शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का ग्रामीण शिक्षा पर सकारात्मक असर
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे सोनहत व बैकुंठपुर के स्कूल छात्र उपस्थिति में भी आया सुधार
कोरिया : राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की पहल अब धरातल पर असर दिखा रही है। कोरिया जिले के सोनहत व बैकुंठपुर विकासखंडों के प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूलों में विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की नियुक्ति के बाद न केवल शैक्षणिक माहौल में सुधार हुआ है, बल्कि विद्यार्थियों की उपस्थिति में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
अब प्रत्येक विषय के लिए प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार, अब प्रत्येक विषय के लिए समुचित रूप से प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध हैं, जिससे बच्चों को पढ़ाई में बेहतर मार्गदर्शन मिल रहा है। छात्र- छात्राएं अब सभी विषयों की पढ़ाई नियमित रूप से कक्षा में ही प्राप्त कर पा रहे हैं और बाहरी ट्यूशन पर निर्भरता कम हो गई है।
ग्रामीण शिक्षा में नई उम्मीदें
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह पहल खासकर ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। शिक्षक संख्या में संतुलन आने से शिक्षकों पर काम का बोझ भी कम हुआ है और वे छात्रों पर अधिक ध्यान दे पा रहे हैं।
शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों के भविष्य में सुधार
ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जहां शिक्षक कम हैं, वहाँ उनकी तैनाती की जाए। इस निर्णय से न केवल स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर हो रही है, बल्कि विद्यार्थियों को उनका शैक्षणिक भविष्य संवारने का एक बेहतर अवसर भी मिल रहा है।
Leave A Comment