अमित शाह के चैलेन्ज पर AAP का पलटवार, ट्वीट कर जारी की कामो की लिस्ट
नई दिल्ली। दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में 22 फरवरी 2020 से पहले चुनाव हो सकते हैं। गुरुवार को चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दिल्ली के विधानसभा चुनावों को लेकर अहम बैठक की। इस बीच भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गुरुवार को आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा सीएम अरविंद केजरीवाल हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि केजरीवाल किसी और के काम पर अपना ठप्पा लगा देते हैं। अमित शाह के इन आरोपों पर अब आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया है।
अमित शाह के आरोपों पर पलटवार करते हुए आम आदमी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा गया, 'सातों दिन और 24 घंटे सब्सिडी वाली बिजली, फ्री पानी, फ्री और गुणवत्ता युक्त हेल्थकेयर, विश्व स्तरीय सरकारी स्कूल, 1.4 लाख सीसीटीवी, फ्री वाईफाई, महिलाओं के लिए फ्री यात्रा और जरूरी सुविधाओं की घर पर डिलीवरी। यह सारे काम अरविंद केजरीवाल सरकार ने कराए हैं और अमित शाह चुनाव से ठीक पहले ठप्पा लगाने आए हैं।'

आपको बता दें कि इससे पहले एक कार्यक्रम में दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ऐसे हैं जो नई-नई चीजें करते रहते हैं। केजरीवाल ने अब एक नई शुरुआत की...योजना और काम किसी और का, लेकिन ये ठप्पा अपने नाम का लगाते हैं। पीएम मोदी ने कहा है कि देश के हर घर में नल से पीने का पानी पहुंचाने का काम भाजपा की सरकार करने वाली है। सीएम केजरीवाल विज्ञापन देकर इस योजना का यश लेने का प्रयास कर रहे हैं। जब पीएम मोदी ने देश के हर घर को पानी पहुंचाने का वादा किया है, तो दिल्ली भी तो उसमें आता है।'
अरविंद केजरीवाल की सरकार पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा, 'करीब 60 महीने होने को आए हैं, केजरीवाल को मुख्यमंत्री बने, आज से पहले ये सारे वादे पूरे क्यों नहीं किए। अभी भी ये वादे पूरे नहीं होने वाले हैं, सिर्फ विज्ञापन देकर ये लोगों को झांसा दे रहे हैं। इन्होंने जीवन में सिर्फ विरोध करने और धरना देने का काम किया है। मैं आज आपको सबसे बड़ा रोड़ा क्या है, बताना चाहता हूं। मोदी जी, हरदीप जी द्रुत गति से काम करना चाहते हैं, मगर ये केजरीवाल सरकार जो है वो एक बहुत बड़ा रोड़ा है। केजरीवाल सरकार हर विकास के काम में अड़ंगा लगाती है।'
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल आगामी 22 फरवरी को खत्म हो रहा है। 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 2015 के चुनाव में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को महज 3 सीटें ही मिल पाईं थी, जबकि कांग्रेस का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुला था। गुरुवार को दिल्ली में चुनाव अधिकारियों की बैठक हुई, जिसे देखकर माना जा रहा है कि जल्द ही दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है। साल 2020 में दिल्ली के अलावा बिहार में भी विधानसभा चुनाव होने हैं।
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