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हर खेत का तैयार हो रहा रिकाॅर्ड, फसलों की गिरदावरी जारी, वैरीफिकेशन भी हो रहा कलेक्टर के 20 सितम्बर तक गिरदावरी पूरी करने के निर्देश
श्रीमती कौशल ने वीवैक्स मीटिंग टुल से की समय सीमा की साप्ताहिक बैठक, विभागीय काम काज की समीक्षा हुई
 
कोरबा : इस वर्ष जिले के एक-एक खेत का किसान के साथ रिकाॅर्ड तैयार हो रहा है। जिले में जारी गिरदावरी में राजस्व अमला जोर-शोर से लगा है। हर खेत, हर खसरे का रिकाॅर्ड फील्ड पर जाकर दुरूस्त किया जा रहा है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने राजस्व अमले को 20 सितम्बर तक किसी भी स्थिति में गिरदावरी का काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिए है। श्रीमती कौशल ने आज वीवैक्स मीटिंग टुल के माध्यम से जिले के अधिकारियों से जुड़कर समय सीमा की साप्ताहिक बैठक वर्चुअल तरीके से की। इस बैठक में उन्होनें सभी विभागों के कामकाज की समीक्षा की और जरूरी निर्देश दिए। कलेक्टर ने गिरदावरी के काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने की हिदायत राजस्व अमले को दी। उन्होने पटवारियों द्वारा किए गए गिरदावरी रिकाॅर्ड का रेंडम वैरिफिकेशन भी करने के निर्देश आरआई, नायब तहसीलदारों, तहसीलदारों और अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर प्रियंका महोबिया भी मौजूद रहीं। सभी विभागों के जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी वीवैक्स के माध्यम से मीटिंग में शामिल हुए।
 
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि फसलो की गिरदावरी करते समय राजस्व अमले पटवारियों को संबंधित फसल के खेत में खुद खड़े होकर फोटो भी खीचनी होगी। फोटो मे खेत-किसान-पटवारी को दिखना होगा। गिरदावरी के आधार पर ही आगामी धान खरीदी सीजन में किसानो के धान के रकबे का पंजीयन किया जायेगा, इसलिए गिरदावरी का काम पूरी सावधानी और तत्परता से करना होगा। उन्होने इस काम में लापरवाही बरतने पर तत्काल निलंबन की कार्यवाही की चेतावनी भी राजस्व विभाग के मैदानी अमले को दी। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि गिरदावरी के दौरान अन्य फसलों का रकबा किसी भी परिस्थिति में धान और मक्के के रकबे में शामिल न होने पाए। गिरदावरी के दौरान पटवारी और किसान सहित लगाई गई फसल वाले खेत का खसरावार फोटोग्राफ मोबाइल पर अनिवार्य रूप से लिए जाने तथा इसको डिजिटली संबंधित राजस्व अधिकारी को अभिलेख के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं। स्लेट में खसरा नम्बर चाॅक से लिखकर खसरा नम्बर बढ़ते अनुक्रम में फोटोग्राफ लेने को कहा गया है। ग्रामवार बोई गई फसलांे के रकबे का प्रारंभिक प्रकाशन 21 सितंबर तक किया जाएगा। राज्य के सभी गांवो में किसानवार, फसल क्षेत्राच्छादन का प्रकाशन कर दावा आपत्ति 28 सितंबर तक प्राप्त की जाएगी। प्राप्त दावा-आपत्ति का निराकरण कर खसरा पांच साला एवं भुइंया साॅफ्टवेयर की प्रविश्टि में 14 अक्टूबर तक संशोधन किया जाएगा। कलेक्टर सभी अनुभागीय राजस्व अधिकारियो को  गिरदावरी के कार्य को पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ पूरा कराने के निर्देश दिए गए है।
 
 
कलेक्टर ने बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए किसानों के डाटा सुधार की भी समीक्षा की। उन्होने अगले तीन दिनों में बचे हुए सभी किसानों के डाटा त्रुटि को ठीक करने के निर्देश  कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने मसाहती गांव का सर्वे भी जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होने बैठक में कहा कि जिन गांवो का सर्वे पूरा हो गया है, उनके प्रकाशन की तैयारी की जाए और बाकि गांवो का सर्वे अगले दस-बारह दिनों में पूरा कर लिया जाए। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने बैठक में गांवों में लगने वाले हाट-बाजार को पुनः शुरू करवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन के दौरान बंद हुए साप्ताहिक बाजारों को फिर से शुरू किया जायेगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने तथा लोगों को जरूरत का सामान उपलबध कराने के उद्देश्य से सभी बाजारों को नियमित खोला जाये। कलेक्टर ने साप्ताहिक हाट-बाजार में हाट बाजार क्लिनिक भी नियमित रूप से संचालित करने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। जिससे ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बनी रहे और लोग ईलाज करा पाएं।
 

     कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बैठक में खाद-बीज भंडारण, उठाव संबंधित जानकारी उपसंचालक कृषि से ली और कहा कि किसानों तक खाद-बीज की आपूर्ति लगातार बनी रहे। कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को ग्रामीण इलाकों के विभिन्न कार्यों और स्थितियों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जोर दिया कि खाद-बीज की उपलब्धता, वर्षा की स्थिति, वर्षा के कारण फसल क्षति, मकान क्षति, पशु क्षति, बोनी की स्थिति पर गहन नजर बनाए रखें और समीक्षा करके स्थिति को सामान्य रखें। उन्होंने दूरस्थ इलाकों में टीकाकरण, स्वास्थ्य सेवा की पहुंच, महिला बाल विकास विभाग द्वारा पोषण आहार वितरण, हाट-बाजार क्लीनिक में डाक्टरों-मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता, मितानीन पेटी में जरूरी दवाई, मलेरिया जांच कीट की उपलब्धता आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। 

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