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 बेमेतरा : शिशु संरक्षण माह प्रारंभ, 6 माह से लेकर 05 वर्ष के कुल 84832 बच्चों का लक्ष्य

गहन डायरिया नियंत्रण पखवाडा

बेमेतरा 17 जुलाई : जिला बेमेतरा में शिशु संरक्षण माह अर्धवार्षिक विटामिन-ए अनुपूरक कार्यक्रम की शुरूआत 14 जुलाई 2020 से सभी विकासखण्डों में निर्धारित नियमित टीकाकरण सत्रों के माध्यम से किया गया है, यह कार्यक्रम श्री शिव अनंत तायल कलेक्टर जिला बेमेतरा के निर्देशन में 14 अगस्त 2020 तक चलाया किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के. शर्मा ने  जानकारी देते हुए बताया कि शिशु संरक्षण माह को पूरे जिला बेमेतरा के समस्त ग्रामों में 14 जुलाई 2020 से आरंभ की गई है, जो कि 14 अगस्त 2020 तक नियमित टीकाकरण दिवस मंगलवार एवं शुक्रवार को एक माह तक आयोजित किया जायेगा। अभियान के दौरान शिशु स्वास्थ्य संवर्धन से संबंधित राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गतिविधियों का सफल संचालन व सेवाओं की प्रदायगी का सुदृढ़ीकरण किया जाना है।  

          शिशु संरक्षण माह कार्यक्रम के तहत जिला बेमेतरा में 6 माह से लेकर 05 वर्ष के कुल 84832 बच्चों का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 06 माह से 05 वर्ष के कुल 74822 बच्चों को आयरन सिरप तथा 09 माह से 05 वर्ष तक के कुल 70551 बच्चों को विटामिन-ए सिरप की खुराक समस्त शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं आंगनबाडी केन्द्रों एवं टीकाकरण सत्र स्थल पर निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार मंगलवार एवं शुक्रवार को स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, मितानिनों द्वारा पिलाई जायेगी, अभियान के दौरान गंभीर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन करते हुए उन्हे पोषण पुनर्वास केन्द्र जिला चिकित्सालय बेमेतरा में पोषण आहार की प्रदायगी सहित संक्रमण के उपचार हेतु भर्ती किया जाना है, इसके साथ ही गर्भवती माताओं की जांच एवं बच्चों का टीकाकरण नियमित रूप से किया जायेगा। शिशु संरक्षण माह कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा समस्त स्वास्थ्य सेवायंे निःशुल्क प्रदाय की जावेगी।

कन्टेनमेंट जोन एवं बफर जोन में संस्थागत सत्र का आयोजन नही होगा

कोविड-19 महामारी के दौरान शिशु संरक्षण माह अभियान का आयोजन कोविड धनात्मक प्रकरणों के आधार पर चिन्हांकित जोन में निम्नानुसार टीकाकरण सत्र आयोजित होगें। कन्टेनमेंट जोन एवं बफर जोन में संस्थागत सत्र एवं (आउटरीज सत्र) नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन नही किया जायेगा। बफर जोन के अलावा (रेड एवं आॅरेज जोन क्षेत्र में) संस्थागत सत्र का आयोजन नही किया जायेगा एवं (आउटरीज सत्र) नियमित टीकारकण सत्र का आयोजन सामान्य दिशानिर्देशों का पालन करते हुए किया जायेगा। नाॅन इफेक्टेड जोन (जहां संक्रमण नही है) वहां पर संस्थागत सत्र एवं (आउटरीज सत्र) नियमित टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जायेगा। यह जोन प्रति सप्ताह कोविड-19 के प्ररकणों की संख्या के अनुसार अद्यतन किये  जायेगें। तदानुसार शिशु संरक्षण माह अभियान हेतु दिशा निर्देश का पालन करते हुए सत्रों का आयोजन किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी ने कोविड-19 महामारी के दौरान शिशु संरक्षण माह के आयोजन हेतु दिशा निर्देशों को पृथक-पृथक से अवगत कराते हुए जानकारी दी गईः-शिशु संरक्षण माह में आयोजित सत्र के दौरान स्वास्थ्य कर्मीयों को कोविड-19 महामारी के सामान्य दिशा निर्देश जैसे फिजिकल डिस्टेंसिंग, हैण्डवास, एवं रेस्पीरेटरी हाइजीन) का पालन करने एवं सावधानीपूर्वक टीकाकरण सत्र का आयोजन करने योजना बनाई जा रही है। टीकाकरण सत्र में अधिकतम 10 से 15 लाभार्थी उपस्थित रहेगें। शिशु संरक्षण माह के दौरान लाभार्थियों को अलग-अलग समय (टाइम स्लाॅट) पर बुलाया जायेगा, प्रत्येक टाइम स्लाॅट एक घंटे का होगा एवं एक स्लाॅट में अधिकतम 10 लाभार्थी सम्मिलित होगें, उपस्थित लाभार्थियों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी बनाने (सोशल डिस्टेंसिंग) पर ध्यान दिया जायेगा। कलेक्टर ने जिले के सभी जनसामान्य से अपील करते हुए कहा की शिशु संरक्षण माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रदाय समस्त स्वास्थ्य सेवाओं का सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अधिक से अधिक लाभ लें।

गहन डायरिया नियंत्रण पखवाडा

जिले में गहन डायरिया नियंत्रण पखवाडा 08 जुलाई 2020 से प्रारंभ की गई है, जो कि 21 जुलाई तक चलाई जायेगी जिसके तहत बाल मृत्यु के मुख्य कारण डायरिया से बचाव शीघ्र निदान एवं उपचार कर शिशु मृत्यु दर में कमी लाये जाने यह पखवाडा दो सप्ताह तक अर्थात 15 दिवस के लिए आयोजित किया गया है, गहन डायरिया नियंत्रण पखवाडे के माध्यम से घरेलु स्तर पर ओआरएस घोल बनाने की विधि, बच्चों में निर्जलीकरण के लक्षणों को पहचानने की जानकारी, निर्जलीकरण से बचाव के लिए ओआरएस व जिंक की गोली आयु अनुसार दिए जाने, स्वच्छता नियमित हाथ धुलाई की प्रक्रिया अपनाने तथा आपातकालीन स्थिति में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में ले जाने की जानकारी दी जा रही है।

डायरिया की रोकथाम एवं प्रबंधन हेतु निम्नानुसार गतिविधियां की जावेगी

 समुदाय/ग्राम स्तर पर मितानिनों के द्वारा 06 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों के घरो में ओ.आर.एस.पैकेट का वितरण करके उपयोग के बारे में जानकारी तथा सलाह दिया जायेगा साथ ओ.आर.एस. व जिंक की घोल बानाने की विधि का प्रदर्शन कर जानकारी समुदाय व ग्राम स्तर पर दी जायेगी। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग, हैण्डवाॅस और मास्क का उपयो करते हुए कोविड-19 के दिशा निर्देश का पालन करते हुए गतिविधि की जायेगी। मितानिन के द्वारा सभी परिवार को स्वच्छता की जानकारी दी जा रही है, मितानिनों के द्वारा डायरिया केस की पहचार करके ए.एन.एम./स्वास्थ्य केन्द्रों में रिफर करने एवं मां को खतरे के संकेत को पहचानने की शिक्षा भी इस कार्यक्रम के माध्यम से दी जावेगी। उक्त कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों के माध्यम से ग्राम स्तर पर गृह भ्रमण करके हाथ धोने की विधि व हाथ की स्वच्छता के संबंध में जानकारी दी जावेगी। पखवाडे के दौरान सेवा प्रदान करते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों को कोविड-19 महामारी के बचाव हेतु सेवा प्रदान करते हुए फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना, रेसपायरेटरी हाईजीन को बनाये रखना। नाॅन कंटेनमेंट जोन में स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए घरो में तथा कुएं/जल स्त्रोंतों की साफ-सफाई एवं संक्रमण को रोकने हेतु क्लोरीन टेबलेट्स वितरीत करना इत्यादी गतिविधियां की जायेगी।

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