जशपुरनगर : संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को न हासिल करने वाले कर्मियों के वेतन रूकेंगे
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर के निर्देश
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत की सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के काम काज की गहन समीक्षा की गई। गर्भवती माताओं के पंजीयन एवं एएनसी जांच में लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों के काम-काज पर कलेक्टर न गहरी नाराजगी जताई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर उपस्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को पूरा करने में विफल रहे स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारियों का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान यह देखा गया कि जिले के लगभग 200 स्वास्थ्य केन्द्र एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र ऐसे हैं जहां संस्थागत प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद भी प्रसव का आंकड़ा सिफर है। कलेक्टर ने जिले के सामुदायिक दुलदुला, मनोरा एवं फरसाबहार के बीएमओ को भी परफाॅरमेंस में सुधार लाने के लिए निर्देश दिए गए। जिले में संस्थागत प्रसव 81 प्रतिशत् हैं जबकि 4 एएनसी 66 फीसद है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य अधिकारियों को इस स्थिति में भी सुधार लाने के सख्त निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने सभी एसडीएम को स्वास्थ्य विभाग की खंड स्तरीय बैठक में विभाग के मैदानी अमले को बुलाकर उनके काम-काज की गहन समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में टीकाकरण, आरकेएसके, आरसीएच पोर्टल एन्ट्री, कुष्ठ एवं क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम तम्बाकू नियंत्रण, मोतियाबिंद आॅपरेशन की स्थिति की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने जननी सुरक्षा कार्यक्रम, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना, सुपोषण अभियान अंतर्गत एनीमिक महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में स्कूल एवं आंगनबाड़ी के बच्चों की स्वास्थ्य के जांच की स्थिति की भी समीक्षा की गई। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री रोहित व्यास, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री के.एस.मण्डावी, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, समस्त एसडीएम, सीएमएचओ श्री रंजीत टोप्पो, डीपीएम श्री नायक सहित सभी बीएमओ एवं बीपीएम उपस्थित थे।
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