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महासमुन्द : सफलता की कहानी : भंवरपुर में नवीन पशु चिकित्सालय बनने से क्लस्टर के पशु पालकों को मिली सहुलियत

महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे कार्यक्रम श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन में विकासखण्ड बसना के भंवरपुर को क्लस्टर बनाया गया है। इस मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन बनवाया गया है। इससे पहले पशु चिकित्सालय भंवरपुर से 02 किमी. दूर पिरदा रोड पर एक छोटे से कमरे में संचालित होता था, जो कि सुनसान और विरान जगह में था और उसके आस-पास कुछ भी नहीं था। जिससे वहां सभी का आना-जाना संभव नहीं था। यदि कोई बहुत ही आवश्यक कार्य होता तो उन्हें स्वयं के वाहन से ही जाना पड़ता था। वहां से मोबाईल कनेक्टिविटी भी बहुत मुश्किल से हो पाता था। इन सभी कारणों से यहां के पशुओं को सही समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाता था और लोगो को पशुपालन विभाग की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन वर्ष 2017-18 में प्रारंभ हुआ, योजना के प्रारंभ में ही ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण के लिए ऐसे जगह का चयन किया जाना था, जिससे लोगो को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके, तथा लोगो को आने जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इन सभी परेशानियों को देखते हुए श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के पूरक वित्त पोषण के एग्री सर्विसेस प्रोसेसिंग एण्ड अलाईड एक्टिविटिस् घटक के अंतर्गत 26.00 लाख का प्रपोसल बनवाकर कार्य प्रारंभ किया गया। जो कि पूर्णता पश्चात नवम्बर 2019 में पशुपालन विभाग को सुपुर्द किया गया। इसके उपरांत पशु पालन विभाग द्वारा नए भवन में चिकित्सा कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।

    नए पशु चिकित्सालय में आज की स्थिति में 30 प्रतिशत से अधिक लोगो के सलाह लेने के लिए आना बढ़ गया है एवं 15 प्रतिशत बाह्य रोगी विभाग के केस बढ़े है। लोगो द्वारा जैसे पंचायत भवन, मण्डी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान और बाजार आने पर पशु चिकित्सालय से विभाग की योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त कर लेते है। नए पशु चिकित्सालय बनने से पशु चिकित्सक एवं उनके कर्मचारियों को भी कार्य के लिए अच्छा वातावरण मिला है। यहां लोगो के लिए उचित जगह एवं आराम से बैठने की व्यवस्था है, जिससे लोगो को एक साथ बैठाकर विभाग की पूरी जानकारी दी जा सकती है। ऐसा करने से चिकित्सक एवं कर्मचारियों का समय बचता है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को जानकारी भी दे सकते है। आज की स्थिति में भंवरपुर क्लस्टर में गाय और भैंसों की संख्या लगभग पांच हजार 338 तथा भेंड़ व बकररियों की संख्या लगभग तीन हजार 600 और मुर्गी वर्ग की संख्या लगभग तीन हजार है। जिन्हें आसानी से तत्काल सुविधाएं उपलब्ध हो जाती है।

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