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महासमुंद :  जिले में गिरदावरी कार्य आज से शुरू हुआ
गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद फसल कटाई, फसल खराब, फसल उत्पादन की सटीक जानकारी मिलेगी और किसानों को फ़ायदे होंगे : कलेक्टर श्री गोयल 
इस काम में किसी प्रकार की कोताही या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: कलेक्टर

महासमुंद : पूरे छत्तीसगढ़ सहित महासमुंद जिले में  किसानों की भूमि और खरीफ फसलों के आंकलन के लिए राजस्व विभाग आज शनिवार 1 अगस्त से गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करा रहा है।  शनिवार 1 अगस्त से ही गिरदावरी कार्य शुरू हो  गया  है। जिसे 20 सितंबर तक पूरा करना है। जिले में 6 नगरीय क्षेत्र में 1145 गांव हैं। जिनमें में अपने-अपने क्षेत्रों महासमुंद तहसील के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित, बाग़बाहरा, बसना, सरायपाली और पिथौरा के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, राजस्व निरीक्षक, पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों ने किसानों के जमीन का आंकलन मौके पर पहुंचकर  करने का सिलसिला आज से शुरू कर दिया है।गिरदावरी के दाैरान स्थल का मौका मुआयना करने पर वास्तविक स्थिति का भी पता चलेगा। 
 
  कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि  किसानों को गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद कई  फायदे  होंगे। गिरदावरी का काम पूरा होने के बाद फसल कटाई, फसल खराब, फसल उत्पादन की सही जानकारी मिलेगी। किसानों को फसल में हुए नुकसान, अकाल की स्थिति और आरबीसी 6-4 के तहत सही मुआवजा भी मिलेगा। किसानों के सभी रिकार्ड ऑनलाइन रहेंगे। इससे खाद-बीज के लिए लोन लेने के अलावा फसल बेचने में भी सुविधा होगी। 
 
  कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने समय से पहले ही गिरदावरी की तैयारियाँ शुरू क़र दी थी। राज्य शासन के दिशानिर्देश की जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों को समय-समय पर आयोजित बैठकों में दी गई थी।  कलेक्टर ने कहा कीअब धान खरीदी गिरदावरी के रिपोर्ट औरसत्यापन के अनुसार ही की जाएगी। कलेक्टर श्री गोयल ने आर आई सर्कल वार निरीक्षण अधिकारियों की भी नियुक्ति कर दी है। उन्होंने कहा कि इस बार इस कार्य को रैंडम निरीक्षण करने  स्वयं खेतों में पहुँचेंगे। उन्होंने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों से कहा कि यह उनका मूल काम है।  इस काम में किसी प्रकार की कोताही या लापरवाह बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
    कलेक्टर श्री  कार्तिकेया गोयल ने कहा कि गिरदावरी के कार्य को पूरी सतर्कता और पारदर्शिता के साथ निर्धारित समत पर पूरा करें। उन्होंने कहा कि सचिव राजस्व ने इस संबंध में प्रेषित पत्र में इस बात का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि राजस्व अभिलेखों की शुद्घता के साथ ही समर्थन मूल्य पर धान और मक्के की खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना तथा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत आर्थिक अनुदान और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का सफल क्रियान्वयन गिरदावरी की शुद्घता पर निर्भर है। इसके मद्देनजर गिरदावरी शत-प्रतिशत सही और सटीक हो इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाए

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