राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सूरजपुर में राज्योत्सव जिला स्तरीय कार्यक्रम के द्वितीय दिवस पर भव्य कार्यक्रम का किया गया आयोजन
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
25 वर्षों की विकास यात्रा एवं शासन की उपलब्धियों पर विभागों ने दिखाई विकास झलकियां
मुख्य अतिथि सांसद श्री चिंतामणि महाराज सहित अन्य अतिथियों ने स्टालों का किया अवलोकन
राज्य स्थापना के बाद विकास की दिशा में अग्रसर सूरजपुरः- सांसद श्री चिंतामणि
सूरजपुर :छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित अग्रसेन स्टेडियम में जिला स्तरीय राज्योत्सव के द्वितीय दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम में सरगुजा सांसद श्री चिंतामणि महाराज मुख्य अतिथि के रूप कार्यक्रम में शामिल हुए। सांसद श्री चिंतामणि महाराज के मुख्य आतिथ्य में छत्तीसगढ़ महतारी एवं मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सूरजपुर श्रीमती स्वाति सिंह, श्री मुरली मनोहर सोनी, श्री शशिकांत गर्ग, श्री संदीप अग्रवाल, श्री संत सिंह, जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक, कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत कुमार ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ श्री विजेन्द्र सिंह पाटले, अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा, एसडीएम शिवानी जायसवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा उपलब्धियों और जनकल्याणकारी योजनाओं की आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई थी। जनसंपर्क, जिला पंचायत, वन, उद्यान, मत्स्य, कृषि एवं पशु विभाग, पुलिस, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिवासी विकास विभाग, विद्युत, कृषि, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, खाद्य, एस.ई.सी.एल. विश्रामपुर/भटगांव, लाइवलीहुड कॉलेज, क्रेडा एवं विद्युत आदि विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों में राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा एवं उपलब्धियों को दर्शाया गया था। सांसद श्री चिंतामणि महाराज सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने सभी स्टॉलों का अवलोकन किया और अधिकारियों द्वारा दी जा रही जानकारी की सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने उपस्थित जनों को रजत जयंती वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने राज्य बनने की पृष्ठभूमि पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि पहले परिस्थितियां कठिन थी। छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले मध्यप्रदेश राज्य में शामिल था, स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई ने 01 नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश राज्य से अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बनाया। उस समय हमारा राज्य शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क कई मामले में हम काफी पीछे था, लेकिन राज्य बनने के बाद स्थिति बदली और हम आज विकास की दिशा में आगे बढ़ते हुए मिसाल बन रहे हैं। 25 वर्षों में हमारा छत्तीसगढ़ ऊर्जा से भरपूर युवावस्था में पहुंच चुका है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क विकास के सभी आयामों में हमारा जिला बेहतर प्रगति कर रहा है। स्कूल-कालेजों का विस्तार हुआ, जिला चिकित्सालय में अनेक गंभीर बीमारियों का इलाज हो रहा है। यह छत्तीसगढ़ रजत उत्सव हमारे विकास और संघर्ष यात्रा का त्यौहार है। उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य ने उत्तरोत्तर प्रगति की है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रेमनगर विधायक श्री भूलन सिंह मरावी ने कहा कि राज्योत्सव केवल एक उत्सव नहीं बल्कि यह हमारी पहचान है , हमारी परंपराओं और हमारी लोक संस्कृति का सम्मान है। छत्तीसगढ़ की मिट्टी ने मेहनत, माटी और मान के अद्भुत संगम से एक सशक्त राज्य का निर्माण किया है। राज्य गठन के पश्चात आज तक विकास की हर दिशा में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। यह हमारी सामूहिक उपलब्धि है, और इसे आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी हम सबकी है।
श्री संजय सुरीला ने छत्तीसगढ़ी गीतों से बांधा समां-
जिला स्तरीय राज्योत्सव के द्वितीय दिवस पर छत्तीसगढ़ के लोकगायक श्री संजय सुरीला ने अपने सुमधुर गीतों से मंच पर ऐसा समां बांधा कि पूरा मैदान छत्तीसगढ़ी लोकसंगीत की धुनों से गुंजायमान हो उठा। कार्यक्रम को देखने के लिए आमजन काफी उत्साहित नजर आए और छत्तीसगढ़ी गीतों से मंत्रमुग्ध हो गए। राज्योत्सव कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, लोकनृत्यों और पारंपरिक गीत-संगीत के माध्यम से “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” की भावना को साकार रूप दिया गया। कार्यक्रम के समापन में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर किया गया।

.jpg)


.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)


.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)
.jpg)

.jpg)
.jpg)

Leave A Comment