साहू कहते हैं कि पहले पानी की कमी के कारण एक फसल भी सही प्रकार से नही ले पा रहे थे किन्तु अब बिजली और पानी की उचित व्यवस्था हो जाने के कारण अब धान के अलावा अन्य फसलें भी उगा सकेंगे, इससे किसान आर्थिक रूप से भी समृद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि पहले अस्थायी कनेक्शन होने से केबल का खर्चा भी अधिक होता था और वोल्टेज की भी समस्या रहती थी परंतु अब पर्याप्त वोल्टेज से सिंचाई अच्छे से कर पा रहे हैं।
सहायक अभियंता श्री रवि रंजन ने बताया कि साजा संभाग में अल्पवर्षा के कारण लो-वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हुई जिसके निवारण हेतु 11 के.व्ही. पंप फीडर में 30 नग कैपेसिटर बैंक की स्थापना की गई है जिससे किसानों को लो-वोल्टेज की समस्या से मुक्ति मिली है।
छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, दुर्ग क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री संजय पटेल ने कहा कि कृषक हितैशी योजनाओं का क्रियान्वयन विद्युत विभाग द्वारा पूरी सजगता से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि षेश आवेदक किसानों के पंप ऊर्जीकरण का कार्य भी प्रगतिरत है, जिससे कि किसानों को कृषि कार्य हेतु पर्याप्त पानी मिल सके। - कृषि विभाग के मैदानी सलाह पर कीट व रोग का उपचार करें
बेमेतरा : जिले में खरीफ 2020 में एक लाख 83 हजार हेक्टेयर में धान फसल की खेती की जा रही है जिसमें प्रमुख रूप से स्वर्णा, स्वर्णा सब-1, एच.एम.टी, एम.यू.टी. .1010ए एम.टी.यू.. 1001 राजेश्वरी एवं अन्य किस्म की खेती की जा रही है। वर्तमान समय में फसल पर कीटव्याधि एवं रोग लगने की प्रबल संभावना को देखते हुए किसानों को एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन के बारे मे जानकारी कृषि विभाग एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी जा रही है।
उप संचालक कृषि श्री एम डी मानकर ने बताया कि इस मौसम मे तना छेदक, भूरामाहो, गंधी कीट केे प्रकोप की प्रबल संभवाना है। इसके अलावा झुलसा, ब्लास्ट रोग, भूरी चित्ती रोग, पर्णछेदक, अभासी कंड, खैरा रोग और फाल्स स्मट रोगो की भी संभावना है। इनके उपचार के लिए कृषि वैज्ञानिको द्वारा परामर्श दिया गया है। जिले के पंजीकृत दुकानों मे इनके उपचार के लिए कीटनाशक उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि -झुलसा,ब्लास्ट रोग- यह रोग असिंचित फसल पर अधिक दिखाई देता है। इस रोग से पत्ती व तना को प्रभावित करता है। पौधें के गाठों मे काला दाग दिखाई देता है। इस रोग के उपचार के लिए कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत घुलनशील धूल की 15-20 ग्राम को 15 लीटर पानी में घोलकर इसका छिडकाव 10-12 दिन के अन्तराल पर किया जा सकता है।
भूरी चित्ती रोग- इस रोग के कारण छोटे-छोटे भूरे रंग के धब्बे पत्तियों पर दिखाई देते हैं। जो पत्तियों को सुखा देते हैं। इसके उपचार के लिए कार्बेंडाजिम 50 प्रतिशत घुलनशील धूल की 15 ग्राम को लगभग 15 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर छिड़काव करना होता है।
पर्णछेदक सीट रोग- इसका प्रभाव पत्तियों पर दिखाई देते हैं। पत्ती की सतह पर होता है। इससे लाल रंग के धब्बा बन जाते हैंै। इस रोग के नियंत्रण के लिए फसल कटने के बाद अवशेषों को जलाने, खेतों में जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए। रोग के लक्षण दिखाई देने पर प्रोपेकोनाजोल 20 मिलीलीटर को 15 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव कर सकते हैं।आभासी कंड- यह फफूंदी जनित रोग है। बालियों के निकलने के बाद ही स्पष्ट होता है। रोग ग्रस्त दाने पीले से लेकर संतरे रंग के हो जाते हैं । इसके उपचार के लिए खेत में जलभराव नहीं होना चाहिए। प्रोपेकोनाजोल 24 मिलीलीटर को 15-20 मिली लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना होता है ।
खैरा रोग- यह मिट्टी में जिंक की कमी के कारण होता है। इस रोग से पत्तियों पर हल्के पीले रंग के धब्बे बन जाते हैं । इसके उपचार के लिए जिंक सल्फेट 100 ग्राम और 50 ग्राम बुझा हुआ चूना को 01 लीटर मे घोल तैयार कर घोल को 20 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं।
फाल्स स्मट- इसके प्रकोप से धान की बालियों को नुकसान पहुचाता है। इसके उपचार के लिए प्रोपेकोनाजोल 25 प्रतिशत ईसी 1 मिली लीटर को 01 लीटर पानी मे मिलाकर छिड़काव कर सकते है।तना छेदक- यह कीट पत्तियों मे छेद कर पौधें मे प्रवेश घुस जाती है और अंदर ही अंदर तने को खा जाती है। इसके उपचार के लिए क्लोरो 50 प्रतिशत, साईपर 5 प्रतिशत लीटर प्रति हैक्टेयर या बाईफ्रेथीन 10 प्रतिशत लीटर प्रति हेक्टेयर के द्वारा उपचार किया जाता है ।
गंधी कीट- यह कीट धान की कम अवधि वाले किस्म मे पाई जाती है। बाली निकलने के समय गंधी कीट का प्रकोप ज्यादा रहता है। लंबी टांगों वाले दुर्गंध युक्त होते हैं । इसके उपचार के लिए फोसलोन 35 ईसी 15 लीटर प्रति हेक्टेयर से उपचार किया जाता है।भूरामाहो- यह कीट पौधों के मूल में पानी की सतह से थोड़ा ऊपर पत्तों के घने छतरी के नीचे रहते हैं। जिसके कारण इसकी जानकारी किसानो को देर से होती है। इसके ईलाज के लिए थाइमेक्सो, लेम्डा के मिश्रण को निर्धारित मात्रा मे मिलाकर छिड़काव किया जाता है। इसके अलावा डाइनेटोफ्यूरन एसजी 250 ग्राम प्रति हेक्टर या पाईमेटरोजीन 300 ग्राम प्रति हेक्टयर या ईथयॉन 50 ई.सी1 लीटर प्रति हेक्टर का छिड़काव किया जा सकता है। - बेमेतरा : राज्य शासन के द्वारा जिले के 40,057 अंत्योदय, 142374 प्राथमिकता, श्रेणी के राशनकार्डधारियों को माह जुलाई से नवंबर तक अतिरिक्त चांवल (निःशुल्क) तथा जिले के सभी 1,86,517 राशनकार्डधारियों को प्रति राशनकार्ड 01 किलो ग्राम चना (निःशुल्क) देने का निर्णय लिया गया है।
इन परिवारों को शासकीय उचित मूल्य दुकानों से नियमित रूप से मिलने वाले चांवल के अलावा यह अतिरिक्त चांवल दिया जाएगा। शासन ने कोविड-19 संक्रमण के कारण हुए लाॅकडाउन के प्रभाव को देखते हुए इन परिवारों को अतिरिक्त राशन और पौष्टिक आहार के रूप में चना देने के निर्देश दिए है। - कलेक्टर ने की आम नागरिकों से अपील
बेमेतरा : कोरोना संक्रमण के जांच की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिलते ही यदि मरीज को तत्काल बेहतर इलाज की सुविधा चाहिये तो उन्हें जांच के दौरान अपना सही पता और मोबाईल नम्बर दर्ज कराना चाहिये। सही पता और मोबाइल नम्बर से कोरोना संक्रमित की पहचान करना स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिये आसान होता है और इससे संक्रमित मरीज के घर तत्काल पहंुच कर उसे जरूरी इलाज की सुविधा समय पर उपलब्ध करायी जा सकती है।
कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट में कई मरीजों के पते सही या पूरे नहीं होने और मोबाइल नम्बर गलत होने से बनी विपरीत परिस्थितियों को स्वमेव ही संज्ञान में लिया है।कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज, उनके परिजनों की सुरक्षा के साथ-साथ अन्य दूसरे लोगों को संक्रमण से बचाने के लिये प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहयोग करने की अपील लोगों से की है। श्री तायल ने लोगों से यह भी अपील की है कि कोरोना जांच के लिये अपना सैम्पल देने के दौरान उपस्थित स्वास्थ्य कर्मी को स्वयं के बारें में पूरी जानकारी सही-सही दें।
अपना नाम, पूरा पता, घर के आसपास का कोई पहचान चिन्ह या माइलस्टोन, खुद का सही मोबाइल नम्बर ही जांच रजिस्टर में दर्ज करायें ताकि पाॅजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज को इलाज के लिये समय पर सम्पर्क कर बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जा सके।