सूरजपुर : मक्का विस्तार के साथ ही कृषक उत्थान का मार्ग हो रहा सशक्त
कृषि विभाग के अधिकारी दे रहें परामर्ष व आवष्यक सहयोग
सूरजपुर 16 जून : जिले में रबी फसल को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा के निर्देषन में कृषि विभाग के अधिकारी निरंतर किसानों को प्रोत्साहित कर रहें हैं। मक्का खरीफ ऋतु की मुख्य फसल है, साथ ही साथ इसकी खेती रबी मौसम व जायद में भी किया जा रहा है। जिसमें कृषकों को अच्छा लाभ मिल रहा है। जहाॅ पर सिंचाई का साधन है वहाॅ पर खरीफ में मक्का की अग्रेती फसल को ले सकते हैं एवं रबी में भी दूसरी फसल जैसे सरसों, गेहुॅ भी लिये जा सकते हैं। मक्का की फसल मुख्य नकदी फसल है कृषकमक्के को भुट्टे के रूप में भी बेच कर अच्छी आय प्राप्त करते हैं मक्का का उपयोग पषु चारा के रूप में गायों को दलिया बनाकर एवं मुर्गी को कुक्कुट आहार के रूप में किया जाता है। मक्के की फसल खरीफ में जून से जुलाई, रबी में अक्टूबर से नवंबर और जायद में फरवरी से मार्च लगाई जा सकती है। मक्के की रोपाई के लिए प्रति हेक्टेयर 20 किलोग्राम हाईब्रिड बीज की आवष्यक्ता पड़ती हैै। जिससे लगभग 50 से 60 क्विंटल मक्का की उपज प्राप्त होती है।

जिले के समस्त विकासखंडों में मक्का विस्तार का कार्य कृषि विकास अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है। ऐसे ही विकासखंड प्रतापपुर के ग्रामधोंधा निवासी कृषक कमला यादव बतातें हैं, कि कृषि विकास अधिकारी आर.जी.प्रजापति एवं जीतेन्द्र यादव के सहयोग से वह मक्का फसल का उत्पादन कर रहें हैं, जिससे अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है और साथ ही पिछले वर्षो की तुलना में खर्च भी कम हो रहा है। पिछले वर्ष अधिकारियों की सलाह पर मक्के का रोपण किया था, जिसमें अच्छा उत्पादन प्राप्त होने पर इस वर्ष 1 हेक्टेयर भूमि में मक्के का उत्पादन कर रहे हैं जिसके लिए वर्तमान में खेतों में खाद डालकर तैयारी कर रहें हैं जिसमें बीज की रोपाई करेंगें। उन्होंनें विभाग के अधिकारियों समेंत जिला प्रषासन का धन्यवाद किया है।
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