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 महासमुंद : ग्रामीण क्षेत्रों में एल्बेन्डाजोल खिलाने का अंतिम दिन आज, कल से शहरी इलाकों में चलेगा कृमि-मुक्ति अभियान

 एक अक्टूबर से आगामी सप्ताह-भर शहरी क्षेत्रों में घर-घर जाकर बच्चों को खिलाई जाएगी कृमि नाशक दवा

 
महासमुंद : एल्बेन्डाजोल की गोलियां यानी कृमि नाशक दवा बच्चों को  केवल कृमि की परेशानी से निजाद दिलाती है बल्कि यह कृमि के कारण बच्चों में होने वाली शारीरिक और मानसिक विकास संबंधित बाधाओं को भी दूर करती हैं। कोविड-19 की वैश्विक महामारी को देखते हुए इस बार लोगों के घरों में जाकर इसकी खुराक दे रही है।
 
दो भागों में चल रहे इस अभियान में पहले चरण में 23 सितम्बर 2020 से ग्रामीण क्षेत्रों में एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाया जाना शुरू किया गया। जिसका अंतिम दिन आज बुधवार 30 सितम्बर 2020 को पूर्ण हो रहा है। इस ओर प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के. परदल ने आमजन से अपील की है कि वैसे तो मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर दवा सेवन कराया है,
 
 
किन्तु अगर कोई अब भी इसके लाभ से वंचित रह गए हैं तो आज ही अपने नजदीकी क्षेत्र की मितानिन या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से समन्वय कर अपने बच्चों को दवा खिला सकते हैं।
बढ़ते क्रम में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि कोविड-19 के दौर में जिले के कई  क्षेत्रों को कन्टेनमेन्ट जोन घोषित किए जाने के कारण अभियान दो चरणों में चलाया जा रहा है। दूसरे चरण में एक अक्टूबर 2020 से आगामी सप्ताह-भर तक शहरी क्षेत्रों में निवासरत परिवारों के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए शहरी क्षेत्र में आवश्यक दवाओं का भंडारण भी कर लिया गया है।
 
आरएमएनसीएचए सलाहकार (शिशु स्वास्थ्य) डाॅ. मुकंद राव घोड़ेसवार से मिली जानकारी के मुताबिक शहरी क्षेत्र में विकासखण्डवार महासमुंद में कार्यरत मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता स्थानीय आमजन का गृह भ्रमण कर दवा सेवन करवाएंगी। वहीं, विकासखण्ड पिथौरा, बसना, सरायपाली और बागबाहरा में यह कार्य केवल आंगनबाड़ी कार्यकताओं द्वारा ही संपादित किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि जिले में चार लाख 68हजार 342  बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीस कर एवं तीन से उन्नीस वर्ष आयु तक के बच्चों व किशोरों को पूरी गोली खिलाई जा रही है। चिकित्सकों की राय में इस दवा के कोई साइडफेक्ट्स नहीं हैं और हाल ही में ग्रामीण अंचल में चले अभियान के दौरान बच्चों ने इस दवा के मीठे स्वाद के कारण बिना किसी परेशानी आसानी से इसकी खुराक ली है।
 
सुरक्षा सावधानी के लिए आमजन से अनुरोध किया गया है कि वे भी कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत आपके घर आकर दवा सेवन कराने वाले स्वास्थ्यकर्मियों का सहयोग करें, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें, अनावश्यक भीड़ न बढ़ाएं और मास्क का उपयोग करना तो बिलकुल भी न भूलें। बच्चों को दवा सेवन कराने के पूर्व स्वयं एवं बच्चों के हाथ और मुंह भली प्रकार साबुन से धो लें, साथ में स्वच्छ पानी रखें।
 
इस दौरान बच्चों के मुँह से मास्क केवल उसी समय हटाएं जब उन्हें दवा खिलाई जा रही हो। दवा सेवन कराए जाने के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव न हो इसके लिए जिला स्वास्थ्य ने स्वास्थ्यकर्मियों को मास्क, दस्ताने और सैनिटाइजर आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दिए हैं। इससे आप निःसंकोच अपने बच्चों को एल्बेन्डाजोल की दवा खिला सकते है।
 

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