बिहार में दो नाव हादसे, आठ लोगों की मौत, राहत व बचाव कार्य जारी
एजेंसी
बिहार : देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार कोरोना वायरस माहमारी से जूझ रहा है। अब बिहार को बाढ़ से भी जूझना पड़ रहा है। बता दें कि बिहार के 14 जिले इन दिनों बाढ़ से जूझ रहे हैं। राज्य के करीब 40 लाख लोग बाढ़ की समस्या से प्रभावित हैं। वहीं 11 लोगों की बाढ़ से संबंधित घटनाओं में जान जा चुकी है। इनमें से आठ लोग दो नाव हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं।
बाढ़ से राहत के लिए सरकार ने 19 राहत केंद्र बनाए हैं, जिनमें करीब 26 हजार लोग ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही करीब 7 लाख लोगों को हर दिन खाना मुहैया कराने के लिए सरकार ने करीब 1193 कम्यूनिटी किचन बनाए हैं, जहां से जरुरतमंदों को खाना पहुंचाया जा रहा है।
लोगों को बाढ़ से बचाने और प्रभावित इलाकों को खाली कराने के लिए सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की हुई हैं। इसके अलावा भारतीय वायुसेना भी राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रही है।
वहीं बिहार के गोपालगंज जिले में 24 घंटे के भीतर दो नाव हादसों में 8 लोगों की जान चली गई है। घटना बैकुंठपुर के परसौनी मलाही की बतायी जा रही है। इस हादसे में 6 लोग डूबे हैं। जिनमें से 3 के शव मिल चुके हैं और 3 की तलाश की जा रही है। मरने वालों में तीन बच्चियां थी और बाकी किशोर युवक-युवती थे।
इससे पहले बुधवार को जादोपुर थाने के रामनगर गांव में कम्यूनिटी किचन से बाढ़ प्रभावितों के लिए खाना लेकर जा रहे युवकों की नाव पलट गई थी। इसमें दो युवकों की डूबकर मौत हो गई थी।
इन हादसों के अलावा बाढ़ में डूबने से अभी तक 13 लोगों की मौत हुई है। जिनमें से उत्तर बिहार में 10, भागलपुर में तीन लोगों की मौत हुई है। पश्चिमी चंपारण में तीन, मधुबनी में एक, पूर्वी चंपारण में दो, सीतामढ़ी में दो, समस्तीपुर में दो और भागलपुर के मधेपुरा में एक, कटिहार में दो लोगों की जान चली गई है।
बिहार में सभी बाढ़ पीड़ितों के बैंक खाते में 6 हजार रुपए की सहायता राशि 10 अगस्त से पहले भेजने का सरकार ने ऐलान किया है। अभी तक सरकार बिहार के 1,42,192 परिवारों के खाते में 85.32 करोड़ रुपए की राशि भेज चुकी है।
साभार jansatta
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