ब्रेकिंग न्यूज़

 महासमुंद : पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित 55 वर्षीय कोविड मरीज की मृत्यु
गंभीर रोग से पीड़ित व सामान्य लक्षण वाले व्यक्ति नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में कराएं
निःशुल्क जाॅच: डाॅ. एस.पी. वारे

महासमुंद : कोविड-19 की वैश्विक महामारी काल में स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतना कितना जरूरी हैं। इस बात की पुष्टि चिकित्सकीय विश्लेषण से होती है। शुक्रवार 11 सितंबर 2020 की सुबह विकासखण्ड सरायपाली के दैतारी गांव से कोविड-19 का एक पाॅजिटीव प्रकरण सामने आया। जिसमें 55 वर्षीय मरीज को पिछले कई सालों से अनियमित रक्तचाप (बीपी) की बीमारी थी। साथ ही वे लंबे समय से अस्थमा (फेफड़े का रोग) से भी ग्रस्त थे। पेट में टयूमर होने के कारण उनका आॅपरेशन भी पहले हो चुका था।
 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.पी. वारे से मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार 10 सितम्बर की रात करीब 10ः00 बजे अचानक मरीज को सांस लेने में परेशानी व सांस फूलने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सरायपाली लाया गया। मौके पर उपस्थित चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच करने पर  पाया गया कि उन्हें रक्त चाप (बीपी) की समस्या पिछले कई सालों से थे और वे अस्थमा से भी ग्रसित थे। उन्हें तम्बाकू खाने की भी लत थी। उनके पेट में ट्यूमर होने की वजह से पहले शल्य क्रिया (ऑपरेशन) भी हो चुके थे। डाॅक्टर ने मरीज की स्थिति और गंभीरता को देखते हुए तत्काल रैपिड एन्टीजन किट से कोविड-19 त्वरित जांच की। जिसमें उन्हें पाॅजिटिव पाया गया। इस बीच मरीज का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सरायपाली में जीवनरक्षक चिकित्सकीय उपचार जारी रहा। बेहतर चिकित्सकीय उपचार के लिए सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ. आर.के. परदल से समन्वय कर मरीज को जिला मुख्यालय स्थित डेडिकेटेड कोविड हाॅस्पिटल रेफर किया। किन्तु डेडिकेटेड कोविड अस्पताल पहुंचाए जाने के पूर्व किए गए हर सम्भव प्रयास के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। मरीज की सुबह करीब साढ़े पांच बजे मृत्यु हो गई। स्वास्थ्य विभाग के गाईड लाईन और कोविड-19 प्रोटोकाॅल के तहत उनका अंतिम संस्कार की कार्रवाई की जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. वारे ने नागरिकों से पुनः अपील की है कि वर्तमान में कोविड-19 की महामारी के दौरान हमें स्वास्थ्य के प्रति निरंतर सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अतः स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर होने या तबियत बिगड़ने का इंतजार बिल्कुल न करें। सर्दी, खांसी, बुखार आदि के जरा से भी लक्षण दिखें तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाएं और निःशुल्क जांच कराएं। डाॅ. वारे ने विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं, बच्चंे, बजुर्ग और पहले से ही गंभीर बीमारियों जूझ रहे मरीजों को सजग रहने को कहा है।
 
तीन ब्राथ डेथ के मामले भी मिलें
इसके अलावा आज तीन ब्राथ डेथ यानी संबंधित अस्पताल में उपचार शुरू किए जाने के पूर्व ही मृत्यु होने की पुष्टि हुई। इनमें जिला मुख्यालय के ईमलीभांठा के 47 वर्षीय व्यक्ति सहित ग्राम मोहन्दी की 60 वर्षीया महिला नहीं रहे, परिजनों के मुताबिक ये दोनों पहले से ही बीपी के मरीज थे। मरणोपरांत इनकी कोविड-19 रिपोर्ट धनात्मक आई। वहीं एक अन्य प्रकरण ग्राम बम्हनी के रहने वाले 64 वर्षीय व्यक्ति की भी मृत्यु हुई है, जो हाल में ही जिले के एक निजी चिकित्सालय में उपचार करवा रहे थे। कल रात ही उन्हें जिला चिकित्सालय के आपातकालीन वार्ड में लाया गया। प्राथमिक उपचार के दौरान ही उनकी रिपोर्ट कोविड-19 से पाॅजिटीव पाई गई। डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करने के पूर्व ही उनकी मौत हो गई।

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook