- बलरामपुर : जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी.एक्का ने बताया कि कोविड-19 के कारण समस्त शिक्षण संस्थाओं को बंद रखा गया है एवं विद्यार्थियों को शाला में प्रवेश के दौरान स्थानीय निधियां जैसे एएफ, पीबीएफ, स्काउट, रेड क्रास तथा शाला विकास शुल्क आदि शासन के निर्देशानुसार नहीं लिये जाने हेतु समस्त शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देशित किया गया है।
किन्तु कुछ संस्थाओं में शिकायत प्राप्त हो रही है कि विद्यार्थियों से शाला में प्रवेश के दौरान स्थानीय निधियों का शुल्क संस्थाओं के द्वारा लिया गया है। पूर्व में समस्त संस्था प्रमुखों को निर्देशित किया गया था, कि विद्यार्थियों से शाला में प्रवेश के दौरान स्थानीय निधियों का लिया गया शुल्क तत्काल विद्यार्थियों को वापस करना सुनिश्चित करें।
किन्तु अभी भी कुछ संस्थाओं से स्थानीय निधियों का लिया गया शुल्क वापस नहीं किया गया है। ऐसे संस्था प्रमुखों को सचेत किया जाता है कि शुल्क वापस नहीं करने एवं शिकायत प्राप्त होने पर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जावेगी। - नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर की कार्यवाही
बलरामपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जा रही है। धान खरीदी की प्रक्रिया में राईस मिलों की भी भूमिका होती है तथा उनके द्वारा धान का उठाव कर मीलिंग का कार्य किया जाता है। मिलर समय पर धान का उठाव करें तथा बारदाना उपलब्ध करवाएं एवं उनके द्वारा नियमों के अनुरूप मिल का संचालन हो।
इस आशय से कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित करते हुए कहा था कि राईस मिलों की भी सयम-समय पर जांच की जाये। इसी क्रम अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री अजय किशोर लकड़ा तथा खाद्य अधिकारी श्री शिवेन्द्र काम्टे ने विकासखण्ड बलरामपुर के झलपी स्थित मां संतोषी राईस मिल की जांच की।
जांच के दौरान भौतिक सत्यापन में उन्होंने पाया कि कुल 11 हजार 9 सौ क्विंटल धान मिल को प्राप्त हो चुका है तथा जमा योग्य चावल में से 499 क्विंटल चावल स्टाॅक में कम पाया गया। साथ ही जांच दौरान बी-1 पंजी का अपूर्ण होना पाया गया तथा 15 दिसम्बर 2020 के बाद इन्द्राज भी नहीं किया गया।
अनुविभागीय अधिकारी श्री लकड़ा ने बताया की राईस मिलर द्वारा कार्यालय कलेक्टर जिला बलरामपुर में कस्टम मिलिंग संबंधी मासिक विवरणी प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है तथा धान उपार्जन केन्द्र चान्दों में टैगिंग अनुसार राईसमिल से 9 हजार 939 नग पुराना बारदाना दिया जाना शेष है।
माॅ संतोषी राईस मिल झलपी बलरामपुर का उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की कंडिका का स्पष्ट उल्लंघन है जो आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 07 के तहत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है तथा जांच प्रतिवेदन कार्यालय कलेक्टर को प्रस्तुत किया गया है। - शासन के मछुआ नीति का होगा शत् प्रतिशत क्रियान्वयन:- श्री निषाद
बलरामपुर : सरगुजा संभाग के प्रवास में आये छत्तीसगढ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम.आर. निषाद 12 जनवरी को बलरामपुर-रामानुजगंज जिला पहुंचकर मछुआ कृषक सम्मेलन में शामिल हुए।छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष ने मछुआ सम्मेलन में समाज के पदाधिकारियों से मुलाकात कर मछुआ समाज के समस्याओं, मांगों सहित मछुआ कल्याण बोर्ड के उद्देश्यों के अंतर्गत मछुआरों को शासन के कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने एवं मछुआरा वर्ग के कल्याण तथा विकास के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने कहा कि मछुआ समाज का मछली पालन पैतृक व्यवसाय है इसका मछुआ समाज को अधिकार मिलना चाहिए। मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री निषाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मछुआरों के हित में जो नीति बना है उसे पूरा करने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि मछली पालन नीति में जो भी कमी है मछुआ समाज के पदाधिकारियों से चर्चा कर उसका निराकरण किया जाएगा तथा मछुआ वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति को इसका लाभ मिले एवं शासन के मछुआ नीति का शत् प्रतिशत क्रियान्वयन हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को मछुआरों के कल्याण की दिशा में हर संभव मदद करने हेतु निर्देशित किया। सम्मेलन में मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एम.आर. निषाद के द्वारा 31 मत्स्य पालकों को जाल का वितरण भी किया गया।
मछुआ सम्मेलन कार्यक्रम में श्री हरीशंकर निषाद, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्री राजेन्द्र सिंह, विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित मत्स्य पालक उपस्थित थे। - बलरामपुर : गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2021 के मुख्य समारोह का आयोजन जिला मुख्यालय बलरामपुर के स्टेडियम ग्राउण्ड में गरिमानुकूल हो, इसके तैयारी के लिए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जिले के सर्व कार्यालय प्रमुखों को कार्य एवं दायित्व सौंपा है।
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2021 के गरिमापूर्ण आयोजन के लिए संयुक्त जिला कार्यालय भवन में जिला स्तर के अधिकारियों की आवश्यक बैठक कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।कलेक्टर ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के दृष्टिगत समस्त समारोह को सोशल डिस्टेंसिंग एवं भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देर्शांे का कड़ाई से पालन करते हुए आयोजित करने संबंधी दिशा निर्देश दिये।
उन्हांेने सभी अधिकारियों से राष्ट्रीय ध्वज अधिनियम अनुरूप अपने-अपने कार्यालयों में ध्वजारोहण तथा सभी अधिकारियों से कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु दिये गये कार्य एवं दायित्वों का निर्वाहन जिम्मेदारी पूर्वक करने को कहा।कलेक्टर श्री धावड़े ने सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं सर्व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए तहसील, विकासखण्ड एवं पंचायत स्तर पर भी शासन द्वारा जारी निर्देर्शों का कड़ाई से पालन करते हुए कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश दिये। - बलरामपुर : बलरामपुर-रामानुजगंज जिले अंतर्गत कोविड-19 से बचाव व रोकथाम के लिए कोविड-19 टीकाकरण जिला अस्पताल बलरामपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामानुजगंज तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी में 16 जनवरी 2021 को प्रारंभ किया जा रहा है।
जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में पंजीकृत सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोविड-19 का टीका लगाया जायेगा। राज्य शासन से निर्देश प्राप्त होने पर चिन्हांकित कोविड-19 वैक्सीनेशन सेन्टर में टीकाकरण प्रारंभ कर दिया जायेगा। कोविड-19 टीकाकरण हेतु जिला स्तर पर सभी तैयारियां पूर्ण कर सेशन साइट चिन्हित कर लिये गये है। माॅक-ड्रील का आयोजन कर तैयारियों का पूर्व अभ्यास पूर्ण किया गया है। - बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्यिक कर(आबकारी) विभाग के निर्देशानुसार बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के समस्त मदिरा दुकानों के संचालन का समय प्रातः 09.00 बजे से रात्रि 09.00 बजे तक निर्धारित किया गया है। उक्त निर्धारित समय अनुसार मदिरा दुकान संचालन का कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है।
- वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय से महिलाओं की बढ़ी आय
बलरामपुर : राज्य शासन के मंशानुरूप कृषकों तथा पशुपालकों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गई है। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुपालकों से 2 रूपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है।
जिले के छः विकासखण्डों के 100 गौठानों में पशुपालकों तथा कृषकों से गोबर खरीदा जा रहा है तथा गोबर से महिला समूह वर्मी कंपोस्ट भी तैयार कर रही हंै।गोधन न्याय योजना से ग्रामीणों को आर्थिक लाभ तो हो ही रहा है साथ ही साथ जैविक खाद के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति में भी वृद्धि हो रही है।
जिले में गोधन न्याय योजना की मूल संकल्पना को विस्तार देते हुए छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित समुदाय आधारित स्थायी कृषि परियोजना से गांवों में भी जैविक कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है।जिले में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत 36 हजार 164.62 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है तथा 233.3 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है।
रसायनों के अत्यधिक प्रयोग से भूमि की उर्वरता नष्ट होने से फसल की उत्पादकता पर असर पड़ता है। फसलों में रसायनों के अधिक और अनियंत्रित प्रयोग के अनेकों नुकसान हैं कालान्तर में इसके परिणाम भयावह हो सकते हैं।
राज्य शासन द्वारा कृषि कार्यों में परम्परागत पद्धतियों तथा गोबर खाद के प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सुराजी गांव योजना तथा गोधन न्याय योजना की शुरूआत की गई। गांव में लम्बे से चली आ रही कृषि प्रणाली समावेशी विकास के सिद्धान्तों पर आधारित है जिसे पुर्नजीवित करने का सफल प्रयास किया जा रहा है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के साथ ही समुदाय आधारित स्थायी कृषि परियोजना के अंतर्गत गांव-गांव में जैविक खेती का रकबा बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
शासन के विभिन्न विभागों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग गौठानों में सामुदायिक बाड़ियों तथा उद्यानों में वृक्षारोपण हेतु किया जा रहा है। वहीं ग्रामीण महिला कृषक अपने खेतों तथा घरों की बाड़ियों में भी जैविक खाद का प्रयोग कर रही हैं।
वर्तमान में गौठान में 751.20 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट की पैकिंग की जा रही है तथा 35 हजार 360.12 क्विंटल गोबर वर्मी टांका में कम्पोस्ट के लिए प्रक्रियाधीन हैं। वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने में 100 स्व-सहायता समूह की 736 महिलाएं जुड़ी हुई है तथा खाद विक्रय से अच्छी आय प्राप्त कर रही है। गोधन न्याय योजना में समूह की महिलाएं तथा ग्रामीण कृषक महिलाओं की भागीदारी से जैविक खेती का रकबा बढ़ा है। महिलाओं द्वारा गांव-गांव में गोबर खरीदी तथा जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए जनजागरूकता रैली का भी आयोजन किया जा रहा है। - पर्यटन स्थलों को व्यवस्थित, साफ-सुथरा तथा नैसर्गिकता बनाये रखने के लिए उठाएं आवश्यक कदम-कलेक्टर
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की अध्यक्षता में संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक आयोजित की गई। समय-सीमा में लंबित प्रकरणों के बारे में चर्चा करते हुए विभागीय अधिकारी से जानकारी लेकर इसका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिये।उन्होंने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से बारदानों की उपलब्धता के बारे में जाना तथा उचित मूल्य दुकानों से बारदानों का उठाव करने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन, नामांतरण-बांटवारा, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास के क्रियान्वयन के संबंध में विभागीय अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में की जा रही तैयारियों पर चर्चा की तथा समस्त विभागों को टीकाकरण के कार्य में वांछित सहयोग उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
उन्होंने जिले के पर्यटन केन्द्रों की साफ-सफाई तथा व्यवस्थित करने के दृष्टिकोण से कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वित करने को कहा। कलेक्टर ने विभिन्न विकासखण्डों से नवीन राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों का निराकरण कर समय पर जारी करने के लिए जिला खाद्य अधिकारी की सराहना की।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने जिला शिक्षा अधिकारी से मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत वर्तमान में दिये जा रहा सूखा राशन छात्रों को नियमित रूप से मिल रहा है या नहीं इसकी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि छात्रों को निर्धारित मात्रा में तथा गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ मिले यह सुनिश्चित किया जाये, साथ ही मध्यान्ह भोजन के राशन वितरण की सूचना जनप्रतिनिधियों को भी दी जाये। उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से कहा कि स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं के विकास तथा तथा उपकरणों की खरीदी के लिए जीवन दीप समिति के माध्यम से आबंटित राशि का सदुपयोग हो यह सुनिश्चित करें।
साथ ही समय-समय पर स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले। स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन किसी भी प्रकार का लापरवाही न हो अन्यथा जिम्मेदारी तय कर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री धावड़े ने मनरेगा की समीक्षा करते हुए सृजित मानव दिवस की जानकारी ली तथा काम के आभाव में पलायन तो नहीं हो रहा है इस बारे में पूछा। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए किये जा रहे चरणबद्ध तैयारियों की जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री बसंत कुमार सिंह ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए माॅक ड्रील किया गया है तथा जिले में तीन स्थानों पर वैक्सीनेशन सेन्टर बनाया जायेगा। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों से टीकाकरण में आपेक्षित सहयोग करने को कहा ताकि व्यवस्थित रूप से लोगों को टीका लगाया जा सके।
तत्पश्चात उन्होंने 22 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले शिशु संरक्षण माह के संबंध में भी जानकारी अधिकारियों से साझा करते हुए कहा कि इस दौरान बच्चों को महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से विटामिन ए की दवाई दी जायेगी।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने बैठक में राजस्व अधिकारियों से जिले के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को व्यवस्थित, साफ-सुथरा तथा उसकी नैसर्गिकता बनाये रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। पर्यटन स्थलों में आगंतुकों द्वारा भ्रमण के दौरान पाॅलिथीन तथा अन्य सामग्रियों के उपयोग पर्यावरण के दूषित होने का खतरा बना रहता है।
ग्राम पंचायतों के माध्यम से पर्यटन स्थलों के रख-रखाव तथा साफ-सफाई व्यवस्था की निगरानी की जाये। उन्होंने उद्योग विभाग द्वारा औद्योगिक संगोष्ठी के सफल आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि जो भी उद्यमी जिले में उद्योग स्थापना के इच्छुक हैं उन्हें हर संभव मदद प्रदान किया जाये।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री विजय कुमार कुजूर, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैंकरा, श्री बालेश्वर राम, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित कार्यालय प्रमुख उपस्थित थे। - बलरामपुर : राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत टीबी की उच्च जोखिम समूहों में सघन खोज अभियान ’टीबी हारेगा देश जीतेगा’ का आयोजन किया जाना है।जिसके तहत् स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सभी विकासखण्डों में 11 जनवरी से 29 जनवरी 2021 तक टीबी के संभावित मरीज हेतु सघन खोज अभियान कार्यक्रम संचालित किया जाएगा।
इस संबंध में जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी बलरामपुर ने जानकारी दी है कि किसी आम नागरिक को टीबी से संबंधित शिकायत हो तो मुफ्त जांच, मुफ्त इलाज के तहत् जिले में संचालित किसी भी निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क कर सकते हैं। - समर्थन मूल्य में 31 मई तक किसान बेच पायेंगे अपना मक्का
बलरामपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए जिले में समर्थन मूल्य में मक्का खरीदी रामानुजगंज समिति से प्रारंभ हो चुका है। इसी क्रम में विकासखंड राजपुर के धान खरीदी केंद्र राजपुर तथा विकासखंड शंकरगढ़ के धान खरीदी केंद्र जमड़ी में संसदीय सचिव तथा सामरी विधायक श्री चिंतामणि महाराज ने मक्का खरीदी कार्य की विधिवत शुरुआत की। ज्ञातव्य है कि वर्तमान खरीफ वर्ष के लिए 31 मई 2021 तक समर्थन मूल्य में मक्के की खरीदी की जायेगी।
इस दौरान संसदीय सचिव श्री चिंतामणि महाराज ने उपस्थित किसानों तथा जनसमूह को संबोधित करते हुए किसानों के लिए शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने विकासखंड राजपुर के धान खरीदी केंद्र राजपुर एवं जमड़ी पहुंचकर पूजा-अर्चना पश्चात् मक्का तौल कर खरीदी कार्य प्रारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि तमाम अड़चनों के बाद भी किसानों के हितों की रक्षा करते हुए उनकी आय बढ़ाने के लिए शासन द्वारा महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। समर्थन मूल्य में मक्का खरीदी का यह निर्णय राज्य सरकार का किसानों के प्रति भलाई की भावना तथा संकल्प को प्रदर्शित करता है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के कृषक बड़ी संख्या में मक्के की फसल लेते हैं तथा खुले बाजार में उन्हें उचित दाम नहीं मिलने पर औने-पौने दाम में अपनी उपज बेचनी पड़ती थी। लेकिन अब समर्थन मूल्य में खरीदी होने से उन्हें उपज का सही मूल्य मिल जाएगा। इसके पश्चात उन्होंने विकासखंड शंकरगढ़ के धान खरीदी केंद्र जमड़ी में भी मक्का खरीदी का कार्य प्रारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कृषकों से मक्के को पूर्णतः सुखाकर उसका सैम्पल खरीदी केन्द्र में जमा करने को कहा ताकि निर्धारित मानकों के अनुरूप पाये जाने पर ही मक्के की खरीदी हो।
नमीयुक्त मक्का उपार्जन केन्द्र में न लाएं क्योंकि मक्के में लंबे समय तक नमी धारण करने की क्षमता होती है, अतः इसका भण्डारण नहीं किया जा सकता। मक्का उत्पादन करने वाले कृषकों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह पहला मौका है जब समर्थन मूल्य में हम अपना मक्का बेच पायेंगे। कृषकों ने इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए शासन प्रशासन का धन्यवाद दिया।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर श्री आर.एस.लाल, कुसमी श्री दीपक निकुंज, जिला खाद्य अधिकारी श्री शिवेन्द्र कामटे, जिला प्रबंधक नान श्री आर.एन. सिंह, गणमान्य नागरिक सहित अधिकारी/कर्मचारी एवं कृषकगण उपस्थित थे। - समावेशी विकास, आत्मनिर्भर एवं परिपक्व अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए प्रशासन की पहल
बलरामपुर : समावेशी विकास, आत्मनिर्भर एवं परिपक्व अर्थव्यवस्था के निर्माण हेतु जिले की क्षमताओं एवं प्राकृतिक संसाधनों का पूर्ण सदुपयोग करने तथा उद्यमी एवं उद्यमिता विकास और निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से औद्योगिक संगोष्ठी आयोजित की गई।
संगोष्ठी में जिले में उद्यमिता विकास के लिए संभावनाओं, औद्योगिक नीति 2019-24 के माध्यम से उद्योगों के विकास के लिए दी जाने वाली सहायता की विस्तृत जानकारी निवेशकों, युवाओं तथा उद्यमियों से साझा की गई।
संसदीय सचिव तथा सामरी विधायक श्री चिंतामणि महाराज, सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के उद्बोधन के साथ ही संगोष्ठी की शुरुआत हुई।संगोष्ठी में सिटकॉन के एमडी श्री पी के निमोणकर द्वारा नई औद्योगिक नीति 2019-24 के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए औद्योगिक विकास के लिए इसमे किये गए प्रावधानों तथा उद्यमियों को मिलने वाले लाभ के बारे में बताया। बलरामपुर में औद्योगिक विकास में अपार संभावनाएं है तथा इन्हीं संभावनाओं को अवसर में तब्दील करना ही संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य है।
संगोष्ठी में सीमावर्ती राज्यों तथा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में उद्यमी तथा निवेशक पहुंचे थे। यह पहला मौका था जब जिले में निवेशकों तथा उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए संगोष्ठी आयोजित की गई है।
उदबोधन सत्र में विधायक श्री चिंतामणि महाराज ने कहा कि बड़े उद्योगों से क्षेत्रवासियों को रोजगार मिलता है तथा उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। किन्तु बलरामपुर की भौगोलिक आवश्यकताओं तथा संसाधनों को देखते हुए कुटीर उद्योगों जैसे मसाला उद्योग, परम्परागत बांस शिल्प तथा स्थानीय संसाधनों पर आधारित उद्योगों को बढ़ावा दिया जाए।
साथ ही इन्हें बैंक से आसानी से ऋण उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाए। विधायक श्री चिन्तामणी महाराज ने कहा कि शासन के मंशानुरूप ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लघु कुटीर उद्योगों का महत्वपूर्ण स्थान हो सकता है इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।
परम्परागत तथा वनों पर आधारित उद्योगों में अपार संभावनाएं हैं तथा इन कार्यों में संलग्न कुशल व्यक्तियों को महत्व देना चाहिए ताकि हमारे ट्रेडिशनल नॉलेज का फायदा समाज को मिले। बड़े उद्योग जहां एक ओर रोजगार और आर्थिक स्थिति में सुधार लाते हैं वही कुटीर उद्योग में एक भावनात्मक पक्ष होने के साथ-साथ आजीविका के प्रारंभिक स्रोत के रूप में स्थापित है इसमें केवल मार्केटिंग की आवश्यकता है ताकि उनके द्वारा तैयार माल को आसानी से बाजार मिल पाए।
सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पति सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि समय के साथ जिले ने विकास का लम्बा रास्ता तय किया है लेकिन अभी भी संभावनाओं की कमी नहीं है। उन्होंने औद्योगिक विकास के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सूरजपुर स्थित शक्कर कारखाना के निर्माण से आसपास के क्षेत्रों का विकास हुआ है तथा गन्ना कृषक आर्थिक रूप से सबल हुए हैं।
विधायक श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान औद्योगिक नीति में शासन ने उद्योगों के विकास के लिए उद्यमियों को अनेक सुविधाएं प्रदान की है तथा आर्थिक सहयोग के भी प्रावधान किये गये हैं। उद्यमियों के लिए अनुदान, स्टाम्प शुल्क, बिजली बिल में छुट तथा एकल खिड़की की व्यवस्था की है
जिसमें एक ही स्थान पर उद्यमियों के सभी कार्य हो जाते हैं। जो भी निवेशक जिले में नये उद्योग की स्थापना करना चाहते हैं उन्हें शासन/प्रशासन का पूर्ण सहयोग किया जायेगा। इसके पश्चात कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने जिले की आधारभूत जानकारी देते हुए कहा कि जिले की अधिकांश आबादी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर हैं। यहां मक्का, सरसों, वनोपज के साथ ही उद्यानिकी फसलों की प्रचुरता है इसलिए खाद्य प्रसंस्कण के क्षेत्र को संभावना के रूप में चिन्हित किया गया है।
उन्होंने उद्यमियों से कहा कि ग्रामीण अर्थव्यस्था की मजबुती से लेकर जिले में औद्योगिक विकास हेतु प्रशासन पूर्ण सहयोगी की भूमिका में है। जिले में शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार के साथ ही औद्योगिक विकास भी प्रशासन की प्राथमिकता में है, अतः उद्यमियों की हर संभव मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि उद्योग विकास से जिले को नई पहचान मिलेगी और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे तथा प्रशासन इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य भी कर रहा है।
पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि बलरामपुर में उद्योग का विकास द्रुत गति से होगा क्योंकि यहां कच्चे माल की सहज उपलब्धता है तथा परिवहन लागत में भी कमी आयेगी। उन्होंने उद्यमियों से कहा सुरक्षा के दृष्टिकोण से उद्योग स्थापित करने में कोई समस्या नहीं है तथा पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिलेगा। जिले में उद्योगों की संभावना तथा नई औद्योगिक नीति की उद्यमियों को दी गई जानकारीराज्य शासन के द्वारा गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की थीम पर औद्योगिक नीति 2019-24 तैयार किया गया है।
संगोष्ठी में सिटकाॅन के एम.डी. श्री पी.आर. निमोणकर द्वारा औद्योगिक नीति तथा मांग आधारित संभावनाओं के आधार पर स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर उद्योगों के स्थापना की जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि जिला औद्योगिक विकास के लिए ‘‘द’’ श्रेणी में आता है इसलिए अन्य जिलों की अपेक्षा यहां उद्योग स्थापना के लिए अधिक सहायता प्रदान की जायेगी। श्री निमोणकर ने औद्योगिक नीति 201़9-24 के अंतर्गत उद्योग स्थापना पर दिये जाने वाले विभिन्न अनुदानों तथा आर्थिक सहयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जिले में कृषि तथा उद्यानिकी आधारित खाद्य प्रसंस्कण की अपार संभावनाएं हैं तथा इससे जुड़े विभिन्न उद्योगों और उनके सह उत्पादो ंके बारे में जानकारी दी तथा इसे लगाने हेतु शासन से मिलने वाले सहयोग के बारे में बताया। श्री निमोणकर ने उद्यमियों के सवालों के जवाब भी दिये तथा किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए सम्पर्क करने को कहा। इस दौरान जिले के विभिन्न विभागों द्वारा उद्यमियों तथा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए विभागीय योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी गई।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रवेश पैकरा, डिप्टी कलेक्टर श्री बालेश्वर राम, सहायक संचालक उद्यान श्री पतराम सिंह, उपसंचालक कृषि श्री अजय अनंत, जिला अग्रणी बैंक अधिकारी श्री आर.के.नायक सहित अधिकारी और विभिन्न राज्यों तथा जिले से आये उद्यमी उपस्थित थे। - आई ओटी के बनने से जिला चिकित्सालय में ही होगा आंखों का ईलाज
बलरामपुर : जिला चिकित्सालय बलरामपुर में बहुप्रतीक्षित आई ओ.टी. का अंततः शुभारंभ हो गया तथा शुभारंभ के साथ आई सर्जन डाॅक्टर रजत टोप्पो की अगुआई में 10 महिला तथा 5 पुरूषों कुल 15 लोगों का मोतियाबिन्द का सफल आॅपरेशन किया गया।
जिला चिकित्सालय में आने वाले आॅख के रोगियों को बेहतर ईलाज तथा आॅपरेशन के लिए जिले से बाहर जाना पड़ता था किन्तु अब नेत्ररोग विशेषज्ञ की पदस्थापना तथा आई ओ.टी के निर्माण से लोगों की यह समस्या दूर हो चुकी है।कलेक्टर श्री श्याम धावड़े की पहल पर जिला खनिज न्याय निधि मद से नेत्र रोगियों के लिए आॅपरेशन थियेटर का कार्य शीर्घ पूर्ण हो पाया तथा अब लोगों के ईलाज की भी शुरूआत हो गई है।
नेत्र रोग विशेषज्ञ तथा सर्जन डाॅक्टर रजत टोप्पो ने बताया कि मोतियाबिन्द धीरे-धीरे आपके देखने की क्षमता को प्रभावित करता है। मोतियाबिन्द से ग्रसित व्यक्ति में रात को कम दिखाई देना, धुंधलापन तथा दृष्टि में हानि जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखाई देने पर प्रशिक्षित नेत्र चिकित्सक से सलाह लें। मोतियाबिन्द का ईलाज संभव है इससे घबराने की जरूरत नही है तथा ईलाज उपरांत आॅखों की समस्या दूर हो जाएगी।
विकासखण्ड वाड्रफनगर के रघुनाथनगर से आॅपरेशन मोतियाबिन्द का आॅपरेशन कराने आई बासमति ने बताया आॅखे कितनी महत्वपूर्ण होती है यह तो देखने वाला ही बता सकता है।आॅखों से धुंधला दिखाई देने के कारण मैने चिकित्सकों से सलाह ली तब उन्होंने बताया कि मुझे आॅपरेशन की जरूरत है। पहले जिला अस्पताल में आॅपरेशन की सुविधा नहीं थी लेकिन अब यहां आॅपरेशन होने से परेशानियां दूर हुई है।
आॅखों के ईलाज के लिए अब बाहर जाने की जरूरत नहीं है तथा मेरे आॅखों का सफल आॅपरेशन हो चुका है, उन्होंने डाॅक्टरों तथा उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया है। बासमति बताती हैं कि डाॅक्टरों तथा उनका सहयोगियों की सेवा भावना तथा सौम्य व्यवहार से ही मेरा मनोबल बढ़ा तथा भय दूर हुआ है।
आॅखों के आॅपरेशन के बाद मुझे अब कोई परेशानी नहीं हो रही है। डाॅक्टरों के सलाह अनुसार सभी सावधानियों का पालन कर रही हुं। आई ओ.टी. के बनने से क्षेत्रवासियों को अब आंख से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए दूसरे शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा और मोतियाबिंद जैसी बीमारियों का सफल ऑपरेशन जिला चिकित्सालय में ही संभव हो पाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅक्टर बसंत सिंह ने बताया मोतियाबिन्द के मरीजों का चिन्हांकन किया गया है आने वाले दिनों में उनका आॅपरेशन कर उन्हें लाभान्वित किया जायेगा। साथ ही ओ.पी.डी. के माध्यम से नेत्र रोग विशेषज्ञ मरीजों का ईलाज कर रहे हैं।
डाॅक्टरों की टीम में डाॅ रजत टोप्पो के साथ डाॅक्टर विवेक सिंह तथा डाॅक्टर रूद्रमणी खेस्स तथा आॅपथैलेमिक असिस्टेट शामिल थे। - 14 जनवरी तक अभ्यर्थी कर सकते हैं दावा प्रस्तुत
बलरामपुर : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक(महिला) के रिक्त पदों की पूर्ति हेतु अनुमति उपरांत संचालनालय द्वारा जारी आदेश के तहत महिला/बहुउद्देश्य कार्यकर्ता के रिक्त पदों हेतु विज्ञापन प्रकाशित कर आॅनलाईन आवेदन विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in पर आमंत्रित किये गये थे।
तत्पश्चात संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें रायपुर से प्राप्त सूची का परीक्षण चयन समिति का बैठक आयोजित कर किया गया। परीक्षण उपरांत मेरिट सूची तैयार कर अभ्यर्थियों के अवलोकन एवं दावा आपत्ति हेतु जिले के वेबसाईट www.balrampur.gov.in पर सूची का प्रकाशन 12 अक्टुबर 2020 को कराते हुए 18 अक्टूबर 2020 तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी।
दावा आपत्ति का निराकरण कर चयन समिति द्वारा मेरिट सूची जारी किया गया। इसके पश्चात दस्तावेजों का सत्यापन कर पात्र/अपात्र सूची जारी की गई है।यदि किसी अभ्यर्थी को पात्र/अपात्र सूची के संबंध में दावा आपत्ति करना हो तो 14 जनवरी 2021 को शाम 5.30 बजे तक ई-मेल आई डी [email protected] में दावा आपत्ति प्रस्तुत कर सकते है। समयावधि के पश्चात एवं अन्य माध्यम से प्रस्तुत दावा आपत्ति पर विचार नहीं किया जायेगा। - वाहन का मालिकाना हक रखने वाले व्यक्ति 10 दिनों के अन्दर कर सकते है दावा
बलरामपुर : कार्यालय वनमण्डलाधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक महिन्द्रा पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 13 एल 3770 के द्वारा अवैध रूप से साल प्रजाति का चिरान कुल 05 नग अर्थात 0.319 घन मीटर का अवैध परिवहन करते समय वन परिक्षेत्राधिकारी रामानुजगंज के द्वारा जब्त किया गया तथा वन अपराध प्रकरण क्रमांक 16843/05 02 अक्टूबर 2019 जारी किया गया।
प्रकरण में राजसात की कार्यवाही की जा रही है है। इस जब्त वाहन क्रमांक सीजी 13 एल 3770 के मालिकाना रखने वाले व्यक्ति अधोहस्ताक्षरकर्ता अधिकारी से सम्पर्क कर अपना दावा 10 दिवस के अन्दर पेश कर सकते हैं। ज्ञात हो उक्त वाहन के राजसात की कार्यवाही जारी है। - बलरामपुर : कृषि विभाग द्वारा पोषक अनाज वाले फसल रागी को बढ़ावा देने हेतु पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान खरीफ वर्ष 2020 में 2 हजार 200 हेक्टेयर क्षेत्र में रागी फसल लगवाया गया था। पोषक अनाज वाले क्षेत्र को बढ़ाने हेतु विभाग निरंतर अपने प्रयास में सक्रिय है।
इस हेतु विभाग के मैदानी कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में रागी फसल को बढ़ावा देने हेतु इसके उपयोग तथा खेती के संबंध में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं, फसल का रकबा बढ़ाने हेतु कृषकों के प्रोत्साहन के लिए विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाओं द्वारा प्रदर्शन के माध्यम से बीज वितरण कर रागी फसल लगाया जाता है।
जिसका परिणाम इस वर्ष खरीफ में देखने को मिला। जहां जिला में विगत वर्षों में सीमित क्षेत्रों मे रागी की परम्परागत खेती होती थी, जो वर्तमान वर्ष में बढ़कर 2 हजार 200 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। यह विभाग के लिए एक सुखद पहल है जिसके परिणाम स्वरूप कृषि विभाग के साथ राज्य में भी जिले को एक अलग पहचान मिली है।
राज्य स्तर पर संचालक कृषि से बलरामपुर जिले में रागी फसल की संभावना को देखते हुए वर्तमान में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना अंतर्गत पोषक अनाज रागी फसल की क्षेत्र विस्तार हेतु बीज उत्पादन कार्यक्रम जायद में 81 हेक्टेयर का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।
जिसके क्रियान्वयन हेतु 06 जनवरी 2021 को उप संचालक कृषि के प्रशिक्षण कक्ष में पोषण अनाज को बढ़ावा देने के लिए ‘‘राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन’’ योजना अंतर्गत जायद मौसम में रागी फसल प्रदर्शन एवं बीज उत्पादन कार्यक्रम हेतु मास्टर टेªनर के माध्यम से ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, बीटीएम, एटीएम एवं कृषक मित्रों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।जिसमें जिला के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रवेश पैंकरा, उपसंचालक कृषि श्री अजय अनन्त, विषय वस्तु विशेषज्ञ श्री पाण्डु राम पैंकरा एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री जी.पी. खाण्डेकर उपस्थित थे। - बलरामपुर : जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी श्री एन. खलखो ने बताया कि बलरामपुर जिले के निष्प्रयोज्य भण्डार सामग्रियों की नीलामी 15 जनवरी 2021 दिन शुक्रवार को कार्यालयीन समय में नगर सेना कार्यालय बलरामपुर स्थित होमगार्ड कैम्प परिसर में किया जाना है।
निष्प्रयोज्य घोषित सामग्रियों में होमगार्ड जवानों की वर्दी सामग्री जैसे बूट एंकल, जंगल बूट, शर्ट खाखी काॅटन, फुलपेंट खाखी काॅटन, शर्ट टेरीकाट, फुलपेंट टेरीकाट, बरसाती मय टोप्पी, जर्सी खाखी, अंगोला शर्ट, हाफ पैन्ट, मोजा नायलोन, कैप बैरेट उल, मोजा जोड़ उनी कंबल, दरी, मच्छरदानी काॅटन, ग्राउण्ड शीट, ब्राउन पी.टी. शू, मच्छरदानी नायलोन, स्क्वायर मैट्रेस, केन, लाईन बेडिंग, बेल्ट लेदर काला, आॅफिस चेयर, आॅफिस टेबल सम्पूर्ण सामग्री एक ही लाट में नीलामी की जावेगी।
इच्छुक खरीददार नीलामी तिथि के एक दिन पूर्व कार्यालयीन समय में आकर नीलामी की जाने वाली सामग्री को देख सकेंगे। प्रत्येक खरीददार को बोली लगाने के पूर्व राशि रूपये 1 हजार मात्र प्रतिभूति के रूप में जमा करना अनिवार्य होगा। जिस खरीददार की बोली स्वीकार नहीं होगी उन खरीददार की जमा राशि वापस कर दी जायेगी।
खरीददार की उच्चतम बोली पर्यवेक्षक अधिकारी के द्वारा स्वीकार किये जाने पर सम्पूर्ण राशि जमा कर उसी दिन ही सम्पूर्ण सामग्रियों को उठाना होगा। बोली लाॅट मे जहां है जितना है के आधार पर स्वीकार होगी। नीलामी बोली की स्वीकृत अथवा अस्वीकृति के सम्पूर्ण अधिकारी नीलामी कमेटी की होगी। - जिले के 19 हजार 863 कृषक समर्थन मूल्य में बेचेंगे मक्का
बलरामपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए कृषि उपज मंडी रामानुजगंज में किसानों से समर्थन मूल्य में मक्का की खरीदी की शुरूआत की गई।सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पति सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने तराजू की पूजा अर्चना तथा मक्का तौलकर खरीदी का कार्य विधिवत प्रारंभ किया।
राज्य शासन के मंशानुरूप जिले में मक्का के पैदावार को देखते हुए मक्का खरीदी का कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है तथा माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिला प्रवास के दौरान अधिकारियों को शीघ्र मक्का खरीदी का प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा वर्तमान खरीफ वर्ष के लिए जिले के किसानों से मक्का खरीदी का कार्य प्रारंभ किया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए बलरामपुर-रामानुजगंज, छत्तीसगढ़ का पहला जिला है जहां मक्का खरीदी की शुरूआत की गई है।जिले के 19 हजार 863 पंजीकृत कृषकों से मक्के की खरीदी 31 मई 2021 तक की जायेगी। मक्का उत्पादन कर रहे कृषकों द्वारा इस दौरान अपना अनुभव अधिकारियों के साथ साझा किया गया।
कृषि उपज मंडी रामानुजगंज में मक्का खरीदी के लिए समिति प्रबंधक तथा विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर मक्का खरीदी का कार्य प्रारंभ किया गया है।नागरिक आपूर्ति निगम के गुणवत्ता निरीक्षक ने कहा की प्रति एकड़़ 10 क्ंिवटल मक्के की खरीदी की जायेगी तथा मक्के की गुणवत्ता के जांच उपरांत ही खरीदी होगी। नमीयुक्त मक्के की खरीदी नहीं की जायेगी अतः किसान मक्के को अच्छे से सूखा कर सैम्पल जांच के लिए मंण्डी लाये।
जांच में नमी की मात्रा सही पाये जाने पर ही मक्का खरीदा जायेगा। मक्का बेचने आए किसानों से चर्चा करते हुए विधायक श्री बृहस्पति ने बताया की मुख्यमंत्री के मंशानुरूप जिले के किसानों के हितों की रक्षा करते हुए आज इस ऐतिहासिक निर्णय को साकार रूप दिया गया है, जहां जिले के किसान धान के साथ-साथ समर्थन मूल्य पर मक्का का विक्रय कर पाएंगे।उन्होंने कहा कि जिले के किसान बड़े चिंतित थे कि उनके द्वारा उत्पादित मक्का का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में मक्का का सही दाम मिलने से किसानों की आर्थिक परेशानियां भी दूर होंगी तथा मक्का की पैदावार भी बढ़ेगी।
उन्होंने मक्का खरीदी के इस पहल के लिए राज्य शासन के साथ-साथ जिला प्रशासन तथा उनकी पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया है। कलेक्टर श्री श्याम धावडे ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बलरामपुर में विशेषकर विकासखंड रामचंद्रपुर तथा इसके आसपास के क्षेत्रों में किसान बड़ी संख्या में मक्का की फसल लेते हैं और मक्का किसानों को खुले बाजार में इसका उचित दाम नहीं मिल पाता हैं।
मक्का का उचित दाम ना मिल पाने से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है लेकिन अब किसानों को फसल का सही दाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि मक्का की एक विशेषता है कि इसमें लंबे समय तक नमी धारण करने की क्षमता होती है तथा नमी युक्त मक्के को लंबे समय तक संग्रहित करके रखना बड़ा कठिन काम है।इसलिए किसान मक्के को अच्छे से सूखा कर मक्के का सैंपल जमा करें ताकि उसकी गुणवत्ता तथा नमी की जांच कर उसकी खरीदी की जा सके।
कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि किसानों के पास पर्याप्त समय है, मक्के की खरीदी 31 मई तक की जाएगी इसलिए किसान भ्रमित ना हो और ना ही हड़बड़ी में नमीयुक्त मक्का मंडी में लेकर आएं। उन्होंने खरीदी कार्य से जुडे़ अधिकारियों को कहा कि धान खरीदी की तरह ही मक्का खरीदी के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसका ध्यान रखा जाए।पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने भी मक्का खरीदी के प्रशासन के इस पहल की सराहना करते हुए इसे किसान के हित में बताया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों का प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ेगा और उनके आय में भी वृद्धि होगी।
इस अवसर पर मक्का बेचने आए कृषकों ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए विधायक तथा अधिकारियों को अवगत कराया कि जिले में यह पहला मौका है जब समर्थन मूल्य पर मक्के की खरीदी की जा रही है। पस्ता से रामानुजगंज मंडी पहुंचे किसान लालसाय ने बताया कि उन्होंने कभी समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी की बात नहीं सुनी थी तथा जब गिरदावरी के समय मक्का खरीदी के पंजीयन की बात की गई तब भी यह यकीन नहीं हो रहा था कि सच में मक्के की खरीदी की जाएगी।किंतु आज समर्थन मूल्य में मक्का खरीदी का सपना साकार हो रहा है, उन्होंने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व विधायक बृहस्पत सिंह तथा जिला प्रशासन अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता, जिला खाद्य अधिकारी, नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, समिति के अधिकारी-कर्मचारी सहित कृषक उपस्थित थे। - आश्रयहीनों तथा मरीज के परिजनों के रूकने की होगी व्यवस्था
बलरामपुर : दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन द्वारा नवनिर्मित 50 बिस्तरों का आश्रय स्थल अब आश्रयहीनों के रूकने लिए तैयार है।सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री बृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, नगरपालिका बलरामपुर के अध्यक्ष श्री गोबिन्दराम तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती तूलिका प्रजापति के द्वारा आश्रय स्थल का लोकार्पण व शुभारंभ किया गया।
आश्रय स्थल के प्रभारी ने विधायक को बताया कि आश्रय स्थल में ऐसे व्यक्ति जो गरीब, आश्रयहीन तथा बेसहारा हैं उन्हें यहां रखा जाएगा और उनकी देखरेख की जायेगी।साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन जिनके पास रुकने की व्यवस्था नहीं है उन्हें भी आश्रय प्रदान किया जाएगा। बेसहारा तथा गरीबों के लिए आश्रय स्थल में रूकने की व्यवस्था पूर्णतः निःशुल्क होगी एवं इसका संचालन समूह की महिलाओं के द्वारा किया जायेगा।
विधायक श्री बृहस्पत सिंह ने आश्रय स्थल की व्यवस्था को देखकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मरीज के परिजनों के लिए यह आश्रय स्थल चिन्ताओं को दूर करने वाला हैं।परिजन हमेशा यही सोचते हैं अस्पताल जाने पर कहां रूकेंगे लेकिन अब उनकी समस्या दूर हो चुकी है। उन्होंने आश्रय स्थल के प्रभारी को इसी तरह व्यवस्था बनाये रखते हुए संचालन करने के निर्देश दिये।इस दौरान नगरपालिका बलरामपुर के पार्षदगण, विधायक प्रतिनिधि श्री विनोद तिवारी, जिला चिकित्सालय के अधिकारी -कर्मचारी सहित आमजन उपस्थित थे। - आई ओटी के शुभारंभ के साथ ही 15 मरीजों का सफल आॅपरेशन
बलरामपुर : सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री वृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, नगरपालिका बलरामपुर के अध्यक्ष श्री गोबिन्दराम तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तूलिका प्रजापति ने जिला अस्पताल में आंख की बीमारियों के ऑपरेशन के लिए नवनिर्मित ऑपरेशन थियेटर का उद्घाटन किया।
विधायक श्री बृहस्पत सिंह ने पूजा-अर्चना तथा फीता काटकर आई ओटी की विधिवत शुरुआत की। पहले आंख से जुड़ी बीमारियों तथा मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए मरीजों को अम्बिकापुर या बड़े शहरों का रूख करना पड़ता था लेकिन जिला खनिज न्यास निधि से प्रशासन ने आई ओ टी का निर्माण करवाकर जिलेवासियों को बड़ी सौगात दी है।
जिले में विशेषज्ञ डॉक्टर सह आई सर्जन की भी पदस्थापना की गई है जो नियमित रूप से ओपीडी में आंख से जुड़ी बीमारियों की जांच कर उनका इलाज कर रहे है, साथ ही अब आंख का ऑपरेशन भी जिला अस्पताल में संभव है। डाॅक्टरों की टीम द्वारा आई ओटी के शुभारंभ के साथ ही 15 मरीजों का सफल आॅपरेशन किया गया।
विधायक श्री बृहस्पत सिंह ने इस दौरान आंख के ऑपरेशन के लिए पहुंचे मरीजों को कम्बल भी वितरित किया। उन्होंने मरीजों तथा उनके परिजनों से बात कर उनका हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।विधायक श्री सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल बलरामपुर एक समय रेफर अस्पताल बन गया था लेकिन शासन के मंशानुरूप और प्रशासन की सक्रियता से विभिन्न बीमारियों का इलाज अब संभव यही हो पा रहा है। जिला अस्पताल में हड्डी रोग, महिला रोग, मेडिसिन विभाग, नाक, कान, गला तथा शिशु रोग विशेषज्ञों की उपलब्धता है, इसी कड़ी में अब आंख के विशेषज्ञ डाॅक्टर की कमी थी जो दूर हो गयी है।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है तथा शासन के मंशानुरूप जिला अस्पताल को सर्वसुविधायुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। विधायक ने कहा कि जिला खनिज न्यास निधि के सदुपयोग के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बलरामपुर की सराहना करते हुए कहा है कि इस निधि का उपयोग कैसे करना है यह बलरामपुर से सीखा जाए।
ऐसा संदेश हमें गौरवान्वित तथा प्रोत्साहित करता है कि हम बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं जिलेवासियों को प्रदान कर पाये। इस दौरान कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने डॉक्टरों से चर्चा कर आंख के ऑपरेशन के लिए किन सावधानियों का पालन करना पड़ता है, इसकी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आंख के इलाज के लिए आए मरीजों को सभी सुविधाएं प्रदान की जाए तथा उन्हें पूर्ण रूप से स्वास्थ्य लाभ करने के उपरांत ही अस्पताल से डिस्चार्ज करें। उन्होंने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में आंख से जुड़ी बीमारियों के मरीज हैं उनकों चिन्हांकित कर लाभान्वित करें।
इस दौरान आई सर्जन रजत टोप्पो, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री बसंत सिंह, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक आर के त्रिपाठी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। - बलरामपुर : वर्तमान में देश के कुछ राज्यों में एविएन इन्फ्लुएंजा-बर्ड फ्लु के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य मं एविएन इन्फ्लुएंजा बर्ड फ्लु के त्वरित नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु दिशा-निर्देश जारी किया गया है।देश में कोरोना वायरस का कहर अभी कम हुआ नहीं हुआ कि बर्ड फ्लु के चलते मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, पंजाब व केरल में अलर्ट की स्थिति है। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
एवियन इन्फ्लुएंजा का संक्रमण मनुष्य में संक्रमित प्रवासी पक्षी व पोल्ट्री के माध्यम से फैलता है। यह वायरस, संक्रमित पक्षियों के लार, नाक, आंख स्त्राव व बीट में पाया जाता है। संक्रमित पक्षियों के सम्पर्क में आने से इंसानों में भी यह रोग फैलता है। मनुष्य में बर्ड फ्लु के फैलने से आंखों का संक्रमण, सांस लेने में तकलीफ, निमोनिया, मस्तिष्क में सूजन व हृदय में सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
मनुष्य में संक्रमण की जांच हेतु लक्षण दिखाई देने पर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र से सम्पर्क कर उपचार प्राप्त करें। संक्रमण के प्रसार तथा रोकथाम हेतु पक्षियों के पंख, लार तथा अपशिष्ट पदार्थो को न छुए।पक्षियों के देखभाल करते समय नाक व मुंह घने कपड़े या मास्क से ढक कर रखें। उन्होंने पड़ोसी राज्यों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में पक्षियों के बहुतायात में असामान्य मृत्यु होने पर निकटस्थ पशु चिकित्सालय एवं पशु औषधालय से संपर्क करें तथा प्रशासन को सूचना दें। - बलरामपुर: स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा कोविड-19 संक्रमण काल में स्कूली बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने का अभिनव प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न नवाचारी कार्यक्रम, ऑनलाइन क्लास तथा ऑफलाइन मोहल्ला क्लास, बुल्टू के बोल, लाउडस्पीकर क्लास से बच्चों को शिक्षा का लाभ दिया जा रहा है। जिला के समस्त स्कूलों में मोहल्ला क्लास कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के मार्गदर्शन में संचालित की जा रही है।मोहल्ला क्लास का शतत् मानिटरिंग जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर के अधिकारियों के द्वारा की जा रही है। इसी कड़ी में जिला शिक्षा अधिकारी श्री बी. एक्का एवं सहायक संचालक व मोहल्ला क्लास के नोडल अधिकारी श्री बन्धेश सिंह के द्वारा विकासखण्ड बलरामपुर के प्राथमिक शाला डूमरखी, माध्यमिक एवं हाई स्कूल दलधोवा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।प्राथमिक शाला के कक्षा 3री के दिव्यांग छात्र निशांत कुमार से मुलाकात कर मोहल्ला क्लास की जानकारी ली। छात्र निशांत कुमार हाथ एवं पैर से दिव्यांग होने के बाद भी पढ़ाई के प्रति उसकी रुचि देखकर जिला शिक्षा अधिकारी श्री एक्का ने दिव्यांग छात्र को प्रोत्साहित करते हुए प्रोत्साहन स्वरूप राशि प्रदान किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने शिक्षकों से चर्चा कर पदस्थ शिक्षकों की जानकारी ली तथा मोहल्ला क्लास के द्वारा बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित शिक्षक एवं बच्चे उपस्थित थे।
- बलरामपुर: छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग, मेडिकल काॅलेज, नर्सिंग काॅलेज, आई0टी0आई0, पाॅलिटेक्निक जिनमें अध्ययनरत अजजा, अजा एवं पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण की पात्रता है, को सूचित किया जाता है कि शिक्षा सत्र 2020-21 वेबसाईट पर आॅनलाईन प्रारम्भ की जा चुकी है। विद्यार्थियों के पंजीयन हेतु एवं संस्थाओं को प्रस्ताव/स्वीकृति लाॅक करने हेतु अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। जिसमें विद्यार्थी द्वारा आॅनलाईन आवेदन 1 से 10 जनवरी 2021 तक, ड्राफ्ट प्रपोजल लाॅक करने हेतु 1 जनवरी से 15 जनवरी तथा सेंक्शन आॅर्डर लाॅक करने हेतु 1 जनवरी से 15 जनवरी तक की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। निर्धारित तिथियों के पश्चात् शिक्षा सत्र 2020-21 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति हेतु आॅनलाईन अथवा आॅफलाईन किसी भी प्रकार के आवेदन स्वीकृत नहीं किये जावेंगे एवं ड्राॅफ्ट प्रपोजल अथवा सेन्क्शन आॅर्डर लाॅक करने का अवसर भी प्रदान नहीं किया जावेगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि उक्त तिथि तक कार्यवाही पूर्ण नहीं करने पर संबंधित विद्यार्थी छात्रवृति से वंचित रह जायेंगे एवं इसके लिये संस्था प्रमुख जिम्मेदार होंगे।
- बलरामपुर : जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र बलरामपुर के महाप्रबंधक ने जानकारी दी है कि जिले में फूड प्रोसेसिंग पर आधारित मांग एवं संभावना के अंतर्गत एक दिवसीय औद्योगिक संगोष्ठी का आयोजन 10 जनवरी 2021 को प्रातः 11 बजे से न्यू सर्किट हाउस में किया गया है। संगोष्ठी में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना एवं नवीन औद्योगिक नीति 2019-24 के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को विभागीय सुविधाएं व अनुदान, छूट की जानकारी तथा मांग एव संभावना पर आधारित उद्योग लगाने हेतु संबधित विभाग तह विषय विशेषज्ञों द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र के नवीन उद्यमियों तथा उधोगपतियों से अनुरोध किया है कि संगोष्ठी में शामिल होकर लाभान्वित होने के लिए अपना पंजीयन प्रबंधक श्री पी.आर. खंडेलवाल मोबाइल नम्बर 8305958805 से सम्पर्क किया जा सकता है।
- बलरामपुर : जिला पंचायत बलरामपुर-रामानुजगंज के नवपदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति ने आज पूर्वान्ह में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी का पदभार ग्रहण कर लिया है।नवपदस्थ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तुलिका प्रजापति 2005 बैच की राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी हैं, और इसके पूर्व वे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरिया के पद पर पदस्थ थी।
- आज से समर्थन मूल्य में पंजीकृत किसानों से मक्के की होगी खरीदीबलरामपुर: सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तथा रामानुजगंज विधायक श्री वृहस्पत सिंह, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने कृषि उपज मंडी रामानुजगंज का निरीक्षण कर मक्का खरीदी के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान विधायक श्री सिंह ने समिति प्रबंधक को मंडी परिसर की सफाई तथा व्यवस्थित करने को कहा।जिले में आज से पंजीकृत कृषकों से समर्थन मूल्य में मक्का खरीदी की जाएगी। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने समिति प्रबंधक से चर्चा करते हुए खरीदे गए धान की मात्रा की जानकारी ली तथा अधिकारियों से शीघ्र उठाव करने को कहा। उन्होंने समिति प्रबंधक से कहा कि पंजीकृत कृषकों से मक्का खरीदी सुचारू रूप से तथा तय मानकों के अनुरूप किया जाए।कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने किया धान खरीदी केन्द्र त्रिकुण्डा एवं महावीरगंज का निरीक्षण
कलेक्टर श्री श्याम धावडे तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने धान खरीदी केंद्र महावीरगंज व त्रिकुंडा का औचक निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और कृषकों से चर्चा भी की। धान खरीदी केन्द्र त्रिकुंडा में उन्होंने समिति प्रबंधक से बात कर किसानों से खरीदे गए धान की मात्रा की जानकारी ली तथा धान के गुणवत्ता की जांच की। अमानक, नमी युक्त तथा बिचैलियों के धान न खरीदने के निर्देश समिति प्रबंधक को दिए।पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने धान बेचने आए कृषक से बात करते हुए पूछा कि अवैध धान खपाने के लिए कोचिए या बिचैलियों का कोई दवाब तो नही रहता है या ऋण पुस्तिका के दुरूपयोग का प्रयास तो नहीं करते है। उन्होंने ऐसी किसी भी अवैध गतिविधि की तत्काल सूचना देने को कहा। इसके पश्चात कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक धान खरीदी केंद्र महावीरगंज का निरीक्षण करने पहुंचे।जहां उन्होंने भरे हुए धान के बोरे का तौल किया तथा निर्धारित मात्रा में ही धान का भराव करने की बात कही। उन्होंने समिति प्रबंधक से विक्रय किये गये धान का भुगतान कितने दिनों में होता है इसकी जानकारी ली और कहा कि व्यवस्था ऐसी हो कि किसानों को समय पर भुगतान हो जाए। समिति प्रबंधक ने कलेक्टर से कहा कि 60 प्रतिशत धान की खरीदी हो चुकी है तथा बारदाना की उपलब्धता से भी अवगत कराया।इस दौरान एस.डी.एम रामानुजगंज श्री अभिषेक गुप्ता सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।