- बेमेतरा : हर साल 21 अक्टूबर को वैश्विक आयोडिन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के रूप में मनाया जाता है। आयोडिन हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट है। इसकी जरूरत शरीर में थायराईड और मेंटल ग्रोथ के लिए होती है। किसी भी बच्चे को आयोडिन की कमी दो तरह से अधिक प्रभावित करती है।
पहली बार तब, जब गर्भवती महिला में आयोडिन की कमी हो तो बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास पर असर पड़ता है। बच्चों में आयोडिन की कमी होने से बच्चों की बौद्धिक क्षमता कम, मंदबुद्धि, शारीरिक कमजोरी और मांसपेशी संबंधित विकार घंेघा, अपंगता, बौनापन, बहरापन, गूंगापन, भैंगापन हो सकता है। गर्भवती महिलाओं में आयोडिन की कमी से गर्भपात का कारण हो सकता है। यहां तक की गर्भावस्था के दौरान आयोडिन की थोड़ी कमी भी बच्चे के सीखने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है।
वर्तमान में पूरा विश्व आयोडिन अल्पता का सामना कर रहा है, आकड़ों के अनुसार भारत में छः करोड़ से अधिक लोग आयोडिन अल्पता से पीड़ित है, वही लाखों लोग मानसिक बाधाओं से पीड़ित है। हांलाकि इस तरह के विकार की रोकथाम करना बहुत आसान है। इसका सबसे सरल तरीका है रोज आयोडिनयुक्त नमक का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 150 माइक्रोग्राम आयोडिन की आवश्यकता होती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस. के. शर्मा ने आयोडिन की उपयोगिता पर बल दिया और कहा कि इसके लिए जागरूकता होना जरूरी है। नमक का वही पैकेट खरीदना चाहिए जिस पर लिखा हो ‘‘आयोडिन युक्त’’ या ‘‘आयोडाइज्ड’’। आयोडिनयुक्त नमक को ढक्कनदार प्लास्टिक के डिब्बे या शीशी में बंद करके रखना चाहिए। नमक हमेेशा सूखे चम्मच से निकालना चाहिए एवं नमक को सूरज की रोशनी और चूल्हे की गर्मी से दूर रखना चाहिए।
आयोडिनयुक्त नमक के लाभ:-चुस्त दिमाग और स्वस्थ्य शरीर, उर्जा से भरपूर, अधिक कार्यक्षमता, स्वस्थ बच्चे के जन्म, गर्भ मंे शिशु का शारीरिक व मानसिक रूप से पूर्ण विकास, तेज दिमाग, कक्षा में बेहतर प्रदर्शन, सही बढ़त, जिला बेमेतरा में वैश्विक आयोडिन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के अवसर पर 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए अभियान के रूप मंे कोरोना सुरक्षा एवं आयोडिन अल्पता विकार नियंत्रण सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है -21 अक्टूबर - क्विज प्रतियोगिता, आयोडिन अल्पता एवं कोविड-19 विषय पर आॅनलाईन क्विज, 22 अक्टूबर - मास्क दिवस, मास्क लगाने के प्रति जागरूकता, 23 अक्टूबर - स्लोगन लेखन दिवस, आयोडिन एवं कोविड विषय पर जागरूकता हेतु स्लोगन लेखन गतिविधि, 24 अक्टूबर - रंगोली दिवस, आयोडिन एवं कोविड-19 पर प्रचार-प्रसार से संबंधित रंगोली, 25 अक्टूबर - दिया/कैंडल दिवस, प्रत्येक घर एवं दुकान के सामने कोरोना से बचने की रोशनी फैलाए। 26 अक्टूबर - शपथ दिवस, कोविड व्यवहार परिवर्तन एवं आयोडिन नमक के उपयोग के संबंध में प्रत्येक व्यक्ति द्वारा शपथ। 27 अक्टूबर - अपने आस-पास एवं स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य एवं संस्थागत प्रसव हेतु चिन्ह के रूप में गेंदे के फूल का वितरण उक्त गतिविधियों का फोटाग्राफ वाट्सअप नम्बर 6264250566 में प्रेषित किया जा सकता है। - बेमेतरा : जिले के राजस्व अधिकारियों की मासिक समीक्षा बैठक मंगलवार 20अक्टूबर को शाम 4 बजे कलेक्टोरेट सभाकक्ष मे आयोजित होगी।
- बेमेतरा : जिला पंचायत बेमेतरा की सामान्य सभा की बैठक गुरुवार 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे जिला पंचायत सभाकक्ष मे आयोजित होगी। जिला पंचायत सीईओ ने सर्व सम्बंधितों को उपस्थित रहने को अनुरोध किया है।
- बेमेतरा : कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिले मे नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार को रोकने हेतु व स्वच्छता की दृष्टि से जिले मे स्थित समस्त पेट्रोल/डीजल पम्पों व मदिरा दुकानों में ग्राहको को अपने चेहरे में मास्क/फेस कवर लगाना अनिवार्य है, बिना मास्क/फोस कवर वाले व्यक्ति को पेट्रोल/डीजल व शराब विक्रय नहीं किया जायेगा।
कलेक्टर ने जिले के अनुविभागीय दण्डाधिकारियों, खाद्य अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी एवं नगर पलिका एवं नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को इसका पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। -
बेमेतरा : महल हो या झोपड़ी अपना घर अपना होता है, हर व्यक्ति का एक सपना होता है कि छांव के लिए उसका एक खुद का घर हो। स्वयं का घर होने से कई सारे फायदे हैं अपना घर व्यक्ति को वित्तीय सुरक्षा देता है। एक घर को अपना घर कहने मे जो गौरव की अनुभूति होती है, इसी सपने को सरकार द्वारा साकार किया जा रहा है।
अनुसुचित जाति वर्ग के लगभग 55 साल के खिलावन दास कुर्रे अब खुद के पक्के मकान में रहकर सुकुन की नींद ले रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) गरीब परिवारों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है। शासन की इस महती योजना से लाभान्वित नगर पचायत बेरला के वार्ड क्र.09 बेरला निवासी भूमिहीन खिलावन दास कुर्रे का पक्के मकान का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हुआ है। शासन की इस योजना से लाभ पाकर श्री खिलावन दास बहुत खुश हैं।
उल्लेखनीय है कि मेहनत मजदूरी से जीवन यापन करने वाला यह परिवार पहले खपरैल के कच्चे घर में रहता था। इस परिवार के सदस्यों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका खुद का एक पक्का मकान होगा। अब उनका सपना प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की वजह से हकीकत बन गया है। मिट्टी और खपरैल की छत वाले मकान में रहने वाला श्री खिलावन दास अब सीमेंट कांक्रीट की छत वाले मकान का मालिक बन गया है। सरकार से आवास बनाने के लिए उन्हें 02 लाख 29 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। उनके घर में शौचालय भी बन गया है।
उन्होंने केन्द्र एवं राज्य शासन के इस महती योजना के बारे में बताते हुए कहा कि हम जैसे गरीब परिवारों के लोगों के लिए यह योजना काफी सहारा बन कर आई है, जिसके कारण हमें पक्का मकान दिया गया है। खिलावन दास कुर्रे ने नगर पंचायत अध्यक्ष बेरला श्री रासबिहारी कुर्रे, उपाध्यक्ष श्री भारत भूषण साहू एवं जिला प्रशासन के प्रति प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत पक्का आवास का लाभ मिलने पर आभार व्यक्त किया है।
- बेमेतरा : जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति त्रैमासिक समीक्षा बैठक मंगलवार 20 अक्टूबर 2020 को दोपहर 1ः00 बजे कार्यालय कलेक्टर बेमेतरा के सभाकक्ष मे आयोजित की गई है।
- बेमेतरा : बेमेतरा जिले हेतु ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, महिला (एएनएम) का आॅनलाईन प्राप्त आवेदनों की मेरिट सूची का प्रकाशन एवं मेरिट सूची में मेरिट के अंकों के आधार पर दावा आपत्ति हेतु अभ्यार्थी/आवेदिका को सूचना बेमेतरा जिले के वेबसाईट (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाॅटबेमेतराडाॅटजीओवीडाॅटईन) www.bemetara.gov.in में एवं राज्य स्तर के विभागीय वेबसाईट (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यसीजीहेल्थडाॅटएनआईसीडाॅटइन) www.cghealth.nic.in में प्रकाशन किया गया है। अभ्यार्थी/आवेदिका उक्त वेबसाईट में आॅनलाईन अवलोकन कर सकते हैं।
- बेमेतरा : बेमेतरा जिले हेतु ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, पुरूष (एमपीडब्ल्यू) का आॅनलाईन प्राप्त आवेदनों की मेरिट सूची में प्राप्त दावा आपत्तियों के निराकरण उपरांत अनंतिम मेरिट सूची एवं दस्तावेज सत्यापन 1 अनुपात 3 में संवर्गवार अभ्यार्थियों की सूची अनुसार होगा। उक्त जानकारी बेमेतरा जिले के वेबसाईट (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाॅटबेमेतराडाॅटजीओवीडाॅटईन) www.bemetara.gov.in में एवं विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in में प्रकाशन किया गया है। अभ्यार्थी उक्त वेबसाईट में अनंतिम मेरिट सूची एवं दस्तावेज सत्यापन हेतु अभ्यार्थियों की सूची एवं अन्य जानकारी का अवलोकन कर सकते हैं।
- बेमेतरा : श्रम के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति/संस्था को स्व0 रामानुज प्रतापसिंह देव स्मृति श्रम यशस्वी पुरस्कार प्रतिवर्ष दिया जाता है। जिसके अंतर्गत 02 लाख रूपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
श्रम पदाधिकारी द्वारा दिये गये जानकारी अनुसार ऐसे श्रमिक/संस्था जिन्होने ‘‘श्रम के क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 01 अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 में किये गये उल्लेखनीय योगदान के आधार पर चयनित किया जायेगा, मजदूरों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य की दिशा में विशेष कारगार उपाय किया हो, जिसके फलस्वरूप आलोच्य वर्ष में कोई गंभीर दुर्घटना न हुई हो एवं सुरक्षा के नियमों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया हो
जिससे प्रदेश का नाम श्रम जगत में गौरवान्वित हुआ हो‘‘ के द्वारा 18/10/2020 तक श्रम विभाग की वेबसाईट में दी गई लिंक (WWW.cglabour.nic.in/alankran.aspx) के माध्यम से आॅनलाईन आवेदन प्रस्तुत किया जा सकता है। श्रम यशस्वी पुरस्कार से संबंधित नियम, अर्हताएं, प्रक्रिया, आवेदन प्रपत्र इत्यादि सभी जानकारी वेबसाईट (WWW.cglabour.nic.in) से डाउनलोड की जा सकती है। - कोरोना संक्रमित महिला ने दिया स्वस्थ्य बच्चें को जन्म
जिला कोविड हाॅस्पीटल से मिला स्वास्थ्य लाभ
बेमेतरा : जिला मुख्यालय बेमेतरा स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। जुलाई माह से अब तक 1000 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज कोविड अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ ले चुके है।वर्तमान में जिला मुख्यालय में 200 बिस्तर का कोविड अस्पताल संचालित है जिसमें से 140 बिस्तर में आॅक्सीजन पाईप लाईन की सुविधा उपलब्ध है। जिले में एक ओर जहां कोरोना संक्रमित केस की संख्या तेजी से बढ़ रही है, वहीं एक सुखद खबर भी आई है।
यहां प्रशिक्षित स्वास्थ्य की टीम के द्वारा बुजुर्ग व्यक्तियों, गर्भवती महिला, गंभीर बिमारी जैसे डायबिटीज, हाईपरटेंशन वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को प्रत्येक दिन स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। कोविड अस्पताल में भर्ती 68 साल के संक्रमित मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ एस के शर्मा ने बताया कि हार्ट के मरीज होने के बावजूद मोहम्मद हासिम शेख महज 10 दिनों में अस्पताल की टीम ने ठीक करने में कामयाबी हासिल की। हासिम शेख ने अपने हाॅस्पिटल में इलाज का अनुभव बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम ने ईलाज के दौरान किसी प्रकार की तकलीफ नहीं होने दिया। इसके लिए उन्होंने टीम को बधाई दी।डाॅक्टर्स, नर्सिंंग स्टाफ, वार्ड के स्टाफ कोविड हाॅस्पिटल में महीनों से बिना घर गए काम कर रह है। इसी कड़ी में जिला अस्पताल बेमेतरा में 23 सितम्बर 2020 को एक कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का सामान्य प्रसव कराया गया है। सिविल सर्जन डाॅ. वंदना भेले सहित स्टाफ नर्स की मदद से स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। सिविल सर्जन से मिली जानकारी के अनुसार प्रसव के पूर्व विकासखंड बेरला निवासी सेनकुमारी देशलहरे उम्र 22 वर्ष का कोरोना जांच कराया गया, कोरोना पाॅजीटिव आने के बाद जिला अस्पताल में अलग से व्यवस्था की गई जहां डाॅ प्रांजना शाह, स्टार्फ नर्स दीप्ती साहू, गंुजेश्वरी सूर्यवंशी, कु. रिंकूरानी एवं आयाबाई कुमारी बाई की उपस्थिति में महिला के द्वारा 2.5 ग्राम के शिशु को जन्म दिया गया। जच्चा-बच्चा दोनो ही अभी स्वस्थ्य है।
कोविड अस्पताल में कार्यरत स्टाफ एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो चुके है। जिसमें से कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कोविड शाखा में कार्यरत श्री राजकमल ताम्रकार तथा इनके समस्त परिवार कोरोना संक्रमित होने के पश्चात कोविड अस्पताल में ईलाज कराया गया, इन्होने अपना अनुभव साझा करते हुये बताया कि कोविड केयर से सभी स्टाफ समर्पित होकर कार्य करते हैं, आम नागरिक तथा स्टाफ में कोई भेदभाव नही करते है। कोविड केयर के स्टाफ के व्यवहार से ही मरीजों को काफी संतुष्टि मिलती है और रोगमुक्त होने की इच्छा को बढावा मिलता है।
कोविड केयर में कार्यरत क्लीनर राजीव मानिकपुरी पाॅजिटीव होने के पश्चात कोविड अस्पताल में भर्ती रहते हुये मरीजों की देखभाल की। मितानीन कार्यक्रम से जुडी विकासखंड साजा की विकासखंड समन्वयक श्रीमती सपना चैबे फिल्ड में कार्य करने के दौरान पाॅजिटीव पायी गई, इन्होने कोविड केयर के अनुभव के बारे में बताया कि अस्पताल में समय पर नास्ता एवं भोजन की व्यवस्था है, एवं किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कोविड केयर के स्टाफ सहयोग के लिए तत्पर रहते है। पत्रकार श्री सुरेन्द्र धीवर स्वयं कोरोना सक्रंमित होकर कोविड केयर सेंटर में रहते हुये संक्रमित मरीजों की बहुत मदद किया गया।
उन्होने कोविड अस्पताल में गर्म पानी हेतु इंडेक्शन प्रदान किया । कोविड अस्पताल प्रबंधन की अनुमति मिलने पर ठीक होने के बाद भी धीवर जी स्वयं पीपीई कीट पहन कर कोविड अस्पताल में सहयोग देने के इच्छुक है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने पूरी टीम को बधाई दी एवं आम लोगों को कोरोना से बचने एवं सतर्क रहने की अपील की है। - बेमेतरा : जिले में संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय महाविद्यालय, नर्सिंग कॉलेज, आईटीआई एवं पॉलीटेक्निक कॉलेज जिनमें अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण की पात्रता रखते हैं, उन्हें जानकारी दी गई है कि शिक्षा सत्र 2020-21 में भी पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के आवेदन स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही वेबसाईट एमपीएससी डॉट एमपी डॉट एनआईसी डॉट इन स्लैश सीजीपीएमएस पर ऑनलाईन की जा रही है।
आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2020-21 में विद्यार्थी द्वारा ऑनलाईन आवेदन (नवीन एवं नवीनीकरण) हेतु अंतिम तिथि 10 नवम्बर 2020 तक, ड्राफ्ट प्रपोजल लॉक करने हेतु अंतिम तिथि 10 दिसम्बर 2020 तक, सेंक्शन ऑर्डर लॉक करने हेतु अंतिम तिथि 20 दिसम्बर 2020 और केवायसी जमा करने हेतु अंतिम तिथि 10 जनवरी 2021 तक निर्धारित की गई है।
उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथियों के पश्चात शिक्षा सत्र 2020-21 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु ऑफलाईन अथवा ऑनलाईन किसी भी प्रकार के आवेदन स्वीकृत नहीं किए जाएंगे एवं ड्राफ्ट प्रपोजल अथवा सेंक्शन ऑर्डर लॉक करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जाएगा। उक्त तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर संबंधित विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते हैं तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वतः जिम्मेदार होंगे। - बेमेतरा : कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने आज नवागढ़ पहुंचकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का आकस्मिक निरीक्षण किया।इस दौरान उन्होने स्टाॅफ की उपस्थिति, अस्पताल मे दवा की उपलब्धता आदि के संबंध मे जानकारी ली।
- बेमेतरा : कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाना जरूरी है, यह बात कुछ समझदार लोग जान गए हैं। लेकिन जो समझ कर भी नही समझ रहें , उनके लिए अब एक ही उपाय है कि उन्हे याद दिलाया जाए, घर के लोगों द्वारा ,परिजनों द्वारा, बच्चों द्वारा ,अजनबियों द्वारा।
यह याद दिलाना टोकने जैसा होना चाहिए ताकि व्यक्ति को अपनी गलती समझ में आए और वह मास्क लगाने की आदत डाल लें, मजबूरी में ही सही। चिकित्सक भी लगातार यही कह रहे हैं कि मास्क ही फिलहाल वैक्सीन का काम करेगा और कर भी रहा है।
मेकाहारा के कम्यूनिटी मेडीसीन विभाग ने इस संबंध में रायपुर शहर में सर्वे कराया कि आखिर लोग मास्क क्यूं नही पहनते हंै। सर्वे के अनुसार 32 प्रतिशत व्यक्ति कहते हैं कि वे गरीब है और मास्क खरीद नही सकते। जबकि वैज्ञानिक यह कहते हैं कि कपड़े के मास्क भी असरदार होते हैं।
कुछ प्रतिशत व्यक्ति यह भी कहते हुए पाए गए कि मास्क से बीमारी नही रूकती, कुछ ने कहा कि गुटखा खाने के बाद थूकने में दिक्कत होती है, कुछ ने कहा संास लेने मे कठिनाई आदि- आदि । जितने मुंह ,उतनी बातें।
लेकिन अभी सबसे जरूरी यह बात याद रखना है कि मास्क ही फिलहाल हमारा हथियार है, कोरोना से जंग में और यह जंग जीतनी ही होगी हमें। - बेमेतरा : राज्य में कोविड 19 के संक्रमण की रफ्तार कुछ कम हुई पर बहुत कम भी नही हुई हैं कि हम सब निश्ंिचत हो जाएं। इसलिए अभी भी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक उपाय करने जरूरी है।इस नवरात्रि हमे तीन मूल मंत्रों के पालन करने का संकल्प लेना होगा -मास्क अच्छी तरह पहनना, दूसरों से दो गज की दूरी और साबुन से हाथ को समय-समय पर धोते रहें।
ये उपाय अपना कर हम खुद को और अपने परिवार को संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं। केरल में कोरोना के मामले ,वहां मनाए जाने वाले प्रसिद्ध त्यौहार ओणम के बाद अचानक बढ़े क्योंकि उस दौरान लोग मेल-जोल करते रहे।लोगों को यह भी ध्यान रखना होगा कि सर्दी, खांसी, बुखार, थकान आदि लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सक के पास जाएं। जब तक इसकी दवा नही आ जाती तब तक अभी सावधानी बरतने में ही सुरक्षा है। - बेमेतरा : राजस्व पुस्तक परिपत्र (आर.बी.सी.) 6-4 के तहत कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल द्वारा 04 जरूरतमंद परिवारों को 4-4 लाख रूपए के मान से 16 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
संयुक्त जिला कार्यालय बेमेतरा के राजस्व शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 04 प्रकरण मे तहसील साजा के ग्राम पेंड्रीकला निवासी इन्द्राणी की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु होने पर परिजन किरपाल को, तहसील साजा के ग्राम कांचरी निवासी काजल साहू की पानी मे डूबने सेे मृत्यु होने पर परिजन विश्वनाथ साहू कोे तथा ग्राम चोरभट्ठी निवासी टिकेश्वर सिन्हा की पानी मे डूबने से मृत्यु होने पर परिजन कुंवर सिंह सिन्हा को एवं तहसील नवागढ़ साल्हेघोरी निवासी शैलेन्द्र जोशी की सर्प के काटने सेे मृत्यु होने पर परिजन संतोष कुमार जोशी को 4-4 लाख रुपए (कुल 16 लाख रुपए) की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की गई। -
बेमेतरा : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के तहसील बेमेतरा के ग्राम-बगौद एवं पेंडरी मे कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त गांवों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
बगौद एवं पंेडरी के प्रभारी अधिकारी प्रभारी तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय चंद्रवंशी एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेमेतरा श्री दुर्गेश कुमार वर्मा हांेगे। इसी तरह तहसील नवागढ़ के ग्राम-किरता, दर्री, भठैला नवागांव एवं कंवराकांपा मे कोरोना पाॅजिटिव के केस पाए जाने के कारण उक्त गांव को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।ग्राम- किरता, दर्री, भठैला नवागांव एवं कंवराकांपा के प्रभारी अधिकारी तहसीलदार नवागढ़ श्री रेणुका रात्रे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री जगन्नाथ वर्मा होंगे। - बेमेतरा : चालू मानसून सत्र के दौरान बेमेतरा में एक जून से अब तक कुल 1101.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा के अधिकारियो ने आज यहा बताया कि 01 जून 2020 से अब तक बेमेतरा तहसील में 1324.6 मि.मी. और बेरला तहसील में 1098 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।इसी प्रकार साजा तहसील में 968 मि.मी., थानखम्हरिया 1319 मि.मी. एवं नवागढ़ मे 798 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।
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बेमेतरा : वर्तमान में जिले के अधिकांश क्षेत्रों में धान की फसल में माहो, फुदका, चितरी बंकी, पŸाी मोड़ आदि कीटों द्वारा नुकसान पहुंचाये जाने की जानकारी कृषकों द्वारा निरन्तर रूप से की जा रही है।
लगातार बदलते मौसम एवं सही दवाई का प्रयोग नहीं करने से समस्या और भी विकट होते जा रही है। ऐसी अवस्था में जिले के कृषि विभाग द्वारा बताई गई दवाईयों का उपयोग करके आसान तरीके से कीटों पर नियंत्रण स्थापित किया जा सकता है।
उप संचालक कृषि श्री एम.डी.मानकर ने बताया कि माहू, फुदका जैसे रस चूसने वाले कीटों के नियंत्रण के लिए डीनोटेफ्यूरान 20 प्रतिशत एस जी का 80-100 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ जो कि बाजार में ओसीन, टोकन, सेनपाई, सिम्बोला आदि नामो से प्रचलित है, अथवा पायमट्रोजीन 50 फीसदी डब्ल्यू पी का 100 ग्राम मात्रा प्रति एकड़ जो कि चेस, सिमडा अथवा इमिडाक्लोप्रिड 40 से प्रतिशत से ज्यादा, इथीप्रोल 40 प्रतिशत डब्ल्यू जी जो कि बाजार में ग्लेमोर नाम से प्रचलित है, का 50-60 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
छिड़काव खुले मौसम में दोपहर 2 बजे के बाद करें एवं खेतों से अधिक पानी निकाल देें। पŸाीमोड़ एवं तनाछेदक के नियंत्रण हेतु फिफ्रोनिल 5 प्रतिशत एससी 300-350 मि.ली. प्रति एकड़ प्रचलित नाम भीम, रिजेन्ट, फिपरो अथवा कन्टाफ हाइड्रोक्लोराइड 50 प्रतिशत एससी का 300-400 ग्राम प्रति एकड़ प्रचलित नाम कार्बो-50, करंट, क्रांति-50, कार्गो अथवा क्लोरेन्ड्रानिलिप्रोल 0.4 प्रतिशत जीआर (दानेदार) का 4 कि.ग्रा. प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें यह दवाई बाजार में फरटेरा नाम से प्रचलित है, अधिक जानकारी के लिए किसान भाई अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर सकतें हैं। - बेमेतरा : राज्य मिशन संचालक (एसआरएलएम) विकास आयुक्त कार्यालय इन्द्रावती भवन नया रायपुर के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजनांतर्गत जिला पंचायत बेमेतरा मे क्षेत्रीय समन्वयक संविदा के पद पर पात्र वरीयता सूची के आधार पर 1 अनुपात 10 आवेदकों की दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार/समूह चर्चा हेतु 14 अक्टूबर 2020 को समय 12.00 बजे, सभाकक्ष जिला पंचायत बेमेतरा में आयोजित किया गया।
दस्तावेज सत्यापन एवं साक्षात्कार/समूह चर्चा उपरांत अंतिम वरीयता सूची जिले की वेबसाईट www.bemetara.gov.in में प्रकाशित किया गया है। - बेमेतरा : भारत सरकार के हर घर नल से जल कार्यक्रम के संबंध मे कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने कल बैठक लेकर कहा कि इस योजना के अन्तर्गत प्रत्येक परिवार को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पर्याप्त एवं निर्धारित गुणवत्ता का सतत् पेय जल जलजीवन मिशन के अन्तर्गत उपलब्ध कराया जायेगा।
इस योजना के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 की वार्षिक कार्य योजना (एक्शन प्लान) पर चर्चा की गई। कलेक्टर श्री तायल ने कहा कि वर्ष 2024 तक इस योजना का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाना है।उन्होने कहा कि घर मे घरेलू कनेक्शन के अलावा स्कूल भवन आंगनबाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत एवं अन्य संस्थाओं मे भी नल की व्यवस्था होनी चाहिए लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जिले मे प्रत्येक परिवार को घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए पीएचई विभाग द्वारा कार्य योजना बनाई गई है, जिसमें वर्ष 2024 तक शत-प्रतिशत परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन उपलब्ध कराये जाने को लक्ष्य है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 मे जिले मे प्रस्तावित घरेलू नल कनेक्शन का लक्ष्य 49947 है। पीएचई के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जिले मे कुल 164733 परिवार है जिसमे से 20839 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन 31 मार्च 2020 तक प्रदाय किया गया है। शेष 143894 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन वर्ष 2024 तक प्रदाय किया जाना प्रस्तावित है। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि इस योजना के तहत 45 प्रतिशत केन्द्र शासन द्वारा 45 प्रतिशत राज्य शासन द्वारा एवं 10 प्रतिशत ग्राम पंचायत द्वारा अनुदान दिया जाना है। -
बेमेतरा : रोशनी के पर्व दीवाली पर महिला स्व-सहायता समूह द्वारा प्रकाश बिखेरने की तैयारी की जा रही है। हमारे छत्तीसगढ़ के गोबर से बने दिए और वंदनवार त्यौहार में गोबर से बने दियों और डेकोरेटिव आइटम्स से सजाइये अपना घर आंगन गाँव के साथ साथ अब शहरों में महिलाएं बना रही हैं।
गोबर से विभिन्न सामग्रियां सब सीखें और सब बढ़ें इस भावना को लेकर आगे बढ़ रही महिलाएं और दे रहीं प्रशिक्षण गोबर के सजावटी सामान में डाले हैं। हमारे जिले के बने गोबर के दिए और वंदन वार अब स्थानीय बाजार मे जल्द ही पहुंचने लगेंगे। नगर पंचायत नवागढ़ की सफाई दीदियों द्वारा निर्मित गोबर से बनी दीया जब दीवाली पर्व पर घर आंगन में गोबर के दिए रोशन होंगे तो अपनी संस्कृति से जुड़ाव भी महसूस होगा।
नगरीय निकायों में भी महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और त्यौहार के लिए दिए और अन्य सजावटी सामान बना रहीं है। कहते हैं जहां चाह वहाँ राह । यही कहानी है नगर पंचायत नवागढ़ केे सफाई दीदी स्व सहायता समूह महिलाओं ने प्रदेश सरकार की नरवा गरूवा घुरूवा बाड़ी ,गोधन न्याय योजना के बारे सोशल मीडिया पर देखा ,अखबारों में पढ़ा तो उनको भी रुचि उत्पन्न हुई कि घर पर बैठकर भी आमदनी अर्जित कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री जी ने गौठानों को रोजगार ठौर के रूप में विकसित करने की भी घोषणा की है तो क्यों न हम महिलाएं भी स्वावलंबन की दिशा में कदम बढ़ाएं। राज्य शासन की पहल से गोबर के बहु आयामी उपयोग की राह खुली। -
बेमेतरा : जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति त्रैमासिक समीक्षा बैठक मंगलवार 20 अक्टूबर 2020 को दोपहर 1ः00 बजे कार्यालय कलेक्टर बेमेतरा के सभाकक्ष मे आयोजित की गई है।
- बेमेतरा : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने एक आदेश जारी कर बेमेतरा जिले के तहसील बेमेतरा के ग्राम-खाम्ही, जेवरी, ओटेबंद एवं तुमा मे कोरोना पॉजिटिव के केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को दृष्टिगत रखते हुए उक्त गांवों को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
खाम्ही, जेवरी, ओटेबंद एवं तुमा के प्रभारी अधिकारी प्रभारी तहसीलदार बेमेतरा श्री अजय चंद्रवंशी एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी बेमेतरा श्री दुर्गेश कुमार वर्मा हांेगे। इसी तरह तहसील बेरला के ग्राम-चिखला, सलधा एवं कोहड़िया मे कोरोना पाॅजिटिव के केस पाए जाने के कारण उक्त गांव को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
ग्राम-चिखला, सलधा एवं कोहड़िया के प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार श्री पौरस वेन्ताल एवं पर्यवेक्षण अधिकारी बेरला श्री संदीप ठाकुर होंगे। इसी तरह तहसील साजा के ग्राम-माटरा मे कोरोना पाॅजिटिव के केस पाए जाने के कारण गांव को कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। माटरा के प्रभारी अधिकारी प्रभारी तहसीलदार श्री तारसिंह खरे एवं पर्यवेक्षण अधिकारी अनुविभागीय दण्डाधिकारी साजा श्री आशुतोष चतुर्वेदी होंगे। - बेमेतरा : भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण हेतु विशेष संक्षिप्त मतदाता पुनरीक्षण का कार्य शुरू हो गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले ने बताया कि 01 जनवरी 2021 की स्थिति में मतदाता सूची का पुनरीक्षण कराया जा रहा है। इस वर्ष मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी 2021 तक कर लिया जाना है।
इस विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत नए मतदाता अपना नाम जुड़वा सकते हैं। आयोग द्वारा मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए जारी कार्यक्रम के अनुसार 16 नवंबर 2020 को विस्तृत मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसके बाद 16 नवंबर से 15 दिसंबर 2020 तक इसमें दावा या आपत्ति प्रस्तुत की जा सकेगी। प्राप्त दावों एवं आपत्तियों का निराकरण 05 जनवरी 2021 तक किया जाएगा।इसके बाद 14 जनवरी 2020 से पहले डॉटाबेस को अपडेट एवं पूरक मतदाता सूची तैयार की जाएगी। संशोधन एवं नए नाम जोड़ने के बाद 15 जनवरी 2021 को अंतिम रूप से पुनरीक्षित फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का प्रकाशन किया जाएगा।
श्रीमती कंगाले ने आगे बताया कि ऐसे युवा जो एक जनवरी 2021 की स्थिति में 18 साल की आयु पूर्ण कर रहे हैं, वे अपना नाम जुड़वाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए वे भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट नेश्नल वोटर सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) में जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए वे www.nvsp.in पर लॉग इन कर सकते हैं।
उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक पात्र मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि 01 जनवरी 2021 को 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे युवा मतदाता सूची में नाम जुड़वा सकते हैं। पुनरीक्षण के दौरान नए मतदाता जोड़ने के साथ ही स्थानांतरित मतदाताओं का नए निवास स्थान के अनुसार संशोधन और मृत मतदाताओं के नाम हटाने की कार्यवाही की जाएगी। - बेमेतरा : खरीफ सीजन के दौरान बेमेतरा जिले में इस बार पर्याप्त वर्षा होने के कारण धान की अच्छी फसल होने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में बेमौसम वर्षा एवं खराब मौसम होने के कारण कीट एवं बीमारियों के प्रकोप देखने को मिल रहे है। जिले में धान फसल का रकबा 01 लाख 83 हजार हेक्टेयर के लगभग है।
वर्तमान मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को विभिन्न कीट एवं बीमारियों के निरीक्षण एवं रोकथाम नियंत्रण करने की सलाह कृषि विभाग द्वारा दी गयी है। कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि बारिश के बाद तेज धूप के बाद वाली मौसम में कम अवधि में पकने वाली किस्मों में निम्नलिखित कीट एवं बीमारियां देखने को मिल रही है।
धान का झुलसा रोग (ब्लास्ट)- वर्तमान ब्लास्ट रोग से धान फसल में अधिक प्रकोप होने की शिकायत प्राप्त हुई है। इस रोग के कारण पौधे के निचली पत्तियों में आंख या नाव आकार के धब्बे बनते है। वातावरण में अधिक नमी तथा बादलों वाला मौसम रोग फैलाने में सहायक होते है यह रोग पत्तियों के अलावा धान की बालियों को भी प्रभावित करता है, जिससे बालियों की गर्दन पर भूरे काले रंग का संक्रमण होने से बाली कमजोर एवं टूटने लगती है। इसके रोकथाम के लिये ट्रायसायकलाजोल 120 ग्राम या आइसोप्रोथियोलेन 200 मि.ली. में से किसी एक दवा का 12 से 15 दिवस के अंतराल में 3 से 4 बार प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें।
शीथ ब्लाइट- यह एक फफूंद जनित रोग है। जिस खेत में अधिक दिनों तक लगातार पानी जमा रहने से नमी युक्त मौसम व मेड़ों पर उगे घास से धान में फैलती है। धीरे-धीरे बीमारी पूरे फसल में फैल जाती है। इस रोग के कारण तने व पत्तियों पर लंबे डंडाकार भूरे रंग के धब्बे बनते है, जिसके कारण बालियों के दाने पोचे एवं काले रंग के हो जाते है।
शीथ ब्लाइट का प्रकोप सबसे पहले धान के तने में होता है तथा पूरे पौधे में फैल जाते है। इसके नियंत्रण के लिये किसान खेत से अतिरिक्त पानी का निकासी करें तथा हेक्साकोनाजोल 300 मि.ली. या प्रोफिकोनाजोल 30 मि.ली. में किसी का 12 से 15 दिन के अंतराल में 3 से 4 बार प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। बैक्टिरियल लीफ ब्लाइट-यह एक जीवाणु जनित रोग है। यह रोग धान में व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है।
इस रोग में धान फसल के पत्ते पीले या पैरा के रंग के एवं एक या दोनों किनारों से ऊपर या नीचे बढ़ते है और अंत में सूख जाते है। अधिक प्रकोप होने पर पूरा का पूरा पौधा सूख जाता है। इस रोग के लक्षण प्रकट होने पर स्ट्रप्टोसाइक्लिन 200 ग्राम ़ कापरआक्सीक्लोराइड का 200 ग्राम या एग्रीमाईसिन 100 पी.पी.एम की 30 ग्राम ़ कापरआक्सीक्लोराइड 200 ग्राम का 200 लीटर पानी में घोल बनाकर 10 से 12 दिन के अंतराल में 2 से 3 बार प्रति एकड़ छिड़काव करें।
भूरा माहो-भूरा माहो की भी समस्या देखने को मिल रही है। भूरा माहो धान की बहुत की नुकसान दायक कीट है जो धान के तने से रस चूस कर बहुत तेजी से नुकसान पहुंचाती है। वातावरण में उसम होने के कारण भूरा माहो का प्रकोप बढ़ जाता है, मध्यम से लंबी अवधि में पकने वाली किस्मों में अधिक नुकसान पहुंचाती है। भूरा माहो के प्रकोप वाले पौधें गोल घेरे में पीली या भूरे रंग के दिखाई देनी लगती है व सूख जाती हैं।
यह कीट पानी के सतह के ऊपर पौधें से चिपककर रस चूसती है। भूरा माहो के नियंत्रण हेतु किसान नीम का तेल 2500 पी.पी.एम. वाला 1 लीटर प्रति एकड़ छिड़काव करना चाहिए या इमिडाक्लोरोपिड 17.8 एस.एल. 25 मि.ली. प्रति एकड़ या डायनोटेफ्यूरोन 20 प्रतिशत एस.जी. 60 ग्राम प्रति एकड़ की दर से छिड़काव फसल एवं मेड़ दोनों पर करें। किसानों से आग्रह है कि फसल का सतत निरीक्षण करते रहे एवं अनुशंसित मात्रा में ही दवाईयों का उपयोग करें।