ब्रेकिंग न्यूज़

 दिल्ली में फिर से कोरोना वायरस का प्रकोप, पिछले एक महीने में बढ़े 90 फीसदी एक्टिव केस
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। पिछले एक महीन में ही दिल्ली में कोरोना वायरस के एक्टिव केस 90 फीसदी बढ़े हैं। 4 अगस्त को यहां कोरोना के एक्टिव मामले 9,897 थे, जो 4 सितंबर को बढ़कर 18,845 हो गए। इस दौरान देश में बढ़े कुल एक्टिव केस के मुकाबले यहां दोगुनी तेजी से कोरोना के मामले बढ़े हैं। हालांकि दिल्ली में मिले कोरोना के कुल मरीजों में फिलहाल महज 10 फीसदी ही एक्टिव केस हैं, जबकि देश में यह आंकड़ा 24 फीसदी है।

जून महीने के अंत में दिल्ली में जिस वक्त कोरोना वायरस अपने शिखर पर था, उस समय राजधानी में एक्टिव केस करीब 28 हजार थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने इस मामले पर कहा कि दिल्ली में बढ़ रहे एक्टिव केस बीमारी के और ज्यादा फैलने का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा आने वाले दिनों में राजधानी में कोरोना वायरस के बेड की मांग भी बढ़ सकती है।

इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में एक दिन के अंदर कोरोना वायरस के 2914 नए मामले मिले। पिछले 70 दिनों में यह अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इन नए मरीजों के साथ दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल केस बढ़कर 1 लाख 85 हजार के पार पहुंच गए हैं। वहीं शुक्रवार को कोरोना की वजह से दिल्ली में 13 लोगों की मौत हुई और मृतकों की संख्या बढ़कर 4513 हो गई।

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने हाल ही में अपनी रणनीति में भी बदलाव किया है और राजधानी के अंदर टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी गई है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस के 36219 टेस्ट किए गए हैं। इनमें 8,488 टेस्ट आरटीपीसीआर के जरिए और 27731 टेस्ट रैपिड एंटीजन के माध्यम से किए गए। इसे लेकर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि निश्चित तौर पर टेस्टिंग बढ़ाने से कोरोना के केस भी बढ़े हैं, लेकिन इसके साथ ही संक्रमण की दर भी बढ़ गई है। इसकी एक बड़ी वजह आर्थिक गतिविधियों का खुलना और लोगों का नियमों का पालन ना करना है।

 

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook