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जिले मे खाद-बीज वितरण में प्रदेश में अव्वल: इस वर्ष 113% बीज वितरण, 119% डीएपी खाद उपलब्धता

द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

बेमेतरा : खरीफ सीजन 2025 के दौरान बेमेतरा जिले ने कृषि कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए खाद-बीज वितरण के क्षेत्र में राज्य में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। जिले में अब तक 113.33% बीज वितरण किया जा चुका है, जबकि डीएपी खाद की उपलब्धता भी संशोधित लक्ष्य से 119% अधिक रही है। वर्तमान में अच्छी वर्षा के चलते जिले में खरीफ फसलों की बोनी लगभग पूर्ण हो चुकी है और धान की रोपाई कार्य तेजी से जारी है। कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा द्वारा जिले में खरीफ सीजन की विभिन्न कृषि गतिविधियों की नियमित समीक्षा की जा रही है। उन्होंने खाद-बीज के आवंटन, भण्डारण और वितरण व्यवस्था की गहनता से जांच कर किसानों तक इसकी समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक के दौरान उप संचालक कृषि श्री मोरध्वज डडसेना ने बताया कि जिले में डीएपी खाद की मांग अधिक रही है, लेकिन इसकी सीमित उपलब्धता को देखते हुए सिंगल सुपर फास्फेट एवं एनपीके खाद को विकल्प के रूप में प्रयोग करने की सलाह दी गई है।

कलेक्टर ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एसएसपी और एनपीके के उपयोग के फायदों को किसानों को बताया जाए और इसके प्रचार-प्रसार हेतु बैनर व पोस्टर सभी सहकारी समितियों में चस्पा किए जाएं। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के मैदानी अमले किसानों को फसल उत्पादन संबंधी उचित सलाह देकर उन्हें आधुनिक और टिकाऊ खेती के लिए प्रेरित करें।

खाद भंडारण और वितरण की स्थिति

शासन द्वारा जिले का खाद भंडारण लक्ष्य 65,015 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है। अब तक जिले को 53,887 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुका है, जो गत वर्ष की तुलना में 89% है। इनमें से 46,103 मीट्रिक टन खाद का वितरण कृषकों को किया जा चुका है, जो कुल प्राप्त खाद का 71% है। डीएपी खाद का संशोधित लक्ष्य 5,667 मी. टन था, जिसके विरुद्ध 6,724 मी. टन का भंडारण कर लिया गया है, यानी 119% लक्ष्य की पूर्ति।

विकल्प खाद – SSP और NPK की उपलब्धता

गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक 154% एसएसपी और 130% एनपीके खाद की आपूर्ति की जा चुकी है। वर्तमान में 2,921 मीट्रिक टन एसएसपी और 553 मीट्रिक टन एनपीके खाद समितियों में उपलब्ध है। एसएसपी खाद में 16% फास्फोरस और 11% सल्फर पाया जाता है, जो धान और अन्य फसलों के लिए अत्यंत लाभकारी है।

बीज वितरण में भी रिकार्ड उपलब्धि

वर्ष 2024 में सहकारी समितियों के माध्यम से 19,742 क्विंटल बीज वितरण किया गया था। वर्ष 2025 में अब तक 22,375 क्विंटल बीज का वितरण हो चुका है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 113.33% है।

कलेक्टर की अपील

कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा ने कृषकों से अपील की है कि वे अपनी संबंधित समितियों से शीघ्र खाद का उठाव करें और डीएपी के विकल्प के रूप में एसएसपी एवं एनपीके खाद का उपयोग कर वैज्ञानिक पद्धति से खेती करें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कृषि की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए है और किसानों को समय पर हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। जिले की यह प्रगति कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और टिकाऊ खेती की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
 

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