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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
महासमुंद : स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण के तहत आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत आज ग्राम पंचायत खरोरा में स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें गांव को प्लास्टिक मुक्त रखने का संकल्प लिया गया और गांव की साफ सफाई की गई। शहीद स्मारक के पास तालाब किनारे अतिथिगणों के द्वारा पौधारोपण कर पर्यावण को स्वच्छ बनाने पहल किया गया। गांव के घरों से बहने वाले गंदा पानी के सुरक्षित निपटान हेतु सोक पिट का निर्माण कर जागरूकता लाया गया।
स्वच्छता उद्देश्य से परिपूर्ण स्कूली छात्रा छात्राओं के द्वारा निबंध, रंगोली, पेंटिंग प्रतियोगिता तथा स्वच्छता रैली आयोजित कर ग्रामवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस अवसर पर जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी, शिक्षा अधिकारी, स्वच्छ भारत से जिला समन्वयक जयसवाल सर, उनकी पूरी टीम, ग्राम पंचायत खरोरा सरपंच श्रीमती सुनीता देवदत्त चंद्राकर, उप सरपंच श्रीमती हेमलता चंद्राकर जी, सचिव चंद्रमणि चंद्राकर जी, पंचगण श्री मनोज चंद्राकर जी, श्री तेजराम चंद्राकर जी, श्रीमती शीला कनौजे जी, श्रीमती भूमिका चंद्राकर जी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती पुनम चंद्राकर जी, श्रीमती गुलाबा चंद्राकर जी, आंगनबाड़ी सहायिका श्रीमती ममता चंद्राकर जी, श्रीमती केसर सुर्यवंशी जी, मितानिन श्रीमती मनु चंद्राकर जी, श्रीमती संतोषी पटेला जी, श्रीमती हीरा चंद्राकर जी, श्रीमती कौशल्या चंद्राकर जी, मिडिल स्कूल प्रधान पाठक श्री उमेश भारती जी, प्राथमिक प्रधान पाठक चंद्राकर सर जी, समस्त स्कूल शिक्षक शिक्षिका गण उपस्थित रहे।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायत खरोरा को स्वच्छ बनाने के लिए हमारे ग्राम पंचायत खरोरा के सरपंच श्रीमती सुनीता देवदत्त चंद्राकर जी उपसरपंच श्रीमती हेमलता कौशल चंद्राकर जी, समस्त पंचगण के द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है, हम सब ग्रामवासियो को भी इस कार्य हेतु यथासंभव सहयोग करने की कोशिश करनी होगी तभी प्लास्टिक मुक्त खरोरा का सपना साकार हो पायेगा।आओ हम सब संकल्प ले प्लास्टिक मुक्त खरोरा के निर्माण के लिए कार्य करेंगे । -
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सबकी भागीदारी से ही समाज का विकास होता है
राज्य में गोधन योजना से रोजगार और आय के नए स्त्रोत निकले : श्री बघेल
महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रविवार चंद्रनाहूँ कुर्मी क्षत्रिय समाज, छत्तीसगढ़ प्रदेश के 51 वें केंद्रीय महाधिवेशन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। उन्होंने कहा कि समाज में सबकी भागीदारी से ही समाज का विकास होता है। समाज में समाजिक समरसता आती है। समाज वह है जो सबको साथ लेकर चलें इससे सबके कल्याण का रास्ता निकलता है। कार्यक्रम महासमुंद बागबाहरा रोड स्थित शांत्रीबाई स्कूल परिसर में आयोजित हुआ। यहां चंद्रनाहूँ कुर्मी क्षत्रिय समाज को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने सामाजिक एकता बनाये रखने पर जोर दिया। इस अवसर पर समाज के वरिष्ठजनों एवं पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। इस मौक़े पर मुख्यमंत्री ने चंद्रोदय पब्लिक स्कूल और शांत्रीबाई महाविद्यालय के द्वितीय तल पर निर्मित अतिरिक्त निर्माण का लोकार्पण किया। दोनों द्वितीय तल पर निर्मित कार्यों की लागत 70 लाख रुपए है। इनका निर्माण छत्तीसगढ़ चंद्रनाहूँ शिक्षण समिति एवं विधायक निधि से किया गया है।छत्तीसगढ़ चंद्रनाहूँ कुर्मी क्षत्रिय समाज के 51 वें केंद्रीय महाधिवेशन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समाज के पुरखों और विभूतियों ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने शिक्षा, कृषि, सहकारिता के साथ-साथ समाज सुधार जैसे उल्लेखनीय क्षेत्रों में भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं में कोई कमी नही की जाएगी। उन्होंने राज्य सरकार की सभी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा की योजनाओं से किसान, गरीब, मज़दूर चिन्ता मुक्त हुए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गोधन योजना से रोजगार और आय के नए स्त्रोत निकले है। वे लोग जिसके पास कोई रोजगार नहीं होता था, वे भी गोबर बेचकर रोजगार के साथ लाभ कमा रहे हैं। महिला समूह आत्मनिर्भर बन रही है उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को सालाना 6000 रुपए की राशि सीधे उनके बैंक खाते में आएगी। छत्तीसगढ़ में वृक्षारोपण कार्य को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2020 में धान की फसल ली है, अगर वो धान की फसल के बदले अपने खेतों में वृक्षारोपण करते हैं, तो उन्हें आगामी 3 साल तक प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में सुराजी गांव योजना के तहत स्वीकृत गोठानों में ग्रामीणों, किसानों और पशुपालकों से गोबर खरीदी की जा रही है। खरीदे गए गोबर से वर्मी कंपोस्ट बन रहा है। वर्मी कंपोस्ट की बिक्री की जा रही है । छत्तीसगढ़ के हजारों महिला स्वयं सहायता समूह गोठनों में गोबर से वर्मी कंपोस्ट तैयार करने का काम कर रहे हैं। वर्मी कंपोस्ट की विक्रय से उनकी आय में इजाफा हो रहा है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए सरकारी अंग्रेजी मीडियम स्कूल बनाये हैं। प्रदेश के सभी तहसील में एक आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले गए है। जल्दी छत्तीसगढ़ के बच्चें फर्राटेदार अंग्रेज़ी बोलेंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में भर्ती की कार्रवाई शुरू हो गई है। लोगों को उनकी योग्यताओं के अनुसार नौकरी मिलेगी। कार्यक्रम को राज्यसभा सदस्य श्रीमती छाया वर्मा, संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विनोद चंद्राकर और चंद्रनाहूँ कुर्मी क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष श्री अश्वनी चंद्राकर ने भी सम्बोधित किया । इस अवसर पर समाज के द्वारा अतिथियों का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह बसना, विधायक खल्लारी श्री द्वारिकाधीश यादव, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर सहित निगम मंडल के अध्यक्ष जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज ज़िला मुख्यालय महासमुन्द में आयोजित चंद्रनाहू कुर्मी समाज के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने पहुचे थे।
इस दौरान मचेवा स्थित हेलीपैड पर संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक श्री विनोद चन्द्राकर, बसना विधायक श्री देवेंन्द्र बहादुर सिंह, खल्लारी विधायक श्री द्वारिकाधीश यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल, जनपद अध्यक्ष महासमुन्द श्री यतेन्द्र साहू, कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, जिला पंचायत के सीईओ श्री आकाश छिकारा, वनमंडलाधिकारी श्री पंकज राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक एवं अधिकारी उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का नगर आगमन पर विभिन्न समाज के लोगों ने गर्म जोशी के साथ भव्य स्वागत किया। हेलीपैड स्थल से लेकर मुख्य कार्यक्रम स्थल तक सड़क किनारे विभिन्न समाज के लोगों ने पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री श्री बघेल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। -
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अब तक समूह को उत्पादन सामग्री से हुई 2 लाख की आय
महासमुन्द / जिले के बसना विकासखण्ड के मॉडल गौठान नवागांव में स्व-सहायता समूह की महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट खाद के अलावा वर्मी वॉश भी बना रही है। जिससे वर्मी कम्पोस्ट खाद निकालने की शुरुआत महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों द्वारा किया गया। समूह की सचिव श्रीमती पद्मा यादव ने बताया कि हाल ही में उन्होंने 30 पैकेट खाद किसानों और समितियों को बेचा है। एक पैकेट में लगभग 30 किलो वर्मी कम्पोस्ट खाद होता है। अभी और खाद बन रहा है जो टांका में रखा हुआ है। भगवती स्व-सहायता समूह की सचिव श्रीमती पद्मा यादव ने बताया कि गौठान में लगायी गयी बाड़ी और वर्मी कम्पोस्ट से अब तक समूह को 2 लाख की राशि प्राप्त हुई है। राशि को गौठान समिति के खातें में ही जमा किया जाता है। यहां तीन समूह की महिलाएं काम करती है। उन्होंने कहा कि वर्मी वॉश का उपयोग बाड़ी के काम में लिया जाता है। यह फसलों के लिए काफी लाभदायक हैं। वर्तमान में वे अपनी खेती किसानी का काम कर रही है। श्रीमती पद्मा ने बताया कि पहले समूह ने एक लाख रुपए का ऋण लिया था जिसे समय पर चुकता कर दिया है। इसके बाद अन्य कार्य के लिए डेढ़ लाख का लोन लिया है जिसकी 8-9 किस्तें जमा कर दी गयी है। शेष राशि भी समय पर जमा की जाएगी। किस्त की राशि लगभग प्रति माह 11 हजार रूपए है। एक समूह में 10-12 महिलाएं काम करती है।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत वे गौठान में केंचुआ खाद, साग-सब्जी, गो-काष्ट तथा अन्य प्रकार के उत्पादकों का निर्माण कर रहीं है। उनके द्वारा गोठान में किए गए कार्यो से आय प्राप्त कर वें 11 बकरियों का पालन भी कर रहीं हैं। जिससे उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके पास काम नहीं होने के कारण वे रोजी-मजदूरी का कार्य किया करते थे। जिससे उन्हें काम के लिए कभी-कभी भटकना पड़ता था। गोठान में स्थायी रूप से कार्य मिलने और आय प्राप्त होने वे काफी खुश है। यह गौठान 13 एकड़ क्षेत्र पर स्थित हैं, जिसमें 03 एकड़ पशुओं के लिए बनाया गया है तथा 10 एकड़ चारागाह जमीन हैं। यहां 11 पक्की वर्मी बेड बनाया गया है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान मंे उनके द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के अलावा सब्जी उत्पादन और घर के पुरानी साड़ियों से पैरदान एवं अन्य अनुपयोगी सामग्रियों से झालर एवं सजावटी सामग्रियां बनाई जाती है। उनके द्वारा बनाए गए सामग्रियों की बिक्री के लिए मार्केट उपलब्ध कराया गया है।
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जिले के चार ब्लॉक सौ फीसदी वैक्सीनेट
महासमुंद ब्लॉक भी माह के अंत तक आ जाएगा इस श्रेणी में
कार्ययोजना बनाकर युद्धस्तर पर चल रहा काम
अब तक 9 लाख 40 हजार से ज्यादा लोगों को लगायी गयी पहली और दूसरी डोज
महासमुन्द : महासमुन्द जिले में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए और तीसरी लहर से लोगों को सुरक्षित रखने, उनके बेहतर स्वास्थ्य और सेहत की चिंता करते हुए जिले में तेजी से टीकाकरण चल रहा है। इसके तहत पहले जिले के सभी निकायों के साथ-साथ सरायपाली बसना और बागबाहरा विकासखण्ड में सभी पात्र लोगों को शत्-प्रतिशत् कोविड की वैक्सीन लगायी जा चुकी है। अब इसमें एक और पिथौरा ब्लॉक का नाम जुड़ गया है। यह ब्लॉेक भी पूरी तरह शत्-प्रतिशत् टीकाकरण की श्रेणी में आ चुका है। जिले का सिर्फ महासमुन्द विकासखण्ड ही शत्-प्रतिशत् टीकाकरण के लिए बचा हुआ है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने बताया कि वर्तमान में जिले में पर्याप्त टीके उपलब्ध है। अब पूरा जोर महासमुन्द विकासखण्ड को सौ फीसदी टीकाकरण की ओर है। इसके लिए पूरी कार्ययोजना बनाकर युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।
इस विकासखण्ड में सर्वाधिक स्थानों पर टीकाकरण सेंटर बनाए जा रहें हैं। रोजाना टीका लगाने की संख्या में इजाफा किया जा रहा है। अगले कुछ ही दिनों में महासमुन्द विकासखण्ड में भी सभी पात्र लोगों का टीकाकृत हो जाएगा।
महासमुन्द जिले में विकासखण्डवार लगाए गए पात्र लोगों के टीकाकरण (प्रथम डोज) की बात करें तो बागबाहरा ब्लॉक में 132635, बसना ब्लॉक में 123864, सरायपाली में 144185 और पिथौरा विकासखण्ड में 132609 लोगों को पहली डोज लग चुकी है। इसी प्रकार महासमुन्द विकासखण्ड में 165548 व्यक्तियों को कोविड का पहली डोज दी गयी है। इस प्रकार जिले के सभी पॉच ब्लॉकों में 698837 पात्र लोगों को कोविड का टीका लग चुका है। वहीं इन्हीं ब्लॉकों में कोविड के डबल डोज की बात करें तो महासमुन्द में 60364, बागबाहरा में 46121, पिथौरा में 37266, बसना में 45145 और सरायपाली में 52867 पात्र लोगों को कोविड की दूसरी डोज दी जा चुकी है। इस प्रकार जिले में 241763 पात्र हितग्राहियों को कोविड का दूसरा टीका लगाया जा चुका है। जिले के सभी ब्लॉकों में दूसरी डोज लगाने का काम चल रहा है।
बतादें कि इसी साल 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान में महासमुन्द जिला शुरूआत से ही कोविड टीकाकरण में छत्तीसगढ़ के अन्य कई जिलों की अपेक्षा आगे रहा है। यहां टीके की आपूर्ति के अनुसार रोजाना बड़ी संख्या में पात्र हितग्राहियों को टीका लगाया जा रहा है। यही रफ्तार रही तो चालू माह के अंत तक महासमुन्द विकासखण्ड की शत्-प्रतिशत् टीकाकरण हो जाएगा। इस तरह पूरा जिला सौ फीसदी टीकाकरण की श्रेणी में आ जाएगा।
कलेक्टर श्री सिंह प्रतिदिन टीकाकरण की चल रहें कार्यों पर पैनी नजर बनाए हुए है। वे सोशल मीडिया के माध्यम से स्वास्थ्य अमले केे साथ-साथ अधिकारियों के सतत् सम्पर्क में है और जरूरी दिशा-निर्देश उनके द्वारा दिए जा रहें हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने चारों ब्लॉकों शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, पंच, सरपंचों, सचिव, पार्षदों का आभार जताते हुए उन्हें बधाई दी है। उन्होंने सभी से ऐसे ही सहयोग देने की आशा की है। -
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निर्धारित प्रपत्र में करना होगा आवेदन
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन ने जारी किए दिशा-निर्देश
महासमुन्द : राज्य शासन द्वारा वैश्विक महामारी कोविड-19 से मृत व्यक्तियों के परिजनों को 50 हजार रुपए की अनुदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। यह अनुदान राशि राज्य आपदा मोचन निधि से दी जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे ने बताया कि कोविड-19 से आज 24 सितम्बर 2021 तक महासमुंद जिले में 366 लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है। संबंधित परिवार द्वारा निर्धारित प्रपत्र में दावा प्रस्तुत करने एवं आवेदक के पास सीडीएसी द्वारा जारी कोविड-19 से मृत्यु से संबंधित अधिकारिक प्रमाण पत्र होना जरूरी होगा।
छत्तीसगढ़ राज्य शासन के आपदा प्रबंधन द्वारा जारी ताजा आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के कारण जिलों में मृत व्यक्तियों के परिजनों, आश्रितों को अनुदान सहायता प्रदान करने माननीय उच्चतम न्यायालय के 30 जून 2021 के निर्णयानुसार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिशा-निर्देशों के अनुसार कलेक्टर कार्यवाही करेंगे। चूंकि कोविड-19 एक अभूतपूर्व आपदा है। राज्य में विशिष्ट आपदाओं के लिए समय पर और प्रभावित प्रक्रिया के लिए राज्य आपदा मोचन निधि में पर्याप्त राशि उपलब्ध है।
जिला प्रशासन इस बीमारी के कारण मृत व्यक्तियों के निकटतम संबंधी आवेदक को अनुदान राशि आधार लिंक्ड प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) की प्रक्रिया के जरिए भुगतान करेगा। अनुदान सहायता प्रदान करने की सभी कार्यवाही आवेदन जमा करने के 30 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित कार्यवाही राजस्व विभाग राज्य शाखा से करने को कहा। इसके साथ ही संबंधित प्रकरण जिले के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदार के माध्यम से प्राप्त करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिए। -
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बारिश को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां पूरी की जाएं
महासमुन्द : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का रविवार 26 सितम्बर को छत्तीसगढ़ चंद्रनाहू कुर्मी समाज के सम्मेलन में शामिल होने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। आज शुक्रवार को संसदीय सचिव एवं विधायक श्री विनोद चंद्राकर के साथ कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेम्भुलकर ने बागबाहरा स्थित छत्तीसगढ़ स्कूल में जाकर तैयारियों का जायजा लिया इसके साथ ही हैलीपेड पर की जा रही तैयारियों का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मंच व्यवस्था के साथ विशिष्ट व्यक्तियों और गणमान्य नागरिकों प्रवेश द्वार और निकासी द्वार की जगह का भी अवलोकन किया। उन्होंने पार्किंग व्यवस्था के लिए भी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी तैयारियां बारिश को ध्यान में रखते हुए गुणवत्ता के साथ पूरी की जाए।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल ने आज मौके पर अधिकारियों को मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियां को पूरी सावधानी और कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुए सभी जरूरी काम करने को कहा। इस मौके पर चंद्रनाहू कुर्मी समाज के प्रमुख, जनप्रतिनिधि सहित, लोक निर्माण, वन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के पंजीयन की शुरूआत (1 सितम्बर) से अब तक महासमुंद जिले में अनुमानित लक्ष्य 64568 के विरूद्ध 24 दिन में 29788 आवेदन प्राप्त हुए है यह लक्ष्य का 46 प्रतिशत् से अधिक है। इस योजना के तहत् भूमिहीन कृषि मजदूरों को लाभ मिलेगा। प्रत्येक परिवार के लिए 6000 रुपए हर साल अनुदान राशि सीधे उनके बैंक खातें में आएगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने चालू माह की पहली तारीख (1 सितम्बर) को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के पंजीयन के शुरूआत का शुभारम्भ किया था। छत्तीसगढ़ राज्य में जरूरतमंदों को न्याय और लाभ दिलाने की यह एक अच्छी पहल है।
महासमुन्द जनपद पंचायत के 105 ग्राम पंचायतों में सर्वाधिक अब तक 8329 हितग्राहियों ने पंजीयन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। सरायपाली जनपद पंचायत के 107 ग्राम पंचायतों 6610, पिथौरा के 126 ग्राम पंचायतों में 6064, बसना के 102 ग्राम पंचायतों में 4520 लोगों ने आवेदन प्रस्तुत किए है। वहीं बागबाहरा के 111 ग्राम पंचायतों में 4265 हितग्राहियों ने आवेदन लगाए है। इस प्रकार अब तक कुल 29788 लोगों ने पंजीयन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। आवेदन पंजीयन का काम आगामी 30 नवम्बर तक चलेगा। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसमें भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए यह योजना लागू की है।
छत्तीसगढ़ राज्य में ग्रामीण आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि पर निर्भर है। कृषि मजदूरी कार्य में ग्रामीणों में अधिकतर लघु सीमांत अथवा भूमिहीन कृषक है। इसमें भूमिहीन कृषि मजदूर को अन्य की अपेक्षा रोजगार के कम अवसर ग्राम स्तर पर उपलब्ध होते है। राज्य शासन द्वारा ऐसे वर्ग को मजबूती प्रदान करने के लिए यह योजना लायी है। यह योजना चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 से ही प्रारम्भ की गयी है। योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों की पहचान करना तथा भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों को वार्षिक आधार पर आर्थिक अनुदान देना है। आर्थिक अनुदान के जरिए भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के शुद्ध आय में भी वृद्धि होगी।
यह योजना प्रदेश के सभी जिले में लागू होगी। क्रियान्वयन एजेंसी के रूप में राज्य स्तर पर आयुक्त/संचालक भू अभिलेख एवं जिला स्तर पर कलेक्टर के देखरेख में योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। यह योजना छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों के लिए होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे सभी मूल निवासी भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र होंगे जिस परिवार के पास कृषि भूमि नहीं हैै। इसके अलावा पट्टे पर प्राप्त शासकीय भूमि यथा वनाधिकार प्रमाण पत्र को कृषि भूमि माना जाएगा। इस योजना में ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर परिवारों के अंतर्गत चरवाहा, बढ़ई, लोहार, मोची, नाई, धोबी, पुरोहित जैसे पौनी पसारी व्यवस्था से जुड़े परिवार वनोपज संग्राहक तथा शासन द्वारा समय-समय पर नियत अन्य वर्ग भी पात्र होंगे यदि उस परिवार के पास कृषि भूमि नहीं है। इस योजना में हितग्राही परिवार के मुखिया द्वारा निर्धारित फॉर्म भरा जाएगा। -
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महासमुन्द : छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंग जुनेजा, गुरूवार 23 सितम्बर को महासमुंद संभाग क्षेत्र के अंतर्गत पिथौरा, बसना, सरायपाली, महासमुंद और आरंग में मण्डल की निर्माणाधीन आवासीय, व्यावसायिक गतिविधियों का निरीक्षण व आवासीय, व्यावसायिक परियोजनाओं की संभावनाओं के आकलन विभिन्न क्षेत्र में रिक्त भूमि का अवलोकन किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री एच. के. वर्मा, कार्यपालन अभियंता श्री अजय नायडू कार्यपालन अभियंता (विद्युत) श्री ए.के. मनहर उपस्थित थे।
श्री जुनेजा ने विकासखण्ड सरायपाली के खैरमाल में मण्डल की रिक्त 50 एकड़ भूमि का निरीक्षण किया और उस भूमि पर किस प्रकार की आवासीय गतिविधि संचालित की जा सकती है इसकी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बसना के बंसुला में जीर्ण अटल आवासों को तोड़कर, मांग का आकलन कर योजना तैयार करें। जिला मुख्यालय महासमुंद में रिडेव्हलपमेंट के लिए चयनित स्थल का निरीक्षण कर शीघ्र कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
मण्डल अध्यक्ष श्री जुनेजा ने स्विमिंग पुल के निर्माण में विलंब होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि स्वीमिंग पुल के निर्माण कार्य में गति लाएं और समय-सीमा के भीतर निर्माण कार्य पूरा करें। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों व ठेकेदार को एक माह के भीतर पूर्ण कर संबंधित विभाग को हस्तांतरण के निर्देश दिए। इसके उपरांत उन्होंने मचेवा कालोनी का निरीक्षण किया।
इस दौरान श्री जुनेजा एवं अधिकारियों ने मचेवा कालोनी में पौधरोपण किया तथा श्री जुनेजा ने स्थल पर हितग्राहियों से प्राप्त शिकायतों, जिसमें स्ट्रीट लाइट व अन्य समस्याएं बताई गई, उसका स्थल पर ही निराकरण किया गया व फील्ड अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सर्किट हाउस में संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुन्द श्री विनोद चंद्राकर, कलेक्टर श्री डोमन सिंह से मण्डल की संभावित आवासीय गतिविधियों के लिए विस्तार पूर्वक चर्चा की। इस दौरान बसना विधायक श्री देवेन्द्र बहादुर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने मण्डल की आवासीय गतिविधियों की संभावनाओं पर चर्चा की। पिथौरा में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने निर्मित जी.ए.डी. भवनों के अतिरिक्त, पदस्थ अधिकारियों / कर्मचारियों की संख्या को देखते हुए निर्मित भवन अपर्याप्त होने से 200 अतिरिक्त जी.ए.डी. भवनों की मांग की गई। इस पर मण्डल अध्यक्ष श्री जुनेजा ने क्षेत्रीय विधायक के माध्यम से शासन को प्रस्ताव प्रेषित करते के लिए अनुरोध किया। जिसे शासन से निर्माण की स्वीकृति प्राप्त होने पर मण्डल की ओर से सहमति प्रदान की जाएगी। -
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वी.एल.ई. एवं सी.एस.सी. आम जनता को आयुष्मान कार्ड के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं: श्री छिकारा
महासमुन्द : जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के समस्त वी.एल.ई. ग्रामीण स्तर उद्यमी, सी.एस.सी. के द्वारा जिले में पंजीयन किए जा रहें आयुष्मान कार्ड की प्रगति, ई-श्रम का पंजीयन, स्वच्छता सर्वेक्षण एप्लीकेशन में पंजीयन एवं अन्य ऑनलाईन सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
उन्होंने आयुष्मान पंजीयन के संबंध में वी.एल.ई. को आम जनता को आयुष्मान कार्ड से विभिन्न बीमारियों के निःशुल्क उपचार के बारे में जानकारी देने के लिए निर्देशित किया। संबंधित नगरीय निकाय, जनपद पंचायत के प्रभारी अधिकारी के समन्वय से प्रत्येक वार्ड, पंचायतवार रोस्टर बनाकर पंजीयन करने को कहा। वर्तमान में 50 प्रतिशत हितग्राहियों का पंजीयन पूर्ण किया जा चुका है शेष का पंजीयन 30 सितंबर तक करने के निर्देश दिए। पंचायतों के आश्रित गांवों में आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के लिए विशेष रूप से ध्यान देनेे को कहा। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा संचालित ई-श्रम योजना अंतर्गत श्रमिकों का पंजीयन किया जाना है, इसके लिए पंचायतवार शिविर लगाकर पंजीयन करें। वर्तमान में 13 हजार हितग्राहियों का पंजीयन पूर्ण कर प्रदेश में महासमुन्द जिला का द्वितीय स्थान है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 एप्लीकेशन में वी.एल.ई. को स्वयं एवं परिवारजनों का पंजीयन करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही ग्रामीणों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ अधिक से अधिक संख्या में पंजीयन कराने को कहा। इस अवसर पर ई-जिला प्रबंधक श्री भूपेन्द्र , सीएससी के जिला समन्वयक, स्वास्थ्य विभाग के समन्वयक तथा जिले के वी एल.ई., सी.एस.सी. ऑनलाईन माध्यम से उपस्थित थे। -
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महासमुन्द : आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया कि युवा कैरियर निर्माण योजना के तहत संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़ा वर्ग के पात्र विद्यार्थियों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के लिए आवेदन मंगाए गए थे। प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण उपरांत 40 अभ्यर्थी पात्र एवं 12 अभ्यर्थी अपात्र पाए गए जिसकी सूची कार्यालय कलेक्टर (आदिवासी विकास शाखा) महासमुन्द के कक्ष क्रमांक 35 में अवलोकन के लिए चस्पा किया गया है।पात्र अभ्यर्थियों की परीक्षा आगामी रविवार 3 अक्टूबर 2021 को दोपहर 12ः00 बजे से 03ः00 बजे तक शासकीय आशीबाई गोलछा आदर्श कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला महासमुन्द में परीक्षा ली जाएगी। पात्र अभ्यर्थी परीक्षा दिनांक के पूर्व आदिवासी विकास विभाग के कार्यालय से प्रवेश पत्र कार्यालयीन समयावधि में प्राप्त कर सकते है। -
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संसदीय सचिव श्री विनोद चन्द्राकर ने हितग्राहियों को किया आयुष्मान कार्ड का वितरण
महासमुंद : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना डॉ. खुबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 15 से 30 सितंबर के दौरान् राज्य में आयुष्मान भारत पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पखवाड़े के दौरान् जिला स्तर, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं पंजीकृत निजी चिकित्सालयों में 23 सितम्बर 2021 को आयुष्मान भारत दिवस मनाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. मंडपे ने बताया कि जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुन्द श्री विनोद चन्द्राकर के द्वारा हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया।आयुष्मान भारत पखवाड़ा के तहत् अधिक से अधिक आयुष्मान कार्ड का पंजीयन करने, निःशुल्क ईलाज की जानकारी का प्रचार-प्रसार करने एवं इस योजना का लाभ लेने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत पखवाडा मनाया जा रहा है। इस अवधि में प्रत्येक दिवस प्रत्येक विकासखण्ड में शासकीय एवं निजी अस्पताल, वैक्सीनेशन सेंटर इत्यादि में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाओं की जानकारी दिया जा रहा है। इसके अलावा सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकानों में लोक सेवा केन्द्र (च्वाइस सेंटरों) के माध्यम से आयुष्मान कार्ड पंजीयन एवं योजना की जानकारी देने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। समस्त पंजीकृत अस्पतालों में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति (ओ.पी.डी. या भर्ती मरीज़) का आयुष्मान कार्ड पंजीयन एवं योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
आयुष्मान कार्ड पंजीयन के लिये लोगों को अपना राशन कार्ड के साथ आधार कार्ड, शासकीय फोटो पहचान पत्र लेकर नजदीक के लोक सेवा केन्द्र में जाये और 30 सितम्बर 2021 तक निःशुल्क पंजीयन कराकर अपना आयुष्मान कार्ड अवश्य बनायें। इस संबंध में अधिक जानकारी एवं किसी प्रकार की सहायता के लिये टोल-फ्री नम्बर 104 पर संपर्क करें।
कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत सदस्य श्री अमर अरुण चन्द्राकर, नगर पालिका उपाध्यक्ष, श्री कृष्णा चन्द्राकर, जनपद सदस्य श्री कुणाल चन्द्राकर, श्री वीरेन्द्र चन्द्राकर सरपंच, श्री थनवर यादव, आयुष्मान भारत के जिला परियोजना समन्वयक श्री ओम प्रकाश धुरंधर, श्री श्यामल शर्मा, श्री हितेश चन्द्राकर उपस्थित थे। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने तीन अलग-अलग सड़क दुर्घटना में मृतक के परिजनों को 25-25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। इनमें पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम लहरौद निवासी श्री पप्पू रौतिया की मृत्यु सड़क दुर्घटना में माह फरवरी 2019 को होेने पर उनकी मॉ को, इसी प्रकार माह मई 2019 में महामसुन्द विकासखण्ड के ग्राम टुरीडीह निवासी श्री विश्राम गायकवाड़ की माह जून 2019 को सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनकी पत्नी श्रीमती राही बाई गायकवाड़ एवं जिला मुख्यालय महासमुन्द के नयापारा निवासी श्री रामचरण मारकंडे की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनकी पत्नी श्रीमती रामकुंवर मारकंडे 25-25 हजार रूपए की राशि मंजूर की गई है। -
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डेढ़ साल पढ़ाई, प्रशिक्षण का खर्च जिला खनिज न्यास मद से किया जाएगा
महासमुंद : स्टेट ऑफ होटल मैनेजमेंट, केटरिंग टेक्नालॉजी एवं एप्लाईड न्यूट्रीशन, होटल मैनेजमेंट कोर्स में प्रशिक्षण के लिए जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति (कमार जाति) के 3 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री एल.आर. कुर्रे ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजाति के विद्यार्थियों का वॉक-इन-इंटरव्यू 20 सितम्बर को किया गया था। जिसमें निर्धारित योग्यता, पात्रता अनुसार जिसमें 50 प्रतिशत् के साथ कक्षा 12वीं उत्तीर्ण जिसकी उम्र 25 वर्ष से कम हो ऐसे अभ्यर्थियों से आवेदन मंगाया गया था। अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये अतिरिक्त 03 वर्ष की छूट के साथ कार्यालय कलेक्टर आदिवासी विकास शाखा महासमुन्द में अभ्यर्थियों का वॉक-इन-इन्टरव्यू आयोजित किया गया।
12वीं के प्राप्त प्राप्तांक वरीयता के आधार पर 03 विद्यार्थियों का चयन किया गया। इनकी पढ़ाई एवं प्रशिक्षण का पूरा खर्च जिला खनिज न्यास मद से किया जाएगा। स्टेट ऑफ होटल मेनेजमेंट, केटरिंग टेक्नालाजी एवं एप्लाईड न्यूट्रीशन, रायपुर द्वारा 18 माह की डिप्लोमा कोर्स प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे उक्त प्रशिक्षणार्थी को डिप्लोमा की उपाधि मिलने के साथ-साथ प्लेसमेंट के जरिए जीविकोपार्जन हेतु एक उपयुक्त मार्ग प्रशस्त होगा। -
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महासमुंद : महासमुन्द जिले के 05 स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के लिये विभिन्न विषयों अंग्रेजी, हिन्दी माध्यम के व्याख्याता, प्रधान पाठक, शिक्षक, सहायक शिक्षक, प्रयोगशाला सहायक, कम्प्यूटर शिक्षक, ग्रंथपाल, व्यायाम शिक्षकों पद पर संविदा भर्ती का डेमों व वॉक-इन इन्टरव्यू 18 से 27 अगस्त 2021 तक लिया गया था। पात्र पाये गये अभ्यर्थियों की चयनित प्रावधिक मैरिट व प्रतीक्षा सूची जारी की गई है। जिसका अवलोकन जिले के वेबसाईट www.mahasamund.gov.in में कर सकते है।
आवेदकों द्वारा प्रावधिक मैरिट, प्रतीक्षा सूची पर दावा आपत्ति 25 सितम्बर 2021 को सायं 5.30 बजे तक स्पीड पोस्ट के माध्यम से कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द, पिन कोड- 493445 के पते पर भेज सकते है अथवा कार्यालयीन समय पर जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द कार्यालय में उपस्थित होकर जमा कर सकते है। दावा-आपत्ति में आवेदक अपना नाम पद विषय एवं पता का स्पष्ट उल्लेख करें। निर्धारित तिथि व समय के पश्चात प्राप्त दावा आपत्ति के आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। पात्र अभ्यर्थियों की निर्धारित शैक्षणिक योग्यता के प्राप्तांको पर 70 अंक, एक वर्ष से अधिक आवेदित पद के अनुभव पर 10 अंक, डेमों क्लास पर 10 अंक इन्टरव्यू पर 10 अंक इस प्रकार कुल 100 अंकों के प्राप्तांको के आधार पर 56 पद थे। -
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30 सितम्बर तक की जाएगी गिरदावरी
महासमुंद : महासमुंद जिले में वर्तमान फसल सत्र 2021-22 में आज दिनांक 23 सितंबर की स्थिति में 73 प्रतिशत् गिरदावरी कर फसल प्रविष्टि की गयी है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह सहित जिले के अनुविभागीय अधिकारी भी खेतों में उतरकर चल रहे गिरदावरी कार्य का सत्यापन कर रहें हैं। इस दौरान वे वास्तविक रकबे का फसल प्रविष्टि (गिरदावरी) का सत्यापन कर ऑनलाईन प्रविष्टि की स्थिति भी जान रहे हैं।
डिप्टी कलेक्टर डॉ. नेहा कपूर भू-अभिलेख ने बताया कि वर्ष 2021-22 में खरीफ फसल प्रविष्टि का 73 प्रतिशत् से अधिक कार्य पूर्ण हो गया है। इसमें महासमुंद तहसील में 88.69 फसल प्रविष्टि कर ली गई है। वहीं बसना तहसील में 83.59 प्रतिशत पूर्ण हुआ है। इसी तरह पिथौरा तहसील में 73.62 प्रतिशत, सरायपाली 71.8 और बागबाहरा तहसील में 64.15 प्रतिशत फसल प्रविष्टि दर्ज की जा चुकी है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने शेष फसल प्रविष्टि 30 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है।
विभागीय अधिकारी ने बताया कि निजी कृषि भूमि के 11 लाख 268 कुल खसरे में से 7 लाख 95 हजार 52 खसरों की फसल प्रविष्टि की जा चुकी है। शेष 3 लाख 18 हजार 64 गिरदावरी और प्रविष्टि का काम जारी है। गिरदावरी रिपोर्ट बनाने का काम चल रहा है। इस बार मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की भूमिका की सत्यापन किया जा रहा है। इसी आधार पर तय होगा कि इस साल जिले में कितने मात्रा में धान की खरीदी की जाएगी। गिरदावरी कार्य में अब सिर्फ एक सप्ताह ही बचा है।
जिले में सिर्फ 27 प्रतिशत् गिरदावरी शेष है, जो तय समय-सीमा पर पूरी हो जाएगी। गिरदावरी के लिए राजस्व विभाग के कलेक्टर सहित एसडीएम, पटवारी, राजस्व निरीक्षक द्वारा किसानों के खेतों में खसरों का भौतिक सत्यापन कर रहें हैं कि खेत में कौन सी फसल बोई गई है। खसरे के अंतर्गत फसल, पेड़, मकान, सिंचाई सुविधा आदि की भी जानकारी ली जा रही है एवं खसरे में इसकी प्रविष्टि भी की जा रही है। गिरदावरी का काम 1 अगस्त से शुरू हुआ था जो 30 सितम्बर तक पूरा किया जाना है। -
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महासमुंद : खाद-बीज की उपलब्धता के संबंध में ज़िला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रही है। कलेक्टर श्री डोमन ंिसंह ने जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) व कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसी भी स्थिति में जिले में खाद-बीज की समस्या न आए। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन करें कि किसानों को जरूरत के मुताबिक समय पर खाद-बीज उपलब्ध हो।
कृषि विभाग के उप संचालक श्री एस.आर. डोंगरे के मार्गदर्शन में मंगलवार 21 सितम्बर को कृषकों की शिकायत के आधार पर जिला मुख्यालय के निकटस्थ ग्राम बेलसोंडा के श्रद्धा कृषि केन्द्र का निरीक्षण उर्वरक निरीक्षक श्री भीमराव घोडे़सवार, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री एम. एल. साहू. एवं श्री बी. एल. अहिरवार द्वारा किया गया। जहां श्रद्धा कृषि केन्द्र में 45 बैग यूरिया 45 कि.ग्रा. पैकिंग कंपनी नागार्जुन का पाया गया। अधिकारियों ने अपने समक्ष 23 कृषकों को रकबे के हिसाब से उचित मूल्य 265 रुपये में वितरण किया गया। साथ ही श्रद्धा कृषि केन्द्र बेलसोंडा को उर्वरक गुण नियंत्रण आदेश 1985 के खण्ड-345 के उल्लंघन करने तथा दुकान में निर्धारित मूल्य सूची चस्पा नहीं करने और किसानों को बिल नहीं देने पर नोटिस जारी किया गया है।
कृषि अधिकारियों ने जिले के अमानक बीज-खाद के विक्रय तथा कालाबाजारी की रोकथाम के लिए कृषि आधारित दुकानों का औचक निरीक्षण कर कालाबाजारी में लिप्त दुकानदारों पर लगातार सख्त कार्रवाई कर रहें हैं।
कृषि सामग्री विक्रेता यूरिया की कालाबाजारी व अधिक दर पर बेचने की शिकायत मिलने पर विकासखण्ड बागबाहरा में अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री अमित कुमार मोहंती एवं उर्वरक निरीक्षक श्री भीमराव घोड़ेसवार को निजी उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने 16 सितम्बर को भेजा गया। उनके द्वारा बागबाहरा शहर के निजी उर्वरक प्रतिष्ठान किसान बीज भण्डार का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान 265 रुपए प्रति बैग में यूरिया कृषकों को उनके रकबे के आधार पर विक्रय किया गया। किसानों ने बताया कि उन्हें दुकानदार द्वारा 265 रुपए प्रति बैग में यूरिया दी जा रही है। -
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महासमुंद : कलेक्टर एवं परिनिर्धारण आयुक्त श्री डोमन सिंह ने सड़क दुर्घटना में अज्ञात वाहन की ठोकर से मोटर दुर्घटना के लिए मोटरयान अधिनियम के टक्कर मारकर भागने संबंधी उपबंधों के अधीन सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से चोट लगने से मृत्यु होने पर सोलेशियम
फण्ड से प्रतिकर के रूप में दो मृतकों के निकटतम वारिसान के लिए 25-25 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें बसना विकासखण्ड के ग्राम गढ़पटनी निवासी श्री पंकज पटेल की मृत्यु 26 जून 2016 को होेने पर उनकी माता श्रीमती बरमोती बाई एवं महामसुन्द विकासखण्ड के ग्राम झाखरमुड़ा निवासी श्री सत्यनारायण निर्मलकर की मृत्यु होने पर उनकी पत्नी श्रीमती देवकी बाई के लिए राशि स्वीकृत की गई है।
मृतक श्री संतोष यादव की पत्नी श्रीमती संतोषी यादव को 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है। महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम तुमगांव निवासी श्री संतोष यादव की मृत्यु एक सड़क दुर्घटना से हो गई थी। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने उनकी पत्नी श्रीमती संतोषी यादव उक्त आर्थिक अुनदान सहायता राशि स्वीकृत की है। -
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महासमुंद : जिले में कोरोना की धीमी पड़ती रफ्तार और वर्तमान में कोरोना प्रकरणों की संख्या में कमी को देखते हुए पूर्वादेशों में आंशिक संशोधन करते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री डोमन सिंह ने वैवाहिक कार्यक्रम निवास-गृह, होटल अथवा मैरिज हॉल में कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने की शर्त पर आयोजित करने की अनुमति दी है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में विवाह एवं अन्य आयोजनों/कार्यक्रमों में शामिल होने वाले व्यक्तियों की कुल अधिकतम संख्या 150 होगी। जारी आदेश में कहा गया है कि इसी प्रकार अंत्येष्ठि, दशगात्र इत्यादि मृत्यु संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों की कुल अधिकतम संख्या 50 होगी।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के जारी ताजा आदेश में उल्लेख किया गया है कि होटल/मैरिज हॉल में किसी एक आयोजन के दौरान सभी पक्षों को मिलाकर 50 प्रतिशत् सीमा के अधीन अधिकतम 150 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे। इन सबकी सूची मैरिज हॉल संचालक के द्वारा संधारित की जाएगी। आयोजन में धुमाल/ब्रॉस बैंड/बैंड पार्टी पर पूर्वादेश एवं शर्तों का पालन करना होगा। इसके अलावा आयोजन के दौरान मॉस्क धारण करना तथा फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जाति प्रमाण-पत्र के सत्यापन हेतु जिला स्तरीय जाति प्रमाण सत्यापन समिति का गठन किया है। समिति के अध्यक्ष अपर कलेक्टर होंगे, यदि वे न हो तो डिप्टी कलेक्टर इसके अध्यक्ष होंगे।समिति में सदस्य के तौर पर महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, जिला योजना एवं सांख्यिकी अधिकारी, जिला कोषालय अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर, जिले के अनुसूचित जाति कल्याण, थानें के उप पुलिस अधीक्षक होंगे। सदस्य सचिव सहायक आयुक्त आदिवासी विकास रहेंगे। समिति गठन राज्य शासन के सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन के आदेश के परिपालन में किया गया है। -
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महासमुंद : महासमुंद जिले में चालू मानसून के दौरान 01 जून 2021 से अब तक 900 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गयी। भू-अभिलेख से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सर्वाधिक वर्षा बसना विकासखंड में 1060 मिलीमीटर, महासमुंद में 959.3 मिलीमीटर, बागबाहरा में 936.4 मिलीमीटर, सरायपाली विकासखंड 938.6 मिलीमीटर और सबसे कम वर्षा 605.7 मिलीमीटर पिथौरा ब्लॉक में दर्ज की गई। आज 22 सितम्बर को 12.8 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जिले के तहसीलवार वर्षा में आज सरायपाली तहसील में 21.6 मिलीमीटर, पिथौरा तहसील में 12.5 मिलीमीटर, बसना तहसील में 11 मिलीमीटर, बागबाहरा तहसील में 9.4 मिलीमीटर एवं महासमुंद तहसील में 9.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। -
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महासमुंद : स्व. राजीव गांधी बाल भविष्य सुरक्षा प्रयास आवासीय विद्यालय संशोधित नियमावली-2020 अनुसार प्रदेश के आदिवासी उपयोजना क्षेत्र तथा नक्सल पीड़ित, प्रभावित क्षेत्रों के शालाओं से कक्षा 8वीं उत्तीर्ण प्रतिभावान् विद्यार्थियों के उत्कृष्ट एवं गुणवत्तापूर्ण स्कूली-शिक्षा के साथ-साथ राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं (इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं सी.ए.सी.एस. क्लैट इत्यादि) से संबंधित प्रवेश परीक्षाओं में सफल होने योग बनाने हेतु यह विद्यालय स्थापित किया गया है।
आदिवासी विकास के सहायक आयुक्त ने बताया कि सत्र 2021-22 में इन विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन पत्र जिले के सहायक आयुक्त आदिवासी कार्यालय महासमुंद में जमा करने की अंतिम तारीख 04 अक्टूबर 2021 है। प्रवेश परीक्षा रविवार 10 अक्टूबर 2021 को प्रातः 10ः30 से 1ः00 बजे तक आयोजित होगी। आवेदन पत्र एवं संबंधित जानकारी विभागीय वेबसाइट www.tribal.cg.gov.in एवं जिले के कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास महासमुंद से प्राप्त कर सकते है। -
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अब तक 55 हजार से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जांच एवं इलाज किया गया
महासमुंद : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत् महासमुंद सहित विकासखंड बागबाहरा, बसना, सरायपाली और पिथौरा में हर हफ्ते लगने वाली हाट-बाजार में क्लीनिक स्वास्थ्य शिविर में जांच और इलाज की सुविधा मुहैया करायी जा रही है। वहीं मरीजों को त्वरित रूप से आधारभूत स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है। जिले में इस योजना के शुरुआत से अब तक लगभग 55 हजार से ज्यादा लोगों के विभिन्न बीमारियों में स्वास्थ्य का परीक्षण कर जरूरी उपचार किया गया। विगत ढाई माह (01 जुलाई से 13 सितम्बर) में जिले में लग रही हाट-बाजारों में 20500 लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण कर उनको दवाईयां दी गयी।
इस योजना से ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ हो इसके लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर नुक्कड़ नाटक/कलाजत्था के माध्यम से स्थानीय भाषाओं में शिविर के बारे में लोगों को जानकारी देकर जन जागरूकता निर्मित की जाती है। कोरोना काल के चलते चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मी इस महामारी से लोगों के स्वास्थ्य रक्षा में लगे होने एवं लॉकडाउन के कारण इस योजना पर भी असर पड़ा। ज़िले के विकासखंड बागबाहरा के अंतर्गत आने वाले ग्राम चुरकी, खट्टी, तुसदा आदि के साप्ताहिक हाट-बाजार में आये ग्रामीणों से बात करने पर उन्होंने बताया कि शासन की यह योजना बहुत ही फायदेमंद है। इस योजना के बारे में ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब हमारे स्वास्थ्य की जिम्मेदारी सरकार ने खुद उठा ली है। परिवार के सदस्यों को भी स्वास्थ्य जांच के लिए बाजार में लगे हाट-बाजार में भी लाते हैं। हाट-बाजार में नियमित क्लीनिक लगने से अब पहले की अपेक्षा भीड़ बढ़ी है। ग्रामीण अपनी दैनिक उपयोग की सामग्री क्रय करने हेतु साप्ताहिक बाजार में आते हैं। जहां खरीदी के साथ-साथ वे अपने स्वास्थ्य की भी जांच करवा लेते हैं। दुर्गम इलाकों के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना किसी देवदूत से कम नहीं है। माह अगस्त से जिले के 99 हाट बाजारों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जॉच कर निःशुल्क दवाईयां मुहैया करायी जाती है।
छत्तीसगढ़ राज्य में शुरू की गई मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जन-जन तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (02 अक्टूबर 2019) पर पूरे प्रदेश में यह योजना लागू की। प्रदेश के कई जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में न जाने कितने ऐसे इलाके हैं, कितने गांव हैं, जहां से निकलकर जिला मुख्यालय तक की दूरी तय कर इलाज के लिए अस्पताल आना लोगों के लिए बेहद कठिन काम होता था। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को लेकर होती थी, यहां प्रत्येक दिन मलेरिया से लेकर दूसरी अन्य बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। गर्भवती महिलाओं के लिए इन इलाकों से निकलकर अस्पताल आना बेहद कठिन काम होता था। इस योजना में स्वास्थ्य अमला हाट-बाजारों में शिविर लगाकर लोगों का इलाज करने के साथ ही निःशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध कराते हैं। इससे ग्राम के ही नजदीक ग्रामवासी अपने स्वास्थ्य का परीक्षण और उपचार कराते हैं।
कोरोना काल के चलते महासमुंद जिले के 15 हाट-बाजारों में क्लीनिक का संचालन किया जा रहा था। लेकिन अब माह अगस्त से दूरस्थ अंचलों में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजारों सहित 99 हाट बाजारों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजनांतर्गत स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना, गर्भवती महिलाओं का पंजीयन, प्रसवपूर्व संपूर्ण जांच एवं पूर्ण टीकाकरण सहित बी.पी, शुगर, मलेरिया, जांच किट के माध्यम से पैथोलॉजी जांच, नेत्र जांच, जागरूकता के अभाव में होने वाले अकाल मृत्यु को रोकना, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, कुपोषण दर कम करना आदि है। महासमुंद विकासखंड सहित सभी बागबाहरा, पिथौरा, बसना और सरायपाली में लगने वाली हाट बाजारों में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक शिविर का संचालन किया जा रहा है। साप्ताहिक हाट बाजारों में चिकित्सक, पैरा मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य उपचार किया जा रहा है। जिले में लगाये जा रहे हाट-बाजार क्लीनिक में पिछले जुलाई माह से 13 सितम्बर तक (लगभग ढाई महीने) में आयोजित 99 हाट-बाजारों में 281 शिविर लगाए गए। इनमें बागबाहरा के 22 हाट-बाजार, बसना के 20, महासमुंद के 23, पिथौरा के 08 और सरायपाली के 26 हाट-बाजार है। इन हाट-बाजारों में ढाई महीने में 20500 ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। जिसमें मलेरिया, फाइलेरिया, टीबी, डायरिया, कुपोषण, एनीमिया, सिकल सेल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज के साथ ही गर्भवती महिलाओं के ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन के अलावा गर्भधारण परीक्षण भी किया गया। इसके अतिरिक्त चर्म रोग और एच.आई.वी. की भी जॉच की गई। पहले जानकारी एवं अशिक्षा के कारण अंदरूनी इलाके के ग्रामीण आसपास के बैगा-गुनिया और सिरहा से झाड़-फूक के जरिये अपना इलाज करवाते थे। सही इलाज के अभाव में उनकी मृत्यु तक हो जाती थी। उन दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना अब बेहद लाभदायक सिद्ध हो रहा है। -
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महासमुंद : छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित ग्रामीण आजीविका मिशन ‘‘बिहान’’ एक महत्वाकांक्षी योजना हैं। ‘‘बिहान’’ योजना महिलाओं को आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने की एक अनूठी पहल है। इस योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-सहायता समूहों को कौशल विकास उन्नयन का प्रशिक्षण दिया जाता है। जिससे महिलाएं स्वरोजगार प्राप्त कर आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
‘‘बिहान’’ योजना से जुड़ने वाली महिला स्व-सहायता समूह को आर्थिक रूप से सशक्त बनानें के लिए जिला प्रशासन द्वारा भी भरपूर सहयोग किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें एक निश्चित प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाता है, ताकि वे अपने निर्मित सामग्रियों को आसानी से बिक्री कर सकें। प्रशासन के माध्यम से महिला स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित विभिन्न सामग्रियों को स्कूल, ऑगनबाड़ी, आश्रम-छात्रावास के अलावा अन्य विभागों में भी सप्लाई किया जाता है। जिससे स्व-सहायता समूह की महिलाओं की आर्थिक स्थिति और सुदृढ़ हो सकें।
दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह भोरिंग की अध्यक्ष श्रीमती कुमारी साहू ने बताया कि इस समूह में गॉव के 12 महिला सदस्य हैं। जिन्हें जिला प्रशासन के सहयोग से कलेक्ट्रेट के सामनें सामग्रियों को बेचनें के लिए स्टॉल उपलब्ध कराया गया है। वे सभी महिलाएं एक वर्ष पूर्व जनपद एवं जिला पंचायत के अधिकारियों के द्वारा ‘‘बिहान’’ योजना के बारें में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान करने से वे समूह में जुड़ने के लिए प्रेरित हुई। इन समूह की महिलाओं को 10 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया। समूह के कार्य और लगन को देखकर उन्हें बैंक के माध्यम से एक लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया है। जिससे वे प्रतिमाह 10-10 हजार रूपए के आसान किस्तों में भुगतान कर माह मई में पूरी ऋण की राशि में ब्याज सहित चुकता कर दी है। दुकान उन्होंने सितम्बर 2020 में खोली थी। आस-पास सरकारी कार्यालय होने के कारण वे दुकान में चाय-नाश्ता की सामग्री का भी विक्रय करती है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी भी हो जाती है।
श्रीमती साहू ने बताया कि स्व-सहायता समूह से जुड़ने के पूर्व वे सब्जी-भाजी बेचकर अपने घर का जीविकोपार्जन करते थे। लेकिन उन्हें इस व्यवसाय में अच्छी आमदनी प्राप्त नहीं होती थी। इस कारण वे स्व-सहायता समूह में जुड़ी। स्व-सहायता समूह में जुड़ने से उनके साथ-साथ समूह की सभी महिलाओं को आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है। जिला कार्यालय (कलेक्ट्रेट) के सामने स्थित उनके स्टॉल पर स्व-सहायता समूह की सामग्रियों की बिक्री काफी अच्छी होने के कारण अन्य महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य भी उनके द्वारा निर्मित अन्य सामग्रियां भी यहां बिक्री के लिए रखती है। जिसके कारण ग्राहकों को सभी प्रकार की सामग्रियां इस स्टॉल से प्राप्त हो जाती है। जिससे ग्राहक यहां बड़ी संख्या में समूह द्वारा निर्मित सामग्रियों को लेने के लिए पहुंचते हैं। दुकान से वे अच्छी खासी कमाई कर रही है। बैंक से लिया गया ऋण भी समय पर चुकता हो गया।
अन्य समूह गणेश महिला स्व-सहायता समूह, प्रभु कृपा महिला स्व-सहायता समूह भोरिंग एवं सॉईनाथ महिला स्व-सहायता समूह टेमरी सहित अन्य महिला स्व-सहायता समूहों के सामग्रियां यहां बिक्री के लिए रखीं गई है। जिसमंे कपड़े, बर्तन धोनें एवं नहानें का साबुन, बर्तन साफ करने का लिक्विड, सर्फ, लाईट, मोमबत्ती, विभिन्न प्रकार के लड्डू, हर्बल शैम्पू, पैरदान, गोबर के दीएं, जैविक खाद, अगरबत्ती, करी लड्डू, बड़ी, पापड़, आचार, सेनेटाईजर, हैण्डवॉश, झालर, मॉस्क सहित अन्य सामग्रियां उपलब्ध हैं। दुकान का संचालन सबेरे 08ः00 बजे से शाम 05ः00 बजे तक करती है। उनके समूह के सदस्य घरांे में विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का निर्माण करती हैं। उन्होंने कहा कि शासन की यह महत्वाकांक्षी ‘‘बिहान’’ योजना हमारें जैसे हजारों महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वरदान साबित हो रही है।