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 सूरजपुर : छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा रोका छेका जिले में होगी लागू

कलेक्टर श्री शर्मा ने रोका छेकासम्बधी तैयारियों की बैठक में दिये निर्देष

सूरजपुर 17 जून : आगामी खरीफ मौसम में खेतों में लगाई गई फसलों को गांव के मवेशियों के चरने से बचाने के लिए जिले में रोका-छेका की व्यवस्था लागू की जाएगी। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेशबघेल ने प्रदेश के किसानों के नाम संदेश में इस व्यवस्था को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की मदद से लागू करने की मंशा जताई थी। मुख्यमंत्री की मंशानुसार पूरे छत्तीसगढ़ सहित सूरजपुर जिले के समस्तग्राम पंचायतों भी इस व्यवस्था को लागू करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है।

कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में जिला पंचायत सीईओ श्री आकाष छिकारा, अपर कलेक्टर श्री एस0एन0 मोटवानी की उपस्थिति में रोका-छेंका व्यवस्था लागू करने महत्वपूर्ण बैठक ली। 19 जून को जिले की सभी ग्राम पंचायतों में ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रोका-छेंका व्यवस्था लागू करने के लिए अपनी पंचायत की कार्य योजना बनाएंगे। मवेशियों से फसल चराई को रोकने वाली यह व्यवस्था पूरे गांव की सहमति से इसी दिन से लागू हो जाएगी। इस व्यवस्था के क्रियान्वयन में गौठानों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। गौठान ग्राम वाली पंचायतों में बैठक गौठानों में आयोजित होगी। इस दौरान ग्रामीण यह शपथ भी लेंगे कि वे अपने मवेशियों को खुले में नहीं छोड़ेंगे। कलेक्टर श्री शर्मा ने ग्राम पंचायतों में होने वाली इन बैठकों में सभी को सोशल डिस्टेसिंग मेंटेन रखने और मास्क लगाकर ही बैठक में शामिल होने कहा है। उन्होंने बैठक स्थल पर हैंडवाश की व्यवस्था रखने के लिए भी पंचायत सचिवों को कहा। बैठक में पंच-सरपंच, जनप्रतिनिधि, गांव के वरिष्ठ नागरिकों, चरवाहों सहित गौठान समिति को भी शामिल करने कहा गया है, ताकि गांव से संबंधित सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर रोका-छेंका के लिए प्रभावी योजना तैयार की जा सके।

इस दौरान गोठानों में होने वाली बैठकों में विभिन्न शासकीय विभागों और अन्य जरूरतमंद किसानों को गौठानों में बनी कंपोस्ट खाद का वितरण भी किया जाएगा। गौठानों से जुड़े स्व-सहायता समूहों की बनाई गई सामग्रियों का प्रदर्शन और बिक्री भी होगी। गौठानों में पशुओं की स्वास्थ्य जांच के लिए शिविर लगाए जाएंगे। पशु पालन और मछली पालन के इच्छुक किसानों के किसान के्रडिट कार्ड भी इस दौरान बनाए जाएंगे। कृषि, पशुपालन, मछली पालन, उद्यानिकी विभाग की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को सामग्री वितरण भी किया जाएगा। किसानों को अभी से गौठानों में पैरादान के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और गौठानों में अपने मवेशियों को नियमित रूप से भेजने के लिए भी कहा जाएगा।

कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने चरवाहे की व्यवस्था से पशुओं का गौठानों में व्यवस्थापन, खुले में विचरण कर रहे पशुओं का नियंत्रण व गौठानों में संधारण, गौठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, वर्षा के मौसम में गौठानों में पशुओं के सुरक्षा हेतु व्यापक प्रबंध, वर्षा से जल भराव की समस्या दूर करने के लिये गौठानों में जल निकास की समुचित व्यवस्था तथा गौठान परिसर में पशुओं के बैठने हेतु कीचड़ आदि से मुक्त स्थान की उपलब्धता, गौठान में पर्याप्त चारा (पैरा आदि) की व्यवस्था, गौठानों में ग्रामीणजनों की समुचित भागीदारी, रखरखाव हेतु जागरूकता का कार्य स्थानीय कला जत्था समूहों के माध्यम से व्यापक प्रचार - प्रसार, गौठानों से संबद्ध स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का प्रदर्शन, इस कार्य हेतु स्थानीय प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाकर अधिक से अधिक सहभागिता करने हेतु उपरोक्तानुसार कार्य को प्रत्येक गौठान में अतिप्राथमिकता से किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। कार्यक्रम आयोजन की प्रगति मयफोटोग्राफ्स से संबंधित प्रतिवेदन 19 जून 2020 शाम तक हार्ड एवं साफ्ट कॉपी में विशेष वाहक के माध्यम से उपलब्ध कराने हेतु निर्देषित किया। बैठक में कृषि, पशुपालन, मछली पालन, उद्यानिकी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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