- गुणवत्ता उन्नयन हेतु जिला स्तरीय आॅनलाइन चर्चा
बेमेतरा : मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत सजग आॅडियों कार्यक्रम गुणवत्ता उन्नयन हेतु जिला स्तरीय आॅनलाइन संचालन श्रीमती अनिता अग्रवाल जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं श्री रमाकांत चन्द्राकर जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी बेमेतरा द्वारा किया गया।
जिला स्तरीय आॅनलाइन चर्चा में सभी 6 परियोजनाओं के परियोजना अधिकारी एवं सभी सेक्टर पर्यवेक्षक उपस्थित हुए। जिला स्तरीय आॅनलाइन सजग आॅडियो कार्यक्रम 23 वी., 24 वी. एवं 25 वी. कड़ी के बारे में चर्चा किया गया। जिसमें 23 वीं कड़ी में जुगाड़ तथा 24 वीं कड़ी में जानने की जिग्यासा और 25 वी. कड़ी में सुख दुख के साथी के बारे में सभी से चर्चा किया गया।
जिला स्तरीय आॅनलाइन सजग आॅडियो कार्यक्रम में 23 वी. कड़ी और 24 वी. कड़ी में सबसे ज्यादा चर्चा हुई। सजग आॅडियों कार्यक्रम अंतर्गत जिला स्तरीय आॅनलाइन चर्चा में परियोजना अधिकारीयों एवं पर्यवेक्षकों द्वारा रूचि लिया गया एवं सजग आॅडियो कार्यक्रम के तहत् आंगनबाड़ी केन्द्रो में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा की गतिविधियों को निर्बाध रूप से चलाने के लिए बच्चों के समग्र विकास के लिए विभाग द्वारा सजग कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा दिया जा रहा है। सजग कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों का शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, रचनात्मक, सृजनात्मक विकास तथा परिवार में हर्षाल्लास का वातावरण निर्मित हेतु यह कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है।
इस संबध में विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया, सजग नाम का यह आडियों क्लिप डायरेक्ट्रेट से प्रत्येक सोमवार की सुबह वाट्सप के जरिए जिला अधिकारियों को भेजा जाता है। जिला अधिकारियों से परियोजना अधिकारी, परियोजना अधिकारी से सुपरवाइजर और सुपरवाइजर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तक पहुचता है।
अभिभावकों के लिए विभाग से प्राप्त आॅडियों संदेश भी पर्यवेक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा स्मार्ट फोन में भेजा जा रहा है। इसके बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इन संदेशों आॅडियों को पालकों को सुनाती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक के गृहभ्रमण के द्वारा यह वीडीयों सहपरिवार सहित वीडीयों दिखाया जा रहा है।
इन आॅडियो मैसेज में बच्चों के सही परवरिश के सुझाव के साथ बच्चों को अपनी कहानी सुनाने, ढेर सारी बात करने, गीत के साथ प्यार दुलार और खेल एवं परिवार में हर्ष का वातावरण निर्मित हुआ है। इस कार्यक्रम की मूल अवधारणा ‘‘सीखे, करके देखे, सिखाएं’’ इस सिद्धांत पर आधारित है।
लाॅकडाडन के अवधि के दैरान अभिभावक और बच्चों को एक साथ गुणवत्तापूर्वक समय बिताने का अवसर तो मिला ही है, बच्चों की एकान्तता भी दूर हो रही है और वे गीत, कविता, कहानी इत्यादि के जरिए नैतिक मूल्यों को समझ रहें है। उक्त कार्यक्रम से बच्चों एवं पालको में हर्षाल्लास का वातावरण निर्मित हुआ है। - बेमेतरा : राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी परिषद रायपुर के सौजन्य से प्रदेश मे संचालित सभी मान्यता प्राप्त बोर्ड के कक्षा 9वीं एवं 10वीं मे अध्ययनरत विद्यार्थियों हेतु विज्ञान पहेली प्रतियोगिता परीक्षा का आॅफलाइन आवेदन राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद (एससीईआरटी) छ.ग. रायपुर द्वारा किया जाता है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रतियोगिता परीक्षा मे सम्मिलित होने हेतु विद्यार्थियों से निःशुल्क आवेदन आमंत्रित है। पूर्ण भरे हुए आवेदन पत्र सह प्रवेश पत्र अध्ययनरत विद्यालय मे प्राचार्य के पास जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसम्बर 2020, प्राचार्य को प्राप्त समस्त आवेदन पत्र एवं नामिनल रोल जिले से संबंधित परीक्षा केन्द्र मे जमा करना 16 दिसम्बर केन्द्राध्यक्ष द्वारा रोल नं. आवंटित, एकिकृत नाॅमिनल रोल एवं सीडी एससीईआरटी छ.ग. रायपुर मे जामा करने की तिथि 21 दिसम्बर 2020, परीक्षा प्रथम चरण (जिला स्तरीय) 17 जनवरी 2021 परीक्षा द्वितीय चरण (जोन स्तरीय) 07 मार्च 2021, परीक्षा तृतीय चरण (राज्य स्तरीय) 11 अप्रैल 2021 निर्धारित की गई है।आवेदक द्वारा सीधे एससीईआरटी रायपुर को भेजे गये आवेदन पत्र पर कोई विचार नही किया जायेगा। इस संबंध मे विस्तृत जानकारी परीक्ष केन्द्रों की सूची, केन्द्र कोड, आवेदन पत्र एवं प्रवेश पत्र का प्रारुप वेबसाईट - डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाॅट एससीईआरटी डाॅट सीजीडाॅट जीओव्ही डाॅटइन (www.scert.cg.gov.in)पर उपलब्ध है। - ‘‘ परिवार नियोजन में पुरूषों की साझेदारी जीवन में लाए स्वास्थ्य और खुशहाली’’
बेमेतरा : भारत सरकार के द्वारा विगत कई वर्षों से पूरे देश में पुरूष नसबंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है जिसमें परिवार नियोजन सेवाओं सहित पुरूष नसबंदी पखवाड़ा के प्रचार-प्रसार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।वर्तमान मंे देश कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु संघर्षरत है किंतु प्रजनन स्वास्थ्य सेवाआंे का प्रावधान न केवल अवांछित गर्भधारण को रोकने के लिए और अधिक महत्व रखता है, इसलिए जिला बेमेतरा में 21 नवम्बर से 04 दिसम्बर 2020 तक ‘‘पुरूष नसबंदी पखवाड़ा’’ का आयोजन किया जा रहा है।
पुरूष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य पुरूषों में नसबंदी को बढ़ावा देना एवं पुरूष नसबंदी पर फैली भ्रांतियों को दूर करना है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि पखवाड़े के दौरान ग्राम स्तर पर ‘‘मोर मितान मोर संगवारी’’ चैपाल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से व्यक्तिगत चर्चा कर पुरूष नसबंदी के फायदे के बारे में बताया जाएगा।डाॅ. शर्मा ने कहा समाज में फैली भ्रांतियों के कारण पुरूष नसबंदी करवाने में हिचकिचाते है। आॅपरेशन पश्चात् किसी प्रकार की कमजोरी पुरूष को नहीं होती है।
पुरूषों के लिए परिवार नियोजन का स्थायी, आसान, भयमुक्त उपाय है, 10 मिनट में लाभार्थी घर जा सकते है एवं सामान्य दैनिक कार्य किया जा सकता है।कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने बताया कि प्रचार प्रसार के दौरान कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरी सावधानी रखी जाएगी, कही भी अधिक भीड़ एकत्रित न हो इसका भी ध्यान रखा जाएगा।पखवाड़े के दौरान जिला चिकित्सालय, सामु. स्वा. केंद्र बेरला एवं सिविल अस्पताल साजा में प्रति दिवस 05 पुरूष नसबंदी की सेवा प्रदाय किया जाएगा। - बेमेतरा : संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें, छ.ग. द्वारा विज्ञापित सीधी भर्ती के पद ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला (एएनएम) में 40 या 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले अभ्यार्थियों को दिव्यांग संवर्ग से 01 अनुपात 03 में दस्तावेज सत्यापन हेतु 27 नवम्बर 2020 को आमंत्रित किया गया है।
चयन समिति के संज्ञान में आया है कि कुछ दिव्यांग अभ्यार्थियों द्वारा आॅनलाईन आवेदन के समय त्रुटिवश दिव्यांगता का प्रतिशत 40 से कम (न्यूनतम 40ः) भरा गया है, किन्तु उनकी दिव्यांगता 40ः है।अतएव चयन समिति के निर्णय अनुसार दिव्यांग अभ्यार्थियों को पर्याप्त अवसर देते हएु 1 अनुपात 3 के स्थान पर दिव्यांग श्रेणी से आवेदन करने वाले सभी 30 अभ्यार्थियों को दस्तावेज सत्यापन हेतु दिनांक 27 नवम्बर 2020 को आमंत्रित किया जाता है।
बेमेतरा जिले के ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला (एएनएम) में दिव्यांग श्रेणी से प्राप्त कुल 30 अभ्यार्थियों में से 21 अभ्यार्थियों (40ः और अधिक) की सूची दस्तावेज सत्यापन हेतु प्रकाशन किया जा चुका है। शेष 09 अभ्यार्थियों की सूची जिले की वेबसाईट www.bemetara.gov.in में एवं विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in में प्रकाशन किया गया है। अतएव दिव्यांग अभ्यार्थीगण उक्त सूची का अवलोकन कर सकते है। - बेमेतरा : कोरोना संक्रमण के इस दूसरे दौर में फिलहाल हम सबको तीन आसान उपाय ही बचा सकते हैं। अगर ईमानदारी से इनका पालन किया जाए तो संक्रमण से बचा जा सकता है।मेडिकल कालेज हॉस्पिटल रायपुर (मेकाहारा) के विशेषज्ञ चिकित्सक डाॅ ओ पी सुंदरानी का मानना है कि जब डाॅक्टर आई सी यू जैसी अति संक्रमित जगह में रहकर कोरोना संक्रमितों का इलाज करते हुए भी सुरक्षित रह सकते हैं तो आम जनता आसानी से कुछ सुरक्षा उपाय अपना कर बच सकती है।
इस समय भीड़ वाली जगहों से बचना, अनावश्यक लोगों से न मिलना,दो गज की सुरक्षित दूरी का पालन करना और हाथ साबुन पानी से धोते रहना अत्यंत आवश्यक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कहा है कि यदि 90 प्रतिशत तक आबादी मास्क सही ढंग से नाक और मुंह ढंकने लगे तो बीमारी नही फैलेगी।
अभी सामान्य सी लापरवाही भी जान पर भारी पड़ रही है। एक सर्वेक्षण में कुछ लोगों ने कहा कि मास्क लगाने से सांस लेने में कठिनाई होती है। अगर ये लोग आई सी यू में पहुंच गए तो वेंटिलेटर पर कैसे रहेंगे। कुछ लोगों ने कहा कि हमको सांस की तकलीफ है इसलिए मास्क नही पहन सकते। चिकित्सक कहते हैं कि ऐसे लोगों को तो और अधिक मास्क पहनने की जरूरत है। कुछ लोग ये कहते हुए पाए गए कि हमने प्रिवेन्टिव दवाई खा ली, जो कि सही जानकारी नही है।
अनुसंधान में कई बार यह जानकारी आई कि जिन संक्रमितों ने मास्क पहना और लोगों के संपर्क में आए ,उनसे दूसरे लोग संक्रमित नही हुए ,जबकि उनके घर के लोग संक्रमित हुए क्योंकि घर में उन्होने मास्क नही पहना था। - बेमेतरा : राज्य शासन कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा उद्यानिकी फसलों में मौसम आधारित रबी मौसम में फसल बीमा कराने हेतु 15 दिसम्बर 2020 तक तय किया गया है। उद्यानिकी फसलों की खेती कर रहे किसानों को वितरीत मौसम जैसे- कम तापमान, अधिक तापमान, बीमारी अनुकूल मौसम, कीट व्याधियों का प्रकोप लगातार अवर्षा की स्थिति निर्मित होना, ओला वृष्टि आदि से होने वाले नुकसान से बचाने पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा लागू की गई है।
रबी फसल 2020 में जिले के अंतर्गत बीमा कराने वाले कृषकों को अधिसूचित फसल के अनुसार निर्धारित कुल बीमित राशि का अधिकतम 5 प्रतिशत अथवा वास्तविक प्रीमियम जो भी कम हो राशि कृषक अंश के रूप में ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के कृषकों को जमा करने होंगे। अऋणी कृषक फसल लगाने का स्व घोषित प्रमाण पत्र, नक्शा खसरा, आधार कार्ड, अपने बैंक पासबुक छायाप्रति जिसमें आईएफएससी कोड इत्यादि का उल्लेख हो, जमा कर बीमा करा सकते है।
योजना के अंतर्गत ऋणी कृषकों के लिये विकल्प चयन के आधार पर क्रियान्वित होगी। ऋणी कृषक जो योजना में शामिल नहीं होना चाहते हैं उन्हें भारत सरकार द्वारा जारी चयन प्रपत्रानुसार हस्ताक्षरित घोषणा पत्र बीमा आवेदन की अंतिम तिथि के 7 दिवस पूर्व तक संबंधित वित्तीय संस्थान में अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। निर्धारित समय सीमा में हस्ताक्षरित घोषणा पत्र जमा नहीं करने पर संबंधित बैंक द्वारा संबंधित मौसम के लिये स्वीकृति व नवीनीकृत की गई अल्पकालीन कृषि ऋण को अनिवार्य रूप से बीमाकृत किया जावेगा। इस मामले में किसी भी प्रकार की त्रुटि संबंधित बैंक किसानों के स्वीकार दावों के भुगतान के लिये उत्तरदायी होगा।
बीमा के दायरे में आयेंगी ये फसलें - टमाटर और आलू के लिये बीमित राशि क्रमशः 1 लाख रूपये और 5 प्रतिशत की प्रीमियम राशि के हिसाब से 5 हजार है। इसी प्रकार बैगन एवं प्याज के लिये बीमित राशि क्रमशः 70 हजार रूपये है और 3500 रूपये प्रीमियम राशि है। फूलगोभी और पत्तागोभी की बीमित राशि क्रमशः 60 हजार रूपये है और 3000 रूपये प्रीमियम राशि है।
बीमा कराने हेतु अधिकृत संस्थाऐं हैं - च्वाइस सेंटर, बजाज आलियांस जनरल इन्श्योरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि, लोक सेवा केन्द्र, बैंक शाखा, सहकारी समिति तथा विकासखण्ड में स्थापित शासकीय उद्यान रोपणी क्रमशः शासकीय उद्यान रोपणी, पड़कीडीह, बेमेतरा (मोबा. नं. 78282-81733) शासकीय उद्यान रोपणी, मोहगांव, साजा (मोबा. नं. 98935-02037) शासकीय उद्यान रोपणी, नेवनारा, बेरला (मोबा. नं. 94242-14107) शासकीय उद्यान रोपणी, झिलगा, नवागढ़ (मोबा. नं. 94792-35653) से भी संपर्क किया जा सकता है। - बेमेतरा : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना रबी 2020-21 के तहत रबी फसलों को प्रतिकूल मौसम जैसे - सूखा, बाढ़, कीट व्याधि, ओलावृष्टि, प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान से बचने के लिए कृषकगण 15 दिसम्बर 2020 तक बीमा करा सकते है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत ऋणी एवं अऋणी किसान जो भू-धारक व बटाईदार हो सम्मिलित हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत ऋणी किसान ऐच्छिक आधार पर फसल बीमा करा सकते हैं। किसान को निर्धारित प्रपत्र में हस्ताक्षरित घोषणा पत्र बीमा की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर 2020 के 7 दिवस पूर्व संबंधित बैंक में अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। किसान द्वारा निर्धारित प्रपत्र में घोषणा पत्र जमा नहीं करने पर संबंधित बैंक द्वारा संबंधित मौसम के लिए स्वीकृत अथवा नवीनीकृत की गई अल्पकालीन कृषि ऋण का अनिवार्य रूप से बीमा किया जाना है।
कृषि विभाग बेमेतरा के अधिकारियों ने बताया कि अधिसूचित फसल उगाने वाले सभी गैर ऋणी किसान, जो योजना में सम्मिलित होने के इच्छुक हो। वे बुआई पुष्टि प्रमाण पत्र क्षेत्रीय पटवारी या ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा सत्यापित कराकर एवं अन्य दस्तावेज प्रस्तुत कर योजना में सम्मिलित हो सकते है।प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत कृषक प्रीमियम राशि निर्धारित है। जिसके तहत कृषक को प्रति हेक्टेयर चना फसल के लिए 555 रूपए तथा सिंचित गेहूं की प्रति हेक्टेयर फसल के लिए 450 रूपए प्रीमियम देना होगा। गेहूं असिंचित के लिए फसल हेतु 330 रूपए प्रति हेक्टेयर की दर से प्रीमियम देय होगा।
बीमा योजना अंतर्गत ऋणी किसानों का बीमा संबंधित बैंक, सहकारी समिति द्वारा अनिवार्य रूप से किया जाएगा। उन्हें केवल घोषणा एवं बुवाई प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। अऋणी किसानों को बैंक, सहकारी समिति एवं लोक सेवा केन्द्र में बीमा प्रस्ताव फार्म, नवीनतम आधारकार्ड, बैंक पासबुक, भू-स्वामित्व साक्ष्य बी-1 पांचसाला अथवा किरायदार अथवा साझेदार किसान का दस्तावेज, बुवाई प्रमाण पत्र एवं घोषणा पत्र देकर बीमा करा सकते हैं।
किसानों द्वारा फसल बीमा कराने के लिए अपने संबंधित समिति, संबंधित बैंक, बीमा प्रदाय कंपनी (एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड), लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं। एक की अधिसूचित क्षेत्र एवं अधिसूचित फसल के लिए अलग-अलग वित्तीय संस्थाओं से कृषि ऋण स्वीकृत होने की स्थिति में कृषक को एक ही स्थान से बीमा कराया जाना है।
इसकी सूचना कृषक को संबंधित बैंक को देनी होगी। ऋणी एवं अऋणी किसानों के द्वारा समान रकबा, खसरा को दोहरा बीमा कराने की स्थिति में किसान के समस्त दस्तावेज को निरस्त करने का अधिकार बीमा कंपनी के पास होगा।
किसान द्वारा अधिसूचित फसल के नाम में बदलाव करने के लिए संबंधित बैंक में लिखित रूप से बोनी प्रमाण पत्र, बीमा आवेदन की अंतिम तिथि के दो दिवस पूर्व जमा कर फसल परिवर्तन कर सकते है। फसल बीमा कराने के लिए सभी ऋणी एवं अऋणी किसानों को आधार कार्ड की नवीनतम छायाप्रति संबंधित बैंक या संस्थान को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा। आधार कार्ड उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में फसल बीमा नहीं किया जा सकेगा। - 13 दिसंबर को प्रसारित होगी 13 वीं कड़ी
बेमेतरा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे। इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 25, 26 एवं 27 नवंबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकॉर्ड करा सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 13 वीं कड़ी का प्रसारण 13 दिसंबर को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। - हिंदी भवन स्थित संभागायुक्त कार्यालय में राजस्व अधिकारियों की कार्यशाला, संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने कार्यशाला में प्रश्न भी पूछे, जिज्ञासाओं का भी समाधान किया और प्रशासन से जुड़ी व्यावहारिक जानकारी भी दी
संभाग के सभी एसडीएम एवं तहसीलदार रहे मौजूद
कहा राजस्व अधिकारी अपने अधिकारों का पूरा क्रियान्वयन कर जनहित में कर सकते हैं बेहतरीन कार्य
आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा, सीसीफ श्रीमती शालिनी रैना, दुर्ग कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं एसपी श्री प्रशांत ठाकुर ने भी कार्यशाला में अधिकारियों को किया संबोधित
बेमेतरा : हिंदी भवन दुर्ग में आज संभाग के सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में अधिकारियों को राजस्व एवं कानून व्यवस्था से जुड़े सैद्धांतिक एवं मैदानी क्षेत्र में उपयोगी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने कहा कि राजस्व अधिकारी बहुमुखी अधिकारी होते हैं।
वे अपने अधिकारों का पूरी तरह क्रियान्वयन कर जनहित में बेहतरीन कार्य कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि वे भू राजस्व संहिता सहित रेवेन्यू एवं नियमों एवं कानूनों पर लिखी पुस्तकों का नियमित अध्ययन करें। नियमों की जानकारी जितनी ज्यादा होगी, प्रशासनिक रूप से आप उतने ही प्रभावी होंगे।
उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक पक्ष के साथ ही अपने मैदानी स्तर की व्यावहारिक समझ एवं संवेदना भी बेहद जरूरी है। पूरे ध्यान से आवेदक की बातें सुने एवं यथासंभव उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी न्यायालय के लिए नियत दिनों में कोर्ट में बैठकर कोर्ट में न्यायालयीन कार्य करें।
उन्होंने राजस्व अधिकारियों को क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा भ्रमण करने एवं मौके पर ही मामलों के निराकरण के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अपने रूटीन कामों के साथ ही शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विशेष नजर रखें और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।इस मौके पर आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला बहुत उपयोगी होती है क्योंकि मैदानी स्तर पर की अलग तरह की चुनौतियां होती हैं। पूर्व में वरिष्ठ अधिकारियों ने जिस कुशलता के साथ इन्हें हल किया, उनके अनुभव का लाभ आप लोगों को मिलता है।
सीसीफ श्रीमती शालिनी रैना ने कहा कि वनाधिकारपत्रों के मामले में वन विभाग के समन्वय से बहुत सारे लोगों की मदद की जा सकती है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा कि कोर्ट बहुत महत्वपूर्ण होता है। लोग काफी उम्मीद लेकर आते हैं। यथासंभव कोर्ट में मौजूद रहने की कोशिश करें। इस तरह का समन्वय बनायें कि कोर्ट के कार्य प्रभावित न हों। एसपी श्री प्रशांत ठाकुर ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए राजस्व विभाग और पुलिस में अच्छा समन्वय बहुत आवश्यक होता है। यहां एक और एक मिलकर दो नहीं होता ग्यारह हो जाते हैं।
*वाजिब उल अर्ज और निस्तार पत्र में क्या अंतर है*- संभागायुक्त ने कहा कि मैदानी स्तर में लगातार काम करने के दौरान हमारी पढ़ने की आदत छूटती हैं और हम अक्सर नियमों से संबंधित किताबें नहीं पढ़ पाते। यह बेहद जरूरी है इससे त्वरित और न्यायपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलती है। उन्होंने प्रश्न भी राजस्व अधिकारियों से पूछे। भू राजस्व संहिता में फारसी के शब्दों के अर्थ और उनका प्रशासनिक उपयोग भी उन्होंने पूछा। मसलन वाजिब उल अर्ज और निस्तार पत्र में क्या अंतर है अथवा तौजियां पत्र किसे कहते हैं इस तरह के प्रश्न? साथ ही उन्होंने शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं जैसे गोधन न्याय योजना आदि के नवीन निर्देशों के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से भी अपने विचार रखने कहा।
*टूर सेगमेंट प्रोग्राम पर दिया फोकस*- संभागायुक्त ने कहा कि टूर सेगमेंट प्रोग्राम राजस्व अधिकारियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इससे अपने कार्यक्षेत्र की समझ बढ़ती है। लोगों से प्राथमिक जानकारी मिलती है जिससे उनके लिए बेहतर कार्य करने की गुंजाइश बनती है। उन्होंने कहा कि दौरे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की स्थिति, अस्पतालों की स्थिति, स्कूलों में मध्याह्न भोजन, पटवारी हल्कों का निरीक्षण, छात्रावास, पेयजल की उपलब्धता, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के अप्रत्याशित आवागमन आदि बातों पर भी विशेष ध्यान रखें।
*कार्य की प्राथमिकता और समन्वय सबसे जरूरी*- संभागायुक्त ने कहा कि राजस्व अधिकारियों के लिए कार्य की प्राथमिकता तय करना और अन्य विभागों से समन्वय बेहद जरूरी है। इन दोनों क्षेत्रों में विशेष ध्यान देकर बेहतरीन कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सक्रिय मौजूदगी के साथ ही कार्यालयीन प्रणाली में भी दक्षता बेहद आवश्यक है।
इन दोनों गुणों का संयोग आपको अच्छा अधिकारी बनाएगा और लोग अच्छे अधिकारी को केवल काम के कारण ही याद करते हैं। संभागायुक्त ने आशा की कि इस कार्यशाला से अधिकारियों को काफी मदद मिलेगी। समय-समय पर इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहेगा। - बेमेतरा : अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिªक छात्रवृत्ति वर्ष 2020-21 के संबंध मे कार्यशाला का आयोजन मंगलवार 24 नवम्बर को दोपहर 12 बजे आयोजित होगी।आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा यह कार्यशाला शासकीय पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास मोहभट्ठा रोड बेमेतरा मे आयोजित होगी जिसमें विभिन्न हाई/सेकंडरी स्कूल/काॅलेज/आईटीआई के प्राचार्य संस्था प्रमुख शामिल होंगे।
- बेमेतरा : जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत बेमेतरा जिला को स्वच्छता के क्षेत्र में ओवर आॅल परफार्मेंस हेतु अवार्ड प्रदान किया गया है।यह पुरस्कार श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत मंत्री जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज गुरुवार को वर्चुअली प्रदान किया गया है। जिले की ओर से यह पुरस्कार श्री शिव अनंत तायल कलेक्टर, जिला-बेमेतरा एवं श्रीमती रीता यादव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत-बेमेतरा द्वारा प्राप्त किया गया। सरपंच संवाद एवं पुरस्कार कार्यक्रम में देश के कुल 20 जिलों को यह स्वच्छता पुरस्कार प्रदान किया गया है।
जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया द्वारा जिला स्तरीय स्वच्छता पुरस्कार का वितरणस्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत, व्यक्ति विशेष एवं समूह को पुरस्कृत करने हेतु ‘‘राज्य स्वच्छता पुरस्कार-2020’’ का आयोजन कर जिला एवं राज्य स्तर में आवेदन आमंत्रित किया गया था। जिला स्तरीय पुरस्कार हेतु जिला स्तर पर चयनित सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वालों को आज गुरुवार को बेमेतरा जिले के प्रभारी मंत्री, श्रीमती अनिला भेड़िया, मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के करकमलों से वर्चुअली पुरस्कार प्रदान किया गया। विभिन्न वर्गो में जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त किये प्रतिभागियों की सूची निम्नानुसार है:-
क्र. पुरस्कार का नाम पुरस्कार का स्तर पुरस्कार की राशि रू. में पुरस्कार हेतु चयनित प्रतिभागी जनपद पंचायत1 उत्कृष्ट निबंध लेखन प्रतियोगिता जिला स्तर पर 3 (मिडिल स्कूल हेतु) 21000ण्00 1. आदित्य चतुर्वेदी, इंडियन पब्लिक स्कूल नवागढ़ नवागढ11000ण्00 2. अनुराग बनाफर, एकेडमिक वल्र्ड स्कूल बेमेतरा बेमेतरा5000ण्00 3. तनिष्क नामदेव, यू.बी.सी.बी.एस.ई. स्कूल बेमेतरा बेमेतराजिला स्तर पर 3 (हाई व हायर सेके. स्कूल हेतु) 21000ण्00 1. कु. पायल पटेल, शास.उ.मा.वि. नवागांवकला साजा11000ण्00 2. कु. प्रियांशी साहू, शास.उ.मा.वि. अंधियारखोर नवागढ़5000ण्00 3. कु. ईशा गोस्वामी, शास.उ.मा.वि. बेमेतरा बेमेतरा2 उत्कृष्ट नारा सृजन प्रतियोगिता जिला स्तर पर 3 21000ण्00 1. मनोज कुमार श्रीवास्तव ग्राम भिमपुरी नवागढ11000ण्00 2. रूपेश पाण्डेय, ग्राम चिल्फी बेमेतरा5000ण्00 3. राहुल वर्मा, ग्राम-निनवा बेमेतरा3 स्वच्छ सुन्दर शौचालय जिला स्तर पर टाॅप 10 पुरस्कार 5001ण्00 1. सरस्वती साहू, ग्राम नवागांव (मुलमुला) बेमेतरा5001ण्00 2. कृष्ण कुमार साहू, ग्राम पेण्ड्रीतराई बेमेतरा5001ण्00 3. सदाराम सिन्हा, ग्राम पेण्ड्रीतराई बेमेतरा5001ण्00 4. मनीराम साहू, ग्राम पेण्ड्रीतराई बेमेतरा5001ण्00 5. मोहन चतुर्वेदी, ग्राम खरहरी (घठोली) नवागढ5001ण्00 6. कुमार खंडबंधे, ग्राम खैरी नवागढ5001ण्00 7. कृष्णकुमार सोनवानी, ग्राम बहरबोड़ साजा5001ण्00 8. भोजराम, ग्राम पिपरिया साजा5001ण्00 9. पूनम ठाकुर, ग्राम कोहड़िया बेरला5001ण्00 10. अनिता निषाद, ग्राम कोहड़िया बेरला4 उत्कृष्ट दीवार लेखन प्रतियोगिता जिला स्तर पर टाॅप 10 पुरस्कार 5001ण्00 1. जय जगदंबा महिला स्व सहायता समूह, ग्राम आन्दू बेरला5001ण्00 2. मां लक्ष्मी स्व सहायता समूह, ग्राम प्रतापपुर नवागढ5001ण्00 3. आमीन माता महिला स्व सहायता समूह, अमोरा नवागढ5001ण्00 4. आदर्श महिला स्व सहायता समूह, ग्राम झांकी नवागढ5001ण्00 5. तुलसी स्व सहायता समूह, ग्राम मुडपार नवागढ5001ण्00 6. लक्ष्मी उन्नति स्व सहायता समूह, ग्राम बदनारा नवागढ5001ण्00 7. सत्य कबीर महिला स्व सहायता समूह, ग्राम मल्दा नवागढ5001ण्00 8. दीपमाला महिला स्व सहायता समूह, बोरतरा नवागढ5001ण्00 9. एकता महिला स्व सहायता समूह, खैरी नवागढ5001ण्00 10. जय अंबे स्व सहायता समूह, ग्राम समेशर नवागढ5 माहवारी स्वच्छता प्रबंधन युक्त ग्राम पंचायत जिला स्तर पर 1 21000ण्00 ग्राम पंचायत - आंदू बेरला6 सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत जिला स्तर पर 1 21000ण्00 ग्राम पंचायत - किरकी साजा7 उत्कृष्ट स्वच्छाग्रही समूह जिला स्तर पर 1 21000ण्00 महिला नायिका महिला मंडल, भिंभौरी बेरला -
बेमेतरा : राज्य शौर्य पुस्कार प्रति वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह 26 जनवरी को राज्य के वीर बच्चों को राज्य शौर्य पुरस्कार से पुरस्कृत करते है, इस वर्ष भी पुरस्कार के लिए छŸाीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा जिले के वीर बच्चों से आवेदन आमंत्रित है, योजना की प्रमुख बिन्दू निम्नानुसार हैः-बालक/बालिका द्वारा अपने जान की परवाह किये बिना दूसरे की जान बचाने हेतु वीरता का कार्य किया गया।
(कानूनी प्रावधान के अनुसार किया गया वीरता कार्य) घटना दिनांक को बालक/बालिका की आयु 18 वर्ष से अधिक न हो। शौर्य कार्य की अवधि 01 जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2020 के मध्य हो। आवेदन पत्र सक्षम प्राधिकारी तथा जिला कलेक्टर द्वारा अनुशंसित होना आवश्यक है।
जिसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र हैं जिला कलेक्टर द्वारा अनुशंसा पत्र, एफ.आई.आर. की प्रति अथवा पुलिस डायरी, समाचार पत्रो की प्रति जो इस बाबत् प्रकाशित हुआ हो। बालक/बालिका के दो पासपोर्ट साईज के वर्तमान रंगीन फोटो ग्राफ्स/सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित एवं 04 अतिरिक्त पासपोर्ट साईज के फोटो। घटना का विस्तृत विवरण प्रतिवेदन सक्षम अधिकारी द्वारा सत्यापित (पुलिस या अन्य विभाग) आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2020।
पुरस्कृत बालक/बालिकों को मेडल प्रशस्ति-पत्र, नगद पुरस्कार राशि 15000/- एवं प्रति वर्ष छात्रवृŸिा प्राप्त होगी। 1 जुलाई 2019 से 31 दिसंबर 2020 तक के बीच जिन बच्चों ने सहासिक कार्य किया हो वे 31 दिसंबर 2020 तक आवेदन पत्र कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोबिया जिला बेमेतरा छ.ग. में कार्यालयीन समयावधि में जमा कर सकते हैं। - बेमेतरा : छत्तीसगढ़ राज्य में रक्षा मंत्रालय के अधीन स्थापित सैनिक स्कूल, अंबिकापुर आवासीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाकर 3 दिसम्बर कर दी गई है।पूर्व में ऑनलाइन आवेदन फार्म भरने की तिथि 19 नवम्बर तक थी। सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 3 दिसम्बर 2020 तक आधिकारिक वेबसाईट https://aissee.nta.nic.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सैनिक स्कूल अंबिकापुर के प्राचार्य ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में सैनिक स्कूल अंबिकापुर में कक्षा 6वीं और 9वीं में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा रविवार 10 जनवरी को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर, रायगढ़, कांकेर और बस्तर में आयोजित की जाएगी।परीक्षा शुल्क अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए 400 रूपए एवं अन्य वर्गों के लिए 550 रूपए निर्धारित किया गया है। परीक्षा शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या पेटीएम वालेट के माध्यम से किया जा सकता हैं। अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा से संबंधित अधिक जानकारी के लिए सैनिक स्कूल अम्बिकापुर के आधिकारिक वेबसाईट www.sainikschoolambikapur.org.in से प्राप्त कर सकते हैं। - बेमेतरा : जवाहर नवोदय विद्यालय खिलोरा, जिला बेमेतरा, छत्तीसगढ़ कक्षा 6 में प्रवेश हेतु सत्र 2021-22 के लिए आन लाइन पंजीकरण प्रक्रिया प्रारंभ हो चुका है जिसकी अंतिम तिथि 15 दिसम्बर 2020 है, आनलाइन आवेदन नवोदय विद्यालय के ऑफिसियल वेब साइट www.navodaya.gov.in से सम्पूर्ण जानकारी एवं आवेदन भरा जा सकता है। ज्ञात है कि सभी जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए एक चरण में शनिवार 10 अप्रैल 2021 को प्रातः 11.30 से आयोजित की जाएगी।
जिले के सभी पालक जिनके पाल्य कक्षा 5वीं में इस सत्र 20-21 में अध्य्ायनरत है और उनकी जन्म तिथि 1 मई 2008 से 30 अप्रैल 2012 के मध्य है, ऐसे पालक अपने पाल्य का आवेदन पत्र भर सकते है, नवोदय के आधिकारिक वेब साइट में जाकर सर्टिफिकेट डाउनलोड कर उसे प्रधान पाठक से पूर्ण रूप से भरवाकर छात्र ओर पालक के हस्ताक्षर के साथ छात्र का नवीन पासपोर्ट फोटो चस्पा कर इसे किसी भी चॉइस सेन्टर में भरा जा सकता है।
सभी पालको को विशेष रूप से निन्म बिंदु पर ध्यान देने की आवश्यकता है जिसमे छात्र का पूरा नाम, जन्म तिथि, जाती प्रमाण पत्र, कक्षा तीसरी, चैथी, पांचवी, की जानकारी, छात्र और पालक का हस्ताक्षर, इन सभी बातों को ध्यान पूर्वक भर कर जमा करना आवश्यक है, ध्यान रहे पालक के मोबाइल नंबर पर ओ,टी,पी. प्रवेश पत्र,एवम अन्य सम्बंदित जानकारी पहुँचेगी, इस हेतु रेजिस्टर मोबाइल नंबर को हमेशा साथ रखे। इसके अतिरिक्त अन्य जानकारी के लिए विद्यालय हेल्प लाइन नंबर 9993795103,9425541337,6263130773 पे कार्यालय समय 10 बजे से 5 बजे के मध्य संपर्क किया जा सकता है। - हिंदी भवन स्थित संभागायुक्त कार्यालय में राजस्व अधिकारियों की कार्यशाला, संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने कार्यशाला में प्रश्न भी पूछे, जिज्ञासाओं का भी समाधान किया और प्रशासन से जुड़ी व्यावहारिक जानकारी भी दी
संभाग के सभी एसडीएम एवं तहसीलदार रहे मौजूद
कहा राजस्व अधिकारी अपने अधिकारों का पूरा क्रियान्वयन कर जनहित में कर सकते हैं बेहतरीन कार्य
बेमेतरा : संभागीय मुख्यालय दुर्ग के हिंदी भवन में कल दुर्ग संभाग के सभी एसडीएम एवं तहसीलदारों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में अधिकारियों को राजस्व एवं कानून व्यवस्था से जुड़े सैद्धांतिक एवं मैदानी क्षेत्र में उपयोगी पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
संभागायुक्त श्री टीसी महावर ने कहा कि राजस्व अधिकारी बहुमुखी अधिकारी होते हैं। वे अपने अधिकारों का पूरी तरह क्रियान्वयन कर जनहित में बेहतरीन कार्य कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि वे भू राजस्व संहिता सहित रेवेन्यू एवं नियमों एवं कानूनों पर लिखी पुस्तकों का नियमित अध्ययन करें।
नियमों की जानकारी जितनी ज्यादा होगी, प्रशासनिक रूप से आप उतने ही प्रभावी होंगे। उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक पक्ष के साथ ही अपने मैदानी स्तर की व्यावहारिक समझ एवं संवेदना भी बेहद जरूरी है। पूरे ध्यान से आवेदक की बातें सुने एवं यथासंभव उनकी मदद करें।
उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी न्यायालय के लिए नियत दिनों में कोर्ट में बैठकर कोर्ट में न्यायालयीन कार्य करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा भ्रमण करने एवं मौके पर ही मामलों के निराकरण के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अपने रूटीन कामों के साथ ही शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी विशेष नजर रखें और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
इस मौके पर आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि इस तरह की कार्यशाला बहुत उपयोगी होती है क्योंकि मैदानी स्तर पर की अलग तरह की चुनौतियां होती हैं। पूर्व में वरिष्ठ अधिकारियों ने जिस कुशलता के साथ इन्हें हल किया, उनके अनुभव का लाभ आप लोगों को मिलता है। सीसीफ श्रीमती शालिनी रैना ने कहा कि वनाधिकारपत्रों के मामले में वन विभाग के समन्वय से बहुत सारे लोगों की मदद की जा सकती है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने कहा कि कोर्ट बहुत महत्वपूर्ण होता है। लोग काफी उम्मीद लेकर आते हैं।
यथासंभव कोर्ट में मौजूद रहने की कोशिश करें। इस तरह का समन्वय बनायें कि कोर्ट के कार्य प्रभावित न हों। एसपी श्री प्रशांत ठाकुर ने कहा कि जिले में कानून व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए राजस्व विभाग और पुलिस में अच्छा समन्वय बहुत आवश्यक होता है। यहां एक और एक मिलकर दो नहीं होता ग्यारह हो जाते हैं।
वाजिब उल अर्ज और निस्तार पत्र में क्या अंतर है- संभागायुक्त ने कहा कि मैदानी स्तर में लगातार काम करने के दौरान हमारी पढ़ने की आदत छूटती हैं और हम अक्सर नियमों से संबंधित किताबें नहीं पढ़ पाते। यह बेहद जरूरी है इससे त्वरित और न्यायपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलती है। उन्होंने प्रश्न भी राजस्व अधिकारियों से पूछे। भू राजस्व संहिता में फारसी के शब्दों के अर्थ और उनका प्रशासनिक उपयोग भी उन्होंने पूछा। मसलन वाजिब उल अर्ज और निस्तार पत्र में क्या अंतर है अथवा तौजियां पत्र किसे कहते हैं इस तरह के प्रश्न? साथ ही उन्होंने शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं जैसे गोधन न्याय योजना आदि के नवीन निर्देशों के बारे में भी अधिकारियों से पूछा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से भी अपने विचार रखने कहा।
टूर सेगमेंट प्रोग्राम पर दिया फोकस- संभागायुक्त ने कहा कि टूर सेगमेंट प्रोग्राम राजस्व अधिकारियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इससे अपने कार्यक्षेत्र की समझ बढ़ती है। लोगों से प्राथमिक जानकारी मिलती है जिससे उनके लिए बेहतर कार्य करने की गुंजाइश बनती है। उन्होंने कहा कि दौरे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की स्थिति, अस्पतालों की स्थिति, स्कूलों में मध्याह्न भोजन, पटवारी हल्कों का निरीक्षण, छात्रावास, पेयजल की उपलब्धता, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के अप्रत्याशित आवागमन आदि बातों पर भी विशेष ध्यान रखें।
कार्य की प्राथमिकता और समन्वय सबसे जरूरी- संभागायुक्त ने कहा कि राजस्व अधिकारियों के लिए कार्य की प्राथमिकता तय करना और अन्य विभागों से समन्वय बेहद जरूरी है। इन दोनों क्षेत्रों में विशेष ध्यान देकर बेहतरीन कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सक्रिय मौजूदगी के साथ ही कार्यालयीन प्रणाली में भी दक्षता बेहद आवश्यक है। इन दोनों गुणों का संयोग आपको अच्छा अधिकारी बनाएगा और लोग अच्छे अधिकारी को केवल काम के कारण ही याद करते हैं। संभागायुक्त ने आशा की कि इस कार्यशाला से अधिकारियों को काफी मदद मिलेगी। समय-समय पर इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहेगा। - बेमेतरा : आयुर्वेद विभाग द्वारा आज मंगलवार को ’’प्राकृतिक चिकित्सा दिवस’’ के रूप में मनाया गया, जिसमें समस्त आयुष चिकित्सकों द्वारा भगवान धनवंतरि का पूजन किये जाने के पश्चात् प्राकृतिक चिकित्सा विषय पर संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय में किया गया ।
डाॅ.यशपाल ंिसंह धुव जिला आयुर्वेद अधिकारी बेमेतरा ने प्राकृतिक चिकित्सा विषय पर प्रकाश डालते हुए सूर्च चिकित्सा, मिट्टी चिकित्सा, रंग चिकित्सा, एक्यूपे्रशर व एक्यूपंचर विषय पर भी विस्तृत चर्चा की गई साथ ही रितुचर्या, दिनचर्या, रात्रिचर्या व आहार विहार का पालन करते हुए दीर्घायु रहने के उपाय बताए गए। समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी आयोजित प्रदर्शिनी का अवलोकन किया गया ।
आयोजित इस कार्यक्रम में ब्रोसर-पाम्पलेट का वितरण कर प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति जागरूक किया गया। आयुष विभाग के चिकित्सक डाॅ.स्मिता श्रीवास्तव द्वारा मिट्टी चिकित्सा व रंग चिकित्सा विषय पर व्याख्यान दिया गया, डाॅ.स्वाती शर्मा द्वारा जल चिकित्सा व हरित चिकित्सा विषय पर व्याख्यान दिया गया, डाॅ.पंकज दुबे द्वारा सूर्य चिकित्सा व डाॅ.भोजराम चंद्राकर द्वारा वायु चिकित्सा विषय पर व्याख्यान दिया गया । -
बेमेतरा : राजीव गाँधी शिक्षा मिशन समग्र शिक्षा बेमेतरा के समावेशी शिक्षा अंतर्गत शालाओ में अध्ययनरत बौद्धिक निःशक्तता वाले बच्चो को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेंडीकेप्ड सिकंदराबाद द्वारा निः शुल्क टी.एल.एम. किट का वितरण सी.आर.सी. राजनांदगांव के विशेषज्ञों श्री राजेंद्र कुमार प्रवीन व श्री गजेन्द्र कुमार साहू के द्वारा जिला मिशन समन्वयक बेमेतरा श्री कमोद सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में बेमेतरा जिले के 06 एम. आर. बच्चो को जिसमे विकासखंड बेमेतरा 04, बेरला 01, साजा 01 को जिला परियोजना कार्यालय राजीव गाँधी शिक्षा मिशन बेमेतरा में कोविड-19 के गाईडलाईन का पालन करते हुए प्रदान किया गया।
इस अवसर पर, सहायक कार्यक्रम समन्वयक श्री कमलनारायण शर्मा, प्रोग्रामर श्री नेहिल वर्मा, समावेशी शिक्षा प्रभारी श्रीमती रेणुका चैबे, बी.आर.पी. श्रीमती रजनी देवांगन, गंगा प्रसाद, श्री चंद्रकांत वर्मा, उपस्थिति थे।
सी.आर.सी. राजनांदगांव के विशेषज्ञों द्वारा एम.आर. बच्चो व उनके पालको को एम.आर. किट के उपयोगिता से अवगत कराया गया।
- बेमेतरा : जिला शिक्षा अधिकारी एवं सहायक संचालक की अध्यक्षता में आज मंगलवार को जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अंतर्गत जिला नोडल अधिकारियों की बैठक संपन्न हुई जिसमें सभी नोडल अधिकारियों को अपने चिन्हित ग्राम पंचायत के सरपंच/सचिव के साथ मिलकर ग्राम साक्षरता समिति का गठन करने निर्देशित किया गया जिसमें समिति की सहमति से अन्य सदस्यों को जोड़ा जा सकेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी नोडल अधिकारियों को इस संबंध में विस्तार से बताते हुए कहा गया कि चयनित समिति के साथ अनुदेशकों/वालंटियर का चयन किया जाएगा जो कि पढ़ना लिखना अभियान में सेवाभाव के साथ सिखाने का कार्य करेंगे साथ ही चयनित समिति की बैठक 25 नवंबर तक चयनित ग्राम पंचायत स्तर पर संपन्न करने के निर्देश दिए गए जिसमें पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत निर्धारित बिंदुओं पर चर्चा होगी तथा 26 नवंबर तक सभी नोडल अधिकारी चयनित अनुदेशकों/पर्यवेक्षकों की सूची जिला कार्यालय में जमा करेंगे। - बेमेतरा : राज्य शासन द्वारा प्रदेश के राशनकार्डधारी परिवारों के सदस्यों का आधार सीडिंग करने की समय सीमा 31 दिसम्बर 2020 तक निर्धारित की गई है।छत्तीसगढ़ में वन नेशन वन राशनकार्ड योजना शुरू करने के लिए राज्य में प्रचलित राशनकार्डो में पंजीकृत सदस्यों का आधार सीडिंग किया जा रहा है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा राज्य के सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर 31 दिसम्बर तक सभी राशनकार्डधारी सदस्यों का आधार नम्बर राशनकार्ड में लिंक कराने कहा गया है।
- बेमेतरा : नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु भारत सरकार, राज्य शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर दिशा-निर्देश/गाईडलाईन/एडवाईजरी जारी किये गये है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आदेश जारी कर कहा है कि वर्तमान में जिले में कोरोना पाॅजिटिव प्रकरणों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु सभी संबंधित उपाय अमल में लाया जाना उचित एवं आवश्यक है।
लोक आस्था के महापर्व ‘‘छठ पूजा‘‘ के आयोजन को दृष्टिगत रखते हुये निम्नानुसार निर्देश प्रसारित किये जाते हैः-लोक आस्था के महापर्व ‘‘छठ पूजा‘‘ नदियों/तालाबों/स्थलों पर पूजा समापन करने के बजाय अपने-अपने घरों पर ही अध्र्य देने की सलाह दी जाती है। छठ घाटों पर व्यक्ति आयोजनकर्ता अथवा समिति द्वारा फिजिकल डिस्टेंसिंग आगमन एवं प्रस्थान की पृथक से व्यवस्था बांस बल्ली से बेरिकेटिंग लगाकार कराया जायेगा।
यदि कोई व्यक्ति छठ घाट/आयोजन स्थल पर जाने के कारण संक्रमित हो जाता है तो ईलाज का संपूर्ण खर्च संबंधित आयोजनकर्ता व्यक्ति अथवा समिति द्वारा किया जावेगा। छठ घाट/आयोजन स्थल पर सिर में ‘‘दउरा‘‘ लेकर जाने वाले व्यक्ति अथवा समिति को कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के नहीं जायेगा। ऐसा पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति एवं आयोजनकर्ता समिति के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही किया जावेगा। छठ घाट/आयोजन स्थल पर सिर में ‘‘दउरा‘‘ लेकर जाने वाले व्यक्ति अथवा समिति द्वारा सैनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग में बुखार पाये जाने अथवा कोरोना से संबंधित कोई भी सामान्य या विशेष लक्षण पाये जाने पर छठ घाट में प्रवेश नहीं देने की जिम्मेदारी व्यक्ति/समिति की होगी।
आयोजन स्थल पर स्थापित किये जाने वाले ‘‘दउरा‘‘ के मध्य 02 मीटर की दूरी रखना अनिवार्य होगा। छठ घाट/आयोजन स्थल पर टेण्ट/पंडाल लगाने पर व्यक्तियों के बैठने हेतु कुर्सी नहीं लगाए जायेंगे। छठ पूजा स्थलों पर केवल पूजा करने वाले एवं एक परिवार से अधिकतम 02 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे। छठ पूजा करने के लिए नदी या तालाब में कमर के नीचे तक जल में प्रवेश करने की अनुमति होगी, अध्र्य के दौरान पानी में डूबकी न लगाये जायें। छठ पर्व मनाने जाने हेतु सामूहिक रूप से जुलूस निकालने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।छठ पर्व में सम्मिलित होने वाले व्यक्तियों को नदी/तालाब/स्थल पर शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य होगा। 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों व 10 साल से कम उम्र के बच्चों को छठ घाट पर जाना पूर्णतः प्रतिबंधित होगा। बुखार से पीड़ित तथा गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाट में प्रवेश पूर्णतः रूप प्रतिबंधित होगी। छठ घाट/आयोजन स्थल पर सामूहिक रूप से प्रसाद वितरण, चरणामृत या कोई भी खाद्य एवं पेय पदार्थ वितरण की अनुमति नहीं होगी। आयोजन स्थल पर बेरिकेटिंग सहित छूने योग्य स्थल/वस्तु का समय-समय पर सैनेटाईजेशन आवश्यक रूप से किया जावे।
आयोजन स्थल पर पान, गुटखा इत्यादि खाकर थूकना प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही साथ साफ-सफाई एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान देना होगा। आयोजन स्थल नदी/तालाब/घाट पर पूजा करते/अध्र्य देते समय फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। आयोजन स्थल पर किसी भी प्रकार के वाद्य यंत्र, ध्वनि विस्तारक यंत्र, डी.जे. बजाने एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं होगी। लोक आस्था के छठ महापर्व के आयोजन हेतु नगर पालिका/नगर पंचायत द्वारा निर्धारित स्थल व समय का पालन करना अनिवार्य होगा। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना के लिए संबंधित व्यक्ति/समिति पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे। उपरोक्त शर्तो के अतिरिक्त भारत सरकार, राज्य शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों/गाईडलाईन /एडवाईजरी का पालन करना अनिवार्य होगा तथा उक्त का उल्लंघन करना पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जावेगी।
उक्त दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करते हुये पाये जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60, भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 तथा महामारी एक्ट एवं अन्य सुसंगत विधिक प्रावधानों जो लागू हो के अंतर्गत विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जावेगी। - बेमेतरा : जिले मे संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय महाविद्यालय, इंजिनीयरिंग एवं मेडिकल काॅलेज, आई टी आई एवं पाॅलिटेक्निक मे पढ़ने वाले अनु. जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के विधार्थीयों एवं प्राचार्यों/संस्था प्रमुखों को सूचित किया जाता है।
कि विगत वर्षानुसार शिक्षा सत्र 2020-21 हेतु पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) की स्वीकृति एवं वितरण की कार्यवाही http://mpsc.mp.nic.in/CGPMS वेबसाइट पर आनलाइन प्रारंभ की जा रही है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि विद्यार्थियांे के पंजीयन हेतु एवं संस्थाओं को प्रस्ताव/स्वीकृति लाक करने हेतु विभाग द्वारा वर्ष 2020-21 इसका अंतिम तिथि निर्धारित की गई है।
जिसमे विद्यार्थी द्वारा आनलाइन आवेदन हेतु (नवीन एवं नवीनीकरण) 30 नवम्बर, ड्रफ्ट प्रपोजल लाॅक करने हेतु 10 दिसम्बर, सेक्शन आॅडर लाॅक करने हेतु 20 दिसम्बर 2020 एवं केवायसी जमा करने की अंतिम तिथि 10 जनवरी 2021 तक निर्धारित किया गया है।
निर्धारित तिथियों के पश्चात शिक्षा सत्र 2020-21 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आफलाइन अथवा आनलाइन किसी भी प्रकार के आवेदन स्वीकृत नही किये जावेगा एवं ड्रफ्ट प्रपोजल अथवा सेक्शन आॅडर लाॅक करने का अवसर भी प्रदान नही किया जायेगा। उक्त तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नही करने पर संबंधित विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जायेगा। इसके लिए संस्था प्रमुख स्वतः जिम्मेदार होंगे। -
बेमेतरा : भारत सरकार, अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा कक्षा पहली से महाविद्यालयीन स्तर तक के मुस्लिम, इसाई, सिक्ख, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के नियमित अध्ययनरत विद्यार्थियों से अल्पसंख्यक प्री- मैट्रिक, पोस्ट मैट्रिक एवं मेरिट- कम- मीन्स के अंतर्गत नवीन एवं नवीनीकरण विद्यार्थियों से आॅनलाईन आवेदन 30 नवम्बर 2020 तक नेशनल स्काॅलरशिप पोर्टल (ूूूण्ेबीवसंतेीपचेण्हवअण्पद) पर आमंत्रित किये गये हैं।
जो विद्यार्थी प्रथम बार आवेदन करेंगे वे नवीन कहलायेंगे तथा जो विद्यार्थी 2019-20 में आवेदन किये और छात्रवृत्ति की राशि प्राप्त किये है वे नवीनीकरण कहलायेंगें।
नवीनीकरण विद्यार्थी हेतु तीनो योजनाओं के अंतर्गत न्यूनतम अंक प्राप्त करने की अनिवार्यता से छूट प्रदान की गई है, एवं स्वयं का आधार नम्बर हो, स्वयं का बैंक खाता हो (जो आधार से लिंक हो), मोबाईल नंबर हो एवं अभिभावक की वार्षिक आय प्री-मैट्रिक के लिये 1.00 लाख, पोस्ट मैट्रिक के लिये 2.00 लाख एवं मेरिट-कम-मीन्स के लिये 2.50 लाख से कम हो। आॅनलाईन आवेदन फार्म समस्त वेरीफिकेशन होने के उपरान्त आवेदन फाॅर्म संस्था द्वारा जमा किया जाना है।
जिन संस्थाओं में अल्पसंख्यक समुदाय के आॅनलाईन आवेदन किये जावेंगे, वे संस्थायें नेशनल स्काॅलरशिप पोर्टल में अपनी संस्था का लाॅगिन कर उक्त आवेदनों का वेरीफिकेशन करेंगे। वेरीफिकेशन के उपरान्त ही विद्यार्थी का आवेदन सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास बेमेतरा में 15 दिसम्बर 2020 तक जमा किया जाना है। कोई भी आवेदन विद्यार्थी अथवा अभिभावक द्वारा सीधे जिला कार्यालय में जमा नहीं लिया जावेगा। - बेमेतरा : छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी/कर्मचारियों के लिए 25 जनवरी 2021 से 01 फरवरी 2021 तक विभागीय परीक्षा निर्धारित किया गया है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जगदलपुर तथा अंबिकापुर संभाग के आयुक्त द्वारा नियत स्थानों पर विभागीय परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।जिले से विभागीय परीक्षा में बैठने के लिए इच्छुक विभागीय अधिकारी/कर्मचारी 26 दिसम्बर तक संबंधित संभागायुक्त कार्यालय में आवेदन प्रेषित कर सकते है। संबंधित अधिकारी/कर्मचारी परीक्षा के लिए विभाग अनुसार विषय का चयन कर सकते है।
- बेमेतरा : संचालयनालय स्वास्थ्य सेवायें, छ.ग. द्वारा विज्ञापित सीधी भर्ती के पद ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला (एएनएम) के आॅनलाईन प्राप्त आवेदनों की प्रारंभिक मेरिट सूची पर प्राप्त दावा आपत्ति के निराकरण उपरांत अनंतिम मेरिट सूची (घटते क्रम में) प्रकाशन एवं 01 अनुपात 03 में दस्तावेज सत्यापन हेतु संवर्गवार (अनारक्षित, अनु.जाति, अनु.ज.जाति, अपिव, भू.पू.सै., दिव्यांग) अभ्यार्थियों की सूची जिले की वेबसाईट www.bemetara.gov.in में एवं विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in में प्रकाशित कर दी गई है अभ्यार्थीगण/आवेदिका इस वेबसाइट पर सूची का अवलोकन कर सकते है।
- बेमेतरा : भारत सरकार द्वारा संचालनालय आयुष विभाग छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार धन्वंतरि जयंती को पंचम राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया गया जिसमें समस्त आयुष चिकित्सकों द्वारा भगवान धन्वंतरि का पूजन किए जाने के फलस्वरुप आयुर्वेद फॉर कोविड-19 पेंडेमिक विषय पर संगोष्ठी एवं औषधि पौधों एवं औषधीय द्रव्यों की प्रदर्शनी का आयोजन गत दिनों जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय बेमेतरा में किया गया।आयुर्वेद फॉर कोविड-19 पेंडेमिक विषय पर संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन जिला विपणन अधिकारी श्री बीएल.चंद्राकर की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।स्वागत भाषण का वाचन डॉ.यशपाल सिंह ध्रुव जिला आयुर्वेद अधिकारी बेमेतरा द्वारा किया गया एवं वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव में आयुर्वेद की महत्व पर प्रकाश डाले साथी ही रितुचर्या, दिनचर्या, रात्रिचर्या व आहार-विहार का पालन करते हुए दीर्घायु रहने के उपाय बताए गए।समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन के साथ कोविड-19 से बचाव हेतु आयुष काढ़ा का भी सेवन किये। इस कार्यक्रम में रोगियों का रक्त परीक्षण किया गया। आयुष विभाग के चिकित्सक डॉ.घना राम गायकवाड़, डाॅ.अतुल सिंह परिहार, डॉ.प्रदीप सिंह, डॉ. सतीश कुमार देवांगन एवं डॉ. भोजराम चंद्राकर द्वारा कोविड-19 महामारी हेतु आयुर्वेद विषय पर व्याख्यान दिया गया।डॉ.स्वाती शर्मा, डॉ स्मिता श्रीवास्तव, डॉ.लतिकारानी देवांगन व हेमलता मरकाम द्वारा भगवान धन्वंतरी की रंगोली बनाई गई। डॉ. स्वाती शर्मा. डॉ स्मिता श्रीवास्तव, लतिकारानी देवांगन द्वारा कोविड-19 से बचाव हेतु प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किया गया।डॉ स्मिता श्रीवास्तव एवं डॉ लतिकारानी देवांगन द्वारा आयुर्वेद फार्मसिस्टों के लिए प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें विजेता को सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम में जिले के सभी चिकित्सक एवं कर्मचारी व कार्यालय स्टाफ द्वारा सहयोग दिए गए। आभार प्रदर्शन जिला आयुर्वेद अधिकारी द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ. पंकज दुबे द्वारा किया गया।