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बलरामपुर : कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की ली समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के क्रियान्वयन में लापरवाही स्वीकार नहीं -कलेक्टर
 
बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान सहित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारियों एवं सुपरवाईजरांे की कार्यशैली तथा योजनाओं से जुडे़ सवालों पर सन्तोषप्रद जवाब न मिलने पर कड़ी नाराजगी जताई। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियांें को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के कारण मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान सहित योजनाओं के क्रियान्वयन के तरीके में बदलाव जरूर आया है किन्तु उद्देश्य यथावत है। पूरक पोषण आहार का वितरण डोर टू डोर नियमित रूप से कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए करें तथा अधिकारी पूरी सक्रियता एवं सतर्कता के साथ पोषण आहार की आपूर्ति का समय-समय पर निरीक्षण भी करें।
 
कलेक्टर श्री श्याम धावडे़ ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान को लेकर उनके अनुभव के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना है इसे गंभीरता पूर्वक संचालित किया जाना है तथा इसमे किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं होगी। सुपोषण अभियान हमारा सामाजिक दायित्व भी है तथा एनिमिया और कुपोषण मुक्त सामाज हमारी भावी पीढ़ी के लिए सबसे बड़ा उपहार होगा।
 
कलेक्टर श्री धावड़े ने वर्तमान कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए रेडी टू ईट तथा अन्य पोषण आहार के वितरण की भी जानकारी ली और कहा कि अधिकारी क्षेत्र भ्रमण के दौरान रेडी टू ईट में शामिल किये जाने वाले पोषण आहार की निर्धारित मात्रा एवं गुणवत्ता की जांच अनिवार्य रूप से करें। रेडी टू ईट की गुणवत्ता में कमी पाये जाने पर संबंधित समूह के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुपोषण तथा एनिमिया मुक्त अभियान में सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को अनिवार्य रूप से शामिल कर उनका सहयोग लें। ग्राम पंचायतों एवं ग्राम सभा की बैठकों में सुपोषण तथा एनिमिया मुक्त अभियान की जानकारी दे तथा उसे एजेण्डा के रूप में शामिल किया जाये। अभियान की सफलता के लिए पूरक पोषण आहार के साथ-साथ व्यवहार में भी बदलाव आवश्यक है इसलिए लोगों को जागरूक भी किया जाये। बैठक में कलेक्टर ने एक-एक कर परियोजना अधिकारियों तथा सुपरवाईजरों से चर्चा करते हुए सुपोषण अभियान में उनके द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान अधिकारियों के जवाब सन्तोषप्रद न मिलने पर कड़ी कार्यवाही करने कि बात कही। कलेक्टर ने बैठक में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा अण्डा वितरण से जुड़ी समस्याएं बताने पर तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उच्च अधिकारियों को अवगत कराये ताकि उनका निराकरण किया सके।
 
कलेक्टर ने बैठक के अंत में अधिकारियों से दो टूक कहा कि अपने काम के साथ न्याय करें तथा सर्वाेच्च प्राथमिकता प्राप्त मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन दें। कार्यक्षेत्र में समस्याएं आती है उसका उचित सामाधान कर अपना कार्य करना है जो अधिकारी अच्छा कार्य करेंगे उन्हे सम्मानित किया जायेगा। किन्तु लापारवाही करने पर कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीष एस0, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री जे0आर0 प्रधान, समस्त परियोजना अधिकारी एवं सुपरवाईजर उपस्थित थे।
 

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