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 सूरजपुर : कलेक्टर श्री सोनी की उपस्थिति में किया गया सूरजपुर सेफ फुड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की वार्षिक आमसभा
सूरजपुर : कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा सूरजपुर के उत्पादों को बाजारो में अच्छे मूल्य पर विक्रय करने और मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के मंषानुरूप किसानों की समृद्धि हेतु सेफ फुड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना की गई है। जिनके द्वारा जिले में किसानों के विभिन्न फसलों को बडे़ बाजारों में विक्रय कर स्थानिय बाजारों से अधिक दाम प्राप्त करने कवायद की जा रही है। इसी संबंध में आज 26 फरवरी 2020 को आनंद रिहदंम सूरजपुर में सूरजपुर सेफ फुड फार्मस प्रोड्युसर कम्पनी लिमिटेड की प्रथम वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया। बतातें चले कि इस कंपनी में अबतक 270 उत्पाद समूहों के अंतर्गत 6510 कृषकों को सदस्य बनाया गया है। साथ ही कुल 4666 अंषधारक भी है। कंपनी के अंतर्गत फसल कोदो, मक्का, महुआ, गेहुॅ, जिराफूल, सोनम, सरसों, उड़द दाल, मूंगफली, प्याज, तिल, टमाटर, आलू, मसूर, फुलगोभी, मटर, साल बीज आदि उत्पादों के लिए उत्पादक समूहों का गठन किया गया है।

कलेक्टर श्री दीपक सोनी के प्रयासों से कंपनी द्वारा बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 15 टन कोटो एवं 13.7 टन सांवा अप्रसंस्कृत रूप में 25 रूपये प्रति किलोग्राम के दर पर विक्रय करने का किर्तीमान स्थापित किया है, जो स्थानिय स्तर पर 15 रूपये से 18 रूपये तक मात्र विक्रय किया जा रहा था। इसी के साथ कंपनी द्वारा 65 रूपये प्रति किलोग्राम के दर पर 4 लाख 22 हजार रूपये का मूंगफली विक्रय किया गया है। कंपनी के माध्यम से अबतक कुल 14.17 लाख रूपये का व्यापार किया गया है। कलेक्टर श्री सोनी के द्वारा कंपनी के माध्यम से उत्पादों को आॅनलाईन विक्रय हेतु भी प्रयास किया जा रहा है, जिसमें वर्तमान में मोरिंगा पावडर अमेजन वेबसाईट पोर्टल पर विक्रय हेतु उपलब्ध भी किया गया है तथा अन्य उत्पादों को आॅनलाईन विक्रय हेतु प्रयास जारी है।

आज प्रथम वार्षिक आमसभा में लगभग तीन हजार पांच सौ सदस्यों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में कंपनी के नये निर्देषक मण्डल का चयन सर्वसम्मति से किया गया। बैठक के दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने उद्बोधित करते हुए कंपनी की सराहना की और बताया कि कंपनी जिले के लघु एवं सीमांत किसानों को उचित बाजार उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगी। कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए जिला प्रषासन द्वारा विभिन्न विभागों के समन्वय से निरंतर सहयोग प्रदान किया जाएगा। उनके द्वारा कृषकों को जैविक कृषि हेतु प्रोत्साहित करते हुए उत्पादों की बाजार के मांग के आधार पर उत्पादन कर विक्रय किये जाने हेतु कहा गया जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी।

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