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बलरामपुर : कलेक्टर ने ली रेषम, उद्यान तथा एनआरएलएम की समीक्षा बैठक

 जिले में रेशम उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने पर कलेक्टर ने दिया जोर


बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने रेशम, उद्यान विभाग एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारी/कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में रेशम के उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने तथा जिले के लीची, नाशपाती, मिर्ची, उत्पादक कृषकों को उचित मूल्य प्राप्त हो, इसके लिए मार्केटिंग व्यवस्था हेतु कार्ययोजना तैयार करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
 
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने रेशम विभाग के अधिकारी से जिले में रेशम उत्पादन के वार्षिक लक्ष्य की जानकारी ली। रेशम विभाग के सहायक संचालक श्री मनीष पवार ने जानकारी दी कि जिले के आरागाही, बासेन तथा तातापानी के 210 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रेशम पालन किया जाता है, जिसका वार्षिक लक्ष्य 21 लाख तसर का उत्पादन है। तीनों केन्द्र का संचालन समूह के द्वारा किया जाता है, जिससे समूह को 21 से 22 हजार की आय प्राप्त होती है।
 
कलेक्टर श्री धावड़े ने जिले में रेशम उत्पादन की संभावना को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने हेतु वन विभाग से सामंजस्य स्थापित कर आवश्यक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये। तथा 250 हेक्टेयर में रेशम उत्पादन हेतु लक्ष्य बढ़ाते हुए महिला समूहों को जोड़कर 35 लाख कोकून तसर उत्पादन का लक्ष्य लेकर कार्य करने के निर्देश दिये, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। कलेक्टर ने रेशम विभाग के अधिकारी से जिले में कोकून बैंक की स्थापना करने के निर्देश दिये।
 
उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने जिले में संचालित ओबरी, डुमरखी, बघिमा, कुसमी-नटवरनगर, वाड्रफनगर, रामानुजगंज और शंकरगढ़ नर्सरी को दो माह के अंदर व्यवस्थित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। सहायक संचालक उद्यान को माह में 15 दिन दौरा कर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रगति लाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने जिले के मौसम के अनुकूल फल एवं सब्जी की खेती करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में नाशपाती एवं लीची के कृषकों की जानकारी लेते हुए अच्छे कृषक का चयन करने को कहा, जिससे उन कृषकों की मास्टर ट्रेनर के रूप में सेवायें ली जा सके।
 
कलेक्टर ने जिले में उत्पादित होने वाले फल एवं सब्जी का सही मूल्य कृषकों को मिले, इसके लिए मार्केटिंग की व्यवस्था करने के निर्देश सहायक संचालक उद्यान को दिए। उद्यान अधीक्षक एवं सहायक विकास उद्यान अधिकारियों से सामुदायिक बाड़ियों में महिला समूह द्वारा लगाये गये सब्जी की उत्पादकता के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से सामुदायिक बाड़ी से समूह को अच्छी आमदनी हो, इसके लिए उन्हें सहयोग करने को कहा। साथ ही पोषण बाड़ी में लगाये गये मुनगा, पपीता, केला के पौधों की स्थिति की जानकारी ली तथा क्षेत्र के कृषकों को अधिक से अधिक मुनगा, पपीता तथा केला का पौधा लगाने हेतु प्रोत्साहित करने को कहा।
 
बैठक में उन्होंने जिले में स्थापित सोलर कोल्ड स्टोर के संबंध में जानकारी ली। सहायक संचालक कृषि ने बताया कि जिले में एक सोलर कोल्ड स्टोरेज लगभग 08 टन क्षमता का गणेश मोड़ में लगाया गया है, जिसका संचालन स्व-सहायता समूह महिलाओं द्वारा किया गया है। कलेक्टर ने सामरी क्षेत्र में नाशपाती एवं मिर्ची की अधिक पैदावार को देखते हुए क्षेत्र में सोलर कोल्ड स्टोरेज बनाने हेतु प्राक्कलन तैयार करने को कहा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारियों ने जिले के स्व-सहायता समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों के प्रगति की जानकारी दी। कलेक्टर ने अधिकारियों से स्व-सहायता समूहों से सतत् संपर्क में रहते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहने को कहा।
 
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीश एस0, सहायक संचालक उद्यान श्री पतराम सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी(एनआरएलएम) श्री राजेश सिंह सहित विभागीय अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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