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 कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'डेल्टा प्लस' की वजह से नहीं आएगा देश में तीसरी लहर!
एजेंसी 
 
नई दिल्ली :  देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप कुछ कम होने के साथ ही अब स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सामने तीसरी लहर की आशंकाएं खड़ी हो गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'डेल्टा प्लस' की वजह से देश में इस महामारी की तीसरी लहर आ सकती है। अभी तक महाराष्ट्र सहित तीन राज्यों में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट के 40 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इस बीच देश के शीर्ष डॉक्टरों में शुमार और जीनोम सीक्वेंसर डॉ. अनुराग अग्रवाल ने डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर एक राहत भरी जानकारी दी है।


'डेल्टा+ का तीसरी लहर से कोई लेना-देना नहीं' एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल ने बताया, 'इस समय तक अभी ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है, जिससे यह माना जाए कि डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से कोई लेना-देना है। मेरे इंस्टीट्यूट ने जून के महीने में महाराष्ट्र से लिए गए 3500 से ज्यादा सैंपल का सीक्वेंस किया। इसमें अप्रैल और मई के सैंपल्स भी कवर किए गए। हमने यह तो पाया कि उनमें डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले बहुत ज्यादा हैं, लेकिन अगर देखा जाए तो ये एक प्रतिशत से भी कम होंगे।'

'डेल्टा का कोई भी वेरिएंट एक चिंताजनक वेरिएंट' डॉ. अनुराग अग्रवाल के मुताबिक, 'हालांकि डेल्टा का कोई भी वेरिएंट एक 'चिंताजनक वेरिएंट' है। तो जब मैं कहता हूं कि हमें बहुत ज्यादा चिंतित नहीं होना चाहिए, तो मेरा मतलब साफ है कि आज भारत में कहीं भी मौजूद किसी भी डेल्टा के लिए, हमें तीसरी लहर के बारे में चिंता करने से पहले दूसरी लहर के खत्म ना होने के बारे में चिंतित होना चाहिए। दूसरी लहर की रफ्तार खुद भले ही कम हुई है, लेकिन अगर हम कोविड प्रोटोकॉल में लापरवाही बरतते हैं, तो हमारे लिए भारी पड़ सकता है।'

अभी तक कहां कहां मिला डेल्टा प्लस वेरिएंट आपको बता दें कि डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर केंद्र सरकार ने बुधवार को चिट्ठी लिखकर राज्य सरकारों से कहा कि जिन जिलों में इस वेरिएंट के मामले मिल रहे हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर रोकथाम के उपाय किए जाएं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपनी चिट्ठी में टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने की भी सलाह दी। डेल्टा प्लेस वेरिएंट के मामले अभी तक केवल महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल में ही मिले हैं। केरल में कोरोना के डेल्टा प्लस मामलों को देखते हुए तीन गांवों को सील कर दिया गया है।
 

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